Friday, June 20, 2025
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जल्द करें कॉल..!अगर होता है ऑनलाइन फ्रॉड या गलत खाते में रकम ट्रांसफर, सात राज्यों में हेल्पलाइन नंबर हुआ जारी

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डिजिटल लेनदेन की बढ़ती प्रक्रिया के साथ साथ ऑनलाइन फ्रॉड की संख्या बेतहाशा बढ़ने लगी हैं | यही वजह है कि मोदी सरकार ने पीड़ित के वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिस पर एक कॉल से आप अपने साथ हुई फ्रॉड की राशि के इस्तेमाल को तुरुन्त रोक सकते हैं | लेकिन अफसोस जानकारी के अभाव में आज भी लोग पारंपारिक तौर पर पहले एफआईआर दर्ज़ करने में ही लगे रहते हैं और लूटी गयी रकम इस्तेमाल कर ली जाती है |

ऑनलाइन फ्रॉड होने पर तुरुन्त करें हेल्पलाइन नंबर 155260 पर शिकायत दर्ज़
अगर आप के साथ बैंक या फिर किसी भी तरह का कोई साइबर क्राइम होता है या गलती से आपसे गलत खाते में रकम ट्रान्सफर हो जाती है तो आपको बिना समय गवाएं हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करना चाहिए |. फिलहाल मौजूदा समय में यह हेल्पलाइन नंबर पायलट प्रोजेक्ट के तहत देश के सिर्फ 7 राज्यों में अमल में लाया गया है | जो हैं दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश | सूत्रों के मुताबिक मोदी सरकार की इस हेल्पलाइन सुविधा को जल्द ही देशभर में लागू किया जा सकता है |

किस तरह काम करता है यह हेल्पलाइन नंबर

किसी भी व्यक्ति के द्वारा हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत के बाद उसे रियल टाइम में पुलिस और जांच एजेंसियों से साझा की जाती है | जिस पर शिकायत के बाद कुछ ही मिनट में कार्रवाई शुरू हो जाती है | फिलहाल अभी हेल्पलाइन और इसके रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म में सभी प्रमुख सरकारी बैंकों और प्राइवेट सेक्टर के बैंकों को शामिल किया गया है | अगर इन बैंकों के अकाउंट होल्डर्स के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी या साइबर क्राइम होता है तो हेल्पलाइन पर शिकायत करने के तुरंत बाद कार्रवाई की जाती है | इस हेल्पलाइन नंबर और इसके रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म को गृह मंत्रालय के तहत इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन की ओर से शुरू किया गया है और इस प्लेटफॉर्म पर RBI, सभी बड़े बैंक, पेमेंट बैंक, वॉलेट और ऑनलाइन कारोबारी जुड़े हुए हैं | सबसे पहले 155260 पर कॉल कर पीड़ित व्यक्ति अपनी पूरी जानकारी साझा करनी पड़ती है | जिसके बाद अलर्ट संबंधित बैंक, जिसमें पैसा गया है, चला जाएगा | अलर्ट मिलते ही बैंक की ओर से पैसे की निकासी पर रोक लगा दी जाएगी और पैसे को वापस अकाउंट होल्डर को लौटा दिया जाएगा |

लिहाजा ऑनलाइन फ्रॉड होने या गलत पैसा ट्रांसफर होने पर घबराएँ नहीं और तुरुन्त कॉल करें 155260 पर |

200 रुपये से कम में 2 महीने की वैलिडिटी और हर दिन 2GB डेटा, जियो का जबर्दस्त प्लान

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रिलायंस जियो (Reliance Jio) के पास कई सस्ते प्लान हैं। जियो का एक प्लान ऐसा है, जिसमें खास ऑफर के तहत अभी करीब दो महीने (56 दिन) की वैलिडिटी मिल रही है। प्लान में हर दिन 2GB डेटा मिलता है। जियो का यह प्लान 185 रुपये का है। यह रिचार्ज प्लान जियो फोन के लिए है। इस रिचार्ज प्लान में फिलहाल बाय-वन-गेट-वन फ्री का ऑफर है। यानी, एक रिचार्ज प्लान पर दूसरा फ्री मिल रहा है। तो आइए जानते हैं कि जियो फोन के इस प्लान में यूजर्स को क्या-क्या फायदे मिलते हैं।

185 रुपये वाला प्लान, हर दिन 2GB डेटा
रिलायंस जियो फोन के 185 रुपये वाले प्लान में बाय-वन-गेट-वन फ्री का ऑफर है। इस प्लान की वैलिडिटी 28 दिन की है। ऑफर के तहत प्लान में आपको 56 दिन की वैलिडिटी मिल जाएगी। प्लान में हर दिन 2GB डेटा दिया जा रहा है। यानी, प्लान में यूजर्स को टोटल 112GB डेटा मिलेगा। प्लान में किसी भी नेटवर्क पर फ्री कॉलिंग का फायदा मिलेगा। साथ ही, हर दिन 100 SMS भेजने की सुविधा मिलेगी। प्लान में जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन भी फ्री में मिलता है।

155 रुपये में दो महीने की वैलिडिटी, हर दिन 1GB डेटा
रिलायंस जियो फोन के 155 रुपये वाले रिचार्ज प्लान पर भी यही ऑफर है। यानी, एक प्लान लेने पर एक फ्री है। ऑफर के तहत प्लान में यूजर्स को करीब दो महीने (56 दिन) की वैलिडिटी मिल जाती है। प्लान में हर दिन 1GB डेटा दिया जाता है। जियो फोन के इस प्लान में टोटल 56GB डेटा मिलता है। प्लान में किसी भी नेटवर्क पर फ्री कॉलिंग के साथ हर दिन 100 SMS भेजने की सुविधा मिलती है। साथ ही, जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन यूजर्स को फ्री में मिलता है।

LPG News Alert! अब अपनी पसंद की एजेंसी से भरवा सकते हैं गैस सिलेंडर, जानिए क्या है प्रोसेस

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नई दिल्ली,। सरकार ने घरेलू गैस यानी एलपीजी के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। अब उपभोक्ता अगर मौजूदा गैस एजेंसी की सुविधा से संतुष्ट नहीं हैं तो दूसरी एजेंसी में अपना कनेक्शन ट्रांसफर करवा सकते हैं। फिलहाल एक ही कंपनी की एजेंसी में कनेक्शन ट्रांसफर की सुविधा होगी। पहले चरण में सरकार ने चंडीगढ़, पुणे, रांची, कोयंबटूर और गुड़गांव में इस सुविधा शुरू की है। जल्द ही पूरे देश में इसे लागू किया जाएगा। प्रायोगिक तौर पर इसे लागू किया जा रहा है ताकि एलपीजी उपभोक्ताओं की सर्विस को लेकर गैस एजेंसियां और सतर्क हो सकें। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा इस योजना को ना सिर्फ पूरे देश में लागू करने की है बल्कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो बाद में ग्राहकों को दूसरी कंपनी की एजेंसी में भी कनेक्शन ट्रांसफर करने की सुविधा होगी। उनका मानना है कि इससे गैस एजेंसियों के बीच सेवा की गुणवत्ता को सुधारने को लेकर प्रतिस्पद्र्धा बढ़ेगी और यह ग्राहकों के लिए बेहतर कदम साबित होगा।

29 करोड़ उपभोक्ता, सिर्फ तीन कंपनियां

भारत में इस समय 29 करोड़ एलपीजी उपभोक्ता हैं और इनकी सेवा में सिर्फ तीन सरकारी कंपनियां हैं। सरकार को ऐसा लगता है कि इन कंपनियों के बीच सर्विस की गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर काफी सुस्ती रहती है। डिलीवरी एजेंसी के चयन की सुविधा मिलने के बाद गैस एजेंसियों के लिए ग्राहकों की शिकायतों को टालने की प्रवृत्ति नहीं रहेगी।

ऑनलाइन बुकिंग के समय एजेंसी चुनने की सुविधा

इस नई व्यवस्था में गैस एजेंसी की कोई भूमिका नहीं होगी। ग्राहक आनलाइन गैस सिलेंडर रिफिल के समय ही यह तय कर सकेंगे कि वह किस एजेंसी से सिलेंडर लेना चाहते हैं।

पेट्रोलियम मंत्रालय के एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि चूंकि एक ग्राहक बनाने में तेल कंपनी को काफी पैसा खर्च करने पड़ते हैं इसलिए अभी तत्काल एक कंपनी से दूसरी कंपनी की एजेंसी में जाने की इजाजत नहीं होगी। एक बार जब यह सर्विस पूरे देश में लागू हो जाएगी तो अगले चरण में अपने इलाके के किसी भी कंपनी की किसी भी एजेंसी से गैस रिफिल करवाने की छूट दी सकती है।(साभार – जागरण )

फ्रांस से सीधी उड़ान भरकर भारत पहुंचे 3 और राफेल लड़ाकू विमान, यूएई में हवा में ही भरवाया ईंधन

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नई दिल्‍ली, एएनआइ। भारतीय वायु सेना ने जानकारी दी है कि फ्रांस के इस्ट्रेस एयर बेस से सीधे उतरने के बाद थोड़ी देर पहले तीन और लड़ाकू विमान राफेल भारत पहुंचे। यूएई वायु सेना ने नॉन स्टॉप फेरी के दौरान विमान को हवा में ही ईंधन भरवाया। इससे भारतीय वायु सेना और मजबूत होगी।

आने से दूसरी स्क्वाड्रन का संचालन करने की संभावना है। इसे बंगाल के हाशिमारा वायु सेना अड्डे पर तैनात किया जाएगा। राफेल विमानों की पहली स्क्वाड्रन हरियाणा के अंबाला वायु सेना स्टेशन पर तैनात है।

 

पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप 29 जुलाई, 2020 को भारत पहुंची थी। इससे लगभग चार साल पहले भारत ने करीब 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 विमानों की खरीद के लिए फ्रांस के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किया था। वर्तमान में वायु सेना के पास लगभग 25 राफेल विमान हैं। 3 और विमानों के आने से इनकी संख्‍या 28 हो गई। शेष विमान 2022 तक आने की उम्मीद है।

अधिकारियों ने बताया कि पहली स्क्वाड्रन पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा और उत्तरी सीमा की निगरानी करेगी। दूसरी स्क्वाड्रन भारत के पूर्वी सीमा क्षेत्र की निगरानी करेगी। फ्रांस निर्मित पांच राफेल लड़ाकू विमानों को पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में हुए एक समारोह में वायु सेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया था। बाद में विमानों की और खेप भी भारत पहुंची थी। वायुसेना के अधिकारियों ने कहा था कि राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन को हाशिमारा में संचालित किया जाएगा। एक स्क्वाड्रन में लगभग 18 विमान होते हैं।

कोरोना : राज्य में आज 24 घंटे में 37 नए संक्रमित मिले, नहीं हुई एक भी मरीज की मौत, घटी सक्रिय मामलों की संख्या

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देहरादून, उत्तराखंड में अब कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे कम हो रहा है, राज्य में आज बीते 24 घंटे में 37 संक्रमित मिले हैं। वहीं बुधवार को एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 14 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 643 पहुंच गई है।

राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, बुधवार को 20213 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं तीन जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर और चंपावत में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, चमोली में दो, देहरादून में सात, हरिद्वार में चार, नैनीताल में 11, पौड़ी में तीन, पिथौरागढ़ दो, रुद्रप्रयाग में चार, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में एक-एक व उत्तरकाशी में दो संक्रमित मिले हैं।
अब तक कोरोना के प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 341573 हो गई है। इनमें से 327558 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7357 लोगों की जान जा चुकी है।

ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला पर एक तरफा कानूनी कार्रवाई कांग्रेसियों ने किया विरोध

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ॠषिकेश, महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय ऋषिकेश में एक आवश्यक बैठक आहूत की गई जिसमें ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला के ऊपर एक तरफा कानूनी कार्रवाई एवं प्राथमिक दर्ज करने पर समस्त कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने रोष प्रकट कर विरोध दर्ज कराया बैठक की अध्यक्षता करते हुए महंत विनय सारस्वत ने कहा कि भाजपा द्वारा उत्तराखंड के अंदर राजनीतिक द्वेष से किए जा रहे मुकदमों को उत्तराखंड की संस्कृति के विपरीत बताया उन्होंने कहा कि भाजपा के अनुचित आचरण से यहां पर बिहार उत्तर प्रदेश हरियाणा जैसी संस्कृति बदले की भावना से प्रेरित होकर किए जा रहे हैं जोकि उत्तराखंड आम जन भावनाओं के विपरीत है कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा निम्न स्तर की राजनीति की जा रही है

द्वेष की भावना से ग्रसित होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तरह-तरह के मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं इससे स्पष्ट होता है कि वर्ष 2022 में भाजपा को अपनी हार स्पष्ट दिखाई दे रही है जिस कारण मानसिक तनाव में वह इस तरह के कार्य कर रहे हैं इस तरह की कार्यवाही से कांग्रेस कार्यकर्ता का मनोबल टूटने वाला नहीं है और ना ही वह डरने वाले है समय आने पर कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सड़कों पर निकल कर इस लड़ाई को लड़ने का कार्य करेगा प्रदेश महामंत्री राजपाल खरोला ने कहा कि ऐसे घ्रणित कार्यों की शुरुआत बहुत पूर्व हो चुकी थी यह भाजपा की कार्यशैली में बदल चुका है उनको जनहित के मुद्दों से कोई सरोकार नहीं यह जनता की आशाओं पर राजनीतिक रोटियां सेकने का कार्य करते हैं पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवान ने कहा कि अब समय आ गया है भाजपा को आईना दिखाने का कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी समझते हुए भाजपा की कुरीतियों को जनता तक पहुंचाने का कार्य करेगा और कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी को 2020 में विधानसभा का रास्ता दिखाएगा एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई दुर्भावना से ग्रसित है जिस तरह भाजपा के दबाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है पुलिस को निष्पक्ष कार्यवाही करते हुए

मुकदमे दर्ज करनी चाहिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भी कई कई बार पुलिस को सूचित किया गया परंतु पुलिस द्वारा किसी प्रकार का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ऋषिकेश थाने मैं जाकर शांतिपूर्वक सत्याग्रह किया जाए और पुलिस को मजबूर किया जाए कि वह निष्पक्ष कार्रवाई कर सकें बैठक अंत में पूर्व विधायक एवं 2019 में हरिद्वार लोकसभा से कांग्रेसी प्रत्याशी रहे अमरीश कुमार जी के आकस्मिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई तत्पश्चात समस्त कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा ऋषिकेश थाने में जाकर सत्याग्रह किया गया एक घंटा धरना देने के पश्चात ऋषिकेश थाने के सीओ श्री डीसी धोंदीयाल द्वारा 48 घंटे के अंदर जांच का आश्वासन दिया गया तत्पश्चात कांग्रेसियों द्वारा धरना स्थगित किया गया धरने में एवं बैठक में उपस्थिति निम्न प्रकार रही प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा विजय पाल सिंह रावत श्रीमती विमला रावत महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सरोज देवरानी सेवा दल के अध्यक्ष रामकुमार भदोरिया यतेंद्र बिजलवान ओबीसी प्रकोष्ठ के महासचिव नवीन चंद रमोला जिला उपाध्यक्ष चंदन सिंह पवार प्रदेश सचिव ललन राजभर पार्षद दल के नेता मनीष शर्मा देवेंद्र प्रजापति राकेश जी मियां राधा रमोला चंद्रकांता जोशी महिला कांग्रेस के सचिव मधु जोशी दीपक जाटव प्यारेलाल जुगलान बलवीर सिंह रौतेला जितेंद्र पाल पार्टी प्रदीप जैन विवेक तिवारी राहुल पांडे शिवा सिंह गौरव राणा मनोज त्यागी एकांत गोयल नंदकिशोर जाटव हरिराम वर्मा सुमित त्यागी जयेंद्र रावत परमेश्वर राजभर एवं कार्यालय प्रभारी अशोक शर्मा उपस्थित थे

राजनैतिक स्वार्थ सिद्धि के लिए पेगासस का सहारा ले रही कांग्रेस : मदन कौशिक

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देहरादून, भाजपा अध्यक्ष श्री मदन कौशिक ने कांग्रेस द्वारा पेगासस को राजनैतिक स्वार्थ सिद्धि का हथियार बताते हुए कहा कि उतराखंड कांग्रेस कांग्रेस का राजभवन गमन उसी राजनैतिक नौटंकी का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पेगासस के जरिये फैलाया जा रहा दुष्प्रचार निराधार और बेबुनियाद है।

श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने इस फर्ज़ी कहानी को मानसून सत्र से पहले सुनियोजित तरीके से सामने रखा जिससे संसद को बाधित किया जा सके। अभी तक इस फर्ज़ी कहानी में कहीं भी ऐसा कोई सुबूत् नहीं है जिसे सरकार से जोड़ा जा सके। यह रिपोर्ट भारत के लोकतंत्र को भी बदनाम करने की साजिश है।

श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस को अपने दामन पर भी नज़र डालने की जरूरत है। 2013 में आरटीआई के जवाब में यूपीए सरकार द्वारा हर माह 9000 फोन और 500 ईमैल्स खातों की निगरानी की जाती थी। हाल ही में राजस्थान में विधायकों ने आरोप लगाया की उनके फोन टेप हो रहे हैं। यहाँ तक कि 2009 में ममता बनर्जी ने अपने फोन,ई मेल्स टेप करने के आरोप लगाए। वहीं 2010 में प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने फोन टेपिंग और निजता के उल्लंघन पर ढाँचे को मजबूत करने पर जोर दिया और उन्होंने इसे स्वीकार भी किया।

अभी तक ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला जिसे सरकार से जोड़ा जा सके,लेकिन कांग्रेस अपने राजनैतिक स्वार्थ को देखकर एजेंडे के तहत यह कर रही है। अभी तक यह भी दावा नहीं किया गया है कि किसी मोबाइल विशेष नंबर की उपस्थिति पेगासस से संक्रमित है। जनता ने कांग्रेस को घपले, घोटालो और झूठ की वजह से ही सत्ता से दूर किया और अब उसके सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया है।

खास खबर : यूपीएससी ने पहली बार अल्मोड़ा को आयोग की परीक्षा का नया परीक्षा केन्द्र बनाया

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‘पहली बार अक्टूबर व नवंबर में होगी यूपीएससी की परीक्षाएं, नये केंद्र के रूप में चयनित अल्मोड़ा जनपद में तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन व आयोग के अफसरों के बैठक, जिले में आयोग की परीक्षाओं के लिए 29 केंद्र बनाए’

अल्मोड़ा, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पहली बार अल्मोड़ा को आयोग की परीक्षा का नया परीक्षा केन्द्र बनाया है। आयोग की परीक्षाएं आगामी अक्टूबर व नवम्बर माह में प्रस्तावित हैं। इसी की तैयारी के मद्देनजर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने संघ लोक सेवा आयोग के अधिकारियों एवं केन्द्र व्यवस्थापकों व अन्य अधिकारियों के साथ विकास भवन में परीक्षाओं के सफल सम्पादन के लिए अहम बैठक की। अल्मोड़ा जिले में 29 केंद्रों पर होंगी आयोग की परीक्षाएं।

जिलाधिकारी भदौरिया ने कहा कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा अल्मोड़ा को अपना परीक्षा केन्द्र बनाना क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है। इससे पहाड़ के सभी युवाओं को फायदा मिलेगा। विषम भौगोलिक परिस्थिति और आर्थिक स्थिति के चलते कई युवा परीक्षा देने देहरादून और दिल्ली नहीं जा पाते थे और परीक्षा देने से वंचित रह जाते थे, मगर अब यहां केंद्र बन जाने से उन्हें आयोग की परीक्षा देने में काफी आसानी होगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि यहां आयोजित होने वाली आयोग की परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए व्यवस्था में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होने परीक्षा केन्द्र के सभी व्यवस्थापकों को आयोग के मानकों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि जनपद में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए कुल 29 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं, जिनमें लगभग 8 हजार परीक्षार्थियों के शामिल होने की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इनमें 20 केन्द्र अल्मोड़ा नगर व 9 केन्द्र रानीखेत में बनाये गये हैं। जिलाधिकारी ने आयोग के अधिकारियों को आश्वस्त किया कि परीक्षा केन्द्रों पर सभी व्यवस्थाएं यथासमय पूरी कर ली जाएंगी |
बैठक में संघ लोक सेवा आयोग के अनुसचिव दीप पन्त ने पावर पाइन्ट प्रेजेंटेशन के जरिये आयोग द्वारा परीक्षाओं के लिए निर्धारित मानकों एवं आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा में प्रथम बार माह अक्टूबर एवं नवम्बर में आयोग की परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। जिनमें संघ लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा के अलावा एनडीए, सीडीएस व सीएपीएफ की परीक्षाएं शामिल हैं। उन्होंने आयोग की परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देशों की जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने परीक्षाओें के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने का आश्वासन आयोग के अधिकारियों को दिया।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल, आयोग के अनुसचिव उज्ज्वल कुमार, सेक्शन आफिसर जग राम मीणा, उप जिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, उप जिलाधिकारी रानीखेत गौरव पाण्डे, तहसीलदार संजय कुमार, नायब तहसीलदार विवेक राजौरी, मुख्य शिक्षाधिकारी एचबी चन्द, मुख्य कोषाधिकारी हेमेन्द्र प्रकाश गंगवार, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भीम सिंह मेर, विनोद राठौर के अलावा समस्त केन्द्रों के केन्द्र व्यवस्थापक उपस्थित रहे।

पीएम मोदी 30 जुलाई को करेंगे यूपी में 9 नए मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण, MBBS की 900 सीटें बढ़ेंगी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 जुलाई को नौ नए मेडिकल कालेजों का उद्घाटन करेंगे। जिन नौ जिलों में यह मेडिकल कालेज स्थापित किए गए हैं उनमें देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, जौनपुर, हरदोई, मीरजापुर, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थ नगर शामिल है। बुधवार को मोदी का कार्यक्रम सिद्धार्थ नगर में तय होने के बाद यूपी सरकार तैयारियों में जुट गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पढ़ाई शुरू करने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। करीब 450 से अधिक संकाय सदस्यों की भर्ती की जा रही है। 13 और नए मेडिकल कालेजों का निर्माण किया जा रहा है। 2017 से पहले मात्र 12 मेडिकल कालेज ही थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालने के बाद हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी इजाफा किया गया है। प्रदेश में अब मेडिकल कालेजों की संख्या बढ़कर 48 हो गई है। राज्य सरकार हर जिले में एक मेडिकल कालेज स्थापित करने पर जोर दे रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सभी जरूरी तैयारियां समय रहते पूरी कर लें।

MBBS की सीटें बढ़ने का मिलेगा लाभ

प्रदेश में स्थापित किए गए इन नौ मेडिकल कालेजों में नए शैक्षिक सत्र 2021 से ही पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। प्रत्येक मेडिकल कालेज में सौ-सौ सीटें एमबीबीएस की होंगी। इस तरह एमबीबीएस की कुल 900 सीटें बढ़ जाएंगी। अभी सरकारी मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की करीब तीन हजार सीटें हैं। अब आगे कुल 3900 सीटें होंगी।

पेट्रोल-डीजल अभी बना रहेगा महंगा, टैक्स घटाने की इच्छुक नहीं दिख रही सरकार!

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देश की आम जनता को महंगे पेट्रोल और डीजल की मार अभी और झेलनी होगी. इनकी कीमत के लगातार ऊंचाई पर बने रहने के बीच उम्मीद की जा रही थी कि केन्द्र सरकार एक्साइज ड्यूटी में कुछ कमी कर आम लोगों को राहत दे सकती है. लेकिन फिलहाल इसके संकेत कम ही दिख रहे हैं.

टैक्स घटाने से कम नहीं होगी महंगाई
CNBC-TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक अगर सरकार पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 10 रुपये प्रति लीटर की भी कमी करती भी है. तो भी इससे महंगाई सिर्फ 0.2% ही कम होगी. जबकि सरकार के राजकोषीय घाटे पर 0.58% का असर पड़ेगा. चैनल ने सूत्रों के हवाले से इस बात की पुष्टि की है कि सरकार की पेट्रोल और डीजल पर टैक्स घटाने की कोई इच्छा नहीं है.

राज्यसभा में ये बोली सरकार
राज्यसभा में मंगलवार को सरकार की ओर से एक लिखित जवाब में कहा गया कि मौजूदा समय में राजकोष की गिरती स्थिति को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी लगाई है. ताकि देश में बुनियादी ढांचे और अन्य विकास कार्यों के खर्च के लिए संसाधन जुटाए जा सकें.

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर और अन्य विकास कार्यों पर होने वाले खर्च के लिए सरकार संसाधन जुटाने के लक्षित प्रयास कर रही है. राजकोष की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी की दरों को तर्कसंगत रखा है. जबकि इन पर वैट की वसूली राज्य सरकारें करती हैं.

उन्होंने कहा कि तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत और रुपये एवं डॉलर की विनिमय दर के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाती-बढ़ाती रहती हैं.

3 महीने में पेट्रोल-डीजल से कमाई
चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून तिमाही में केन्द्र सरकार ने उत्पाद शुल्क के तौर पर पेट्रोल और डीजल से 94,181 करोड़ रुपये जुटाए हैं. देश में कोरोना की दूसरी लहर की वजह से सरकार का खर्च बिगड़ा है और इस वजह से राजकोष की हालत भी ठीक नहीं है.(साभार – आज तक )