Wednesday, April 30, 2025
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ईको ग्रुप, बेसिक्स संस्था, नगर निगम और ओक हिल अकादमी ने की रिस्पना नदी की सफाई

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देहरादून, रिस्पना नदी उत्तराखंड राज्य की महत्वपूर्ण नदियों में से एक है। यह नदी मसूरी पर्वतीय क्षेत्रों से निकल कर बिंदाल नदी से जुड़कर राजाजी नेशनल पार्क होती हुई अंततः गंगा नदी में मिलती है । इसका पानी शहर के लोगों के पेयजल की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अतिरिक्त रिस्पना नदी को साफ़ और स्वच्छ रखना भी पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए नदी के किनारे की सफाई और जागरूकता कार्यक्रम इसकी महत्वपूर्ण पहलों में से एक है। यह नदी अब अपना अस्तित्व खो चुकी है , नदी अब गंदे नाले का रूप लेती जा रही है |
इस गंभीर समस्या पर देहरादून के ईकोग्रुप सोसाइटी के आह्वान पर बेसिक्स संस्था, नगर निगम और ओक हिल अकादमी के छात्रों ने बुधवार 1 मई को साफ करने का अभियान चलाया। रिस्पना अभियान विगत 29 फरवरी 2024 से रोज सुबह निरंतर चल रहा है ।
इस अभियान में करीब 12 थैला कचरा को नदी से एकत्रित किया गया, जिसको नगर निगम के माध्यम से निस्तारित किया गया। यह नदी के प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा और पर्यावरण को स्वस्थ रखने में सहायक होगा। इस प्रकार के पहलों से कूड़े के प्रति सामाजिक सोच बदलने और पर्यावरण संरक्षण में लोगों की भागीदारी में वृद्धि होती है। कार्यक्रम के अंत में भाग लेने वालों को ईकोग्रुप सोसायटी द्वारा प्रशस्तिपत्र वितरित किए गए।आज के इस सफाई अभियान में भारत शर्मा, आशीष गर्ग, मनीष जैन, आशीष नेगी, ऋषिपाल, अजय जोशी के साथ क्षेत्रीय लोगों ने भी भाग लिया।

मानसून से पूर्व नगर निगम ने चलाया नालो की सफाई का अभियान

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हरिद्वार(कुलभूषण)  वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा0 तरूण के निर्देशन में नगर के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई अभियान को गति देने का कार्य किया जा रहा है। इस बारे में जानकारी देते हुए  वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आने वाले मानसून को देखते हुए नगर के विभिन्न नालो व क्षेत्रो की सफाई का कार्य बरसात के मौसम से पहले सम्पन्न कराया जा रहा है। जिससे की बरसात के दिनों में नगर के विभिन्न नालो व क्षेत्रों में जल निकासी की व्यापक व सूचारू व्यवस्था की जा सके। इस अभियान के चलते मुखिया गली भूपतवाला क्षेत्र स्थित नाले कटहरा बाजार ज्वालापुर के नाले वार्ड न0 54 स्थित फुटबाल ग्राउड के नाले वार्ड न0 55 शिवपुरी कालोनी के नाले  लोधामण्डी ज्वालापुर स्थित बडे नाले  आर्य नगर क्षेत्र स्थित नाले  तथा ज्वालापुर पावधोई  क्षेत्र स्थित नाले की सफाई का कार्य कराया गया। उन्होने बताया कि इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित आदेश के अनुपालन में खडखडी सूखी नदी क्षेत्र में सफाई कार्य निरन्तर जारी है। इस दौरान सूखी नदी क्षेत्र में  पाईप से पानी डालने वाले तीन लोगो पर चालान की कार्यवाही करते हुए 1500 रूपये का चलान  करते हुए जुर्माना लगाया गया। उन्होने कहा की बरसातो से पूर्व नगर में विभिन्न क्षेत्रों में स्थित नालो की सफाई का क्रम निरन्तर आने वाले दिनों ंमें जारी रहेगा।

कर्मचारी यूनियन की बैठक सम्पन्न

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हरिद्वार ( कुलभूषण) गुरूकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन की आम सभा की बैठक प्रबन्ध अध्ययन संकाय के सभागार में आयोजित की गई। बैठक में कर्मचारियो की विभिन्न मांगो पर मंथन किया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुए यूनियन के अध्यक्ष रंजनीश भारद्वाज ने कहा कि समय समय पर प्रशासन को कर्मचारियो की मंागो से अवगत कराया जाता रहा है। प्रशासन को कर्मचारियो की मांगो का निस्ताण कर सकरात्मक रूख अपनाना  चाहिए।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष प्रमोद कुमार  शशि कान्त शर्मा धर्मेन्द बालियान शत्रुध्न झां ने  भी कर्मचारियो को सम्बोधित किया।
यूनियन के महामंत्री नरेन्द्र मलिक ने कहा  सोते हुए प्रशासन को जगाने का कार्य यूनियन के पदाधिकारी ही कर सकते है।
इस अवसर पर अनिरूद यादव धनपाल डॉ0 अनिल धीमान बलवन्त जितेन्द्र नरेश त्यागी मनोज कुमार समीर राणा गुरूप्रीत सिंह वीरेन्द्र पटवाल किशन कुमार मदन राजीव गुप्ता संजय शर्मा हेमन्त पाल सचिन पाठक रमाकान्त शर्मा उमा शंकर शर्मा आदि उपस्थित रहे। सभा का संचालन दीपक वर्मा ने किया।

एसएमजेएन पीजी कॉलेज में स्नातकोत्तर विदाई समारोह और संपन्न

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हरिद्वार ( कुलभूषण) एसएमजेएन पीजी कॉलेज में आज स्नातकोत्तर अन्तिम सेमस्टर का विदाई समारोह आयोजित किया गया। मिस एसएमजेएन सिमरन गोस्वामी और मिस्टर एसएमजेएन अभिषेक पाठक को चुना गया।
सरस्वती वंदन से कार्यक्रम का प्रारम्भ किया गया। इस दौरान प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर सुनील कुमार बत्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि कालेज छात्र और छात्राओं के सुख और दुख का हमेशा साथी रहा है। बच्चों की मेहनत का ही फल है जिसके कारण हमारा कॉलेज उत्तराखण्ड में प्रथम स्थान पर आसीन है। उन्होंने कॉलेज से विदा होने वाले छात्र-छात्राओं को खास तौर पर कहा कि आप अपने सुख दुख को हमेशा कॉलेज परिवार से साझा करें। प्राचार्य डॉक्टर सुनील बत्रा ने वाणिज्य विभाग की डॉ० सुगन्धा वर्मा और संस्कृत विभाग की प्राध्यापक रश्मि डोभाल को विदाई देते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किए और उनके सुनहरे भविष्य की कामना की। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने बच्चों को शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुये कहा कि ये बच्चे भविष्य में कॉलेज और राष्ट्र का नाम रोशन करेगें यही आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं हैं। कॉलेज के पूर्व छात्र मेहताब आलम, अनन्या भटनागर ने मधुर गीतों की प्रस्तुति दी। अर्चना उर्वशी कमला भट्ट ने भी प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम में रोचक पहेलियों के माध्यम से सभी का मनोरंजन किया गया । गौरव बंसल और उनकी टीम ने कॉलेज के विविध पलों को दर्शाने वाली लघु नाटिका प्रस्तुत की। पीजी के छात्र छात्राओं ने रैम्प वॉक किया गया जिसमें चुनें गये छात्र छात्राओं को टाइटल दिये गए। जिसमें निर्णायकों ने मिस एसएमजेएन सिमरन गोस्वामी और मिस्टर एसएमजेएन का ताज अभिषेक पाठक के सर सजाया। द्वितीय रनरअप श्रुति शर्मा और आनन्द मेहता रहे ,तृतीय स्थान पर रीताप्रिया व तीर्थ रहे । छात्र छात्राओं ने प्राध्यापकों को रोचक टाइटल देकर सम्मानित किया । आन्तरिक गुणवत्ताआश्वासन प्रकोष्ठ के प्रभारी एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ० संजय माहेश्वरी ने सभी बच्चों को आशीर्वाद एवं शुभकामनाएँ दी। कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र की छात्रा जाहन्वी और नितिशा ने किया। डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ० लता शर्मा, डॉ० आशा शर्मा, डॉ० पूर्णिमा, डॉ० सरोज शर्मा ,डॉ० सुगन्धा वर्मा ,डॉ० मोना शर्मा ,डॉ० मीनाक्षी ,डॉ० पल्लवी,डॉ विनिता चौहान, डॉ. कविता छाबड़ा ,रिंकल गोयल, डॉ. अनुरिषा, एवं सैकड़ों छात्र छात्रा आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

स्कूलों में बम की खबर से दिल्ली में हड़कंप : स्कूलों में चल रहा सर्च ऑपरेशन

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नई दिल्ली, बुधवार की सुबह से ही राष्ट्रीय राजधानी में हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली नोएडा और गुरुग्राम के लगभग 80 स्कूलों में बम होने की धमकी भरा ईमेल भेजा गया है। बम रखी हुई की जानकारी मिलते ही स्कूलों और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है। अफरा तफरी के माहौल के बीच दिल्ली पुलिस की टीम स्कूलों में पहुंची और स्कूलों की तलाशी ली है। दिल्ली पुलिस ने अन्य विभागों के साथ मिलकर स्कूलों में सर्च ऑपरेशन चलाया है। सर्च ऑपरेशन में डॉग स्क्वाड और बॉम्ब स्क्वाड को भी लगाया गया है ताकि संदिग्ध सामान मिलने पर उसकी विस्तृत जांच की जा सके।

दिल्ली पुलिस ने बम स्क्वॉड के साथ मिलकर एक-एक क्लासरूम की गहनता के साथ जांच की है। बता दें कि दिल्ली पुलिस को जैसे ही इस मिल की जानकारी मिली हथियार के तौर पर स्कूल के सभी बच्चों को घर भेज दिया गया उनकी छुट्टी करदी गई। बता दे कि अब दिल्ली पुलिस के पता लगाने में जुटी है कि यह ईमेल किसने भेजा है। चुराती जहाज में दिल्ली पुलिस की संभावना है कि यह ईमेल विदेश से आया था।

दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कम से कम 80 स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद बुधवार को सुबह विद्यार्थियों और अभिभावकों में दहशत फैल गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह धमकी एक अफवाह प्रतीत होती है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने उन सभी स्कूलों की गहन जांच की है जहां बम रखे होने की धमकी मिली थी। दिल्ली पुलिस के अनुसार, जांच में कुछ नहीं मिला।
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा “दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के अनुसार ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की है। पोस्ट में आगे कहा गया है, “कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह अफवाह है। हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को स्कूलों में बम रखे होने की धमकी को अफवाह बताया और लोगों से कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मंत्रालय ने कहा कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के अनुसार जरूरी कदम उठा रही हैं। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ईमेल से दी गई बम की धमकी अफवाह लगती है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के अनुसार आवश्यक कदम उठा रही हैं।’’ राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोस के नोएडा शहर में 80 से अधिक स्कूलों को बुधवार को सुबह उनके परिसर में बम रखे होने की धमकी वाला ईमेल मिलने के बाद अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। ईमेल के बारे में स्थानीय पुलिस को सूचित कर दिया गया और सभी स्कूलों को खाली करा लिया गया।
इस मामले पर दिल्ली पुलिस पीआरओ सुमन नलवा का कहना है, “कई स्कूलों ने हमसे संपर्क किया है कि उन्हें अपने परिसर में बम के बारे में एक ईमेल मिला है। दिल्ली पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया है लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।” अब तक पता चला है…ऐसा लगता है कि किसी ने दहशत पैदा करने के लिए ऐसा किया है…मैं बस माता-पिता से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे घबराएं नहीं। हम इस संबंध में जांच कर रहे हैं।”

बैंक आपसे नहीं वसूल पाएंगे ऋण पर अतिरिक्त ब्याज, आरबीआई ने बैंकों को दिया सख्त निर्देश

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मुंबई , । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों और एनबीएफसी को निर्देश दिया कि वे ग्राहकों से वसूले जाने वाले ब्याज के मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी हों। आरबीआई ने बैंकों से अपने कार्यों की समीक्षा करनेे को कहा गया। आरबीआई ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं, जहां ऋण पर तय सीमा से अधिक ब्याज लिया गया।
आरबीआई ने अपने सर्कुलर में बताया है कि 31 मार्च, 2023 को समाप्त अवधि के लिए विनियमित संस्थाओं (बैंकों, एनबीएफसी और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों) की ऑनसाइट जांच के दौरान, ऋणदाताओं द्वारा शुल्क वसूलने में कुछ अनुचित प्रथाओं का सहारा लेने के उदाहरण सामने आए।
आरबीआई ने सर्कुलर में कहा, इसलिए, निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए सभी विनियमित संस्थाओं को निर्देश दिया जाता है कि वे ऋण वितरण के तरीके, ब्याज के आवेदन और अन्य शुल्कों के संबंध में अपनी प्रथाओं की समीक्षा करें और सिस्टम स्तर पर बदलाव सहित सुधारात्मक कार्रवाई करें।
आरबीआई द्वारा देखी गई कुछ अनुचित प्रथाएं इस प्रकार हैं:
* ऋण की मंजूरी की तारीख या ऋण समझौते के निष्पादन की तारीख से ब्याज लगाना, न कि ग्राहक को धनराशि के वास्तविक वितरण की तारीख से। इसी प्रकार, चेक द्वारा वितरित ऋण के मामले में, ऐसे उदाहरण देखे गए, जहां चेक की तारीख से ब्याज लिया गया, जबकि चेक कई दिनों बाद ग्राहक को सौंपा गया।
*महीने के दौरान ऋण के वितरण या पुनर्भुगतान के मामले में, कुछ बैंक केवल उस अवधि के लिए ब्याज नहीं ले रहे थे, जिसके लिए ऋण बकाया था।
*कुछ मामलों में, यह देखा गया कि बैंक एक या अधिक किस्तें पहले ही वसूल कर रहे थे, लेकिन ब्याज वसूलने के लिए ऋण की पूरी राशि की गणना कर रहे थे।
आरबीआई ने कहा कि ब्याज वसूलने की ये और ऐसी अन्य गैर-मानक प्रथाएं, जो ग्राहकों के साथ व्यवहार करते समय निष्पक्षता और पारदर्शिता की भावना के अनुरूप नहीं हैं, गंभीर चिंता का कारण है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि जहां भी ऐसी प्रथाएं सामने आई हैं, आरबीआई ने उन बैंकों, एनबीएफसी और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को ग्राहकों को इस तरह के अतिरिक्त ब्याज और अन्य शुल्क वापस करने की सलाह दी है। आरबीआई ने कहा कि कुछ मामलों में ऋण वितरण के लिए जारी किए गए चेक के बदले ऋणदाताओं को खाते में ऑनलाइन हस्तांतरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
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परिषदीय परीक्षा परिणाम – प्रदेश में रुद्रप्रयाग के होनहारों का दबदबा, इंटरमीडिएट में मंडल स्तर पर प्रथम एवं हाईस्कूल में द्वितीय स्थान

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” जनपद से इंटरमीडिएट में 14 एवं हाईस्कूल में 13 छात्र-छात्राओं ने प्रदेश की मैरिट सूचि में जगह बनाई है।
प्रदेश के उत्तीर्ण प्रतिशत की बात करें तो इंटरमीडिएट में मंडल स्तर पर 90.58 प्रतिशत के साथ जनपद पहले एवं प्ररदेश स्तर पर तीसरे स्थान पर रहा है। हाईस्कूल में 90.09 उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ मंडल स्तर पर दूसरे एवं प्रांत स्तर पर सातवें नंबर पर जगह बनाई है। पिछले वर्ष के मुकाबले इंटरमीडिएट के परीक्षा प्रतिशत में चार फीसद का उछाल आया है। एक बार फिर माई गोविन्द गिरि सरस्वती विद्या मंदिर वेलणी के छात्रो ने एक बार फिर उत्तकृष्ट प्रदर्शन कर जनपद का गौरव बडाया”।

(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- विगत वर्षो की भाँति इस वर्ष भी जनपद के होनहारों ने मेरिट लिस्ट में नाम दर्ज कर उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में अपना दबदबा कायम रखा। इंटरमीडिएट में 14 एवं हाईस्कूल में 13 छात्र-छात्राओं ने प्रदेश की मैरिट सूचि में जगह बनाई है। जनपद के छात्र-छात्राओं की इस उपलब्धि पर रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ,जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एँव मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
प्रदेश के उत्तीर्ण प्रतिशत की बात करें तो इंटरमीडिएट में मंडल स्तर पर 90.58 फीसद के साथ जनपद पहले एवं प्ररदेश स्तर पर तीसरे स्थान पर रहा है। वहीं हाईस्कूल में 90.09 उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ मंडल स्तर पर दूसरे एवं प्रांत स्तर पर सातवें नंबर पर जगह बनाई है। पिछले वर्ष के मुकाबले इंटरमीडिएट के परीक्षा प्रतिशत में चार फीसद का उछाल आया है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र बिष्ट ने जानकारी देते हुये बताया कि इंटरमीडिएट में अगस्त्य पब्लिक इंटर कालेज जवाहरनगर के अंशुल नेगी ने 97 फीसदी अंक हासिल कर पहला स्थान लाटा बाबा इंटरमीडिएट काॅलेज शीशों के अभिषेक ने 95.40 फीसद अंक हासिल कर दूसरा स्थान जबकि अगस्त्य पब्लिक इंटर कालेज जवाहरनगर की अंशिका नेगी ने 95 फीसदी अंक हासिल कर जनपद में तीसरा स्थान हासिल किया है। हाईस्कूल में जनता हाईस्कूल मणिपुर चाका के शिवम मलेठा ने 99.60 प्रतिशत हासिल कर जनपद में पहला स्थान हासिल किया है। वहीं दूसरे स्थान पर लाटा बाबा इंटरमीडिएट काॅलेज शीशों के मनमोहन सिंह ने 98 जबकि अतुल माॅडल पब्लिक हाईस्कूल, तिलवाड़ा के वैभव नेगी ने 97.20 फीसदी अंक हासिल कर जनपद में तीसरा स्थान हासिल किया है। माई गोविन्द गिरि सरस्वती विद्या मंदिर वेलणी
सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज बेलनी,रुद्रप्रयाग की छात्रा मेघा बुटोला ने हाईस्कूल में उत्तराखंड की मेरिट सूची में 22 वां , अंजलि भट्ट ने इंटरमीडिएट में 11वां, सुहानी रौतेला ने इंटरमीडिएट में 21 वां स्थान प्राप्त कर अपने माता-पिता का नाम,अपने विद्यालय का नाम उत्तराखंड स्तर पर ऊंचा किया है। रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने सभी छात्र छात्राओ को उनकी इस उपलब्धि बधाइयाँ एँव शुभकामनाएं दी।

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन के उभरते आर्किटेक्ट्स ने जागेश्वर धाम के लिए तैयार किया मास्टरप्लान

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• दस्तावेज़ का लक्ष्य यह है कि इस स्थल को एक फूलते-फलते सांस्कृतिक एवं आर्थिक केंद्र में तब्दील किया जाए

• अब यूनिवर्सिटी स्थानीय लोगों के साथ प्रस्तावित मास्टरप्लान के लाभ और हानियों का अन्वेषण करने का योजना बना रही है।

देहरादून, स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन (डब्ल्यूयूडी), सोनीपत में अध्ययनरत 52 छात्रों के एक समूह ने, उत्तराखंड में अल्मोड़ा के पास स्थित प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ शहर जागेश्वर धाम के पुनर्विकास हेतु एक व्यापक मास्टरप्लान तैयार किया है। जागेश्वर को शैव परंपरा के प्रमुख धामों में गिना जाता है। प्रस्तावित मास्टरप्लान को छात्रों और तीन प्रोफेसरों द्वारा एक वर्ष से अधिक समय तक विस्तृत क्षेत्रअध्ययन और साइट के सम्पूर्ण दस्तावेज़ीकरण के बाद मिलाकर तैयार किया गया था।
मास्टर प्लान के फायदे व नुकसान की पड़ताल करने के लिए अब विश्वविद्यालय, स्थानीय हितधारकों के साथ चर्चा करने की योजना बना रहा है। समीक्षा और संभावित क्रियान्वयन के लिए इस दस्तावेज़ को स्थानीय सरकार के समक्ष भी प्रस्तुत किया जाएगा, जहां जागेश्वर धाम के लोगों की जरूरतों व आकांक्षाओं के अनुरूप संशोधन व संवर्द्धन करने का आधिकारिक समर्थन मांगा जाएगा।
विश्वविद्यालय स्थानीय लोगों के साथ चर्चाओं में शामिल होने का इरादा रखता है ताकि प्रस्तावित योजना पर प्रतिक्रिया जुटा सके। यह प्रक्रिया इस सुनिश्चित करने का उद्देश्य रखती है कि जगेश्वर धाम में किए गए किसी भी संशोधन या सुधार समुदाय की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं के साथ मेल खाते हों। छात्र आशावादी हैं कि उनका दस्तावेज़ इस साइट पर विकास के लिए उपयोगी आधार योजना प्रदान करेगा, जब भी यह संभावित हो।
परियोजना के बारे में बात करते हुए, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन में स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर के डीन प्रोफेसर शालीन शर्मा ने कहा: “जागेश्वर धाम अपने विविधता भरे ऐतिहासिक मंदिरों और अनोखे लैंडस्केप के लिए प्रसिद्ध है, जहां सदियों के कालखंड में फैली स्थापत्य शैली देखने को मिलती है। इस परियोजना का लक्ष्य यह है कि एक सहज परिवेश में फूलने-फलने वाले स्थानीय लोगों के बारे में गहरी समझ पैदा की जाए, साथ ही इस स्थल के वास्तुशिल्प से जुड़े तत्वों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक व्यापक अध्ययन किया जाए। छात्रों व शिक्षकों ने समूचे मंदिर परिसर का बारीक विश्लेषण किया, तथा इसके ऐतिहासिक, वास्तुशिल्प संबंधी और सांस्कृतिक पहलुओं का अध्ययन भी किया। हमने स्थानीय समुदायों के नजरिए को समझने के लिए उनको अपने साथ जोड़ा और उनके इनपुट को मास्टरप्लान में शामिल भी कर लिया है।“
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन में स्कूल ऑफ़ आर्किटेक्चर के एसोसिएट प्रोफेसर रजत वर्मा ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा: “जागेश्वर धाम के सांस्कृतिक महत्व को बढ़ाने, इसकी विरासत को संरक्षित करने और स्थानीय समुदायों को लाभान्वित करने के लिए, हमारे मास्टरप्लान ने उन्नत मार्गों और भू-दृश्यों का निर्माण करके मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार करने की बात कही है ताकि इसके वास्तुशिल्प का वैभव उजागर किया जा सके। सामुदायिक भागीदारी के लिए पंडाल और मार्केट स्टॉल जैसे समर्पित स्थान, स्थानीय जुटान को प्रोत्साहित करेंगे। हमने स्थानीय पंडितों के घर संरक्षित करने और देशी पेड़-पौधे प्रदर्शित करने वाला एक वनस्पति उद्यान लगाने को तरजीह दी है। निर्दिष्ट पार्किंग, पर्यटक सुविधाएं और आवास जैसी सुख-सुविधाएं, सुलभ व टिकाऊ पर्यटन को सुनिश्चित करेंगी। इस योजना के तहत, ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों व त्योहारों में निवासियों को शामिल करने की पहल शामिल होंगी, जो जागेश्वर की अनूठी विरासत का जश्न मनाते हैं और उसे बढ़ावा देते हैं। हमारा सर्वांगीण दृष्टिकोण इस स्थल की विरासत का आदर करता है, साथ ही मेहमानों को इस बेमिसाल सांस्कृतिक उपलब्धि का अनुभव करने और उसे सराहने के लिए बेहतर सुख-सुविधाएं प्रदान करता है।“

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन में स्कूल ऑफ़ आर्किटेक्चर के असिस्टेंट प्रोफेसर आरज़ू कादियान का कहना है: “जागेश्वर की मौजूदा शहरी शक्लसूरत, पारंपरिक और अनौपचारिक बस्ती का एक मिला-जुला पैटर्न दर्शाती है, जिसमें मंदिर-केंद्रित गतिविधियों और पर्यटन से संबंधित बुनियादी ढांचे पर जोर दिया गया है। लेकिन इस इलाके को निवासियों व पर्यटकों के लिए सीमित बुनियादी ढांचे, अपर्याप्त सुख-सुविधाओं और अनियंत्रित विकास के संभावित दबाव जैसी चुनौतियां जल्द ही झेलनी पड़ सकती हैं। हमारा मास्टरप्लान आधुनिक सुख-सुविधाओं के साथ विरासत के संरक्षण को संतुलित करने वाले उपाय प्रस्तावित करके, इन शहरी मुश्किलों को दूर कर देता है। हमने मंदिर-केंद्रित विकास को प्राथमिकता देने, बुनियादी ढांचे को उन्नत करने तथा आवास व तरोताजा बनाने वाली जगहों जैसी बेहतर सुख-सुविधाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया है।“
स्थानीय स्तर पर जागेश्वर की पहचान को पुनर्परिभाषित करने के संदर्भ में, यह योजना इस स्थल को एक फूलते-फलते सांस्कृतिक व आर्थिक केंद्र में बदल देने की कल्पना करती है। योजना का लक्ष्य यह है कि बुनियादी ढांचे, सुख-सुविधाओं और पर्यटन सुविधाओं को बेहतर बना कर, स्थानीय उद्यमिता व रोजगार के अवसर पैदा करते हुए अलग-अलग किस्म के पर्यटकों को लुभाया जाए। यह पुनरुद्धार जागेश्वर को न केवल एक तीर्थस्थल के रूप में, बल्कि ऐसे गतिशील स्थल के रूप में भी परिभाषित करेगा, जो आधुनिकता को गले लगाते हुए अपनी विरासत का जश्न मनाता है।
छात्र अभिनव और छात्रा अर्शिना ने बताया, “जागेश्वर में हुए अनुभव ने हमारा कायापलट कर दिया। स्थानीय समुदायों के साथ जुड़ने, विस्तृत शोध करने और एक मास्टरप्लान विकसित करने से, हम इस स्थल की समृद्ध विरासत को सराह पाए तथा अपने अकादमिक ज्ञान को वास्तविक दुनिया के संदर्भ में लागू कर सके। इस अनुभव ने वास्तुकला के बारे में केवल हमारी समझ ही नहीं बढ़ाई, बल्कि देश का सांस्कृतिक संरक्षण करने को लेकर हमारी सहानुभूति और सराहना भी गहरी कर दी।”
जागेश्वर में अपने अध्ययन के दौरान, छात्र स्थानीय निवासियों के साथ बातचीत करके तथा सामुदायिक जरूरतों व परिप्रेक्ष्यों की अंतर्दृष्टियां इकट्ठा करके प्रत्यक्ष अनुसंधान में लगे रहे। इसके अलावा, इस स्थल के बारे में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वास्तुशिल्प संबंधी जानकारी जुटाने के लिए उन्होंने ऑनलाइन रिसर्च की। फील्डवर्क में विभिन्न आवासों और मकानों की माप लेना शामिल था, जो मास्टरप्लान की वास्तुशिल्प से जुड़ी योजनाएं तैयार करने और एलीवेशन में उपयोगी थी। छात्रों ने इस इलाके की जनसांख्यिकी और सामाजिक-आर्थिक स्थितियों को समझने के लिए एक अध्ययन भी किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रस्तावित उपाय समुदाय की जरूरतों और आकांक्षाओं के अनुरूप हों। हमारा उद्देश्य एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना था, स्थल की विरासत का सम्मान करते हुए यात्रियों के लिए सुविधाओं की प्रदान करके इस अद्वितीय सांस्कृतिक प्रतीक का अनुभव और समझने का माध्यम प्रदान करना।

 

डीपीएसजी फुटबॉल कप प्रतियोगिता में पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईएमए का शानदार प्रदर्शन, ट्राॅफी पर किया कब्ज़ा

देहरादून, दिल्ली पब्लिक स्कूल ग़ाज़ियाबाद,सेलाकुई द्वारा आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में फुटबॉल बालिका वर्ग के निर्णायक मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय भारतीय सैन्य अकादमी* ने के.वि. एफ.आर.आई. को 3-0 से परास्त कर एक तरफ़ा जीत हासिल की तथा विजयी ट्राॅफी पर कब्ज़ा किया। मुख्य अतिथि श्री अजय मांक, विभागाध्यक्ष, मुख्य खेलकूद प्रशिक्षक ने शुभकामनाएँ देते हुए खेल प्रशिक्षक श्री अजय गुसाईं तथा विजयी खिलाडियों को सम्मानित किया।

प्राचार्य श्री माम चन्द के कुशल नेतृत्व तथा खेल प्रशिक्षक श्री अजय गुसाईं के उचित मार्गदर्शन में तैयार पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईएमए की टीम ने संपूर्ण टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। दिनांक 04 मार्च 2024 को केवि एफआरआई के विरुद्ध मैच में विद्यालय टीम ने शुरुआत से ही मैच पर पकड बनाए रखी तथा खिलाड़ी साक्षी, इशिता एवं नेहा ने एक- एक गोल करके विद्यालय टीम को जीत दिलवाई। मैच में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब साक्षी रावत को मिला।

इससे पूर्व खेलकूद प्रतियोगिता में 1 मार्च 2024 को प्रथम मैच पीएम श्री केवि आईएमए एवं शिस्या के बीच हुआ, जिसे पीएम श्री केविआईएमए की खिलाड़ी अदिति, साक्षी, इशिता, ईशा ने गोल दागकर 3-0 से मैच में विजय दिलाई ।

2 मार्च 2024 को एशियन स्कूल के साथ हुए मुकाबले में साक्षी, ईशा, इशिता, नेहा के एक – एक गोल द्वारा 4-0 से एकतरफ़ा जीत दर्ज़ की।

दिनांक 03 मार्च 2024 हुए सेमीफाइनल मुकाबले में पीएम श्री केविआईएमए ने यूनिसन वर्ल्ड स्कूल को 4-0 से करारी शिकस्त दी। मैच में साक्षी ने 2 तथा ईशा तथा अदिति ने क्रमशः 1-1 गोल किया।

टीम भावना एवं आपसी समन्वय से प्रतियोगिता में विजय प्राप्त की।
विद्यालय टीम की ओर से प्रतिभागी खिलाड़ी अदिति, साक्षी, ईशा, नेहा, इशिता ने बेहतरीन खेल दिखाया।

खिलाड़ियों की इस उत्कृष्ट उपलब्धि का श्रेय खेल शिक्षक श्री जय कंवर, खेल प्रशिक्षक श्री अजय गुसाईं के अथक प्रयासों तथा खिलाड़ियों के निरंतर अभ्यास एवं परिश्रम को जाता है।

प्राचार्य श्री माम चन्द, उप प्राचार्य श्री रमेश चन्द, मुख्य अध्यापक श्री सरोज कुमार वर्मा एवं शिक्षकों ने प्रतिभागियों को बधाई देकर उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएँ दी।

 

अंडर 14 और अंडर 17 बालक और बालिकाओं को इंग्लैंड के क्लब में फ्री खेलने का मौका

“अपोलो टायर्स/इंटरनेशनल मैनचेस्टर यूनाइटेड एकेडमी एवं डीएफए दे रहा सुनहरा मौका”

देहरादून, उत्तराखंड के युवाओं के लिए खुशखबरी है। देहरादून फुटबाल एकेडमी (डीएफए) के संस्थापक अध्यक्ष हेड कोच डा. विरेन्द्र सिंह रावत द्वारा आयोजित फ्री ट्रायल पवेलियन ग्राउंड में 4 और 5 मई (शनिवार और रविवार) को दो दिन सुबह 7.30 बजे से 5 बजे सांय तक अंडर 14 ( डेट ऑफ़ बर्थ 1 जनवरी 2011 से 31 दिसम्बर 2013) और अंडर 17 ( 2 जनवरी 2008 से 31 दिसम्बर 2010) के जन्मे गर्ल्स और बॉयज खिलाडी प्रतिभाग करेगा।
सभी को ट्रायल से पहले अपना आधार कार्ड, बर्थ सर्टिफिकेट लाना होगा और ऑनलाइन और ऑफ़ लाइन रजिस्ट्रेशन भी करना होगा।
अपोलो टायर्स एवं इंग्लैंड के वर्ल्ड फेमस प्रोफेशनल फुटबाल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड एकेडमी के द्वारा चुने गए 15 खिलाडियों को दिल्ली में आयोजित सेकंड राउंड का ट्रायल के लिए 7 मई को लिया जायेगा। उसके बाद फाइनल ट्रायल के लिए बेंगलोर मे आयोजित किया जायेगा जिसमें खिलाडी को आने जाने रहने खाने का सब व्यवस्था अपोलो टायर्स के द्वारा फ्री दी जाएगी।
फाइनल सिलेक्शन होने के बाद इंग्लैंड के वर्ल्ड फेमस मैंचेस्टर यूनाइटेड फुटबाल एकेडमी मे भेजा जायेगा। वो भी सब फ्री होगा। वहां चुनने पर प्रोफेशनल मैनचेस्टर यूनाइटेड क्लब में खेलने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

दिवंगत लोकगायक प्रहलाद मेहरा और नरेंद्र सिंह नेगी की अंतिम जुगलबंदी : ‘पारवती को मेतूड़ा’ देसा गीत यू ट्यूब पर हुआ रिलीज

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देहरादून, उत्तराखंड़ के सुप्रसिद्ध लोकगायक स्वर्गीय प्रहलाद मेहरा का अंतिम गीत यू ट्यूब पर रिलीज हो गया है। इस गीत को प्रहलाद ने लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के साथ स्वर दिए थे। गीत के साथ एक और मधुर याद भी जुड़ी है, वह यह है कि इस गीत को स्व. शेरदा अनपढ़ ने लिखा है। गीत को यू ट्यूब पर हाथों हाथ लिया जा रहा है और रिलीज होने के एक घंटे के भीतर ही 2 हजार व्यूज मिल चुके हैं। यह उत्तराखण्डी संगीत जगत में बहुत कम हुआ है जब गढ़वाल व कुमाऊँ के दो बड़े लोकगायक किसी गीत में एक साथ स्वर दे रहे हों, चांदनी एन्टरप्राइजेज के निर्माता नवीन टोलिया ने इस प्रकार की जुगलबंदी के लिए 2-3 साल योजना बनाई थी। जिसे लेकर दोनों लोकगायकों से बातचीत हुई और फिर शेरदा अनपढ़ द्वारा लिखे गये इस गीत को चुना गया। इस जुगलबंदी गीत को लेकर लोकगायक प्रहलाद मेहरा बहुत उत्साहित थे। रणजीत सिंह ने इस गीत का संगीत संयोजन किया है।
वीडियो में बालीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता हेमन्त पांडेय व उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध अभिनेता पन्नू गुसाई ने अभिनय किया है। वीडियो गीत का फिल्मांकन व निर्देशन गोविन्द नेगी ने किया है। गीत को आज मंगलवार शाम छह बजे यू ट्यूब पर रिलीज किया गया और शाम सात बजे एक घंटे के भीतर इस गीत को चांदनी इंटर प्राइजेज यू ट्यूब चैनल पर जारी किया गया है।

 

 

राजधानी में आपदा प्रबंधन की व्यवस्था की पोल खुली : धस्माना

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“खुड़बड़ा छबील बाग अग्निकांड में लोगों की मदद के लिए मौके पर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना”

देहरादून, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आपदा प्रबंधन के बड़े बड़े दावों के बावजूद उत्तराखंड राज्य में व राज्य की राजधानी देहरादून में आपदा प्रबंधन की हालात दयनीय बनी हुई है , प्रदेश भर में पिछले सालों के मुकाबले व्नाग्नि के मामले पांच गुणा होना और राजधानी देहरादून में आज राजपुर विधानसभा क्षेत्र में कांवली रोड पर छबील बाग में लगी आग को काबू करने के लिए फायर ब्रिगेड का डेढ़ घंटे देर से पहुंचना राज्य की आपदा प्रबंधन मशीनरी के हाल बयां कर रहा है यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। छबील बाग अग्निकांड में मौके पर लोगों की सहयता करने पहुंचे धस्माना ने पत्रकारों को बताया की आज की अग्निकांड की सूचना मिलते ही उन्होंने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व सी एम ओ देहरा दून को फोन से सूचित किया व स्वयं मौके पर लोगों की सह्यता करने पहुंचे जहां लगभग तीस कच्चे मकान जल कर राख हो गए । श्री धस्माना ने बताया कि लोग इस बात से काफी आक्रोशित थे कि अग्निकांड के स्थल पर फायर ब्रिगेड लगभग एक घंटे देर से पहुंची जब तक सारे मकान जल कर राख हो चुके थे और मकान समेत लोगों का सारा सामन भी जल कर राख हो चुका था।धस्माना ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव के दौरान अपने उत्तराखंड़ दौरे वाले दिन एक अखबार को दिए साक्षात्कार में दवा किया था कि पिछले दस सालों के उनके प्रधानमंत्रित्व काल में उत्तराखंड में आपदाओं से निपटने का एक बड़ा प्रभावी तंत्र विकसित किया गया है, श्री धस्माना ने कहा कि वो कितना प्रभावी तंत्र है यह उत्तराखंड में इस वर्ष अप्रैल के महीने में ही पता चल गया जब गर्मियां शुरू होते ही पूरे राज्य के जंगल धू धू कर के दहक रहे हैं और व्नाग्नी की घटनाएं पिछले वर्ष के सापेक्ष पांच गुणा अभी तक घट गई हैं। उन्होंने कहा कि नैनीताल अल्मोड़ा चम्पावत पिथौरागड़ व पौड़ी में व्नागनी बेकाबू हो रखी है। धस्माना ने कहा कि व्नाग्नि की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारी सितंबर महीने से शुरू करनी होती है किंतु उत्तराखंड की सरकारी मशीनरी व आपदा प्रबंधन विभाग यह तयारी आग लगने पर शुरू करता है जिसका नतीजा आज पूरे राज्य को भुगतना पड़ रहा है। धस्माना ने कहा कि राजधानी देहरा दून में आज की आग की घटना व उससे निपटने के लिए आपदा प्रबंधन मशीनरी का रिस्पॉन्स निराशाजनक है। उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा की राज्य में ट्रिपल इंजिन की सरकार होने के बावजूद घटना के तीन घंटों बाद भी राजपुर या कैंट दोनों क्षेत्रों से यह इलाका जुड़ा हुआ है और दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक हैं, महानगर के निवर्तमान मेयर भी और टिहरी के सांसद भी भाजपा के हैं और मात्र चंद कदम की दूरी पर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष का घर है लेकिन भाजपा का कोई भी जन प्रतिनिधि मौके पर लोगों की मदद की बात तो दूर पीड़ित परिवारों की सुध तक लेने नहीं पहुंचे। धस्माना ने कहा कि आज पूरे देहरादून महानगर में भयंकर पीने के पानी का संकट खड़ा हो रखा है। देहरादून के सभी सौ वार्डों में लगभग एक सौ बीस कालोनियों में पेयजल संकट शुरू हो गया है और अभी गर्मियां शुरू भी नहीं हुई हैं । उन्होंने कहा कि जल संस्थान के पास पीने के पानी के संकट से निपटने का कोई रास्ता नहीं है क्योंकि उनके पास तैयार जल स्रोत ही उपलब्ध नहीं हैं। श्री धस्माना ने कहा कि यह सब सरकारी उदासीनता व जन प्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण हुआ है और अब कांग्रेस पार्टी इन जन सरोकारों के मुद्दों पर शांत बैठने वाली नहीं है।
उन्होंने ऐलान किया कि वे शीघ्र ही सड़कों पर उतरेंगे व लापरवाह अधिकारियों एवी निक्कम्मे मंत्रियों का घिराव करेंगे।

 

बिना अध्यक्ष और विधि सलाहकार के एक सदस्य नियामक आयोग ने बिजली की दरें बढ़ाने का फैसला कैसे लिया : शीशपाल सिंह बिष्ट*

देहरादून, उत्तराखण्ड़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने आज देहरादून में बयान जारी करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग समाप्त होते ही प्रदेश में बिजली की दरों में की गई भारी वृद्धि नियमा अनुसार नहीं की गई है मनमाने तरीके से बिजली के दाम बढ़ाए गए हैं, क्योंकि विद्युत नियामक आयोग तीन सदस्यों वाली संस्था है जिसमें अध्यक्ष पद खाली है और विधि विशेषज्ञ का सदस्य का पद भी रिक्त चल रहा है केवल तकनीकि विशेषज्ञ के पद पर एक सदस्य ही विद्युत नियामक आयोग में है । एक सदस्य के दम पर किस तरीके से प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के भाग्य का फैसला कर दिया गया और मनमाने तरीके से विद्युत की दरें बढ़ा दी गई यह समझ से परे हैं ,आखिर चुनाव आचार संहिता के बीच मनमाने तरीके से अचानक बिजली की दरें बढ़ाने की ऐसी क्या मजबूरी थी कि दो सदस्यों की नियुक्ति का भी इंतजार नहीं किया गया और अब जानकार सवाल खड़े कर रहे हैं की विद्युत नियामक आयोग बिना अध्यक्ष और विधि विशेषज्ञ के कैसे इतना बड़ा फैसला ले सकता है । ऐसे फैसले व्यापक विचार विमर्श और सर्वसमती के आधार पर होने चाहिए । जिसका पालन नहीं किया गया और केवल तकनीकि सदस्य ने ही मनमाने तरीके से बिजली की दरें बढ़ाने का फैसला ले लिया आखिर ऐसा क्यों किया गया और किसके दबाव में किया गया यह बड़ा सवाल है ।
प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने केवल एक सदस्य के दम पर बिजली की दरों को बढ़ाने के लिए लिए गए मनमाने फैसले पर आक्रोश प्रकट करते हुए इसे ,पहले से ही महंगाई के बोझ से दबी जनता के सिर पर और मंहगाई का बोझ डालने वाला फैसला बताया।
विद्युत नियामक आयोग ने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने का भी इंतजार नहीं किया जबकि इस समय पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू है और बिना चुनाव आयोग की अनुमति लिए बिना कोई नीतिगत निर्णय नही लिया जा सकता है मगर फिर भी जल्दबाजी में इतना बड़ा फैसला एक सदस्य के दम पर ले लिया गया जो कई सवाल खड़े करता है पहले से ही ।उत्तराखंड के विद्युत उपभोक्ता अघोषित बिजली कटौती की मार झेल रहे हैं चाहे उद्योग धंधे हो चाहे किसान हो सभी बिजली कटौती से परेशान है पहले सरकार को प्रदेश की जनता को 24 घंटे बिजली उपलब्ध करानी चाहिए और बिजली कटौती की समस्या का समाधान निकालना चाहिए तब जाकर के इस प्रकार के फैसलों पर विचार होना चाहिए लेकिन सरकार अपनी गलतियों को सुधारने की जगह महंगाई बढ़ाने वाले मनमाने फेसले कर रही है जो सरासर गलत व जन विरोधी निर्णय है।
प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने सरकार से बिजली की दरों में की गई वृद्धि पर पुनर्विचार करने व इस फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की है । और सरकार से पूछा कि क्या एकल सदस्य विद्युत नियामक आयोग बिना अध्यक्ष और विधि सलाहकार के इस तरह का फैसला लेने में सक्षम है ।और क्या यह फैसला एक सदस्य आयोग ले सकता था इसका जवाब भी सरकार को प्रदेश की जनता को देना चाहिए।