हरिद्वार 3 अप्रैल (कुलभूषण) पतंजलि विश्वविद्यालय में मानस गुरुकुल विषय पर आयोजित रामकथा का शुभारंभ हनुमान चालिसा से हुआ। कार्यक्रम में मोरारी बापू ने कहा कि रामनाम सरल तो है किन्तु यह महामंत्र है बीजमंत्र है। कलियुग में रामनाम संकीर्तन सबसे श्रेष्ठ है। मानस गुरुकुल विषय के क्रम में पूज्य मोरारी बापू ने गुरु गुरुकुलए गुरु.शिष्य परंपरा की महत्ता को बताया।
बापू ने बताया कि रामचरित मानस में गुरुकुल कोई शब्द ही नहीं हैए वहाँ गुरु गृह का उल्लेख है। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों से पढ़ने आए पतंजलि गुरुकुलम् व पतंजलि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कि आप यहाँ इस मानसिकता से आएँ कि गुरु के गृह आ रहे हैं। गुरुः गृह और गुरुगृह में मौलिक अन्तर है। गुरुः गृह सांसारियों का घर है जिसमें भोग की प्रधानता रहती है वहीं गुरुगृह संन्यासियों का घर है जहाँ योग की प्रधानता होती है। संसारियों के घर में किसी न किसी मुद्दे पर संघर्ष की स्थिति रहती है। गुरुगृह में शान्तिए प्रसन्नता व समर्पण की प्रधानता रहती है। संसारियों के घर में रिश्ते.नाते आदि सम्बंध होते हैं और सम्बंध में बंधन रहता है वहीं गुरुगृह एक आध्यात्मिक सम्बंध प्रदान करता है जिसमें निश्चित दूरी रहती है स्वतंत्रता रहती है।
इस अवसर पर स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि रामकथा का यह पावन अनुष्ठान और चैत्र नवरात्र में एक समर्थ गुरु का आश्रय परम सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि गुरु सत्ता व प्रभु सत्ता के साथ हमारी एकात्मता के स्वर हमारे वेदों ने गाए हैं। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायण रामचरित मानस श्रीमद्भगवदगीता आदि अभी तक जितने भी कालजयी ग्रन्थ लिखे गए हैं ये मात्र किसी एक व्यक्ति का पुरुषार्थ नहीं हो सकता। इसके पीछे पूरी समष्टि में भगवान का विधान कार्य कर रहा है। उस विधान के अनुरूप युगधर्म के अनुरूप बापू जैसे समर्थ गुरु हमारे साथ हैं यह पतंजलि योगपीठ ही नहीं पूरे भारत का सौभाग्य है।
इस मौके पर आचार्य बालकृष्ण उत्तराखण्ड कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावतए उनकी धर्मपत्नि दीपा रावत व पुत्र साध्वी आचार्या देवप्रिया प्रोण् महावीर अग्रवालए ललित मोहन व शशी मोहन विश्वविद्यालय के अधिकारीए शिक्षकगणए कर्मचारी तथा छात्र. छात्राओंए पतंजलि संन्यासाश्रम के संन्यासी भाई व साध्वी बहनों व विभिन्न प्रांतों से पधारे हजारों श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण का लाभ लिया।
कलियुग में रामनाम संकीर्तन सबसे श्रेष्ठ: मोरारी बापू
सौम्या ने किया परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त
हरिद्वार 3 अप्रैल (कुलभूषण) दि आर्यन एकेडमी ज्वालापुर की छात्रा सौम्या एवं सुरभी ने कक्षा सात में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त कर परीक्षा में सफलता प्राप्त की इस मौके पर एकेडमी की प्राचार्या शालिनी त्यागी नगर निगम पार्षद नागेन्द्र राणा पूर्व मेयर हरिद्वार मनोज गर्ग ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की विदित हो की दोनों जुड़वा बहने शुरू से ही पढ़ाई में गहन रुचि रखने के चलते सर्वोच्च प्रदर्शन शिक्षा के क्षेत्र में कर रही है। बच्चियों के पिता संजय कुमार गुरुकुल कांगडी सम विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं
राख हो रहे जंगल: थलासू गाँव के जंगलों में लगी आग, सैकड़ों हेक्टेयर जंगल वनाग्नि की भेंट चढ़े
(गौरव वशिष्ठ)
रुद्रप्रयाग, प्रदेश में गर्मी का तापमान धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है, बढ़ते तापमान के साथ वन विभाग की भी परेशानियां बढ़ने लग गयी, क्योंकि इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों के जंगलों में आग लगने की घटनायें बढ़ जाती है, रविवार दोपहर में रुद्रप्रयाग जिले के थलासू गाँव के जंगलों में आग लग गयी, जिसकी चपेट मेी सैकड़ों हेक्टेयर जंगल वनाग्नि की भेंट चढ़ रहे हैं। क्षेत्रीय गाँव के जंगल अभी भी भीषण आग की चपेट में हैं, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को भी इससे काफी नुकसान हो रहा है. वहीं जंगलों में रहने वाले पशु पक्षी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं | हरे भरे रहने वाले थलासू गाँव के जंगल इन दिनों बुरी तरह से जल रहे हैं | थलासू गाँव के जंगलों में लगी आग के कारण क्षेत्र चारों ओर सिर्फ धुंआ ही धुंआ है | वन प्रशासन को शीघ्र आग पर काबु करने की कार्रवाही करनी चाहिये ताकि वनाग्नि के विकराल होते स्वरूप को रोका जा सके, क्षेत्रीय लोग जल्द से आग बुझाने में प्रशासन की मदद के लिये गुहार लगा रहे हैं |
कार और बाइक की भिडन्त, दोनों वाहनों में लगी आग, एक की मौत, एक गंभीर घायल
देहरादून, जनपद के सेलाकुंई बाजार में एक पेट्रोल पंप के पास सहसपुर की तरफ से तेज गति से आ रही बाइक ने कार को टक्कर मार दी। टक्कर के कारण दोनों वाहनों में आग लग गई। वहीं, बाइक सवार गंभीर सवार छत्तीसगढ़ निवासी दोनों छात्रों को निजी वाहन से सुभारती अस्पताल ले जाया गया, जिसमें से संजय श्रीवास्तव पुत्र शेखर श्रीवास्तव निवासी कोंडा छत्तीसगढ़ की मौत हो गई। जबकि रेफर के बाद प्रियांशु जायसवाल पुत्र मनोज जायसवाल निवासी वैकुंड पुर छत्तीसगढ़ का इलाज सिनर्जी में चल रहा है। दोनों डीबीएस कालेज सेलाकुंई में बीबीए द्वितीय वर्ष के छात्र थे।
टक्करलगने के कारण बाइक में आग लग गई थी जिस कारण बाइक और कार दोनों जल गए। मौके पर फायर सर्विस को बुलाकर आग बुझा दी गई।
कोटद्वार के विकास का रोडमैप तैयार करें अधिकारी, लंबित योजनाएं समयबद्ध तरीके से पूर्ण की जाय : ऋतु खंडूड़ी
कोटद्वार, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी ने विभागीय अधिकारियों से कोटद्वार के विकास का रोडमैप तैयार कर लंबित योजनाओं को बेहतर गुणवत्ता व समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क, सीवर व्यवस्थाओं का दुरुस्त होना आवश्यक है। उन्होंने क्षेत्र की टूटी सड़कों की मरम्मत करने व घर-घर तक पेयजल आपूर्ति एवं विद्युत व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिए। कहा कि क्षेत्र के विकास में किसी भी जरूरी योजना के लिए विभाग के अधिकारियों की पूरी मदद की जाएगी। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं को स्वीकृत कराए जाने को लेकर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता, शहरी विकास के सचिव व सिचाई विभाग के प्रमुख अभियंता से दूरभाष पर वार्ता भी की। विधानसभा अध्यक्ष ने नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी को अतिक्रमण के मुद्दे पर आमजन को बेवजह परेशान न करने के भी निर्देश दिए। कहा कि पंद्रह दिनों के भीतर वे पुन: अधिकारियों की बैठक लेंगी व विकास के रोडमैप पर चर्चा करेंगी |
इस अवसर पर सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अजय कुमार, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता संतोष कुमार उपाध्याय, यूपीसीएल के अधिशासी अभियंता मोहित डबराल, सिचाई विभाग के सहायक अभियंता केके राय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कोटद्वार पहुंची ॠतु खंडूड़ी, हुआ भव्य स्वागत
कोटद्वार, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं ने भाजपा की डबल इंजन की अहमियत को समझा है। 70 विधानसभाओं में 38 सीटों पर सबसे अधिक महिलाओं ने मतदान किया। कोटद्वार विधानसभा में भी पुरुषों के मुकाबले पांच हजार महिलाओं ने अधिक अपने मत का प्रयोग किया। उन्होंने पांच वर्षो में कोटद्वार को विकास की नई पहचान देने का आश्वासन दिया है। विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कोटद्वार पहुंची विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण का भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने भव्य स्वागत किया। कार्यकत्र्ताओं ने कौड़िया चेक पोस्ट से नजीबाबाद रोड, झंडाचौक, बदरीनाथ मार्ग से होते हुए निगम के प्रेक्षागृह तक रैली निकाली। प्रेक्षागृह में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि टिकट फाइनल होने के बाद चौदह दिन में कोटद्वार की जनता ने उन पर अपना भरोसा जताया। जब वह चुनाव लड़ने के लिए कोटद्वार पहुंची थी तो कइयों ने कहा कि कोटद्वार में आपकी जमानत जब्त हो जाएगी। लेकिन, जब वह धरातल पर पहुंची तो कोटद्वार की जनता ने उन्हें हाथों-हाथ रखा और जनता का प्रेम देख उनके मन में कभी हार जैसा शब्द नहीं आया। ॠतु ने कहा कि श्री सिद्धबली बाबा के आशीर्वाद से ही उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का पद मिला है। कहा कि अगले कुछ वर्षो में ही क्षेत्र की जनता को नया कोटद्वार देखने को मिलेगा। उनका मुख्य उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार को बेहतर बनाना है। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष संपत रावत, जिला कोषाध्यक्ष गोविंद लड्ढा, कृषि मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोटनाला, भाबर मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन जसोला, महामंत्री गौरव जोशी, पूनम खंतवाल, राजगौरव नौटियाल, वीरेंद्र रावत, अनीता आर्य, मानेश्वरी बिष्ट आदि मौजूद रहे।
दून लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरा दिन : साहित्य प्रेमियों के लिए रहा रोमांचक, प्रसिद्ध पैनलिस्टों के सत्र किये गये आयोजित
देहरादून, दून लिटरेचर फेस्टिवल के चौथा संस्करण दून इंटरनेशनल स्कूल, रिवरसाइड कैंपस में आयोजित किया गया। फेस्टिवल के दूसरे दिन के दौरान इम्तिआज़ अली, प्रह्लाद कक्कड़, पीयूष पांडे, जोनथन गिल हैरिस सहित कई अन्य प्रसिद्ध पैनलिस्टों के सत्र आयोजित किये गए।
लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण इम्तिआज़ अली का एक दिलचस्प सत्र रहा। सत्र के दौरान इम्तिआज़ ने ऋचा अनिरुद्ध के साथ बातचीत करी। इस मौके पर इम्तिआज़ अली, समरांत विरमानी, वरुण गुप्ता, सुदीप मुख़र्जी द्वारा म्यूजिकल फिल्म श्जीना अभी बाकी हैश् की स्क्रीनिंग हुई। दर्शकों को संबोधित करते हुए इम्तिआज़ ने कहा, ष्जब मैं जमशेदपुर में था, तो मुझे ज्यादा इंटरनेशनल लगता था लेकिन आज जब मैं मुंबई में हूँ और काफी जगह घूम रहा हूं तो मुझे एहसास होता है की में एक छोटे शहर से हूँ। हम जैसे छोटे शहरों से आने वाले लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं। हमारी ज़रूरतें ज्यादा होती है और इसी वजह से हम सपने बड़े देखते हैं। हमें ऐसे लोगों से मिलने का मौका मिलता है जिनसे हम परिचित नहीं हैं। और जितने अधिक लोगों से आप मिलते हैं और जितनी अधिक जगहें आप घूमते हैं, आप उतने ही तजूर्बित होते जाते हैं।
आगे बताते हुए इम्तिआज़ ने साझा किया, ष्मैं क्लास में चुपचाप बैठा रहता था और अपने शिक्षकों का चेहरा देखता रहता था, और पढाई में बिलकुल मन नहीं लगा पाता था। मैं 9वीं कक्षा में फेल हो गया था और फेल होने के बाद, मुझे स्कूल जाते समय शर्मिंदगी होती थी। मैं 4 दिनों तक स्कूल के गेट के बाहर खड़ा रहा था। 9वी कक्षा की इस असफलता ने मेरे दिमाग को खोल दिया। आखिरकार मैंने उन विषयों में महारत हासिल कर ली, जिनसे मैं पहले डरता था जैसे की भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित। मेरी ज़िन्दगी का एक और मानना है कि अगर कभी मेरे साथ कुछ बुरा या नकारात्मक होता है तो मैं आमतौर पर निराश नहीं होता। ऐसा इसलिए है क्योंकि मुझे पता होता है कि अंत में मैं निश्चित रूप से इससे कुछ अच्छा ही हासिल करूंगा। दिन के दौरान एक और दिलचस्प सत्र चेंजिंग फेस ऑफ़ एडवरटाइजिंगश् का आयोजन किया गया जिसमें पीयूष पांडे और प्रह्लाद कक्कड़ ने काफी दिलचस्प बातों से मौजूद सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अपनी नई किताब ओपन हाउस के बारे में बात करते हुए, पीयूष पांडे ने कहा, यह किताब उन हजारों सवालों का जवाब है जो मुझसे हर उस जगह पर पूछे जाते थे जहां मैं जाता था, चाहे वह स्कूल हो या हवाई अड्डे हों। लेकिन उन पलों में उत्तर देना मुश्किल था। यह पुस्तक नई पीढ़ियों को इस तरह से प्रेरित करने का एक प्रयास है कि कुछ भी असंभव नहीं है यदि आप अपनी आंखें और कान खुले रखें और अपने दिल की आवाज़ सुनें।
विज्ञापन में लिंग विविधता पर टिप्पणी करते हुए, प्रह्लाद कक्कड़ ने कहा, ष्विज्ञापन एकमात्र ऐसा पेशा रहा है जहां महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक सैलरी दी जाती है। महिलाओं में प्राकृतिक सौंदर्यशास्त्र होता है और वे मल्टीटास्किंग में भी अच्छी होती हैं। दूसरी ओर, पुरुषों में अहंकार की बहुत बड़ी समस्याएं होती है।
कार्यक्रम की शुरुआत श्एवरीबडी हैस अ मिथ टू टेलश् शीर्षक एक सत्र से हुई जिसमें अक्षत गुप्ता और मिनी भारद्वाज मृगंक पांडे के साथ बातचीत में थे। अक्षत गुप्ता ने पांच फिल्म स्क्रिप्ट लिखी हैं और पुस्तक श्द हिडन हिंदूश् के लेखक हैं। सत्र के दौरान, अक्षत ने कहा, ष्मैंने अपनी किताब का नाम श्द हिडन हिंदूश्, एक हिंदू के पीछे रखा जो हजारों सालों से हमारे बीच छिपा था और जिसने खुद रामायण और महाभारत को देखा है। मेरे लिए इस पुस्तक को लिखना एक जीवन भर का अनुभव था और इससे कुछ भी मेल नहीं खाएगा क्यूंकि ये मैंने तब लिखना शुरू कर दिया था जब मुझे मेरे जीवन में सब ख़तम होता नज़र आ रहा था। इस पुस्तक और इस कहानी के विचार ने मुझे मेरे जीवन के सबसे बुरे दौर से बाहर निकाला है।ष्
इसके बाद आरती सुनावाला, अंजना बसु और नयनिका महतानी के बीच श्स्टोरीज आर द ब्रिज टू आर्ट एंड कल्चरश् पर एक सत्र आयोजित किया गया। सत्र का संचालन चेतन वोहरा द्वारा किया गया। डीएलएफ के दूसरे दिन हिंदी साहित्य पर कई सत्र आयोजित हुए। पहला सत्र प्रसिद्ध लेखक मदन शर्मा द्वारा श्उन दिनों और चांद मुलकातेश् शीर्षक से आयोजित किया गया, जिसमें वे दिनेश चंद्र जोशी के साथ बातचीत में रहे। बाद में श्चकरी चतुरंगश् पर एक सत्र आयोजित किया गया जिसमें ललित मोहन रायल के साथ मनोज पांडे ने वार्तालाब करी।
इस अवसर पर रणवीर सिंह चौहान की किताब श्कुछ कहना था तुमसेश् का विमोचन भी किया गया। रणवीर सिंह चौहान, संजय अभिज्ञान और डॉ कृष्ण अवतार के बीच एक सत्र भी आयोजित किया गया जिसे अतुल पुंडीर द्वारा संचालित किया गया। सत्र में रणवीर ने कहा, ष्कविता या नज़्म कुछ सोच कर नहीं लिखी जाती, बल्कि जिस वक्त जो घटना घटती है, भाव एवं शब्द अपने आप जाते हैं, माध्यम आ जाते हैं और चीजों को देखने की दृष्टि पैदा हो जाती है। लेखक जितेन ठाकुर, संजीव जैन, श्रीकांत शर्मा, सुभाष पंत और डॉ राजेश पाल के साथ हिंदी साहित्य को समर्पित अन्य सत्र आयोजित किए गए।
इसके बाद, करियर के प्रति उत्साही लोगों के लिए श्कैरियर्स ऑफ़ द फ्यूचरश् नामक एक दिलचस्प सत्र आयोजित किया गया जिसमें ऋचा द्विवेदी, वासु एडा, अंकित गुप्ता और राहुल नार्वेकर ने दर्शकों से काफी दिलचस्प बातें साझा करी। सत्र का संचालन स्वरलीन कौर द्वारा किया गया। सत्र के दौरान अंकित ने फ्यूचर ट्रेंडिंग करियर ऑप्शंस के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ष्सफल करियर वह है जहां कोई एक अद्वितीय प्रतिभा खोजने में सक्षम हो, और समझ सके कि वह इस प्रतिभा के साथ समाज में कैसे योगदान दे सकता है। प्रौद्योगिकी ने ज्ञान तक पहुंच के लिए क्षेत्र को समतल किया है और वह ज्ञान से जुड़े सभी उपकरण प्रदान भी करता। ऐसे करियर जो अधिक तकनीकी रूप से इच्छुक हैं जैसे कि यूटूबेर इन्फ्लुएंसर आदि करियर में ट्रेंडिंग विकल्प हैं।
इसके बाद सत्र श्ऑन द ट्रेल ऑफ बुद्धा एंड लैंड ऑफ गॉड्सश् आयोजित किया गया जिसमें दीपांकर अरोन और अर्जुन कादियान पैनेलिस्ट के रूप में उपस्थित रहे। सत्र का संचालन अनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मसाला शेक्सपियरश् शीर्षक से एक दिलचस्प सत्र आयोजित किया गया जिसमें जोनथन गिल हैरिस ने सिद्धार्थ जैन के साथ बातचीत में रहे। कार्यक्रम का संचालन योगेश कुमार द्वारा किया गया। जोनाथन ने कहा, ष्मुझे लगता है कि शेक्सपियर का मनोरंजन श्मसालाश् का एक रूप है क्योंकि यह बहुत ही सचेत रूप से एक मिश्रित दर्शक वर्ग है। यदि शेक्सपियर आज जीवित होते, तो वे मसाला सिनेमा के लिए लिख रहे होते, न कि हॉलीवुड या बॉलीवुड के लिए।
इसके बाद, विश्वास परचुरे और आशीष जायसवाल द्वारा श्क्यूरियोसिटी इन द क्लासरूमश् और शिव कुणाल वर्मा, अनिरुद्ध चक्रवर्ती और सना दुरानी द्वारा ष्वैकल्पिक शिक्षाष् पर सत्र आयोजित किए गए। इस अवसर पर बोलते हुए, विश्वास ने कहा, एक बच्चे के पास प्रति घंटे लगभग 106 प्रश्न होते हैं, और अधिकांश समय एक छात्र पूरे वर्ष कभी कोई प्रश्न नहीं पूछता है जिससे उसकी जिज्ञासा खत्म हो जाती है।
दर्शकों को संबोधित करते हुए, शिव कुणाल वर्मा ने कहा, ष्छात्र 1962 के युद्ध के बारे में, अपने देश के बारे में जानना चाहते हैं, लेकिन हम उन दर्शकों पर काम नहीं कर रहे हैं। हम कक्षा को शिक्षा के एक बहुत व्यापक स्पेक्ट्रम में तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा मानना है कि हम हमारे बच्चों को वह नहीं दे रहे हैं जो उन्हें सीखने की जरूरत है। भारतीय सेना के पहले युद्ध-विकलांग अधिकारी मेजर जनरल इयान कार्डाेज़ो के साथ एक सत्र आयोजित किया गया जहाँ उन्होंने रचना बिष्ट के साथ बातचीत करी। सत्र का संचालन गुरवीन चड्ढा द्वारा किया गया। इयान ने अपने सत्र के दौरान कहा, ष्हम में से हर कोई किसी न किसी चीज़ से डरता है। लेकिन सेना में हमें बताया जाता है कि भले ही हमें डर का सामान हर जगह करना पड़ सकता है लेकिन सेना में भर्ती लेकर हमारा काम डर पर विजय प्राप्त करना है। दर एक फैलने वाली बिमारी की तरह होता है। यदि अगर आप डरेंगे, तो आपके नीचे लोग भी डरने लगेंगे।
साइंस इन इंडियाश् नामक एक और सत्र का आयोजन किया गया जिसे हितेश शंकर और सबरीश द्वारा संचालित किया गया। एक और सत्र श्सेक्स, डिज़ायर और कोर्टश् भी आयोजित हुआ जो की सौरभ कृपाल और माधवी मेनन के बीच आयोजित किया गया। द मुस्लिम वेनिशेसश् शीर्षक से एक सत्र आयोजित किया गया जिसमें सईद नकवी, अभिमन्यु कृष्णन के साथ बातचीत में रहे।एक और सत्र इंडिया /2047श् आयोजित किया गया जिसमें किरण कार्णिक, सुभाष गर्ग के साथ बातचीत में रहे। सत्र का संचालन राकेश नांगिया ने किया। उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार (आईपीएस) द्वारा श्ह्यूमन इन खाकी एंड खाकी में इंसानश् पर एक सत्र आयोजित किया। वह अमित लोधा आईपीएस के साथ बातचीत में रहे। कार्यक्रम के दौरान दीपम चटर्जी द्वारा श्द मिलेनियल योगीश् नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। श्ग्रेट स्टोरीज़ हैपन टू दोस हु कैन टेल देमश् पर एक रोमांचक सत्र आयोजित किया गया जिसमें अभिनेत्री और कवित्री प्रिया मलिक ने विशाल चतुर्वेदी के साथ बातचीत करी। देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन के अंत में रचना बिष्ट, एवीएम (सेवानिवृत्त) अर्जुन सुब्रमण्यम, गीता श्री, नमिता सिंह, सिद्धार्थ जैन और डॉ रूबी गुप्ता द्वारा सत्र आयोजित किए गए |
वन विभाग के अधिकारी की गला घोंटकर हत्या, शव उनके निर्माणाधीन मकान में मिला
देहरादून, जनपद के डालनवाला क्षेत्र में एक वन विभाग के अधिकारी की हत्या से सनसनी फैल गयी, मिली जानकारी के मुताबिख उत्तराखंड़ वन विभाग से सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी की गला घोंटकर हत्या कर दी गई और बुजुर्ग का शव उनके निर्माणाधीन मकान में मिला। शव देखकर लग रहा है कि उनकी हत्या करीब दो दिन पहले की गई है। उनका गला बैग के फीते से घोटा गया था, जो गले में ही उलझा हुआ था। बुजुर्ग अपनी पत्नी से अलग रहते थे। बताया जा रहा है कि उनका अपने बड़े भाई से भी विवाद चल रहा था। पुलिस मामले में विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही है। घटना डालनवाला थाना क्षेत्र के करनपुर मुख्य बाजार की है। यहां पर वन विभाग से सेवानिवृत्त सुरेंद्र जायसवाल (67 वर्ष) अपने मकान के ऊपरी तल पर कुछ दुकानें बनवा रहे थे। काफी दिनों से यहां पर निर्माण कार्य चल रहा था। शनिवार को अचानक सुबह के समय निर्माण करने वाला मिस्त्री हरी सिंह निवासी आंबेडकर कॉलोनी, आमवाला तरला करनपुर चौकी पहुंचता है। हरी सिंह ने बताया कि सुरेंद्र जायसवाल के मकान का मुख्य शटर आधा खुला था |
आसपास के लोगों से पूछा तो उन्होंने बताया कि यहां दो दिनों से कोई आ जा नहीं रहा है। एक पड़ोसी ने अंदर झांककर देखा तो जायसवाल निर्माणाधीन हिस्से में अचेत अवस्था में पड़े थे। इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि शव करीब दो दिन पुराना है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
स्थानीय लोगों और पुलिस के मुताबिक सुरेंद्र जायसवाल इस मकान में अकेले रहते थे। वह आसपास के लोगों से भी ज्यादा मतलब नहीं रखते थे। पुलिस के अनुसार उनकी पत्नी 25 सालों से अलग रह रही है। पत्नी के साथ उनकी बेटी भी रहती है। उनसे इस मकान में कोई मिलने जुलने नहीं आता था। यही कारण है कि इस मकान में हुई हलचल का किसी को पता नहीं चला |
सुरेंद जायसवाल के एक बड़े भाई भी हैं जो इसी शहर में रहते हैं। चौकी प्रभारी करनपुर नवनीत भंडारी ने बताया कि उनका अपने भाई से वर्ष 2018-19 में विवाद हुआ था। इसके बाद से वह अपने भाई से नहीं मिले थे। विवाद संपत्ति को लेकर हुआ था। यह सारी बातें मोर्चरी परिसर में पहुंचे उनके बड़े भाई ने ही पुलिस को बताई है।
पुलिस के अनुसार वह अपने परिवार से अलग रहते थे। हत्या की सूचना देने वाले मिस्त्री से भी पूछताछ की जा रही है, उसने जो भी बताया है उसकी तस्दीक के लिए साथियों को मौके पर बुलाया गया है। साथ ही उनकी पत्नी, बेटियों और भाई से भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस इस मामले में संपत्ति विवाद को भी केंद्र में रखकर जांच कर रही है।
बड़ा झटका! WhatsApp ने बंद किए 14.26 लाख भारतीय यूजर्स के अकाउंट, जानें वजह
नई दिल्ली : वॉट्सऐप ने इस साल फरवरी के दौरान 14.26 लाख भारतीय खातों को बंद कर दिया है. तमाम तरह की शिकायतों के बाद वॉट्सऐप ने यह कदम उठाया है. कंपनी ने अपनी मासिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.
कंपनी ने नियमों का उल्लंघन करने वालों को रोकने और उनका पता लगाने के लिए अपने शिकायत विभाग तथा अपने सिस्टम के माध्यम से यूजर्स से मिली शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की है. रिपोर्ट के अनुसार फरवरी के दौरान व्हाट्सएप द्वारा 14.26 लाख भारतीय खातों पर प्रतिबंध लगाया गया.
कंपनी ने कहा है कि उसे एक से 28 फरवरी के बीच 335 भारतीय खातों के खिलाफ शिकायतें मिलीं, जिसमे से 194 खातों को बंद करने की अपील की गई थी और उसमे से 21 के खिलाफ कार्रवाई की गई.
कंपनी के मुताबिक, अगर कोई गैर-कानूनी, अश्लील, मानहानि से जुड़ा, धमकाने, डराने या परेशान करने और नफरत फैलाने वाला या फिर किसी को गैर-कानूनी या गलत व्यवहार करने के लिए उकसाने वाली सामग्री अपने वॉट्सऐप पर शेयर करता है तो उसका अकाउंट बैन कर दिया जाता है. इसके अलावा अगर कोई यूजर कंपनी के नियम और शर्तों का पालन नहीं करता है तो भी उसका अकाउंट बंद हो जाता है.
इन बातों से बचें
आप चाहते हैं कि आपका वॉट्सऐप अकाउंट कभी बैन न हो, इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. आपको वॉट्सऐप का इस्तेमाल स्पैम के लिए नहीं करना चाहिए. फर्जी खबर फैलाने से बचना चाहिए. फर्जी नाम से खाता नहीं बनाना चाहिए.
यूजर्स को गैर कानूनी, अश्लील, किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला, परेशान करने वाला, घृणा वाला मैसेज नहीं भेजना चाहिए.(साभार -News18)
नए वैरिएंट ‘एक्सई’ की दस्तक, डब्ल्यूएचओ ने चेताया- यह ओमिक्रॉन से 10 फीसदी ज्यादा खतरनाक
कोरोना महामारी की धीमी पड़ रही रफ्तार के बीच एक कोरोना के नए स्वरूप ‘एक्सई’ ने दुनिया में दस्तक दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि नया वैरिएंट ओमिक्रॉन से 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सई ओमिक्रॉन के दो संस्करणों बीए.1 और बीए.2 से मिलकर बना है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि जब तक एक्सई वेरिएंट के ट्रांसमिशन और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता तब तक इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा।
ब्रिटेन की ब्रिटिश हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के हालिया अध्ययन से पता चला है कि वर्तमान में 3 हाइब्रिड कोविड वैरिएंट चल रहे हैं। इसमें डेल्टा और बीए.1 दो अलग-अलग स्वरूप एक्सडी और एक्सएफ से मिलकर बना है, जबकि तीसरा एक्स है। इनमें से एक्सडी फ्रेंच डेल्टा वेरिएंट एक्स बीए.1 वंश का नया सदस्य है। इसमें इसमें बीए.1 का स्पाइक प्रोटीन और डेल्टा का जीनोम होता है। वर्तमान में इसमें 10 से ज्यादा क्रम शामिल हैं।
वहीं, एक्सएफ ब्रिटिश डेल्टा एक्स बीए.1 वंश से संबंधित हैं। इसमें बीए.1 का स्पाइक और संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं लेकिन डेल्टा के जीनोम का 5 वां हिस्सा ही होता है। एक्सई भी ब्रिटिश डेल्टा बीए.1 एक्स बीए.2 वंश से संबंधित है। इसमें बीए.2 से स्पाइक और संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं लेकिन इसमें भी बीए.1 के जीनोम का 5वां हिस्सा होता है।
19 जनवरी को पहली बार ब्रिटेन में मिला
डब्लूएचओ ने कहा कि एक्सई के बारे में पहली बार ब्रिटेन में 19 जनवरी, 2022 को पता चला था। अभी तक इसके 600 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है। हालांकि, इस वैरिएंट को लेकर हमें और अधिक अध्ययन करने की आवश्यकता है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी की मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुजैन हॉपकिंस का कहना है कि अभी नए वैरिएंट एक्सई की संक्रामकता, गंभीरता के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। इस पर टीके काम करेंगे या नहीं यह भी पता नहीं है।
एक्सडी, एक्सई और एक्सएफ में से कौन सबसे घातक
प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट टॉम पीकॉक ने कहा कि रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट भी पहले के वैरिएंट के जैसे ही खतरनाक हो सकते हैं। इनमें एक ही वायरस (जैसे एक्सई या एक्सएफ) से स्पाइक और संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं। इनमें से एक्सडी सबसे अधिक चिंता वाला वैरिएंट लग रहा है। इस वैरिएंट से संक्रमित मरीज जर्मनी, नीदरलैंड और डेनमार्क में मिल चुके हैं।
भारत में जानलेवा वायरस पर ऐसे पाया काबू
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की वैज्ञानिक प्रज्ञा यादव ने बताया कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण और वैरिएंट पर शोध के कारण हम ओमिक्रॉन पर काबू पा सके। हमें पता था कि महामारी आ रही है और भारत को इससे निपटने के लिए संसाधनों को जमा करना होगा और हमने किया। जनवरी के बाद हमें राहत मिली जब अधिकांश मामले असिम्पटोमेटिक थे। कम मृत्यु दर के साथ कोरोना का यह वैरिएंट उतना प्रभावशाली नहीं था।
उन्होंने कहा कि डेल्टा और अन्य खतरनाक एवं चिंताजनक वैरिएंट के मामले में पहली खुराक में कोविशील्ड और दूसरी खुराक में कोवाक्सिन दिए जाने पर अच्छे नतीजे मिले। अध्ययन के निष्कर्ष जर्नल ऑफ ट्रैवल मेडिसिन में प्रकाशित किए गए हैं। यादव ने कहा कि अध्ययन के तहत तीन श्रेणियों में टीके के प्रभाव का आकलन किया गया और परीक्षण के तहत सभी लोगों की नजदीक से निगरानी की गई। इससे पता चला कि ओमिक्ऱन के मामले में टीकाकरण उपरांत बनी प्रतिरोधी क्षमता छह महीने बाद कमजोर होने लगी। इससे टीकाकरण रणनीति में बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है।
मार्च में GST से सरकार को बंपर कमाई, रिकॉर्ड 1.42 लाख करोड़ रुपये रहा टैक्स कलेक्शन
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को हराकर एक बार फिर भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट चुकी है। इसका ताजा उदाहरण जीएसटी संग्रह ने दिया है। देश में सकल जीएसटी संग्रह मार्च, 2022 के दौरान 1.42 लाख करोड़ रुपये के अबतक उच्चतम स्तर पर पंहुच गया। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय के अनुसार मार्च, 2022 में सकल जीएसटी संग्रह 1,42,095 करोड़ रुपये रहा।
इसमें केंद्रीय जीएसटी 25,830 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 32,378 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 74,470 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 39,131 करोड़ रुपये सहित) रहा। उपकर 9,417 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र किए गए 981 करोड़ रुपये सहित) रहा। वित्त मंत्रालय ने बताया कि मार्च, 2022 में सकल जीएसटी संग्रह अपने सबसे उच्च स्तर पर है। यह जनवरी, 2022 में एकत्र किए गए 1,40,986 करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह से अधिक है।
वही मार्च 2022 का जीएसटी संग्रह इससे पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक है। मंत्रालय ने कहा, ”उल्टा शुल्क ढांचा (तैयार सामान के मुकाबले कच्चे माल पर अधिक कर) में सुधार के लिए परिषद द्वारा दरों को युक्तिसंगत बनाये जाने से भी जीएसटी संग्रह बढ़ा है।”
✅ All time high Gross #GSTCollection in March 2022, breaching earlier record of ₹1,40,986 crore collected in January 2022
✅ ₹1,42,095 crore gross #GST revenue collected in the month
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(1/2) pic.twitter.com/ywPJxQfElw— Ministry of Finance (@FinMinIndia) April 1, 2022