Tuesday, May 13, 2025
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‘हर घर तिरंगा अभियान’ 13 से 15 अगस्त तक, उत्तराखण्ड में 20 लाख घरों में फहराया जाएगा तिरंगा

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ पर आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रतिभाग किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग में केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री जी किशन रेड्डी, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल, उप राज्यपाल व मुख्यमंत्री उपस्थित थे।

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ‘हर घर तिरंगा’ में जनसहभागिता सबसे जरूरी है। इसके लिये व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर लोगों विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करना है। यह जन जन का कार्यक्रम है। इसके लिये केंद्रीय सरकार व सभी राज्य सरकारों को मिलकर काम करना है। ‘घर घर तिरंगा अभियान’ की भावना को ग्राम स्तर तक ले जाना है। स्कूली बच्चों की प्रभात फेरियो का आयोजन किया जाए।

बताया गया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 13 अगस्त से 15 अगस्त तक देश भर में हर घर तिरंगा अभियान संचालित किया जाएगा। जन जन को इसमें भागीदारी के लिये प्रेरित किया जाएगा। लोग बढ चढकर उत्साह के साथ सहभागिता कर सकें, इसके लिए फ्लैग कोड में कतिपय संशोधन किये गये हैं। इसकी विस्तृत जानकारी राज्यों को प्रेषित की जा रही है।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को ‘हर घर तिरंगा अभियान’ की तैयारी पूरी गम्भीरता व सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल पर देश की आजादी के 75 वी वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इससे देशवासियों में उत्साह का संचार हुआ है। युवाओं में देश के प्रति कर्तव्य भावना बलवती हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान में हमारे गैलेन्ट्री अवार्ड विजेताओं को शामिल किया जाए। प्रदेश में 20 लाख घरों में तिरंगा लोगों द्वारा स्वयं लगाया जाना है। इतने बङे स्तर पर जन सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। खास तौर पर सोशल मीडिया का उपयोग किया जाए। सभी सरकारी वेबसाइट व सोशल मीडिया हैण्डल का प्रयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में हर घर तिरंगा अभियान कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा बनाकर अविलंब तैयारियां शुरू की जाएं। इसमें सभी विभाग मिलकर काम करें। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके परिवार जनों, स्वयं सेवी संस्थाओं, प्रबुद्ध जनों को भी कार्यक्रम से जोङा जाए। कांवङ यात्रियों को भी तिरंगा के लिए प्रेरित किया जाए।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूङी, सचिव संस्कृति श्री हरिचंद्र सेमवाल, निदेशक संस्कृति श्रीमती वीणा भट्ट व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

बजरंगी स्वाभिमान सेवा समिति पोखरी क्वीली ने मंदिर में चलाया सफाई अभियान, सावन मास में भक्तों ने लगाया जयकारा

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(डी पी उनियाल)

टिहरी (गजा), नरेन्द्रनगर विधासभा क्षेत्र के प्रसिद्ध कोटेश्वर महादेव मंदिर में बजरंगी स्वाभिमानी सेवा समिति पोखरी क्वीली के पदाधिकारियों व सदस्यों ने भागीरथी नदी के तट पर स्थित प्रसिद्ध कोटेश्वर महादेव मंदिर में आज सुबह सफाई अभियान चलाया।
सेवा समिति पोखरी क्वीली के संस्थापक जगत सिंह असवाल एवं अध्यक्ष जोत सिंह असवाल ने कहा कि पवित्र सावन मास में आज से कोटेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं इसलिए भक्तों के साथ ही समिति ने मंदिर परिसर व आसपास सफाई अभियान चलाया।
उन्होंने कहा कि सभी सदस्य रविवार शाम को ही मंदिर में पहुंच गए व सुबह ही मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ ही प्रांगण सहित मंदिर के अंदर भी गंगाजल से सफाई की गई। सोमवार सुबह को मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भी सहयोग किया। श्रद्धालुओं को बताया गया कि जब भी भंडारा आयोजित किया जाता है तो मंदिर में सफाई व्यवस्था का ध्यान रखना होगा।सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने का सुझाव दिया गया । यह प्लास्टिक व बोतलें नदी में बहकर गंगाजल को प्रदूषित करते हैं ।
बजरंगी स्वाभिमानी सेवा समिति हर साल मंदिरों में सफाई अभियान चलाती है इससे पहले घंटा कर्ण मंदिर क्वीली डांडा में भी सफ़ाई अभियान. चलाया गया । स्मरण रहे प्रसिद्ध कोटेश्वर महादेव मंदिर भागीरथी नदी के तट पर चाका के नीचे स्थित है यहां पर भागीरथी नदी उत्तर वाहिनी है , मंदिर में संतान प्राप्ति हेतु महिलाएं रातभर खड़े रहकर भगवान महादेव की पूजा करती हैं तथा मनोकामना पूरी होती है ।

सफाई अभियान में जगत सिंह असवाल,जोत सिंह असवाल, प्रताप सिंह,दौलत सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह,कमल सिंह,ताजबीर सिंह,बेताल सिंह,पूरण सिंह,देव सिंह, विद्या सिंह सहित दर्जनों पुरुषों महिलाओं ने प्रतिभाग किया। सेवा समिति के अध्यक्ष जोत सिंह असवाल ने कहा कि आगे भी सफाई अभियान चलाया जाएगा।

जिला पंचायत अध्यक्ष ने माधवाश्रम अस्पताल पहुंचकर मरीजों का जाना हाल

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रुद्रप्रयाग- जिला पंचायत अध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने आज कोटेश्वर स्थिति माध्यवाआश्रम अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजो से उनका हालचाल जाना व अस्पताल की ब्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ने अस्पताल प्रशासन से अस्पताल मे फैली अब्यवस्थाओं को दुरस्त करने को कहा।
आज शांय जिला पंचायत अध्यक्ष सुमंत तिवारी ने कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम राजकीय अस्पताल का निरीक्षण कियि उन्होंने सभी वार्डो के साथ.साथ लैब , मशीनों, शौचालय, बाथरूमो की सफाई व्यवस्थाओ का भी जायजा लिया।
उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजो से उनका हालचाल जाना व उन्हें हो रही असुविधाओं की जानकारी ली।
जिला पंचायत अध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने कहा कि उनका प्रयास हैँ कि जिले मे स्वास्थ्य, शिक्षा, जैसी बुनियादी जरूरतो मे बेहतर सुधार लाया जा सके इसके लिए हम मिलकर प्रयास करेंगे।

स्वास्थ सेवाएं धड़ाम! पिथौरागढ़ में महिला ने खेत में दिया बच्चे को जन्म, बच्चे की मौत

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(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, एक बार पुनः उजागर हुई सरकार की नाकामियां, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मामला सीमांत जनपद पिथौरागढ़ से सामने आया है जहां एक गर्भवती महिला को इलाज नहीं मिला तो उसको हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ अस्पताल भेजना था, लेकिन समय से हेलीकॉप्टर नहीं पहुंचा तो प्रसूता ने हेली पेड के पास एक खेत में बच्चे को जन्म दे दिया | जहाँ बच्चे की मौत हो गई लेकिन महिला की हालत गंभीर होने पर उसको पिथौरागढ़ अस्पताल को भेजा गया है ।

मामला पिथौरागढ़ के मुनस्यारी ब्लॉक के पातों गांव की है जहाँ 25 वर्षीय महिला को अचानक प्रसव पीड़ा हुई । जिसके बाद ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक हरीश धामी से हेलीकॉप्टर की मांग की जिस पर हरीश धामी ने तत्काल प्रशासन से वार्ता कर हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की, वहीं हेलीकॉप्टर ने मेडिकल टीम के साथ पातों से उड़ान भरी। लेकिन हेलीकॉप्टर आने में काफी देर हो गई महिला ने हेलीपैड के पास कितने बच्चों को जन्म दे दिया जहां उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि स्थानीय आशा कार्यकर्ती ने बताया कि प्रसूता महिला के बच्चा उल्टा फंस गया था जिससे महिला को घर पर डिलीवरी होना संभव नहीं था ऐसे में महिला को बड़े अस्पताल में डिलीवरी कराने की जरूरत थी । वही पूरी घटना के बाद से सरकार की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है, क्योंकि समय से महिला को हेलीकॉप्टर और स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पाई।

 

दारसा के सोबला क्षेत्र में पैदल पुल बहा, सात गांव का संपर्क कटा, बहने से दो की मौत

 

पिथौरागढ़, जनपद की धारचूला तहसील के दारसा के सोबला क्षेत्र में एक अस्थाई पुल के बहने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि इस पैदल पुल के बहने से क्षेत्र के कम से कम सात गांव का संपर्क शेष दुनिया से कट गए हैं।
उधर बरम में ग्राम पंचायत बरम निवासी जोगा राम उर्फ मोती राम 56 वर्ष पुत्र भूरी राम शनिवार को गोसी नदी किनारे लकड़ी बीनने गया था। इस दौरान पैर फिसलने से वह गोसी नदी में गिर गया और विशाल बोल्डर में गिरने से उसके शरीर पर गहरी चोट आ गई। आज सुबह जब ग्रामीण गोसी नदी के किनारे गए तो जोगा राम का शव नदी में नजर आया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना उप राजस्व निरीक्षक जीनत अंसारी को दी।
पटवारी ने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार जोगा राम शनिवार को लकड़ी लेने गोसी नदी किनारे गया था। दूसरी ओर तेजम तहसील के भैंसखाल गांव निवासी एक वृद्धा की रामगंगा नदी में बह कर मौत हो गयी |

3 हजार रु० के लिए दोस्त की हत्या कर शव जंगल में दफनाया, दोनों आरोपी दोस्त गिरफ्तार

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देहरादून। पटेल नगर थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने लापता युवक की हत्या करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों ने मात्र 3000 रुपये के लिए अपने ही एक दोस्त का गला दबाकर हत्या कर दी और जंगल में उसके शव को दफना दिया। एसएसपी दलीप सिंह कुमार ने मामले का खुलासा किया। 14 जुलाई को राजपाल कश्यप निवासी कारबारी ने शिकायत दर्ज कराई थी 9 जुलाई को उसका चचेरा भाई पवन कश्यप घर से कुछ देर में वापस आने को कह कर गया, लेकिन इसके बाद घर वापस नहीं आया। सूचना पर तत्काल पवन कश्यप की कोतवाली पटेल नगर पर गुमशुदगी का मुकदमा पंजीकृत किया गया। पवन की तलाश के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने आने जाने वाले मार्गों में लगे 13 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला.दो युवकों ने दोस्त को उतारा मौत के घाटइस दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में पवन दो लोगों के साथ जाता दिखाई दिया। जिसके बाद पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अंकित और विक्रम सिंह की पहचान की और दोनों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। एसएसपी ने बताया कि 14 जुलाई को पटेल नगर कोतवाली में पवन कश्यप की गुमशुदगी की शिकायत दी गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि गुमशुदा पवन के ही दो दोस्त अंकित और विक्रम ने उसे मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद इन दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि ₹3000 रुपये की लेनदेन विवाद में उन्होंने पवन की हत्या की थी। आरोपियों ने बताया कि पवन को दोनों पहले कारबारी गांव के जंगल के पास ले गए और शराब पिलाई। उसके बाद शराब के नशे में इन लोगों की आपस में कहासुनी शुरू हो गई। जिसके बाद दोनों दोस्तों ने मिलकर पवन का गला घोट दिया और शव को जंगल में ही दफना दिया। आरोपियों की निशानदेही पर पवन के शव को कारबारी जंगल के गड्ढे के अंदर से बरामद किया। घटनास्थल के पास से आरोपियों ने जिस लकड़ी से मिट्टी में गड्ढा खोदकर मृतक को दबाया गया था, वह लकड़ी भी बरामद की गई।
अभियुक्त गणो से बरामदगी
01- घटना मे प्रयुक्त लकड़ी
02- गुमशुदा मृतक का शव
03- गुलाबी रंग के टी शर्ट का टुकडा
04- चमडे की बैल्ट ब्राउन कलर
नाम व पता अभियुक्तगण –
01- अंकित पुत्र विरेन्द्र कश्यप निवासी कारबारी साईलोक कालोनी नया गाँव, उम्र 21 वर्ष।
02- विक्रम सिंह पुत्र स्व0 जगदीश सिंह निवासी कारबारी सांईलोक कालोनी नया गाँव, उम्र 33 वर्ष।
पुलिस टीम –
1- रविन्द्र सिह यादव, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पटेलनगर जनपद देहरादून।
2- हर्ष अरोडा, व0उ0नि0 कोतवाली पटेलनगर
3- उ0नि0 सनोज कुमार, चौकी प्रभारी बाजार कोतवाली पटेलनगर
4- उ0नि0 दीनदयाल रावत, कोतवाली पटेलनगर जनपद देहरादून 5- म0उ0नि0 ज्योति कन्याल, कोतवाली पटेलनगर
6- कानि0 नितिन कुमार, कां0 राजवीर भण्डारी, कां0 दिनेश भटट, कां0 विरेन्द्र ग्वाल, कां0 दीपक पवार, कां0 हितेष कुमार

ब्रैकिंग : उपनल ने पूर्व सैनिकों के लिये निकाली भर्तियां, 25 जुलाई तक ही कर सकते हैं आवेदन

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देहरादून, पूर्व सैनिकों को प्रायोजित करने के लिए उपनल द्वारा एम्स ऋषिकेश जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में सुरक्षा सेवाएं दिये जाने हेतु डीजीआर आधारित अनुबंध हासिल किया है, जिसमें 500 सुरक्षा कर्मियों को 01 अगस्त 2022 से दो वर्षों के लिए प्रायोजित किया जाना है, जिसका विवरण निम्नवत है :

(क) सशस्त्र सुरक्षा गार्ड 15
(ख) सामान्य सुरक्षा गार्ड 455 जिसमें 50 महिला गार्ड शामिल हैं।
(ग) सुपरवाईजर (पर्यवेक्षक) 30 जिसमें 03 महिला गार्ड शामिल हैं।

2 परिसर की सुरक्षा के लिए एम्स ऋषिकेश में तीन (03) पारियों में चौबीसों घण्टे सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जायेगा।

3. पदों हेतु आवेदन करने कि लिए आवेदक शारीरिक रूप से स्वस्थ, अनुशासित, विनम्र, दिना किसी आपराधिक रिकार्ड के होना आवश्यक है। चयन के समय मेडिकल चेकअप और पुलिस सत्यापन होना अनिवार्य है। चयन हेतु निम्नलिखित दस्तावेज तैयार रखने होंगे, जिनका उपनल / एम्स ऋषिकेश द्वारा भर्ती से पूर्व निरीक्षण किया जायेगा

(क) डिस्चार्ज बुक
(ख) पीपीओ।

(ग) पहचान पत्र

(घ) पैन कार्ड |

(ड) आधार कार्ड।

(घ) दो पासपोर्ट साइज फोटो।

(छ) मूल निवास प्रमाण पत्र।

उक्त सुरक्षा कर्मियों को वेतन डीजीआर द्वारा निर्धारित दरों के अनुसार देय होगा जो सम्भावित प्रतिमाह निम्नानुसार होगा

(क) सामान्य सुरक्षा गार्ड Rs23,000/
(ख) सशस्त्र सुरक्षा गार्ड Rs.26,000/
(ग) सुपरवाईजर (पर्यवेक्षक)Rs27,000/

6. उपरोक्त मानदंडों को पूरा करने वाले इच्छुक पूर्व सैनिक निम्नलिखित दूरभाष नम्बरो एवं ईमेल पर सम्पर्क कर सकते है

(क) 0135-2750178

(ख) 9639009659.

(ग) [email protected]

बता दें कि, उपनल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इन पदों पर आवेदन करने के लिए पूर्व सैनिकों को शारीरिक रूप से स्वस्थ, अनुशासित, विनम्र, बिना किसी आपराधिक रिकॉर्ड के होना आवश्यक है।

पुलिस सत्यापन होना अनिवार्य है और चयन के लिए जो दस्तावेज की आवश्यकता है, उसमें डिस्चार्ज बुक, पीपीओ, पहचान पत्र, पैन कार्ड, आधार कार्ड, दो पासपोर्ट साइज फोटो और मूल निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ेगी।

चयन हेतु पहले आओ पहले पाओ की नीति अपनाई जाएगी। दिनांक 25 जुलाई 2022 के उपरान्त कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा।

सूबे में 1.84 करोड़ लोगों को लगी वैक्सीनः डॉ0 धन सिंह रावत

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देहरादून, राज्य में कोविड़ वैक्सीनेषन की रफ्तार जारी है। कोरोन को जड़ से खत्म करने के लिये राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। सूबे में अब तक 1.84 करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज लगाई गई है। प्रदेष में शत-प्रतिषत लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है जबकि दूसरी डोज 94.7 फीसदी लोगों को लग चुकी है। जो कि राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले कहीं अधिक है। भारत सरकार के कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव के तहत राज्य में 18 से 59 आयु वर्ग के सभी लाभार्थियों को निःषुल्क प्रिकॉषन डोज दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने देषभर में संचालित कोविड वैक्सीनेषन के दुनिया के सबसे बड़े और सफल अभियान के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का आभार जताया।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा षिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने बताया राज्य में कोविड़ महामारी को जड़ से खत्म करने लिये सरकार द्वारा सफल प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 15 जुलाई 2022 तक सूबे में 1.84 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगाई गई है। डॉ0 रावत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित वैक्सीन अभियान के तहत राज्य में शत-प्रतिषत लोगों को पहली डोज़ लगाई गई है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह आंकड़ा 95.7 प्रतिषत है। उन्होंने बताया कि बागेष्वर में 108.26, चमोली में 105.31, देहरादून में 110.07, नैनीताल में 101.17, पौड़ी गढ़वाल में 105.58, पिथौरागढ़ में 102.31, रूद्रप्रयाग में 105.83, टिहरी गढ़वाल में 100.26, उत्तरकाषी में 102, अल्मोड़ा में 99.26, चम्पावत में 99.18, ऊधम सिंह नगर में 96.60 एवं हरिद्वार जनपद में 96 फीसदी पात्र लाभार्थियों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। डॉ0 रावत ने बताया कि वैक्सीन की पहली डोज लगाने वाले लोगों में से 94.7 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगा दी गई है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 86.9 फीसदी लोगों को दूसरी डोज दी गई है। जो कि राष्ट्रीय स्तर से कहीं ज्यादा अधिक है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में 15 से 17 आयु वर्ग के 84.1 फीसदी लोगों को पहली डोज लगी जबकि 83.6 फीसदी लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है। राष्ट्रीय स्तर पर 15 से 17 आयु वर्ग के 82.2 फीसदी लोगों को पहली एवं दूसरी डोज लगाई गई है। डॉ0 रावत ने बताया कि इसी प्रकार राज्य में 12 से 14 आयु वर्ग के 97.4 फीसदी युवाओं को कोविड की पहली खुराक मिल चुकी है जबकि 68.1 फीसदी युवाओं ने दूसरा टीका भी लगा दिया है। राष्ट्रीय स्तर पर इस आयु वर्ग में क्रमषः 80.5 फीसदी एवं 68.6 फीसदी युवाओं का वैक्सीनेषन किया जा चुका है। डॉ0 रावत ने बताया कि इसके अलावा हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स एवं 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 94.2 फीसदी लोगों को प्रिकॉषन डोज लगाई जा चुकी है। इसके साथ ही कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव के तहत राज्य में 18 से 59 आयु वर्ग के लाभार्थियों को निःषुल्क प्रिकॉषन डोज लगने शुरू हो गये हैं। डॉ0 रावत ने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है इस महामारी को खत्म करने के लिये सभी लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि महामारी को को खत्म करने के लिये सभी का वैक्सीनेषन होना आवष्यक है।

 

मुख्यमंत्री धामी की टीम लेने लगी आकार, राजेश सेठी पीआरओ बनाये गएMay be an image of 1 person and standing

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की टीम धीरे धीरे आकार लेने लगी है । कुछ दिन पहले सलाहकार एवं ओएसडी की नियुक्ति के बाद आज सीएम ने राजेश सेट्ठी को अपना पीआरओ नियुक्त किया है । गौरतलब है कि राजेश सेट्ठी संघ पृष्ठभूमि से आते हैं और संघ परिवार की राज्य में हमेशा से ही पहली पसंद रहे हैं । इससे पूर्व सेठी निशंक सरकार, खंडूरी सरकार, पुष्कर सरकार एवं तीरथ सरकार में ओएसडी व पीआरओ रह चुके हैं । इसके अतिरिक्त वह केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी व महेन्द्र पांडेय के साथ बतौर पीआरओ सेवाएं दे चुके है । राजनीतिक, सांगठनिक व प्रशासनिक सेवाओं में कार्य करने का लम्बा अनुभव देखते हुए राजेश सेट्ठी सीएम धामी की पसंद बने हैं ।

 

घनसाली में भी हर्षोल्लास से मना हरेला पर्व, छात्रों, अभिभावकों, व्यापार मंडल और अधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों ने किया वृक्षारोपण

टिहरी, घनसाली क्षेत्र के तमाम स्कूल कॉलेजों के छात्र छात्राओं, अध्यापकों एवं स्थानीय लोगों ने हरेला पर्व पर वृक्षारोपण किया। घनसाली सरस्वती शिशु मंदिर, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज घनसाली के छात्र छात्राओं, व्यापार मंडल, वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के अलावा ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू की शिक्षिकाओं के द्वारा उपजिलाधिकारी घनसाली के. एन.गोस्वामी की उपस्थिति में घनसाली एवं,फलेंडा गाँव में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाया।

इसके साथ, इंटर कालेज घुत्तू, कुमसिला भिलंग्, बालिका इंटर कालेज बहेड़ा, इंटर कालेज घुमेटीधार, केमरा केमर, चमियाला, बिनकखाल, कोट बिशन बूढ़ाकेदार, नौल बासर , सरस्वतीसैन, चंद्रेश्वर् सैन, कोन्ति किरेथ नागेश्वर सैन, सहित क्षेत्र के सभी छोटे बड़े कस्बों और आस पास के सभी शिक्षण संस्थानों और बन कर्मियों के साथ स्थानीय नागरिकों, समाज सेवियों ने विभिन्न टोलियों के साथ,राजस्व तथा, बन क्षेत्रों में भी बृक्षारोपण किया गया।

पर्यावरण प्रेमी बिलेश्वर झल्डियाल ने अपने चेतावनी भरे संदेश में आगाह करते हुए कुछ इस तरह से कहा कि — जिन पौधों को रोपा जा रहा है, उनको पानी देकर संरक्षण की जिमेदारी भी होनी चाहिए नहीं तो उन्हें नर्सरी से उखाड़ा जाना गलत है। इसलिए वृक्षारोपण के साथ रोपे गए वृक्षों की देखभाल फूलने फलने तक होनी जरूरी है।

राज्य सरकार को इस ओर बहुत गंभीरता से निर्णय लेने की आवश्यकता है कि हमारे द्वारा संरक्षित बन बन क्षेत्रों और हमारे वृक्ष हमारे लिए अभिशापित न हों। स्थानीय नागरिकों को उन पर पूर्ण अधिकार हो। पहाड़ के लोगों का वन और पर्यावरण से हमेशा अटूट रिश्ता रहा है। इसलिए बन कानूनों की आड़ पर, पहाड़ वासियों के विकास कार्यों में आड़े आ रहे बन कानूनों को समाप्त किए जाने आवश्यक हैं।

दूसरी ओर सुदूर मुंबई से कौथिग के मंच के संचालक/अध्यक्ष श्री केशर सिंह बिष्ट ने, उत्तराखंड राज्य- खास कर पर्वतीय क्षेत्रों की ओर अपना इसारा करते हुए, संदेश प्रेषित कर कहा कि, हमे अपने तीज़ और- त्योहारों को भी सरंक्षित रखने की आवश्यकता तो है ही,साथ ही हरा भरा उत्तराखंड की चिंता करने से अधिक आज, अपनो के हाथों से ही लूटते पिटते उत्तराखंड पर गौर करने की आवश्यकता है।

 

एम्स निदेशक डॉ. मीनू सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी से की शिष्टाचार भेंटMay be an image of 2 people, people standing, flower and indoor

ॠषिकेश, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश की नवनियुक्त निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह ने आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण से देहरादून स्थित उनके शासकीय आवास पर शिष्टाचार भेंट की| इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने एम्स ऋषिकेश में निदेशक पद का पदभार ग्रहण करने पर डॉ मीनू सिंह को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस मुलाकात के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने निदेशक से एम्स ऋषिकेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं संबंधित गतिविधियों पर बातचीत की। निदेशक ने एम्स ऋषिकेश में वर्तमान में विश्वस्तरीय सुविधाओं, हाईटेक मशीनों एवं विशेषज्ञ डॉक्टरों के बारे में जानकारी दी|विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि एम्स ऋषिकेश में पहाड़ से उपचार कराने के लिए पहुंचे मरीजों को त्वरित गति से चिकित्सीय लाभ दिया जाना आवश्यक है साथ ही आम जनमानस को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो यह सुनिश्चित किया जाना भी जरूरी है| विधानसभा अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की निदेशक के पद पर रहकर डा. मीनू सिंह एम्स ऋषिकेश की स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगी।

 

क्षतिग्रस्त रोड़ की मरम्मत ना होने तक वैकल्पिक रूप में पुराने मार्ग को खोलने की माँग को लेकर कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने ज़िलाधिकारी को भेजा ज्ञापन

ॠषिकेश, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने पार्षदगणों के साथ ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के समीप रोड में बड़े बड़े गड्डों में लोगों के चोटिल होने के कारण क्षतिग्रस्त रोड़ की मरम्मत ना होने तक बैकल्पिक रूप में पुराने मार्ग को खोलने की माँग को लेकर ज़िलाधिकारी देहरादून को मेल के माध्यम ज्ञापन भेजा गया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि नटराज चौक से रेलवे स्टेशन जानी वाली सड़क पर जगह जगह गड्ढे होने पर स्थानिय निवासियों को बहुत असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है व चोटिल हो रहे हैं क्योंकि इस मार्ग पर बहुत अधिक ट्रेफ़िक भी है यहाँ से एंबुलेंस के माध्यम से मरीजों का भी आवागमन अधिक मात्रा में होता हैं इन गड्ढों से कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है इसलिये कांवड यात्रा को देखते हुऐ इस मार्ग की जब तक मरम्मत नहीं हो जाती तब तक वैकल्पिक मार्ग को खोला जाय ।
पार्षद एडवोकेट राकेश सिंह ने कहा कि इस खस्ताहाल सड़क के कारण क्षेत्रीय लोग प्रगति विहार, इंदिरा नगर, आशुतोष नगर, समस्त शहरवासी आए दिन चोटिल हो रहे हैं लेकिन ना रेलवे विभाग टूटी सड़क संज्ञान ले रहा है नहीं पीडब्ल्यूडी इसे बना रहा है, अगर शीघ्र इस क्षतिग्रस्त मार्ग को ठीक नहीं किया गया तो समस्त क्षेत्रीय जनता आंदोलन करेगी, और जब तक पुरानी मार्ग की मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक पुरानी रोड खोली जाए ।
ज्ञापन देने में पार्षद भगवान सिंह पंवार, पार्षद जगत सिंह नेगी के हस्ताक्षर हैं।

शक की कुंठा : पति ने रात में सोती पत्नि का गला घोट उतारा मौत के घाट, सुबह आत्म समर्पण करने पहुँचा थाने

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हरिद्वार, इन्सान के दिमाग पर अगर शक बैठ जाय तो वह उसी कुंठा में रहते हुये हैवानियत जैसे कार्य कर देता, ऐसा ही एक मामला हरिद्वार जिले के लक्‍सर से आया है, जहां में रात के समय शक्की पति ने घर में सो रही अपनी पत्नी को गला घोट कर मार डाला और सुबह खुद थाने पहुंच कर आत्म समर्पण कर दिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसी वजह से दोनों के बीच आए दिन झगड़ा होता था। जिसके चलते रात्रि में सो रही पत्नी को चुन्नी से गला घोट कर मार डाला। पुलिस ने आरोपी पहित को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मिली जानकारी के मुताबिक खानपुर थाना क्षेत्र के डुमनपुरी गांव निवासी बबलू की शादी कनखल थाना क्षेत्र के जमालपुर गांव निवासी सुशीला के साथ हुई थी। शादी के बाद सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से पति पत्नी के बीच अनबन चल रही थी। पति पत्नी के चरित्र पर शक करता था। जिसके चलते दोनों में अक्सर विवाद होता रहता था।
शनिवार की रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। जिस पर सो रही पत्नी को पति ने चुन्नी से गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया और सुबह होने पर वह खुद खानपुर थाने पहुंच गया। पुलिस को सूचना दी कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है। जिस पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया तथा मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया।

बताया गया कि मृतका की बबलू के साथ दूसरी शादी थी। उनके 10 व 12 वर्ष के दो बच्चे हैं। सूचना मिलने पर मृतका के स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। थानाध्यक्ष अरविंद रतूड़ी ने बताया कि पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतका के भाई सुशील ने घटना को लेकर बबलू के खिलाफ तहरीर दी है। जिस पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

बाघ का शिकार बने युवक का केवल हाथ बरामद, घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया नेशनल हाइवे पर जाम, पूर्व मुख्यमंत्री भी फंसे जाम में

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रामनगर। बीती रात बाइक सवार युवक को बाघ द्वारा अपना शिकार बनाए जाने की घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार की सुबह घटना के विरोध में नेशनल हाइवे पर चक्का जाम कर दिया। इस जाम में अल्मोड़ा से वापस लौट रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी फंसे रहे। रावत ने मुख्यमंत्री सहित कई अधिकारियों से बात कर हमलावर बाघ को पकड़कर ग्रामीणों को बाघ के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग की। दूसरी ओर वन-विभाग की कई टीमों द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान बाघ के शिकार बने युवक का एक हाथ ही बरामद किया जा सका है। बाघ का शिकार बने युवक के परिजन भी हसनपुर (अमरोहा) से रामनगर पहुंच चुके हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद निवासी अफसारूल नाम के युवक को अल्मोड़ा-नैनीताल जिले की सीमा पर पर स्थित मोहान इंटर कॉलेज के पास एक बाघ नेशनल हाइवे पर ही उनकी बाइक पर हमला करके जंगल में उस समय उठा ले गया था जब वह अपने अनस नामक दोस्त के साथ नैनीताल, अल्मोड़ा घूमने के बाद बाइक से इस क्षेत्र से गुजर रहा था। निकट कालागढ़ टाइगर रिजर्व की मंदाल रेंज व रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज के बीच गुजरने वाले इस नेशनल हाइवे से गुजरती इन युवकों की बाइक पर हमला करने के बाद बाघ बाइक के पीछे बैठे अफसारुल को खींचकर कोसी रेंज के घने जंगल में ले गया था। जबकि हादसे से हक्का-बक्का अनस मौके पर चीखता-चिल्लाता ही रह गया था। चलती बाइक से बाघ द्वारा युवक को उठाकर जंगल में ले जाए जाने की घटना की जानकारी मिलने पर रात में ही बाघ द्वारा ले जाए गए युवक की तलाश में सर्च अभियान छाया गया था जिसमें अंधेरे की वजह से कोई सफलता नहीं मिली थी। अलबत्ता हाईवे से 50 मीटर की दूरी पर अफसारुल का खून से सना बैग और मोबाइल बरामद कर लिया गया था।

रविवार की सुबह घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने हमलावर बाघ को पकड़ने की मांग करते हुए नेशनल हाइवे 309 पर चक्का जाम लगा दिया। बाघ के हमले के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित ग्रामीणों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग पर लापरवाही का भी आरोप लगाया। क्षेत्र में लगातार बाघों के बढ़ते हमले को लेकर ग्रामीणों में दहशत पसरी हुई है। हाईवे पर लगे इस जाम की वजह से कुमाउं-गढ़वाल का रामनगर से यातायात ठप्प हो गया। तमाम यात्रियों के साथ ही पर्यटक भी इस जाम में फंसे रहे। इसी जाम में अल्मोड़ा से रामनगर की ओर वापस लौट रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी जाम में फंस गए। ग्रामीणों की मांग को जानकर रावत भी अपने वाहन से निकलकर ग्रामीणों के साथ ही सड़क पर बैठ गए। रावत से ग्रामीणों ने बाघ के लगातार बढ़ते हमले और विभाग द्वारा कोई भी सुरक्षा व्यवस्था न करने की शिकायत भी की। रावत ने इस दौरान फ़ोन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व जिलाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कर हमलावर बाघ को जल्द से जल्द पकड़ने की अपील भी की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से आदमखोर बाघों से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने को भी कहा। करीब दो घण्टे के बाद में अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीणों ने जाम हटा दिया। उसके बाद हाइवे पर यातायात सुचारू हो गया। दूसरी ओर वन-विभाग की टीम द्वारा बाघ का शिकार बने युवक की तलाश में चलाए गए अभियान के दौरान टीम को घटनास्थल से करीब एक किमी. की दूरी पर कोसी रेंज के जंगल में युवक का एक हाथ बरामद हुआ है।

वाह रे सरकार….! नल में जल नहीं, घर में पानी ही पानी, बदतर हालातों में जीने को मजबूर हैं कंडोली निवासी

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देहरादून, आजकल स्मार्ट सिटी के नाम पर पूरा देहरादून खुदा पड़ा है, किसी भी अधिकारी और राजनेता, जन प्रतिनिधियों की आंखों से यह सब ओझल है, क्या हो सभी को मालूम है विकास हो रहा है, वाह रे…. सरकारी अधिकारी, शांत बैठे हैं देख रहे हैं कि विकास हो रहा….! ऐसा ही कुछ विकास आजकल सहस्त्रधारा रोड़ से लगे कंडोली चिडौंवाली क्षेत्र में भी चल रहा है, जहां सड़क पर आधे अधूरे पड़े सीवर लाइन निर्माण कार्य के चलते स्थानीय लोग बदतर हालातों में जीने को मजबूर हैं। यहां के हालात इतने दयनीय बन हुए हैं कि सड़क के दोनों और पानी की लाइन और नालियां क्षतिग्रस्त होने के कारण घरों के नल सूखे पड़े हैं और सड़क पर बह रहा बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। स्थानीय लोगों में प्रशासन और निगम के खिलाफ गुस्सा पूरे चरम पर है।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ माह पहले कंडोली चिड़ौंवाली सड़क पर सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था। लाइन बिछाने के बाद सड़क पर कंकरीट बिछाकर मिट्टी बिछा दी गई। बदहाल सड़क के दोनों और क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन और टूटी हुई नालियों से बरसात का पानी घरों में घुस जाता है। यह पानी उनके घरों की नींव के लिए भी खतरा बन रहा है।

गड्ढों में जमा पानी दे रहा बीमारियों को न्योता :

स्थानीय निवासी आनन्द रावत और विनोद नेगी कहते हैं कि बारिश के मौसम में जहां एक ओर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग डेंगू और अन्य बीमारियों से बचने के लिए घरों के आसपास पानी जमा ना रहने देने के लिए जागरूक कर रहा है वहीं दूसरी ओर उनके घर के सामने की सड़क पर बारिश के बाद सड़क के गड्ढों में जमा पानी की सुध लेने वाला कोई नहीं है। हर रोज दोपहिया वाले इस सड़क पर गिरकर चोटिल हो रहे हैं।

दीवार ढहने से कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा :

कंडोली मोहल्ला समिति के अध्यक्ष सुभाष नौडियाल का कहना है कि सीवर लाइन निर्माण करवा रहे ठेकेदार ने खोदी गई सड़क का सारा मलवा और पाइप सड़क के किनारे एक खाली प्लॉट में डंप कर दिये हैं। प्लॉट की दीवार के सड़क पर ढहने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

नालियों की नियमित सफाई की मांग :

कंडोली के वाशिंदे हरीश भट्ट, सुरेन्द्र चौधरी आदि का कहना है कि मोहल्ले के ज्यादातर लोग जागरूक हैं निगम के सफाई कर्मियों के भरोसे न रहकर वे स्वयं अपने मोहल्ले की सफाई करते रहते हैं। मगर सीवर लाइन निर्माण के चलते बारिश में क्षतिग्रस्त नालियां जगह-जगह चोक हो जाती हैं। उन्होंने क्षेत्र के पार्षद से बरसात के मौसम नालियों की नियमित सफाई करवाने की मांग उठाई है।