Saturday, May 17, 2025
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भोजनमाताओं ने किया विधान सभा कूच, पुलिस ने रोका तो धरने पर बैठी

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देहरादून, उत्तराखंड की भोजनमाताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा कूच किया। हालांकि, पुलिस ने उन्हें रिस्पना पुल से पहले ही बैरिकेडिंग पर रोक लिया। इस पर भोजनमाताएं वहीं धरने पर बैठ गई हैं। उनका कहना है कि हर माह सिर्फ दो हजार दिए जाते हैं, जिससे गुजारा मुश्किल है।

प्रगतिशील भोजनमाता संगठन की प्रांतीय अध्यक्ष हंसी गर्जोला ने कहा कि भोजनमाताएं 18-19 वर्षों से स्कूलों में खाना बनाने का काम कर रही हैं। इसके अतिरिक्त उनसे साफ-सफाई, बागवानी, चाय-पानी पिलाना, स्कूल बंद करना और खोलने का काम भी लिए जा रहे हैं। उन्हें बीमारी आदि में भी अवकाश नहीं मिलता।

इस काम के बदले उन्हें सिर्फ दो हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। यह पैसा भी सिर्फ ग्यारह माह का ही दिया जा रहा है। यानी सरकार भोजनमाताओं को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दे रही। उस पर ईएसआइ, पीएफ, पेंशन, प्रसूति अवकाश आदि भी नहीं दिया जा रहा। महामंत्री रजनी जोशी ने कहा कि भोजनमाताएं बहुत गरीब परिवार से आती हैं। कई भोजनमाताएं विधवा और परित्यकता हैं। उन पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है |
प्रतिमाह दो हजार रुपये में घर चलाना मुश्किल है। उस पर सरकार भोजनमाताओं को न्यूनतम वेतन देने व स्थायी करने के बजाए निकालने पर आमादा है।भोजनमाताओं के लंबे संघर्ष के बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने उन्हें न निकालने और पांच हजार रुपये मानदेय की बात की थी। पर, उसपर भी अमल नहीं हुआ है। उन्होंने 18 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन, स्थाई नियुक्ति, 26 छात्र पर एक भोजनमाता, ईएसआइ, पीएफ, पेंशन, प्रसूति अवकाश, खाना बनाने का काम गैर सरकारी संगठन को न देने, वेतन व बोनस समय पर देने और उत्पीड़न बंद करने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों में मंजू, शोभा, सुनीता, पूजा देवी, गीता, कृष्णा आदि मौजूद रहीं।

26 अगस्त से प्रदेश भर में करेंगे क्रमिक अनशन

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हरिद्वार 24 अगस्त (कुलभूषण)   चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड का पूर्व घोषित आंदोलन कार्यक्रम के तहत पूरे प्रदेश में जिलाधिकारी और नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से  मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर अपनी मांगों के निस्तारण का अनुरोध किया ।

प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा प्रवक्ता शिवनारायण सिंह जिलामंन्त्री राकेश भँवर प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा  दीपक धवन गुरुकुल के मंत्री आशुतोष गैरोला ऋषिकुल से दिनेश ठाकुर नितिनए अजय कुमार ने  संयुक्त रूप से कहा कि जनपद हरिद्वार में स्कूटर मोटरसाइकिल से समूह के रूप में देवपुरा तिराहे से नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय में आकर अपनी मांगों का ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट हरिद्वार के माध्यम से मुख्यमंत्री को  प्रेषित कियाए  26 अगस्तसे पूरे प्रदेश में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया जाएगा सरकार शासन से अनुरोध है कि हस्तक्षेप कर मांगो का निस्तारण करने का कष्ट करें।

प्रदेश महामंत्री सुनील अधिकारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश पंत संयुक्त सचिव रविन्द्र सिंह प्रांतीय कार्यकारणी सदस्य राजेन्द्र तेश्वर ने कहा कि अगर मांगो का निस्तारण न होने की दशा में कर्मचारियों को आमरण अनशन करने को मजबूर होना पड़ेगा जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व महानिदेशक कुलसचिव का होगा।
रैली और समूह के माध्यम से ज्ञापन देने वालों में दिनेश नोटियाल मुकेश कुमार नितिन दिनेश ठाकुर आशुतोष गैरोला अजय कुमार गुरुप्रसाद गोदियाल त्रिभुवंन पालएविपिन नेगी दिनेश गुसाईं महेश कुमार  मूलचंद चौधरी सुरेशचंद्र  शीशपाल  सचिन इत्यादि ने अपना आक्रोश जताया।

मुख्य सचिव ने लिए सभी जिलाधिकारियों से सुझाव

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देहरादून।  मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं आयुक्तों के साथ बैठक की। मुख्य सचिव द्वारा लगभग 02 सप्ताह पूर्व एक पत्र के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों से विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही परेशानियों एवं उनके निस्तारण के साथ ही आमजन को सहूलियत देने हेतु और क्या किया जा सकता है, इस पर सुझाव मांगे थे। लगभग 03 घन्टे से अधिक चली इस बैठक में सभी जिलाधिकारियों से बहुत से सुझाव प्राप्त हुए।
मुख्य सचिव ने कहा कि जनता की उम्मीदों में खरा उतरने के लिए जनता के बीच जाना होगा। सभी जिलाधिकारी जनता से रूबरू होकर जनता की समस्याओं को हल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को क्षेत्र में दौरा करने का पूर्ण समय मिल सके इसके लिए अधिकारियों द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए सप्ताह में कोई दिन नियत कर लिया जाए।

सभी विभाग तैयार करेंगे ट्रेनिंग मॉड्यूलः मुख्य सचिव
मुख्य सचिव ने कहा कि नये अधिकारियों कर्मचारियों को सिस्टम और उसके कार्यों की उचित जानकारी न होने के अभाव में कार्यों में अनावश्यक विलम्ब होता है। इसको दूर करने के लिए फॉर्मल ट्रेनिंग कराने के साथ ही, विभिन्न श्रेणी के कर्मचारियों का प्रशिक्षण करने हेतु सभी विभाग अपना ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार करेंगे, जिसे पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।

अच्छे प्रोजेक्ट्स को नहीं होने दी जाएगी फंड्स की कमी
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को अच्छे प्रोजेक्ट्स तैयार करने को कहा जिससे आमजन को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके और सुविधाएं प्रदान की जा सकें। निश्चित रूप से ऐसे प्रोजेक्ट्स को किसी प्रकार से धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। यदि आपके पास एक अच्छा प्रोजेक्ट है, परन्तु विशेषज्ञ नहीं हैं तो प्रोजेक्ट की सफलता के लिए विशेषज्ञ भी उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे प्रोजेक्ट्स होते हैं जो बहुत अच्छे होते हैं, परन्तु किसी पुराने नियम जो तत्कालीन परिस्थितियों के अनुरूप सही रहा हो परन्तु आज की परिस्थितियों के लिए अनुपयोगी हो, और उस नियम की वजह से प्रोजेक्ट्स के लिए स्टेट लेवल पॉलिसी में संशोधन की आवश्यकता है तो निश्चित रूप से पॉलिसी में सुधार पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें सॉल्यूशन फाईंडर की भूमिका निभानी है। बहुत सी ऐसी समस्याएं होती हैं जिनका सॉल्यूशन ऑफिस में बैठ कर नहीं निकाला जा सकता, परन्तु उस समस्या का हल उस क्षेत्र के नागरिक को पता होता है, कि उसे कैसे हल किया जा सकता है। क्षेत्र विशेष की समस्याओं के निस्तारण के लिए उस क्षेत्र के लोगों से भी सुझाव लिए जाने चाहिए ताकि उस समस्या का उचित हल निकाला जा सके।

मुख्य सचिव ने जीरो पेंडेंसी पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि पोर्टल बेस्ड मॉनिटरिंग शीघ्र शुरू की जाएगी। इसके लिए सिस्टम डेवेलप किया जा रहा है।
जिलाधिकारियों द्वारा मेडिकल टैक्सी शुरू करने, प्रदेश में कृषि क्षेत्र में अपना सीड सर्टिफिकेशन सिस्टम विकसित करने, जनपदों की विभिन्न विभागों द्वारा तैयार की जाने वाली सड़कों के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किए जाने एवं फील्ड मशीनरी को ज्यादा दुरूस्त करने सहित आमजन को जारी किए जाने वाले सर्टिफिकेट्स की प्रक्रिया को सुगम बनाए जाने जैसे अच्छे सुझाव आए। मुख्य सचिव ने कहा कि इस प्रकार की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी ताकि अच्छे सुझाव प्राप्त हो सकें और हम आमजन को सहूलियत देने में अधिक से अधिक सफल हो सकें। उन्होंने अपने सुझावों पर एक विस्तृत नोट तैयार कर शासन सहित मुख्य सचिव कार्यालय को भेजे जाने की बात भी कही।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, श्री एल. फैनई सहित सभी सचिव एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुक्त गढ़वाल एवं कुमाँऊ सहित सभी जनपदों से जिलाधिकारी उपस्थित थे।

गैस की बढ़ती कीमतों से जनता बेहाल :  सेठी

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हरिद्वार 24 अगस्त (कुलभूषण)  महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में व्यपारियो ने लगातार गैस के दामों में होती बढ़ोतरी पर खड़खड़ी में रोष जताया। जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि लगातार गैस की कीमतें बढ़ती जा रही है जिससे घरेलू बजट बिगड़ रहा है साथ ही बाजारों में खाद्य सामग्री के रेट भी  बढ़ रहे है सिलेंडर के दाम लगातार बड़ा कर जनता को ठगा जा रहा है सरकार जनता को राहत देने की बजाय मुलभुत सामानों के दाम बढ़ाकर जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा ।

सेठी ने कहा किलोकडाउन से पहले ही आमजनमानस हो या व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे है बच्चो के स्कूलों की फीस बिजली पानी के बिल जमा करने के पैसे नही ऐसे में घरेलू सामान के दामों में बढ़ोतरी जनता को रुला रही है जिसका जवाब जनता समय पर देगी विरोध जताने वालो में मुख्य रूप महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चौरसिया नाथीराम सैनी राजेश सुखीजा धर्मपाल प्रजापति योगेश अरोड़ा मनीष धीमान विनोद कुमार दीपक मेहता अरुण शर्मा मनोज कुमार शोभित कुमारआशीष कुमार शिप्पी भसीन उपस्तिथ रहे

कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए बडे राजनीतिक आयोजनों पर लगे रोक : कौशिक

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हरिद्वार 24 अगस्त (कुलभूषण)  भारतीय हिंदू वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमोहन कौशिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए  राजनीतिक पार्टियों के बड़े बड़े आयोजनों पर पाबंदी लगाए जाने की मांग की  है।

चंद्रमोहन कौशिक ने पत्र के माध्यम से कहा कि भारतीय विशेषज्ञों के अनुसार भारत में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर भारत की जनता खासकर; बच्चों द्ध के लिए अत्यधिक खतरनाक एवं घातक साबित हो सकती है! उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को दूसरी लहर के घातक परिणामों से सबक लेते हुए कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को एक चेतावनी के रूप में स्वीकार करते हुए जनता की सुरक्षा किया जाना  अत्यंत आवश्यक है ।

उन्होंने कहा कि 2022 में विभिन्न राज्यों में होने वाले चुनावों के मद्देनजर अभी से राजनीतिक पार्टियों के बड़े बड़े आयोजन प्रारंभ हो गए हैं जिससे जनता के बीच कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा अत्यधिक बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए कोरोना महामारी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार को चुनाव संबंधित प्रदेशों में राजनीतिक पार्टियों द्वारा  किए  जा रहे चुनावी अभियान के बड़े बड़े राजनीतिक आयोजनों पर तत्काल पाबंदी लगाई जानी चाहिए।

रुद्रप्रयाग : तल्लानागपुर क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के सामने रखी समस्याएं

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देहरादून, तल्लानागपुर क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर क्षेत्र के भाजपा सतेराखाल-चोपता मंडल के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से भेंट की।

पूर्व विधायक शैला रानी रावत व मंडल अध्यक्ष गम्भीर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को तल्लानागपुर क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया।

तल्लानागपुर में राजकीय महाविद्यालय की स्थापना, पॉलिटेक्निक भवन निर्माण, अस्पताल निर्माण व अन्य समस्याओं के साथ ही विभिन्न सड़कों से सम्बंधित मामलों को सीएम के सामने रखा।
शैला रानी रावत ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड का चहुमुखी विकास किया जा रहा है। जिसका लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि वे केदारनाथ विधानसभा के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। और समय समय पर क्षेत्र के मुद्दों को लेकर प्रयास किया जा रहा है। और

मंडल अध्यक्ष गंभीर सिंह बिष्ट ने कहा कि तल्लानागपुर क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिये हरसंभव प्रयास किया जायेगा। क्षेत्र से जुड़े विषयों के लिये सभी भाजपा कार्यकर्ता संकल्पित हैं।

शिष्टमंडल में पूर्व विधायक शैला रानी रावत, नगर पंचायत केदारनाथ सलाहकार समिति अध्यक्ष देव प्रकाश सेमवाल, सतेराखाल भाजपा मंडल अध्यक्ष गम्भीर सिंह बिष्ट, भाजपा नेता पंकज भट्ट, पूर्व मंडल अध्यक्ष सचेँद्र सिंह रावत, जिला सह मीडिया प्रभारी बुद्धिबल्लभ थपलियाल, प्रधान संघ अगस्त्यमुनि की पूर्व अध्यक्ष राजेश्वरी थपलियाल आदि मौजूद थे।

अफगानिस्तान पर 26 को सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

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नई दिल्ली, अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात के बीच सरकार ने 26 अगस्त को सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया है। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय को विभिन्न दलों को अफगानिस्तान से जुड़े घटनाक्रमों की जानकारी देने का निर्देश दिया। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर विभिन्न दलों के नेताओं को अफगानिस्तान से जुड़े घटनाक्रमों से अवगत कराएंगे। इस दौरान सरकार अफगानिस्तान मेंं निवेश, तालिबान सरकार को मान्यता सहित अन्य मुद्दों पर अपना पक्ष रखेगी।

सर्वदलीय बैठक के संबंध में विदेश मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने ट्वीट केमाध्यम से अलग-अलग जानकारी दी। जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम को देखते हुए पीएम मोदी ने विदेश मंत्रालय को राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को जानकारी देने का निर्देश दिया है। इसके तत्काल बाद जोशी ने बताया कि बैठक बृहस्पतिवार को पूर्वाहन 11 बजे होगी। इस बैठक में विदेश मंत्री विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देंगे।

विपक्ष स्थिति स्पष्टï करने की कर रहा था मांग
अफगानिस्तान में तालिबान के वर्चस्व के बाद से ही विपक्ष सरकार से लगातार स्थिति स्पष्टï करने की मांग कर रहा था। गौरतलब है कि भारत ने अब तक तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है। इसके अलावा अफगानिस्तान पर व्यापक निवेश किया है। सरकार ने अब तक तालिबान शासन के संबंध में कोई बयान नहीं दिया है।

फिलहाल बचाव कार्य पर सरकार की नजर
अफगानिस्तान को ले कर सरकार देखो और इंतजार करो की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। अब तक पाकिस्तान को छोड़ कर किसी भी देश ने तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है। इस समय सरकार का सारा ध्यान वहां फंसे अपने नागरिकों के साथ अल्पसंख्यक सिख समुदाय के लोगों को बाहर निकालने की है। भारत को प्रतिदिन दो फ्लाइटों के परिचालन की अनुमति मिली है। इसके तहत अब तक 500 लोगों को स्वदेश लाया गया है।

जाति जनगणना पर बिहार की सियासत में सबके अपने अपने दांव

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0-ओबीसी में खोया आधार हासिल करना चाहता है राजद
0-सामाजिक न्याय के मोर्चे पर राजद को बढ़त नहीं लेने देना चाहता जदयू
0-अगड़ों के इतर बने आधार को गंवाना नहीं चाहती भाजपा
नई दिल्ली, । जातिगत जनगणना के सवाल पर बिहार में एक दूसरे की धुर विरोधी पार्टियां एक मंच पर हैं। नीतीश की अगुवाई में दस दलों के प्रतिनिधिमंडल की पीएम से मुलाकात के पूर्व राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने भी इस मांग के प्रति पार्टी की प्रतिबद्घता जता दी। दरअसल सामाजिक न्याय की राजनीति के मामले में सबसे संवेदनशील इस राज्य में जाति जनगणना के बहाने सभी दल अलग-अलग सियासी दांव आजमा रहे हैं।
दरअसल बीते डेढ़ दशकोंं में राजद का आधार यादव और मुसलमानों तक सीमित रह गया है। राजद अब इसी बहाने ओबीसी में शामिल अन्य जातियों में अपना खोया आधार फिर से पाना चाहता है। यही कारण है कि राजद इस मुद्दे पर लगातार मुखर है। राजद इस मामले में कोई मौका नहीं गंवाना चाहता। उसे लगता है कि सामाजिक न्याय से जुड़े इस अहम मुद्दे पर मुखरता के जरिए ओबीसी में यादव के इतर जातियों में उसका पुराना प्रभाव कायम हो सकता है।
दूसरी ओर नीतीश राजद के इस सियासी दांव को समझ  रहे हैं। वह नहीं चाहते कि सामाजिक न्याय के मोर्चे पर राजद को जदयू पर बढ़त मिले। यही कारण है कि जाति जनगणना के मुद्दे ने जब भी तूल पकड़ा, नीतीश ने उसे अपने हक में करने की कोशिश की। दो बार बिहार विधानसभा से इसके पक्ष में सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित कराया। सिर्फ इसलिए कि इस मामले में राजद को बढ़त न मिल जाए।

क्यों समर्थन में आई भाजपा
पीएम से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता जनक राम भी शामिल थे। इस मुलाकात के पहले सुशील मोदी ने जाति जनगणना का समर्थन किया। दरअसल भाजपा लंबे संघर्ष के बाद दलितों और अति पिछड़ी जातियों में पैठ बना पाई है। उसे पता है कि इस मुद्दे पर ढुलमुल रवैया अपनाने से उस पर फिर से अगड़ी जाति की पार्टी का ठप्पा लग जाएगा। यही कारण है कि भाजपा ने विधानसभा में इससे संबंधित प्रस्ताव का दोनों बार समर्थन किया।

बिहार में सामाजिक न्याय अब भी अहम
सभी दलों को पता है कि बिहार की सियासी जमीन सामाजिक न्याय की राजनीति के लिए अभी भी बेहद उपजाऊ है। राज्य ने दो अहम अवसरों पर इस आशय का संदेश दिया है। नब्बे के दशक में मंडल आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद जहां दूसरे राज्यों में हिंदुत्व की राजनीति को मजबूती मिली, वहीं बिहार में सामाजिक न्याय की राजनीति का डंका बजा। इसके बाद साल 2017 के विधानसभा चुनाव में संघ प्रमुख मोहन भागवत का आरक्षण की समीक्षा संबंधी बयान ने जहां लालू-नीतीश की जोड़ी को प्रचंड जीत दिलाई, वहीं भाजपा को बुरी हाल झेलनी पड़ी।

राज्य में अगड़े महज प्रतीकात्मक
संख्याबल की दृष्टिï से देखें तो राज्य में अगड़े वर्ग की उपस्थिति महज प्रतीकात्मक है। राज्य में जहां ओबीसी की आबादी पचास फीसदी से ज्यादा है, वहीं अगड़ों की आबादी 12 फीसदी से भी कम है। यही कारण है कि जाति जनगणना के सवाल पर जहां उत्तर प्रदेश भाजपा के लिए ऊहापोह का कारण बनता है वहीं बिहार भाजपा के लिए मजबूरी बन जाती है।

Truecaller को टक्कर देने आई ये भारतीय App, जानें क्या है इसमें खास

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नईदिल्ली, । कॉलर आईडी ऐप ट्रूकॉलर को टक्कर देने के लिए भारतीय कॉलर आईडी ऐप लॉन्च हो गया है। इस स्वदेशी कॉलर आईडी का नाम भारतकॉलर है। इसे बनाने वाले इंजीनियरों का दावा है कि यह कॉलर आईडी विदेशी और अन्य कॉलर आईडी की तरह आपके कॉल लॉग्स, कॉन्टैक्ट्स या संदेशों को अपने सर्वर पर अपलोड नहीं करता। न ही इसके कर्मचारियों के पास आपके फोन नंबर्स का डेटाबेस एक्सेस करने का अधिकार है। इस एप के निर्माता का यह कहना है कि वे ट्रूकॉलर से कुछ मामलों में आगे हैं और यह एप भारतीयों को ट्रूकॉलर से बेहतर लगेगी।

इस ऐप को भारत के ही कुछ इंजीनियरों ने बनाया है। आईआईएम बैंगलोर के पूर्व छात्र और इस एप की निर्माता टीम के प्रमुख सदस्य, प्रज्ज्वल सिन्हा यह कहते हैं कि यह एप भारत में ट्रूकॉलर का विकल्प बन सकता है और यह पूरी तरह सुरक्षित है। प्रज्ज्वल कहते हैं कि कुछ समय पहले भारतीय सेना ने भारत में ट्रूकॉलर को बैन कर दिया था। इस समय प्रज्ज्वल और उनके मित्र को यह सूझा कि भारत की कोई अपनी कॉलर आइडी एप नहीं है और होनी चाहिए। तभी उन्होंने इस एप को बनाने का फैसला किया।

प्रज्ज्वल बताते हैं कि तीन महीने की रिसर्च के बाद, दिसंबर 2020 में इस एप पर काम शुरू हुआ और इसे पूरी तरह तैयार होने में छह महीने का समय लग गया। ट्रायल्स के सफल होने के बाद इस एप के पहले वर्जन को लॉन्च किया गया, जो करीब 1 करोड़ यूजर्स के उपयोग करने के लायक है। भारतकॉलर के निर्माता कहते हैं कि अभी भी वह अपनी एप को वहां नहीं पहुंचा पाए हैं जहां यह एप अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ऐसी दूसरी एप्स से मुकाबला कर सके। अपडेट्स की प्रक्रिया चल रही है और एआई आधारित ऐल्गोरिद्म में सुधार किए जा रहे हैं। वह कहते हैं कि अभी उन्हें काफी काम और करना है।

यह एप बाकी एप्स से इस तरह भिन्न है कि यह अपने यूजरस के कॉन्टैक्ट्स और कॉल लॉग्स को अपने सर्वर पर सेव नहीं करता जिससे यूजर्स की निजता पर कोई प्रभाव न पड़े। साथ ही, इस एप का सर डाटा इन्क्रिप्टेड फॉर्मैट में स्टोर किया जाता है और इसका सर्वर भारत के बाहर कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता है। इसलिए भारतकॉलर एप पूरी तरह से सुरक्षित और यूजर-फ्रेंडली है। भारतकॉलर को विभिन्न भारतीय भाषाओं में लॉन्च किया गया है, जैसे अंग्रेजी, हिन्दी, तमिल, गुजराती, बांग्ला, मराठी आदि। इसके पीछे का कारण है एप को समावेशी यानी इन्क्लूसिव बनाना जिससे हर भारतीय अपने सुख और अपनी पसंद से भाषा चुन सके और उस भाषा में एप को इस्तेमाल कर सके।  इस एप को एंड्रॉयड और आईओएस का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स, सभी डाउनलोड कर सकते हैं।

वनवेब ने 34 और उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण की घोषणा की

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नईदिल्ली,। भारती समूह द्वारा समर्थित निम्न कक्षा (एलईओ) उपग्रह संचार कंपनी वनवेब ने सोमवार को कहा कि उसने दक्षिणी कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से एरियनस्पेस द्वारा 34 उपग्रहों को प्रक्षेपित किया है।
इसके साथ ही कंपनी अब तक कुल 288 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित कर चुकी है। वनवेब ने कहा कि वह इस साल सेवा शुरू करने और 2022 में वैश्विक सेवा देने की राह पर है।
कंपनी वाणिज्यिक सेवा शुरू करने और वैश्विक सेवा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, और ताजा कदम इस व्यावसायिक तैयारी को दर्शाता है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ”भारती समर्थित निम्न पृथ्वी कक्षा (एलईओ) उपग्रह संचार कंपनी वनवेब ने आज दक्षिणी कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से एरियनस्पेस द्वारा 34 उपग्रहों के प्रक्षेपण की पुष्टि की।ÓÓ
ये उपग्रह वनवेब के 648 एलईओ उपग्रह बेड़े का हिस्सा होंगे, जिसका उद्देश्य उच्च गति वाली वैश्विक कनेक्टिविटी मुहैया कराना है।