रुद्रप्रयाग, देश के साथ उत्तराखंड़ में भी आज से कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में जनपद रुद्रप्रयाग में भी सुबह 11 बजे जिलाधिकारी मनुज गोयल एवं सीएमओ बीके शुक्ला की मौजूदगी में वैक्सीन लगाने की विधिवत शुरुआत हो गयी | कोरोना महामारी के पूरे एक साल बाद कोविड-19 बीमारी को समाप्त करने के लिए कोरोना वैक्सीन भारत में तैयार हो पाई और इसी के तहत आज पूरे देश में वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो चुकी है।
जनपद रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में नव निर्मित आयुष विभाग के भवन को कोरोना वैक्सीन के लिए तैयार किया गया है। वैक्सीन लगाने से पहले जिलाधिकारी मनुज गोयल ने पूरी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया व सभी तैयारियों की जानकारी ली।
रुद्रप्रयाग में 2 जगहों पर वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई। जिला अस्पताल में पहले चरण में स्वास्थ्य विभाग के 84 लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है, वहीं जखोली सीएससी में 86 लोगों को लगाई जायेगी।
जिले में पहले व्यक्ति आशुतोष बेंजवाल व दूसरी संगीता डोभाल तथा विजेंद्र प्रसाद डिमरी को वैक्सीन लगाई गई। 10-10 लोगों की टोली बनाकर टीका लगाया जा रहा है, ताकि सभी को सुरक्षित तरीके से वैक्सीन लगे व देख रेख भी हो सके।
वैक्सीन लगाने के बाद सभी को निगरानी कक्ष में 30 मिनट तक डाक्टर की निगरानी में बैठाया जा रहा है, ताकि किसी को कोई रिएक्शन आदि न हो।
जिलाधिकारी ने सभी लोगों का 30 मिनट बाद हाल चाल पूछा और सभी को बधाई दी। जिले में 2000 वैक्सीन के टीके पहुंच गये हैं।
देहरादून, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में पेयजल टेरिफ पुनरीक्षण के लिये नगर विकास मंत्री मदन कौशिक एंव उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा0 धन सिंह रावत की समिति गठित करने के निर्देश दिये हैं। समिति इस प्रकरण में विस्तृत रूप से तथ्यो का आकलन कर शीघ्र अपनी संस्तुति मुख्यमंत्री को उपलब्ध करायेगी, इसके पश्चात् इस सम्बन्ध में नीतिगत निर्णय लिया जाएगा।
शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में पेयजल टेरिफ पुनरीक्षण से सम्बन्धित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जल मूल्य एवं सीवर अनुरक्षण दरों हेतु वर्तमान में लागू टेरिफ दरों की जटिलता का सरलीकरण किया जाना जरूरी है। इसके लिये उन्होंने नगर विकास एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री को इस सम्बन्ध में सभी तथ्यों का आकलन कर अपनी संस्तुति देने को कहा है।
बैठक में जल के अनाधिकृत प्रयोग को रोकने की दृष्टि से, बोरिंग कर भूजल के माध्यम से अथवा अन्य जल संयोजनों से पेयजल प्राप्त करने वाले उपयोगकर्ताओं से वार्षिक जलकर लिये जाने, जहां सीवर सम्बन्धी व्यवस्था संचालित हो और किसी भवन/प्रतिष्ठान द्वारा सीवर संयोजन नहीं लिया जा रहा है, ऐसे भवन/प्रतिष्ठानों से भवन के वार्षिक मूल्याकन के आधार पर वार्षिक सीवर कर लिये जाने के साथ ही भूजल एंव सतही जल के दोहन के दुरूपयोग को रोकने के दृष्टिगत किराये के टेंकरों से जलापूर्ति के लिये पंजीकरण की व्यवस्था किये जाने पर भी चर्चा की गई।
बैठक में नगर विकास मंत्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा0 धन सिंह रावत, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव वित्त अमित नेगी, सचिव पेयजल नितेश झा, विशेष सचिव मुख्यमंत्री डा0 पराग मधुकर धकाते के साथ ही पेयजल विभाग के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
देहरादून, इकोग्रुप द्वारा देहरादून शहर में कूड़े को प्रबंधन कर जीरो वेस्ट की तरफ बढ़ते हुए शांति विहार, हर्रा वाला क्षेत्र में आज प्रातः काल अभियान चलाया और इसके निवासियों से कूड़े को वेस्ट के सही निस्तारण से संबंधित पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। यह अभियान वेस्ट वॉरियर देहरादून के सौजन्य से शुरू की गई मुहिम की कड़ी में भी है।
इको ग्रुप ने मुख्य रूप से सेग्रीगेशन ,सूखा ओर गीला कूड़े को पृथक कर प्लास्टिक वेस्ट से इको ब्रिक्स बनाने का आवाह्न कर सेग्रीगेशन और प्लास्टिक वेस्ट से इको ब्रिक्स बनाने के लिए प्रेरित किया। इस प्रयास से घर से निकलने वाला कूड़े में कमी आएगी, घर में सूखे कूड़े को अलग कर रिसाइकिल करने के लिए भेजा जा सकता है , पर्यावरण की रक्षा भी होगी और साथ साथ इको ब्रिक्स को उपयोग में लाकर बेंच, पेडेस्टल , स्टूल इत्यादि भी बनाये जाएंगे।
इको ग्रुप की इस मुहिम में करीब १६ शांति विहार के निवासियों ने भाग लिया इन सब निवासियों को प्लास्टिक के ग़लत निस्तारण से संबंधित खतरों एवं इको ब्रिक्स द्वारा इसके सदुपयोग के बारे में विस्तार से इको ग्रुप के सदस्य आशीष गर्ग, अमित जैन और अनिल मेहता द्वारा चर्चा की गई। प्रत्येक प्रेरित सदस्य ने इको ब्रिक्स बनाकर पर्यावरण संरक्षित करने का प्रण लिया। निवासी कपड़े के थैले बनाने के लिए इको ग्रुप को पुराने कपड़े भी प्रदान करेंगे ।
नई टिहरी:-कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के टीकाकरण अभियान का शुभारंभ जनपद की दो साइटों जिला चिकित्सालय बौराड़ी एवं एस०डी०एच० नरेंद्रनगर से किया गया। जनपद में कोविशिल्ड टीकाकरण शुभारंभ के अवसर पर सेशन साइट डीएच बौराड़ी में जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव स्वमं उपस्थित रही। इस दौरान उन्होंने वैक्सिनेशन साइट पर तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिला चिकित्सालय में जिलाधिकारी एवं सी०एम०ओ० सुमन आर्या की उपस्थिति में कोविशिल्ड का पहला टीका डॉ राखी गुसाईं को लगा। टीकाकरण के उपरांत संबंधितों को ऑब्सर्वेशन कक्ष में रखा गया जहां पर जिलाधिकारी एवं चिकित्सकों द्वारा आधे घंटे तक लगातार उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखा गया। स्वास्थ्य सामान्य पाए जाने पर संबंधितों को ऑब्सर्वेशन कक्ष से जाने की अनुमति दी गई। इस शुभावसर पर सभी उपस्थितों ने टीकाकरण के सफल शुभारंभ को लेकर तालियों के साथ हेल्थ वर्कर्स का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर सीएमओ सुमन आर्य ने बताया कि शनिवार को वैक्सिनेशन कार्यक्रम के शुभारंभ दिवस पर जनपद की दो वेक्सिनशन साइटों डीएच बौराड़ी एवं एसडीएच नरेंद्रनगर में 100-100 हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है। कहा कि जनपदवासी वैक्सीन के प्रति भ्रांतियों और अफवाओं पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के तहत जनपद के 3222 हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड का टीका लगना है। वही जनपद को 7160 कोविशिल्ड वैक्सीन के डोज उपलब्ध हो चुके है। देशभर में वैक्सिनेशन कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि स्वदेशी वैक्सीन कई मानकों में विदेशी वैक्सीन से बेहतर है जिसमे वैक्सीन की गुणवत्ता, राखराखव व किफायती दर आदि शामिल है। इस अवसर पर सीएमएस डीएच बौराड़ी डॉ० अमित राय, डॉ० एल०डी० सेमवाल के अलावा अन्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
देहरादून, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वर्चुअल माध्यम से कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दून अस्पताल के नवीन ओपीडी में इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। दून अस्पताल में चिकित्सकों और हेल्थवर्करों के टीकाकरण से राज्य के सभी 13 जिलों में कोविड-19 के टीकाकरण का शुभारम्भ किया गया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आज विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया गया है। राज्य को पहले चरण में एक लाख 13 हजार वैक्सीन उपलब्ध हुई है। 50 हजार स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण से इसकी शुरूआत की जा रही है।
इसके बाद फ्रंट लाईन वर्कर, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों एवं को- माॅर्बिड का वैक्सीनेशन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों ने विषम परिस्थितियों में कार्य करते हुए कोरोना महामारी को काफी हद तक नियंत्रित किया। अपनी जान की परवाह किये बगैर उन्होंने जन सेवा की। दून मेडिकल काॅलेज द्वारा मृत्युदर कम करने के लिए सराहनीय प्रयास किये गये।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से सभी लोगों का कोविड टीकाकरण किया जायेगा। उन्होंने जनता से अपील की कि टीकाकरण के लिए भ्रामक प्रचार और अफवाहों से बचें। कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण के बाद भी पूरी सतर्कता बरती जाय, क्योंकि 28वें दिन में दूसरा टीका लगने के बाद 02 सप्ताह एण्टी बाॅडी विकसित होने में लगते हैं। तब तक बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दृष्टिगत 20 हजार अतिरिक्त वैक्सीन के लिए केन्द्र सरकार से अनुरोध किया गया है।
इस अवसर पर मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री खजानदास, स्वास्थ्य सचिव श्री अमित नेगी, प्रभारी सचिव डाॅ. पंकज पाण्डेय, महानिदेशक स्वास्थ्य डाॅ. अमिता उप्रेती आदि उपस्थित थे।
रुद्रपुर, ठंड से राहत दिलाने के लिए जरूरतमंदों को कम्बल बाटने का रुद्रपुर राइजिंग फाउंडेशन की महिला इकाई का अभियान शनिवार को भी जारी रहा।महिला इकाई ने टांडा जंगल स्थित बस्ती में जरूरतमंदों को डेढ़ दर्जन कम्बल,बिस्कुट आदि खाद्य सामग्री वितरित की।
शनिवार को महिला राइजिंग से जुड़ी सदस्य टांडा जंगल स्थित बस्ती में पहुंची और उन्होंने वंहा जरूरतमंदों का चयन कर उन्हें कम्बल वितरित किये जबकि बच्चों को बिस्कुट-टॉफियां दी।
उल्लेखनीय है कि रुद्रपुर राइजिंग की महिला इकाई द्वारा जरूरतमंदों को लगातार कम्बल ,गर्म कपड़े उपलब्ध कराए जा रहे है।
महिला अध्यक्ष चन्द्रकला राय ने बताया कि फाउंडेशन का उद्देश्य है कि मानव सेवा के लिए लोगों की खोज स्वंय जाकर की जाए। ऐसे जरुरतमंद लोग रात के समय रेलवे स्टेशन, बस स्टैन्ड, समेत शहर की सड़कों या पार्क व मैदान आदि में रात गुजार रहे है उन्हें पूरी मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
कम्बल वितरण अभियान में शिक्षिका खुशबू गुप्ता,पीहू गुप्ता,रुनु शर्मा, एकता यादव,पिंकी तिवारी, कंचन आदि शामिल थी।
(चंदन बिष्ट) हल्द्वानी,गौलापार / कोविड केयर सेंटर के रूप में जिला प्रशासन द्वारा अधिकृत एवं विशेष सुरक्षा व्यवस्था में रखे गए हल्द्वानी के बागजाला स्थित प्रसार प्रशिक्षण केंद्र के छात्रावास के कक्ष में शनिवार आज सुबह एक व्यक्ति का शव पंखे से लटका मिला। इससे वहां हड़कंप मच गया। उल्लेखनीय तथ्य यह भी है कि कोविद केयर सेंटर में सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस कर्मियों की पूरी रात्रि भी ड्यूटी होती है। फिर भी घटना का खुलासा सुबह करीब 10 बजे हुआ है। करीब 25-26 वर्षीय युवक के जेब से मिली एक पासबुक से उसकी शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है।
कोविड केयर सेंटर एवं सरकारी संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था में बकायदा पुलिस कर्मियों की तैनाती के बावजूद एक अज्ञात व्यक्ति कैसे भीतर घुस गया और ऐसी घटना को अंजाम दे दिया।?
प्रारभिक अपुष्ट जानकारी के अनुसार युवक बागेश्वर निवासी एवं अल्मोड़ा के एक होटल में कार्यरत कर्मी हो सकता है। उसका कुछ समय से अपनी पत्नी से विवाद होना भी प्रकाश मंे आया है। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है।
परिजन हल्द्वानी के लिए रवाना हो गए हैं। इस मामले में कई बड़े सवाल उठ रहे हैं कि कैसे कोविद केयर सेंटर एवं सरकारी संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था में बकायदा पुलिस कर्मियों की तैनाती के बावजूद एक अज्ञात व्यक्ति कैसे भीतर घुस गया और ऐसी घटना को अंजाम दे दिया। काठगोदाम पुलिस मामले की पूरी जांच में जुटी हुई है।
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब से कुछ ही मिनट बाद भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। मैं सभी देशवासियों को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की।
“प्रधानमंत्री ने कहा जिस तरह धैर्य के साथ आपने कोरोना का मुकाबला किया वैसा ही धैर्य टीकाकरण के दौरान भी दिखाना है”
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतजार रहा है। कितने महीनों से देश के हर घर में बच्चे, बूढ़े, जवान सभी की जुबान पर ये सवाल था कि कोरोना वैक्सीन कब आएगी। अब वैक्सीन आ गई है, बहुत कम समय में आ गई है।
उन्होंने कहा कि अब से कुछ ही मिनट बाद भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। मैं सभी देशवासियों को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का टीकाकरण अभियान बहुत ही मानवीय और महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर आधारित है। जिसे सबसे ज्यादा जरूरत है, उसे सबसे पहले कोरोना का टीका लगेगा।
दूसरी डोज लगवाना जरूरी ह
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगनी बहुत जरूरी है। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा। दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी। इसलिए टीका लगने के बाद आप लोग मास्क लगाना, दो गज की दूरी करना मत भूलिएगा।
टीकाकरण के दौरान धैर्य दिखाना !
उन्होंने कहा कि जिस तरह धैर्य के साथ आपने कोरोना का मुकाबला किया वैसा ही धैर्य टीकाकरण के दौरान भी दिखाना है। इतिहास में इतना बड़ा वैक्सीनेशन अभियान कभी नहीं चलाया गया है। पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों को टीका लगेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी संख्या 3 करोड़ से कम है और भारत पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है। दूसरे चरण में इसको 30 करोड़ तक ले जाना है। जो बुजुर्ग हैं और जो बीमारियों से ग्रसित हैं उन्हें अगले चरण में टीका लगेगा। आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका।
प्रोपेगेंडा से बचकर रहें
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। इसलिए देशवासियों को किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा, अफवाहें और दुष्प्रचार से बचकर रहना है |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत ने जिस प्रकार कोविड-19 महामारी का मुकाबला किया उसका लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान के आरंभ से पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस महामारी से देश की लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही और इस मुश्किल दौर में भी हर भारतीय में आत्मविश्वास को कमजोर न पड़ने देने का संकल्प दिखा। लगभग साल भर से चली आ रही कोरोना के खिलाफ जंग के दौरान हुई लोगों को मौतों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री भावुक भी हो गए।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब कुछ देशों ने अपने नागरिकों को चीन में बढ़ते कोरोना के बीच छोड़ दिया था तब भारत चीन में फंसे हर भारतीय को वापस लेकर आया। उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ भारत के ही नहीं, हम कई दूसरे देशों के नागरिकों को भी वहां से वापस निकालकर लाए।’’ उन्होंने देशवासियों को बताया कि कैसे एक देश में जब भारतीयों की कोविड जांच के लिए उपकरण कम पड़ गए तो भारत ने पूरी लैब भेज दी थी ताकि वहां से भारत आ रहे लोगों को टेस्टिंग की दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने इस महामारी से जिस प्रकार से मुकाबला किया उसका लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय, हर सरकारी संस्थान, सामाजिक संस्थाएं, कैसे एकजुट होकर बेहतर काम कर सकते हैं, ये उदाहरण भी भारत ने दुनिया के सामने रखा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ देश की हमारी लड़ाई ‘‘आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता’’ की रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इस मुश्किल लड़ाई से लड़ने के लिए हम अपने आत्मविश्वास को कमजोर नहीं पड़ने देंगे, ये प्रण हर भारतीय में दिखा।’’ उन्होंने कहा कि भारत ने 24 घंटे सतर्क रहते हुए हर घटनाक्रम पर नजर रखी और ‘‘सही समय पर सही फैसले लिए।’’ उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के उन पहले देशों में से था जिसने अपने हवाईअड्डों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘जनता कर्फ्यू, कोरोना के विरुद्ध हमारे समाज के संयम और अनुशासन का भी परीक्षण था, जिसमें हर देशवासी सफल हुआ।
जनता कर्फ्यू ने देश को मनोवैज्ञानिक रूप से लॉकडाउन के लिए तैयार किया। हमने ताली-थाली और दीए जलाकर, देश के आत्मविश्वास को ऊंचा रखा।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि संकट के उसी समय में जब देश भर में निराशा का वातावरण था तब देश के चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मी, एंबुलेंस ड्राइवर, आशा वर्कर, सफाई कर्मचारी, पुलिस और अग्रिम मोर्चे पर तैनात दूसरे कर्मी देशवासियों की जान बचाने में अपने प्राणों को संकट में डाल रहे थे। इस जंग में मारे गए लोगों को याद करते हुए प्रधानमंत्री भावुक हो गए।
अयोध्या, उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत आज हो गई। 27 फरवरी तक चलने वाले इस अभियान में 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन होंगे। 2000 रुपए से ज्यादा सहयोग करने वालों को रसीद दी जाएगी। इस चंदे के माध्यम से अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न होगा। आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सबसे पहले 5 लाख एक हजार रुपये का समर्पण निधि दिया। इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रुपये का चंदा दिया।
इससे पहले केंद्र सरकार ने एक रुपये, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख रुपये, उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने एक करोड़ रुपये और मोरारी बापू ने 11 करोड़ रुपये का दान दिया है। बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज और विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार समेत वीएचपी के बड़े नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के लिए राष्ट्रपति से चंदा मांगा। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद के कुछ नेता उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी चंदा मांगेंगे।
गौरतलब हो कि राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चंदा देने वाले पहले सहयोगी हैं। विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अभियान के लिए शुभकामना लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी समय मांगा गया है। राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर के 5 लाख से अधिक गांवों में रहने वाले 12 करोड़ से भी ज्यादा परिवारों के साथ विहिप कार्यकर्ता संपर्क करेंगे और चंदा मांगेंगे |
नई दिल्ली, चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में करीब दस महीने से चल रहे गतिरोध के बीच सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने आज दो टूक शब्दों में कहा कि भारत बातचीत और राजनैतिक प्रयासों से मुद्दे का समाधान करने का पक्षधर है लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। सेना दिवस के मौके पर शुक्रवार को यहां परेड ग्राउंड में अपने पारंपरिक उद्बोधन में जनरल नरवणे ने कहा , “ पिछला वर्ष सेना के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है। उत्तरी सीमा पर चीन के साथ चल रहे तनाव से सभी परिचित हैं। देश की सीमाओं पर एकतरफा बदलाव की साजिश का मुंह तोड़ जवाब दिया गया। मैं देश को विश्वास दिलाना चाहूंगा कि गलवान के वीरों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। भारतीय सेना देश भी संप्रभुता और सुरक्षा पर कोई आंच नहीं आने देगी। हम बातचीत और राजनैतिक प्रयासों से विवादों के समाधान के प्रति वचनबद्ध हैं लेकिन कोई भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती न करें। ”
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की आठ दौर की बातचीत हो चुकी है और परस्पर तथा समान सुरक्षा के सिद्धांत पर मौजूदा स्थिति का हल निकालने के प्रयास जारी रहेंगे। पूर्वी लद्दाख में नियंत्रण रेखा पर तैनात जवानों के हौसले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,“ भारी ठंड और कठिन परिस्थितियों के बावजूद हमारे सैनिकों का मनोबल उन पर्वत शिखरों से भी बहुत ऊंचा है जिनकी वो मुस्तैदी से रक्षा कर रहे हैं। ”
जनरल नरवणे ने देश सेवा में प्राणों का बलिदान देने वाले शहीदों की शाहदत को भी इस मौके पर याद किया और उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा , “ आज हम अपने उन शहीदों को याद करते हैं जिन्होंने देश की रक्षा में वीरगति प्राप्त की है। उनकी शाहदत समस्त देश और भारतीय सेना के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मैं उनके परिवारों को विश्वास दिलाता हूं कि हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमेशा खड़े रहेंगे। ” इस मौके पर उन्होंने सेना द्वारा विकसित ‘ इंडियन आर्मी मोबाइल ऐप’ की भी शुरूआत की। उन्होंने कहा कि ये ऐप देश के नागरिकों खास तौर पर युवा पीढी को भारतीय सेना के बारे में विस्तृत जानकारी देगी।