देहरादून। उत्तरकाशी जनपद की धरती एक बार फिर भूकंप के तेज झटकों हिल उठी। रविवार को दोपहर 12.37 मिनट पर आए भूकंप के तीव्र झटकों से उत्तरकाशी के लोग भयभीत हो उठे। लोग भय के मारे घरों से बाहर निकल गए। भूकंप के झटके काफी तीव्र थे। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है।जिसका केंद्र भटवाड़ी विकासखंड में स्थित जामक गांव के जंगल में कनेथ बताया जा रहा है। पांच दिनों के भीतर उत्तरकाशी दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि जिले में भूकंप से जान माल के नुकसान की फिलहाल कोई सूचना नहीं है। जनपद मुख्यालय उत्तरकाशी के अलावा मनेरी, मातली, जोशियाड़ा, भटवाड़ी क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जबकि जिले की अन्य तहसील क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस नहीं किए गए। रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप की डेप्थ (केंद्र) जमीन में 10 किलोमीटर अंदर थी। इससे पूर्व जिले में बीते 19 जुलाई रात को करीब 11.56 पर भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता 2.6 बताई गई। बता दें कि भूकंप, बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं के लिहाज से उत्तरकाशी जनपद संवेदनशील जोन में पड़ता है। उत्तरकाशी के लोगों के जहन में आज भी वर्ष 1991 के प्रलंयकारी भूकंप की यादें ताजा हैं। जब कभी भी भूकंप आता है, उत्तरकाशी के लोग कांप उठते हैं।
अविवाहित गर्भवती की मौत- परिजनों की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ पोक्सो एक्ट व बलात्कार में मुकदमा हुआ दर्ज
(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में 18 वर्षीय अविवाहित गर्भवती की मौत के मामले में नया मोड़ लेते हुये परिजनों की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ राजस्व पुलिस ने पोक्सो एक्ट व बलात्कार की धारा में मुकदमा दर्ज कर दिया है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में प्रारंभिक जॉच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपते हुये विस्तृत जांच हेतु 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है।
प्रभारी नायब तहसीलदार राजपालसिंह रावत ने बताया की जिला चिकित्सालय में अविवाहित गर्भवती की मौत मामले में परिजनों ने तहरीर दी है। मामले में अज्ञात के खिलाफ राजस्व पुलिस ने पोक्सो व बलात्कार में मुकदमा दर्ज कर दिया है । उन्होंने बताया कि मामले को अग्रिम जॉच हेतु रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर की प्रक्रिया की जा रही है।
दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की प्रारंभिक जॉच रिपोर्ट में मृतका के अत्याधिक एनिमिक होने के साथ-साथ अत्यधिक रक्तस्राव होना मौत की वजह बताई गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.बी .के.शुक्ला ने बताया कि गत 22 जुलाई को एक युवती दोपहर 12:30 पर शरीर में सूजन सामान्य कमजोरी और पेट दर्द की शिकायत को लेकर जिला चिकित्सालय ओपीडी में आई, ओपीडी में सामान्य जांच के बाद चिकित्सक द्वारा विभिन्न संबंधित जांच के लिए लिखा गया, लेकिन युवती की मां के द्वारा केवल सीबीसी जांच रिपोर्ट लेकर आई व अन्य जांच नहीं कराई गई। जिला चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट के कोर्ट एविडेंस पर होने की वजह से अल्ट्रासाउंड नहीं कराया जा सका, युवती का हिमोग्लोबिन 3.9 वह प्लेटलेट्स काउंट 10,000 होने पर आगे के उपचार प्रबंधन हेतु युवती के परिजनों को उसे हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गई, लेकिन अटेंडेंट ने हायर सेंटर ले जाने से मना कर दिया।
जिसके उपरांत ही श्रीनगर ब्लड बैंक से दो यूनिट की व्यवस्था कर युवती को खून चढ़ाया गया।
शाम 7:00 बजे वार्ड राउंड के दौरान चिकित्सक द्वारा महिला की एलएमपी के बारे में पूछा गया वह अगली सुबह अल्ट्रासाउंड आदि जांच करने की पुनः सलाह दी गई।
बताया कि जांच में सामने आया है कि उक्त युवती रात के समय शौचालय गई और उसके बाद वह चुपचाप अपने बेड में सो गई, तीमारदार द्वारा मरीज को परेशानी होने की सूचना मिलने पर चिकित्सकों ने जांच की तो पाया गया कि उसे रक्तस्राव हो रहा था, प्लेटलेट्स कम होने वह हिमोग्लोबिन कम होने के कारण ब्लीडिंग होने की आशंका के बीच चिकित्सको द्वारा उपचार कर उसे बचाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन उसने सुबह 3:30 बजे दम तोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि सुबह के करीब 5:00 बजे वक्त शौचालय में एक नवजात शिशु मृत्यु स्थान में पड़ा मिला। चिकित्सालय प्रशासन द्वारा जब इसकी खोजबीन की गई तो शुरुआत में उक्त युवती के तीमारदारों द्वारा यह बात छुपाने की कोशिश की गई, स्टाफ द्वारा पुलिस को सूचित करने की बात पर मृतका की माता द्वारा नवजात शिशु उसकी में स्वीकार किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस मामले की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है, जांच कमेटी को मृत्यु के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत सुस्पष्ट जांच आख्या 3 दिनों के भीतर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया है।
टिहरी बांध के पम्प स्टोरेज प्लांट में रनर की सफलता पूर्वक स्थापना
नौकरी दिलाने के बहाने रेलवे स्टेशन पर महिला से सामुहिक दुष्कर्म, चारों रेपिस्ट गिरफ्तार
नई दिल्ली, देश में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही, आये दिन इस तरह की खबरें लगातार समाचारों की सुर्खियां बनी रहती हैं, देश की राजधानी में एक 30 वर्षीय महिला को रेलवे में नौकरी दिलाने के बहाने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ट्रेन लाइटिंग हट में ले जाकर चार रेलवे कर्मचारियों द्वारा यौन उत्पीडऩ किया गया। पुलिस ने कहा कि उन्हें घटना के संबंध में शुक्रवार को फोन आया था। दिल्ली पुलिस के रेलवे डीसीपी हरेंद्र के सिंह ने कहा कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपी बिजली विभाग में रेलवे कर्मचारी हैं।
आरोपियों की पहचान सतीश कुमार, विनोद कुमार, मंगल चंद मीणा और जगदीश चंद के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि कॉल पहले पीएस ओडीआरएस पर दोपहर लगभग 2ः27 बजे आई थी। वहां के कर्मचारियों ने कॉलर की तलाश की। लेकिन वह नहीं मिली। दिए गए मोबाइल नंबर पर उससे संपर्क करने पर पता चला कि वह प्लेटफॉर्म नंबर 8-9 पर खड़ी है। पुलिस ने बताया कि एसएचओ तुरंत स्टाफ के साथ 8-9 प्लेटफॉर्म पर पहुंचे। जहां उन्होंने पीडि़ता से मुलाकात की।
पीडि़ता ने बताया कि वह पिछले एक साल से अपने पति से अलग है और तलाक मांग रही है। करीब 2 साल पहले वह एक कॉमन फ्रेंड के जरिए सतीश के संपर्क में आई थी। उसने उससे कहा कि वह एक रेलवे कर्मचारी है और उसके लिए नौकरी की व्यवस्था कर सकता है। दोनों फोन पर बात करते रहे। 21 जुलाई को उसने अपने बेटे के जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए उससे अपने घर आने के लिए कहा। वह रात करीब साढ़े दस बजे मेट्रो से कीर्ति नगर आई। जहां से आरोपी उसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पीएफ 8-9 ले आए। उसने उसे बिजली के रखरखाव कर्मचारियों के लिए बने एक झोपड़ी में बैठने के लिए कहा।
पुलिस ने कहा कि फिर वह और उसका दोस्त कमरे के अंदर आए और उसे अंदर से बंद कर दिया और एक के बाद एक उसका यौन उत्पीडऩ किया। उसके दो साथियों ने कमरे के बाहर पहरा दिया।
पीडि़ता को पास के सरकारी अस्पताल ले जाया गयाए जहां उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया। उसकी मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत साथ सामेहिक दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कर चारों को गिरफ्तार कर लिया है।
पत्रकार हितों के लिये उठाये जाय ब्यापक कदम- लखेड़ा
देहरादून-वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन लखेड़ा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिहं धामी को पत्रकार हितों के लिये ब्यापक कदम उठाने का अनुरोध किया है। उन्होंने पत्रकार कल्याण कोष मे दो करोड़ की राशि स्वीकृत करने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व धन्यवाद देते हुये पत्रकारों के हितों के लिये उचित कदम उठाने की मॉग की है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में खासकर पहाड़ में काम करने वाले पत्रकारों के सामने सदैव पहाड़ जैसी चुनौतियां खड़ी रहती है। इसे देखते हुये पत्रकार कल्याण कोष के लिये एक मुस्त 25 से 30 करोड़ की धनराशि दी जाय ताकि बार बार छोटी समस्याओं के लिये पत्रकारों को मुख्यमंत्री की चौखट न खटखटानी पड़े। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिहं धामी पहाड की सभी परिस्थितियों से भिज्ञ है किन परिस्थितियों मे पहाड़ में पत्रकारों को पत्रकारिता करनी पड़ती है मा. मुख्यमंत्री सभी परिस्थितियों को जानते है। उन्होंने कहा कि पत्रकार हितों केे लिये 50 हजार से अधिक प्रसार वाले अखबारों के विज्ञापन वीजक से 2 प्रतिशत की धन राशी इस नेक कार्य हेतु अंशदान के रूप में जमा करवाई जा सकती है। जो कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों के काम आ सकती है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हो पाता है तो ये पत्रकार हितो की दिशा में मील का पथ्थर साबित होगा।
एक्शन में आरबीआई, 4 बड़े बैंकों पर लगाए प्रतिबंध
नई दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के चार अलग-अलग सहकारी बैंकों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसमें ग्राहकों के अपने बैंक खातों से पैसा निकालने की सीमा लगाना शामिल है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इन सहकारी बैंकों की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को देखते हुए ये बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। आरबीआई के अनुसार, साईबाबा जनता सहकारी बैंक, द सूरी फ्रेंड्स यूनियन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, सूरी (पश्चिम बंगाल) और बहराइच के नेशनल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड पर प्रतिबंध लगाया गया है।
आदेश के मुताबिक, साईबाबा जनता सहकारी बैंक के ग्राहक अब अपने खाते से 20,000 रुपये से ज्यादा अमाउंट नहीं निकाल सकते हैं, जबकि सूरी फ्रेंड्स यूनियन को-ऑपरेटिव बैंक के ग्राहकों के लिए विड्रॉल की ये सीमा 50,000 रुपये तय की गई है।
इसी तरह नेशनल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के मामले में निकासी की सीमा प्रति ग्राहक 10,000 रुपये कर दी गई है। आरबीआई ने बिजनौर स्थित यूनाइटेड इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड पर भी ग्राहकों द्वारा धन निकासी समेत कई प्रतिबंध लगा दिए हैं।
केंद्रीय बैंक द्वारा चार सहकारी बैंकों को यह निर्देश बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के तहत जारी किए गए हैं, जो छह महीने तक लागू रहेंगे। रिजर्व बैंक ने एक अन्य बयान में कहा कि उसने सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक पर ‘धोखाधड़ी’ से संबंधित कुछ मानदंडों के उल्लंघन को लेकर 57.75 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
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ITR Filing: जानिए किसके लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी है, किसके लिए नहीं
इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) फाइल करने की डेडलाइन (31 जुलाई, 2022) करीब आ गई है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) रिटर्न फाइलिंग के लिए टैक्सपेयर्स को एसएमएस और ईमेल के जरिए रिमाइंडर भेज रहा है।
यह इनकम टैक्स रिटर्न पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में आपकी इनकम के लिए होगा। सवाल है कि क्या हर व्यक्ति के इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी है? आइए इस सवाल का जवाब जानते हैं। अगर एक फाइनेंशियल ईयर में किसी व्यक्ति की ग्रॉस एनुअल इनकम 2.5 लाख रुपये से जयादा है तो उसके लिए इनकम टैक्स फाइल करना जरूरी है। ग्रॉस एनुअल इनकम में छह स्रोतों से होने वाली इनकम शामिल है।
सैलरी, रियल एस्टेट, कैपिटल गेंस, डिविडेंड, इंटरेस्ट से इनकम आदि शामिल हैं। Income Tax Return: आईटीआर फॉर्म में यह जानकारी गलत दी तो आएगा इनकम टैक्स का नोटिस Have you filed your ITR for AY 2022-23 yet? The due date to file ITR for AY 2022-23 is 31st July, 2022. File today and avoid the last minute rush!
Pl visit: https://t.co/GYvO3n9wMf #ITR #FileNow pic.twitter.com/tX733vnyLR – Income Tax India (@IncomeTaxIndia) July 19, 2022 इसका मतलब है कि जिस व्यक्ति की सालाना ग्रॉस इनकम 2.5 लाख रुपये तक है, उसके लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी नहीं है। लेकिन, यह नियम सिर्फ 60 साल से कम उम्र के व्यक्ति के लिए है। अगर व्यक्ति की उम्र 60 साल से ज्यादा और 80 साल से कम है तो ग्रास सालाना इनकम 3 लाख रुपये से ज्यादा होने पर ही रिटर्न फाइलिंग जरूरी है। अगर व्यक्ति की उम्र 80 साल से ऊपर है तो सालाना ग्रॉस इनकम 5 लाख रुपये से ज्यादा होने पर ही रिटर्न फाइल करना जरूरी है।
अगर व्यक्ति के बैंक अकाउंट में एक फाइनेंशियल ईयर में 10 लाख रुपये से ज्यादा कैश डिपॉजिट होता है या विड्रॉल (निकाला जाता है) होता हो इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी है। करेंट अकाउंट के मामले में इसकी सीमा 50 लाख रुपये है। इसकी वजह यह है कि इसकी जानकारी आईटी रिटर्न में देना अनिवार्य है। अगर एक फाइनेंशियल ईयर में आपने 1 लाख रुपये से ज्यादा बिजली बिल चुकाया है या करेंट अकाउंट में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा डिपॉजिट किया है तो आपके लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी है।
अगर आप इंडिया के नागरिक है और आपको दूसरे देश से किसी तरह की इनकम होती हो तो आपको रिटर्न फाइल करना होगा। इसकी वजह यह है कि इस इनकम पर इंडिया में टैक्स लगेगा। 75 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी नहीं है। इसके लिए कुछ शर्तें हैं। शर्त यह है कि आपकी इनकम का सोर्स सिर्फ पेंशन होनी चाहिए। इसके साथ ही आपकी इंटरेस्ट इनकम उसी बैंक से होनी चाहिए, जिससे आपकी पेंशन आती है। इसके लिए बैंक में आपको डेक्लेरेशन देना होगा।
जनता दरबार में सर्वाधिक जमीन से जुड़े धोखाधड़ी के मामले पहुंचे, भू माफिआओं में हुई हलचल
(अतुल अग्रवाल)
हल्द्वानी, प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जनता की समस्याओं के समाधान के लिए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के कैंप कार्यालय में जनता दरबार लगाया गया | जिसमें कुमाऊं मंडल के विभिन्न जिलों से फरियादी सड़क, बिजली, पानी के साथ साथ जमीनी फर्जीवाड़े और अवैध कब्जे जैसी शिकायत लेकर पहुंचे।
इस दौरान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि लगातार जनता दरबार में जमीन से जुड़े फ्रॉड के बड़े मामले आ रहे हैं। लिहाजा वह इसे भूमि की खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए बनाई गई टास्क फोर्स के सामने रखेंगे और इस तरह की अवैध जमीनों के मामले में अंकुश लगाया जाएगा। जिसके बाद से फ्रॉड करने वाले प्रॉपर्टी डीलरों में हलचल होना लाजमी है।
इस दौरान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि बरसात के समय सबसे ज्यादा सांप के काटने के मामले सामने आए हैं, लिहाजा सभी अस्पतालों को एंटी वेनम रखने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत द्वारा प्रत्येक शनिवार हल्द्वानी कमिश्नर कैंप कार्यालय में जनता दरबार लगाया जाता है, ताकि जन समस्याओं का समाधान किया जा सके। कुमाऊं के लगभग सभी जिलों से फरियादी जनता दरबार में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए पहुंचते हैं।
फाॅरेसिंक एक्सपर्टस को मारने की साजिश, आखिर किसने मिलाया पानी की बोतल में पारा, केस दर्ज, पुलिस छानबीन में जुटी
रूद्रपुर, उधमसिंह नगर के रुद्रपुर में राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला के वरिष्ठ व कनिष्ठ विश्लेषक को पीने के पानी में पारा मिला कर जान से मारने की कोशिश की गई है। इस संबंध में रूद्रपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस तहकीकात में जुट गई है कि दोनों फारेंसिक विशेषज्ञों की जान के पीछे कौन पड़ा है। इस गुत्थी को पुलिस सुलझाने में लगी है |
घटना 15 जुलाई की है लेकिन इस पर मुकदमा कल रात दर्ज किया गया है। कोतवाली रूद्रपुर में दी गई तहरीर में फारेंसिक लैब के कनिष्ठ विश्लेषक रमेश जोशी ने कहा है कि 15 जुलाई की दोपहर बाद वे वरिष्ठ विष्लेषक मनोरंजन कुमार के साथ प्रयोगशाला में थे। लगभग साढ़े चार बजे उन्होंने अपनी पानी की बोतल से पानी पीया। इसके बाद वरिष्ठ विश्लेषक मनोरंजन कुमार ने भी उसी बोतल से पानी पीया। मनोरंजन कुमार को पानी के स्वाद में कुछ मिले होने का अहसास हुआ तो उन्होंने उसे तुरंत ही थूक दिया। फिर जमीन पर मुंह से गिरे पानी को ध्यान से देखा तो उसमें मर्करी यानी पारा मिला हुआ पाया गया। इस घटना से साफ हो गया है कि उनकी पानी की बोतल में किसी ने साजिश के तहत पारा मिला दिया था। जिससे उनकी मौत भी हो सकती थे।
रमेश जोशी ने कहा है कि उन्हें शंका है कि कोई अज्ञात शख्स उन्हें जान से मारने की कोशिश कर रहा है। जोशी की बात की पुष्टि के लिए तहरीर पर वरिष्ठ एक्सपर्ट मनोरंजन कुमार ने भी हस्ताक्षर किए हैं।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 328 के तहत मुकदमा दर्ज करके इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
क्या है आईपीसी की धारा 328 :
भारतीय दंड संहिता की धारा 328 के अनुसार, जो भी कोई किसी व्यक्ति को क्षति कारित करने या अपराध करने या अपराध किए जाने को सुगम बनाने के आशय से, या यह सम्भाव्य जानते हुए कि वह तद्द्वारा क्षति कारित करेगा, कोई विष या जड़िमाकारी, नशा करने वाली या अस्वास्थ्यकर औषधि या अन्य चीज उस व्यक्ति को देगा या उसके द्वारा लिया जाना कारित करेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास से दण्डित किया जाएगा जिसे दस वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है से दण्डित किया जाएगा और साथ ही वह आर्थिक दण्ड के लिए भी उत्तरदायी होगा।
यह एक गैर.जमानती, संज्ञेय अपराध है और सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है। यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।
कोटद्वार नगर निगम की लचर कार्य प्रणाली से गोखले मार्ग पर अवैध अतिक्रमण, पैदल चलना भी हुआ दूभर
कोटद्वार, पौड़ी जनपद के कोटद्वार शहर आजकल अतिक्रमण की जद पर है, यहां की यातायात व्यवस्था के लिए नासूर बना गोखले मार्ग नगर निगम कोटद्वार की लचर कार्यप्रणाली के चलते यातायात व्यवस्था चरमरा चुकी है तथा कोटद्वार का अति व्यस्त गोखले मार्ग ठेली फड़ वालों द्वारा सड़क के दोनो और से घेर दी गई है ठैली वालों को ना तो नगर निगम का खौफ है और ना ही पुलिस प्रशासन का जिसके चलते गोखले मार्ग पर पैदल चलना भी दूभर हो रखा है । हांलाकि इस स्थिति से निपटने के लिये पुलिस लगातार सक्रिय है, सड़क के किनारे लगी ठेली रेडियों का सत्यापन का कार्य भी किया जा रहा है साथ लोगों को अतिक्रमण को लेकर सचेत किया जा रहा है, कोटद्वार नगर में नजीबाबाद बिजनौर से आने वाले लोग यहां सड़क पर फड़ लगाते हैं तथा हर रोज दो तीन हजार की कमाई कर लेते हैं , कोटद्वार नगर की हर सड़क पर स्टेशन रोड़ से लेकर तड़ियाल चौक तक ये लोग सड़क घेरते जा रहे हैं और सम्बंधित विभागों के कान मे जूं तक नही रेंग रही है।देवी मंदिर के पास बनाई गई भलाई की दीवार को भी इन अवैध अतिक्रमणकारियों ने कब्जा लिया है।हालात यह हैं कि नगर निगम कोटद्वार के प्रेक्षागृह के आहाते पर भी ये अतिक्रमणकारी जम चुके हैं तथा इन्हें हटाने वाला कोई नही है , लगता है नगर निगम कुम्भकर्णी निद्रा से तब जागेगा जब हालात काबू से बाहर हो जायेंगे
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कांवड़ियों का ट्रक सड़क पर पलटा, चार कांवड़ी हुये चोटिल
उत्तरकाशी, लगातार हो रही बारिश और सावन महीने में कांवड़ यात्रा जिला प्रशासन के लिये चुनौती बनी हुई है, इसी बीच खबर है कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर्षिल जांगला पुल के पास कांवड़ियों का ट्रक सड़क पर पलटकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और सभी को सुरक्षित निकाला। शनिवार को 15 कांवड़ियों से भरा ट्रक जांगला पुल के पास अचानक हादसे का शिकार हो गया। इनमें से चार कांवड़ियों को सामान्य चोटें आई हैं। तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए कांवड़ियों को आर्मी हॉस्पिटल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हर्षिल भेजा गया। अन्य कावड़ियों की स्थिति सामान्य है। पुलिस द्वारा अब कांवड़ियों के लिए वाहन की व्यवस्था की जा रही है।
68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, उत्तराखंड का मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट में उल्लेख: कारगर साबित हो रही राज्य की फिल्म नीति : मुख्यमंत्री
देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत पुरस्कार मिलने पर समस्त प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है | उत्तराखंड का मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट में उल्लेख, इस पर
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने फिल्म निर्माण को लेकर निर्माताओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिगत राज्य में जो फिल्म नीति बनाई है, वो कारगर साबित हो रही है |
उल्लेखनीय है कि जूरी ने शुक्रवार को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में साल 2020 के विजेताओं की घोषणा कर दी है, इस घोषणा से पहले अध्यक्ष और अन्य जूरी सदस्यों ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और उन्हें विजेताओं की सूची सौंपी, श्री ठाकुर ने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि कोविड महामारी के कारण साल 2020 फिल्मों के लिए ख़ास तौर पर मुश्किल साल रहा था, फिर भी इन नामांकनों में कुछ बहुत अद्भुत फ़िल्में देखने को मिली हैं. मंत्री महोदय ने जूरी का भी धन्यवाद किया जिन्होंने पूरी लगन के साथ इन प्रविष्टियों को देखा और इनमें से पुरस्कारों के लिए सर्वश्रेष्ठ को चुना |
इस जूरी में भारतीय सिने जगत के प्रख्यात फिल्मकार और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं. इन पुरस्कारों की घोषणा गैर-फीचर जूरी के अध्यक्ष श्री चित्रार्थ सिंह, सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन जूरी के अध्यक्ष श्री अनंत विजय, और फीचर फिल्म जूरी (सदस्य- केंद्रीय पैनल) के श्री धर्म गुलाटी द्वारा सूचना और प्रसारण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव श्रीमती नीरजा शेखर की उपस्थिति में की गई |
मध्य प्रदेश ने इस दौरान फिल्मों के लिए सर्वाधिक अनुकूल राज्य यानी मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार जीता जबकि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को विशेष उल्लेख प्राप्त हुआ | किश्वर देसाई की ‘द लॉन्गेस्ट किस’ ने संबंधित वर्ष के लिए सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार जीता, वहीं मलयालम पुस्तक ‘एम टी अनुभवनगलुड पुष्टकम’ और ओडिया पुस्तक ‘काली पाइन कलीरा सिनेमा’ को विशेष उल्लेख प्राप्त हुआ |
अजय देवगन और सूर्य को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार सुधा कोंगरा द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म ‘सूरारई पोट्रु’ को मिला है. ‘तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर’ ने संपूर्ण मनोरंजन यानी होलसम एंटरटेनमेंट प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार जीता | 2020 के लिए अजय देवगन और सूर्य को उनकी फिल्म ‘तानाजी: द अनसंग वॉरियर’ और ‘सोरारई पोटरु’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया. मनोज मुंतशिर ने हिंदी फिल्म ‘साइना’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत का पुरस्कार जीता है |
विभिन्न श्रेणियों में दिए गए पुरस्कार :
यहां ‘तानाजी: द अनसंग वॉरियर’ को बेस्ट पापुलर फिल्म तो वहीं ‘सोरारई पोटरू’ (तमिल) को बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड दिया गया. इसके अलावा तुलसीदास जूनियर (निर्देशक आशुतोष गोवारिकर) को बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड दिया गया, केआर सचिदानंद को उनकी मलयालम फिल्म एके अय्यप्पनम कोशियुम के लिए बेस्ट डायरेक्टर का खिताब मिला. अपर्णा बालमुरली ने ‘सोरारई पोटरू’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस तो वहीँ मनोज मुंतशिर ने फिल्म ‘सायना’ के लिए बेस्ट गीतकार का खिताब जीता. विशाल भारद्वाज को उनकी फिल्म ‘1232 किलोमीटर’ के लिए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन का अवॉर्ड दिया गया |
मधुग्राम योजना पर संगोष्ठी : अब प्रदेश के किसानों की आमदनी में शहद की धुलेगी मिठास
देहरादून, प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी शनिवार कोह देहरादून के अंतर्गत मसूरी विधानसभा क्षेत्र के चामासारी गांव पहुंचे। जहां काबिना गणेश मंत्री जोशी ने उद्यान विभाग द्वारा आयोजित नव चयनित मधुग्राम चामासारी न्याय पंचायत सरोना में मौन विकास पर संगोष्ठी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
काबीना मंत्री गणेश जोशी ने मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत चामासारी न्याय पंचायत में मुख्यमंत्री मधुग्राम योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान काबिना मंत्री गणेश जोशी ने मधुग्राम योजन के तहत मौनपालकों किसानों को 50 मौनबॉक्स भी वितरित किए। मंत्री गणेश जोशी ने चामासारी में कार्यक्रम में किसानों को मौनपालन,कृषि से संबधित अनेक जानकारियां प्रदान की गई। कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखण्ड में शहद उत्पादन की अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने मौनपालन को स्वरोजगार से जोड़ते हुए एक शुरूवात की है। निश्चित ही केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त सहयोग से संचालित होने वाली यह योजना बेरोजगार युवाओं के लिए वरदान साबित होगी। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि केंद्र और राज्य की धामी सरकार लगातार किसानों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। हमारा संकल्प है कि किसानों की आय दुगनी करें जिस दिशा में सरकार लगातार प्रयासरत है।मंत्री जोशी ने कहा कि सरकार के 100 दिन पूरे होने पर राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री मधु ग्राम योजना शुरू की थी ,मंत्री जोशी ने कहा कि मैं शोभाग्यशाली हूं,जिसकी शुरूवात चामासारी गांव से हुई है। मंत्री जोशी ने कहा कि योजना के तहत चामासारी गांव में 500 मौनबॉक्स बाटने का लक्ष्य रखा गया है, आज 50 बॉक्स किसानों को वितरित किए गए है जो यहां के किसानों की आय दुगनी करने में सार्थक सीधा होगा। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री मधुग्राम योजना को पूरे प्रदेशभर में लागू किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने आधिकारियों को मौन पालन के अलावा चमासारी के आसपास के गांवों में सेब, किवी, अखरोट के प्लांटेशन की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मंत्री जोशी ने कहा कि शीघ्र ही इस पूरे क्षेत्र को फलपट्टी के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह चौहान, ग्राम प्रधान नरेंद्र मेलवान, अनुज कौशल, सीएचओ मीनाक्षी जोशी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
सांसद आदर्श ग्राम योजना : गोद लिया गांव सिरतोली आदर्श ग्राम में होगा विकसित : परियोजना निदेशक डीआरडीए
पौड़ी, सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत चयनित थलीसैंण विकासखंड के अंतर्गत सिरतोली गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न विकास कार्य किये जा रहे हैं।
परियोजना निदेशक डीआरडीए संजीव कुमार रॉय ने गांव में जाकर ग्रामीणों के साथ बैठक की तथा उन्हें विभिन्न विभागों के माध्यम से गांव में हो रहे विकास कार्यो की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यो में तेजी लाते हुए शीघ्रता से कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिससे ग्रामीणों को उसका लाभ समय पर मिल सकेगा।
परियोजना निदेशक डीआरडीए ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि समय-समय पर कार्यो का निरीक्षण करते हुए कार्यो को जल्द पूर्ण करें। साथ ही उन्होंने कहा कि इस ग्राम पंचायत में उद्यान, कृषि, उरेड़ा, पशुपालन, मत्स्य, पेयजल, पंचायतीराज, बाल विकास, पर्यटन सहित विभिन्न विभागों द्वारा कुल 78 कार्य किये जाने हैं, जिनमें 31 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने ग्रामीणों के बैठक कर समस्त कार्यो की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन कार्यो से गांव को एक नया स्वरूप दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने वहां कार्यो का निरीक्षण भी किया तथा संबंधित अधिकारियों को बेहतर कार्य करने के निर्देश दिये। ग्रामीणों ने ताराकुंड पर्यटक स्थल स्थित पार्किंग, गांव में महिला वर्क सेंटर तथा बारात घर की मांग रखी।
इस अवसर पर कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, बाल विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी प्रकाश खत्री, सहायक अभियंता डीआरडीए भगवती प्रसाद मैठाणी, खंड विकास अधिकारी थलीसैंण धनपाल सिंह नेगी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एसके रॉय, जिला पूर्ति अधिकारी एसके कोहली सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बारिश की वजह से हुई दिक्कत को सुलझाने पहुंची प्रशासन की टीम
देहरादून, शनिवार को शहर में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर जल-भराव हो गया। ऐसे में प्रशासन की टीम ने जिम्मेदार संस्थाओं नगर निगम, पीडब्लूडी, सिंचाई विभाग के साथ महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, नानकसर गुरुद्वारा रायपुर रोड सहित अन्य स्थलों का पर पहुंचे। इस दौरान वहां पेड़ गिरने सहित अन्य समस्याओं को दूर क़िया। एडीएम वित्त एवं राजस्व केके मिश्रा ने बताया कि रायपुर मार्ग पर गिरे हुए पेड़ को कटवाया गया। वहीं जिन विभागों के नालों की पर्याप्त सफाई नहीं होने की वजह से जल-भराव हुआ है। वहाँ सबंधित विभागों को निर्देश दिए गए कि तुरन्त वहां सफाई और मरम्मत की जाए ताकि भविष्य में ऐसी दिक्कत न हो।
फिर से बढ़ रहा कोरोना : प्रदेश में कोेरोना 260 नए केस मिले, दून 149, नैनीताल में मिले 51 संक्रमित
देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना का फिर अपनी पकड़ बनाने में लगा है, आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना के 260 नए मामले सामने आए हैं। जबकि 103 लोगों को स्वास्थ्य लाभ के बाद घर भेजा गया।
कल शाम से लेकर अब तक कोरोना संक्रमित किसी व्यक्ति की जान महामारी से नहीं गई। आज आज देहरादून, नैनीताल और अल्मोड़ा में कोरोना की चौथी लहर में अब तक के रिकार्ड मामले सामने आए हैं। राज्य में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1040 हो गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में देहरादून में 149, नैनीताल में 51, अल्मोड़ा में 14, रूद्रप्रयाग में 13, हरिद्वार में 12, पिथौरागढ़ व उधमसिंह नगर में 6-6, उत्तरकाशी में चार,टिहरी में 3 और चमोली में दो नए मामले सामने आए हैं।
बागेश्वर,पौड़ी और चंपावत में आज कोई भी नया कोरोना संक्रमित नहीं मिला।
अच्छी खबर : सरकार ने बढ़ाया उत्तराखंड पुलिसकर्मियों का वर्दी भत्ता
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हरी झंडी मिलने के बाद उत्तराखंड पुलिस में कॉन्स्टेबल हेड कांस्टेबल और पुलिस बल में सभी चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों का वर्दी भत्ता बढ़ाया गया है। पहले हेड कांस्टेबल और कॉन्स्टेबल को 2250 रुपए था जिसको बढ़ाकर अब 3300 रुपए प्रति वर्ष किया गया है।
इसी के साथ पुलिस बल में सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का वर्दी भत्ता पहले 1500 रुपए प्रति वर्ष था जिसको अब 2200 प्रति वर्ष किया गया है। पुलिस बल में हेड कांस्टेबल, कॉन्स्टेबल और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के वर्दी भत्ता बढ़ाए जाने को लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है।
सरकार ने दो पीसीएस अधिकारियों को दी बड़ी जिम्मेदारी, बनाया अपर सचिव मुख्यमंत्री
देहरादून, उत्तराखण्ड़ शासन ने आज शनिवार को 2 पीसीएस अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी दी है। पीसीएस अधिकारी ललित मोहन रयाल को अपर सचिव मुख्यमंत्री व पीसीएस अधिकारी नवनीत पांडे को अपर सचिव मुख्यमंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। यह दोनों पीसीएस अधिकारी ईमानदार बताए जाते हैं। इस संबंध में सचिव शैलेश बगौली ने आदेश जारी किए हैं।
भारतीय मजदूर संघ ने धूमधाम से मनाया स्थापना, उपाध्यक्ष सुनील कुमार मेहता के बौद्धिक प्रबोधन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
देहरादून, कांवली मार्ग पर स्थित भारतीय मजदूर संघ के मुख्यालय में स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया, इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के नवीन ध्वजारोहण के साथ अजय कान्त शर्मा जिला अध्यक्ष की अध्यक्षता में तथा श्री पी एस धमांदा जिला मंत्री के कुशल संचालन में कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ सुनील कुमार मेहता द्वारा बौद्धिक प्रबोधन किया गया । इस अवसर पर अन्य कई वक्ताओं ने भी अपने अपने शब्दों में विचार व्यक्त किए, स्थापना कार्यक्रम में आदर्श सकलानी प्रदेश कोषाध्यक्ष, श्रीमति रेनू नेगी महामंत्री, आशा फैसिलिटेटर महासंघ, नरेश कुमार प्रचार मंत्री, डा. संदीप श्रीवास्तव, श्रीमति कुसुम चौहान, श्रीमति मकानी राणा, सुमित्रा चौहान, मंजू नागर, मीनू गुप्ता, लोकेश देवराडी, वासुदेव थपलियाल, सोहन सिंह नेगी, सुरेन्द्र आदि मौजूद रहे |