Thursday, May 1, 2025
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शांतिकुंज में 120 फीट के राष्ट्रीय ध्वज का राज्यपाल ने किया लोकार्पण

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हरिद्वार (कुलभूषण), राज्य के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह शुक्रवार को पहली बार हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने शांतिकुंज में स्थापित 120 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिसर में स्थित शौर्य दीवार पर पुष्प चक्र अर्पित कर वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने तिरंगे को आन-बान-शान का प्रतीक बताया।

शांतिकुंज स्थापना की स्वर्ण जयंती व्याख्यान माला में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे राज्यपाल ने कहा कि नवरात्र के दूसरे दिन युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य और माता भगवती देवी शर्मा का आशीर्वाद लेने आया हूं। गायत्री मंत्र हमें अपने अंतर आत्मा से जोड़ता है। राज्यपाल ने कहा कि देव संस्कृति विवि परंपरा का निर्वहन कर रहा है। भारतीय संस्कृति की गौरव गाथा, शौर्य, पराक्रम, साहस, समरसता की प्रेरणा को जन-जन तक पहुंचाने में जुटा है। अध्यक्षता करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या ने कहा कि उत्तराखंड का सौभाग्य है कि पहली बार सेना के सेवानिवृत्त उच्चाधिकारी को राज्यपाल की जिम्मेदारी मिली है।

 

उन्होंने कहा कि आजादी के मतवाले श्रीराम शर्मा एक प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी रहे। तिरंगे की आन-बान-शान के लिए अंग्रेजों से लड़े। उन्होंने कहा कि मेरे शरीर के रक्त का एक-एक बूंद राष्ट्र के लिए समर्पित है। इस दौरान डॉ. पंड्या ने राज्यपाल को विवि का प्रतीक चिह्न, गायत्री महामंत्र की चादर और युग साहित्य भेंटकर सम्मानित किया। इससे पहले देव संस्कृति विवि के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी। राज्यपाल और कुलाधिपति ने विवि के ई न्यूज लेटर रेनासा के नवीनतम अंक का विमोचन किया। इस अवसर पर कुलपति शरद पारधी, कुलसचिव बलदाऊ देवांगन सहित प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने अपना उद्बोधन ओम के उच्चारण के साथ शुरू और खत्म किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रध्वज देशभक्ति, राष्ट्रीयता के साथ सभी भारतीयों को एक डोर में बांधे हुए है। हम सबके लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। राष्ट्र की सुरक्षा में प्राणों की आहुति हो जाए तो यह गर्व की बात है। हर सैनिक की अंतिम अभिलाषा होती है कि जब प्राण निकले तो शरीर तिरंगे में लिपटा हो। उन्होंने भारत एवं भारतीयता, संस्कृत एवं संस्कृति के उत्थान के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।

ओएनजीसी कर्मी के बैंक खाते से 7.5 लाख रुपये साफ

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देहरादून। ओएनजीसी कर्मचारी के खाते से अज्ञात व्यक्ति ने साढ़े सात लाख रुपये उड़ा दिए। हैरानी की बात ये है कि कर्मचारी ने अपने बैंक खाते से जुड़ी कोई भी डिटेल शेयर नहीं की। कैंट कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस संभावना जता रही है कि इसमें बैंक अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत हो सकती है।
शिकायतकर्त्ता विनोद कुमार निवासी कौलागढ़ ने पुलिस को बताया कि वह ओएनजीसी में तैनात हैं। उन्होंने किसी को भी अपना पासवर्ड या ओटीपी शेयर नहीं किया। सितंबर महीने में जब वह अपने एटीएम कार्ड का पासवर्ड अपडेट करने के लिए बैंक पहुंचे तो वह यह देखकर दंग रह गए कि खाते से साढ़े सात लाख रुपये निकल चुके हैं। धनराशि की निकासी का उन्हें मैसेज भी नहीं आया, जबकि खाते से धनराशि निकासी का सिलसिला 10 अगस्त से शुरू हो गया था।
इंस्पेक्टर कैंट एश्वर्यापाल ने बताया कि सितंबर महीने में पीड़ित की ओर से शिकायत दर्ज करवाई गई थी। इसके बाद साइबर सैल से रिपोर्ट मांगी गई। जांच में पता लगा कि धनराशि की निकासी उड़ीसा से हुई है। मामले की जांच करवाई जा रही है।

भीमताल के निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा हुये भाजपाई, दिल्ली में ली सदस्यता

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देहरादून, उत्तराखंड़ में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं, राजनैतिक पार्टियों में नेताओं का आना और जाना शुरू हो चुका है, इसी कड़ी में भीमताल विधानसभा से निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने पत्नी के साथ शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दौरान उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सदस्य दुष्यंत गौतम, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी मौजूद रहे। उनकी पत्नी कमलेश कैड़ा ओखलकांडा से ब्लॉक प्रमुख हैं।

भाजपा में शामिल होने के बाद विधायक राम सिंह कैड़ा ने कहा कि भाजपा एक ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है जो एक परिवार की तरह अपने कार्यकर्ताओं को जोड़े रखती है। और यही कारण है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं में मतभेद जैसी कोई बात सामने नहीं आती है। कैड़ा ने कहा कि भाजपा में शामिल होने के बाद वह पार्टी के कार्यकर्ताओं का वैसे ही सम्मान करेंगे, जैसे वह निर्दलीय विधायक रहते हुए अपने समर्थकों का करते आए हैं। कैड़ा ने कहा कि वह पार्टी की मजबूती के साथ ही हर कार्यकर्ता की भावनाओं का ध्यान रखते हुए काम करेंगे।

कुमांऊ मंड़ल के भीमताल विधानसभा सीट से वर्ष 2017 में मोदी लहर में निर्दलीय विधायक बने राम सिंह कैड़ा प्रदेश में चर्चाओं में आने के साथ भाजपा और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की नजरों में भी आए थे। कैड़ा ने अपनी विधानसभा में विकास कार्यों के लिए अपने चार सालों में भाजपा के साथ तालमेल बनाए रखा। विधायक कैड़ा के साथ भीमताल विधानसभा के कुछ जनप्रतिनिधियों के भी भाजपा में शामिल होने की चर्चा है। विधायक राम सिंह कैड़ा की पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद अजय भट्ट से नजदीकियां रही हैं |

ओखलकांडा ब्लॉक के कैड़ा गांव निवासी राम सिंह कैड़ा ने अपनी राजनीति कॅरियर की शुरुआत छात्र राजनीति से की। कैड़ा हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज में वर्ष 1992 में छात्रसंघ अध्यक्ष, 1994 में छात्रसंघ सचिव, 1999-2000 के मध्य छात्रसंघ अध्यक्ष और 2001 में छात्र महासंघ अध्यक्ष रहे, वर्ष 2003 में नाई-ढोलीगांव से जिला पंचायत सदस्य और 2008 में भुमका से क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे। साथ ही कैड़ा उत्तराखंड राज्य गठन के दौरान राज्य आंदोलनकारी के रूप में फतेहगढ़, बरेली, हल्द्वानी और नैनीताल जेल में भी बंद रहे।

कांग्रेस के प्रमुख पदों पर रहे कैड़ा
विधायक राम सिंह कैड़ा ने छात्र राजनीति के साथ जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत सदस्य रहने के बाद कांग्रेस की सदस्यता ली। कैड़ा कांग्रेस में प्रदेश महामंत्री, प्रदेश संगठन मंत्री और प्रदेश सचिव के पदों पर रहे। कैड़ा ने कांग्रेस की सीट पर भीमताल विधानसभा से विधायक के रूप में चुनाव भी लड़ा, लेकिन तब हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2017 में कांग्रेस से टिकट न मिलने पर कैड़ा ने निर्दलीय चुनाव लड़कर मोदी लहर में जीत हासिल कर नया इतिहास रचा था।

आप के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कपरवाण भाजपा में हुये शामिल

देहरादून, उत्तराखंड में आप के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कपरवाण भाजपा में शामिल हो गये। श्री
कपरवाण चमोली भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रहे हैं और कुछ महीने पहले ही कपरवाण ने भाजपा छोड़कर आप में शामिल हुये थे।
राज्य सभा सांसद व भाजपा की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष नरेश बंसल ने उन्हें भाजपा का पटका पहना कर पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस अवसर बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट भी मौजूद रहे।

बता दें कि विनोद कपरवाण ने अपने साथियों के साथ दिल्ली में आप का दामन थामा था। विनोद कपरवाण ने 30 सालों तक बीजेपी में काम किया और उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी का भी करीबी माना जाता है।

एम्स ऋषिकेश सुपर स्पेशलिटी के लिए अलग पहचान बनाए : केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री

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ऋषिकेश, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की प्रगति की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि 22 स्पेशलिटी में एम्स ऋषिकेश किसी एक में अलग पहचान हासिल करें। उन्होंने कहा कि दिल्ली एम्स और पीजीआइ चंडीगढ़ का भार कम करने के लिए एम्स ऋषिकेश में तमाम सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को प्रधानमंत्री की यहां से रवानगी के बाद एम्स के अधिकारियों के साथ संस्थान की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान करीब एक घंटा प्रोजेक्टर के माध्यम से एम्स की अब तक की उपलब्धियों के प्रस्तुतीकरण को देखा। इस दौरान उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के साथ राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में बात की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हर जनपद के लिए अलग बजट का प्रविधान किया है। हम यह चाहते हैं कि ऋषिकेश एम्स सुपर स्पेशलिटी के लिए अपनी अलग पहचान बनाए। यह सब एक वर्ष के भीतर पूर्ण हो जाएगा,

ऋषिकेश को तीन और डोईवाला को मिली एक खुशियों की सवारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्स सिर्फ बाहर से रेफर किए गए मरीजों के उपचार के क्षेत्र में और प्रगति करें। यहां रेफरल और नान रेफरल मरीजों को पृथक किए जाने की जरूरत है। इनके लिए प्राथमिकता तय होनी चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड के स्थानीय नागरिकों को उपचार में सुविधा मिले इसके लिए एम्स प्रशासन को बेहतर कार्य करने के लिए कहा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने करीब डेढ़ घंटा एम्स के विभिन्न निकायों का निरीक्षण किया। उन्होंने रोबोटिक शिक्षा प्रणाली प्रदान करने वाली स्किल लैब का निरीक्षण किया और इससे वह काफी प्रभावित हुए। उन्होंने नवजात शिशुओं के लिए तैयार आइसीयू वार्ड का भी निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त आपरेशन थिएटर फ्लोर और नए लगे आक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। इस दौरान एम्स के निदेशक प्रो. अरविद राजवंशी, डीन एकेडमिक डा. मनोज कुमार गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक डा. अश्वनी दलाल, डा. लतिका मोहन, नोडल अधिकारी डा. मधुर उनियाल, डा. रवि, विधि अधिकारी प्रदीप कुमार पांडे, आदि मौजूद रहे।

 

 

दो दिवसीय शॉपिंग फेस्टिवल की शुरुआत

देहरादून, दो दिवसीय उमा शॉपिंग फेस्टिवल की शुरुआत आज रेसकोर्स चैक स्थित अतिथि कम्यूनिटि सेंटर में हो गई। प्रदर्शनी में लोगों ने त्यौहरों के मद्देनजर जम कर शॉपिंग की जिससे महिला उद्यमियों के चेहरे भी खिले हुए दिखे।
प्रदर्शनी का उद्घाटन भाजपा नेता जितेंद्र नेगी एवं वरिष्ठ समाजसेवी रमा गोयल सहित उमा की संस्थापक श्रीमति उमा मांगलिक ने किया। प्रदर्शनी में महिला उद्यमियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। हर किसी को मात्र यही उम्मीद की त्यौहरों के इस मौसम में लोग खूब खरीदारी करें। इस मौके पर आगंतुकों के लिए सरप्राइज लक्की ड्रा और गिफ्टस भी रखे गए थे। लोगों ने त्यौहारों को देखते हुए जमकर शॉपिंग की। इस मौके पर आयोजक वर्षा मांगलिक ने बताया कि प्रदर्शनी में न सिर्फ देहरादून दिल्ली, मेरठ, जयपुर, मुरादाबाद, आदि शहरों से भी लोगों ने स्टाॅल लगाए हुए है। उन्होंने बताया कि अभी आज भी प्रदर्शनी चलेगी और उन्हे उम्मीद है लोग आएंगे और खूब शॉपिंग भी करेंगे।

नेशनल पार्क एवं सेंचुरी बढ़ने के बावजूद भी संकट में क्यों है वन्यजीव : रावत

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हरिद्वार 8 अक्टूबर (कुलभूषण) देश में एक ओर संरक्षण क्षेत्रों की संख्या बढ़ रही है तो दूसरी ओर संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची लंबी होती जा रही है। आखिर यह विरोधाभास क्यों हैं? उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल आनंद सिंह रावत के इस मार्मिक प्रश्न से सभी स्तब्ध रह गए। श्री रावत ने यह प्रश्न गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के जंतु एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित ‘वन्य जीव सप्ताह समारोह’ के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि उठाया।

उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में 100 से अधिक नेशनल पार्क और 550 से अधिक वाइल्डलाइफ सेंचुरी होने के बावजूद भी हमारे वन्यजीव सुरक्षित क्यों नहीं है। पक्षियों की स्थिति को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि आज हॉर्नबिल, बस्टर्ड, फ्लोरीकन, मोनाल, गिद्ध, गौरैया जैसी प्रजातियां तेजी से विलुप्ति की ओर बढ़ रही हैं। उन्होंने सभागार में उपस्थित युवा पीढ़ी से यह आह्वान किया कि वे आगे बढ़ें और वन्यजीवों के संरक्षण में जमीनी स्तर पर अपना योगदान दें। श्री रावत ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि यदि आज वन्यजीव संरक्षण को लेकर हम नहीं जागे तो वह दिन दूर नहीं, जब विभिन्न वन्यजीवों की भांति स्वयं मानव का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा। श्री रावत ने कार्यक्रम के आयोजक प्रोफेसर दिनेश भट्ट को बधाई दी कि आज के समय में ऐसे कार्यक्रमों की बहुत अधिक आवश्यकता है तथा गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय निरंतर इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है।

उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर देवी प्रसाद त्रिपाठी ने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं को प्राचीन गुरुकुल की शिक्षा व्यवस्था की महत्ता व अरण्य संस्कृति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल खंड में ऋषि परंपरा थी जहाँ ऋषि मुनि जंगलों में कुटिया बनाकर गुरुकुल चलाते थे। प्रोफ़ेसर त्रिपाठी ने उदाहरण दिया कि हमारे देश का नाम जिस भरत के नाम पर ‘भारत’ पड़ा है, वह ऋषि कण्व  के आश्रम में अपनी माता शकुंतला के साथ वन्यजीवों के बीच ही रहता था। उन्होंने मानव एवं वन्य जीव के सह-अस्तित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि भरत अपने बाल्यकाल में सिंह जैसे हिंसक प्राणी के दांत तक गिन लिया करता था परंतु आज वन्यजीव और मानव के बीच का यह सुंदर रिश्ता बुरी तरह नष्ट होता जा रहा है।

समाजसेवी एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सत्यप्रकाश त्यागी ने कहा कि तीन से चार दशक पूर्व गांव में पीपल और बरगद के पेड़ों पर जिन गिद्धों  की बड़ी संख्या पायी जाती थी, वह आज एकाएक गायब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थियों के द्वारा गिद्ध को पहचानना मुश्किल हो गया है। श्री त्यागी ने कहा कि इस अज्ञानता के लिए यह बच्चे दोषी नहीं है। विकास की अंधी दौड़ में मानवीय क्रियाकलापों ने गिद्ध को हमारे परिवेश से विलुप्त कर दिया है। साथ ही उन्होंने अवगत कराया कि गिद्ध तो मात्र एक उदाहरण है, आज न जाने कितने पशु पक्षियों की प्रजाति विलुप्त ही ओर अग्रसर हो रही हैं और हम इस गंभीर बात से अनभिज्ञ हैं।

कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता एवं वन्य जीव संस्थान देहरादून के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉक्टर के. रमेश ने भागीरथी नदी बेसिन के संरक्षण पर अपना विशिष्ट व्याख्यान दिया। उन्होंने भागीरथी में बन रहे बांध एवं वन्यजीवों पर उसके प्रभाव पर चर्चा की। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर देवेंद्र मलिक ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों सहित सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सुनील कुमार ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि गुरुकुल विश्वविद्यालय वन्यजीव एवं प्रकृति संरक्षण को पूर्ण संकल्पबद्ध  है तथा भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन जारी रहेगा।

कार्यक्रम के संयोजक एवं अंतर्राष्ट्रीय पक्षी वैज्ञानिक प्रोफेसर दिनेश भट्ट ने इस पांच दिवसीय कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट तथा संस्तुति अतिथियों एवं प्रतिभागियों के सामने प्रस्तुत की। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता हेतु यूकोस्ट देहरादून एवं विश्वविद्यालय प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रोफेसर भट्ट ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन  किया गया है जिसमे विजयी रहे प्रतिभागियों को अतिथियों के द्वारा पुरस्कार दिए गए।

निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम वर्ग में डीपीएस दौलतपुर की आद्या सक्सेना, ज्ञान गंगा अकैडमी से चक्षु एवं केंद्रीय विद्यालय रुड़की से शिवम ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त किए। चित्रकला प्रतियोगिता में स्वामी हरिहरानंद पब्लिक स्कूल की विधि विश्वकर्मा ने प्रथम, केंद्रीय विद्यालय से दुर्गा सैनी ने द्वितीय एवं डीपीएस दौलतपुर से इशिका शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में स्तव्य सिखौला एवं वृंदा ने संयुक्त रूप से प्रथम, स्वामी हरिहरानंद से समीक्षा ने द्वितीय तथा दिल्ली पब्लिक स्कूल से देवीशी  चौहान ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। शॉर्ट वीडियो मेकिंग कंपटीशन में ग्राफिक एरा, देहरादून के आशीष ने प्रथम, जी बी पंत राष्ट्रीय संस्थान अल्मोड़ा की मेधा दुर्गापाल ने द्वितीय तथा दीप्ति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी प्रतियोगिता में गुरुकुल कांगड़ी के शिवम वर्मा ने प्रथम, स्वामी हरिहरानंद पब्लिक स्कूल के वेदांश ने द्वितीय तथा यदुवंश मनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। चित्रकला प्रतियोगिता में वरिष्ठ श्रेणी में डी ए वी कॉलेज मुजफ्फरनगर की प्रज्ञा एवं ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून की स्वाति सिंह ने संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से आरुषि आनंद ने द्वितीय तथा नीरज कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।  वन्य जीव फोटोग्राफी में वरिष्ठ श्रेणी में रेखा रावत एवं पारुल ने प्रथम, पर्यावरणीय संस्थान कुरुक्षेत्र के नवनीत शर्मा ने द्वितीय तथा सलीम अली सेंटर कोयंबटूर तमिलनाडु के आशुतोष सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

डॉक्टर नितिन कम्बोज ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच सञ्चालन डॉक्टर राकेश भूटानी  ने किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर एल पी पुरोहित, प्रोफेसर नमिता जोशी, प्रोफेसर संगीता विद्यालंकार, अधिवक्ता अजय वीर पुंडीर, वरिष्ठ पत्रकार लेखिका राधिका नागरथ, डॉक्टर संगीता मदान, संयुक्त कुलसचिव डॉक्टर श्वेतांक आर्य, डॉक्टर विनोद कुमार, डॉक्टर गगन, डॉक्टर मनोज, डॉक्टर पवन, आदेश त्यागी, हंसराज जोशी सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, अध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

स्पिक मैके करेगा ऑनलाइन सांस्कृतिक उत्सव ‘अनुभव 3’ की मेजबानी

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 देहरादून: द सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग यूथ (स्पिक मैके) सांस्कृतिक कार्यक्रमों की ऑनलाइन श्रृंखला ‘अनुभव -3’ के तीसरे संस्करण की मेजबानी करने जा रहा है। यह कार्यक्रमों की ऑनलाइन श्रृंखला 9 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक आयोजित होने वाली है और इसे स्पिक मैके के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।

उत्सव के बारे में बोलते हुए, मीडिया निदेशक, स्पिक मैके, सुमन डूंगा ने कहा, “महामारी के दौरान, स्पिक मैके द्वारा लगातार ऑनलाइन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमे दुनियाभर से भागीदारी देखी जा सकती है। यह ऑनलाइन उत्सव दुनिया भर के युवाओं के लिए उन सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों का अनुभव करने का अवसर है, जिन्हें भारत ने सदियों से विभिन्न रूपों में संरक्षित किया है। हमें उम्मीद है कि अनुभव -3 के ये सात दिन एक छात्र को अपने अंदर के एवरेस्ट पर्वत की एक झलक पाने और भारत के संपूर्ण संस्कृति का अनुभव करने में मदद करेंगे।”

कुछ प्रसिद्ध कलाकार जो ऑनलाइन श्रृंखला अनुभव 3 का हिस्सा होंगे, वे हैं संगीता कलानिधि, उमयालपुरम के शिवरमन, टी वी शंकरनारायणन, परवीन सुल्ताना, डॉ एल सुब्रमण्यम, सुधा रगुनाथन, घनकांता बोरा, शेख महबूब सुभानी, कालेशबी महबूब, विदुषी मालविका सरुक्कई, पंडित भजन सोपोरी, प्रह्लाद सिंह टिपानिया, डॉ. सुमा सुधींद्र, उस्ताद बहाउद्दीन डागर, दादी पुदुमजी, अश्विनी भिड़े देशपांडे, पं. प्रभाकर कारेकर, पंडित ऋत्विक सान्याल, अभिषेक रघुराम और कपिला वेणु।

ऑनलाइन सांस्कृतिक उत्सव के बारे में और जानकारी देते हुए, अध्यक्ष, स्पिक मैके उत्तराखंड, विद्या वासन ने कहा, “अनुभव -3 का एक साप्ताहि कार्यक्रम इस प्रकार बनाया गया है, जिससे एक छात्र को दुनिया के प्ररूपी विकर्षणों से दूर रखा जा सके। इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सलाह दी जाती है कि वे सोशल मीडिया और टीवी से कुछ समय दूर होकर भारतीय विरासत और इसकी नैतिकता के अपने दृष्टिकोण को समझने और आत्मनिरीक्षण करने पर ध्यान केंद्रित करें।”

सात दिवसीय उत्सव अनुभव-3 के दौरान हिंदुस्तानी वोकल, कर्नाटक वोकल, शास्त्रीय नृत्य, लोक संगीत और नृत्य, और पारंपरिक चित्रकला शैलियों की 150 कार्यशालाएं होंगी। इस कार्यक्रम में पूरे देश के साथ-साथ बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, चीन, कोरिया, सिंगापुर और जापान जैसे अन्य देशों से लगभग 15,000 छात्र भाग लेंगे। अनुभव-3 के दौरान कोन्या के प्रसिद्ध व्हर्लिंग दरवेशों द्वारा वीडियो का प्रीमियर भी होगा। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में भागीदारी नि:शुल्क रखी जाएगी।

कुट्टू के आटे के पकवान खाने से 50 लोगों की हालत बिगड़ी, अस्पताल में हुये भर्ती

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हरिद्वार, रायवाला थाना क्षेत्र के हरिपुर कलां में कुट्टू का आटा के पकवान खाने के बाद अलग-अलग परिवारों के 30 लोगों की हालत बिगड़ गई है। दूसरी तरफ हरिद्वार में भी कुट्टू का आटा खाने से 20 लोगों की तबीयत बिगड़ने की खबर है | बताया जा रहा है सभी ने कुट्टू के आटे के पकवान खाए थे, आनन फानन बीमारों को ऋषिकेश में हरिपुर कलां स्थित निजी अस्पताल और पीएचसी रायवाला में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत अभी स्थिर है। बताया कि लोगों ने अलग-अलग दुकानों से कुट्टू का आटा खरीदा था।

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम दुकानदारों से कुट्टू के आटे के सप्लायर की जानकारी जुटा रही है। नवरात्र के दूसरे दिन हरिद्वार में भी कुट्टू का आटा खाने से कई लोगों को फूड प्वॉइजनिंग की शिकायत हुई है। उत्तरी हरिद्वार कनखल और ज्वालापुर के 20 लोग उल्टी-दस्त की शिकायत लेकर जिला अस्पताल इलाज कराने के लिए पहुंचे। इनमें से 19 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं अभी एक व्यक्ति का उपचार किया जा रहा है। हालांकि, उसकी हालत भी सामान्य है। प्रभारी मुख्य सीएमएस चंदन मिश्रा ने बताया कि बासी आटे के सेवन से इन लोगों की तबीयत खराब हुई है |
जबकि बीते पिछले साल भी अक्तूबर में नवरात्रि के दौरान रुड़की में भी सौ से ज्यादा लोगों की तबीयत कुट्टू का आटा खाने से बिगड़ी थी, इसी तरह इसी साल अप्रैल माह में रुद्रपुर में भी कुट्टू के आटे की पूड़ियां खाने से अलग-अलग स्थानों पर नौ लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी।

खास खबर : उत्तराखण्ड़ के कई रूटों के लिए शुरू हुई हवाई सेवा, केंद्रीय मंत्री सिंधिया और सीएम धामी ने किया शुभारंभ

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दून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का भी हुआ लोकार्पण

देहरादून, उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये सरकार कई योजनाओं को घरातल पर उतार रही है, इसी के मध्य नजर आज शुक्रवार को राज्य के कई रूटों पर हवाई सेवा शुरू हो गई। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई हेली सेवाओं का उद्घाटन किया। इसके साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का लोकार्पण भी किया गया ।

केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को दोपहर दो बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। उनके साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने 353 करोड़ की लागत से तैयार नए टर्मिनल का निरीक्षण भी किया। इसके बाद वह लोकार्पण कार्यक्रम सस्थल पर पहुंचे और नई हेली सेवाओं का उद्घाटन व टर्मिनल भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह भी मौजूद रहे। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक वीडियो कांफ्रेंस के जरिए कार्यक्रम से जुड़े।Dehraduns Jollygrant Airport new terminal will come into existence Union Minister jyotiraditya Scindia inaugurated
एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में राज्य की विराट संस्कृति से लोगों को रूबरू होने का मौका मिलेगा
बढ़ते पर्यटन और यात्रियों की बढ़ती संख्या के चलते एयरपोर्ट की पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग छोटी पड़ने लगी थी क्योंकि एयरपोर्ट पर प्रतिदिन 22 से 25 फ्लाइट के आवागमन से बड़ी बिल्डिंग की जरूरत महसूस की जा रही थी। जौलीग्रांट एयरपोर्ट टर्मिनल भवन में अंदर आने पर राज्यपुष्प ब्रह्मकमल की झलक दिखाने वाले तीन स्तंभ बनाए गए हैं। इन्हीं स्तंभों के सामने राज्य की कलाकृतियों को दर्शाया गया है।

Dehradun News In Hindi, Latest देहरादून न्यूज़ Headlines - Amarujala.com
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि को उड़ान योजना के तहत हैरिटेज कंपनी की ओर से सहस्त्रधारा से गौचर और चिन्यालीसौड़ के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू की गई है। वहीं, पवन हंस की ओर से जौलीग्रांट से श्रीनगर और गौचर के लिए सीधी हवाई सेवा का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा पवन हंस की ओर से दून से हल्द्वानी, पंतनगर-पिथौरागढ़, देहरादून-पिथौरागढ़ वाया हल्द्वानी हेली सेवा शुरू की जा रही है।

उत्तराखंड में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय, यूकाडा के सहयोग से जौलीग्रांट एयरपोर्ट में हेलीकाॅप्टर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें देश की कई एविएशन कंपनियां भाग लेंगी। प्रदेश में हवाई सेवाओं के विस्तार और कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए हेली कंपनियों के साथ संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।

विभिन्न रूटों पर हेली सेवा का किराया : –
देहरादून से हल्द्वानी, रुपये 5683
पंतनगर से पिथौरागढ़, रुपये 4625
देहरादून से पिथौरागढ़, रुपये 7999
जौलीग्रांट से गौचर, रुपये 4625
सहस्त्रधारा से चिन्यालीसौड़, रुपये 2500
सहस्त्रधारा से गौचर, रुपये 3000
जौलीग्रांट से श्रीनगर, रुपये 3581
शनिवार को हल्द्वानी से पिथौरागढ़ और देहरादून के लिए हवाई सेवा शुरू हो रही है। हेली सेवा शुरू करने के लिए डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने हरी झंडी दे दी है। हेली सेवा के लिए सुरक्षा की आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। डीजीसीए की टीम ने बुधवार को गौलापार में हेलीकॉप्टर की उड़ान से ट्रायल किया था।

देहरादून से हेलीकॉप्टर शनिवार की सुबह करीब नौ बजे उड़ान भरेगा और दस बजे से पहले गौलापार हल्द्वानी स्थित हेलीपैड पर उतरेगा। इसके बाद यात्रियों को लेने के लिए पंतनगर जाएगा। वहां से हेलीकॉप्टर पिथौरागढ़ के लिए उड़ान भरेगा। पिथौरागढ़ से यात्रियों को लेकर हेलीकॉप्टर देहरादून वापस चला जाएगा।

नीति आयोग टीम ने किया ऋषिकुल जम्बो वैक्सीनेशन साइट का निरीक्षण

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हरिद्वार 8 अक्टूबर (कुलभूषण) नीति आयोग भारत सरकार की टीम ने ऋषिकुल जम्बो वैक्सीनेशन साइट का निरीक्षण कर साइट के नोडल अधिकारीध्रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी की समर्पित सेवा भावना की सराहना की।
ऋषिकुल जम्बो साइट का निरीक्षण नीति आयोग भारत सरकार की टीम द्वारा किया गया। नीति आयोग भारत सरकार की यंग प्रोफेशनल तनुश्री चन्द्रा ने ऋषिकुल जम्बो उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिये रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी की विशेष सराहना करते हुए कहा कि ऋषिकुल जम्बो साइट पर वैक्सीनेशन व्यवस्थाएं इतनी अच्छी है कि उक्त साइट को एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाए जिससे अन्य साइटों की टीमों को भी प्रेरणा मिले। तनुश्री चन्द्रा ने अवगत कराया कि मेरे द्वारा अन्य प्रदेशों में भी वैक्सीनेशन साइटों का निरीक्षण किया गया है नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी की समर्पित सेवा भावना ऋषिकुल जम्बौ वैक्सीन साइट पर जो उत्कृष्ट व्यवस्था देखने को मिली वह अतुल्य है जिसकी मैं भूरी भूरी प्रशंसा करती हुं तथा उक्त सेन्टर की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं का सम्पूर्ण फीड बैक भारत सरकार को विशेष रूप से दिया जायेगा।

नीति आयोग की टीम के साथ निरीक्षण के दौरान अपर जिला सांख्यिकी अधिकारी सुभाष शाक्य अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा एचण्डीण्शाक्य मुख्य रूप से थे। नोडल अधिकारी डा नरेश चौधरी ने टीम को जानकारी देते हुए कहा कि अभी भी रेडक्रास की टीम द्वारा ऋषिकुल जम्बो साइट के साथ साथ रेलवे स्टेशन एवं हरकी पैड़ी पर भी वैक्सीनेशन कार्य किया जा रहा है जिसमें रोजाना कोविशील्ड एवं को.वैक्सीन की सभी आयु वर्ग के लाभार्थियों को प्रथम एवं द्वितीय डोज लगायी जा रही है। वैक्सीनेशन सेन्टर एवं जन जागरण अभियान में सहयोग करने वाले रेडक्रास स्वयं सेवकों मे डा  भावना जोशी डा आराधना रावत डा मनीष बर्त्वाल  डा वैशाली डा स्वप्निल डा अंजली डा उर्मिला पाण्डेय डा गणेश आर्य तनिष्का चौहान पूनमएमेघा कोरीए की सराहनीय भूमिका रही।

लोक गायक प्रीतम भरतवाण और रीता ध्यानी ने माता के भजन गाकर दर्शकों को किया मंत्र मुग्ध

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नई टिहरी। प्रीतम और लोक गायिका रीना ने दी मेले में भजनों की प्रस्तुतिसिद्धपीठ श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले की प्रथम सांस्कृतिक संध्या पर जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण और लोक गायिका रीता ध्यानी ने माता के भजन गाकर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इसके साथ ही अन्य कलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुति दी।

नरेन्द्रनगर में आयोजित सिद्धपीठ कुंजापुरी विकास मेले में गुरुवार की संध्या जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण तथा लोकगायिका रीता ध्यानी के नाम रही। दोनों गायकों ने मां दुर्गा की वंदना और अर्चना कार्यक्रम की शुरुआत की। मेले की सांस्कृतिक संध्या पर नरेन्द्रनगर सहित आस-पास क्षेत्र के लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। इसके साथ दोनों गायकों ने दुर्गा भावनी-नारायणी, शिवजी कैलाश रदन, नृसिंह जागर, मोहना तेरी मुरुली बाजी, बांद अमरावती, गजमाला आदि गाने गा कर दर्शकों झूमने पर मजबूर कर दिया।

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा थौल-मेले पहाड़ की संस्कृति है, इसे भविष्य के लिये बचाऐ रखना हम सबका कर्तव्य और दायित्व है, कहा उभरते हुये कलाकारों को भी मंच मिलना चाहिए तभी उनकी प्रतिभा आगे आयेगी। मौके पर नगरपालिकाध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार, राजेंद्र भंडारी, अयोध्या प्रसाद उनियाल, रमेश असवाल, महेश गुसाई, अरविंद नेगी, सूरज जोशी, जयप्रकाश,एकता,प्राची, रेनू, राय सिंह रावत, सीमा आदि मौजूद थे।