Thursday, May 1, 2025
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औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने दवा की दुकानों पर की छापेमारी, 15 दवाओं के लिये सैंपल

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देहरादून, राज्य औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने शहर के विभिन्न मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की। इस दौरान टीम को मेडिकल स्टोर पर कई तरह की अनियमितता मिली। मंगलवार को छापे के दौरान टीम ने 15 दवाओं के सैंपल भी लिए। वहीं, तीन मेडिकल स्टोर को बंद कर उनका औषधि विक्रय लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति की गई। टीम के आने की सूचना मिलने पर कई मेडिकल स्टोर संचालक दुकान बंद कर चले गए। औषधि नियंत्रण विभाग को पिछले कई दिन से शिकायत मिल रही थी कि कुछ मेडिकल स्टोर संचालक नियमों को ठेंगा दिखाकर दवाइयों की बिक्री कर रहे हैं। चिकित्सक की पर्ची के बिना शेड्यूल एच की भी दवाइयों की बिक्री की जा रही है। इस पर औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी गढ़वाल मंडल सुरेंद्र सिंह भंडारी के नेतृत्व में विभागीय टीम दवा की दुकानों का औचक निरीक्षण करने पहुंची।

इस दौरान अधोईवाला में लक्ष्य मेडिकोज पर ड्रग्स एंड कास्मेटिक अधिनियम के तहत कार्रवाई कर संदिग्ध दवाइयों के सैंपल लिए गए। इसी तरह कैंट रोड स्थित मयूर मेडिकोज से भी दवाइयों के सैंपल लिए गए। सहस्रधारा रोड स्थित कपूर मेडिकोज में भी अनियमितता पाई गई। विभागीय अधिकारियों ने सभी दवा विक्रेताओं को दुकान में स्वच्छता बनाए रखने और खामियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए। शेड्यूल एच की दवाइयां बिना चिकित्सक की पर्ची के नहीं बेचने के निर्देश दिए |
नियमों का उल्लंघन करने पर संबंधित दवा विक्रेता पर औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई। टीम में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक नीरज कुमार, उप निरीक्षक जगदीश रतूड़ी, योगेन्द्र सिंह सक्षम नेगी आदि शामिल रहे।

औषधि विभाग लगातार मार रहा छापेमारी, दवा की तीन दुकानें कराई बंद

देहरादून, नियमों का पालन नहीं करने वाली दवा की दुकानों के खिलाफ उत्तराखंड़ औषधि नियंत्रण विभाग की कार्रवाई जारी है। आयुक्त डा. पंकज पांडेय के आदेशानुसार विभागीय टीम अब लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। शुक्रवार को भी औषधि नियंत्रक हेमंत नेगी और सहायक औषधि नियंत्रक एसएस भंडारी के निर्देशन में टीम ने मेहूंवाला क्षेत्र में दवा की दुकानों का औचक निरीक्षण किया।

इस दौरान कई दुकानों में भारी अनियमितताएं मिली हैं। जिस पर दवा की तीन दुकानों जनता मेडिकोज, अंसार मेडिकल स्टोर व गुरु कृपा मेडिकल स्टोर को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है। इन दुकानों से टीम ने संदिग्ध दवाओं के पांच सैंपल भी लिए हैं। इन मेडिकल स्टोर पर ना ही फार्मासिस्ट तैनात था और ना ही सही ढंग से दवा का रखरखाव किया गया था। क्रय-विक्रय का रिकार्ड भी सहीं नहीं मिला। कुछ दवाएं एक्सपायरी डेट की भी मिली, इसके अलावा क्रय-विक्रय का सही रिकार्ड नहीं होने पर मेहूंवाला स्थित रमन मेडिकोज का लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति टीम ने की है। टीम के आने की सूचना मिलने पर ऋषि विहार स्थित कृष्णा मेडिकल स्टोर और कार्की मेडिकल स्टोर के संचालक दुकान बंद कर निकल गए। इस पर गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए दोनों दुकानें सील कर दी गई हैं। वरिष्ठ औषधि निरीक्षक नीरज कुमार, सुधीर कुमार और एफडीए विजिलेंस के एसआइ जगदीश रतूड़ी टीम में शामिल रहे।

बंजारावाला में मकान में चल रहा था सेक्स रैकेट, दो गिरफ्तार

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-सांकेतिक तस्वीर

देहरादून। पटेलनगर के बंजारावाला इलाके में एक मकान में चल रहे सेक्स रैकेट का पुलिस ने खुलासा किया है। दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे आपत्तिजनक वस्तुएं और 15 हजार नगदी बरामद की गई है। एसएसपी जन्मेजय खण्डूरी के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है। पटेलनगर थानाध्यक्ष प्रदीप राणा ने बताया कि शुक्रवार देर रात मुखबिर की सूचना पर एसपी सिटी सरिता डोबाल एवं सीओ हिमांशु वर्मा के निर्देशन में टीम में कार्रवाई की।

ग्रीनव्यू एन्कलेव -2 बंजारावाला स्थित एक मकान में एक सिपाही को सादे कपड़ों में मकान के अंदर भेजा गया। कुछ समय बाद सिपाही ने मिस कॉल देकर टीम को अंदर आने का इशारा किया। मकान के प्रथम तल पर बने एक कमरे में एक महिला आपत्तिजनक स्थिति में मिली। कमरे में आपत्तिजनक वस्तुएं पाई गईं। दूसरे कमरे में जयपाल सिंह राणा और मोहम्मद साजिद एवं दो अन्य महिलाएं थीं। पूछताछ करने पर कमरे सेक्स रैकेट कराया जाना स्वीकार किया गया। दोनों से 15 हजार रुपये बरामद हुए। महिलाओं ने बताया कि जयपाल व मो. साजिद द्वारा उनको काम दिलाने उनके गरीबी का फायदा उठाकर अवैध देह का काम कराया जा रहा था। दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। महिलाओं को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है।

कल घर के आंगन से लापता ढाई वर्षीय मासूम का आज सुबह क्षत-विक्षत शव मिला

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नैनीताल। जनपद मुख्यालय के निकटवर्ती ज्योलीकोट के पास चोपड़ा ग्राम सभा के मटियाली बैंड के पास झाले में अपनी पत्नी मीना राणा और दो पुत्रों 4 वर्षीय पीयूष और करीब ढाई वर्षीय राघव के साथ रहने वाले भानु राणा का छोटा पुत्र राघव शुक्रवार देर शाम करीब 6 बजे भानु का पुत्र राघव घर के आंगन से अचानक गायब हो गया था। शनिवार सुबह उसका शव घर से करीब एक-डेढ़ किलोमीटर दूर मिलने की जानकारी आ रही है।

बताया जा रहा है कि बच्चे का केवल सिर और एक हाथ ही अभी बरामद हुआ है। ऐसी घटना से बालक के परिवार के साथ क्षेत्र में दुःख के साथ ही भय और गुस्से का माहौल भी है। क्षेत्र में पूर्व में हो चुकी घटनाओं के कारण तय माना जा रहा था कि बच्चे को गुलदार उठा कर ले गया है। इसलिए रात्रि 11 बजे के बाद तक वन विभाग के कर्मी एवं स्थानीय ग्रामीण बच्चे की तलाश में जंगल में जुटे रहे, लेकिन तब अंधेरा गहरा होने की वजह से बच्चे का कोई पता नहीं चल सका। अब सुबह-सुबह बच्चे का शव बरामद हो गया है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में दो-तीन पहले गुलदार गांव को जाने वाले रास्ते पर चोपड़ा गांव निवासी मनोज, नरेंद्र और ललित पर झपट गया था। इससे पहले भी जंगल से लगे इस क्षेत्र में गुलदार की लगातार आवक बनी हुई है। और अब जबकि गुलदार नरभक्षी बन चुका है तो उसका खतरा और बढ़ गया है। क्षेत्रीय लोग गुलदार को पकड़कर उसके आतंक से निजात दिलाने की मांग कर रहे हैं।

उत्तराखंड में कोरोना के 17 नए मामले

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देहरादून। बीते 24 घंटे में पांच जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया। चार जिलों में महज एक-एक मामला सामने आया। कुल मिलाकर 13 हजार 630 व्यक्तियों की जांच में कुल 17 व्यक्ति ही कोरोना संक्रमित पाए गए। संक्रमण का यह ग्राफ भी महज 0.12 फीसद रहा।उत्तराखंड सरकार के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक देहरादून में सर्वाधिक छह व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद तीन व्यक्ति हरिद्वार व दो-दो व्यक्ति नैनीताल व पिथौरागढ़ में संक्रमित पाए गए। अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, रुद्रप्रयाग व टिहरी में कोरोना के नए मामले नहीं पाए गए। वहीं, उत्तरकाशी, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी और चमोली में महज एक-एक मामला पाया गया। प्रदेश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 173 रह गई है और रिकवरी रेट 96.02 फीसद पर पहुंच गया है।
उत्तराखंड में अबतक कोरोना संक्रमण के कुल 343662 मामले आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से 329984 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 7396 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 6109 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं। शनिवार को मिली 13613 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई, जबकि 13596 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

कांग्रेस और भाजपा ने किया देवभूमि का बेड़ागर्क, लोगों को जनता कैबिनेट पार्टी से आस : भावना पांडे

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हल्द्वानी, नवोदित जनता कैबिनेट पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने पत्रकार वार्ता में भाजपा और कांग्रेस पर जमक भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियों ने प्रदेश का बेड़ागर्क कर रख दिया है।

शहर के एक होटल में पत्रकारों को संबोधित करते हुये भावना ने कहा अब इनके खोखले वादों से आमजन की बदहाली का अंतिम दौर चल रहा है। कुछ समय बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अब जनता को अपना बदला लेने का वक्त आ गया है। इस बार जनता कैबिनेट पार्टी के साथ आम जनता कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार है।

प्रदेश की जनता इन दोनों पार्टियों की नीतियों को जान चुकी है। कांग्रेस और भाजना ने प्रदेश के युवाओं और महिलाओं के साथ छल किया है। प्रदेश की जनता के पास अब एक नई आस जनता कैबिनेट पार्टी से है, उस पर हम खरा उतरेंगे, भावना पांडे ने कहा कि बहुत जल्द ही समस्त विधानसभाओं में मुफ्त औषधालय और शौचालय की व्यवस्था की जाएगी, जिसका फायदा आमजन को चुनाव से पहले मिल जाएगा।
बेरोजगारों के लिए रोजगार एप और किसानों के लिए किसान हाट एंड मार्ट की सुविधाओं को लेकर जनता कैबिनेट पार्टी ने सत्ता में आने से पहले ही लोगों के लिए काम करना शुरू कर दिया है।
कोरोना के दौरान भी लोगों को मदद करने के बाद भावना पांडे को कोरोना वॉरियर के सम्मान से सम्मानित भी किया गया।

भावना पांडे ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं, बेरोजगार फार्मासिस्ट संगठन, डायट डीएलएड के बच्चों , भोजन माताओं और कई अन्य समूहों के समर्थन से आज जनता कैबिनेट पार्टी अपने लॉन्चिंग से पहले ही लाखों लोगों के दिलों पर राज कर रही है, और जनता अब नई पार्टी को अपना पहला विकल्प मान रही है।

मुख्यमंत्री बनने की चाह का प्रश्न पूछे जाने पर भावना पांडे ने इस संभावना को बिल्कुल नकार दिया, बल्कि उन्होंने यह तक कह दिया कि वह किसी सीट से नहीं लड़ेंगी और उत्तराखंड को एक मजबूत विकल्प देने का काम करेंगी।

सीएम धामी ने जीएसटी कम्पनसेशन को वर्ष 2022 के बाद भी जारी रखने में सहयोग का अनुरोध किया

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*केंद्रीय योजनाओं के मानकों में फ्लोटिंग पापुलेशन भी शामिल किया जाए : सीएम*

नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार ने कहा है कि नीति आयोग उत्तराखण्ड के विकास में पार्टनर की भूमिका निभा रहा है। नीति आयोग, उत्तराखण्ड के विकास में अधिक से अधिक मददगार बनने के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जीएसटी कम्पनसेशन को वर्ष 2022 के बाद भी जारी रखने में सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के मानकों में फ्लोटिंग पापुलेशन भी शामिल किया जाए। सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकारों और राज्य सरकार के अधिकारियों की बैठक में उत्तराखण्ड के सुनियोजित विकास पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया।

*नीति आयोग उत्तराखण्ड के विकास में भागीदार*

नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार ने कहा कि नीति आयोग उत्तराखण्ड के विकास में भागीदार की भूमिका निभा रहा है। राज्य सरकार की विकास से संबंधित हर सम्भव सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न विषयों पर राज्य सरकार के पक्ष पर नीति आयोग केंद्र सरकार के मंत्रालयों से बात करेगा। राज्य सरकार के संबंधित अधिकारी भी निरंतर फॉलोअप करें।

*जिलों में विकास की प्रतिस्पर्धा को बढावा दिया जाए*

डा. राजीव कुमार ने कहा कि राज्य के विकास के लिए सेक्टरवार प्लान व समग्र प्लान बनाया जाए। उत्तराखण्ड में जिलावार एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) निर्धारित करने को अच्छा कदम बताते हुए कहा कि जिलों में विकास की प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। महत्वपूर्ण संकेतकों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इनकी लगातार मॉनिटरिंग जरूरी है।

*जमीनी स्तर पर प्रक्रियागत सरलीकरण*

नीति आयोग उपाध्यक्ष ने जमीनी स्तर पर प्रक्रियागत सरलीकरण की आवश्यकता बताई। निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में जो मंजूरियां लेनी होती हैं, उनका सरलीकरण करने के साथ ही जहां तक सम्भव हो कम किया जाए।

*नेचुरल फार्मिंग पर फोकस किया जाए*

आर्गेनिक फार्मिंग के साथ ही नेचुरल फार्मिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। इससे किसानों की आय को दोगुनी करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने प्रत्येक ब्लॉक में एक गांव के प्राकृतिक कृषि के लिए समर्पित करने का सुझाव दिया।

डा. राजीव कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्कूली शिक्षा की बेहतर स्थिति है। परंतु उच्च शिक्षा के लिए बेहतर शिक्षण संस्थाएं कम हैं। छात्रों को बेहतर उच्च शिक्षा राज्य में ही प्राप्त हो सके। इस ओर भी ध्यान दिया जाए। नदियों के पुनर्जीवन पर भी काफी काम किया जा सकता है। इसमें नीति आयोग नमामि गंगे से राज्य को सहायता को दिलवाने के लिए प्रयास करेगा।
पर्यटन में अधिक से अधिक स्थानीय संसाधनों का उपयोग किया जाए। किस तरह से अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को इससे जोड़ा जा सकता है, इसके लिए सुनियोजित योजना की जरूरत है। कृषि में हाई वेल्यु उपजों जैसे कि औषधीय खेती, मसाले, फूलों की खेती पर बल देना होगा। डा राजीव कुमार ने इनलैंड कन्टेनर डिपो की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र का सहयोग लेने का सुझाव दिया।

*फारेस्ट क्लीयरेंस के सरलीकरण के लिए केन्द्र से बात करेगा नीति आयोग*

डा राजीव कुमार ने बैठक में दिये गये राज्य के प्रस्तुतीकरण को ध्यान से सुनते हुए कहा कि फोरेस्ट क्लीयरेंस की प्रक्रिया को सरल किये जाने की जरूरत है। इस संबंध में राज्य सरकार के जो भी सुझाव हैं, नीति आयोग को भेजे। इस संबंध में केन्द्र से बात की जाऐगी। उन्होंने नेशनल पार्को में हाथियों और टाईगर की संख्या में बढोतरी को देखते हुए इनकी केरिंग केपेसिटी का आंकलन किए जाने पर सहमति व्यक्त की।
*सतत विकास और अंत्योदय राज्य सरकार की सबसे बङी प्राथमिकता : सीएम*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नीति आयोग उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार और उनकी टीम का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए कहा कि आगामी 9 नवम्बर को उत्तराखण्ड 21 वर्ष का होने जा रहा है। प्रधानमंत्री जी ने हमें लक्ष्य दिया है कि 2025 में जब उत्तराखण्ड 25 वर्ष का होगा तो आदर्श विकसित राज्य हो। केंद्र व राज्य सरकार मिलकर उत्तराखण्ड के तेजी से विकास के लिए काम कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत विकास और अंत्योदय हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जब तक समाज में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सरकार और प्रशासन पहुंच नहीं जाते हैं, उन तक विकास का लाभ नहीं पहुचंता है, हम चैन से नहीं बैठेंगे। लोगों को विकास योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ आसानी से मिले, इसके लिए सरलीकरण पर फोकस किया गया है। उद्योगों में सिंगल विंडो सहित तमाम प्रक्रियाओं को सरल किया गया है। इन्वेस्टर्स फ्रेंडली माहौल तैयार किया गया है। उद्यमियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के स्टॉक होल्डर्स से संवाद शुरू किया गया है।

*बार्डर एरिया डेवलपमेंट में उत्तराखण्ड को अधिक धनराशि का आवंटन हो*

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य में सड़क, रेल और एयर कनेक्टीवीटी पर काफी काम किया गया है। राज्य को केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को जीएसटी कम्पनसेशन वर्ष 2022 में समाप्त हो रहा है। इससे राज्य के लिए वित्तीय समस्या खड़ी हो जाएगी। राज्य के सीमित संसाधनों को देखते हुए इसे उत्तराखण्ड के लिए आगे भी जारी रखे जाने की जरूरत है। चीन व नेपाल के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के कारण उत्तराखण्ड की महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति है। यहां बार्डर एरिया डेवलपमेंट प्लान में और अधिक धनराशि दिए जाने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के कुमायूं क्षेत्र में एक और एम्स की स्थापना किए जाने के साथ ही लखवाड़ व्यासी परियोजना, जमरानी बहुद्देशीय परियोजना, सौंग बांध सहित राज्य सरकार के विभिन्न प्रस्तावों को अंतिम मंजूरी दिलाए जाने में सहयोग का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के मानकों में फ्लोटिंग पॉपुलेशन को भी शामिल किया जाना चाहिए।

बैठक में राज्य सरकार द्वारा नीति आयोग के समक्ष राज्य के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर नीति आयोग की वरिष्ठ सलाहकार डाॅ नीलम पटेल, श्री अनुराग गोयल, नीति आयोग उपाध्यक्ष के नीजि सचिव श्री रवीन्द्र प्रताप सिंह, सलाहकार अविनाश मिश्रा, डा प्रेम सिंह, उत्तराखण्ड की अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूङी, श्रीमती मनीषा पंवार, श्री आनंद बर्द्धन सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सचिव नियोजन डॉ बी वी आर सी पुरुषोत्तम ने प्रस्तुतीकरण दिया।

उक्रांद अध्यक्ष ऐरी का गढ़वाल भ्रमण- रुद्रप्रयाग में दल के दिवंगत नेताओं के घर पहुंचकर परिजनों का जाना हाल-चाल

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रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड क्रान्ति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने अपने गढ़वाल भ्रमण कार्यक्रम के तहत आज जनपद के दिवगंत नेताओं के घर पहुंच कर परिजनों से मुलाकात कर हाल चाल जाना। दल के वरिष्ठ नेता स्व. अवतार सिंह राणा, स्व. गंगाधर सेमवाल व स्व. नरेन्द्र सिंह नेगी को याद करते हुये उन्होंने कहा कि पृथक राज्य आंदोलन व उक्रांद के लिये उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
उक्रांद के पूर्व केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी स्वर्गीय अवतार सिंह राणा के गांव रूमसी में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में स्थानीय लोगों व दल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये ऐरी ने कहा कि स्व. राणा की विकास वादी सोच व समाज के लिये उनके समर्पण की भावना के चलते ही वो सबके चहेते थे। वे सबको साथ लेकर कुशल नेतृत्व छमता के धनी थे। इसके बाद उक्रांद अध्यझ ऐरी ने दल के पूर्व जिलाध्यक्ष स्वर्गीय नरेन्द्र सिंह नेगी के गांव बीरों-देवल पहुँचकर परिजनों से मुलाकात की।

उन्होंने कहा कि एकाएक स्वर्गीय अवतार सिंह राणा, गंगाधर सेमवाल, नरेंद्र नेगी ,स्व. बालेश्वर डंगवाल व स्व. दर्शन सिंह विष्ट के असमायिक निधन से दल व समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। इस अवसर पर उनके साथ दल के उपाध्यक्ष व केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी किशन मेहता, दल के केन्द्रीय चुनाव संचालन समिति के अध्यझ ललित विष्ट, केन्द्रीय प्रवक्ता देवेन्द्र चमोली , जिलाध्यक्ष राजेन्द्र नौटियाल, केंद्रीय सचिव गजपाल रावत, वरिष्ठ नेत्री सरला खंडूरी, संयुक्त सचिव पृथ्वीपाल रावत, जिला कार्यकारी अध्यक्ष बलवीर चौधरी, पूर्व केंद्रीय सचिव मुकेश डोभाल, जिला उपाध्यक्ष भगत चौहान, जिला प्रवक्ता मोहित डिमरी, नगर महामंत्री सुनील गोस्वामी सहित जनपद के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।

BEL ने भर्ती नोटिफिकेशन किया जारी, प्रोजेक्ट इंजीनियर और ट्रेनी इंजीनियर के 88 पदों पर होंगी भर्तियां

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BEL recruitment: भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited, BEL) ने ट्रेनी इंजीनियर (Trainee Engineer) और प्रोजेक्ट इंजीनियर (Project engineer) के पद पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। BEL ने अपनी पंचकुला यूनिट के लिए यह नियुक्ति निकाली है। यह भर्तियां अस्थायी तौर पर होंगी। इन पदों पर आवेदन के इच्छुक और योग्य उम्मीदवार बीईएल की आधिकारिक वेबसाइट www.bel india.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 27 अक्टूबर है।

बीईएल की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक कुल 55 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इनमें ट्रेनी इंजीनियर-I के कुल 33 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। वहीं प्रोजेक्ट इंजीनियर -I के 22 पदों पर भर्तियां की जाएंगी। इसके अलावा अभ्यर्थी ध्यान दें कि बतौर आवेदन शुल्क प्रोजेक्ट इंजीनियर के लिए 500 रुपये और ट्रेनी इंजीनियर के लिए 200 रुपये देने होंगे। वहीं पीडब्ल्यूडी, एससी और एसटी श्रेणियों से संबंधित उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के भुगतान से छूट दी गई है।

BEL recruitment 2021: ट्रेनी इंजीनियर और प्रोजेक्ट इंजीनियर के पदों पर करें आवेदन

उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए सबसे पहले बीईएल की आधिकारिक वेबसाइट www.belindia.in पर जाना होगा। इसके बाद होमपेज पर करियर टैब पर क्लिक करें। अब अधिसूचना के लिए आवेदन लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद खुद को पंजीकृत करें। अब आवेदन पत्र भरें। इसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान करें। इसके साथ ही भविष्य के संदर्भ के लिए उसी की हार्ड कॉपी अपने पास रखें।

ट्रेनी इंजीनियर के पदों पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 25 साल होनी चाहिए। वहीं प्रोजेक्ट इंजीनियर के पदों पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 28 साल होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकार के नियमानुसार छूट दी जाएगी। वहीं इस भर्ती से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए आवेदक ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। अभ्यर्थी ध्यान दें कि आवेदन पत्र ऑनलाइन जमा करने के लिए किसी भी तकनीकी सहायता के लिए के लिए ईमेल [email protected] हेल्प डेस्क नंबर: 8866678549/8866678559 पर संपर्क कर सकते हैं। (साभार – जागरण )

दो नशेड़ियों ने ATM उखाड़ने की कोशिश की, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि नशेड़ियों द्वारा पैसों के लिए एक निजी बैंक के एटीएम को उखाड़ने की कोशिश करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार एक्सिस बैंक लाजपत नगर शाखा के प्रबंधक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 5-6 अक्टूबर की दरमियानी रात दो लोगों ने एटीएम तोड़ने की कोशिश की थी।
पुलिस उपायुक्त, दक्षिण पूर्व, ईशा पांडे ने कहा, पुलिस ने एक टीम का गठन किया, जिन्होंने तुरंत कार्रवाई की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से, टीम ने दोनों अपराधियों को पहचानने में सक्षम पाया।

रिंग रोड के पास आरोपी व्यक्तियों की मौजूदगी की सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने छापेमारी की सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त उनकी तस्वीरों की मदद से दोनों आरोपियों को पकड़ लिया है।

दोनों की पहचान यूपी के कासगंज निवासी रोहित चौहान गाजियाबाद के पवन कुमार के रूप में हुई है।

निरंतर पूछताछ पर, दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वे शराब ड्रग्स के आदी थे एक निजी कंपनी में अस्थायी आधार पर काम करते थे, लेकिन अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त कमाई नहीं कर पाते थे।

पुलिस ने एक लोहे की रॉड एक पेचकश को जब्त कर लिया है भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

इंपोर्ट ड्यूटी कम करने का हुआ असर, खाद्य तेलों के बढ़ती दामों में आई गिरावट: सरकार

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नई दिल्ली: सरकार ने कहा है कि कच्चे और रिफाइंड खाद्य तेलों (Edible Oil) पर इंपोर्ट ड्यूटी (Import Duty) कम करने का असर होने लगा है. इससे घरेलू बाजार में सरसों के तेल को छोड़कर बाकी खाद्य तेलों की कीमतों में कमी आई है.
पिछले महीने हुई आयात शुल्क में कमी

सरकार ने बयान कर कहा कि पिछले महीने 11 सितंबर को पाम तेल, सोया तेल और सूरजमुखी तेल पर सीमा शुल्क में कमी कर दी गई थी. जबकि कच्चे पाम तेल पर मूल इंपोर्ट ड्यूटी (Import Duty) को 10 प्रतिशत से घटाकर 2.5 प्रतिशत कर दिया गया. वहीं कच्चे सोया तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर भी आयात शुल्क 7.5 प्रतिशत से घटाकर 2.5 प्रतिशत कर दिया गया.

खाद्य तेलों के दाम में आई गिरावट

सरकार ने कहा कि उसके इन कदमों का बाजार पर अच्छा असर पड़ा है और महंगाई में कमी आई है. इंपोर्ट ड्यूटी (Import Duty) में कमी करने से खाद्य तेलों (Edible Oil) की कीमतों में 2 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. सरकार ने कहा कि सरसों के तेल को छोड़कर बाकी सब तेल बाहर से आयात किए जाते हैं. इसलिए आयात शुल्क (Import Duty) कम करने का उनकी कीमतों पर सीधा असर पड़ा है. अब देश में उत्पादित होने वाले खाद्य तेलों को भी विभिन्न उपायों से कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

जमाखोरी को रोकने के लिए उठाए कदम

सरकार ने कहा कि खाद्य तेलों (Edible Oil) की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए इसकी जमाखोरी के खिलाफ भी कदम उठाए गए हैं. इसके लिए थोक विक्रेताओं, मिल मालिकों और रिफाइनरों को अपने स्टॉक का विवरण एक वेब पोर्टल पर रोजाना उपलब्ध कराने को कहा गया है. इसके साथ ही सभी खुदरा दुकानदारों को ब्रांडेड खाद्य तेलों की दरों को प्रमुखता से प्रदर्शित करने को कहा गया है. जिससे ग्राहक अपनी पसंद के तेल का चुनाव कर सकें. के लिए कहा गया है ताकि उपभोक्ता पसंदीदा खाद्यतेल का चुनाव कर सकें.

खाद्यान्नों की कीमतें भी हुई स्थिर

सरकार ने कहा कि किसानों की मांग पर कई फसलों के एमएसपी में वृद्धि की गई है. इसके बावजूद बाजार में चावल और गेहूं की कीमतों में कमी आई है. उनके साथ ही चना, अरहर, उड़द और मूंग की खुदरा कीमतों में भी गिरावट आई है. पिछले एक साल में आलू की औसत खुदरा कीमतों में 44.77 प्रतिशत की कमी आई है. वहीं प्याज और टमाटर की कीमतों में क्रमश: 17.09 प्रतिशत और 22.83 प्रतिशत की गिरावट आई है.