Wednesday, May 1, 2024
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जिलाधिकारी की सख्ती : जिला प्रशासन और एमडीडीए ने की अवैध पप्लाटिंग ध्वस्त, चार को किया निलंबित

देहरादून, दून के राजपुर रोड में अवैध प्लाटिंग एवं भूमि कटान की शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने मौके पर जाकर स्थली निरीक्षण कर, तत्काल कार्रवाई करते हुए 4 अधिकारी/ कर्मचारियों को निलंबन कर दिया है। यह तब हुआ जब जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका ने संबंधित स्थल का निरीक्षण किया।
उन्होंने तत्काल निर्माण कार्यों को ध्वस्तिकरण कराते हुए, प्रथम दृष्टया में लापरवाह अधिकारियों को निलंबन करने के निर्देश दिए। जिनमें जिला खनन अधिकारी वीरेंद्र सिंह, भू गर्भ वैज्ञानिक अनिल कुमार तथा प्राधिकरण के दो सुपरवाइजरों प्यारे लाल एवं महावीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इधर खनिज मोहिरर भूतत्व एवं खनिकर्म इकाई, कुंदन सलाल के द्वारा अनुज्ञाधारक के विरुद्ध थाना डालनवाला में एफआईआर भी दर्ज करवा दी गई है।
जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देशित दिए कि जनपद में किसी भी प्रकार की अवैध प्लाटिंग एवं अवैध खनन को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। अपने-अपने क्षेत्रों में अवैध प्लाटिंग एवं अवैध खनन पर गंभीरता से निगरानी रखेंगे। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन एस के बनरवाल, जिला खनन अधिकारी विजेंद्र सिंह, सहायक अभियंता अभिषेक भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
क्या था मामला :
सहारनपुर के 69 मिशन कंपाउंड निवासी अनिल कुमार गुप्ता की ओर से कैनाल रोड पर पहाड़ काटकर 14,175 वर्ग मीटर भूमि पर समतलीकरण और पुश्ता निर्माण कराया जा रहा था। स्थलीय निरीक्षण और दस्तावेज देखने पर पता लगा कि पूर्व में ली गई समतलीकरण की अवधि समाप्त हो चुकी थी। एमडीडीए की ओर से अवैध भूमि विकास एवं प्लाटिंग का कार्य करने के दृष्टिगत संबंधितों के विरुद्ध उत्तराखंड नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम 1973 की सुसंगत धाराओं के तहत 19 जुलाई को कारण बताओ और कार्य रोकने के नोटिस भी भेेजे गए थे।
एमडीडीए उपाध्यक्ष बृजेश कुमार संत ने डीएम सोनिका, सचिव प्राधिकरण एमएस बर्निया, निदेशक खनन पैट्रिक, अधीक्षण अभियंता एचसीएस राणा और संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया कि अवैध कार्य को तुरंत प्रभाव से ध्वस्त कर दिया जाए। खान अधिकारी को निलंबित किया जाए। भूगर्भ वैज्ञानिक को भी गलत तथ्य पेश कर पहाड़ कटान की स्वीकृति देने पर निलंबित कर दिया जाए। प्राधिकरण के दो सुपरवाइजरों को भी जानकारी न देने के चलते निलंबित किया जाए। भविष्य में इस तरह की प्रकृति वाले स्थलों पर जहां पर्वतों का कटान किया जाना हो, किसी भी प्रकार के विकास कार्य की अनुमति न देने का भी निर्णय लिया गया

कांवड़ियों के साथ 12 किमी पैदल चले जिलाधिकारी, लिया व्यवस्थाओं का जायजाMay be an image of 3 people, people standing and outdoors

पौड़ी, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने आज यमकेश्वर तहसील के अन्तर्गत नीलकंठ मार्ग पर कांवड़ यात्रा का स्थलीय निरीक्षण किया, उन्होंने कांवड़ियों के साथ 12 किलोमीटर पैदल यात्रा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया, तत्पश्चात नीलकंठ महादेव पहुंचकर जलाभिषेक कर विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की। जिलाधिकारी को अपने मध्य पाकर कांवड़िये व स्थानीय निवासी उत्साहित नजर आये। इस दौरान जिलाधिकारी ने कांवड़ तीर्थ यात्रा पर आए दिल्ली के राहुल व अन्य कांवड़ियों से बात कर सुविधाओ को लेकर फीडबैक लिया। जिस पर यात्रियों द्वारा संतोष व खुशी जाहिर की गई। जिलाधिकारी ने एक दुकान पर पसरे कूड़े को देखकर दुकानदार को फटकार लगाते हुए मौके पर ही कूड़े को उठाने को कहा। उन्होंने कहा यात्रा मार्ग को साफ रखना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है, अगर इस तरह से कूड़ा फैलाया जायेगा तो यात्रियों की नजरों मेे नीलकंठ क्षेत्र व उत्तराखण्ड की खराब छवि प्रस्तुत होगी।
जिलाधिकारी डॉ0 जोगदण्डे ने यात्रा मार्गों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य शिविर, पेयजल, शौचालय, साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए उप जिलाधिकारी यमकेश्वर को निर्देशित किया कि यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित किया कि यात्रा मार्ग पर सफाई कर्मियों की सुबह व शाम दो शिफ्टों में ड्यूटी पर लगायें जिससे बेहतर सफाई हो सकेगी। जिलाधिकारी ने कावड़ियों हेतु रास्तों में समुचित मूलभूत व्यवस्थायें बनाये रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कांवड़ मेला कन्ट्रोंल रूम का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया कि कांवड़ियों के आने-जाने के लिए अलग-अलग लाइने बनाये जिससे मार्ग को सुगम बनाये जा सके।
जिलाधिकारी ने पैदल निरीक्षण के दौरान कांवडियों से वार्तालाप कर उनका हालचाल जाना तथा ढ़ाबों से ली जा रही सामग्री की गुणवत्ता व दरों की जानकारी ली, इस दौरान कांवडियों ने अवगत कराया कि प्रशासन ने कंावड़ यात्रा को देखते हुए मार्गों पर बहुत ही अच्छी व्यवस्था की है साथ ही ढाबा संचालक भी तय दर पर ही सामान दे रहे है। जिलाधिकारी ने नीलकंठ मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मंदिर समिति के सदस्यों से वार्ता कर निर्देशित किया कि पेयजल, शौचालय व समस्त आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था दुरुस्त रखें। उन्होंने उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि नीलकंठ मार्ग पर कूड़े को एकत्र करने के लिए दुकानदारों को प्रेरित करें। उन्होंने नीलकंठ पैदल मार्ग की रैलिंग का प्रपोसल व ज्यादा चढ़ाई वाली जगहों पर सीढ़ी/स्टेप बनाने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी यमकेश्वर प्रमोद कुमार, तहसीलदार मनजीत सिंह, सीओ दिनेश मनराल, अध्यक्ष मन्दिर समीति धन सिंह राणा, उप निरीक्षक राजस्व बृजभूषण सहित संबधिंत अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

 

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गढ़ी कैंट में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का किया अनावरणMay be an image of 5 people, people standing, tree and outdoors

देहरादून, रविवार को प्रदेश के कृषि एवम सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून के गढ़ी कैंट में छावनी परिषद देहरादून एवम् वाल्मीकि मंदिर टपकेश्वर समिति गढ़ी कैंट द्वारा निर्मित भारत रत्न डॉ.भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति का अनावरण किया।
इस अवसर पर काबीना मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. भीमराव बाबा साहेब अंबेडकर एक महान विचारक थे, उन्होंने समाज में सबको समान अधिकार दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने सामाजिक भेदभाव को दूर करने और समानता का सिद्धांत लागू करने के लिए भारतीय संविधान का मार्ग चुना। डॉ. अंबेडकर ने समाज से अश्पृश्यता एवं कुप्रथाओं को मिटाने, समरसता स्थापित करने और पिछड़े तबके को मुख्यधारा में लाने में अहम भूमिका निभाई है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि डॉ.भीम राव अंबेडकर ने अपने विचारों से कभी समझौता नहीं किया, डॉ. अंबेडकर का महिला सशक्तिकरण पर अतुलनीय योगदान रहा है, उनकी सभी उपलब्धियाँ, समाज उत्थान के सभी कार्यों के पीछे उनकी सकारात्मकता है।
इस अवसर पर कैंट बोर्ड के सीईओ अभिनव कुमार, नामित सभासद बिनोद पंवार, पूर्व उपाध्यक्ष विष्णु प्रसाद, मेघा भट्ट, वाल्मीकि समाज से रामकुमार आदि उपस्थित रहे।

 

नयार घाटी ठेकेदार संगठन की बैठक, रॉयल्टी नियमों को लेकर उठा आक्रोशMay be an image of 11 people, people sitting and people standing

कोटद्वार (सतपुली), नयार घाटी ठेकेदार संगठन ने एक बैठक में वर्तमान में सरकार द्वारा जारी रॉयल्टी नियमों जिसके अंतर्गत वर्तमान में बिलों से भुगतान में रॉयल्टी की 5 गुना राशि अर्थदंड के रूप में वसूल करने का आदेश पर आक्रोश व्यक्त किया गया,
बैठक में ठेकेदार संगठन ने कहा कि इस नीति से बड़ी संख्या में विकास कार्य प्रभावित होंगे, संगठन ने ठेकेदारों को आर्थिक संकट का सामना करने ठेकेदारों को अनुबंधित कार्यों के लिए खनन नियमावली 2000 का पालन करने हेतु उप खनिज खनन भंडारण परिवहन आदि के लिए अनिवार्य किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है और कहां गया है कि पूर्व में जो भी कार्य ठेकेदारों द्वारा किया गया है उस पर होने वाले भुगतान में वर्तमान में लागू रॉयल्टी दर की 5 गुना रॉयल्टी की कटौती अर्थदंड के रूप में काटी जा रही है जिसके चलते ठेकेदारों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है l

बैठक में नयार घाटी ठेकेदार संगठन के द्वारा आंदोलनरत पर्वतीय ठेकेदार संघ का समर्थन किया गया तथा बैठक में निर्णय लिया गया कि इस आदेश के निरस्त होने तक आंदोलन जारी रहेगा और आने वाले समय में आंदोलन को व्यापक रूप दिया जाएगा l

बैठक में विनोद नेगी, कैलाश चंद सकलानी, संतोष पुंडीर, दीपक सिंह, ज्ञान सिंह रौतेला, मनोज कुमार, विजय डोभाल, धनवान सिंह, गणेश सिंह, उपेंद्र सिंह नेगी सहित अनेक ठेकेदार उपस्थित थे l

खास खबर : पर्चा लीक कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एसटीएफ ने 6 किए गिरफ्तार, लाखों रुपये भी बरामद

देहरादून, उत्तराखंड एसटीएफ ने राज्य में अधीनस्थ चयन सेवा आयोग उत्तराखण्ड देहरादून द्वारा वर्ष 2021 में आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षाओं का पर्चा(पेपर) लीक कराने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने आयोग के पूर्व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास करीब 37 लाख की नगदी बरामद हुई है। इसके अलावा पर्चा लीक कराने वाले कोचिंग सेंटर के संचालक भी पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं।

एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार यूकेएसएससी ने पिछले साल स्नातक स्तर की परीक्षा आयोजित की थी । परीक्षा में राज्य के करीब 1.60 लाख युवाओं द्वारा बढ चढ कर भाग लिया गया था
परीक्षा परिणाम के बाद कई छात्र संगठनों द्वारा उक्त परीक्षा के सम्बन्ध में माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष परीक्षा में गड़बड़ी की आसंका को लेकर मुलाकात की और ज्ञापन प्रेषित किया गया था।

मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी द्वारा मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए त्वरित निर्णय लेते हुए उक्त परीक्षा की अनियमित्ताओं के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए जिसपर थाना रायपुर में मु0अ0सं0 289/2022 धारा 420 भा0द0वि0 पंजीकृत किया गया। पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड के आदेशानुसार थाना रायपुर से उक्त विवेचना स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड पुलिस को त्वरित कार्यवाही हेतू स्थानान्तरित की हुई।

पुलिस उपमहानिरीक्षक एसटीएफ के मार्गदर्शन में, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड द्वारा अलग-अलग टीमें बनाकर परीक्षा अनियमित्ताओं के सम्बन्ध में गोपनीय जानकारी कर गिरफ्तारी हेतु बताया गया जिस पर टीमों द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए वर्ष 2021 अधीनस्थ चयन सेवा आयोग उत्तराखण्ड द्वारा संचालित की गई परीक्षा में अनियमित्ताओं के सम्बन्ध में जांच कर साक्ष्य संकलन करते हुए अभी तक कुल 06 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया ।

गहनतापूर्वक पूछताछ करने पर अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि मनोज जोशी पुत्र बालकिशन जोशी निवासी ग्राम मयोली, थाना दनिया, जिला अल्मोडा वर्ष 2014-2015 से वर्ष 2018 तक रायपुर स्थित अधीनस्थ चयन सेवा आयोग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी(पीआरडी) के रूप में तैनात था । वर्ष 2018 में विभागीय शिकायत पर उक्त कर्मचारी को आयोग से हटा दिया गया । इससे पूर्व यह कर्मचारी 12 वर्ष तक लखनऊ सूर्या प्रिंटिंग प्रेस में कार्य कर चुका था।

जयजीत दास पुत्र विमल दास निवासी पण्डितवाडी, थाना कैण्ट, देहरादून आउटसोर्स कम्पनी आर0एम0एस0 टेक्नोसोल्यूसन इण्डिया प्रा0लि0 के माध्यम से कम्पयूटर प्रोग्रामर के रूप में वर्ष 2015 से कार्यरत् था तथा उक्त कम्पनी द्वारा अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के गोपनीय कार्य किये जाते थे जिस कारण जयजीत दास की जान पहचान मनोज जोशी उपरोक्त से हुई थी उक्त एसएससी आयोग कार्यालय में मनोज जोशी पुत्र रमेश जोशी निवासी ग्राम पाटी, जिला चम्पावत का भी परीक्षाओं के कार्यक्रम के सम्बन्ध में जानकारी हेतु आना जाना लगा रहता था जिस कारण उक्त की पहचान मनोज जोशी पुत्र बालकृष्ण जोशी उपरोक्त से हो गई थी। मनोज जोशी पुत्र रमेश जोशी के द्वारा भी विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी की जा रही थी जिस कारण उसका अभियुक्त कुलवीर सिंह चैहान पुत्र सुखवीर सिंह निवासी चांदपुर बिजनौर उ0प्र0 द्वारा करनपुर डालनवाला में संचालित डेल्टा डिफेन्स कोचिंग इन्स्टीटयूट/एकेडमी सेन्टर में कोंचिग ली जा रही थी और बाद में वहा पढ़ाने का कार्य भी किया गया था।डेल्टा डिफेन्स कोचिंग इन्स्टीटयूट/एकेडमी सेन्टर में कुलबीर डायरेक्टर के पद पर था। डायरेक्टर कुलवीर के माध्यम से शूरवीर सिंह चैहान पुत्र अतर सिंह चैहान नि0 कालसी, देहरादून की पहचान मनोज जोशी पुत्र रमेश जोशी से हुई। सितारगंज में गौरव नेगी पुत्र गोपाल सिंह निवासी नजीमाबाद किच्छा, ऊधमसिंह नगर की मुलाकात मनोज जोशी पुत्र रमेश जोशी से हुई थी जो कि किच्छा में ही प्राईवेट स्कूल में शिक्षक था तथा ग्रुप सी में स्नातक स्तर की परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था शूरवीर व कुलवीर द्वारा अपने जान पहचान के परीक्षार्थियों के सम्बन्ध में मनोज जोशी पुत्र रमेश जोशी को बताया था जिसपर मनोज जोशी उपरोक्त द्वारा मनोज जोशी पुत्र बालकिशन जोशी के साथ मिलकर कम्पयूटर प्रोग्रामर जयजीत दास उपरोक्त से पेपर लीक कराने के सम्बन्ध में बताकर जयजीत दास को मनोज के माध्यम से 60 लाख रूपये दिये थे। जयजीत दास द्वारा यूकेएसएससी में जाकर पेपरों की सेटिंग और अन्य तकनीकी कार्यों के कारण परीक्षा के प्रश्न एक्सट्रैक्ट कर लेता था फिर उन प्रश्नों को मनोज जोशी पुत्र बालकिशन उपरोक्त के माध्यम से मनोज जोशी पुत्र रमेश जोशी, कोचिंग डायरेक्टर कुलवीर सिंह चैहान, शूरवीर सिंह चैहान, गौरव आदि के माध्यम से परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों को परीक्षा की तिथि से 01 दिन पहले रामनगर स्थित एक रिसोर्ट में मनोज के नाम से 03 कमरे बुक कराकर उक्त रिसोर्ट में उक्त लीक प्रश्नों को याद कराकर छात्रों को अगली सुबह एग्जाम सेंटर तक छोड़ दिया जाता था। अभियुक्त जयदीप की निशानदेही पर उनके कब्जे से लगभग 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ जो उनके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था।

 

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