Thursday, March 28, 2024
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भारत में जॉन डियर की 25 सालों की सफलता, इसकी टेक्नोलॉजी और समाज पर इसके प्रभाव से ही संभव हुई है

देहरादून, जॉन डियर ने देश और दुनिया भर में किसानों की सेवा के लिए अपने इन्नोवेटिव टेक्नोलॉजी, इन्वेस्टमेंट और सतत उत्पादन क्षमता द्वारा देश के विनिर्माण, प्रतिभा और सप्लाई चैन को जारी रखा है | कंपनी ने इन सभी चीजों को तकनीकी रूप से खेती की पैदावार बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया है।

5M सीरीज़ ट्रैक्टर और इसकी उत्पादन प्रणाली इस बात का ताजा उदाहरण है, जो अधिक हॉर्सपावर और अत्याधुनिक विशेषताओं के साथ-साथ उन्नत टेक्नोलॉजी प्रदान करता है, जिसका उद्देश्य खेती करने की लागत को कम करना और किसानों की आमदनी को बढ़ाना है।

ट्रेक्टर, हार्वेस्टर और अत्याधुनिक तकनीक वाले उपकरणों के साथ, इस प्रकार के उत्पादों और नए तरीकों की पेशकश, सही मायने में जॉन डियर की ओर से किसानों को तकनीकी रूप से बेहतर कृषि समाधानों की एक बड़ी रेंज उपलब्ध कराने की लगातार कोशिश का नवीनतम उदाहरण है।

श्री मुकुल वार्ष्णेय, डायरेक्टर – कॉर्पोरेट अफेयर्स, जन संपर्क, मीडिया एवं कम्युनिकेशन ने मीडिया के सभी साथियों का स्वागत किया। उन्होंने कंपनी की 187 वर्षों की विरासत के बारे में बताते हुए कहा, ” वी रन सो लाइफ कैन लीप फॉरवर्ड| जॉन डियर खेती और खेती के लिए जमीन तैयार करने वाले उपकरणों, उत्पादों और तरीकों का निर्माण करने वाली दुनिया की अग्रणी कंपनी है, जो निर्माण और वानिकी उद्योग को भी अपनी सेवाएं प्रदान करती है। जॉन डियर अपनी अत्याधुनिक तकनीक और समाधानों के जरिए अपने ग्राहकों को आर्थिक रूप से, स्थायी तौर पर फायदा पहुंचाने के लिए अद्वितीय है। भारत में अपने 25 सालों की इस यात्रा के दौरान, हमने भारतीय खेती में भी बदलाव देखा है। जॉन डियर में हम सही मायने में अपने ऊंचे इरादों की ओर आगे बढ रहे हैं।”

चर्चा को आगे बढ़ाते हुए श्री शैलेन्द्र जगताप, मैनेजिंग डायरेक्टर, जॉन डियर इंडिया, ने कहा, “25 साल पहले अत्याधुनिक सुविधाओं वाले उत्पादों की पेशकश के साथ भारत में हमारे सफर की शुरुआत हुई थी, जिसमें पावर स्टीयरिंग, ऑयल में डूबे हुए डिस्क ब्रेक, प्लेनेटरी रिडक्शन, फोर्स फीड लुब्रिकेशन, और बहुत अधिक टॉर्क वाले मशीन के साथ-साथ फ्रंट पीटीओ, पर्मा क्लच, ऑटोट्रैक™, पावररिवर्सर™ और जेडीलिंक™ जैसी बेहद महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी शामिल हैं।” उन्होंने आगे कहा कि, “जॉन डियर ने इनोवेशन करना और भारत में इन अत्याधुनिक सुविधाओं को पेश करना जारी रखा है, जो अब इस उद्योग जगत के मानक बनते जा रहे हैं। किसानों की सोच प्रगतिशील है, और जब वे टेक्नोलॉजी की अहमियत और इससे लागत में होने वाले फायदे को देखते हैं तो वे इसे जरूर अपनाते हैं।”

श्री जगताप ने आगे बताया कि, डियर देश के खाद्य सुरक्षा मिशन के साथ-साथ बढ़ती आबादी के लिए भोजन से संबंधित लगातार बदलती जरूरतों में अपना सहयोग देने के वायदे पर कायम है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि डियर भारत को निर्वाह खेती से कृषि-उद्यमिता तक ले जाने पर गर्व महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा, “खेती के लिए संपूर्ण समाधान उपलब्ध कराने और कृषि मशीनीकरण के सफर में महिला किसानों को शामिल करने की हमारी कोशिशों को हमारे ग्राहकों ने काफी महत्व दिया है। हम किसान परिवारों में गर्व की भावना महसूस करते हैं, क्योंकि हम महिला किसानों को खुद को कुशल बनाने और आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करते हैं।”

25 सालों के अपने सफर में, जॉन डियर ने भारत में विनिर्माण और उत्पाद विकास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है, जिसमें शामिल हैं:

  • · पुणे (महाराष्ट्र) और देवास (मध्य प्रदेश) में ट्रैक्टर निर्माण केंद्र
  • · पुणे (महाराष्ट्र) में इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम निर्माण केंद्र
  • · पुणे (महाराष्ट्र) में इंडिया इंजीनियरिंग सेंटर
  • · पुणे (महाराष्ट्र) में एंटरप्राइज़ टेक्नोलॉजी सेंटर
  • · पुणे (महाराष्ट्र) और बेंगलुरु (कर्नाटक) में ग्लोबल (IT) आईटी सेंटर
  • · नागपुर (महाराष्ट्र) और इंदौर (मध्य प्रदेश) में पार्ट्स के लिए डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर
  • · पुणे (महाराष्ट्र) में जॉन डियर फाइनेंस
  • · देश भर में 580 चैनल पार्टनर्स के तहत 1200 टच पॉइंट्स, 22 शाखा कार्यालय और 4 क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र
  • · विर्टजेन ग्रुप (Wirtgen Group) – जॉन डियर कंपनी, पुणे (महाराष्ट्र)

 

श्री जगताप ने कहा कि, जॉन डियर ट्रैक्टरों और कृषि उपकरणों में टेक्नोलॉजी लाने के मामले में भी सबसे आगे है, जो खेतों को तैयार करने के लिए आवश्यक कार्यों की संख्या को कम करने के साथ-साथ, उर्वरकों और रसायनों को कुशल तरीके से इस्तेमाल के जरिए, कुल मिलाकर खेती की लागत को कम करता है। ये सस्टेनेबिलिटी के लक्ष्यों को हासिल करने और उत्सर्जन के स्तर में कमी लाने के लिए बेहद आवश्यक हैं – और ये दोनों ही पर्यावरण की हिफाजत के लिए डियर के रणनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं।

उन्होंने कहा कि, मिसाल के तौर पर फ्रंट पीटीओ (पावर टेकऑफ़) और विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए फ्रंट फ़ार्म इम्प्लीमेंट्स जैसी टेक्नोलॉजी की शुरुआत से खेती से जुड़ी कुछ गतिविधियों की लागत को 25 प्रतिशत से भी कम करने में मदद मिली है, साथ ही इससे ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में भी कमी आई है।

 

भारत में डियर के कारोबार के संचालन के बारे में:

पुणे में स्थित जॉन डियर एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी सेंटर और ग्लोबल आईटी सेंटर ऐसी सेवाएँ और समाधान उपलब्ध कराता है, जो विश्व स्तर पर जॉन डियर के विभिन्न व्यवसायों के लिए उत्पाद इंजीनियरिंग, निर्माण, गुणवत्ता, आपूर्ति श्रृंखला, आईटी समाधान और ग्राहक सहायता सेवाओं की अहमियत को कई गुना बढ़ा देता है। यहां के सभी इंजीनियर कॉन्सेप्ट और डिजाइन से लेकर प्रोडक्ट डिलीवरी तक के हर क्षेत्र में पूरी काबिलियत से काम करते हैं। इसके अलावा, वे साइबर सुरक्षा, फिनटेक सॉल्यूशंस, स्मार्ट कनेक्ट फैक्ट्रीज, रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन के अलावा स्मार्ट कनेक्ट मशीन और ग्राहकों के साथ वास्तविक समय में कनेक्टिविटी सहित ग्राहकों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान जैसे विभिन्न विषयों पर भी काम करते हैं। हमारी टीम को आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स / मशीन लर्निंग क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा साइंस और डेटा एनालिटिक्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में डोमेन विशेषज्ञता प्राप्त है।

पुणे में स्थित जॉन डियर के इंडिया इंजीनियरिंग सेंटर के पास दुनिया भर के यूटिलिटी ट्रैक्टर्स में डियर के डिजाइन और इनोवेशन की जिम्मेदारी है। श्री जगताप ने कहा कि सभी ग्राहकों ने पर्मा-क्लच, फ्रंट पीटीओ, पावर रिवर्सर, टेलीमैटिक्स और वातानुकूलित केबिन जैसी उत्पाद सुविधाओं को काफी पसंद किया है। उन्होंने कहा कि ‘ग्रीन सिस्टम’ कृषि उपकरण और जॉन डियर कंबाइन हार्वेस्टर की पेशकश के साथ खेती के लिए संपूर्ण समाधान तैयार किए गए हैं।

श्री रमाकांत गर्ग, डायरेक्टर, सेल्स एवं मार्केटिंग, ने कहा, “हम खेती के लिए अलग-अलग तरह की मिट्टी , जलवायु और विभिन्न प्रकार के फसलों के लिए जॉन डियर के उत्पाद उपलब्ध कराते हैं, और यही बात भारत में हमारे विकास की कुंजी रहा है। हमारा प्रोडक्ट पोर्टफोलियो व्यक्तिगत किसानों, कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले किसानों और कस्टम हायरिंग के व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। हमारा चैनल भी प्रोडक्ट के पूरे जीवन काल के दौरान किसानों की सेवा करने के लिए शशक्त में है। हम ग्राहकों की संतुष्टि के मामले में देश में सबसे आगे हैं।”

श्री गर्ग ने कहा कि जॉन डियर की वित्तीय सेवाएं, डिजिटल प्लेटफॉर्म का बेहतर ढंग से लाभ उठाने के साथ-साथ पारदर्शिता, तीव्र गति और सुविधा प्रदान करती है, जो ग्राहकों के लिए फायदेमंद है। उन्होंने आगे कहा, “5 साल की वारंटी और कल-पुर्जों की आसानी से उपलब्धता, तुरंत मिलने वाली सेवाओं और खेती में महिलाओं को शामिल करने की मुहिम की वजह से हमारे ग्राहकों को, सचमुच यह उन्हें अपनी “ज़िंदगी का बेस्ट डिसीजन” लगता है।”

श्री जगताप ने भविष्य में पूरे कृषि उद्योग को विकसित करने के लिए डियर की प्रतिबद्धता के बारे में भी समझाया। भारत में निर्माण की किफायती लागत, विश्वसनीय और बेहतर गुणवत्ता वाले आपूर्तिकर्ताओं, और विनिर्माण के शानदार माहौल के कारण और भारत की आपूर्ति श्रृंखला, प्रतिभा और बाजार की अच्छी उपलब्धता के कारण जॉन डियर दुनिया के 110 से अधिक देशों में किसानों की सहायता कर पा रहा है।

देश में रीज़न 1 में कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक, श्री मुकुल वार्ष्णेय ने कहा, “वर्तमान में बेहतर माहौल के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारों ने खेती में सुधार लाने और किसानों की आमदनी बढ़ाने को अपनी प्राथमिकता बनाया है। कृषि उत्पाद मूल्य श्रृंखला में सटीकता और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी सबसे ज्यादा मायने रखती हैं। सरकारों ने उद्योग और शिक्षा जगत के साथ मिलकर उत्पादकता को बढ़ाने और किसानों की लाभप्रदता पर दूरगामी प्रभाव डालने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। जॉन डियर इन प्रयासों में सदैव आगे बना रहेगा और किसानों के हित में काम करना जारी रखेगा।”

श्री वार्ष्णेय ने कहा कि, डियर कृषि-तकनीक, सार्वजनिक-निजी भागीदारी और ग्रामीण युवाओं को कुशल बनाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों में नीतिगत सुधारों की अनुशंसा करता है, जो पारंपरिक तरीकों के बजाय खेती के आधुनिक और बेहतर प्रक्रियाओं को अपनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। ट्रैक्टरों में इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रॉनिक घटकों का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जिस पर सरकार ने ध्यान दिया है और खेती के लिए अच्छी तरह से एकीकृत परिवेश तैयार करने के उद्देश्य से आवश्यक सुधारों की योजना बनाई गई है।

साल 2017 में विर्टजेन ग्रुप के अधिग्रहण से भारत में जॉन डियर की उपस्थिति को और मजबूती मिली है, जो पुणे में स्थित है। विर्टजेन ग्रुप दुनिया में सड़कों का निर्माण करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है।

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