Friday, May 23, 2025
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‘मरीजों व उनके अटेंडेंट्स के लिए वरदान साबित होगा गुरु का लंगर : एम्स डीन’

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ॠषिकेश, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट की ओर से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में इलाज के लिए आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों की सुविधा के लिए दैनिक लंगर सेवा फिर से शुरू कर दी गई है। कोविडकाल के चलते 2020 में स्थगित किए गए गुरु के लंगर को करीब दो साल बाद फिर से सुचारू होने से खासकर गरीब तबके से जुड़े मरीजों व उनके तीमारदारों को दैनिक भोजन सेवा उपलब्ध हो सकेगी।

सोमवार को एम्स परिसर में अरदास के बाद श्रीहेमकुंड गुरुद्वारा ट्रस्ट की ओर से गुरु का लंगर विधिवत शुरू कर दिया गया। इस दौरान गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के ट्रस्टी सरदार नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा की अगुवाई में ट्रस्ट प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों व सेवादारों ने एम्स में उपचार कराने आए मरीजों, उनके तीमारदारों व अन्य लोगों को गुरु का लंगर वितरित किया।
इस अवसर पर एम्स संस्थान के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि गुरुद्वारा श्रीहेमकुंड साहिब ट्रस्ट की ओर से एम्स हॉस्पिटल में फिर से गुरु का लंगर शुरू किए जाने से यहां उपचार कराने के लिए आने वाले रोगियों एवं उनके तीमारदारों को नियमितरूप से भोजन उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने एम्स परिवार की ओर से मरीजों की सुविधा के मद्देनजर अस्पताल परिसर में गुरु का लंगर शुरू करने पर गुरुद्वारा प्रबंधन का धन्यवाद ज्ञापित किया। गुरुद्वारा के मुख्य ट्रस्टी सरदार नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने कहा कि संतों व एम्स के चिकित्सकों की प्रेरणा से गुरुद्वारा ट्रस्ट ने अस्पताल में लंगर सेवा पुनः प्रारंभ की है,जिसे लगभग दो साल पहले कोविड संक्रमण को देखते हुए एम्स प्रशासन की सलाह पर स्थगित कर दिया गया था।
इस अवसर पर निर्मल आश्रम के संत राम सिंह महाराज, संत जोध सिंह महाराज, एम्स के उपनिदेशक अच्युत रंजन मुखर्जी, अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. अश्वनी कुमार दलाल, डा. अनुभा अग्रवाल, वरिष्ठ प्रशसनिक अधिकारी शशिकांत, गुरुद्वारा के प्रबंधक सरदार दर्शन सिंह, एमएम शर्मा, दीप शर्मा, जगमोहन सकलानी, जयेंद्र रमोला, विनोद शर्मा,जितेंद्र अग्रवाल आदि मौजूद थे।

राज्य में प्रथम दो बच्चों के जन्म पर प्रसवोपरांत जच्चा-बच्चा को सरकार की ओर से मिलेगी किट : रेखा आर्य

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देहरादून, प्रदेश में अब प्रथम दो बच्चों के जन्म पर प्रसवोपरांत जच्चा-बच्चा को सरकार की ओर से किट दी जाएगी। इसके लिए महालक्ष्मी किट योजना में संशोधन करने के साथ ही इसका नाम भी परिवर्तित किया जाएगा। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने विभागीय अधिकारियों को इस सिलसिले में ड्राफ्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अभी तक प्रसवोपरांत महिला को प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर महालक्ष्मी किट दी जाती है। आने वाले दिनों में बालक अथवा बालिका, दोनों के जन्म पर इस तरह की किट दी जाएगी।

प्रसवोपरांत माता और नवजात कन्या के पोषण, अतिरिक्त देखभाल और लैंगिक असमानता दूर करने के उद्देश्य से पिछले वर्ष 17 जुलाई को धामी सरकार ने महालक्ष्मी किट योजना की शुरुआत की थी। तब प्रदेशभर में लगभग 17 हजार लाभार्थियों को इससे लाभान्वित किया गया था। योजना के अंतर्गत प्रसवोपरांत महिला को प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर एक- एक किट और जुड़वा बालिकाओं के जन्म पर महिला को एक व बच्चियों के लिए पृथक-पृथक दो किट दी जाती हैं, प्रदेश की महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के अनुसार अब इस योजना का दायरा बढ़ाने की तैयारी है। प्रथम दो बालक अथवा बालिकाओं के जन्म पर उसी तरह की किट दी जाएगी, जैसी वर्तमान में महालक्ष्मी किट योजनांतर्गत दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए महालक्ष्मी किट योजना में आवश्यक संशोधन करने के साथ ही इसका नाम भी बदला जाएगा। विभागीय अधिकारियों से ड्राफ्ट मिलने के बाद इसे कैबिनेट में रखा जाएगा।

महालक्ष्मी किट में उपलब्ध सामग्री :

माताओं के लिए किट में 250 ग्राम बादाम गिरी, अखरोट, सूखे खुमानी, 500 ग्राम छुआरा, दो जोड़ी जुराब, स्कार्फ, दो तौलिये, शाल, कंबल, बेडशीट, दो पैकेट सैनेटरी नेपकिन, 500 ग्राम सरसों तेल, साबुन, नेलकटर आदि। बालिकाओं की किट में दो जोड़ी सूती व गर्म कपड़े, टोपी, मौजे, 12 लंगोट, तौलिया, बेबी सोप, रबर शीट, गर्म कंबल, टीकाकरण कार्ड व पोषाहार कार्ड।

बढ़ती महंगाई ने तोड़ी गरीब की कमर : पालीवाल

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हरिद्वार 4 अप्रैल (कुलभूषण) अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर महानगर कांग्रेस कमेटीएहरिद्वार ने भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा लगातार पेट्रोल. डीजल व गैस पर बढ़ाई जा रही कीमतों के कारण देश में बेलगाम बढ़ रही महंगाई के खिलाफ शहीद भगत सिंह चौक से पैदल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदेश महासचिव डॉ संजय पालीवाल ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद केंद्र सरकार जो कि धन बल के द्वारा चुनाव जीतने पर बेलगाम हो गई है।चुनाव के नतीजों के अगले दिन से ही गैस पर ₹50 तथा पेट्रोल डीजल पर अब तक ₹10 प्रति लीटर बढ़ोतरी कर दी है जो अब भी लगातार जारी है।महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि केंद्र ने महंगाई बढ़ाकर आम जनमानस का जीना दुश्वार कर दिया है भाजपा के प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा मंत्री विधायक गण सब गूंगे बहरे हो गए हैं। किसी गरीब की कोई सुनवाई नहीं हो रही है प्रतिदिन मूल्य बढ़ाने का कार्य करके गरीब की कमर तोड़ने का कार्य इस केंद्र सरकार ने किया है।पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी व प्रदेश महामंत्री महेश प्रताप राणा ने कहा कि जनता ने कांग्रेस को वोट दिया था परंतु धनबल से यह लोग सत्ता पर काबिज हो गए हैं। हरिद्वार जनपद में 5 सीटों ने साबित कर दिया है कि भाजपा का अस्तित्व समाप्त होने जा रहा है।ब्लॉक अध्यक्ष गण यशवंत सैनीएशैलेन्द्र एडवोकेटएशुभम अग्रवाल कैलाश प्रधान चौ गुलवीर सिंह ने कहा कि कोरोना काल के बाद बहुतों की नौकरी चली गई अनेक बेघर हो गए जिन्हें आज तक सहारा नहीं मिला ऐसे में सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए थी परंतु केंद्र की गूंगी बहरी सरकार ने दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ाकर उनका जीना दूभर कर दिया है। कार्यक्रम में डॉ दिनेश पुंडीरएबादल गोस्वामी राजेंद्र श्रीवास्तव शुभम जोशी सुनील कुमार सिंह जितेंद्र सिंहएमनोज जाटवएराजेंद्र बालियानएअशोक उपाध्यायएबीके सिन्हाएलक्ष्मण सिंह ब्रजमोहन बड़थ्वाल अरविंद चंचल रजत कुमारएसोनू कुमारएरणवीर शर्मा आदि ने पैदल मार्च प्रदर्शन में भाग लिया।

ब्रैकिंग : बाघ से हल्द्वानी शहर में फैली दहशत, रेस्क्यू टीम ने बाघ पकड़ने का किया प्रयास, वन दरोगा घायल

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(मुन्ना अंसारी)

नैनीताल, हल्द्वानी शहर में बाघ का आतंक जारी है ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ अब शहरी क्षेत्र में बाघ की दहशत से पूरा हल्द्वानी शहर डरा हुआ है जहां दमुवाढुंगा क्षेत्र में पिछले कई दिनों से बाघ ने दहशत फैला रखी थी और कई लोगों को घायल कर दिया, वहीं बाघ की दहशत अब हल्द्वानी शहर के रामपुर रोड स्थित धनपुरी गांव में पहुंच गई है जहां धनपुरी गांव के लोगों ने बाघ को धान के खेतों में घूमते देखा, उसके बाद से क्षेत्र में दहशत फैल गई | जिसके बाद वन विभाग की टीम को सूचित किया गया, मौके पर पहुँची वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ने के लिए जुट गई | जिसमें कई बार बाघ को पकड़ने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नही मिली इस दौरान बाघ पकड़ने में एक वन दरोगा मामूली रूप से घायल हो गया, गांव वालों के खेतों में बाघ घूमता दिखाई दे रहा है, वहीं वन विभाग की टीम किस भीय तरह से बाघ को पकड़ने का प्रयास कर रही है । आपको बता दें कि इन दिनों हल्द्वानी शहर के अंदर बाघ ने अपनी दहशत मचा रखी है और वह अब आदमखोर हो गया है जिसको लेकर हल्द्वानी शहर के दमुवाढुंगा और फतेहपुर धनपुरी क्षेत्र के लोग भयभीत होकर घरों में कैद हो गये है ।

 

 

वन्य जीवों के आक्रमण से मानव सुरक्षा के लिए टास्क फोर्स का गठन किया जाय- मुख्यमंत्री

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देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में वन विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि गुलदार एवं अन्य वन्य जीवों के आक्रमण से मानव सुरक्षा के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से एक टास्क फोर्स बनाया जाय। यदि किसी क्षेत्र में किसी बच्चे पर गुलदार आक्रमण करता है, तो इसके लिए संबंधित क्षेत्र के वनाधिकारी एवं डीएफओ की जिम्मेदारी तय की जाय। गुलदार के मानव आक्रमण से संबंधि चिन्हित स्थानों के लिए एक्शन प्लान बनाया जाय। वन क्षेत्र में अवैध खनन एवं अवैध पातन पर सख्त कारवाई की जाय। वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी प्रयास किये जाय। वनों के संरक्षण एवं वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा जन जागरूकता के साथ जन सहभागिता पर भी विशेष ध्यान दिया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों के संरक्षण, मानव एवं वन्यजीवों के संघर्ष को कम करने, भूस्खलन को कम करने के लिए वन विभाग द्वारा इनोवेटिव प्रयास किये जाय। इनोवेटिव कार्यों के लिए वन विभाग के अधिकारियों को लक्ष्य दिया जाय। जंगली जानवरों से किसानों को नुकसान न हो, इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाय। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी कार्य किये जा रहे हैं, वह धरातल पर दिखें।

बैठक में केबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख वन संरक्षक श्री विनोद कुमार सिंघल, महाप्रबंधक वन निगम श्री डी.जे.के शर्मा, प्रमुख वन संरक्षक सुश्री ज्योत्सना शिथलिंग एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

सेलाकुंई स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंग में लगी आग, चाराें तरफ फैला धुंआ

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देहरादून, दून के सेलाकुंई स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंग में रखे लाखों टन कूड़े में अचानक आग लग गई, जिसको बमुश्किल फायर ब्रिगेड की गाड़ियों द्वारा बुझाया गया है। लेकिन धुंआ चाराें तरफ फैल गया। कूड़े में आग लगने से चारों तरफ अफरातफरी का माहौल बन गया। कूड़े में आग लगने से चारों तरफ धुंआ ही धुंआ फैल गया, जिससे स्थानीय लोगों को दिक्कत होने लगी, दून विकासनगर मार्ग के सेलाकुंई में स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड में लाखों टन कूड़ा पड़ा है इस ग्राउंड में सालों से देहरादून समेत कई शहरों का कूड़ा डंपिंग किया जा रहा है। जहां आज दोपहर एक बजे के आसपास कूड़ा निस्तारण केंद्र के अंदर भीषण आग लग गई। मौके पर पहुंची दमकल कर्मियों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। तेज हवाओं के साथ आग की लपटें और भी विकराल रूप धारण कर रही हैं जिससे कि आग पर काबू पाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वही मौके पर प्रशासन के कई आला अधिकारी पहुंच चुके हैं।

पुष्पा मुन्जियाल ने की अपनी सारी सम्पत्ति की कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी के नाम

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देहरादून, जनपद दून निवासी सुश्री पुष्पा मुन्जियाल ने अपनी सारी सम्पत्ति का मालिकाना हक कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष, सांसद राहुल गांधी के नाम करते हुए देहरादून कोर्ट में बसीयतनामा पेश किया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि श्री राहुल गांधी के नाम अपनी सम्पत्ति का बसीयतनामा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह को उनके यमुना काॅलोनी स्थित आवास पर सौंपते हुए सुश्री पुष्पा मुन्जियाल ने कहा कि वे श्री राहुल गांधी क विचारों से अत्यधिक प्रभावित हैं। उनके परिवार ने देश की आजादी से लेकर आज तक हमेशा आगे बढकर देश के लिए अपनी सर्वोच्च कुर्बानी दी है। चाहे श्रीमती इन्दिरा गांधी हो, चाहे श्री राजीव गांधी हों उन्होंने इस देश की एकता और अखण्डता के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी दी। श्रीमती सोनिया गांधी एवं श्री राहुल गांधी ने देश सेवा के लिए अपने को समर्पित किया है। सुश्री पुष्पा मुन्जिवाल ने न्यायालय में अपनी सम्पत्ति का पूर्ण व्यौरा देते हुए श्री राहुल गांधी के नाम बसीयतनामा प्रस्तुत कर न्यायालय से अनुरोध किया है कि मेरे उपरान्त मेरी पूरी सम्पत्ति का मालिकाना हक उन्हें सौंपा जाय।

प्रदेश के विकास व जनहित के लिए न चैन से सोऊँगा और न अधिकारियों को चैन से सोने दूंगा- मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी।

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देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि प्रदेश में सड़क एवं पुलों के निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कार्यों का निर्धारित समयवधि में पूरा करने के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। कार्यों की गुणवत्ता में कोई शिकायत आई तो, संबंधित अधिकारियों एवं एजेंसियों पर सख्त कारवाई की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहित में अधिकारियों को कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार में सुधार लाना होगा। इसके लिए पूरा सिस्टम मजबूत किया जाय।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास को गति देने के लिए वे न तो स्वयं चैन की नींद सोयेंगे और न अधिकारियों को सोने देंगे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के जो कार्य अवशेष हैं, उन कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक 15 दिन में मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के समक्ष प्रस्तुत की जाय। विभाग टारगेट का ग्राफ बनाकर लक्ष्य पूरा करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा मार्गों पर लैण्ड स्लाईड जोन के लिए 07 दिन में एक्शन प्लान बनाकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के समक्ष प्रस्तुत किया जाय। लैण्ड स्लाईड जोन में पर्याप्त उपकरणों की व्यवस्था के साथ ही रिस्पांस टाइम कम से कम किया जाय। संवेदनशील लैण्ड स्लाईड जोन पर लोंगटर्म ट्रीटमेंट कर स्थाई समाधान निकाला जाय।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा के दौरान अधूरी तैयारी के साथ आने पर मुख्यमंत्री ने नारजगी व्यक्त की उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की बैठक बीच में ही स्थगित कर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि एक सप्ताह बाद पूरी तैयारी के साथ आयें, और पिछले पांच सालों में जो कार्य हुए हैं और जो कार्य प्रगति पर है, उनकी स्पष्ट जानकारी उपलब्ध कराई जाय।

बैठक में जानकारी दी गई कि चारधाम परियोजना के तहत 889 किमी लम्बाई के 53 कार्यों में से 691 किमी के 41 कार्य स्वीकृत हो चुके हैं। भारतमाला परियोजना के तहत सीमान्त क्षेत्रों के सामरिक दृष्टि से यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किये जाने के लिए 628 किमी के 05 सड़क मार्गों का चयन किया गया है।

बैठक में केबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, सचिव श्री एस. ए. मुरूगेशन एवं संबधित अधिकारी उपस्थित थे।

कुट्टू का आटा खाने से बीमार मरीजों से मिलने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत

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हरिद्वार, नवरात्रे में कुट्टु का आटा खाने से बीमार हुए लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हरिद्वार के जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 122 हो गई। शाम होने तक उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी बीमार मरीजों का हालचाल जानने के लिए हरिद्वार के जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान धन सिंह रावत ने माना कि इस हादसे के पीछे खाद्य सुरक्षा विभाग की भी लापरवाही है।
मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि कुट्टु का आटा बेचने वाले हरिद्वार के सभी छोटे-बड़े दुकानदारों पर आज ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए उन्होंने हरिद्वार जिलाधिकारी को निर्देशित भी कर दिया है। इसके साथ ही धन सिंह रावत ने कहा कि इस मामले में खाद्य सुरक्षा विभाग की लापरवाही सामने आ रही है और वो विभाग के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करेंगे।

 

कैबिनेट मंत्री रामदास ने किया आईएसबीटी का औचक निरीक्षण

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर उनके कैबिनेट मंत्री भी एक्शन मोड में है मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को 100 दिनों का एक विशेष टारगेट अचीव करने को कहा है। आज राजधानी देहरादून में परिवहन और समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास ने आईएसबीटी रोडवेज बस अड्डे का औचक निरीक्षण किया और अफसरों को निर्देश दिए | चार धाम यात्रा व यात्रा सीजन के मद्देनजर भी यह दौरा अहम था। मंत्री ने साफ-सफाई व व्यवस्था दुरुस्त न पाए जाने पर भी नाराजगी व्यक्त की है। मंत्री का औचक निरीक्षण से अफसरों में हड़कंप दिखा। मंत्री बहुत सादगी पूर्ण तरीके से गोपनी रेड पर थे मंत्री का कहना है कि सभी विभागीय अधिकारी आमजन के हितों को देखते हुए समय से सभी काम करें और जनता को लाभ मिले सरकार की प्राथमिकता है।

CM पुष्कर सिंह धामी ने डीएलएफ के समापन समारोह में प्रतिभाग किया

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तीन दिवसीय देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का हुआ समापन

देहरादून. तीन दिवसीय देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे संस्करण का आज हयात रीजेंसी एवं दून इंटरनेशनल स्कूल, रिवरसाइड कैंपस में समापन हुआ। फेस्ट के अंतिम दिन मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर शिरकत करी।

फेस्ट का आखिरी दिन हयात रीजेंसी में ‘उत्तराखंड ग्रोथ डेकेड’ के सत्र के साथ संपन्न हुआ, जिसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रसिद्ध कवि और लेखक प्रसून जोशी और फिल्म निर्देशक अली अब्बास जफर, संपादक गढ़वाल पोस्ट सतीश शर्मा के साथ बातचीत में रहे।

दर्शकों को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूँ कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के तहत काम करने का मौका मिल रहा है, क्योंकि वह उत्तराखंड को अपने दिल के बहुत करीब मानते हैं। खुद की बात करूँ तो मैं खुद को कभी एक नेता नहीं, बल्कि एक कार्यकर्ता मानता हूँ। राज्य के लिए एक खुशखबरी के तौर पर मैं बताना चाहूंगा की ऋषिकेश के बाद हम एक और एम्स उधम सिंह नगर में लाने की योजना बना रहे है। हमने एलिवेटेड रोड के लिए भी काम शुरू कर दिया है, जिससे दिल्ली से देहरादून की यात्रा का समय 2-2.5 घंटे कम हो जाएगा। यह हमारी दृष्टि है कि जब उत्तराखंड 25 वर्ष की आयु प्राप्त करेगा, राज्य में निश्चित रूप से सभी शीर्ष सुविधाएं उपलब्ध होंगी।”

इस अवसर पर बोलते हुए, डीएलएफ के संस्थापक सम्रांत विरमानी ने कहा, “मैं देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे संस्करण को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से बेहद उत्साहित महसूस कर रहा हूं। मैं हमारे माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करना चाहत हूँ जिन्होंने हमारे इस फेस्ट का समर्थन किया। मैं अपने सभी लेखकों, गणमान्य व्यक्तियों और उन लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमारे फेस्ट के माध्यम से साहित्य और कला के प्रति अपने प्यार का जश्न मनाने के लिए समय निकाला।”

सत्र के दौरान, प्रसून जोशी ने कहा, “मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जैसे युवा नेताओं को राज्य का नेतृत्व करते हुए देखकर खुशी हो रही है।”

इस अवसर पर बोलते हुए, अली अब्बास जफर ने कहा, “देहरादून भले ही एक छोटा शहर माना जाता है, लेकिन एक तरह से यह भारत का दिल है क्योंकि इसमें भारतीय सैन्य अकादमी और वन अनुसंधान संस्थान जैसे सबसे प्रमुख संस्थान हैं।”

फेस्ट के दुसरे दिन का हाइलाइटिंग सत्र प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड और फिल्म निर्देशक इम्तियाज़ अली के बीच ‘मास्टर स्टोरीटेलर्स इन कन्वर्सेशन’ नामक एक वेब प्रसारण सत्र रहा। सत्र का संचालन नयनिका महतानी द्वारा किया गया। दर्शकों को संबोधित करते हुए, इम्तिआज़ ने कहा, “मुझे अपनी फिल्मों की कहानी लेखन के लिए ट्रेवल करना पसंद है, विशेषकर रूप से ट्रेन में। और मैं श्री रस्किन बॉन्ड को ख़ास धन्यवाद देना चाहता हूँ क्योंकि मैंने उनकी प्रसिद्ध किताब ‘द नाइट ट्रेन एट देवली’ पढ़ी है जिसने मेरे अंदर ट्रेवल करने की आदत को विकसित करने में एक बड़ी भूमिका निभाई है।”

राइटर्स ब्लॉक के बारे में बात करते हुए, रस्किन बॉन्ड ने कहा, “किसी भी लेखक को राइटर्स ब्लॉक से बचने के लिए अपनी कहानी को अपने मन में अच्छे से विज़ुअलाइज़ेशन करना चाहिए, और उसके बाद कागज़ कलम का इस्तेमाल करना चाहिए। किसी भी लेखक के लिए मजबूत विज़ुअलाइज़ेशन ही कुंजी है।”

देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के तीसरे दिन की शुरुआत ‘इंडिया वार्स 1962 एंड 1965’ पर एक सत्र के साथ हुई, जिसमें शिव कुनाल वर्मा और अनिरुद्ध चक्रवर्ती ने बातचीत करी। सत्र का संचालन मोनिशा दत्ता ने किया।

सत्र के दौरान, शिव कुनाल ने तीन दशकों के अपने शोध के बारे में साझा किया, जिसमें उन्होंने पूर्वी सिक्किम, कुमाऊं और गढ़वाल के कुछ हिस्सों, लाहौल और स्पीति और लद्दाख के दूरदराज के कोनों में युद्ध के दौरान रहने वाले कई लोगों का साक्षात्कार लिया था।

इसके साथ ही ‘इट विल ऑल मेक सेंस इवेनचुली’ पर एक सत्र भी आयोजित हुआ जिसमें संजय देसाई, ऋचा द्विवेदी, विश्वास परचुरे और डॉ. क्षितिज सिंह ने अपने विचार साझा किये।

लोकप्रिय लेखक प्रीति शेनॉय और किरण मनराल द्वारा ‘क्रिएटिव कॉम्प्लेक्स कैरेक्टर’ पर एक सत्र आयोजित किया गया। सत्र का संचालन शुभी मेहता ने किया। कॉम्प्लेक्स कैरेक्टरस के बारे में बात करते हुए, प्रीति ने कहा, “हम सभी जटिल हैं और हम में से कोई भी सरल नहीं है। और यही चीज़ मैं अपनी किताबों में कैद करने की कोशिश करती हूँ। मैं जो भी किताब लिखती हूं, उसमे मैं जानबूझकर एक जटिल चरित्र लिखने का प्रयास नहीं करती हूँ। लिखने किए लिए मुझे हर उस चीज़ का अनुभव करने की ज़रूरत होती है जो वह चरित्र अनुभव कर रहा है। जटिल पात्रों को लिखने के लिए शोध एक महत्वपूर्ण चीज है। मैंने बहुत रिसर्च और लोगों से बात करके विभिन्न पात्रों को लिखा है जिसमें में उनकी समस्याओं को समझती हूँ और उन्हें बहुत ही संबंधित तरीके से अपनी लिखावट में शामिल करती हूँ।”

आगे कहते हुए किरन ने कहा, “हम सभी अपने अपने तरीके से जटिल हैं। मुझे लगता है कि कल्पना जटिल चरित्रों को लिखने में मेरी मदद करती है। यह तभी होता है जब कोई चरित्र पूरी तरह से मेरे दिमाग में आता है, तभी मैं उस चरित्र को लिख सकती हूँ।”

बाद में दिन के दौरान, आलोक लाल, आईपीएस (सेवानिवृत्त), और मानस लाल द्वारा ‘मर्डर इन द बाइलेन्स’ पर एक सत्र का संचालन किया गया। दर्शकों को संबोधित करते हुए, मानस ने कहा, “पुस्तक का उद्देश्य आपको रोमांच के बजाय देश की एक बड़ी तस्वीर देना है और यह बताना है कि उस समय की सामाजिक-राजनीतिक स्थितियां कैसी रहीं थीं। यह कुछ ऐसा है जिसे पीढ़ियों को जानना चाहिए।”

लेखक और फिल्म निर्माता ताहिरा कश्यप खुराना द्वारा ‘द 7 सिन्स ऑफ बीइंग ए मदर’ सत्र दिन के मुख्य आकर्षण में से एक रहा। सत्र के दौरान ताहिरा ने ऋचा अनिरुद्ध के साथ बातचीत करी। एक लेखक बनने के विचार के बारे में पूछे जाने पर, ताहिरा ने कहा, “मेरा मानना है की दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं, एक वो जो स्पष्ट रूप से जानते हैं कि वे क्या चाहते हैं, और फिर ऐसे लोग हैं जिन्हें पता नहीं है कि वे क्या बनना चाहते हैं। दुर्भाग्य से, मैं वो थी जिससे नहीं पता था उससे क्या करना है। मैं एक डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन आखिरकार, मुझे एक लेखक के रूप में शान्ति मिली। मैं विशेष रूप से अपने जीवन के उतार-चढ़ाव को कलमबद्ध करती आयी थी। एक बात मुझे समझ में आ गई थी कि कभी-कभी आपका जुनून आपके सामने होता है लेकिन आप आत्म-संदेह की परतों से अंधे हो जाते हैं। मुझे खुशी और सुरक्षा लेखक के रूप में मिलती है। मुझे लेखन के माध्यम से खुद को व्यक्त करना पसंद है।”

बॉडी शेमिंग के बारे में अपनी अंतर्दृष्टि साझा करते हुए, ताहिरा ने कहा, “कई बार जब आप अपने लोअर लाइफ स्टेट में होते हैं, तो आप बॉडी शेमिंग जैसी नकारात्मकताओं का शिकार बन जाते हैं। हायर लाइफ स्टेट प्राप्त करने का एक तरीका पुष्टि के माध्यम से होता है और मैंने इसे तब हासिल किया जब मैंने अपने बुरे समय में निचिरेन बौद्ध धर्म की खोज करी। इस अभ्यास ने मुझे अपने कठिन दिनों से बाहर निकलने और एक ठोस भावना प्राप्त करने में मदद की। मेरे अनुसार, हायर लाइफ स्टेट हासिल करके एक इंसान न केवल बहार से सुंदर, बाकि अंदर से भी सुन्दर महसूस कर सकता है।”

पूजा मारवाह, बिजॉय सवेन, वेणु अग्रहरी ढींगरा, रूहानी सिंह और रजत शक्ति के बीच ‘पावरहाउस ऑफ फेमिनिटी’ पर एक और दिलचस्प सत्र आयोजित किया गया। सत्र का संचालन आरुषि जैन ने किया।

बाद में, दिन के दौरान ‘कबीर के साखी’ पर पैनलिस्ट चंदन सिन्हा और हृदयदेश जोशी द्वारा एक और सत्र आयोजित किया गया। इसके बाद डीजीपी उत्तराखंड पुलिस अशोक कुमार आईपीएस, अमित लोधा आईपीएस और अमित दुबे द्वारा ‘बिहाइंड द बैज: एनफोर्समेंट एंड एनकाउंटर’ पर एक सत्र का आयोजन किया गया। सत्र का संचालन रूबी गुप्ता ने किया। साथ ही सत्र के दौरान, अशोक कुमार आईपीएस और ओपी मनोचो द्वारा ‘साइबर एनकाउंटर’ किताब का कवर लॉन्च भी हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए, अशोक कुमार ने कहा, “पुलिस का सम्मान किया जाना चाहिए और सभी को पुलिस के आने पर खुश होना चाहिए ना की डरना चाहिए। मैं मानता हूँ की पुलिस की छवि को नकारात्मक तरीके से चित्रित करने के पीछे तीन कारण हैं – पहला ब्रिटिश विरासत, दूसरा निश्चित रूप से हमारे काम की प्रकृति है क्योंकि किसी को भी प्रवर्तन पसंद नहीं है और आखिर कारण फिल्मों की भूमिका है क्यूंकि कई हद्द तक भारतीय सिनेमा ने भी पुलिस की नकारात्मक भूमिका को चित्रित किया है।”

फेस्टिवल के दौरान कैंसर सर्वाइवर शोर्मिष्ठा मुखर्जी और स्टैंड-अप कॉमेडियन और राइटर अदिति मित्तल द्वारा ‘कैंसर, यू पिक्ड द रॉन्ग गर्ल’ शीर्षक वाले एक अन्य सत्र को भी दर्शकों ने खूब सराहा।

दिन के दौरान अभिजय नेगी, योगेश कुमार, अनूप नौटियाल, अनीशा गुप्ता, डॉ मनाली अरोड़ा, रोहित त्रिवेदी और अतुल पुंडीर के अन्य दिलचस्प सत्र भी आयोजित किए गए।

डीएलएफ के आखिरी दिन के दौरान दिलचस्प सत्रों में से एक सत्र लेखक सीमा आनंद और गायिका सोना महापात्रा के बीच रहा। ‘द मॉडर्न गेज़’ शीर्षक वाला यह सत्र विभिन्न रागों पर केंद्रित रहा। सोना और सीमा ने राग और रागिनी, राग तोड़ी और राग भैरव के बीच के अंतर पर भी चर्चा करी। सत्र के दौरान कामासूत्र में अंतर्दृष्टि पर भी चर्चा की गई।

प्रसिद्ध कवि प्रसून जोशी द्वारा ‘पहाड़ के प्रसून’ नामक एक और महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किया गया था जिसमें वे अद्वैत कला के साथ बातचीत में थे। सत्र के दौरान, प्रसून ने कहा, “मैं उत्तराखंड राज्य का बहुत आभारी हूँ। इस राज्य के बारे में कोई क्या महसूस करता है उसे व्यक्त करने के लिए कोई भाषा पर्याप्त नहीं है। मैं उत्तराखंड से हूं और जब भी इस राज्य से किसी से मिलता हूँ, तो मुझे आत्मीयता की भावना मिलती है।”

प्रसून ने आगे कहा, “पहाड़ों के लोगों को धुप से बहुत लगाव होता है। धुप आशा का स्त्रोत है और वो एक तरह का चित्र बनाती है और अपने साथ एक सुनहरापन लाती है। हम अपनी ऊर्जा, हमारे बैठने के तरीके और हमारे शरीर की गतिविधियों जैसी कई चीजों के साथ संवाद करते हैं। हमारे शब्द हमारे अनुभवों का एक कैप्सूल हैं। जब हमारे शब्दों का विस्तार होता है, तो हमारी संस्कृति का विस्तार होता है।”

लोकप्रिय गायक सोनू निगम भी देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल 2022 के समापन दिवस पर ‘चेंजिंग ट्यून्स ऑफ बॉलीवुड’ नामक एक हाइलाइटिंग सत्र का हिस्सा रहे। उन्होंने सत्र में नितिन अरोड़ा के साथ बातचीत करी।

दर्शकों को संबोधित करते हुए, सोनू ने अपने जीवन का एक किस्सा साझा किया और कहा, “जब मेरा परिवार मेरे लिए मुंबई शिफ्ट हुआ ताकि मैं अपने सपने पूरे कर सकूं, तो वे मेरे बचपन की कॉमिक्स और किताबें साथ लाना भूल गए। यह मेरे लिए सबसे दुखद घटनाओं में से एक थी। यह मेरे बचपन की यादों का एक बड़ा हिस्सा खोने जैसा था।”

जीवन में पढ़ने के महत्व को साझा करते हुए, सोनू ने कहा, “1998 में मैं 25 साल का हो गया और अमेरिका के दौरे पर था। मैं मियामी में हवाई अड्डे पर घूम रहा था और मुझे एक किताबों की दुकान मिली और इसलिए मैंने खुद को कुछ किताबें उपहार में देने की सोची। मैंने अपनी पसंद की 3 किताबें खरीदीं लेकिन वहां मौजूद दुकानदार ने मुझे एक और किताब खरीदने पर जोर दिया जो कि प्रसिद्ध रिचर्ड कार्लसन की किताब थी। शुरू में मुझे इस चौथी किताब खरीदने में कोई दिलचस्पी नहीं थी और इसलिए मैंने इसे बेमन मन से खरीदा। जैसे ही मैं हवाई जहाज में बैठा, मैंने उस चौथी किताब को पढ़ने और उसका सार जानने की सोची। मैं उस किताब से इतना मंत्रमुग्ध हो गया कि मैंने अपनी उड़ान की पूरी अवधि के दौरान इसे पूरी तरह से पढ़ा, और जब तक मैं अपने गंतव्य पर उतरा, मैं एक नया सोनू निगम था।”

अपने सत्र के अंत में, सोनू ने ‘संदेसे से आते हैं’, ‘ये दिल दीवाना’, ‘अभी मुझ में कहीं’, ‘अल्लाह माफ करे’ और ‘कल हो ना हो’ सहित कुछ गाने भी गाए।

फेस्ट के अंतिम दिन शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्रों, साहित्य उत्साही और कॉलेज के छात्रों की भारी मात्रा में भागीदारी देखी गई।