Friday, June 20, 2025
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पतंजलि योगपीठ में नेपाल नरेश का आगमन

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हरिद्वार,  (कुलभूषण) पतंजलि योगपीठ में आज नेपाल नरेश श्री ज्ञानेन्द्र वीरशाह का आगमन हुआ। यहां पर पूज्य बालकृष्ण महाराज जी व परमार्थ देव जी ने नेपाल नरेश का भव्य स्वागत शंखो की ध्वनि की बीच मंगलगीत गाकर किया गया। यहाँ पर आचार्यकुलम् से पधारे छात्रों ने तिलक लगाकर नेपाल नरेश का स्वागत किया।

पूज्य आचार्य श्री ने नेपाल नरेश के साथ आए हरिद्वार के लोकप्रिय महामंडलेश्वर श्री कैलाशानन्द गिरि, भाजापा की तेजस्वी प्रवक्ता निरंजनि ज्योति, टिहरी की भाजपा सांसद श्रीमति मालाराज लक्ष्मी, श्री बालकानन्द जी का स्वागत माला पहनाकर व पुष्पों की वर्षा पतंजलि परिसर में करके किया गया। इसके उपरान्त सभी दिव्य जनों को पूज्य महाराज जी अपने साथ अपने कक्ष में लेकर गए जहा पर श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी ने बड़ी ही गर्म जोशी से नेपाल नरेश का स्वागत रूद्राक्ष की माला गले में पहनाकर व पुष्प गुच्छ देकर किया। साथ में आए महामंडलेश्वर श्री कैलाशानन्द जी को शाल उड़ाकर किया। साध्वी निरंजना ज्योति व श्रीमति मालाराज लक्ष्मी ने पूज्य महाराज श्री के चरण स्पर्श कर आर्शिवाद प्राप्त किया।

पतंजलि में पधारे नेपाल नरेश को श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी व पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी ने पतंजलि परिसर के विविध परिकल्पों के दर्शन कराए। और सभी संस्थानों की महत्ता का वर्णन व उसकी जानकारी नेपाल नरेश को दी। एक वक्त एैसा भी आ गया था कि जब श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी ने नेपाली भाषा में बोलकर नेपाल नरेश को चौका दिया उन्होने पतंजलि आयुर्वेद विश्वविद्यालय की महत्ता को नेपाली भाषा में बोलकर सबको आश्चर्य चकित कर दिया।

पूज्य आचार्य जी ने ऋषि मुनियों की धरोहर आयुर्वेद के विषय पर नेपाल नरेश को विस्तृत रूप से समझाया पतंजलि योगपीठ कैसे प्राचीन पाण्डुलिपियों का संरक्षण कर उनका अध्ययन कर इनमें छुपे आयुर्वेद के खजाने को कैसे खोजा जा रहा है उसकी जानकारी नेपाल नरेश को साझा करी क्योकि भारत की संस्कृति व नेपाल की संस्कृति काफी हद तक एक जैसे हैं, इसलिए नेपाल में भी आयुर्वेद की अपार संभावनाए विराजमान हैं। चारो तरफ से खनिजों, जड़ी-बूटीयों से घिर हुआ है बस वहां पर उचित दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है।

श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी ने नेपाल नरेश को प्राचीन ऋषि प्रणाली द्वारा संचालित शिक्षा संस्कृति व संस्कार के दिव्य केन्द्र वैदिक गुरूकुलम् तथा वैदिक कन्या गुरूकुलम् के बारे में विस्तृत रूप से नेपाल नरेश को अवगत कराया साथ ही छात्र-छात्राओं द्वारा प्रातः काल में होने वाले यज्ञ की महिमा के बारे में समझाया। कैसे यज्ञ द्वारा निकलने वाला घुआँ हमारे स्वास्थ्य के लिए व पर्यावरण के लिए महत्व रखता है उसके बारे में अपने ज्ञान से सभी को शिक्षित किया।
नेपाल नरेश श्रद्धेय स्वामी जी महाराज व पूज्य बालकृष्ण जी महाराज जी के साथ पतंजलि अनुसंधान संस्थान पहुचे जहाँ पर पजंजलि कोरोना के संक्रमण काल में कैसे अपने अनुसंधानों पर कार्य कर रही है उसकी जानकारी नेपाल नरेश को दी। लॉकडाउन के दौरान जब पूरा विश्व भयभीत था तब पतंजलि अनुसंधान संस्थान एकमात्र एैसा स्थान था जहाँ के वैज्ञानिक दिन-रात एक करके कोरोना से लड़ने की दवाई को खोज रहे थे। जिसका परिणाम पतंजलि योगपीठ को कोरोनिल किट के रूप में प्राप्त हुआ। कोरोनिल किट वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित मैडिकल के सभी पैरामीटर का पालन करती हुई एक दिव्य औषधि के रूप में प्राप्त हुई। पतंजलि आयुर्वेद संस्थान में जितनी भी औषधियों का निर्माण किया जा रहा वह मार्डन सांइस को ध्यान में रखकर व उसके सभी पैरामीटर का पालन करते हुए किया जा रहा है। आज पतंजलि में लिवोग्रिट, बी-पी-ग्रिट, मधु ग्रिट, इम्युनो ग्रिट, थायो ग्रिट, पीड़ानिल गोल्ड इत्यादि सैकड़ो प्रमाणित औषधियों का निर्माण किया जा रहा है।

नेपाल नरेश ने पतंजलि के सभी सेवाकार्यों का अवलोकन करके कहा कि पतंजलि योगपीठ वर्षों से योग, आयुर्वेद, औद्योेगिक के माध्यम से जनमानस की निरन्तर सेवा कर रहा है। श्रद्धेय स्वामी जी व पूज्य आचार्य जी महाराज ने योग व आयुर्वेद की महत्ता को जिस तरह से पुनः स्थापित किया है उसके लिए आप दोनो साधुवाद के पात्र हैं। आज आयुर्वेद व योग की क्रान्ति से सम्पूर्ण विश्व आपके द्वारा बताए गए शब्दों का अनुसरण करके लाभान्वित हो रहे हैं। आज भारत में जड़ी-बूटियों का व्यवसाय किसानों के लिए मुनाफे का कारण बन गई है। जो कल तक दयनिय स्थिति में थी।
पूज्य आचार्य श्री के मुख से निकलने वाली वाणी में जिस तरह जड़ी-बूटियों का वर्णन किया जाता है उससे तो एैसा लगता है कि सम्पूर्ण व्याधियों का एकमात्र इलाज आयुर्वेद है। और उसमें छुपे गुण रहस्यों का वर्णन आचार्य श्री जब करते है तो उससे लाखों रोगी अपने को लाभान्वित कर पाते है। आचार्य श्री के द्वारा किया जा रहा जनसेवा का यह जो कार्य है उससे सम्पूर्ण नेपाल की धरती अपने को गौरवान्वित महसूस करती है। आचार्य श्री ने भारत के साथ-साथ नेपाल का शीश भी सम्पूर्ण विश्व में ऊँचा किया है।

 

अपने छोटे से कार्य कार्यक्रम का हवाला देते हुए नेपाल नरेश श्री ज्ञानेन्द्र वीर साह अपने गन्तव्य के लिए प्रस्थान करने से पहले आचार्य श्री व श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी से पुनः पतंजलि परिसर में आनेका अपना संकल्प दोहराया।
पतंजलि परिवार की तरफ से श्री राकेश मित्तल जी, श्री जयदीप आर्य जी, बहन अंशुल, बहन पारूल जी ने नेपाल नरेश जी को पुष्प गुच्छ भेंट किए।

माँ चामुण्डा देवी कलश यात्रा का आयोजन

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हरिद्वार 13 अप्रैल (कुलभूषण)   नवरात्रे पर्व के चलते प्रतिवर्श प्राचीन मां चामुण्डा देवी कलष यात्रा का आयोजन किया गया पूर्व निधार्रित कार्यक्रम के अनुसार  सुनील षर्मा के नेतृत्व में कलष यात्रा ब्रहमपुरी से षुरू होकर बिल्वकेष्वर मन्दिर मार्ग से चामुण्डा देवी मन्दिर जाने के लिए आगे बढी जहा पर पूर्व से तैनात वन विभाग के सुऱक्षाबल ने कलष यात्रा को आगे जाने से रोका जिस पर सुनील षर्मा ने वन विभाग के अधिकारियो से कहा की वह पिछले लगभग एक दषक से अधिक समय से कलष यात्रा का आयोजन कर रहेहै परन्तु वन विभाग के अधिकारी उन्हे आगे नही जाने देते है

उन्होने कहा की इस बारे मंे उनके पास सूचना के अधिकार में मिल प्रमाण उनके पास है जिन्हे वह वन विभाग के अधिकारीयो को उपलब्ध करा चुके है ऐसे में उनकी भावनाओ का आदर करते हुए उन्हे पूजन करने के लिए मां चामुण्डा देवी मन्दिर जाने की अनुमति दी जानी चाहिए वही वन विभाग का कहना है कि उनके पास विभाग के आदेष नही होने के चलते वह अनुमति देने में सक्षम नही है

ऐसे में कलष यात्रा आयोजको को अपना पक्ष विभाग व न्यायालय के समक्ष रखना चाहिए जिससे की स्थिति स्पश्ट होने पर वह अग्रीम कार्यवाई उन्हे मिले आदेष के अनुसार कर सके  इस मौके पर सुनील षर्मा ने कहा की वह इर साल अपनी यात्रा आयोजित करने के लिए वन विभाग को लिखकर देते है परन्तु विभाग की उदासीन कार्यप्रणाली के चलते भक्तो को पूजन करने नही जाने दिया जाता है जबकी विभिन्न ऐतिहासिक दस्तावेजो में मां चामुण्डा देवी के मन्दिर होने का उल्लेख मिलता है।  कलष यात्रा आयोजको द्वारा अपना पक्ष रखने के चलते वन विभाग के सुरक्षा कर्मियो द्वारा उन्हे आगे जानी की अनुमति नही दी गयी इस मौके पर सुरक्षा की दृश्टि से पुलिस टीम के जवान भी तैनात थे

सिडकुल की फाइबर कंपनी में लगी भीषण आग, एक श्रमिक की हुई मौत

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रुद्रपुर, उत्तराखंड के रुद्रपुर में सिडकुल एरिया में आग लगने की खबर है, बताया जा रहा है सिडकुल के सेक्टर सात में स्थित दुर्गा फाइबर कंपनी में शॉर्टसर्किट से आग लग गई। कंपनी में आग लगते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया और उन्होंने किसी तरह भागकर जान बचाई। पांच घंटे की मशक्कत के बाद दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया। आग से कोई जनहानि नहीं हुई है। एसएसपी ने आग से कंपनी को करोड़ों का नुकसान होने की बात कही है। घटना सोमवार दिन की है। वहीं, मंगलवार सुबह आग में झुलसे एक श्रमिक की मौत हो गई।

मृतक पीलीभीत का रहने वाला था। सिडकुल स्थित इस दुर्गा फाइबर कंपनी में फाइबर की डिस्पोजेबल प्लेटें व गिलास बनाए जाते हैं। सोमवार को कंपनी में 100 कर्मचारी काम कर रहे थे। अधिकतर कर्मचारियों को छुट्टी दी गई थी। दोपहर डेढ़ बजे शॉर्ट सर्किट से अचानक कंपनी में आग लग गई। कंपनी के अंदर धुआं देखकर कर्मचारियों व अधिकारियों ने बाहर निकलकर जान बचाई और दमकल की गाड़ियों के मौके पर पहुंचने तक कंपनी में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। जिला प्रशासन ने रुद्रपुर, पंतनगर के दमकल वाहनों के साथ ही सिडकुल की अन्य कंपनियों से फायर वाहनों को आग बुझाने के लिए लगाया गया।

कंपनी के अंदर फाइबर होने से आग की लपटें हवाओं के साथ और तेज होती रहीं। दमकल विभाग की सीएफओ वंश बहादुर यादव टीम के साथ आग बुझाने के लिए जुटे रहे। सूचना पर पहुंचे एसएसपी डीएस कुंवर ने दोपहर डेढ़ बजे कंपनी में शॉर्टसर्किट से आग लगी। शाम छह बजे आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। एसएसपी डीएस कुंवर, एडीएम उत्तम सिंह चौहान, एसडीएम विशाल मिश्रा, आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी, सीओ अमित कुमार, एसओ पंतनगर मदन मोहन जोशी, एसओ दिनेशपुर अशोक कुमार, सिडकुल चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह आग के बुझाने तक कंपनी के बाहर ही रहे, दुर्गा फाइबर कंपनी में आग की लपटें देखकर आसपास की कंपनियों में अलर्ट जारी कर दिया गया था। दमकल विभाग के अनुरोध पर 10 कंपनियों ने कर्मचारियों की छुट्टी कर कामकाज बंद कर दिया। साथ ही बिजली के सभी उपकरणों को बंद कर दिया था। कंपनियों तक आग न पहुंचे इसके लिए आसपास खाली जगहों पर पानी का लगातार छिड़काव किया गया।

कोरोना ब्रैकिंग उत्तराखण्ड़ में बंपर उछाल, मिले 1925 संक्रमित, 13 की हुई मौत

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‘दून में सबसे ज्यादा 775 तो हरिद्वार में 594 मिले कोरोना संक्रमित’

देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण में आज मंगलवार को बंपर उछाल पाया गया, राज्य में मरीजों की मौत के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। मंगलवार 13 अप्रैल को बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 1925 संक्रमित मिले हैं। इससे पहले बीते साल 19 सितंबर को सर्वाधिक 2078 मामले सामने आए थे। वहीं, आज 13 मरीजों की मौत हुई। साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्या नौ हजार पार हो गई है। जबकि आज 405 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। इन्हें मिला कर अब तक 98897 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अब कुल संक्रमितों की संख्या 112071 हो गई है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मंगलवार को 44201 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि देहरादून जिले में सबसे अधिक 775 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं, हरिद्वार जिले में 594, नैनीताल में 217, ऊधमसिंह नगर में 172, पौड़ी में 33 , टिहरी में 35, रुद्रप्रयाग में 12, पिथौरागढ़ में 13, उत्तरकाशी में एक, अल्मोड़ा में 31, चमोली में 8, बागेश्वर में 13, चंपावत में 21 संक्रमित मिले। वहीं, कंटेंमेंट जोन की संख्या 54 पहुंच गई है | प्रदेश में अब तक 1780 मरीजों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या कम होने से सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं। वर्तमान में 9353 सक्रिय मरीजों का उपचार किया जा रहा है।

हरिद्वार : महाकुंभ में पांच दिन में मिले 1899 कोरोना संक्रमित, कोविड नियमों का पालन कराना मेला प्रशासन को पड़ रहा भारी

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हरिद्वार, महाकुंभ में आस्था का सैलाब हरिद्वार में लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके साथ ही महाकुंभ में कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है। सोमवती अमावस्या के शाही स्नान पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने पर मेला पुलिस-प्रशासन ने भी कोविड के दिशा निर्देशों (एसओपी) के पालन कराए जाने में दिक्कतें पैदा हो रही हैं। स्नान के लिए बाहरी राज्यों से श्रद्धालुओं का रैला उमड़ पड़ा।

‘दो गज की दूरी मास्क जरूरी’ के स्लोगन सरकारी होर्डिंग और मेला कंट्रोल रूम की उद्घोषणा तक सिमट गया है। श्रद्धालु बिना मास्क लगाए आवाजाही कर रहे हैं। घाटों और मेला क्षेत्र में एसओपी की धज्जियां उड़ रही हैं |

हरिद्वार कुंभ के सोमवार को शाही स्नान के दिन ही 563 नए मरीज मिले हैं। बीते पांच दिनों में नए पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1899 पहुंच गई है। इनमें 1599 आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव आए हैं। शाही स्नान पर लिए सैंपलों की रिपोर्ट मंगलवार को आएगी और संख्या और बढ़ने की आशंका है। एक से तीस अप्रैल तक महाकुंभ है। प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ हरिद्वार पहुंच रही है। महाकुंभ की शान अखाड़ों के साधु-संत और नागा संन्यासी हैं। कोविड ने संतों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। बीते पांच दिनों में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि समेत 15 संत पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें छह संत सोमवार के शाही स्नान में पॉजिटिव मिले हैं।

शाही और पर्व स्नानों पर श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ रही है। कुंभ एसओपी में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 72 घंटे पूर्व आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और कुंभ पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। एसओपी का पालन नहीं कराए जाने से श्रद्धालुओं का रैला उमड़ रहा है। इसके चलते हरिद्वार में कोरोना कहर बनकर फैलने लगा है। श्रद्धालुओं, स्थानीय लोगों के अलावा अखाड़ों के संत भी पॉजिटिव आने लगे हैं।

 

सोमवती अमावस्या पर भीड़ उमड़ने से मेला पुलिस-प्रशासन ने हाथ खींच लिए। शाम छह बजे तक करीब 35 लाख श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे। सड़कों से लेकर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम नजर आया। मेला कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं के लिए दो गज की शारीरिक दूरी और मास्क जरूरी की उद्घोषणा अफसरों को मुंह चिढ़ाते रही। अधिकतर श्रद्धालु बिना मास्क पहने नजर आए। जिन्होंने मास्क पहने भी वह संक्रमण से बचाव नहीं बल्कि औपचारिकता के लिए कानों में फंसाकर ठुड्डी से नीचे लटकाए थे। श्रद्धालुओं की लापरवाही से महामारी फैलने के आसार कई गुना बढ़ गए हैं।

हरिद्वार कुंभ प्रशासन के लगातार लोगों कोरोना को लेकर जागरूकता से साथ मास्क और दो गज दूरी अपनाने की हिदायत दे रहा, फिर भी भीड़ बढ़ रही है,
पांच दिन में आरटीपीसीआर जांच और मरीज :
तारीख -मरीज – जांच
आठ अप्रैल -330 -18212
नौ अप्रैल -277 -20775
दस अप्रैल -271 -17644
11 अप्रैल -372 -23394
12 अप्रैल -349 -28493
कुल 1599 -108,518

पांच दिन में एंटीजन जांच और मरीज :

तारीख -मरीज- जांच
आठ अप्रैल -7- 8854
नौ अप्रैल- 22 -13875
दस अप्रैल- 12 -8209
11 अप्रैल- 45 -17620
12 अप्रैल -214 -66397
कुल 300 -114,955

उच्च न्यायालय ने महाकुंभ में कोविड संक्रमण के फैलाव की आशंका जताते हुए प्रतिदिन पचास हजार जांचें करने के साथ एसओपी का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट के आदेश पर आरटीपीसीआर जांचें बढ़ाई गई हैं। पांच दिनों में आरटीपीसीआर 106719 और एंटीजन 98558 जांचें हुई हैं। इनमें आरटीपीसीआर में 1599 और एंटीजन में 300 पॉजिटिव मिले हैं। आईजी कुंभ संजय गुंज्याल के मुताबिक कोविड संक्रमण बढ़ा है और लगातार बढ़ रहा है। श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ उमड़ने से घाटों पर शारीरिक दूरी का पालन करना मुश्किल है। ऐसे में भगदड़ मचने की संभावना रहती है। श्रद्धालुओं को कोविड एसओपी के पालन के लिए जागरूक किया जा रहा है।

उत्तराखंड : कोरोना संक्रमण मचा रहा हड़कंप , सांसद बलूनी सहित राज्य के कई आईएएस अफसर हुये संक्रमित

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देहरादून, कोरोना संक्रमण उत्तराखण्ड़ में लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले एक हफ्ते से कोरोना जबरदस्त दस्तक के साथ हड़कंप मचाये हुये है, स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकडों के मुताबिक उत्तराखंड में सोमवार को कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1,10146 पहुंच चुका है। जबकि अबतक 97,492 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, राज्य में सोमवार को मरने वालों का आंकड़ा 1,767 पहुंच चुका है।

इस बीच उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी सहित कई आइएएस अफसरों के कोरोना संक्रमित होने की खबर आ रही है। अनिल बलूनी के सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी हैं कि ‘मित्रों, आज मेरी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। मैंने तत्काल उपचार प्रारम्भ कर दिया है। कोरोना का प्रभाव बढ़ रहा है। आप सभी अपना ध्यान रखें।’ राज्य सरकार के कई अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने की खबरें आ रही है। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। साथ ही अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आनंद वर्धन, अपर सचिव एसएस वल्दिया भी संक्रमित पाए गए हैं।

जिसके बाद सभी अधिकारी चिकित्सकों की सलाह पर वह आइसोलेट हो गए हैं। चिकित्सकों के अनुसार सभी अधिकारियों का स्वास्थ्य सामान्य बना हुआ है। सभी अधिकारियों को चिकित्सकों के देख-रेख में रखा गया है। इसी के साथ इन अधिकारियों के संपर्क में आए स्टाफ की भी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उन सभी सचिवालय स्टाफ से खुद को आइसोलेट करने की सलाह दी है जो भी स्टाफ पिछले कुछ दिनों से संक्रमित अधिकारियों के साथ ड्यूटी पर थे, हरिद्वार से अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि समेत 15 संत अब तक पॉजिटिव आ चुके हैं, जबकि 100 से अधिक संतों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनका इंतजार किया जा रहा है। उत्तराखंड में कई शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी प्रतिष्ठानों में केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा, ओएनजीसी, आयकर विभाग आदि में कोरोना संक्रमण ने हड़कंप मचा रखा है |

पिथौरागढ़ : प्रशिक्षण से निर्वाचित प्रतिनिधियों की कार्यशैली में आयेगा निखार : क्षेत्र प्रमुख भावना देवी

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पिथौरागढ़, पंचायती राज विभाग द्वारा जिले के आठ विकास खंडों में आयोजित क्षेत्र पंचायत सदस्यों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आज सम्पन्न हो गया है। सदस्यों को पंचायती राज विभाग का व्यवहारिक ज्ञान दिया गया। पंचायत एक्ट के धाराओं से भी परिचित कराया गया।

क्षेत्र पंचायत सदस्यों को आज प्रशिक्षकों द्वारा क्षेत्र पंचायत रचना,नया स्वरुप गठन, अधिकार की बारिकिया सिखाई गयी। प्रशिक्षकों ने सूचना अधिकार अधिनियम 2005, मुख्यमंत्री हैल्प लाइन योजना 1905, आपदा प्रबंधन एवं जैव विविधता, अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग एवं समितियां, महिला विकास, महिला सुरक्षा एवं संवैधानिक प्रबधंन, 15 वां वित्त, मनरेगा से पंचायत घरों का निर्माण, रेखीय विभागों की विकास योजनाएं आदि विषयों पर व्याख्यान दिया। आज सभी विकास खंडों में क्षेत्र पंचायत सदस्यों को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया।

डीडीहाट में सोसायटी फाँर एक्सन इन हिमालया के प्रमुख प्रशिक्षक प्रभात गौतम, गोर्कण राम, अजय बोथियाल, खंड विकास अधिकारी विजेन्द्र लाल मयाल,एडीओ पंचायत शुभमराज ने विषय पर बोला।
धारचूला में सोसायटी फार एक्सन इन हिमालया की प्रमुख प्रशिक्षक रेखा रानी, कला नगन्याल, दोपद्री, मंगल ग्वाल,खंड विकास अधिकारी श्याम चंद, एडीओ पंचायत सोहन लाला, बाल विकास परियोजनाधिकारी लक्ष्मी ग्वाल मौजूद रही।
मुनस्यारी में आज के प्रशिक्षण के दिवस क्षेत्र प्रमुख भावना देवी मौजूद रही। क्षेत्र प्रमुख भावना देवी ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण समय समय पर आयोजित किया जाना चाहिए। तभी निर्वाचित प्रतिनिधियों की कार्यशैली में निखार आयेगा।
प्रशिक्षण में आज सोसायटी फार एक्सन इन हिमालया के प्रमुख प्रशिक्षक चरन बोथियाल, श्याम दत्त मिश्रा, दीपक पंवार, गणेश फरसवान, खंड विकास अधिकारी प्रकाश वर्मा, एडीओ पंचायत गोपाल राम, ग्राम पंचायत अधिकारी चन्द्र राम, नीलम कोरंगा, गीता पिमोली मौजूद रहे।

उत्तरकाशी : सुनियोजित विकास के साथ जनसामान्य की समस्याओं का त्वरित गति से निस्तारण किया जा सके : कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

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‘वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जिला योजना वित्तीय वर्ष 2020-21 की समीक्षा एंव वर्ष 2021-22 की जिला योजना परिव्यय अनुमोदित के बारे में अधिकारियों की हुई बैठक’

उत्तरकाशी, सैनिक कल्याण,औद्योगिक विकास,लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, खादी एंव ग्रामोद्योग व जिला प्रभारी मंत्री श्री गणेश जोशी ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जिला योजना वित्तीय वर्ष 2020-21 की समीक्षा एंव वर्ष 2021-22 की जिला योजना परिव्यय अनुमोदित के बारे में अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान पुरोला विधायक श्री राजकुमार,यमुनोत्री विधायक श्री केदार सिंह रावत व गंगोत्री विधायक श्री गोपाल सिंह रावत भी वर्चुअल जुड़े रहें।

जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने जिला योजना वर्ष 2020-21 की प्रगति से माननीय प्रभारी मंत्री जी को अवगत कराया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला योजना में गत वित्तीय वर्ष में परिव्यय के सापेक्ष 50.9 करोड़ शासन से अवमुक्त हुआ था, जिसके सापेक्ष 99.9 प्रतिशत की धनराशि निर्माण कार्यो,स्वरोजगार,शिक्षा व स्वास्थ्य आदि पर खर्च की गई है। राज्य सेक्टर में 94 व केन्द्र पोषित में 92 प्रतिशत धनराशि गत वित्तीय वर्ष में खर्च की गई। सभी सेक्टर में कुल 654 करोड़ के सापेक्ष 614 करोड़ की धनराशि खर्च कर ली गई है अवशेष धनराशि 40 करोड़ माह मई तक खर्च कर ली जाएगी।

जनपद प्रभारी मंत्री श्री जोशी ने कहा कि जिला योजना वर्ष 2021-22 के परिव्यय हेतु जिलाधिकारी विभागों की बैठक लेते हुए क्षेत्रीय विधायकों से योजनाओं के प्रस्ताव लिए जाय। ताकि जनपद के सुनियोजित विकास के साथ जनसामान्य की समस्याओं का त्वरित गति से निस्तारण किया जा सके। चारधाम यात्रा बेहद निकट हैं गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने वाले हैं इसलिए 30 अप्रैल तक यात्रा व्यवस्थाएं दुरूस्त कर ली जाय। यात्रा पड़ाव पर मूलभूत सुविधाओं के साथ ही बिजली, पानी की समस्याओं को प्राथमिकता दें। अधिकारीगण अपने कार्यालयों में बैठने के साथ -साथ फील्ड में भी जाएं ताकि जनता की समस्याओं का मौके पर समाधान हो सकें।

माननीय प्रभारी मंत्री ने कहा कि संज्ञान में लाया गया है कि पटवारी अपने क्षेत्रीय राजस्व चैकियों में नहीं बैठते हैं। जिस कारण जनता के जरूरी कार्य नहीं हो पा रहें हैं। उन्होंने ऐसे पटवारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। तथा जिस भी विधानसभा में बहुद्देश्यीय शिविर, जनता दरबार आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं उसकी सूचना क्षेत्रीय विधायकों को अनिवार्य रूप से दी जाए। ताकि विधायक भी अपने क्षेत्र की समस्या सुनें व उसका मौके पर निस्तारण कर सकें। माननीय प्रभारी मंत्री ने जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने व कोविड-19 विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है। मा.प्रभारी मंत्री जी द्वारा जिला चिकित्सालय सहित जनपद के सीएचसी व पीएचसी में डॉक्टरों की कितनी कमी है। इसके बारे में भी जिलाधिकारी से जानकारी ली गई।

इस दौरान विधायक गंगोत्री ने तिलोथ में सीवर पंप शीघ्र लगाने व जोशियाड़ा में हैलीपैड हेतु चयनित भूमि का यूजेविएनएल से एनओसी दिलाने, उत्तरकाशी व गंगोत्री में पार्किग हेतु धनराशि शीघ्र आवंटित करने की मांग माननीय प्रभारी मंत्री से की गई । विधायक पुरोला द्वारा नगर पंचायत पुरोला में पार्किंग बनाने व यमुनावैली में जिला स्तरीय अधिकारियों की माह में एक बार विकासपरक योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित कराने व चालू जिला योजना में किसानों हेतु सिंचाई की योजनाएं शामिल करने की मांग की गई। यमुनोत्री विधायक द्वारा चारधाम यात्रा को देखते हुए बड़कोट व जानकीचट्टी में पाकिंग बनाने हेतु शीघ्र धन आवंटित करने व प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग को ठीक कराने की मांग की गई। इस दौरान विधायक द्वारा उक्त मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करने की बात भी कही गई। जिसमें संबंधित अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहने को कहा गया। जिस पर जिला प्रभारी मंत्री ने शीघ्र उक्त समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में पार्किग की समस्या को देखते हुए पुरोला नगर पंचायत में दो पार्किंग स्वीकृत की गई हैं। जिसमें एक पार्किंग का कार्य शुरू हो चुका हैं। नौगांव में पार्किंग हेतु भूमि का चयन कर लिया गया है जिसकी स्वीकृति दे दी गई हैं। गंगोत्री व उत्तरकाशी तथा जानकीचट्टी व बड़कोट में पार्किंग हेतु शासन को रिवाईज स्टीमेट भेजा गया हैं। जनपद उत्तरकाशी भौगोलिक दृष्टि से बड़ा होने के कारण जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए यमुनावैली में हर माह की 6 व 21 तारिक को मुख्य विकास अधिकारी व अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शिविर आयोजित कराने के निर्देश पूर्व में दिए जा चुके हैं। जनपद स्तरीय अधिकारियों को प्रत्येक दिन कम से कम दो घंटे अपने कार्यालय में बैठने व उसके उपरान्त क्षेत्रीय भ्रमण कर जनसामान्य की समस्याओं के निस्तारण करने के भी निर्देश दिये जा चुके हैं।

बैठक में पुलिस अधीक्षक ददनपाल, डीएफओ दीपचंद आर्य, मुख्य विकास अधिकारी पी. सी. डंडरियाल, जिला विकास अधिकारी विमल कुमार आर्य सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

पिथौरागढ : प्रशिक्षण ले रही महिलायें हुयी पारंगत, सिलने लगी रियाँसी गांव की महिलायें स्कूल यूनीफार्म

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पिथौरागढ़,  अगर आपको अपने बच्चों की स्कूल यूनिफार्म सिलवानी हो तो आप रियाँसी गांव आ सकते है। तीन माह से सिलाई का प्रशिक्षण ले रही इस गांव की महिलाएं अब इसमें पारंगत हो गई है। खेती व पशुपालन से जुडी इन महिलाओं ने साबित कर दिया है कि उन्हें केवल अवसर चाहिए, हुनर तो उनके भीतर पहले से ही मौजूद है।
ओ.एन.जी.सी.देहरादून के सहयोग से मूनाकोट विकास खंड के ग्राम पंचायत रियाँसी के 60 महिलाओं का सिलाई प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया था। महिलाओं में इतना उत्साह था कि प्रशिक्षण में 77 से अधिक महिलाएं प्रशिक्षण में आने लगी। दो टीम बनाकर महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण दिया गया।

राज्य की अग्रणी गैर सरकारी संस्था सोसायटी फार एक्सन इन हिमालया को आयोजक बनाया गया है। संस्था की प्रशिक्षक तुलसी साह ने शुरुवाती एक माह में महिलाओं को परिवार के उपयोग में आने वाले कपड़े बनाने का प्रशिक्षण दिया। दो माह से स्कूल यूनिफार्म पर प्रशिक्षण को फोकस किया गया था, अब उसके परिणाम सामने आने लग गये है। आज सिलाई सीख रही महिलाओं ने स्कूल यूनिफार्म का प्रदर्शन किया।

खेतीबाड़ी करने वाली महिला से टेलर मास्टर बनी 44 वर्षीय गीता देवी ने कहा कि इस उम्र में सीखने की ललक मन में थी, लेकिन डर केवल उम्र का ही था। मेहनत करके वह सिलाई सीख गयी।
24 साल की प्रियंका खडायत ने प्रशिक्षण से सिलाई सीखने के बाद पहलीबार अपने ससुर के लिए पेंट बनाई। ससुर पेंट पहनकर वड्डा बाजार गये तो वह खुश हुई।
36 वर्ष की आशा बिष्ट ने अपनी 14 साल की बेटी के लिए पेंट बनाया, वह पेंट पहनकर बाजार गयी। 40 साल की ममता बिष्ट ने अपने बेटे के लिए हाँफ पेन्ट बनाया तो घर के लोगों ने उनकी तारीफ की। अपने लिए सूट तथा बच्चों के लिए कपडे बनाकर सभी महिलाएं बेहद खुश नजर आ रही है।

संस्था के अध्यक्ष जगत मर्तोलिया ने बताया कि हम इस गांव की महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए बुनियादी ढांचा बना रहे है। मर्तोलिया ने महिलाओं के कौशल विकास में ओ.एन.जी.सी. द्वारा दिए गए सहयोग पर आभार जताया।

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने कुंभ मेले में ‘स्किल इंडिया पैवेलियन’ का उद्घाटन किया

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हरिद्वार, स्किल इंडिया के अंतर्गत उत्तराखंड में विभिन्न पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने आज हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेलें में ‘स्किल इंडिया पैवेलियन’ का उद्घाटन किया। भारत में सबसे बड़े धार्मिक उत्सव में से एक, कुंभ मेला भारत के कोने-कोने से तीर्थयात्रियों और अनुयायियों को आकर्षित करता है और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMVVY), जन शिक्षण संस्थान (JSS) और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITIs) सहित प्रमुख कार्यक्रमों / पहलों के तहत जानकारी साझा करने और बड़ी संख्या में लोगों को जुटाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है। आज के युवाओं को सशक्त बनाने वाले कौशल को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से, एमएसडीई अपने प्रशिक्षण और कार्यान्वयन भागीदारों के साथ 12 से 30 अप्रैल तक स्किल इंडिया पैवेलियन का आयोजन करेगा।

स्किल इंडिया पैवेलियन 5,000 वर्ग मीटर भूमि में फैला हुआ है, जिसमें काउंसलिंग रूम, अनुभव संबंधी स्टालों और सेल्फी बूथ जैसे कई आकर्षण के केंद्र हैं। यह केंद्र लोगों को यह जानने के लिए उनका मार्गदर्शन करेंगे कि कैसे कौशल प्रशिक्षण उनके आजीविका के अवसरों में तेजी ला सकता है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन करते हुए, स्किल इंडिया पैवेलियन में प्रशिक्षण भागीदार और 36 सेक्टर स्किल काउंसिल्स अपने प्रदर्शनी का प्रदर्शन करेंगे और संबंधित डोमेन में विभिन्न कौशल संबंधी संस्थाओं को हाइलाइट करेंगे। इसके अलावा, काउंसलिंग रूम स्किल इंडिया ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से लोगों को कौशल प्रशिक्षण, रोजगार और उद्यमिता के विभिन्न अवसरों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करेगा।

‘स्किल इंडिया कौशल मेले’ में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि, “कौशल भारत मिशन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एक बड़ी पहल है जिसके द्वारा हमारी अर्थव्यवस्था के आधार को मजबूत बनाया जा रहा है। स्किल इंडिया पैवेलियन में कुंभ, हरिद्वार तीर्थयात्रियों को आने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रहा है और कौशल पहलों के बारे में लोगों को अधिक जागरूक करने में भी मदद करेगा। एडवेंचर टूरिज्म से जुड़ी नई नौकरियों को जोड़ना जैसे कि रिवर राफ्टिंग और ट्रेकिंग उत्तराखंड के युवाओं को सही कौशल के साथ सशक्त बनाएगा जो क्षेत्र और राष्ट्र दोनों की आर्थिक वृद्धि में योगदान देगा। सरकार आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल पहलों के माध्यम से जमीनी स्तर पर ग्रोथ को आगे बढ़ा रही है और उसका समर्थन भी कर रही है।

उद्घाटन पर टिप्पणी करते हुए माननीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा कि, हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के अंतर्गत, भारत के विकास के अगले चरण को ‘आत्मनिर्भर भारत’ द्वारा संचालित किया जाएगा। राष्ट्र के समग्र विकास में युवाओं की केंद्रीय भूमिका है और उन्हें संबंधित कौशल के साथ सशक्त बनाना समय की आवश्यकता है।”

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के माननीय मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय ने स्किल इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन करते हुए कहा, “उत्तराखंड में कड़ी मेहनत के लिए अत्यधिक प्रतिबद्धता और जुनून प्रदर्शित करने की संस्कृति है। रूबी भटनागर और महिमा गांधी राज्य के दो ऐसे युवा उम्मीदवार हैं जिन्होंने पिछली वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और एक वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके पूरे देश को गौरवान्वित किया है। कुंभ मेले में ‘स्किल इंडिया पैवेलियन’ के माध्यम से, हमें युवाओं के बीच कौशल सशक्तिकरण के महत्व के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करना और उन्हें राष्ट्र-निर्माण में योगदान करने के लिए प्रेरित करना है। मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के अधिकारियों को कुंभ मेले का इतनी भव्यता के साथ आयोजन करने के लिए बधाई देना चाहता हूं, तब जबकि वर्तमान कोविड -19 स्थिति को देखते हुए सभी आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल और सुरक्षा दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। मैं आशावान हूं कि स्किल इंडिया पैवेलियन सत्येंद्र, विशाल और कई अन्य लोगों को प्रेरित करेगा ताकि भविष्य में कौशल प्रशिक्षण और आकर्षक कैरियर की संभावनाओं का लाभ उठाया जा सके।”

स्किल इंडिया की सबसे महत्वपूर्ण योजना ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ 1.0 और 2.0 की सफलता को देखते हुए पीएमकेवीवाई 3.0 योजना का शुभारंभ किया गया है। यह मांग आधारित योजना होगी और जिला स्तर पर उद्योगों की मांग के अनुसार युवाओं को कुशल बनाएगी। इसके अलावा स्किल इंडिया मिशल के अंतर्गत अभी तक कुल 1.21 करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है।

स्किल इंडिया पैवेलियन के डिजिटल कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत जी उपस्थित रहे। इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक जी, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय जी, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री श्री राजकुमार सिंह जी, उत्तराखंड के कौशल राज्य मंत्री श्री हरक सिंह रावत जी, उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कोशिक जी, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अपर सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी जी, एनएसडीसी के सीईओ श्री मनीष कुमार जी एवं अन्य कई महानुभव उपस्थित हुए।

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