Friday, May 2, 2025
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अंन्तोदय राशनकार्ड धारकों को वर्ष में निशुल्क मिलेगें तीन गैस रिफिल

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रुद्रप्रयाग- जनपद में अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत वर्ष में तीन गैस रिफिल निःशुल्क दिए जाएंगे इसके लिए जनपद के सभी अंत्योदय कार्डों को उनके गैस कनेक्शन से मैप (जोड़ा) जा चुका है। साथ ही इनकी सूची सभी संचालित गैस एजेंसियों, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारियों व पूर्ति निरीक्षकों को भी उपलब्ध करा दी गई है।
जिला पूर्ति अधिकारी के. के. अग्रवाल ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को चार माह में एक रिफिल निःशुल्क उपलब्ध कराए जाने हेतु आॅयल कंपनियों को धनराशि एडवांस रोलिंग के रूप में उपलब्ध कराई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रथम गैस रिफिल अप्रैल से जुलाई के मध्य, द्वितीय अगस्त से नवंबर के मध्य तथा तृतीय दिसंबर से मार्च के मध्य निःशुल्क गैस रिफिल दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पात्र उपभोक्ताओं को आधार कार्ड, राशन कार्ड, गैस की पास बुक व बैंक खाता नंबर उनसे संबंधित गैस एजेंसी में पूरा मूल्य सहित जमा कर गैस रिफिल कराना होगा जिसके बाद रिफिल की धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में आॅयल कंपनियों द्वारा हस्तांतरित की जाएगी। उन्होंने जनपद के सभी अंत्योदय राशन कार्ड धारकों से अपील करते हुए कहा कि वे संबंधित गैस एजेंसियों से संपर्क स्थापित करते हुए निःशुल्क गैस रिफिल जुलाई, 2022 में ही प्राप्त कर लें।

इंसानियत हुई शर्मसार : बेटे का शव गोद मे लेकर घूमता रहा बाप, डॉक्टर ने 3 हज़ार रुपए लेकर किया था ऑपरेशन

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कौशांबी, यूपी के कौशांबी जिले से ऐसी खबर आ रही जिसने इंसानियत की पराकाष्ठा को तार तार कर दिया, जिला अस्पताल में शनिवार को एक शर्मनाक घटना सामने नजर आई है। पिता का आरोप है की 3 हजार रुपये लेकर डॉक्टर ने मासूम का ऑपरेशन किया। जिसके बाद मासूम की मौत हो गई तो शव बाहर निकाल दिया गया। शव को लेकर पिता तीन घंटे तक जिला अस्पताल परिसर में भटकता रहा। किसी तरह से जिला अस्पताल प्रशासन ने शव वाहन मुहैया कराया उसे घर तक पंहुचाया। चित्रकूट के रैपुरा के करौंधी कला निवासी रामलाल के बेटे दीपांशु (5) के सीने में फोड़ा था। तीन दिन पहले रामलाल अपने बेटे को लेकर जिला अस्पताल आए। डॉक्टरों ने जांच की। इसके बाद एक सर्जन ने ऑपरेशन करने के लिए तीन हजार रुपये मांगे। आरोप है कि शुक्रवार को तीन हजार रुपये लेने के बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन किया। शनिवार को अचानक मासूम की तबीयत बिगड़ गई। जब तक परिजन व वार्ड का स्टाफ कुछ समझ पाता, मासूम ने दम तोड़ दिया। मासूम की मौत के बाद शव को बाहर निकाल दिया गया। रामलाल बेटे का शव गोद में लिए इधर-उधर भटकता रहा। कई मर्तबा उसने जिला अस्पताल प्रशासन से शव वाहन की मांग की, लेकिन टालमटोल किया गया। वह करीब तीन घंटे तक बेटे का शव गोदी में लिए रोते हुए इधर से उधर भागता रहा। उसकी आंखों का आंसू देखकर अस्पताल में मौजूद लोग भी गमजदा हो गए थे, लेकिन अस्पताल के जिम्मेदारों का दिल नहीं पसीजा। सभी लोग इस पूरे मामले से पीछा छुड़ाना चाह रहे थे।
मीडियाकर्मी पहुंचे तो रामलाल को नई बिल्डिंग की ओर से बुलाया गया। करीब दो सौ मीटर दूर बुलाकर उसको शव वाहन में बैठाकर चित्रकूट ले जाया गया।
मृतक का पिता राम लाल ने कहा कि मैंने उसका चेकअप करवाया एक्सरा करवाया बाद में मैं सोचा कि उसको फोड़ा हो गया उसके शरीर पर पूरा लाल पड़ गया था। इसके बाद हम लोगों को अंदरूनी की जानकारी नहीं मिली। हम लोग डॉक्टर के पास ले गए मंझनपुर जिला अस्पताल वहां पर उसका ऑपरेशन हुआ ऑपरेशन के लिए पैसा मांगा गया हम लोगों ने पैसा भी दिया उसका ऑपरेशन हुआ उसको हमने ₹3000 दिया गया इसके बाद 2 दिन सही था आज सुबह में भी सही था और उसकी पट्टी चेंज करने के लिए थोड़ा साफ सफाई कर दें। साफ सफाई करने के समय में उसको भावनाएं बच्चा था रो रहा था उसके बाद उसकी आंखें बंद हो गई तुरंत उसको जल्दी-जल्दी ऑक्सीजन के लिए ले गए और हमको बाहर कर दिया गया। अब इसके अंदर उन्होंने क्या कार्रवाई की नहीं की क्या किया डॉक्टर लोग काफी तक भागदौड़ कर रहे थे। हम लोगों को कुछ भी पता नहीं चल पाया। जिसके ठीक 10 मिनट बाद डॉक्टरों ने कहा कि आपका बच्चा खत्म हो चुका है इसके बाद हम लोगों को बाहर निकाल दिया। उन्होंने बताया कि मीडिया के पहुंचने पर हम लोग जब वीडियो बनाने लगे तो बोले वहां पर सरकारी एंबुलेंस खड़ी है उसमें भाड़ा नहीं लगेगा तब हम लोगों के वहां से वह एंबुलेंस में बैठाया गया तो हमारे गांव में भेजा गया।

वहीं इस मामले में सीएमओ सुपेन्द्र कुमार ने बताया की आज संपूर्ण समाधान दिवस मंझनपुर में था अभी ऑफिस में आया हूं तो मीडिया के द्वारा मुझे पता चला एक जिला अस्पताल में एक बच्चे की मृत्यु हो गई थी और कोई एंबुलेंस नहीं मिली। इसकी मैं एक जांच कराऊंगा। सीएमएस के द्वारा अक्षय लूंगा संबंधित लोग हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी कि भविष्य में इस तरह की बात ना जो हमारे जनता है उनको जितनी स्वास्थ्य सेवाएं जो सरकार ने निर्धारित किए हैं उन सब को उपलब्ध हो इन संबंध में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में प्राइवेट एंबुलेंस नहीं होनी चाहिए इसकी भी जांच कर की जाएगी। मैं इसके संबंध में एक रिपोर्ट मंगा रहा हूं जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

फिल्म उद्योग से जुड़े प्रदेश के कलाकारों ने की सीएम धामी से की भेंट

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मंगलवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में फिल्म उद्योग से जुड़े प्रदेश के कलाकारों ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में सरकार द्वारा फिल्मों को बढ़ावा दिया जा रहा है। फिल्म निर्माण के क्षेत्र में फिल्म जगत से जुड़े लोगों के जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उन सभी सुझावों पर विचार किया जायेगा। प्रदेश में फिल्मों के विकास एवं कलाकारों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिगत राज्य में फिल्म नीति बनाई गई है।

इस अवसर पर फिल्म उद्योग से जुड़े कलाकारों ने प्रदेश में फिल्म सिटी की स्थापना देहरादून शहर के 30 से 40 किमी. के दायरे में किए जाने एवं फिल्म निर्माण से संबंधित गतिविधियों के लिए सब्सिडी बढ़ाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा दोनों मांगों पर विचार कर उचित निर्णय लिया जाएगा।

इस अवसर पर प्रदेश के फिल्म क्षेत्र से जुड़े श्री गणेश विरान, श्री बलराज नेगी, श्री अनुज जोशी, श्री अशोक चौहान, श्री प्रदीप भण्डारी एवं अन्य कलाकार उपस्थित थे।

पुस्तक BEYOND THE MISTY VEIL , Temple Tales OF Uttarakhand का मुख्यमंत्री धामी ने किया विमोचन

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सुश्री आराधना जौहरी ( से.नि. आईएएस ) द्वारा उत्तराखण्ड के मंदिरों पर लिखी गई पुस्तक BEYOND THE MISTY VEIL , Temple Tales OF Uttarakhand का विनोचन किया। कार्यक्रम का आयोजन सीएम कैम्प कार्यालय देहरादून स्थित मुख्य सेवक सदन में किया गया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पुस्तक की लेखिका सुश्री आराधना जौहरी को बधाई देते हुए कहा कि यह पुस्तक देश-विदेश में उत्तराखंड के दिव्य मंदिरों के एक प्रामाणिक परिचय के रूप में जानी जाएगी। इस पुस्तक से लोगों को बेहतरीन जानकारी मिलेगी। पुस्तक की सामग्री से जाहिर होता है कि लेखिका ने इसमें कितनी मेहनत की है। देवभूमि उत्तराखण्ड के पौराणिक मंदिरों पर आधारित पुस्तक हमें अपनी संस्कृति और माइथोलाॅजि के बारे मे अवगत कराती है। लेखिका सुश्री आराधना जौहरी जी ने अपने सेवाकाल में बतौर नैनीताल डीएम बहुत से विशिष्ट कार्य किये। अब पुस्तक लेखन द्वारा योगदान दे रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुस्तक से उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लोगों को अनगिनत मंदिरों और उनसे जुङी लोक गाथाओं के बारे में पता चलेगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की सरकार विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु मानसखंड कॉरिडोर पर कार्य कर रही है। प्रयास है कि विभिन्न धार्मिक सर्किटों का विकास किया जा सके। चारधाम के अलावा भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा इसके तहत हम राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाले मुख्य मंदिरों को आपस में जोड़ेंगे एवं सर्किट के रूप में विकसित करके धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने जीवन में विशिष्ट कार्य कर अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए, जिससे हम समाज में अपनी अलग पहचान बना सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें देवभूमि उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। इसके लिये सभी विभागों को रोडमैप तैयार करने को कहा गया है। सभी को मिलकर अपना योगदान करना है।

पुस्तक की लेखिका सुश्री आराधना जौहरी ने कहा की देवभूमि उत्तराखंड में उन्होंने शिक्षा प्रारंभ की। उनके पिताजी नैनीताल के डीएम रहे।फिर 30 साल बाद वे स्वयं यहाँ की डीएम रहीं। देवभूमि को सेवाएं देना सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा नैनीताल में पोस्टिंग के दौरान देवभूमि की संस्कृति यहां के मंदिरों लोक देवताओं को करीब से जानने का मौका मिला। वे स्वयं मंदिरों तक गई और वहां की तमाम जानकारियां पुस्तक में देने की कोशिश की है। उनकी यात्रा उतनी ही सुन्दर रही जितनी सुंदर मंजिल थी। यहां का स्थापत्य, इतिहास, लोकगाथाएं, माइधोलाॅजी अद्भुत है। एक पुस्तक में इतनी बातों को समेटना आसान नहीं था। तीन सौ पृष्ठ की पुस्तक में तीन वर्ष तक शोध किया। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य में चारधाम के अतिरिक्त भी धार्मिक पर्यटन की अपार संभावना है। यह पुस्तक इसमें सहायक होगी।

इस दौरान पूर्व मुख्य सचिव श्री इंदुकुमार पाण्डे, पूर्व मुख्य सचिव श्री शत्रुघ्न सिंह, पुस्तक के प्रकाशक श्री प्रभात, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, डीजीपी श्री अशोक कुमार, पूर्व डीजीपी श्री अनिल कुमार रतूड़ी सहित अन्य अधिकारी व विशिष्ट जन उपस्थित थे।

आम जनमानस की शिकायतें उच्च स्तर तक पहुंचती है तो समस्त अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर लगाता है प्रश्नचिन्ह : जिलाधिकारी

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देहरादून, जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि सप्ताह में प्रत्येक सोमवार प्रातः 11 बजे से 1 बजे तक जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को जनसुनवाई कार्यक्रम में पूर्ण तैयारी के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए, आज आयोजित कार्यक्रम में 20 शिकायतें प्राप्त हुई। आज जनसुनवाई में भूमि, पुलिया निर्माण, पेट्रोल पम्प लगाए जाने, पुस्ते, रोजगार, रास्ते, स्वास्थ्य, लोन माफी आदि से संबंधित प्राप्त हुई।
प्राप्त हुई शिकायतों में शिकायतकर्ता मंगतराम पूर्व प्रधान ग्राम सिलाड़, त्यूनी द्वारा पुलिया निर्माण, मनोज सेलाकुई द्वारा सम्पत्ति पर कब्जा संबंधी शिकायत, रमेश कुमार दत्ता पंण्डितवाड़ी द्वारा उनका रास्ता बंद करने संबंधी शिकायत, मायादेवी शास्त्रीनगर अधोईवाला द्वारा लोन माफी, सीता देवी, तेलपुर माफी द्वारा शिकायत की गई वह गर्भवती महिला है उनको दून चिकित्यालय से कोरोनेशन जाने को कहा गया है किन्तु रैफर नहीं किया जा रहा है जिसको गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी प्रकरण को देखते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को शिकायतें हस्तान्तरण करते हुए शिकायतों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए तथा जो शिकायतें शासन स्तर की है, उनको निस्तारण के लिए शासन से पत्राचार करें।
जिलाधिकारी सोनिका ने मौके पर ही सभी शिकायतकर्ताओ की समस्याओं को तत्परता से सुना तथा समस्याओं का निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की शिकायतों का निवारण धरातल स्तर पर ही हो जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि यदि आम जनमानस के शिकायतें उच्च स्तर तक पहुंचती है तो यह समस्त अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। जिलाधिकारी ने नगर निगम को नालों की नियमित साफ-सफाई तथा पीडब्ल्यूडी विभाग को सड़कों के गड्ढो की शीघ्र अति शीघ्र मरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम को कचरे के नियमित निस्तारण के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी विभागों से समन्वय के साथ कार्य करने तथा जनहित में कार्य प्रणाली में सुधार लाने की अपेक्षा की।
जनसुनवाई में मुख्य विकास अधिकारी झरना कंमठान, अपर जिलाधिकारी के.के मिश्रा व डाॅ0 एस.के बरनवाल, अपर नगर मजिस्ट्रेट माया दत्त जोशी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ मनोज उप्रेती, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 

राष्ट्रपति चुनाव लिए उत्तराखण्ड़ में हुआ 99.18 फीसदी मतदान, भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली पहुंची मतपेटीउत्तराखंड-राष्ट्रपति चुनाव लिए मतदान संपन्न,99.18 फीसदी हुआ मतदान,मतपेटी  भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली पहुंची - संवाद जान्हवी

देहरादून, भारत के 16वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है। संसद और देश की विधानसभाओं में कुल 99.18 प्रतिशत जनप्रतिनिधियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उत्तराखंड में भी राष्ट्रपति निर्वाचन प्रक्रिया-2022 उत्तराखण्ड राज्य में सकुशल व निर्विघ्न सम्पन्न हुआ। उत्तराखण्ड में मतदान स्थल का निर्माण विधान सभा भवन में कराया गया था। पूर्वाहन 10 बजे से मतदान प्रारम्भ हुआ।

मतदान करने वालों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी,नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य एवं कैबिनेट मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल,गणेश जोशी,धन सिंह रावत,सुबोध उनियाल,रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा एवं विधायकगण सहित कुल 67 मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

मतदान प्रक्रिया को सरल एवं सुगम बनाने के लिए हेल्पडेस्क का भी निर्माण कराया गया था। निर्वाचन प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैनात प्रेक्षक की देखरेख में सम्पन्न हुआ। मतदान सम्पन होने के पश्चात भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार मतपेटी को सील कर नई दिल्ली भारत निर्वाचन आयोग को भेजा गया। मतपेटी को जौलीग्रांट हवाईअड्डे से नई दिल्ली की फ्लाईट से भेजा गया,मतपेटी भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली पहुंच चुकी है।

उत्तराखंड में राष्ट्रपति चुनाव में 70 में से 67 विधायको ने मतदान किया। कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास व कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड स्वास्थ्य कारणों से वोट नहीं डाला पाए। जबकि बद्रीनाथ के विधायक राजेन्द्र भंडारी ने पारिवारिक कार्यक्रम के चलते मतदान नहीं कर पाए। निर्वाचन प्रक्रिया और मतपेटी को जौलीग्रांट हवाईअड्डे पर भेजे जाने की सम्पूर्ण कार्यवाही की वीडियोग्राफी तथा फोटोग्राफी भी कराई गयी।

राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम 21 जुलाई को घोषित किया जाएगा। 24 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे। इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से है।

 

कागजी कार्यवाही से अधिक, धरातल पर काम किया जाए : स्पीकर ऋतु खंडूडी

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देहरादून विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार के अंतर्गत स्थापित चिकित्सा इकाइयों में मानव संसाधन उपकरणों एवं इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति की जानकारी के लिए आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के संग समीक्षा बैठक की| विधानसभा अध्यक्ष ने अस्पताल की व्यवस्थाओं एवं स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाए जाने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश एवं जरुरी सुझाव दिए|
विधानसभा भवन देहरादून में आयोजित बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से कोविड-19 वैक्सीनेशन एवं बूस्टर डोज के संबंध में भी जानकारी ली| विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बेस हॉस्पिटल कोटद्वार में जल्द से जल्द विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाए| विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कागजी कार्यवाही से अधिक धरातल पर काम किया जाए एवं दिए गए निर्देशों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरतें| उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी अपनी जिम्मेवारी से बच नहीं सकता है, जनमानस को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाना प्राथमिकता में होना चाहिए, जिसके लिए अस्पतालों में चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य उपकरण, दवाइयों समेत सभी मूलभूत सुविधाओं का व्यवस्थित होना आवश्यक है|स्वास्थ्य सेवा में औषधि, जांच, परीक्षण सेवा और ब्लड बैंक सहित अन्य के विकास पर फोकस किया जाए। स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूती प्रदान करने के लिए निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाय।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य महानिदेशक शैलजा भट्ट, पौड़ी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रवीण कुमार, बेस हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आदित्य तिवारी मौजूद थे|इस अवसर पर अधिकारियों द्वारा बेस चिकित्सालय सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कलालघाटी, कालागढ, झण्डीचौड, मोटाढाक लालपानी एवं परिवार कल्याण उपकेन्द्र सिगड्डी, कलालघाटी, मोटाढाक, पदमपुर काशीरामपुर सनेह, लालपानी, कालागढ़ में अवस्थित समस्त चिकित्सा इकाइयों में मानव संसाधन उपकरणों एवं इन्फास्ट्रक्चर का विवरण विधानसभा अध्यक्ष को दिया गया| अधिकारियों ने बताया की चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों की नियुक्ति हेतु प्रक्रिया गतिमान है| विधान सभा क्षेत्र कोटद्वार के अन्तर्गत अवस्थित चिकित्सा इकाइयों में मांग के आधार पर उपकरणों एवम औषधि की आपूर्ति की जा रही है तथा जिन उपकरणों की उपलब्धता जिला स्तर पर नहीं है उनकी उपलब्धता हेतु महानिदेशालय स्तर से का मांग पत्र प्रस्तुत किया जा रहा है। चिकित्सा इकाइयों में आवश्यकतानुसार नये भवनों के निर्माण एवं मरम्मत आदि कार्य हेतु आगणन तैयार किये जा चुके हैं|अवगत किया की वर्तमान में 2 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाईप बी, 3 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए, 8 मातृत्व शिशु कल्याण उपकेन्द्र, 1 ट्रामा सैन्टर, 3 विभागीय एम्बुलैन्स, 2 एम्बुलैन्स108, तीन हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर लालपानी, मोटाढाक, सिगड्डी में संचालित हो रहे हैं|
बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने बेस हॉस्पिटल में खराब पड़ी लिथोट्रिप्सी मशीन के बारे में जानकारी ली, उन्होंने बिना चीरफाड़ के किडनी की पथरी के इलाज के लिए प्रयोग होनी वाली लिथोट्रिप्सी मशीन को शीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिए| प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों के मरमत्तीकरण के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी विधायक निधि से धनराशि देने की बात कही|

 

पर्यटक और स्थानीय दुकानदारों के बीच हुई हाथापाई, पेटीज के रेट को लेकर हुई थी कहासुनीMay be an image of 11 people and people standing

मसूरी, शहर के कुलड़ी पुलिस चौकी के समीप पर्यटक और स्थानीय दुकानदारों के बीच हुई हाथापाई, सोमवार शाम को एक पर्यटक और दुकानदार के बीच पेटीज के रेट को लेकर कहासुनी हो गयी, देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि आसपास के करीब आधा दर्जन दुकानदार पर्यटक पर टूट पड़े | सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच हो रही हाथापाई को समाप्त करवाया, वहीँ हाथापाई का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार देर शाम को ही पर्यटक के साथ मारपीट करने वाले दुकानदारों को कोतवाली लाया गया जहां दुकानदारों के चालान किये, वहीँ पर्यटक झगड़े के बाद पुलिस के पास नही आया। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक दोनों पक्षों में से किसी ने भी तहरीर नही दी है।

 

भाजपा अल्मोड़ा ने आहूत की बैठक, प्रदेश नेतृत्व के द्वारा दिए कार्यों की बनाई रूप रेखाMay be an image of 6 people and people sitting

अल्मोड़ा, भारतीय जनता पार्टी जनपद अल्मोड़ा की बैठक जिला सहकारी बैंक सभागार अल्मोड़ा में हुई, बैठक में प्रदेश नेतृत्व द्वारा दिए गए सांगठनिक कार्यों की विस्तृत रूप रेखा बनाई गई,

बैठक में विगत दिनों हुई जिला कार्यसमिति एव जिला प्रशिक्षण वर्ग में दिए गए कार्यक्रमों की समीक्षा की गई, एव आगामी कार्यक्रम बूथ स्तर तक सुचारू हो मंडल अध्यक्षों व जिला पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई, जिले के सभी बूथों मैं कार्यक्रम हो इसकी विस्तृत रूप रेखा तय की गई रूप रेखा मैं पन्ना प्रमुख व समिति का गठन,
प्रत्येक बूथ पर 100से अधिक मतदाताओं के व्हाट्सप ग्रुप बनाना, सभी शक्तिकेंद्रो पर कार्यक्रम का क्रियान्वयन व उसकी डिजिटल रिपोटिंग करना,
हर घर तिरंगा कार्यक्रम देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है जिसके तहत अलग अलग कार्यक्रम किये जा रहे है 9 अगस्त से 15 अगस्त के बीच घरों पर भारत का तिरंगा फहराने का कार्यक्रम किया जायेगा, जिला मंडल व शक्ति केंद्र भी इन कार्यक्रमों को करेगा |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा मन की बात कार्यक्रम के तहत बूथ के अंतर्गत आने वाले पन्ना प्रमुखों की सह भागिता होना सभी बूथों पर कार्यक्रम को सुनने व बैठने की व्यवस्था प्रत्येक बूथ पर मंडल या उससे उपर के पदाधिकारी रहेंगे,
आगामी कार्यक्रमों के सफल सचालन हेतु प्रत्येक मंडल में समिति बनानी है |
एक सयोजक,3 सह संयोजक बनाए जाने हैं |

कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष रवि रोतेला,पूर्व अध्यक्ष अरविन्द बिष्ट पूर्व राज्य मंत्री गोविंद पिलख्वाल , भाजपा जिला महामंत्री महेश नयाल, नगर अध्यक्ष कैलाश गुरुरानी, जिला उपाध्यक्ष दर्शन रावत, जिला मंत्री त्रिलोक रावत , जिला मंत्री नरेंद्र प्रसाद, जिला मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र साह , जिला सोशल मीडिया प्रभारी पूनम पालीवाल, मंडल अध्यक्ष ललित मेहता, प्रकाश भट्ट,संजय डालाकोटी, गोपाल बिष्ट, भूपाल रावत, देवीदत्त शर्मा, हरीश कोटिया, राजेंद्र जायसवाल, देवेंद्र नयाल, विशन कनवाल , प्रदेश कारकारिणी सदस्य लता बोरा, प्रदेश मंत्री महिला मोर्चा किरन पंत , राजा खान, धर्मवीर कैलाश गोस्वामी, गोविंद चौहान आनन्द डंगवाल मनोज पंत कृपाल बिष्ट आदि उपस्थित थे |

ब्रैकिंग : बच्चे को स्कूल छोड़ घर लौट रही महिला को गुलदार ने बनाया शिकार, झाड़ियों में पड़ा मिला महिला का शव

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कोटद्वार, पहाड़ों पर गुलदार लगातार ग्रामीणों को अपना निशाना बना रहा है, जिससे लोग भयभीत हैं और प्रशासन सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, एकबार फिर पौड़ी जिले के दुगड्डा प्रखंड के अंतर्गत ग्राम गोदी छोटी में अपने बच्चे को स्कूल छोड़कर घर लौट रही एक महिला को गुलदार ने शिकार बना लिया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। बाद में स्कूल जाते दूसरे बच्चों ने रास्ते में खून पड़ा देखा तो ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। बाद में ग्रामीणों को झाड़ियों में पड़ा महिला का शव बरामद हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड दुगड्डा के अंतर्गत गोदी बड़ी गांव निवासी मनोज चौधरी की 38 वर्षीय पत्नी रीना देवी मंगलवार सुबह गांव से अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने दुगड्डा आई। बताया जा रहा है कि वापसी में गांव के समीप ही रीना देवी पर गुलदार ने हमला कर दिया, बताया जा रहा है कि गुलदार उसे घसीटते हुए झाड़ियों में ले गया। इसके बाद गांव से दुगड्डा की ओर आ रहे कुछ बच्चों ने रास्ते में खून पड़ा देख इसकी जानकारी गांव में दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों को कुछ दूरी पर झाड़ियों में पड़ा रीना का शव बरामद हो गया। ग्रामीणों ने देखा कि शव के समीप ही गुलदार भी बैठा हुआ था। ग्रामीणों इानन फानन में इसकी सूचना वन विभाग को दी।

वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने शव को झाड़ियों से बाहर निकाला। इस घटना के बाद ग्रामीण गुस्साए हुए हैं, उन्होंने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है।

 

किराया वृद्धि के विरोध में वामपंथी दलों ने फूंका सरकार का पुतलावामपंथी दलों ने किराया वृद्धि के विरोध में सरकार का पुतला फूंका -  हिन्दुस्थान समाचार

देहरादून, प्रदेश में शासित भाजपा सरकार द्वारा परिवहन किराया में भारी वृद्धि के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने सोमवार को राजपुर रोड़ गांधी पार्क के पास सरकार का पुतला दहन किया और सरकार की जनविरोधी नीति के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। पार्टी के कार्यकर्ता जिला कार्यालय में एकत्रित हुए। इसके बाद जलूस के शक्ल में राजपुर रोड़ पहुंचे तथा सरकार विरोधी नारों के बीच पुतला दहन किया गया । इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा है कि भाजपा एक तरफ पेट्रो ,डीजल मूल्यों में भारी वृद्धि कर जनता को लूटखसोट कर रही है तो दूसरी तरफ परिवहन में भारी किराया वृद्धि कर जनता पर दोहरी मार कर रही है जो कि जनता के साथ अन्याय है। वक्ताओं ने कहा है कि पिछली बार इसी भाजपा सरकार द्वारा कोरोना काल में परिवहन किराये में भारी वृद्धि की गई थी पुन: एक वर्ष में ही भारी किराया वृद्धि की गई। वक्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि किराये वृद्धि वापस ने ली गयी तो पार्टी आन्दोलन के लिए विवश होगी। वक्ताओं ने कहा है कि सरकार को डीजल ,पेट्रोल को सस्ता करना चाहिए ताकि जनता पर अनावश्यक भार न पड़े । इस अवसर जिला सचिव राजेंद्र पुरोहित, राज्य सचिव मण्डल इन्दु नौडियाल, महानगर सचिव अनन्त आकाश, सचिव मण्डल के लेखराज,एस एफ आई प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेठा ,महामंत्री हिमान्शु चौहान , छात्र नेता शैलेंद्र परमार ,निवेदिता कुकरेती ,जनवादी महिला समिति की अध्यक्ष नुरैशा अंसारी ,नन्द लाल ,पटेल, मामचंद आदि बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

ब्रैकिंग : नाले के तेज बहाव में सुबह सुबह एक स्कूल बस बही, बड़ा हादसा टला, बच्चों को लेने जा रही थी बस

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चंपावत, उत्तराखण्ड़ में दो दिन भारी बारिश होने का अनुमान है, राज्य सरकार ने सभी विभागों को सचेत रहने को कहा है, इसी बीच चंपावत सेमसुबह सुबह एक बस बहने की खबर है, मिली जानकारी के मुताबिक चंपावत के पहाड़ी क्षेत्र में कल रात से हो रही बारिश के चलते किरोड़ा नाला उफान पर है। किरोड़ा नाले के तेज बहाव में आज सुबह एक स्कूल बस बह गई। गनीमत रही कि बड़ा हादसा टल गया। सुबह स्कूल बस बच्चों को लेने के लिए जा रही थी कि किरोड़ा नाले के तेज बहाव में बह गई। बस में केवल चालक व क्लीनर थे। दोनों को आसपास के लोगों और कांवड़ियों ने बचाया। स्कूल बस को जेसीबी से निकाला जा रहा है। बस एमडीएम स्कूल की बताई जा रही है। किरोड़ा नाला अपने रौद्र रूप में बह रहा है। इस वजह से ग्रामीण, स्कूली बच्चों व शिक्षक कर्मचारी नाले के पास फंसे हुए हैं। मालूम हो कि क्षेत्र के लोग किरोड़ा नाले में पुल बनाए जाने की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं, लेकिन शासन प्रशासन ने इस पर कभी ध्यान नहीं दिया। जिससे हर साल बरसात में पूर्णागिरि रोड के ग्रामीणों को खासी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है।

 

 

नहीं रहे ‘दिल ढूंढता है’ के गायक भूपिंदर सिंह, 82 साल की उम्र में हुआ निधन

मुंबई, बॉलीवुड के मशहूर गायक
भूपिंदर सिंह का सोमवार को मुंबई के एक अस्पताल में संदिग्ध पेट के कैंसर और कोविड​​-19 से संबंधित समस्याओं के कारण निधन हो गया | उनकी पत्नी मिताली सिंह ने यह जानकारी दी। वह 82 वर्ष के थे। पांच दशक के लंबे करियर में गायक ने ‘नाम गुम जाएगा’, ‘दिल ढूंढता है’, दुनिया छुटे यार न छुटे’ (‘‘धर्म कांटा’’), ‘थोड़ी सी जमीन थोड़ा आसमान’ (‘‘सितारा’’), ‘दिल ढूंढता है’ (‘‘मौसम’’), ‘नाम गुम जाएगा’ (‘‘किनारा’’) जैसे कई प्रसिद्ध गीतों अपने स्वरों से सजाया था। प्रसिद्ध गायिका मिताली सिंह के अनुसार, उनके पति को मूत्र में संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां जांच के दौरान वह कोविड-19 से संक्रमित पाए गए। गायिका ने बताया, ‘‘सिंह को आठ से दस दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था क्योंकि उन्हें पेशाब में किसी तरह का संक्रमण था। जांच के बाद पता लगा कि वह कोविड-19 से संक्रमित थे। संदिग्ध पेट के कैंसर के कारण शाम लगभग सात बजकर 45 मिनट पर उनका निधन हो गया, उन्हें कोविड-19 था।’’

 

कौन होगा देश का अगला महामहिम, द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला, मतदान संपन्न, 21 को आयेगा नतीजा

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नयी दिल्ली, देश भर के सांसदों और विधायकों ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा में से किसी एक को भारत के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर चुनने के लिए सोमवार को मतदान किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दबदबे और बीजू जनता दल (बीजद), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसे क्षेत्रीय दलों के समर्थन के साथ मुर्मू की वोट हिस्सेदारी लगभग दो-तिहाई तक पहुंचने की संभावना है और वह सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन होने वाली आदिवासी समुदाय की पहली नेता और दूसरी महिला होंगी। सांसदों ने संसद के कक्ष संख्या-63 में बनाए गए मतदान केंद्र में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। वहीं, विधायकों ने राज्य विधानसभाओं में मतदान किया। देश में 776 सांसदों और 4033 विधायकों सहित कुल 4,809 मतदाता चुनाव में मतदान करने के हकदार हैं, लेकिन मनोनीत सांसदों और विधायकों, तथा विधान परिषद के सदस्यों को यह अधिकार नहीं है। मतदान समाप्त होने के बाद निर्वाचन आयोग ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव में कुल निर्वाचकों में से 99 प्रतिशत से अधिक ने मतदान किया। दिल्ली में, निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी ने बताया कि संसद भवन में 98.90 प्रतिशत निर्वाचकों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। निर्वाचन अधिकारी मोदी ने मतदान के बाद संवाददाताओं को बताया कि निर्वाचन आयोग ने 727 सांसदों और 9 विधायकों समेत कुल 736 निर्वाचकों को संसद भवन में मतदान की अनुमति दी थी। भाजपा सांसद सनी देओल समेत आठ सांसदों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया। संसद में मतदान करने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल थे।
मतदान के रफ्तार पकड़ने और अंतिम परिणाम स्पष्ट प्रतीत होने के बीच सिन्हा (84) ने सांसदों और विधायकों से अपनी ‘अंतरात्मा की आवाज’’ सुनने और उनका समर्थन करने की अपील की। सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने बार-बार कहा है कि यह चुनाव इस मायने में देश की दिशा तय करेगा कि भारत में लोकतंत्र रहेगा या फिर धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। अभी संकेत यही मिल रहे हैं कि हम लोकतंत्र के खत्म होने की दिशा में बढ़ रहे हैं।’’ मतगणना 21 जुलाई को होगी और अगले राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे। नतीजा पहले से ही स्पष्ट प्रतीत होता है लेकिन असम, गुजरात और महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में विपक्षी दलों के कुछ विधायकों ने मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। वोटों की गिनती होने पर कितने सांसदों और विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, इसका पता चलेगा। असम में, ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) विधायक करीमुद्दीन बरभुइयां ने दावा किया कि राज्य के लगभग 20 कांग्रेस विधायकों ने ‘क्रॉस वोट’ किया। उत्तर प्रदेश में, शिवपाल सिंह यादव ने भी दावा किया कि वह कभी भी यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने एक बार उनके भाई और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर ‘‘आईएसआई एजेंट’’ होने का आरोप लगाया था। पिछले महीने संपन्न राज्यसभा चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले हरियाणा के कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में भी अपने विवेक के हिसाब से मतदान किया। सिन्हा के बजाय मुर्मू का समर्थन करने का संकेत देते हुए बिश्नोई ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्यसभा चुनाव की तरह ही मैंने इस चुनाव में भी अपने विवेक के हिसाब से मतदान किया है।’’ ओडिशा में कांग्रेस विधायक मोहम्मद मोकीम ने सोमवार को यह घोषणा कर हलचल पैदा कर दी कि उन्होंने राजग उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। विधानसभा में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद, कटक-बाराबती विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोकीम ने कहा कि उन्होंने अपनी ‘‘अंतरात्मा की आवाज’’सुनी। झारखंड में राकांपा विधायक कमलेश सिंह ने कहा कि उन्होंने मुर्मू को वोट दिया है। गुजरात में, राकांपा के विधायक कांधल जडेजा ने भी कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को वोट दिया। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहाकि उन्हें विश्वास है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रहे कांग्रेस के कुछ विधायक अपने विवेक के अनुसार मुर्मू के पक्ष में मतदान करेंगे।
पाटिल ने मुंबई में कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रहे कांग्रेस के कुछ विधायक इस बार भी अपने विवेक का इस्तेमाल करेंगे।’’ शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करते हुए कहा कि पंजाब से जुड़े कई मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं और पार्टी नेतृत्व ने राजग उम्मीदवार मुर्मू को समर्थन देने का फैसला करने से पहले उनसे सलाह नहीं ली थी। दाखा से विधायक अयाली ने एक वीडियो संदेश में कहा कि वह अपनी इच्छा के मुताबिक ही राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं और मुर्मू को समर्थन देने का फैसला करने से पहले पार्टी नेतृत्व ने उनसे या सिख समुदाय से सलाह नहीं ली थी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (89) और समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (82) राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए व्हीलचेयर से संसद भवन पहुंचे। मनमोहन सिंह पिछले साल कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद से अस्वस्थ हैं। वह महामारी की दूसरी लहर के चरम पर होने के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ गए थे। मुलायम भी काफी समय से बीमार हैं। पिछले साल उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के चलते कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रदीप्त कुमार नाइक राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने के लिए अस्पताल से सीधे संसद परिसर पहुंचे। वह व्हीलचेयर पर बैठकर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ संसद भवन में दाखिल हुए। नाइक ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्हें कोविड-19 संक्रमण के बाद की स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पटना में, करीब एक महीने पहले सड़क हादसे का शिकार हुए भाजपा विधायक मिथिलेश कुमार स्ट्रेचर पर वोट डालने पहुंचे। चेन्नई में, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, सचिवालय परिसर में मतदान करने आए। कोविड-19 से उबरने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने पर वह सीधे मतदान केंद्र पहुंचे। विभिन्न शहरों के अन्य शुरुआती मतदाताओं में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ-साथ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शामिल थे।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहा है और हर चुनाव देश के लोगों के लिये उत्सव के समान होता है। उन्होंने सदस्यों से कहा, ‘‘हम सभी को राष्ट्रपति चुनाव उत्सव के रूप में मनाना चाहिए।’’ लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को अपराह्न 2 बजे तक के लिए स्थगित करते हुए कहा कि सदस्यों को इस उत्सव में भाग लेना चाहिए। राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई ताकि सदस्य चुनाव में मतदान कर सकें। राष्ट्रपति चुनाव में गुप्त मतदान की प्रणाली का पालन किया जाता है और पार्टियां अपने सांसदों और विधायकों को मतदान के संबंध में व्हिप जारी नहीं कर सकती हैं। जम्मू कश्मीर में विधानसभा न होने के कारण इस राष्ट्रपति चुनाव में एक सांसद के वोट का मूल्य 708 से घटकर 700 हो गया है। एक विधायक के वोट का मूल्य अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होता है। उत्तर प्रदेश में यह मूल्य 208 है, इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु में 176 है। महाराष्ट्र में यह 175 है। सिक्किम में, प्रति विधायक वोट का मूल्य सात है, जबकि नगालैंड में यह नौ और मिजोरम में आठ है। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार, सांसदों को हरे रंग का मतपत्र मिलता है, वहीं विधायकों को गुलाबी रंग का मतपत्र मिलता है। अलग-अलग रंग से निर्वाचन अधिकारियों को प्रत्येक विधायक और सांसद के वोट के मूल्य का पता लगाने में मदद मिलती है। मतदान की गोपनीयता बनाए रखने का आह्वान करते हुए, निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को अपने मतपत्रों को चिह्नित करने के लिए बैंगनी स्याही के साथ विशेष रूप से डिजाइन की गई कलम जारी की। मुर्मू 64 साल की उम्र में भारत की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति बन सकती हैं। उन्होंने सोमवार को कोई बात नहीं की, लेकिन रविवार को कहा था कि उनकी उम्मीदवारी से आदिवासी समुदाय के लोग और महिलाएं खुश हैं। राजग सांसदों की एक बैठक में उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया गया था, ‘‘700 से अधिक समुदायों वाले लगभग 10 करोड़ आदिवासी हैं और सभी मेरे नामांकन से खुश हैं(साभार प्रभासाक्षी)

महिलाओं से घास छीनने का मामला तूल पकड़ने लगा, वन मंत्री जांच दिये आदेश, राजनीतिक संगठनों समेत आम लोगों ने की घटना की निंदा

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देहरादून, उत्तराखंड के चमोली जिले के हेलंग घाटी में ग्रामीण महिलाओं से घास छीनने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है, सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर मौजूद अधिकारियों की निंदा की जा रही है |
मामले पर राजनीति भी गरमाने लगी, इसी को लेकर अब वन मंत्री सुबोध उनियाल ने मामले की जांच जिलाधिकारी से कराए जाने की बात कहते हुए उक्त महिलाओं को ही गलत ठहरा दिया है |
जल, जंगल और जमीन में हक हकूक के दावों और हरेला पर्व पर आम लोगों की सहभागिता बढ़ाने की कोशिशों के बीच चमोली जिले का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कई सवाल खड़े कर दिए हैं, महिलाओं से सीआईएसएफ और पुलिस जवानों की नोकझोंक का एक वीडियो वायरल हुआ है | मामले के तहत इसके बाद पुलिस कर्मियों ने इन महिलाओं को कई घंटे तक थाने में बैठा कर रखा और फिर 250 रुपए का चालान भी किया. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया तो कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों समेत आम लोगों ने भी घटना की निंदा करनी शुरू कर दी |
लेकिन उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने एक ऐसा बयान दे दिया जो शायद आम लोगों को नागवार गुजर सकता है. सुबोध उनियाल ने कहा कि जिस भूमि की बात की जा रही है, वह एनटीपीसी के पास है. यहां पर मैदान बनाया जाना प्रस्तावित है. इसका कुछ परिवार विरोध कर रहे हैं और यह पूरा मामला उसी विरोध से जुड़ा हुआ है, खास बात यह है कि जिस तरह से वायरल वीडियो में नोकझोंक हो रही है, उससे लगता है कि महिलाओं के घास लाने को लेकर ही आपत्ति जताई जा रही है. हालांकि, विभागीय मंत्री कुछ और कह रहे हैं. इस मामले को किसी दूसरे नजरिए से देखे जाने की बात भी कह रहे हैं. ऐसे में जिलाधिकारी की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर यह पूरा मामला क्या था और क्यों इस पर इतना विवाद हुआ है.
वन मंत्री के बयान से सरकार की किरकिरीः वन मंत्री सुबोध उनियाल एक तरफ मामले की जांच डीएम से कराने की बात कह रहे हैं तो दूसरी तरफ उक्त महिलाओं को विकास विरोधी करार दे दिया. अब अगर महिलाओं को विकास विरोधी ही करार देना था तो डीएम को जांच के आदेश देने का क्या औचित्य है. ये बात ना राजनीतिक और ना सामाजिक संगठनों के गले उतर रही है |

 

आंदोलनकारियों ने महिलाओं से घास छीनने की घटना पर जताई नाराजगी

देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने चमोली जिले में महिलाओं से घास छीने जाने का की घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की है। घास छीनने का वीडियो वायरल होने पर रोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर जांच की मांग की गई।

जगमोहन सिंह नेगी व प्रदीप कुकरेती ने कहा कि जिन महिलाओं ने इस पृथक राज्य के लिए अपनी जान तक की बाजी लगाई, उसे अपने ही प्रदेश में गांव में पशु के लिए घास तक मुहया नही हो पाता। जबकि वन मंत्री द्वारा पेड़ों को काटने की खुली छूट की पैरोकारी की जा रही है। जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि यदि यह वायरल हो रहा वीडियो सही है तो यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम को दोषी अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही कर उन्हें दण्ड देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चिपको आंदोलन से लेकर राज्य आंदोलन तक के लिए महिलाओं का संघर्ष हमेशा याद रखा जाएगा। परन्तु एक साजिश के तहत महिलाओं के हक़ को भी खत्म करने की नीतियां बनाई जा रही है और हमारे जनप्रतिनिधि मौन साधे हुए हैं।

 

पंवाली कांठा माटिया बुगियाल बहुत जल्द जुड़ेगा पर्यटन सर्किट से, अप्रैल और मई में यह स्थान लाल और गुलाबी रोड़ोडेन्ड्रोस से रहता है सदाबहारधरती का स्वर्ग है पंवाली कांठा : अजय शाह – UK Khabar

(राजेन्द्र चौहान)

टिहरी, यह टिहरी जिले में स्थित सर्वश्रेष्ठ ट्रेक में एक है, यहाँ गढ़वाल हिमालय के उच्च ऊंचाई वाले घास के मैदान (बुग्याल) हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार के आकर्षक फूल, जड़ी बूटी बहुतायत में पाई जाती हैं | अप्रैल और मई के महीने में यह स्थान लाल और गुलाबी रोड़ोडेन्ड्रोस (हीथर परिवार की झाड़ी या छोटे पौधे जो घंटी के आकार के फूलों के गुच्छो को और आमतौर पर बड़ी पत्तियों को साथ लिए होते हैं ) से सदाबहार रहता है |

यहाँ से हिमालय पर्वतमाला के मनोरम दर्शनों के साथ-साथ यमुनोत्री-गंगोत्री-केदारनाथ-बदरीनाथ पर्वत शिखरों के दर्शन भी होते हैं | हिमपात के समय बर्फ से ढकी थलय सागर, मेरु, कीर्ति स्तम्भ, चोखंभा, नीलकंठ आदि पहाड़ियों के मनोरम दृश्य को यहाँ से देखा जा सकता है | पर्यटकों के बीच पंवाली काँठा से सूर्यास्त देखने का एक विशेष आकर्षण रहता है |

यह ट्रेक गंगोत्री से केदारनाथ के प्राचीन धार्मिक मार्ग पर पड़ता है | ट्रेकर्स यहाँ बसे दूरस्थ गाँवों से गुजरते हैं जहाँ वे वास्तविक गढ़वाल के जीवन को देख पाते हैं | ट्रेक में जगह-जगह चरवाहे दिखाई देते हैं जो शिवालिक रेंज और हिमालय के बीच निवास करते हैं | बारिश और साफ़ आसमान को देखते हुए शरद ऋतु पंवाली काँठा ट्रेक पर जाने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त समय है | इस समय हिमालय पर्वत और रंगीन जंगली फूलों से सजे हरे घास के बुग्याल जीवंत नजर आते हैं |
यह ट्रेक घुत्तु नामक स्थान से प्रारम्भ करके सोनप्रयाग / त्रियुगी नारायण तक पूरा किया जाता है | त्रियुगी नारायण में स्थित शिव मंदिर का हिन्दू धर्म में विशेष धार्मिक महत्व है | ऐसा माना जाता हैं कि इसी स्थान पर भगवान विष्णु की उपस्थिति में शिव पार्वती का विवाह हुआ था |
इस ट्रेक को घुत्तु से आगे उत्तरकाशी के लाटा नामक स्थान तक जाने हेतु भी प्रयोग किया जाता है | प्राकृतिक परिदृश्यों एवं अपेक्षाकृत कम ऊंचाई होने के कारण यह एक सुखद ट्रेक साबित होता है | उत्तरी गढ़वाल हिमालय में स्थित पंवाली काँठा के घास के मैदान कई जंगली जानवरों का घर है | भाग्य साथ दे तो आप यहाँ भरल (नीली भेड़) घोर, हिमालयी भालू, दुर्लभ कस्तूरी मृग आदि को देख सकते हैं |

साथ ही क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य सीता रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार एवं पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज जी ,पंवाली कांठा माटिया बुगियाल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों के साथ पर्यटन सर्किट से विकसित करने के लिए आंगणन तैयार कर रहे हैं, यह ऐतिहासिक फैसला आने वाले समय में इस क्षेत्र के युवाओं के लिए ही नहीं बल्कि प्रदेश के पर्यटन भविष्य के लिए कारगर सिद्ध होगा |
पूर्व में हुयी खतलिंग महायात्रा में बतौर मुख्यातिथि के रुप में शामिल हुए पर्यटन मंत्री पुज्य संत सतपाल महाराज जी ने आश्वस्त किया था की पंवाली कांठा को पर्यटन से जोड़ने के लिए जो भी उपयोगी कदम होंगे वह अवश्य उठाये जायेंगे, महत्वपूर्ण कार्य करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे पर्यटन विभाग एवं विभिन्न सहयोगी विभागों का अपने क्षेत्र की ओर से धन्यवाद साधुवाद करता है |

कौड़ियाला के पास अनियंत्रित बस सड़क पर पलटी, एक श्रद्धालुओं की मौत, 20 श्रद्धालु घायल

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ॠषिकेश, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर थाना देव प्रयाग के अंतर्गत कौड़ियाला के पास श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ से वापस लौट रही एक बस सड़क पर पलट गई। दुर्घटना में घायल सभी श्रद्धालुओं को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश और देहरादून रोड स्थित एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। सूचना पाकर देवप्रयाग व मुनिकीरेती थाने के अलावा एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची, दुर्घटना में घायल छह श्रद्धालुओं को मौके पर ही उपचार दिया गया। जिनमें से आठ श्रद्धालुओं को एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जबकि छह श्रद्धालुओं को निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
जिनमें से एक घायल यात्री की निजी चिकित्सालय में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान संदेश भगत (25 वर्ष) पुत्र काशीराम निवासी रायगढ़ पनवेल नवी मुंबई महाराष्ट्र के रूप में हुई है।

 

हत्या की दो हफ्ते बाद भी पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा, ग्रामीणों ने घेरा रिखणीखाल थाना, किया प्रदर्शनUttarakhand Crime News: दो हफ्ते बाद भी पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा,  आक्रोशित ग्रामीणों ने घेरा रिखणीखाल थाना - uttarakhand crime news angry  villagers protest on rikhnikhal ...

लैंसडौन, पौड़ी जनपद के रिखणीखाल प्रखंड में हत्या का मुकदमा दर्ज न करने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर थाने का घेराव कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ क्षेत्र में जलूस निकालकर प्रदर्शन भी किया। ग्रामीणों ने जल्द ही हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने के साथ जांच सीबीसीआईडी को सौंपने की सौंपने की मांग की है। सोमवार को रिखणीखाल में पूर्व प्रमुख पिंकी नेगी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है की ग्रामीण रामपाल पुत्र कृपाल सिंह निवासी कलिकों पो. नौदानू गत तीन जून को बीस गति कौथिक में शामिल होने के लिए घर से निकला। लेकिन देर शाम तक जब रामपाल मेले से वापस नहीं लौटा,
इस पर स्वजनों ने ग्रामीणों की मदद से उसकी खोजबीन शुरू कर दी। पांच जून को रामपाल का शव जोड्यूंरौला के निकट नहर से बरामद किया गया। मृतक के भाई धर्मपाल हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाने रिखणीखाल थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उसकी प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्या के मामले पर लीपापोती करने का आरोप लगाया है। पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट न होकर आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को रिखणीखाल थाने का घेराव कर दिया।

पूर्व प्रमुख पिंकी नेगी ने आरोप लगाया की पुलिस ने शव मिलने के दो सप्ताह बाद भी प्राथमिक रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की है। जिससे प्रतीत होता है कि, पुलिस किसी दबाव के चलते हत्या की जांच करने से पीछे हट रही है।

पूर्व प्रमुख पिंकी नेगी ने जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर वृहद आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है। पुलिस चौकी का घेराव करने वालो में धर्मपाल सिंह, सारिका देवी, अनिता देवी, लक्षण सिंह, दीपा देवी, प्रतिभा देवी, वीरा देवी, जितेंद्र सिंह, कुश कुमार, आरती देवी मुख्य रूप से शामिल थे।