Sunday, May 5, 2024
HomeUncategorized'जल जीवन मिशन' के लिए उत्‍तर प्रदेश को मिले 2,400 करोड़, 60...

‘जल जीवन मिशन’ के लिए उत्‍तर प्रदेश को मिले 2,400 करोड़, 60 हजार गांवों में अगले साल तक शुरू होगा काम

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में ‘जल जीवन मिशन’ को रफ्तार देने की खातिर केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2021-2022 के लिए 2,400 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। इससे राज्य में 78 लाख ग्रामीण घरों में नल से जल का कनेक्शन मुहैया कराया जाएगा। दिसंबर 2021 तक राज्य के 60 हजार से अधिक गांवों में पेयजल आपूर्ति की परियोजनाएं चालू हो जाएंगी। मिशन के तहत परियोजनाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार के पास धनराशि की कमी नहीं पड़ेगी। चालू वित्त वर्ष के लिए राज्य के मद में 10,870 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष का 466 करोड़ रुपये बचा हुआ है।

राज्य के हिस्से की धनराशि को मिलाकर उत्तर प्रदेश के पास चालू साल में 23,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि उपलब्ध है। उत्तर प्रदेश के 97 हजार गांवों के 2.63 करोड़ परिवारों में से केवल 32 लाख घरों में नल से जल की आपूर्ति होती है। ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा से पहले राज्य में केवल पांच लाख से कुछ ही अधिक यानी दो फीसद से भी कम घरों में नल कनेक्शन था। राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष में पांच जिलों को ‘हर घर जल’ आपूर्ति की योजना बनाई है। जल जीवन मिशन की रफ्तार बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।

इनमें जल आपूर्ति परियोजनाओं की स्थापना, प्रबंधन, परिचालन और रख-रखाव के लिए बड़ी संख्या में मिस्ति्रयों, प्लंबरों, इलेक्टि्रशियनों, मोटर मैकेनिकों, पंप आपरेटरों आदि की जरूरत पड़ती है। जल आपूर्ति परियोजनाओं से जुड़ी विभिन्न सामग्रियों सीमेंट, ईट, रोड़ी, पाइप, वाल्व, पंप, नल आदि की भी आवश्यकता होती है। इससे स्थानीय स्तर पर कारीगरों और घरेलू उत्पादन की मांग बढ़ेगी।

बुंदेलखंड क्षेत्र के सात जिलों-झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के ग्रामीण इलाकों में नल जल आपूर्ति योजना की आधारशिला फरवरी 2019 में और विंध्याचल के मिर्जापुर तथा सोनभद्र जिलों की ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला नवंबर 2020 में रखी गई थी। इनके पूरा होने पर यहां के 6,742 गांवों के 18.88 लाख घरों और 1.05 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचेगा। केंद्र ने बुंदेलखंड और विंध्याचल क्षेत्रों की नल जल परियोजनाओं के क्रियान्वयन में और तेजी लाने की अपील की है।

बुंदेलखंड, विंध्य, प्रयागराज और कौशांबी के लगभग 140 गांवों में संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से ‘जल जीवन मिशन’ का कार्य चालू कर दिया गया है। इसी तरह आगा खान फाउंडेशन ने भी लखनऊ और सीतापुर के 40 गांवों में कार्य शुरू कर दिया है। टाटा ट्रस्ट ने राज्य के तीन जिलों बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती के 200 गांवों में तैयारी शुरू कर दी है। जनभागीदारी से ‘जल जीवन मिशन’ को आगे बढ़ाया जा रहा है। [जागरण ]

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments