Wednesday, May 14, 2025
Home Blog Page 1353

भरसार विश्वविद्यालय ने मानदेय एवं निर्माण कार्यों के लिए मांगे 25 करोड

0

देहरादून, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार में माह अगस्त के बाद अपने संविदा एवं उपनल कार्मिकों को वेतन नहीं दे पायेगा। इसकी वजह है कि शासन द्वारा विश्वविद्यालय को वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22 करोड़ के सापेक्ष केवल 5 करोड की धनराशि स्वीकृत की गई। जबकि विश्वविद्यालय को मानदेय के लिए 10 करोड़ तथा निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के लिए रूपये 15 करोड़ की दरकार है। जिसके लिए शासन से चालू वित्तीय वर्ष के अनुपूरक बजट में 25 करोड़ धनराशि की मांग की गई है।

यह बात विश्वविद्यालय की विभिन्न समस्याओं को लेकर कैबिनेट मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक डा. धन सिंह रावत द्वारा आज विधानसभा में आयोजित समीक्षा बैठक में सामने आई। डा. रावत ने कहा कि विश्वविद्यालय की अनेक समस्याएं हैं जिनका शीघ्र समाधान के लिए उन्होंने बैठक में मौजूद विभागीय सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को निर्देशित किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. कर्नाटक ने बताया कि औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार के सभी पांच कैम्पस विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में स्थित है। जहां पर आज भी अधिकारियों एवं कार्मिकों के लिए आवास की पूर्ण सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के नव निर्मित बालिका एवं बालक छात्रावासों में फर्नीचर, पुस्तकालय तथा भरसार परिसर में ऑडिटोरियम की नितांत आवश्यकता है। इसी प्रकार विश्वविद्यालय का मुख्य प्रशासनिक भवन, कुलपति आवास तथा परिसर की सड़कें बजट के आभाव में अधूरी पड़ी हैं।

जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शासन से लगभग 15 करोड़ की मांग की गई है। इसी प्रकार विश्वविद्यालय के विभिन्न परिसरों में तैनात संविदा शिक्षकों, उपनल कार्मिकों एवं कृषि श्रमिकों के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में लगभग 10 करोड़ की मांग की गई है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं अधिष्ठाता डा. बी.पी. नौटियाल ने बताया कि भरसार परिसर में बाउंड्रीवॉल न होने के कारण खूंखार जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। जिसको देखते हुए शासन को चैनलिंक फेंसिंग का प्रस्ताव भेजा गया है, इस प्रकार शासन से निर्माणाधीन कार्यों को पूर्ण करने तथा कार्मिकों के मानदेय के लिए कुल 25 करोड़ धनराशि की अनुपूरक बजट में की गई है। साथ ही विश्वविद्यालय ने यूजीसी मानकों के अनुरूप कार्मिकों के ढ़ांचे का प्रस्ताव भी स्वीकृति हेतु शासन को भेजा है।

बैठक में कुलपति प्रो. ए.के. कर्नाटक, सचिव कृषि एवं कृषि शिक्षा आर मीनाक्षी सुंदरम, डीन बी.पी.नौटियाल, उप वित्त नियंत्रक विमल जुगरान, सहायक निदेशक निर्माण भास्कर रावत, राहुल बिन्जोला सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

डॉ. मशहूर गुलाटी और गुत्थी के किरदार ने हास्य संवादों से दर्शकों को खूब गुदगुदाया, छात्रों को दिये सफलता के मंत्र

0

देहरादून, कपिल शर्मा शो के किरदार गुत्थी और डॉ. मशहूर गुलाटी से लोगों के दिलों पर राज करने वाले मशहूर कॉमेडियन सुनील ग्रोवर ने ग्राफिक एरा हिल विवि में छात्रों को जमकर गुदगुदाया। अपने चुटीले अंदाज और हास्य संवादों से उन्होंने दर्शकों को पेट पकड़कर हंसने को मजबूर कर दिया। हालांकि कुछ देर के लिए सुनील गंभीर भी दिखे। उन्होंने छात्रों से उनकी पढ़ाई और करियर को लेकर बातचीत की व सफलता के मंत्र भी दिए।

विवि के केपी नौटियाल सभागार में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में कॉमेडियन सुनील ग्रोवर ने जमकर मस्ती की। बीच-बीच में गंभीर हो रहे सुनील ने कहा कि किसी चरित्र का अभिनय करने के लिए किस तरह से मेहनत करनी पड़ती है। ग्राफिक एरा के छात्रों से उन्होंने कहा कि पढ़ाई के बाद कॅरियर शुरू करेंगे तो घबराने की जरूरत नहीं है। ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला के साथ बातचीत करते हुए भी उन्होंने शिक्षकों और छात्रों को जमकर गुदगुदाया। कोरोना काल के बाद करीब दो साल बाद खुले विवि के सभागार में एक छात्रा ने सुनील ग्रोवर से सवाल किया कि एक्टर बनने के लिए क्या मुंबई जाना जरूरी है? इस पर सुनील ने कहा कि इस सवाल को पूछने के लिए मैं गलत आदमी हूं। मैं खुद के 15 साल खराब कर चुका हूं। प्लेटफार्म पर कोई मोहताज नहीं। ऐसा जरूरी नहीं है, कि मुंबई से ही शुरू करना है। कई ऐसे हैं जो अन्य शहरों से भी शुरूआत कर चुके हैं। हां मुंबई में फिल्में बनती हैं, इसलिए वहां कुछ मौका मिल जाता है।

छात्रों से बातचीत करते हुए कॉमेडियन सुनील ग्रोवर ने अपने प्रसिद्ध किरदार डॉ. मशहूर गुलाटी की आवाज निकाली तो सभागार सीटियों की आवाज से गूंज उठा। छात्रों की विशेष मांग पर उन्होंने गुलाटी की मिमिक्री भी की।उनके संवादों को सुनकर छात्र काफी देर तक ठहाके लगाते रहे। इस अवसर पर ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला और ग्रुप की वरिष्ठ पदाधिकारी राखी घनशाला ने सुनील ग्रोवर को स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड युनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राकेश शर्मा, कुलपति प्रो. संजय जसोला समेत शिक्षक और छात्र मौजूद रहे।

खरी खरी ( संस्मरण ) : मेरे किसान बौज्यू (पिता जी ) का दोष…?

0

(पूरन चन्द्र काण्डपाल)

र्षों पहले मेरे दिवंगत बौज्यू (पिता जी) से आंगन के आगे खुबानियों से लदे हुए पेड़ का ठेका स्थानीय गाँव के नौसिखिये ठेकेदार ने ले लिया | बैशाख के महीने की गर्मी से खुबानी पेड़ पर ही पकने लगे | ठेकेदार ने बौज्यू से कहा, “दाज्यू खुमानि टोड़ि बेर टोपरियों में धरि दियो, भोव रत्ते उठै ल्ही जूल |” ( भाई साहब खुबानी तोड़ कर टोकरियों में रख देना, कल सुबह उठा ले जाऊँगा |”) ठेकेदार पांच टोकरियाँ भी छोड़ गया | बौज्यू ने उसके कहे मुताबिक खुबानी तोड़कर टोकरियाँ भर दी | दूसरे दिन ठेकेदार नहीं आया |

कई जबाब भिजवाने के बाद ठेकेदार पांचवे दिन आया | तब तक खुबानी पूरी तरह पक चुकी थीं | इस बीच ठेकेदार को पता चला कि भाव गिर गया है और उसे नफ़ा नहीं होगा | उसने पाँचों खुबानी भरी टोकरियों को घर के पास ही खेतों में उड़ेल दिया | आसपास से लोग आये और मुफ्त में खुबानी उठा कर ले गए | बौज्यू के कई चक्कर लगाने के बाद उसने बड़ी मुश्किल से कुछ महीने पश्चात छिरका- छिरका कर (किस्तों में ) भुगतान किया वह भी रुष्ठ होकर | बौज्यू ने तो उसका आदेश माना परन्तु मैं आज तक नहीं समझ पाया कि खुबानियों के पकने और भाव गिरने में मेरे बौज्यू का क्या कसूर था ?

ठीक यही दुर्गति इस समय के कई राज्यों में टमाटर, प्याज और आलू सहित कई नकदी फसलों की हो रही है | सुनने और देखने में आया है कि बम्पर फसल के कारण इन नकदी फसलों के दाम किसान को पचास पैसे प्रति किलो से भी कम मिल रहे हैं | मुनाफा छोड़ो खाद, पानी, मजदूर की मजदूरी भी नहीं मिल रही है किसानों को | बहुत परिश्रम के बाद आई इस बम्पर फसल का किसान को यह ऐसा इनाम मिला कि उसे स्वयं अपने खून-पसीने से उगाई फसल बरबाद करनी पड़ी | उत्तराखंड में भी चौमासी सब्जियों ( टमाटर, गोबी, शिमला मिर्च, फ्रेंच बीन्स आदि ) का किसान को कभी भी उचित मूल्य नहीं मिलता | दो या तीन रुपये प्रति किलो के दर से किसान से खरीदी गई यह नकदी फसल 20 से 25 गुना अधिक दाम पर हल्द्वानी या दिल्ली में बेची जाती है | किसान को लागत मूल्य भी नहीं मिलता | इसी कारण वहाँ पर भी लोगों ने सब्जियां उगाना छोड़ दिया है |

यह सब हमारे नीति- नियंताओं की अदूरदर्शिता का परिणाम है | यदि स्थानीय स्तर पर शीत गोदाम (कोल्ड स्टोरेज ) बने होते तो इनकी बम्पर फसल को कम से कम मूल्य पर अवश्य खरीद लिया जाता | कहने को देश में खाद्य-संस्करण तंत्र भी है परन्तु इन किसानों के किस काम का ? अंत में दुखी होकर किसान आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर होता है जो अनुचित एवं दुखित है | फसल पैदा करने के लिए किसान को भाषण दिया जाता है पर फसल तैयार होने पर उसके पास खरीदने कोई नहीं जाता | मिनिमम सपोर्ट प्राइस से कम दाम पर मजबूर होकर किसान अपना उत्पाद बेचता है । फिर फसल बोते- लगाते समय यह अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता कि फसल कैसी होगी ? फसल बम्पर होगी या उस पर पर प्रकृति की मार तो नहीं पड़ेगी ? आखिर इसमें इन मेहनतकस किसानों का क्या दोष है ? धीरे- धीरे लोग किसान- काश्तकारी क्यों छोड़ रहे हैं ? किसान का बेटा किसानी नहीं करना चाहता । इन प्रश्नों का उत्तर इन लाचार अन्नदाता कृषकों को कौन देगा.. ?

(लेखक 45 वर्षो से साहित्य सृजन में लगे हैं, अखिल भारतीय स्वतंत्र लेखक मंच से जुड़े है और समसामयिक विषयों पर वेबाक लेखन के साथ अब तक उनकी 31 पुस्तकें हिन्दी और कुमाऊंनी में प्रकाशित हो चुकी हैं |)

लालतप्पड़ में 16 वर्षीय इस्लाम को हाथी ने पटका, हुई मौत

0

(महेन्द्र सिंह चौहान)

देहरादून, बड़कोट रेंज अंतर्गत लालतप्पड़ क्षेत्र की गुजरबस्ती में रहने वाले 16 वर्षीय युवक इस्लाम को देर शाम हाथी ने पटक दिया, इस्लाम गुज्जर बीती शाम राशन सामग्री लेकर वापिस घर लौट रहा था, इसी दोरान झाड़ियों से निकल कर हाथी ने उसे पटक दिया | जिससे घटना स्थल पर ही इस्लाम की मौत हो गई | लाल तप्पड़ स्थित गुज्जर बस्ती में 7 परिवार निवास करते हैं, जिनमें से फिलहाल दो परिवार इस बस्ती में निवास कर रहे हैं बाकी पांच परिवार अन्य स्थान पर जाकर निवास कर रहे हैं |

इस्लाम के पिता शफी गुर्जर के चार लड़के है जिनमें से तीसरा लड़का इस्लाम था | बरहाल वन विभाग द्वारा मृतक का पंचनामा भर दिया गया है और राहत अनुदान देने की भी बात वन विभाग द्वारा कही जा रही है, मौजूदा वक्त में वन विभाग द्वारा जारी किए गए पास के आधार पर वन क्षेत्र में गुज्जर परिवार निवास कर रहे हैं, इस प्रकार से हाथियों द्वारा कुचलने की बढ़ती घटनाओं को देखकर वह भयभीत हैं, उनकी मांग है कि सरकार द्वारा उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि आवंटित की जाए जिससे कि वह सुरक्षित निवास कर सकें |

पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे का मामला : विधायकों के समर्थन पत्रों को जलाकर युवा कांग्रेस ने किया विरोध

0

देहरादून, उत्तराखंड युवा कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने पुलिसकर्मियों का ग्रेड पे बढ़ाने को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर भाजपा विधायकों के सरकार को लिखे पत्रों को आग के हवाले किया है। कार्यकर्त्ताओं का कहना है कि इन पत्रों को लिखने का क्या फायदा, जब इन पर अभी तक कोई कार्रवाई ही नहीं हुई है।

संगठन के उपाध्यक्ष संदीप चमोली के नेतृत्व में युकां कार्यकर्त्ताओं ने शुक्रवार एस्लेहाल चौक पर प्रदर्शन किया। चमोली ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी जब मुख्यमंत्री नहीं थे तो उन्होंने खटीमा से विधायक होने के नाते तत्कालीन मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों का ग्रेड पे बढ़ाने की सिफारिश की थी, परंतु जब वह स्वयं मुख्यमंत्री बन गए तो वे इस मामले में देरी कर रहे हैं, जिससे भाजपा व सरकार की कथनी और करनी में अंतर दिख रहा है।

उन्होंने कहा कि धामी के साथ दर्जनों भाजपा विधायकों ने पुलिसकर्मियों के समर्थन में मुख्यमंत्री को लिखे हैं, लेकिन भाजपा सरकार पुलिसकर्मियों की उपेक्षा कर रही है, जिससे उनका मनोबल गिर रहा है। युवा कांग्रेसी मांग करती है कि पुलिस कर्मचारियों का ग्रेड पे तत्काल प्रभाव से 4600 कर दिया जाए, जिससे कि राज्य की कानून व्यवस्था पर कोई प्रभाव न पड़े। इस दौरान प्रदेश महासचिव कमलकांत, जिला अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी, महासचिव जितेंद्र नेगी, प्रदेश प्रवक्ता नवनीत कुकरेती, प्रदेश महासचिव राहुल प्रताप, प्रदेश प्रवक्ता आयुष सेमवाल, प्रदेश सचिव अभय कथूरिया, महासचिव मोहम्मद अकरम, शिवम कुमार आदि मौजूद रहे।

अल्मोड़ा : करबला से ब्राईट कार्नर तक हुआ फूलदार वृक्षों का रोपण

0

अल्मोड़ा, सार्थक और सकारात्मक कार्यो के साथ साथ पर्यावरण की रक्षा को लेकर डा. जे. सी. दुर्गापाल की पहल पर उद्यान सचल दल केन्द्र अल्मोडा व नगर के गणमान्य नागरिकों ने वृक्षारोपण किया | करबला से आरंभ हुआ वृक्षारोपण कार्यक्रम ब्राईट कार्नर में समाप्त हुआ | इस दौरान फूल की भिन्न भिन्न प्रजाति के पौधो का रोपण किया जिसमें कनेर, गुडहल, रात की रानी, बोगन विलिया आदि के पौधे शामिल रहे |

कार्यक्रम में ज्येष्ठ उद्यान निरीक्षक बलवन्त सिंह अधिकारी व प्रभारी सचल दल किशन सिह बिष्ट, भुवन आर्या, रामलाल तथा समाज की ओर से देव भूमि व्यापार मण्डल के अध्यक्ष दिपेश जोशी, मीना जोशी, पन्ना लाल कन्नोजिया, महिला कल्याण संस्था की रीता दुर्गापाल,पुष्पा सती शान्ति शाह, दया कृष्ण काण्डपाल आदि शामिल रहे । इस वृक्षारोपण का उद्देश्य अल्मोडा के प्रवेश द्वार को हरा व फुलवारी से सजाना था | डा. जे. सी. गुर्गापाल ने कहा कि वे कई वर्षो से प्रयास कर रहे है किन्तु सुरक्षा की व्यवस्था ना होने से पौधे नष्ट हो रहे थे | इस बार हमने सेफ गार्ड लगाये है जिससे उनकी सुरक्षा हो पायेगी | डा. दुर्गापाल ने कहा यदि नगर पालिका व कैन्ट बोर्ड इनकी सुरक्षा की तरफ ध्यान दे तो पौधे पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ नगर की शोभा भी बढ़ायेंगे।

राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने किया ऋषिकुल वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण

0

हरिद्वार 14 अगस्त (कुलभूषण ) ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड.19 वैक्सीन सेंटर पर सभी आयु वर्ग के लाभार्थियों को रोजाना वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज  लगायी जा रही है। ष्षानिवार को  राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने वैक्सीन सेन्टर का भ्रमण कर निरीक्षण किया तथा सेन्टर की उत्कृष्ठ व्यवस्थाओं के लिये सेन्टर नोडल अधिकारीध्रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी की पीठ थपथपाकर हौसला अफजाई की तथा सेंटर पर हजारों लाभार्थियों को वैक्सीन डोज लगवाने में सहयोग कर रहे रेडक्रॉस स्वयंसेवकों की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में जो जनसेवा वैक्सीनेशन सेंटर पर कार्य कर रही सम्पूर्ण टीम कर रही है

उसकी तुलना किसी भी सामाजिक कार्य से नहीं की जा सकतीए क्योंकि ऐसी महामारी में जो भी फ्रंट लाइन वर्कर एवं हैल्थ वर्कर कार्य कर रहे हैं ये वास्तव में चुनौतीपूर्ण है। नरेश बंसल ने नोडल अधिकारी  डा0 नरेश चौधरी  को निर्देशित भी किया कि सेन्टर पर लाभार्थियों को सम्भव हो सके तो पैरासिटामोल भी उपलब्ध करायें साथ ही साथ कोविड.19 गाइडलाइन का पालन भी सुनिश्चित कराया जाये। नरेश बंसल ने वैक्सीन सेन्टर भ्रमण के उपरान्त ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के पूर्व छात्र अमर शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा  पर  माल्यार्पण किया साथ ही साथ ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के छात्रध्छात्राओं के साथ राष्ट्रीय तिरंगा फहराते हुए कहा कि आप सभी का सौभाग्य है कि आप सब अमर शहीद जगदीश वत्स के जूनियर छात्र हैं जिन्होंने देश को आजाद कराने में मुख्य भूमिका निभाई और जनपद हरिद्वार नहीं सम्पूर्ण प्रदेश एवं देश को गौरवान्वित किया है

कि आज के दिन राष्ट्रीय तिरंगा फहराते हुए अमर शहीद जगदीश वत्स शहीद हुए और हम सब उनकी आजादी के किस्सों को याद करते हुए सच्ची श्रद्धांजलि देते हैं तथा हम सब का दायित्व है कि उनके किये गये बलिदान से नई पीढी को रूबरू कराते रहें। निरीक्षण के दौरान राज्यसभा सांसद के साथ पूर्व मेयर मनोज गर्गए वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी आशुतोष शर्मा प्रमोद शर्मा आयुष गर्गएविशाल गर्ग आदि  उपस्थित रहे   । वैक्सीन सेंटर पर सहयोग करने वाले स्वयंसेवकों में डा भास्कर मेंहदीरत्ता डा सचिन डा अंकित डा नेहा डा राधा डा श्वेता रावत डा उर्मिला पाण्डेय पूनम विकास देशवाल मोहित सैनी दीपचन्द भट्ट हारून अली दीपक कुमार वैभव तिवारी दीपक मण्डल शायमाए अदिति त्यागी श्वेताए तनु सतेन्द्र सिंह नेगी संतोष कुमार मनीष रावत  राजेश रतूड़ी अंकित कुमार की सराहनीय भूमिका रही ।

गुरुकुल कांगड़ी के 27 छात्रों को मिला रोजगार

0

हरिद्वार 14 अगस्त (कुलभूषण ) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट अधिकारी डा0 राजुल भारद्वाज ने बताया है कि भारत की प्रतिष्ठित कंपनियाँ नेक्टर लाइफ साइंसेज लिमिटेड एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड एवं मैकलियोडस फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने विश्वविद्यालय के एम0एस0सी0 ;कैमेस्ट्री एवं माइक्रोबायोलोजीद्ध तथा बी0फार्मा 2021 बैच के छात्रों को चयनित करने हेतु कैम्पस ड्राइव किया।

प्लेसमेंट सम्बन्धी प्रक्रिया पूर्ण करने के पश्चात् नेक्टर लाइफ साइंसेज कम्पनी ने 10 छात्र अभिजीत सोवन सीए अरूणा चलमए दिग्विजय कश्यपए राम प्रशादए शुभमए भावेश नितिन कुमार रितिक शर्मा एवं सचिन बिष्ट को तथा एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स कम्पनी ने 09 छात्र जिसमें राम प्रसादए शुभम यादवए हर्षित वर्मा अभिषेक चौहानए रितिकए भावेश शुक्लाए अजय कुमारए मोहित कुमार एवं सुमंतु त्यागी को तथा मैकलियोडस फार्मास्यूटिकल्स कम्पनी ने 08 छात्र जिसमें रितिक शर्माए मोहित चन्द्र शुभम यादवए उदयए अर्पित कुमार भावेश शुक्ला चिराग राजपूत एवं एसण्एसण् अरूणाचलम सरवनन को चयनित घोषित किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूप किशोर शास्त्रीए कुलसचिव डॉ० सुनील कुमारए प्रोफेसर इनचार्ज प्रो0 पंकज मदान एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार ने छात्रों के चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें दी हैं।

स्वामी श्रृद्वानंद महाराज ने गांधी को किया था पहली बार महात्मा नाम से सम्बोधित

0

15 अगस्त पर विशेष
स्वतंत्रता के आन्दोलन में अग्रणीय रहा गुरूकुल कांगडी
तीन बार गुरूकुल कांगडी आये थे महात्मा गांधी

हरिद्वार 14 अगस्त (कुलभूषण)  देष के स्वतं़त्रता आन्दोलन में गुरूकुल कांगडी समविष्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जिस समय देष में आजादी के आन्दोलन की लहर चल रही थी उस समय गंगा तट के किनारे शिवालिक पर्वत मालाओ के बीच गंगा के किनारे स्थित गुरूकुल कॉंगड़ी देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग ले रहे।  आन्दोलनकारियो का केन्द्र बिन्दू था।  जिसके चलते प्रायः कई बडे  स्वतंत्रता आन्दोलनकारी समय समय पर गुरूकुल कांगडी में आकर रहते थे गुरूकुल कांगडी विष्वविद्यालय के संस्थापक स्वामी श्रृद्वानंद महाराज ने स्वयं देश की आजादी के आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहा किया था। आजादी के आन्दोलन के समय प्राय सभी प्रमुख बडे क्रान्तिकारियो का गुरूकुल में आना जाना लगा रहता था।

इसके चलते मोहनदास कर्मचंद गांधी गुरूकुल से बहुत प्रभावित हुए तथा वह गुरूकुल कंागडी के संस्थापक स्वामी श्रृद्वानंद महाराज से मिलने गुरूकुल आये गुरूकुल में पहुचने पर पहली बार स्वामी श्रृद्वानंद महाराज ने मोहनदास कर्मचंद गाधी को महात्मा की उपाधि से सम्बोधित किया जो बाद में आजीवन उनकी पहचान बना जिसके चलते वह दुनिया ने  मोहनदास कर्मचंद गाधी को महात्मा गांधी के नाम से जाना ।

अपने जीवन काल में  महात्मा  गांधी तीन बार गुरूकुल आये वही उनका कई बार स्वामी श्रृद्वानंद महाराज से पत्राचार होता रहा। गाधी जी ने गुरूकुल के छात्रों को 1915 में सम्बोधित भी किया था।
जिस समय गांधी जी देष दुनिया में घूमकर आजादी के आन्दोलन को चलाने का काम कर रहे थे। उस समय गुरूकुल के छात्रों ने आपस में धन एकत्रित कर 1500 रूपये की धनाराषि  स्वामी श्रृद्वानंद महाराज के माध्यम से दक्षिण अफ्रीका भेजे थे जो उस समय एक बडी धनराषि थी।

महात्मा गांधी द्वारा लिखंे गये पत्रों को तथा महात्मा गांधी व स्वामी श्रृद्वानंद महाराज के कई दुर्लभ चित्रों का संग्रह आज भी गुरूकुल कंागडी विष्वविद्यालय के संग्रहालय की स्वामी श्रृद्वानंद गैलरी में धरोहर के रूप में संग्रहीत है। जो देष की युवा पीढी को प्रेरणा देने की दिषा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहा कर रहा है।
जिस स्थान पर महात्मा गांधी गुरूकुल में आये थे वह स्थान आज भी नीलधारा गंगा की धारा के समीप चण्डी पर्वत मालाओ के बीच स्थित कांगडी ग्राम के पास गंगा की धारा के पार स्थित है जिसें पुण्य भूमि के नाम से जाना जाता है। जो वर्तमान पीढी के लिए किसी तीर्थ स्थल से कम नही है। जहा पर देश के कितने ही बडे स्वतत्रंता आन्दोलनकारीयो ने आकर उस भूमि को पवित्र किया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल फिर 17 अगस्त को आ रहे हैं दून

0

देहरादून, अगले साल उत्तराखंड़ में विधान सभा चुनाव होने हैं और यहां राजनीतिक पार्टियों की सक्रियता बढ़ती जा रही है। आगामी वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पार्टी नेता दिल्ली मॉडल की तरह उत्तराखंड के विकास की बात कर रहे हैं |

पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री 17 अगस्त को फिर देहरादून आ रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के चुनाव लड़ने की रणनीतियों पर वह चर्चा करेंगे।
केजरीवाला बीते दिनों दून आए तो यहां 300 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा की। इसका फार्मूला भी उन्होंने बताया था। अब दोबारा उनके दून आने का शेड्यूल दिल्ली से भेज दिया गया। यहा शेड्यूल जिला प्रशासन को मिला गया। अपर जिलाधिकारी प्रोटोकॉल गिरीश गुणवंत ने बताया कि शेड्यूल के हिसाब से जरूरत इंतजाम जुटाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि पार्टी की मजबूत को लेकर यहां पार्टी से जुड़े प्रमुख लोगों के साथ वह बैठक कर सकते हैं। दिल्ली में सीएम केजरीवाल के ज्वाइंट सचिव प्रशांत कुमार की ओर से उनके दून आने का शेड्यूल भेजा गया है।