Monday, May 6, 2024
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कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को स्मार्ट सिटी के अंतर्गत चल रहे कार्यों को युद्ध स्तर पर करने के अपर मुख्य सचिव ने दिये निर्देश

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गुरूवार को अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिवालय में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। अपर मुख्य सचिव ने विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को स्मार्ट सिटी के अंतर्गत चल रहे कार्यों को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों को समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण किया जाए।

अपर मुख्य सचिव ने सड़कों को बार-बार खोदे जाने के कारण जनता को आ रही परेशानी पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका को निर्देश दिये कि सड़क खोदकर छोड़ने पर संबंधित कार्यदायी संस्था पर एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के द्वारा निर्माण स्थलों से गड्ढों, मलबा, मटेरियल इत्यादि का भी तत्काल रूप से निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। सड़क पर मलबा, मटेरियल, गड्ढे इत्यादि के पाये जाने पर अपर मुख्य सचिव ने सीईओ स्मार्ट सिटी/जिलाधिकारी देहरादून को तत्काल कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने आम जन को होने वाली परेशानियों को कम से कम किए जाने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिये।

अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सीईओ स्मार्ट सिटी को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कार्य कर रही कार्यदायी संस्थाओं को सभी स्टेक होल्डर्स, सर्विस प्रोवाईडर्स के साथ समन्वय के साथ कार्य कराने के निर्देश दिये। उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को प्रोजेक्ट से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर तय समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण करने के भी निर्देश दिये। अपर मुख्य सचिव ने पार्किंग व ट्रैफिक जाम की समस्या पर ट्रैफिक प्लान को प्रयोगात्मक एवं व्यावहारिक बनाये जाने के साथ ही होटल, प्रतिष्ठानों में पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने सीईओ स्मार्ट सिटी/जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों में लगी सभी एजेंसियों के माध्यम से कार्य में और तेजी लाई जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि निर्माण कार्यों से व्यापारियों और जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने शासन स्तर पर पूर्ण सहयोग दिये जाने की भी बात कही।

बैठक में सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती सोनिका ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

 

सूबे में 17 सितम्बर से शुरू होगा रक्तदान अमृत महोत्सव, मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री देहरादून से करेंगे शुभारम्भ

देहरादून, प्रदेशभर के रक्तकोषों में ब्ल्ड की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में बनी रहे तथा किसी भी व्यक्ति को जरूरत पड़ने पर आसानी ब्ल्ड मिल सके। इसी उद्देश्य को लेकर भारत सरकार के अह्वान पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी 17 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक प्रदेशभर में ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव का शुभारम्भ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत देहरादून स्थित पुलिस लाइन से करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक में ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’ की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। उन्होंने बताया कि आगामी 17 सितम्बर को प्रातः 09 बजे पुलिस लाइन देहरादून में रक्तदान महा-अभियान का मुख्यमंत्री पुष्कार सिंह धामी के द्वारा किया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया प्रदेशभर में रक्तदान के लिये इच्छुक व्यक्तियों को भारत सरकार द्वारा संचालित ई-रक्तकोष पोर्टल एवं आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीकरण करना होगा। पुलिस लाइन में आयोजित रक्तदान अमृत महोत्सव में भी रक्तदाता पंजीकरण एवं रक्तदान के लिये शिविर का आयोजन किया जा रहा है, ताकि रक्तदाता मौके पर ही अपना पंजीकरण कराने के साथ-साथ रक्तदान भी कर सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग एवं लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारी एवं कर्मचारी महोत्सव के आयोजन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा रेडक्रॉस सोसाइटी, बालाजी सेवा संस्थान, एग्नस कुंज सोसाइटी, रूद्रा हिमलया जन जागृति समिति के पदाधिकारी एवं निदेशक आयुर्वेदिक तथा होमोपैथिक विभाग, मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेंगी।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य डॉ0 आर0 राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 शैलजा भट्ट, निदेशक एनएचएम राष्ट्रीय कार्यक्रम डॉ0 सरोज नैथानी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 

राज्यपाल करेंगे टीबी मुक्त उत्तराखंड अभियान का शुभारम्भ,17 सितम्बर से 01 अक्टूबर तक प्रदेशभर में चलेगा अभियान

टीबी रोगियों की देखभाल एवं उपचार को नि-क्षय मित्र बनेंगे महानुभाव-धन सिंह  रावत | INKPOINT

 

‘टीबी रोगियों की देखभाल एवं उपचार को नि-क्षय मित्र बनेंगे महानुभाव’

 

देहरादून, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत राज्यपाल ले0ज0 (से0नि0) गुरमीत सिंह आगामी 17 सितम्बर को राजभवन से टीबी मुक्त उत्तराखंड का शुभारम्भ करेंगे। अभियान के तहत कार्यक्रम में मौजूद महानुभाव भी टीबी रोगियों की देखभाल एवं उपचार के लिये जन सहभागिता के तहत नि-क्षय पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा कर नि-क्षय मित्र बनेंगे। इसके साथ ही राज्यपाल सहित कार्यक्रम में मौजूद अन्य महानुभाव स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिन्हित एक-एक टीबी मरीजों की जिम्मेदारी भी लेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने कार्यक्रम की जानकारी लेते हुये बताया कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत देशभर में 17 सितम्बर से प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के द्वारा राजभवन देहरादून में अपराह्न 12ः30 बजे टीबी मुक्त उत्तराखंड का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसका शुभारम्भ राज्यपाल ले0ज0 (से0नि0) गुरमीत सिंह करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा सांसद टिहरी, मेयर देहरादून, जनपद के प्रभारी मंत्री, स्थानीय विधायक व जनपद के अन्य विधायकगण मौजूद रहेंगे। डॉ0 रावत ने बताया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जबकि राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड को वर्ष 2024 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये प्रदेशभर में टीबी उन्मूलन के लिये जन जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा विभाग, पंचायतीराज विभाग, सहकारी समितियां, कार्पोरेट्स, संस्थान, एनजीओ तथा व्यक्तिगत रूप से नागरिक नि-क्षय मित्र के रूप में अपनी भूमिका निभायेंगे। इस अभियान के तहत उपरोक्त सभी संगठन एवं व्यक्ति प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिन्हित टीबी मरीजों में से स्वैच्छा से एक या अधिक मरीजों को एक से लेकर तीन वर्ष तक के लिये गोद ले सकते हैं। इस दौरान संबंधित संगठन या व्यक्ति को गोद लिये गये टीबी मरीज की समय-समय पर देखभाल के साथ ही पौष्टिक आहार के रूप में प्रतिमाह फूड बास्केट पर आने वाले लगभग रूपये 1000 का भुगतान करना होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी तक प्रदेशभर में लगभग 15 हजार 500 टीबी मरीज चिन्हित किये गये हैं। जिनमें से लगभग 82 फीसदी टीबी मरीजों ने अपनी देखभाल एवं उपचार के लिये सहमति दे दी है। जिसके क्रम में सैकड़ो लोगों ने नि-क्षय मित्र बनने के लिये अपना पंजीकरण कर लिया है। इसी प्रकार जो व्यक्ति या संगठन टीबी रोगियों को गोद लेना चाहते हैं उनको नि-क्षय पोर्टल पर अपना ऑनलाइन पंजीकरण कराना आवश्यक है।

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