“नौ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद बन्याथ कार्यक्रम की तैयारियों मे जूटे क्षैत्रवासी”
(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- महड़ चंडिका मे आगामी 1 जून से होने वाले नौ दिवसीय बन्याथ यज्ञ की तैयारियां जोरों से चल रही है। इस धार्मिक अनुष्ठान में हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। दिवारा बन्याथ समिति के पदाधिकारी व दश्ज्यूला क्षैत्र की जनता कार्यक्रम को भब्य बनाने की तैयारियों में जुटी है।
बता दें कि दश्ज्यूला क्षैत्र की आराध्य देवी माता चंडिका विगत 15 अक्टूबर 2021 से दिवारा यात्रा पर है इस दौरान मां चण्डिका द्वारा चारों दिशा भ्रमण कर भक्तों को दर्शन दिये व धियांणियों की कुशलक्षेम ली।
92 बर्षो बाद आयोजित महड़ चंडिका के दिवारा यात्रा में श्रद्धालुओं ने बढ़चढ़कर भागीदारी की। दिवारा भ्रमण पूर्ण होने के पश्चात एक जून से महड में बन्याथ यज्ञ कार्यक्रम होने जा रहा है।
दिवारा बन्याथ समिति के अध्यक्ष धीर सिंहं विष्ट व महामंत्री देवेन्द्र जग्गी ने बताया कि एक जून को कुंड खातिक, गरुड़ छड़ा, व अरणि मंथन से यज्ञ की शुरुआत होगी आठ जून को जल कलश यात्रा व नौ जून को पूर्णाहुति के साथ दिवारा बन्याथ कार्यक्रम सम्पन्न होगा। 10 जून को धियाण भोजन व विदाई कार्यक्रम होगा।
दिवारा बन्याथ समिति के महामंत्री देवेंन्द्र जग्गी व प्रवंधक हीरा सिंह नेगी ने बताया कि इस यज्ञ में हजारों की सख्यां में श्रद्धालुओं व धियांणियों के आने की संभावना है लेकिन रुद्रप्रयाग-डढ़ीधार मोटर मार्ग खस्ताहाल बना हुआ है समय रहते विभाग द्वारा मोटर मार्ग को अभी तक ठीक नहीं किया गया जिससे आने जाने वालों को कठनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने सम्बंधित विभाग से मोटर मार्ग ठीक करने की मॉग की है।
एक जून से होने वाले महड़ चण्डिका बन्याथ यज्ञ की तैयारियां जोरों पर
दो दिनों से पॉडव सेरा में फंसे पर्यटकों को रेशक्यू कर चॉपर द्वारा गौचर लाया गया
रुद्रप्रयाग-विगत दो दिनों से मद्महेश्वर से आगे पॉडवसेरा में फंसे सात पर्यटकों को सेना की मदद से आज प्रातः सकुशल निकाल दिया गया है। पर्यटकों को एयरफोर्स यूनिट सरसावा से मंगाये गये चॉपरों द्वारा गौचर में सुरक्षित लाया गया जहां उन्हें आईटीबीपी की टीम द्वारा प्राथमिक उपचार दिया गया।
मद्महेश्वर से आगे स्थित पाण्डवसेरा में विगत दो दिनों से 7 पर्यटक फंसे हुए थे। खराब मौसम के चलते राहत एंव बचाव कार्य में परेशानियां आ रही थी। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित के निर्देशन में आपदा प्रबंधन रुद्रप्रयाग ने रेस्क्यू अभियान चलाया। 29 मई को जोशीमठ में एयरफोर्स यूनिट सरसावा (उत्तरप्रदेश) से चॉपर बुलाए गए आज सुबह करीब पांच बजे दोनों चॉपरं विंग कमांडर प्रभात शुक्ला व दानिश के नेतृत्व में गौचर हवाई पट्टी से उड़ान भरकर पाण्डवसेरा निकले जिसके बाद पाण्डवसेरा में फंसे सात पर्यटकों का सफल रेस्क्यू किया गया। सुबह ठीक 7:40 बजे पर्यटकों को चॉपर के जरिये गौचर पहुंचाया गया। जहां पहले से मौजूद आईटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेंट डॉ. विशाल चौधरी व आईटीबीपी की टीम ने सभी पर्यटकों को प्राथमिक उपचार दिया गया।
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दोगुना टोल देने से बचा लेगी यह FASTag ट्रिक, बस इस नंबर पर देनी होगी Missed Call
देशभर में अब टोल टैक्स के लिए अधिकतर लोग फास्टैग (FASTag) का इस्तेमाल करने लगे हैं।
आपकी गाड़ी की विंडशील्ड पर लगे इस स्टिकर के जरिए टोल सीधा फास्टैग खाते से कट जाता है। बीच-बीच में हमें फास्टैग को रिचार्ज करने की भी जरूरत होती है और इस वजह से इसका बैलेंस भी चेक करना पड़ता है।
देना पड़ जाता है दोगुना टोल
दरअसल, अगर आपका बैलेंस कम होगा तो ऐसी स्थिति में आपको टोल बूथ पर दोगुना टोल चुकाना पड़ सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप सफर शुरू करने से पहले अपने फास्टैग को रिचार्ज करा लें। आज हम आपको फास्टैग बैलेंस चेक करने के कुछ सिंपल तरीकों के बारे में बता रहे हैं।
किस तरह काम करता है फास्टैग
आइए पहले समझते हैं कि फास्टैग आखिर काम करा करता है। फास्टैग को आपके बैंक अकाउंट से लिंक किया जाता है और टोल बूथ पर पेमेंट करने के लिए यह रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी (RFID) का इस्तेमाल करता है। यह स्टिकर के जैसा होता है जिसे बस, कार जैसे वाहनों की विंडस्क्रीन पर बीच में लगाया जाता है। आप जैसे ही किसी टोल बूथ पर पहुंचते हैं तो स्टिकर को स्कैन किया जाता है और इसमें मौजूद पैसों से आपका टोल टैक्स चला जाता है।
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एक मिस्ड कॉल से चेक करें FASTag Balance
यह फास्टैग बैलेंस चेक करने का सबसे आसान तरीका है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आप प्रीपेड फास्टैग कस्टमर हों और आपका मोबाइल नंबर NHAI के साथ रजिस्टर्ड हो। इसके बाद आप टोल फ्री नंबर +918884333331 पर कॉल करके अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं। यह कॉल ऑटोमैटिकली कट जाता है और आपको SMS के जरिए बैलेंस पता चल जाता है।
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ऐप से पता करें बैलेंस
स्टेप 1: अपने स्मार्टफोन में Play Store या App Store खोलें
स्टेप 2: इसके बाद, अपने Android फ़ोन या iPhone पर My FASTag ऐप डाउनलोड करें।
स्टेप 3: अब अपना लॉग इन डिटेल्स दर्ज करें।
स्टेप 4: अब आप अपनी बैलेंस अमाउंट देख सकते हैं।
हर पेमेंट पर कैशबैक दे रहा WhatsApp, क्या आपको भी मिले 35 रुपये
इंस्टेंड मैसेजिंग एप व्हाट्सएप अपने यूजर्स को एक और सौगात दे रहा है। चैटिंग के अलावा वाट्सएप के जरिए पेमेंट करने वाले यूजर्स को व्हाट्एसप जबरदस्त कैशबैक दे रहा है।
आप अपने दोस्तों व अन्य को पैसे व्हाट्सएप पेमेंट्स के जरिए पैसे भेजकर 35 रुपये तक का कैशबैक कमा सकते हें। हालांकि, यह कैशबैक अधिकतम तीन बार मिलेगा, इसके लिए कुछ नियम व शर्तों का पालन करना होगा।
अलग-अलग समय पर होगा कैशबैक प्रमोशन
व्हाट्सएप के जरिए पेमेंट करने वाले यूजर्स के लिए कैशबैक प्रमोशन एक ही समय में उपलब्ध नहीं होगा। अलग-अलग यूजर्स के लिए यह अलग-अलग समय पर उपलब्ध होगा। एक बार प्रमोशन आपके लिए उपलब्ध होने के बाद सीमित समय तक ही रहेगा।
पैसे भेजने की न्यूनतम सीमा नहीं
खास बात यह है कि कैशबैक पाने के लिए आपके लिए पैसे भेजने की कोई न्यूनतम सीमा नहीं है। तीन बार कैशबैक पाने के लिए आपको तीन अलग-अलग लोगों को पैसे भेजने होंगे। वहीं अगर आप जिसे पेमेंट भेजना चाह रहे हैं और उसने पेमेंट के लिए रजिस्टर नहीं किया है तो पहले उन्हें इनवाइट भेजना होगा।
इन शर्तों को भी जान लीजिए
कम से कम 30 दिनों से व्हाट्सएप इस्तेमाल कर रहे हों।
व्हाट्सएप पेमेंट से बैंक खाता लिंक हो।
मोबाइल में व्हाट्सएप का अपग्रेडेट वर्जन होना चाहिए।
देश को जुलाई-अगस्त में भी झेलना पड़ सकता है बिजली संकट : रिपोर्ट
नई दिल्ली । भारत में ताप बिजली संयंत्रों में मानसून से पहले कोयला भंडार की कमी होने से संकेत मिल रहा है कि जुलाई-अगस्त तक देश में एक और ऊर्जा संकट खड़ा हो सकता है। स्वतंत्र शोध संगठन सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लिन एयर (सीआरईए) की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। खदानों पर लगे ऊर्जा स्टेशनों के पास अभी 1.35 करोड़ टन का कोयला भंडार है और देशभर के ऊर्जा संयंत्रों के पास 2.07 करोड़ टन कोयला भंडार है। सीआरईए ने अपनी भार उठाने में विफल भारत का ऊर्जा संकट कोयला प्रबंधन का संकट है शीर्षक की रिपोर्ट में कहा है, आधिकारिक स्रोतों से एकत्रित आंकड़े बताते हैं कि कोयला आधारित बिजली संयंत्र ऊर्जा की मांग में मामूली बढ़ोतरी को भी झेलने की स्थिति में नहीं हैं और कोयला परिवहन की योजना पहले से बनाने की जरूरत है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) का अनुमान है कि अगस्त में ऊर्जा की अधिकतम मांग 214 गीगावॉट पर पहुंच जाएगी, इसके अलावा औसत बिजली की मांग भी मई के दौरान 13,342.6 करोड़ यूनिट से अधिक हो सकती है।
सीआरईए ने कहा, दक्षिणपश्चिमी मानसून के आगमन से खनन में और खदानों से बिजली स्टेशनों तक कोयले के परिवहन में भी मुश्किलें आएंगी। मानसून से पहले यदि कोयला भंडार को पर्याप्त स्तर तक नहीं बनाया गया, तो जुलाई-अगस्त में देश को एक और बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि हाल में देश में जो बिजली संकट आया था उसकी वजह कोयला उत्पादन नहीं बल्कि इसका वितरण और अधिकारियों की उदासीनता थी। इसमें कहा गया, आंकड़ों से यह जाहिर है कि पर्याप्त कोयला खनन के बावजूद ताप बिजली संयंत्रों में कोयले का पर्याप्त भंडार नहीं रखा गया। भारत में 2021-22 में कोयले का 77.72 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ जो इससे एक साल पहले के 71.60 करोड़ टन उत्पादन की तुलना में 8.54 प्रतिशत अधिक है।
सीआरईए में विश्लेषक सुनील दहिया ने कहा 2021-22 में देश की कुल खनन क्षमता 150 करोड़ टन रही जबकि कुल उत्पादन 77.72 करोड़ टन रहा जो उत्पादन क्षमता का ठीक आधा है। दहिया ने कहा कि यदि कोयले की वास्तव में कमी होती तो कोयला कंपनियों के पास उत्पादन बढ़ाने का विकल्प था। उन्होंने कहा कि यह स्थिति अभी-अभी बनी है ऐसा नहीं है, बल्कि बिजली संयंत्रों के पास से तो मई, 2020 से ही कोयले का भंडार लगातार घट रहा है। दहिया ने कहा कि पिछले वर्ष बिजली संकट की स्थिति बनने का प्रमुख कारण यह था कि बिजली संयंत्र परिचालकों ने मानसून से पहले कोयले का पर्याप्त भंडार नहीं बनाया था।
बारात में दो पक्षों में मारपीट, कई लोग घायल
नैनीताल। मालधन के ग्राम गांधीनगर से आमडंडा खत्ता गई बारात में किसी बात को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। इसमें कई लोग घायल हो गए। ग्राम गांधीनगर मालधन निवासी संजय कुमार ने रविवार को पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गांधीनगर से एक बारात शनिवार को आमडंडा खत्ता गई थी। बारात में रात को किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। बीचबचाव को आए उनके भाई ओमप्रकाश के साथ भी कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से मारपीट कर दी। इसमें उनका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या, मान सरकार ने शनिवार को ली थी सुरक्षा वापस
चंड़ीगढ़, पंजाब से एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। पंजाबी गायक के सिद्धू मूसेवाला की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक के सिद्धू मूसेवाला पर मनसा के जवाहर के गांव के पास में फायरिंग हुई है। फायरिंग के बाद मूसेवाला गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें घायल अवस्था में ही मनसा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मूसेवाला के अलावा दो अन्य लोगों के भी घायल होने की खबर है। फिलहाल पंजाब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि मूसेवाला को लगातार धमकियां मिल रही थीं।
मूसेवाला पर यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले ही पंजाब की भगवंत मान की सरकार ने 224 वीआईपी की सुरक्षा वापस ली थी। इसमें मूसेवाला का भी नाम शामिल था। मूसेवाला ने इस बार विधानसभा चुनाव में भी राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने विजय सिंगला के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। सोशल मीडिया पर मूसेवाला के लाखों फैन हैं। उनकी मां गांव की सरपंच रह चुकी हैं।
सिंगर मूसेवाला की हत्या पर गर्म हुई पंजाब की सियासत, भाजपा ने AAP और मान सरकार पर उठाए सवाल
चंड़ीगढ़, पंजाबी गायक के सिद्धू मूसेवाला की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि मूसेवाला को लगातार धमकियां मिल रही थीं। मूसेवाला पर मनसा के जवाहर के गांव के पास में फायरिंग हुई है। मूसेवाला की हत्या पर अब पंजाब की सियासत गर्म हो गई है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने आम आदमी पार्टी ओर पंजाब की भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा है। अपने ट्वीट में भाजपा नेता ने लिखा कि आग की लपटों में घिर गया पंजाब! क्या लोकप्रिय गायक सिद्धू मूसेवाला की निर्मम हत्या वह बदलाव है जिसका आप ने वादा किया था? उन्होंने कहा कि कि परोक्ष रूप से पंजाब चलाने वाले अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा को इस हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। क्या उन्हें सुरक्षा वापस लेने से पहले खतरे के बारे में पता नहीं था?
अमित मालवीय ने आगे लिखा कि दिल्ली के सीएम के रूप में, अरविंद केजरीवाल के पास खुद एक बड़ा सुरक्षा दल है, लेकिन पंजाब जैसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्य में नेताओं के पास सुरक्षा नहीं होनी चाहिए। मामले को बदतर बनाने के लिए, पंजाब सरकार ने उन लोगों के नाम जारी किए जिनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी। यह हमलावरों को खुला निमंत्रण था। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला प्रमुख गायक थे। अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की गंदी राजनीति के कारण उन पर जानलेवा हमला हुआ जिसमें उनकी जान चली गई। सबसे पहले, वे लोगों की सुरक्षा वापस लेते हैं और फिर उनके नाम प्रकाशित करते हैं, मैंने चेतावनी दी कि यह खतरनाक हो सकता है।
पुलिस उपाधीक्षक (मनसा) गोबिंदर सिंह ने बताया कि 27 वर्षीय मूसेवाला को कई गोलियां लगीं। हमले के समय वह जवाहरके गांव में अपनी जीप में थे। उन्होंने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में मनसासीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और आम आदमी पार्टीके उम्मीदवार डॉक्टर विजय सिंगला से हार गए थे। भाजपा के फतेह जंग सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार के तरफ से यह बहुत बड़ी चूक है। पांच साल पंजाब के लोग इस पर पछतावा करेंगे। इसका जवाब भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल को देना पड़ेगा। हमें डर है कि कहीं 80-90 का दशक न वापस आ जाए। भगवंत मान गृह मंत्री भी हैं उनको इस्तीफा देना चाहिए।
मुख्यमंत्री व राज्यपाल ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर सभी मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी हैं। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के चौथेे स्तम्भ के रूप में पत्रकारिता देश की राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। स्वतंत्रता आन्दोलन में हिन्दी पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं ने समाज में जन जागरूकता के प्रसार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक सूचना, तकनीकी एवं सोशल मीडिया के वर्तमान दौर में हिदी पत्रकारिता के समक्ष नई चुनौतियों के साथ ही इसकी प्रासंगिकता भी बढ़ी है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मीडिया प्रतिनिधियों तथा हिंदी पत्रकारिता से जुड़े सभी लोगों को हिंदी पत्रकारिता दिवस की शुभकामनाएं एवं बधाई दी है। अपने संदेश में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि राष्ट्रभाषा हिन्दी का संपूर्ण देश में प्रचार एवं प्रसार करते हुए राष्ट्र और समाज के निर्माण में हिन्दी पत्रकारिता ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह गौरव का विषय है कि 30 मई, 1826 को पंडित युगल किशोर शुक्ल जी ने प्रथम हिन्दी समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन आरंभ किया था। उन्होंने कहा कि पत्रकार सैनिकों की तरह राष्ट्र के सच्चे प्रहरी होते हैं, देश के अंदर फैली कुरीतियों को मिटाकर पत्रकार राष्ट्र निर्माण में अपना अहम योगदान देते हैं।
कुत्ते से केदारनाथ मंदिर में नंदी की पूजा करवाने वाले पर होगी कार्रवाई
केदारनाथ में कुत्ते से पूजा वाले प्रकरण में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र को मिल रही है जिंदा जलाने की धमकी… !
देहरादून, श्री केदारनाथ धाम के आध्यात्मक वातावरण और करोड़ों हिंदुओ की आस्था को अपने प्रोफेशनल डॉग के माध्यम से कैश करने की कोशिश करने वाले यू ट्यूबर पर कार्रवाई का आदेश देने वाले श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय को सोशल मीडिया पर धमकियां और अभद्र टिप्पणियों का सामना करना पड़ रहा है।सोशल मीडिया में इस मुद्दे पर तथाकथित वन्य जीव प्रेमी बनकर सनातन धर्म का मज़ाक बनाने वालों की बाढ़ आई हुई है। आपराधिक व हिन्दू संस्कृति विरोधी मानसिकता वाले लोग केदार भूमि में अनाधिकृत विडियो शूट करने करने वालों ऐसे लोगों के पक्ष में खुल कर सामने आ रहे हैं, जो अपने सोशल मीडिया अकाउंट में इसी तरह लाइक, व्यूज और फॉलोअर बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।
दरअसल, यह सारा प्रकरण तब सामने आया जब गाजियाबाद निवासी एक यू ट्यूबर के केदारनाथ दर्शन का वह विडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अपने हस्की नस्ल के कुत्ते के साथ श्री केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करते नज़र आया। यू ट्यूबर ने मंदिर प्रांगण में मौजूद भगवान नंदी की मूर्ति को अपने कुत्ते के पंजों से छुवाया और एक तीर्थ पुरोहित के द्वारा कुत्ते का तिलक कराया। सोशल मीडिया पर इस विडियो के वायरल होने और श्रद्धालुओं द्वारा इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोपों के बाद बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र ने अधिकारियों को यू ट्यूबर के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
बीकेटीसी के अध्यक्ष के इन निर्देशों के बाद तथाकथित एनिमल लवर उन पर आक्रामक हो उठे। पशुओं के प्रति संवेदनशीलता और प्रेम दिखाने वाले कई पशु प्रेमियों ने सोशल मीडिया पर अजेंद्र के खिलाफ आक्रामकता दिखाने में सारी मर्यादाओं को लांघ दिया। पशुओं के प्रति असीम प्रेम दिखाने वाले एक ट्विटर यूजर ने अजेंद्र पर मिट्टी का तेल छिड़क कर जिंदा जलाने तक की बात कह डाली है।
इंस्टाग्राम पर भी अजेंद्र को कथित पशु प्रेमियों द्वारा बेहद अभद्र भाषा का भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। इससे इन पशु प्रेमियों की पशु वाली मानसिकता का प्रमाण मिल रहा है। कुत्ते से पूजा कराने वाले यू ट्यूबर के पक्ष में खड़े लोगों का कहना है कि स्वान (कुत्ता) भैरव का स्वरूप है। इसलिए यदि कोई व्यक्ति कुत्ते से पूजा करा रहा है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
वहीं बड़ी संख्या में सोशल मीडिया यूजर कुत्ते से पूजा कराने के मामले में घोर आपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि कुत्ते को भैरव का स्वरूप माना जाता है। मगर कुत्ते की पूजा कोई नहीं करता है। हिंदू धर्म में पशुओं को भोजन अथवा चारा देने की परंपरा है। पूजा केवल गाय माता की ही की जाती है।
कई यूजर का कहना है कि कोई कुत्ते को अपना पुत्र माने अथवा पिता, लेकिन वह अपने घर में कुत्ते से जो मर्जी करा ले। मगर जिस स्थान से करोड़ों करोड़ों लोगों की आस्था व श्रद्धा जुड़ी है, वहां पर ये सब करना कतई उचित नहीं है।
कुछ यूजर का मानना है कि एक बेजुबान जानवर से ऐसे नाटकीय संस्कार करवाने वालों की मंशा अपने यू ट्यूब चैनल के व्यूवर्स व सब्सक्राइबर बढ़ा कर पैसा कमाने की है। पैंसे कमाने की होड़ में हिंदुओं की आस्था पर चोट पहुंचाना कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
गौरतलब है कि केदारनाथ मंदिर वाले वीडियो से पहले भी उक्त यू ट्यूबर का कुत्ता चर्चा में रहा है। इससे पूर्व टिकटॉक पर उसका वैरिफाइड पेज था। वहीं इंस्टाग्राम भी उसके 76 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
फिलहाल धार्मिक आस्था से अलग भी देखें तो यह प्रकरण सीधा सीधा आपराधिक मामला है, क्यूंकि अनाधिकृत तरीके से बिना प्रशासनिक अनुमति के किसी जानवर को भीड़भाड़ वाले मंदिर में ले जाया गया। यह न केवल इस दौरान वहाँ उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं व स्वयं धाम की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक हो सकता था। उस पर बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के व्यवसायिक विडियो शूट करना और उस विडियो का सोशल मीडिया पर डालकर व्यवसायिक लाभ लेना पूरी तरह से गैरकानूनी है।
धार्मिक, सामाजिक व कानूनी दृष्टि से आपराधिक श्रेणी में आने वाले इस दुस्साहसिक प्रकरण का समर्थन वाले तथाकथित वन्य जीव प्रेमी अब सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं।
पशु पीड़ा व उनकी नब्ज तक पकड़ने का दावा करने वाले सोशल मीडिया ट्रोलर को केदार धाम ले जाये गए उन तीन बेजुबानों की तकलीफ का भी अंदाज़ा नहीं हुआ, जो जबरदस्ती बिना किसी तैयारी के एकदम विपरीत झुलसाने वाले वातावरण से बर्फीले पहाड़ों में पहुंचाए गए।
इस सारे प्रकरण के संज्ञान में आते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज़ कराने का आदेश देने वाले बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र की राय स्पष्ट है। उनका कहना है कि बाबा केदार के प्रति करोड़ों लोगों की आस्था है। यूट्यूबर्स व व्लॉगर्स की इस तरह की गतिविधियों से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। इन लोगों में कोई आस्था नहीं है। वे यहां सिर्फ रील्स और वीडियो शूट करने के लिए आते हैं, जिनके बैकग्राउंड में बॉलीवुड गाने बज रहे होते हैं। यह उन तीर्थयात्रियों के रास्ते में आते हैं, जो बाबा केदारनाथ का आशीर्वाद लेने आते हैं।’
बहरहाल, धार्मिक आस्था व कानूनी पहलुओं से भी अलग इस घटना पर विचार करे तो इस तरह की प्रवृति को किसी भी तरह जायज नहीं ठहराया जा सकता है। क्यूंकि यदि ऐसी प्रवृत्ति का चलन बढ़ गया तो धार्मिक स्थलों की महत्ता कम होगी। लिहाजा, वन्य जीव प्रेम की आड़ में ऐसी अराजक प्रवृति को नज़रअंदाज़ करना या बढ़ावा देना किसी भी दृष्टि में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। शासन- प्रशासन को व्यवसायिक लाभ के लिए ऐसे कृत्य करने वालों व सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर आपराधिक व भड़काने वाले बयान देने वालों के खिलाफ तुरंत सख्त से सख्त कार्यवाही करके एक नज़ीर पेश करनी चाहिए ।
भाजपा ने जारी की राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची, इनको मिला मौका
देहरादून, भाजपा ने राज्यसभा के लिये अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है । जिसमें उत्तराखंड से श्रीमती कल्पना सैनी को उम्मीदवार बनाया गया है यहां देखिये पूरी सूची और जानिये किसे मिला कहाँ से राज्यसभा पहुचने का मौका ।