Tuesday, May 13, 2025
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आशा कार्यकर्त्ताओं 21 सूत्रीय मांगों को लेकर किया सचिवालय कूच, पुलिस ने रोका, सड़क पर दिया धरना

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देहरादून, भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री संगठन से जुड़ी आशाओं ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने अपनी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर आज सचिवालय कूच किया, लेकिन पुलिस ने सचिवालय से पहले ही उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इस पर आशा कार्यकर्त्ता वहीं सड़क में ही धरने पर बैठ गईं। संगठन की महामंत्री ललितेश विश्वकर्मा ने कहा कि 23 जुलाई को बीएमएस के स्थापना दिवस पर स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आश्वासन दिया था कि 31 जुलाई तक मुख्यमंत्री से विचार विमर्श कर उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा, लेकिन यह आश्वासन झूठा साबित हुआ। इससे आशाओं में रोष व्याप्त है।

उन्होंने बताया कि आशा को प्रतिमाह न्यूनतम 18 हजार रुपये मानदेय, राज्य कर्मचारी का दर्जा, पांच लाख का निश्शुल्क बीमा, वेज बोर्ड का गठन, पीएम श्रम-योगी मानधन योजना में अधिकतम आयु सीमा 60 साल, आशा को प्रत्येक कार्य का नियमित भुगतान, रिटायरमेंट बेनिफिट के रूप में एकमुश्त पांच लाख रुपये का भुगतान, शैक्षिक योग्यताधारी आशा को एएनएम का प्रशिक्षण देकर पदोन्नति उनकी मांगें हैं |

इसके अलावा साल में दो बार पोषाक आदि का तीन हजार रुपये भत्ता, वाहन प्रतिपूर्ति भत्ता, मृत्यु होने पर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा व प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा का लाभ, कोरोनाकाल में ड्यूटी के लिए पांच हजार रुपये प्रोत्साहन राशि, डेंगू सर्वे का दो हजार रुपये भुगतान, काम के दौरान दुर्घटना होने पर पांच लाख और मृत्यु पर दस लाख रुपये का मुआवजा, जिला व ब्लाक स्तर पर सामुदायिक केंद्रों में आशा घर का निर्माण, आश्रितों को राजकीय चिकित्सालयों में निश्शुल्क उपचार और पल्स पोलियो अभियान के तहत होने वाले भुगतान में पांच गुणा वृद्धि उनकी प्रमुख मांग हैं।

टोक्यो ओलंपिक समाप्त : खिलाडियों ने कहा बाय बाय टोक्यो, फिर मिलते हैं पेरिस में….

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(शंभू नाथ गौतम)

जापान की राजधानी टोक्यो में 16 दिन चले 32वें ओलंपिक खेलों का रंगारंग समापन हो गया । ये समापन समारोह भारतीय समयानुसार शाम 4 बजकर 30 मिनट पर शुरू होकर शाम 7 बजे तक चला। शुरुआत में मंच पर मेजबान जापान का झंडा लाया गया। इसके बाद सभी देशों के झंडे स्टेडियम में एक गोले में दिखाई दिए। समापन समारोह के दौरान भारत के रेसलर बजरंग पूनिया तिरंगा लेकर चल रहे थे, लेकिन देशवासियों की निगाहें नीरज चोपड़ा को तलाश रही थीं। ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान जब भारत का तिरंगा लहराता हुआ दिखा तो हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। टोक्यो का यह स्टेडियम रंग बिरंगी रोशनी से ‘नहाया’ हुआ था। लेकिन अपनी विदाई की बेला में ‘उदास’ भी था। हम आपको बता दें कि ओलंपिक खेलों के शुभारंभ के अवसर पर सभी देशों के खिलाड़ी अपने अलग-अलग झंडे लेकर साथ चलते हैं लेकिन समापन समारोह के दौरान सभी देशों की सीमाएं खत्म हो जाती हैं। दुनियाभर के एथलीट एक साथ एक धुन में चलते हैं और यह संदेश देते हैं कि हम सब एक हैं। टोक्यो ओलंपिक में करीब 11 हजार एथलीट्स शामिल हुए । ‘समापन समारोह के बाद विभिन्न देशों के खिलाड़ियों ने एक दूसरे को साल 2024 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाले 33वें ओलंपिक में मिलने का वादा कर टोक्यो को गुड बाय बोल कर रवाना हुए ।

इस दौरान एक दूसरे से बिछड़ने पर सभी खिलाड़ियों की आंखें भी नम नजर आईं। बता दें कि कई देशों के खिलाड़ी अपनी-अपनी प्रतियोगिता खेलकर स्वदेश लौट पहले ही लौट चुके हैं। भारत के लिए यह समापन समारोह सुखद कहे जा सकते हैं। क्योंकि नीरज चोपड़ा ने आखिरी दिन भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर ‘गोल्डन’ विदाई की । भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारत की झोली में इस बार 1 गोल्ड समेत कुल 7 मेडल आए। ये ओलंपिक लंबे समय तक याद रखे जाएंगे।

कोविड-19 महामारी की वजह से जो महाकुंभ साल 2020 में होने थे उसका आयोजन एक साल बाद 2021 में शुरू हो सका। इसके अलावा इस बार खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए दर्शक भी स्टेडियम में दिखाई नहीं दिए। आयोजक और खिलाड़ियों के कोच के साथ गिने-चुने लोग ही खेलों के दौरान नजर आए। टोक्यो ओलंपिक में कई भारतीय खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड बनाए तो कुछ ने साल 2024 में होने वाले ओलंपिक के लिए सबक लेते हुए अपने आपको तैयार भी कर लिया। इस बार सबसे खास बात यह रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में बैठकर टोक्यो ओलंपिक के दौरान होने वाले सभी खेलों पर नजर बनाए हुए थे। सभी भारतीयों की जीत पर पीएम मोदी सीधे उनसे मोबाइल पर बात भी करते हुए नजर आए। चाहे खिलाड़ियों ने मेडल जीता हो या नहीं प्रधानमंत्री ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए उत्साह के साथ ढांढस बंधाया।

टोक्यो में 23 जुलाई से शुरू हुआ था ओलंपिक का आयोजन :-

23 जुलाई को कोविड-19 महामारी के भय के बीच 32वें ओलंपिक खेलों की एक साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद रंगारंग उद्घाटन समारोह के साथ टोक्यो में शुरुआत हुई । टोक्यो 2020 के प्रतीक को प्रदर्शित करने के लिए 20 सेकेंड तक नीली और सफेद रंग की आतिशबाजी की गई, जिसे जापानी संस्कृति में शुभ माना जाता है। जापान के सम्राट नारूहितो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के प्रमुख थॉमस बाक के साथ स्टेडियम में पहुंचेे।‌ उद्घाटन समारोह में दर्शकों को आने की अनुमति नहीं देने का फैसला कई सप्ताह पहले किया गया था। इसको देखने के लिए स्टेडियम में 1000 हस्तियां ही उपस्थित थीं। आपको बता दें कि टोक्यो दूसरी बार ओलंपिक की मेजबानी कर रहा है।

इससे पहले उसने 1964 में ओलंपिक का सफल आयोजन किया था। ओलंपिक के पहले दिन ही भारत के लिए भाग्यशाली रहा और मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीतकर देश में खुशियां बिखेर दी। उसके बाद भारत की बेटियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक भी जीते और दिल भी जीते। भारतीय महिला खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि पदक जीतने में कामयाब नहीं रहीं लेकिन अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से उन्होंने पूरे देश का दिल जीत लिया। टोक्यो ओलिंपिक देश के लिए अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक है। टोक्यो में भारत ने सात मेडल अपने नाम किए हैं, जो कि एक ओलिंपिक खेलों में सबसे ज्यादा हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार 1 गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता, जबकि मीराबई चानू ने वेटलिफ्टिंग में और रवि दहिया ने कुश्ती के 57 किलो वेट में सिल्वर मेडल जीते। वहीं बैडमिंटन में पीवी सिंधु, कुश्ती में 69 किलो वेट में बजरंग पूनिया, बॉक्सिंग में लवलिना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी ने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीते।

मुख्यमंत्री धामी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा उनके उत्तराधिकारियों के प्रांतीय सम्मेलन में घोषणा की

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देहरादून , मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नगर निगम टाऊन हॉल देहरादून में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा उनके उत्तराधिकारियों के प्रांतीय सम्मेलन तथा श्रद्धांजलि सभा में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर घोषणा की कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों को दी जाने वाली कुटुंब पेंशन का नाम बदलकर सम्मान पेंशन किया जाएगा। हरिद्वार में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सेवा सदन बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लंबे संघर्षों के परिणामस्वरूप भारत को आजादी मिली। देश की आजादी के लिए हमारे इन वीरों ने अपना सब कुछ समर्पित किया। 09 अगस्त 1942 की घटना भारत के इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है। अगस्त क्रांति की शुरुआत 09 अगस्त 1942 को हुई थी। भारत की आजादी में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की आजादी के लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। सेनानियों के आश्रितों को सरकार द्वारा हर संभव सहायता देने का प्रयास किया जाएगा। जिन उद्देश्यों के लिए देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी गई, आज उन उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। कुपोषण मुक्त भारत की दिशा में देश आगे बढ़ा है।

इस अवसर पर विधायक श्री आदेश चौहान, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, श्री अशोक वर्मा, श्री मथुरा दत्त जोशी, श्री भारत भूषण विद्यालंकर, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति से श्री जितेन्द्र रघुवंशी, श्री संतोष गोविल, श्री राजकुमार अग्रवाल, श्री शशांक गुप्ता, श्री अवधेश पंत उपस्थित थे।

देहरादून : राष्ट्रीय व्यापार मंड़ल महानगर के राहुल अग्रवाल अध्यक्ष, प्रदीप दुग्गल वरिष्ठ उपाध्यक्ष, वैभव गोयल उपाध्यक्ष और नितिन जैन महामंत्री बने

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देहरादून, राष्ट्रीय व्यापार मंड़ल की उत्तराखण्ड़ में प्रदेश कार्यकारिणी गठित हो गयी आज स्थानीय प्रेस क्लब में राष्ट्रीय व्यापार मंड़ल के प्रदेश अध्यक्ष लच्छू गुप्ता ने प्रदेश और महानगर पदाधिकारियों की घोषणा की | इस अवसर पर लच्छू गुप्ता पदाधिकारियों से व्यापारियों के हितों की लड़ाई को और अधिक मजबूत तरीके से लड़ने का आह्वान किया और कोरोना काल के दौरान दिवंगत हुये जीएसटी पंजीकृत व्यापारी साथियों के परिवार को पांच पांच लाख आर्थिक सहायता के रूप देने की सरकार से मांग की | उन्होंने कहा राष्ट्रीय व्यापार मंड़ल का प्रदेश की राजधानी दून कार्यालय खुला है जिनमें अपनी किसी भी समस्या को लेकर व्यापारी किसी भी समय उपस्थित हो सकता है |
राष्ट्रीय व्यापार मंड़ल के सकारात्मक पक्ष को लेते हुये पूरे प्रदेश में संगठन को मजबूत करने तथा अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी कर्तव्यनिष्ठा करने का व्यापारियों ने एक मत होकर संकल्प लिया |

इन्हें मिला प्रदेश में दायित्व :

अरविंद जैन प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष, हरीश नारंग, राजेश क्षेत्री, रवीन्द्र राठौर (रुड़की) और सुरेश गोयल (काशीपुर) प्रदेश उपाध्यक्ष, सचिन गुप्ता और डीडी अरोरा प्रदेश महामंत्री, राजकुमार तिवारी संगठन मंत्री, सचिन जैन प्रदेश कोषाध्यक्ष, मधु जैन प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रदेश मंत्री में कुलदीप विनायक(देहरादून), मंजू गोयल, सरिता कोहली, सागर गुरंग, अमित अरोरा, राहुल चौहान, प्रदीप गुप्ता (रुद्रपुर), सुशील मित्तल (रुद्रपुर), उमाशंकर गुप्ता और दीपेन्द्र सिंह (खटीमा), सुनील शाह (कोटद्वार) को बनाया गया |

देहरादून (महानगर) दायित्व :

राहुल अग्रवाल अध्यक्ष
प्रदीप दुग्गल वरिष्ठ उपाध्यक्ष
वैभव गोयल उपाध्यक्ष
नितिन जैन महामंत्री

इस अवसर पर सभी नामित पदाधिकारियों ने संगठन को सार्थक रुप से आगे बढ़ाने और व्यापारियों के हितों की रक्षा करने का पक्ष रखा और राष्ट्रीय व्यापार मंडल को मजबूत करने का आह्वान किया |

खौफनाक हादसाः अगले ही दिन होनी थी शादी, मंगेतर की आंखों के सामने ही तड़प-तड़पकर मर गया दूल्हा

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आजकल शादियों से पहले दूल्हा-दुल्हन का प्री वेडिंग फोटोशूट (Pre-Wedding Photoshoot) काफी नॉर्मल सी बात हो गई है. सोचिए, इसी फोटोशूट (Photoshoot) के दौरान अगर कोई हादसा हो जाए,तो क्या हालात बनेंगे. ब्राज़ील (Brazil) में एक कपल (Couple) के साथ ऐसा ही हुआ. उनकी शादी अगले ही दिन होनी थी और प्री वेडिंग फोटोशूट (Pre-Wedding Photoshoot) दूल्हे की ज़िंदगी का आखिरी दिन बन गया.

 

पेशे से डॉक्टर डेनिस रिचर्डो फारिया गर्जेल (Dr Denis Ricardo Faria Gurgel) के साथ ये खौफनाक हादसा हुआ. उनकी ज़िंदगी में आने वाली तमाम खुशियां एक झटके में मातम बन गईं. वे अपनी मंगेतर के साथ शादी से पहले का फोटोशूट करा रहे थे. इसी दौरान उन्हें करंट (high-voltage power line) लगा और मौके पर ही तड़प-तड़पकर उनकी मौत हो गई. डॉक्टर डेनिस की मंगेतर ने ये हादसा अपनी आंखों के सामने देखा, लेकिन वो कुछ नहीं कर पाईं.

 

अगले दिन होनी थी शादी
31 साल के डॉक्टर डेनिस (Dr Denis Ricardo Faria Gurgel) के साथ ये हादसा जिस दिन हुआ, उसके अगले ही दिन उनकी शादी थी. शादी के फोटोशूट के लिए कपल (Couple) नदी के किनारे पहुंचा था. जहां अपने हाथ में मछली पकड़ने की रॉड पकड़कर ये जोड़ा बैठा हुआ था. तभी अचानक लोहे की रॉड पर लगी हुक बिजली की लाइन (high-voltage power line) में फंस गई. पावरलाइन में हुक फंसने के बाद डेनिस इसे हटाने के लिए वहां पहुंचे. जैसे ही उन्होंने पावर लाइन को पकड़ा, वे उसमें चिपक गए. दोनों हाथों से उन्होंने पावरलाइन पकड़ी हुई थी. जब तक मदद के लिए वहां फायरफाइटर्स आते, डॉक्टर डेनिस की मौत हो चुकी थी.

मंगेतर की आंखों के सामने चली गई जान
ये पूरा हादसा उनकी मंगेतर की आंखों के सामने हुआ. फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस सेवा जब तक मौके पर पहुंचती, डॉक्टर डेनिस की जान तड़प-तड़पकर जा चुकी थी. बाद में पता चला कि जिस केबल से उनकी रॉड का हुक फंसा था, उसके कुछ हिस्सों पर से प्लास्टिक की परत निकल गई थी और वहीं डॉक्टर डेनिस का हाथ छू गया था. डॉक्टर डेनिस ब्राजील के Gurupi नगर स्वास्थ्य विभाग के लिए काम करते थे. उनकी मौत पर उनके अस्पताल की ओर से लिखा गया है कि डॉक्टर डेनिस (Dr Denis Ricardo Faria Gurgel) काफी मददगार, विनम्र और सहयोगियों के साथ-साथ मरीजों के भी प्रिय थे. शादी से एक दिन पहले हुई उनकी मौत के सभी को सदमे में डाल दिया है.(साभार –News18 )

Pension Scheme: जानिए क्या है मोदी सरकार की एडिशनल पेंशन स्कीम, हर महीने मिल सकती है 1.25 लाख पेंशन

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Pension Scheme: केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ पेंशन एंड पेंशनर्स वेल्फेयर ने लगभग 3 साल पहले एडिशनल पेंशन योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत सरकार केन्द्रीय कर्मटारियों को बुढ़ापे में अतिरिक्त पेंशन देती है। यह पेंशन कर्मचारियों के मेडिकल खर्चे और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए दी जाती है। जिन कर्मचारियों को पेंशन का लाभ मिल रहा है। उनकी उम्र 80 साल होने पर उन्हें एडिशनल पेंशन का फायदा मिलता है। हाल ही में डीओपीपीडब्ल्यू ने एक ट्वीट के जरिए इस सेवा का लाभ उठाने के लिए कुछ दिशानिर्देश दिए हैं।

केंद्र सरकार की एडिशनल पेंशन स्कीम के तहत 80 साल से अधिक उम्र के पेंशनर्स को अधिकतम 1.25 लाख रुपए और कम से कम 9,000 रुपए प्रति महीना पेंशन मिलती है।

जानिए किस आधार पर मिलती हैं पेंशन

पेंशनभोगी की उम्र 80 साल होने पर अतिरिक्त पेंशन 20-100 फीसदी के बीच बढ़ा दी जाती है। रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों को ही इसका लाभ मिलता है। पारिवारिक पेंशन की रकम एक सर्विसमैन के अंतिम पेमेंट का 30 फीसदी होती है। अगर कोई पारिवारिक पेंशनभोगी अगस्त 2021 के महीने में 80 वर्ष का हो जाता है तो उसे उसी महीने से नया पेंशन का लाभ मिलने लगता है।

कितनी मिलती है पेंशन

केंद्र सरकार के तहत फैमिली पेंशन की अधिकतम राशि 1,25,000 रुपए प्रति माह है। इसके साथ महंगाई राहत भी मिलती है। वहीं फैमिली पेंशन की न्यूनतम राशि 9,000 रुपए प्रति माह है जिसमें हर महीने मंहगाई राहत की रकम भी शामिल है। 80 साल की उम्र के बाद लोगों के खर्चे बढ़ जाते हैं। खासकर स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च बहुत ज्यादा हो जाता है। इन्हीं खर्चों को पूरा करने के लिए सरकार एडिशनल पेंशन देती है।

कैसे बढ़ती है पेंशन की रकम

पेंशनभोगी की उम्र 80 साल होने पर बेसिक पेंशन में 20 फीसदी का इजाफा किया जाता है। वहीं, 85 साल के होने पर बेसिक पेंशन का 30 फीसदी, 90 साल की उम्र में बेसिक पेंशन का 40 फीसदी, 95 वर्ष के होने पर बेसिक पेंशन का 50 फीसदी और 100 साल की आयु होने पर बेसिक पेंशन 100 फीसदी तक बढ़ा दी जाती है।

सोने की कीमत 1 दिन में गिरी 1000 रुपये, चांदी में भी हुई ताबड़तोड़ गिरावट, जानें आगे कैसा रहेगा रुख

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नई दिल्‍ली. भारत में सोने की कीमतें (Gold Price) बहुत तेजी से गिरी हैं. दरअसल, निवेशकों ने अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर कीमतों में जारी उठापटक का फायदा उठाने के लिए ऊंचे दाम पर जमकर बिक्री की. मल्‍टी-कमोडिटी एक्‍सचेंज (MCX) पर बीते शुक्रवार यानी 6 अगस्‍त 2021 को सोने की कीमत 2 फीसदी यानी 960 रुपये गिरकर 46,651 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई, जो एक महीने का निचला स्‍तर है. वहीं, चांदी की कीमत (Silver Price) 3 फीसदी यानी 2,000 रुपये की गिरावट के साथ 64,975 रुपये प्रति किग्रा पर पहुंच गई. वैश्विक बाजार (International Market) में सोने के दाम 2 फीसदी गिरकर 1,765.30 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए.

क्‍यों हुई पिछले सप्‍ताह सोने की कीमत में कमी
डॉलर की मजबूती और अमेरिकी बॉन्‍ड के यील्‍ड (US Bond Yield) में उम्‍मीद ज्‍यादा बढ़ोतरी के कारण सोने की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज हुई. भारत में सोने की कीमतों में कमी होने पर पहली बार डीलर्स ने गोल्‍ड के आधिकारिक दाम पर प्रीमियम लिया. पिछले सप्‍ताह डीलर्स ने आधिकारिक घरेलू कीमतों (Official Domestic Price) पर प्रति औंस 1 डॉलर प्रीमियम वसूला. वहीं, इससे पिछले हफ्ते डीलर्स ने 4 डॉलर प्रति औंस का डिस्‍काउंट (Discount) दिया था. भारत में सोने की कीमतों में 10.75 फीसदी आयात शुल्‍क (Import Duty) और 3 फीसदी जीएसटी (GST) शामिल रहता है.

सोने को होल्‍ड करने पर मिलेगा मोटा मुनाफा!
अमेरिका में लगातार बढ़ रहे नौकरियों के आंकड़ों (US Jobs Data) से साफ है कि अर्थव्‍यवस्‍था में तेजी से सुधार जारी है. नौकरियों के शुक्रवार को जारी आंकड़ों से साफ है कि जुलाई के दौरान जॉब्‍स में हुई बढ़ोतरी का सिलसिला पूरे साल जारी रहेगा. इससे देश में बेरोजगारी की दर (Unemployment Rate) भी घटेगी. उम्‍मीद की जा रही है कि फेडरल रिजर्व प्रोत्‍साहन कार्यक्रम (Stimulus Program) में कटौती कर सकता है. अमेरिकी बॉन्‍ड का यील्‍ड 1.3 फीसदी चढ़ गया है, जबकि डॉलर इंडेक्‍स 0.6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 92.780 पर पहुंच गया है. ऊंची ब्‍याज दर (Higher Interest Rates) सोने को होल्‍ड करने पर मोटे मुनाफे के मौके बढ़ाती है.

9 अगस्‍त से खुल रहा है सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड
कीमती धातुओं में शामिल चांदी 3.5 फीसदी घटकर 24.25 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए, जबकि प्‍लेटिनम (Platinum) 2.6 फीसदी गिरकर 978.77 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमतों में गिरावट अस्‍थायी है. इसमें साल 2021 के आखिर तक तगड़ा उछाल आ सकता है. भारत में सोमवार को एक‍बार फिर सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड (SGB) स्‍कीम 2021-22 खुल रही है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसकी कीमत 4,790 रुपये प्रति ग्राम तय की है. वहीं, ऑनलाइन आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की अतिरिक्‍त छूट (Additional Discount) मिलेगी.

अब घर बैठे खुलवाएं IPPB बैंक खाता. ऐप के जरिए फॉलो करें यह आसान ऑनलाइन प्रक्रिया

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नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए डिजिटल रूप से बचत खाता खोलने की सेवा प्रदान कर रहा है। अब आप IPPB के मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन घर बैठे अपना खाता खुलवा सकते हैं। इसके अलावा इस ऐप के जरिए पोस्ट ऑफिस के खाताधारक आसानी से बेसिक बैंकिंग लेनदेन कर सकते हैं। कोई भी 18 साल का भारतीय नागरिक IPPB में बचत खाता खुलवा सकता है। IPPB की ऐप आधारित अकाउंट खोलने की सुविधा शुरु होने के बाद जहां एक ओर आपको पोस्ट ऑफिस जाने से और लंबी कतारों में लगने से छुटकारा मिलेगा तो वहीं आप मोबाइल के जरिए ही सारे ट्रांजैक्शन कर सकेगें। इस ऐप को आप किसी भी स्मार्टफोन में गूगल प्ले स्टोर या अन्य माध्यमों से डाउनलोड कर सकते हैं।

IPPB के तहत खुलने वाला बचत खाता केवल एक साल के लिए वैध होता है। खाता खुलवाने के एक साल के अंदर ही आपको बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण पूरा करना होगा जिसके बाद इसे नियमित खाते में बदल दिया जाएगा। आपको अपना बचत खाता खुलवाने के लिए यह आसान तरीका फॉलो करना होगा।

IPPB के तहत आपको अपना बचत खाता खुलवाने के लिए सबसे पहले IPPB मोबाइल ऐप को डाउनलोड करना होगा। उसके बाद आपको ऐप ओपन करके ‘Open Account’ के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इस विकल्प में जाने पर आपको अपना पैन कार्ड नंबर और आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। पैन कार्ड नंबर और आधार कार्ड नंबर दर्ज करने के बाद आपको आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा। ओटीपी दर्ज करने के बाद आपको अपनी मां का नाम, शैक्षिक योग्यता, पता और नॉमिनी आदि जानकारियों का विवरण देना होगा। यह सारी जानकारियां दर्ज करने के बाद आपको सबमिट पर क्लिक करना होगा, जिसके बाद आपका बचत खाता खुल जाएगा। मोबाइल ऐप के द्वारा ही इस बैंक अकाउंट का इंस्टेंट यूज किया जा सकता है।

कांग्रेस ने किया दावा- राहुल गांधी का अकाउंट सस्पेंड, ट्विटर के इनकार के बाद बताया ‘लॉक’, यह हो सकती है वजह

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नई दिल्ली (एजेन्सी), कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का अकाउंट अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि, माइक्रो ब्लॉगिंग साइट की ओर से इनकार किए जाने के बाद पार्टी ने कहा कि अकाउंट को अस्थायी रूप से लॉक किया गया है। पार्टी की ओर से यह दावा ऐसे समय पर किया गया है जब एक दिन पहले ही ट्विटर ने राहुल की ओर से पोस्ट की गई उस तस्वीर को हटा दिया, जिससे एक रेप पीड़िता की पहचान उजागर हो रही थी। माना जा रहा है कि इसी तस्वीर की वजह से राहुल के ट्विटर अकाउंट पर बंदिश लगाई गई है।

कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए लिखा गया, ”राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया है और इसको बहाल करने के लिए प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। तब तक वह आपसे दूसरे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए जुड़े रहेंगे और लोगों की आवाज उठाते रहेंगे और उनके लिए लड़ते रहेंगे।”

कांग्रेस के दावे पर जवाब देते हुए ट्विटर ने कहा कि अकाउंट को सस्पेंड नहीं किया गया है और इसकी सेवा जारी है। ट्विटर की ओर से कहा गया कि जब किसी अकाउंट को सस्पेंड किया जाता है तो इसे ग्लोबल व्यू से हटा दिया जाता है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने अपने पुराने ट्वीट को टैग करते हुए लिखा कि अकाउंट को अस्थायी रूप से लॉक किया गया है।

 

सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी के अकाउंट को लेकर जिस स्तर की कार्रवाई की गई है उसके तहत वह अपना अकाउंट लॉगइन कर सकते हैं, लेकिन ट्वीट, रिट्वीट नहीं कर सकते और कोई तस्वीर या वीडियो भी साझा नहीं कर सकते। सूत्रों ने यह भी बताया कि राहुल गांधी का कार्यालय ट्विटर अकाउंट पर लगी इस रोक को हटवाने के लिए जरूरी प्रक्रिया को पूरा करने में लगा हुआ है और बहुत जल्द यह अकाउंट बहाल हो जाएगा।

ट्विटर अकाउंट को लेकर हुई इस कथित कार्रवाई के कारण ही शनिवार को राहुल गांधी अपने ट्विटर हैंडल से कोई ट्वीट नहीं कर सके। उन्होंने शनिवार को दो ओलंपिक पदक विजेताओं नीरज चोपड़ा और बजरंग पूनिया को इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर बधाई दी। पिछले दिनों राहुल गांधी ने दिल्ली के नांगल गांव में रेप और हत्या की शिकार 9 वर्षीय बच्ची के माता-पिता से मुलाकात के बाद इसकी तस्वीर को साझा किया था। उसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने ट्विटर और दिल्ली पुलिस को पत्र भेजकर इस मामले में कार्रवाई के लिए कहा था। आयोग का कहना था कि किसी भी नाबालिग पीड़िता के परिवार की तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करना किशोर न्याय कानून, 2015 की धारा 74 और बाल यौन अपराध रोकथाम कानून (पॉक्सो) की धारा 23 का उल्लंघन है।

आयोग ट्विटर पर लिखा था, ‘बच्ची के परिजनों की तस्वीर को ट्वीट करके उसकी पहचान को उजागर करना पॉक्सो कानून का उल्लंघन है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग इसका संज्ञान लेते हुए ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी करता है कि वह इस पोस्ट को हटाए।’ राहुल गांधी बुधवार को सुबह बच्ची के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने बच्ची के माता और पिता से अपनी कार में ही मुलाकात की थी और उसकी तस्वीर ट्विटर पर शेयर की थी। परिजनों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि वह परिवार को न्याय दिलाने के लिए संकल्प लेते हैं और इससे एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे

स्‍वतंत्रता दिवस से पहले भारत लगाएगा बड़ी छलांग, अंतरिक्ष में तैनात करेगा ‘निगहबान’

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बेंगलुरु, स्‍वतंत्रता दिवस के जश्‍न की तैयारियों के बीच भारत अपने बहुप्रतीक्षित जियो इमेजिंग उपग्रह जीसैट-1 (Gisat-1) को 12 अगस्‍त को लॉन्च करने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 12 अगस्‍त को जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी रखने वाले इस उपग्रह को लॉन्‍च किया जाएगा। इस उपग्रह का कोडनेम ईओएस-03 (EOS-3) रखा गया है।

ISRO ने जानकारी दी है कि इस उपग्रह का प्रक्षेपण 12 अगस्त को सुबह पांच बजकर 43 मिनट पर किया जाएगा। हालांकि यह मौसम संबंधी स्थिति पर निर्भर करेगा। ईओएस-03 अति उन्नत उपग्रह है, जिसे जीएसएलवी एफ 10 यान की मदद धरती की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। अभी तक इस उपग्रह का प्रक्षेपण कोविड-19 महामारी के कारण टला हुआ था। इससे पहले इस साल 28 फरवरी को इसरो ने 18 छोटे उपग्रहों को भी लॉन्‍च किया था। इनमें देसी और विदेशी उपग्रह शामिल थे।
अंतरिक्ष विभाग के राज्‍य मंत्री जितेंद्र सिंह ने हाल ही में संसद में दावा किया था कि ईओएस-3 पूरे देश की रोजाना 4-5 बार इमेजिंग करने में सक्षम है और जल स्रोतों, फसलों, वनस्पति की स्थिति और वन क्षेत्र परिवर्तन की निगरानी के लिए उपयुक्‍त है। यह बाढ़ और चक्रवात की भी सटीक जानकारी मुहैया कराएगा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रॉकेट में पहली बार 4 मीटर व्यास वाले ऑगिव-शेप्ड पेलोड फेयरिंग (हीट शील्ड) का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा उपग्रह में 6-बैंड मल्टीस्पेक्ट्रल दृश्य और नियर-इंफ्रा-रेड के 42-मीटर रिज़ॉल्यूशन के पेलोड इमेजिंग सेंसर होंगे।

जैसैट-1 के प्रक्षेपण के बाद भारत ईओएस-4 या रीसैट 1ए के प्रक्षेपण पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो एक रडार इमेजिंग उपग्रह है और दिन-रात तस्वीरें ले सकता है। यह उपग्रह पूरे दिन और सभी मौसमों में समान रूप से चलने की अपनी क्षमता के आधार पर देश की रक्षा में एक रणनीतिक भूमिका निभाने के लिए तैयार है।