हरिद्वार (कुलभूषण) एस.एम.जे.एन. (पी.जी.) काॅलेज में आज स्वतंत्रता दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम इस अवसर पर श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, माँ मंशा मन्दिर ट्रस्ट, अध्यक्ष,काॅलेज प्रबन्ध समिति, श्रीमहन्त राम रतन गिरि जी महाराज, सचिव काॅलेज प्रबन्ध समिति, एवं प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा द्वारा ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के पश्चात् शहीदों को नमन करते हुए पुष्प अर्पित कर राष्ट्रगान गाया गया तथा काॅलेज में बनायी गयी शौर्य दीवार पर देश के अमर शहीदों को पुष्पाजंली अर्पित की, इससे पूर्व छात्र छात्राओं प्राध्यापकों एवं शिक्षणेतर कर्मचारियों द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना एवं एन सी सी के कैडेट्स ने प्रतिभाग किया.
इस अवसर पर काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने अपने संदेश में सभी राष्ट्रवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि हमें भारतवर्ष को आजाद कराने में हुए शहीदों के सपनों का भारत बनाने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति से छात्र छात्राओं को अपने मनोकूल विषय चुनाव की आज़ादी होगी.
काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने स्वतंत्रता दिवस की अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हुए कहा कि आज हमारी राष्ट्रीय एकता का परिणाम तिरंगा अपने सर्वोच्च स्थान पर गर्व के साथ फहरा रहा है। हमें अपने देश की एकता व अखण्डता पर गर्व करना चाहिए। प्राचार्य डाॅ. बत्रा ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही हम निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले युवा वर्ग की राष्ट्र निर्माण में विशेष भूमिका होती है, अतः इस शक्ति का प्रयोग दायित्वबोध की संस्कृति विकसित करने में किया जाना चाहिए। इस अवसर पर डाॅ. सुनील बत्रा ने डॉ संदीप कुमार शर्मा, निदेशक, उच्च शिक्षा हल्द्वानी का शुभकामना संदेश भी पढ़कर सुनाया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. संजय माहेश्वरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर कालेज प्रागंण में देश के स्वतंत्रता आन्दोलन कारी वीर शहीदों की स्मृति में एक पौधारोपण कार्यक्रम भी किया गया. पौधों की एक साल तक देखभाल एवं परवरिश की जिम्मेदारी बिन्दु गिरी पूर्व छात्रा एवं उनकी टीम को दी गई.
इस अवसर पर मुख्य रूप से डाॅ. मन मोहन गुप्ता, डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर, डाॅ. जगदीश चन्द्र आर्य, डाॅ. नलिनी जैन, विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल, डाॅ. आशा शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल, डाॅ. विजय शर्मा, डाॅ. विनीता चौहान, डॉ रेणु शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, सुगन्धा वर्मा रिचा मिनोचा, , डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पदमावती तनेजा, विनीत सक्सेना, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, प्रिंस श्रेात्रिय, डाॅ. सरोज शर्मा, वैभव बत्रा, मोहन चन्द्र पाण्डेय, सहित एन.सी.सी. कैडेट शुभी कुर्ल सीनियर अंडर आफिसर, ज्योति अंडर ओफिसर, मोहिनी कश्यप , शिवानी त्यागी अर्शिका,विशाल बंसल, गौरव बंसल, सहित काॅलेज के छात्र-छात्रा शिक्षणेतर कर्मचारी आदि उपस्थित थे।
शहीदों के सपनों का भारत बनाने का लेना चाहिए प्रण : श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी
राजकीय इंटर कालेज चोपड़ा में हर्षोल्लास से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस, परिषदीय परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्रों को सुशीला देवी फेलोशिप सम्मान से नवाजा गया
दून निवासी डीएसपी तेजप्रकाश देवरानी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित
देहरादून, दून निवासी सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक तेजप्रकाश देवरानी को स्वतंत्रता दिवस पर विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। यह पदक किसी भी पुलिस अधिकारी को राष्ट्र के लिए उसकी सेवा के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। वह देहरादून के निवासी हैम उन्हें स्वतंत्रता दिवस 2016 के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा सराहनीय सेवाओं के लिए भारतीय पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2013 और 2018 में उत्कृष्ट जांच के लिए सीबीआई दिवस पुरस्कार, 2019 में दक्षिण सूडान में शांति स्थापना के लिए संयुक्त राष्ट्र पुलिस पदक, 08 प्रशंसा पत्र, 60 प्रशस्ति प्रमाण पत्र और 130 नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालयों द्वारा संदर्भित एवं अन्य मामलों की सफलतापूर्वक जांच की है, जिसमें ग्रेटर नोएडा भूमि घोटाला मामले, देहरादून न्यायाधीश क्वार्टर घोटाला, गाजियाबाद पीएफ घोटाला, उत्तर प्रदेश का एनआरएचएम घोटाला और दिल्ली का आयकर रिफंड घोटाला शामिल हैं। तेजप्रकाश देवरानी मूल रूप से ग्राम देवराणा, ब्लॉक यमकेश्वर, जिला पौड़ी गढ़वाल के मूल निवासी हैं और वर्तमान में साकेत कॉलोनी, ब्लॉक-ए, अजबपुर कलां देहरादून में रहते हैं।
दबंगों ने झोंके फायर, स्थानीय लोगों से की मारपीट, विरोध में लोगों ने प्रेमनगर थाने का किया घेराव, एसएसपी ने चौकी इंचार्ज सहित पूरे स्टाफ को हटाया
देहरादून, दून के बिधोली में दो दिन पहले हुए झगड़े को लेकर कुछ दबंगों ने रविवार को दिनदहाड़े गोलियां चलाकर क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। बेखौफ दंबंगों ने कुछ स्थानीय निवासियों से मारपीट भी की। जिस पर क्षेत्रवासी आक्रोशित हो गए और स्थानीय विधायक सहदेव पुंडीर के साथ उन्होंने प्रेमनगर थाने का घेराव किया। उनका कहना था कि बिधोली चौकी पुलिस मामले में सख्त कार्रवाई करने से बच रही है। बाद में जब मामला एसएसपी के पास पहुंचा तो उन्होंने पूरी चौकी के स्टाफ को हटा दिया।
मामले में अनिल कुमार शर्मा उर्फ मनोज पंडित सहित 12 अन्य आरापितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कुछ आरोपितों को हिरासत में ले लिया, विधोली निवासी धीरज सिंह ने बताया कि शुक्रवार को क्षेत्र में पीजी गेस्ट हाउस चलाने वाले अनिल शर्मा उर्फ मनोज पंडित ने कार पार्किंग को लेकर उन्हें पिस्तौल दिखाई और जान से मारने की धमकी दी।
जिस पर रविवार दोपहर एक बजे अनिल अपने कुछ दिल्ली व हरियाणा के साथियों के साथ बिधोली पहुंचा और सरेआम पांच-छह राउंड फायर कर दिए। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी। जब इसका कुछ व्यक्तियों ने विरोध किया तो उसके साथियों ने उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद गुस्साए क्षेत्रवासी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रेमनगर थाने पहुंच और करीब चार घंटे तक थाने का घेराव किया। इस दौरान विधायक सहदेव पुंडीर भी उनके साथ मौजूद रहे। मामला बढ़ता देख एसपी सिटी सरिता डोबाल भी प्रेमनगर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी हासिल की।
एसएसपी ने पूरी चौकी को ही थाने में अटैच कर दिया, इस मामले में चौकी इंचार्ज बिधोली की लापरवाही सामने आई। मामला जब एसएसपी दलीप सिंह कुंवर के संज्ञान में आया तो उन्होंने पूरी चौकी को ही थाने में अटैच कर दिया। वहीं आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किए।
थानाध्यक्ष दीपक रावत ने बताया कि आरोपित अनिल शर्मा उर्फ मनोज पंडित सहित अन्य के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया गया है। मनोज पंडित सहित कुछ आरोपितों को हिरासत में लिया गया है।
उत्तराखंड के CM धामी ने किया आवास पर ध्वजारोहण,सभी को दी बधाई
देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि आज पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आज से देश का अमृतकाल शुरू हो रहा है। 25 सालों में देश को शिखर पर ले जाने में सबको अपना योगदान देना होगा।
आजादी के महापर्व को धूमधाम से मनाया गया , बच्चों ने निकाली प्रभातफेरी
गजा ( डी पी उनियाल) । नरेन्द्र नगर प्रखंड के नगर पंचायत गजा में शहीद बेलमति चौहान चौक पर व्यापार सभा की ओर से झंडारोहण का आयोजन किया गया , झंडारोहण नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती ने किया, व्यापार सभा गजा के अध्यक्ष विनोद सिंह चौहान सहित पूरी कार्यकारिणी व सभी व्यापारियों,नगर वासियों ने झंडारोहण में शिरकत की ,इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती व सभी पूर्व अध्यक्षों , समाजसेवियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। अपने सम्बोधन में नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि यह महापर्व देश की आजादी का जश्न है आज़ादी दिलाने वाले सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है , त्याग, बलिदान, से ही हम आज विकास की ओर बढ़े हैं , बेलमति चौक पर आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। नगर पंचायत गजा में श्रीमती मीना खाती अध्यक्ष ने ध्वजारोहण किया तथा अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान, सभासद सुनील चौहान, विनोद सिंह चौहान, श्रीमति सीता देवी, श्रीमती पुलमा देवी , दिनेश प्रसाद उनियाल , बचनसिंह खडवाल, यशपाल सिंह, मान सिंह चौहान, कुंवर सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह खाती, गजेन्द्र सिंह खाती, सुरेन्द्र सिंह नेगी , उपस्थित रहे ।अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज गजा, शिखर स्कालर्स ऐकेडमी हाई स्कूल गजा, इंटर कॉलेज केशरधार नैचोली, प्राथमिक विद्यालय अखोडी सेरा कुलपी, सरस्वती शिशु मंदिर , ओमकारा नंद गजा, के छात्र छात्राओं ने प्रभात फेरी निकाली ,पूरा बाजार भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा,दूसरी ओर तहसील गजा, आदर्श इंटर कालेज नकोट, सरस्वती विद्या मंदिर नकोट, सन राइज पब्लिक स्कूल नकोट में भी आज़ादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया गया ।
आजादी का अमृत महोत्सव: लाल किले से पीएम का 9वीं बार 83 मिनट का संबोधन
नई दिल्ली, देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है, आजादी की इस लड़ाई का गवाह रहा लाल किले की दीवारों ने हिन्दुस्तान के हर बदलते हुए सियासी रंग को बहुत करीब से देखा। आज़ाद हिन्दुस्तान में बनते-बिगड़ते वक़्त को ही नहीं बल्कि उस दौर को भी देखा है जब देश अंग्रेजों का गुलाम था। साढ़े तीन सौ साल में हिन्दुस्तान का वक़्त बदलता रहा और उस वक़्त की गवाही देता रहा लालकिला। कभी शाहजहां की सल्तनत थी आज लोकतंत्र के मंदिर की इस चौखट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खड़े हैं। आज 15 अगस्त के मौके पर भारत को आजादी मिले 75 साल पूरे हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9वीं बार लाल किला की प्राचीर से तिरंगा झंडा फहराया। इस बार स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने का जश्न अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने इस साल 15, अगस्त, 2022 को मिलाकर कुल नौ बार ध्वजारोहण किया। इस बार प्रधानमंत्री ने 83 मिनट देशवासियों को संबोधित किया |
आपको बता दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्रता दिवस पर कुल 17 बार देशवासियों को संबोधित किया। उनके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 16 बार 15 अगस्त को भाषण दिया वहीं, साल 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने कुल 10 बार लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोगों को संबोधित किया।
साल 2014 से 2022 तक
मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में 15 अगस्त 2014 को लाल किले की प्राचीर से पहली बार देश की जनता को संबोधित किया था। उस समय उन्होंने 65 मिनट का भाषण दिया था।
इसके बाद साल 2015 में उनका संबोधन 86 मिनट तक चला था।
2016 में उनका भाषण डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चला था।
2016 में उन्होंने 94 मिनट का भाषण दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2017 में स्वतंत्रता दिवस पर अपना सबसे छोटा भाषण दिया था। तब उनका भाषण 54 मिनट का था।
साल 2018 में लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने 82 मिनट का भाषण दिया था।
साल 2019 की बात करें तो पीएम मोदी का भाषण 92 मिनट का रहा।
साल 2020 में 90 मिनट का संबोधन दिया था।
2021 में 88 मिनट तक पीएम मोदी ने लाल किले से भाषण दिया।
2022 में पीएम 83 मिनट का भाषण।
कुरझण में धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस समारोह
रूद्रप्रयाग। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के के अमृत महोत्सव पर श्री संस्कृत प्रचारिणी पाठशाला कुरझण में विद्यालयीय शिक्षकों छात्र छात्राओं के साथ प्रबन्ध समिति के सदस्यों एवं समस्त ग्राम वासियों ने ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण में विद्यालयीय प्रबन्ध समिति के दाताराम पुरोहित एवं उपाध्यक्ष विजयराम पाण्डेय, एवं शम्भुप्रसाद पुरोहित, सुधाकर प्रसाद पाण्डेय, उमेद लाल शाह, हरिशरण पाण्डेय, भगवती प्रसाद पाण्डेय, बलवन्तलाल, शशिधर पुरोहित, अवतार लाल, रितेश पाण्डेय,नागेंद्र प्रसाद एवं विद्यालयीय कर्मचारी एवं छात्र-छत्राएं उपस्थित रहे।
15 अगस्त की तारीख आजादी के लिए क्यों चुनी गई
जय हिन्द। आजादी की 75 वर्ष पूरे होने पर पीछे मुड़कर देखें तो स्वतंत्र होने के बाद से देश ने कई चुनौतियों से अवश्य ही बहुत संघर्ष किया लेकिन इसकी बदौलत हम हमारी आने वाली पीढ़ियों का सुनहरा भविष्य सुनिश्चित कर चुके हैं। हमें यह आजादी जिन संघर्षों से मिली उसके बारे में नयी पीढ़ी को बताना तो हमारा दायित्व है ही साथ ही हमें देश की वर्तमान कामयाबियों को हासिल करने के लिए की गयी मेहनत से भी लोगों को रूबरू कराना चाहिए। भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व पर हर भारतीय की यही कामना है कि हमारा यह प्यारा गणतंत्र स्वस्थ, सुरक्षित और समृद्ध रहे, भारत भूमि का मान-सम्मान दुनिया में बढ़ता रहे, भारत पुनः विश्व गुरु बने, हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज गति से तरक्की करे, भारतीय और भारतवंशी दुनिया के जिस भी कोने में रहें नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभाएँ, जीवन से जुड़े हर क्षेत्र में भारत अभूतपूर्व तरक्की करे और महामारी का प्रकोप इस दुनिया से खत्म हो। आज जब हम आजादी का पर्व मना रहे हैं तो आइए जानते हैं हमारे इस राष्ट्रीय पर्व से जुड़ी कुछ बड़ी बातें- भारत की संविधान सभा ने नई दिल्ली स्थित संविधान हॉल में 14 अगस्त को रात्रि 11 बजे अपने पांचवें सत्र की बैठक की। इस सत्र की अध्यक्षता तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने की। इस सत्र में जवाहर लाल नेहरू ने भारत की आजादी की घोषणा करते हुए ट्रिस्ट विद डेस्टिनी यानि नियति से वादा नामक ऐतिहासिक भाषण दिया।-हर स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं। लेकिन 15 अगस्त 1947 को ऐसा नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था।
-15 अगस्त 1947 को जब भारत को आजादी मिली थी तब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इस जश्न में शामिल नहीं हुए थे क्योंकि उस समय वह दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं और राष्ट्रपिता उस हिंसा को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे।
-15 अगस्त 1947 तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फ़ैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ था।
-भारत 15 अगस्त को आज़ाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था। हालाँकि रवींद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया।
-आजादी के समय सैंकड़ों ऐसी रियासतें थीं जिनको इस बात का निर्णय करना था कि उन्हें भारत के साथ जाना है या पाकिस्तान के साथ, बाद में अधिकतर ने भारत के साथ आने का निर्णय किया।
-कभी आपके मन में यह विचार आया है कि क्यों भारत की आजादी (Independence Day) के लिए 15 अगस्त की तारीख ही चुनी गई थी? इसका जवाब हम आपको देते हैं। दरअसल ब्रिटिश संसद ने लॉर्ड माउंटबेटन (Lord Mountbatten) को 30 जून 1948 तक भारत की सत्ता भारतीयों को हस्तांतरित करने का पूरा अधिकार दे दिया था। लॉर्ड माउंटबेटन को साल 1947 में भारत के आखिरी वायसराय के तौर पर नियुक्त किया गया था और उन्होंने ही भारत की आजादी के लिए 15 अगस्त की तारीख का चयन किया था।
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-कुछ इतिहासकारों का यह भी मानना है कि लॉर्ड माउंटबेटन 15 अगस्त की तारीख को शुभ मानता था इसीलिए उसने इस तारीख का चयन भारत की आजादी के लिए किया था। दरअसल 15 अगस्त लॉर्ड माउंटबेटन के लिए इसलिए शुभ था क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के समय वह संयुक्त सेना का कमांडर था और 15 अगस्त, 1945 को जापानी सेना ने उसके समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
-15 अगस्त को भारत आजाद क्यों किया गया इसके बारे में कुछ इतिहासकारों ने यह भी कहा है कि लॉर्ड माउंटबेटन ने इस तारीख का चयन सी. राजगोपालाचारी के सुझाव पर किया। दरअसल ब्रिटिश सरकार की पहले की योजना के तहत भारत को 30 जून 1948 को आजाद किया जाना था लेकिन जिस तरह भारत में अंग्रेज हुकूमत का विरोध तेज होता जा रहा था उसको देखते हुए सी. राजगोपालाचारी ने लॉर्ड माउंटबेटन से कहा था कि अगर 30 जून 1948 तक इंतजार किया गया तो हस्तांतरित करने के लिए कोई सत्ता नहीं बचेगी। ऐसे में अब लॉर्ड माउंटबेटन ने 15 अगस्त की तारीख भारत की आजादी के लिए चुनी।
-लॉर्ड माउंटबेटन इसलिए भी परेशान था क्योंकि उस समय जिन्ना और नेहरू के बीच देश बंटवारे को लेकर मतभेद खुल कर सामने आ गये थे। जिन्ना ने अलग देश बनाने की मांग कर दी जिसके चलते देश के विभिन्न भागों में साम्प्रदायिक झगड़े शुरू हो गये। इससे पहले कि हालात और बिगड़ते, आजादी 1948 में देने की योजना में बदलाव करते हुए 1947 में ही भारत को आजादी दे दी गयी।
-भारत की आजादी का दिन जब 15 अगस्त तय हो गया तो इसके बाद ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस में इंडियन इंडिपेंडेंस बिल (Indian Independence Bill) 4 जुलाई 1947 को पेश किया गया। इस बिल में भारत के बंटवारे और पाकिस्तान के बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। यह बिल 18 जुलाई 1947 को मंजूर हुआ और 14 अगस्त को विभाजन के बाद 15 अगस्त 1947 को मध्यरात्रि 12 बजे भारत की आजादी का ऐलान किया गया।
-क्या आप जानते हैं कि जब लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 तय कर दी तो देश के ज्योतिषियों ने इसका विरोध किया। यह विरोध इसलिए हो रहा था क्योंकि यह शुभ दिन नहीं माना जा रहा था। फटाफट लॉर्ड माउंटबेटन को कुछ और तारीखों का सुझाव दिया गया लेकिन लॉर्ड माउंटबेटन 15 अगस्त की तारीख पर अड़ गये। तब ज्योतिषियों ने एक बीच का रास्ता निकाला और 14 तथा 15 अगस्त की रात 12 बजे का समय तय किया गया। इससे दोनों पक्षों की बात रह गयी। अंग्रेजों के हिसाब से दिन 12 AM पर शुरू होता है और हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से सूर्योदय होने पर नया दिन माना जाता है। इस तरह 15 अगस्त की सुबह भारत के लिए शुभ सवेरा लेकर आई।
-ज्योतिषियों ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी कहा था कि वह आजादी मिलने पर अपना ऐतिहासिक भाषण अभिजीत मुहूर्त (11:51 PM से 12:39 AM) के बीच में ही दें। नेहरू जी ने इसका पालन करते हुए अपना भाषण समय पर समाप्त कर दिया जिसके बाद शंखनाद किया गया।
-15 अगस्त 1947 को सुबह 8.30 बजे गवर्नमेंट हाउस पर गवर्नर जनरल और मंत्रियों का शपथ समारोह आयोजित किया गया, उसके बाद गवर्नर जनरल को शाही सलाम दिया गया और संवैधानिक सभा में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
-15 अगस्त 1947 को इंडिया गेट पर झंडा समारोह आयोजित किया गया, आतिशबाजी की गयी और गवर्नमेंट हाउस पर आधिकारिक रात्रि भोज दिया गया।
-नीरज कुमार दुबे(साभार-prabhasakshi.com )
बैंक अकाउंट हो रहा खाली! बिना OTP के ही खाते से उड़ गई 75 लाख की मोटी रकम
दिल्ली के शहादरा इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने बैंक अकाउंट होल्डर्स की रातों की नींद उड़ा दी है. दरअसल ये मामला ऑनलाइन ठगी का है जिसमें बिल्डर के खाते से 75 लाख रुपये कब निकल गए उन्हें कानो-कान खबर ही नहीं लगी.
यह घटना बेहद ही चौंकाने वाली है जिसकी वजह से अब बैंकों पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि जिस शख्स के अकाउंट से पैसे निकले हैं उस शख्स ने किसी से भी अपने अकाउंट की डीटेल्स शेयर नहीं की थी. ऐसे में सवाल ये उठता है कि इतनी भारी रकम अकाउंट से निकली कैसे, यहां तक कि जब अकाउंट से ट्रांजैक्शन होता है तो एसएमएस या फिर ईमेल भेजा जाता है जो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और रजिस्टर्ड ईमेल पर आता है.
बिना SMS और ईमेल के अमाउंट हो रहा था गायब
जानकारी के अनुसार शख्स ने जब पैसे ट्रांसफर करने के लिए नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया तब तक 65 लाख रुपये कट चुके थे, शख्स ने देर ना करते हुए ट्रांजैक्शन ब्लॉक करवाने का प्रयास किया लेकिन जब तक ब्लॉकिंग की प्रक्रिया पूरी हुई तब तक 10 लाख रुपये और गायब हो चुके थे. इस मामले को स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट को भेज दिया गया है.
इन गलतियों की वजह से अकाउंट हो सकता है खाली
इस शख्स के साथ जो घटना हुई है उसने अकाउंट होल्डर्स को परेशान कर दिया है. ऐसी घटनाएं तब भी सामने आती हैं जब आप किसी अनजान व्यक्ति को अपनी बैंकिंग डीटेल्स दे देते हैं, कई बार कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव बनकर भी लोग आपके बैंक अकाउंट की डीटेल्स मांग लेते हैं. अगर आप ऐसे व्यक्तियों के झांसे में आ जाएं तो आपके साथ भी ये घटना हो सकती है. अगर आप अपनी बैंकिंग डीटेल्स को प्राइवेट रखते हैं तो ऐसा होने की संभावना कम है लेकिन फिर भी आपको इसे लेकर काफी जागरूक रहना चाहिए.
हर बैंक अकाउंट होल्डर बरते ये सावधानी
1.अगर आप नेट बैंकिंग इस्तेमाल करते हैं तो इसकी डीटेल्स गलती से ना शेयर करें
2.अपने कार्ड नंबर और सीवीवी को रखें प्राइवेट
3.पब्लिक वाईफाई से ना करें ट्रांजैक्शन
4.स्मार्टफोन में ना डाउनलोड करें गैर जरूरी ऐप्स
जियो के 5G फोन की लॉन्चिंग को लेकर आई बड़ी खबर, बस इतनी होगी कीमत
देश में 5G नेटवर्क को लेकर काफी समय से चर्चा हो रही है. आजकल हर शख्स फास्ट कनेक्टिविटी वाली 5G सुविधा पाने का इंतजार बेसब्री से कर रहा है. वहीं दूसरी ओर देश की सभी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां 5G की लॉन्चिंग के लिए तैयार हैं. Jio हो, VI हो या फिर एयरटेल तीनों अपनी 5G सेवा का ट्रायल पूरा कर चुके हैं और अब बारी है इसकी लॉन्चिंग की तो अब इसकी लॉन्चिंग से जुड़ी ताजा और बड़ी खबर यह है कि कंपनी बहुत जल्द अपने Jio Phone 5G को लॉन्च कर सकती है. आपको बताते चलें कि Jio ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वो 15 अगस्त के मौके पर 5G लॉन्च कर सकती है.
लॉन्चिंग और इतनी हो सकती है कीमत
Jio Phone 5G को लेकर पहले से यह कहा जा रहा है कि इस साल के अंत तक यह फोन लॉन्च होगा. Jio Phone 5G की कीमत 12,000 रुपये के करीब हो सकती है. हालांकि एक अन्य रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि Jio Phone 5G की कीमत सिर्फ 2,500 रुपये होगी और अगर हकीकत में ऐसा हुआ तो ये देश का सबसे सस्ता 5G फोन हो सकता है. अब जब कीमत इतनी कम होगी तो ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि Jio Phone 5G एक फीचर फोन हो सकता है. वहीं कुछ रिपोर्ट्स में ये दावा भी किया जा रहा है कि फोन महंगा होगा जिसकी डाउन पेमेंट 2,500 रुपये होगी और बाकी पैसे EMI में देने होंगे.
संभावित स्पेसिफिकेशन
Jio Phone 5G के कैमरे की बात करें तो इसमें डुअल रियर कैमरा सेटअप मिल सकता है जिसमें प्राइमरी लेंस 13 मेगापिक्सल का होगा, वहीं दूसरा लेंस 2 मेगापिक्सल का मैक्रो होगा. इसी तरह फ्रंट में 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा मिल सकता है. Jio Phone 5G में भी Pragati OS मिल सकता है जो कि Jio Phone Next में पहले से ही मौजूद है. इसके फीचर्स की बात करें तो इसमें 6.5 इंच की HD+ IPS LCD डिस्प्ले हो सकता है जिसका रिजॉल्यूशन 1600×720 पिक्सल होगा. कहा जा रहा है कि इस फोन के साथ स्नैपड्रैगन 480 5G प्रोसेसर और 4 जीबी रैम के साथ 32 जीबी की स्टोरेज भी मिलेगी.