देहरादून। समाज कल्याण विभाग की ओर से मिलने वाली विधवा, वृद्धावस्था पेंशन को धामी सराकर ने बढ़ाकर प्रतिमाह 1500 रुपए बढ़ाने का फैसला लिया है निराश्रित विधवा, दिव्यांग पेंशन को समाज कल्याण विभाग की ओर से मिलने वाली विधवा, वृद्धावस्था और दिव्यांग पेंशन बढा दी गई है। ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त होकर एक बेहतर जीवन जी सके। अब इस श्रेणी के सभी पेंशनर को प्रति माह 1500 रुपए प्राप्त होंगे। धामी सरकार के इस फैसले से अब बुजुर्ग दंपत्तियों को बहुत फायदा होगा। पिछली सरकार की अंतिम कैबिनेट में विधवा, वृद्धावस्था और दिव्यांग श्रेणी के पेंशनर की मासिक पेंशन में दो सौ रुपए प्रति माह बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। बता दें कि वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं, दिव्यांगों के लिए कई तरह की कल्याणकारी योजनाएं पहले से ही संचालित हो रही हैं, लेकिन वंचित लोगों की जेब में सीधे पैसा देने का उद्देश्य उन्हें न्यूनतम स्तर पर आर्थिक तौर पर सशक्त बनाना है। लेकिन इस बीच आचार संहिता लागू होने के कारण इसका आदेश जारी नहीं हो पाया था। अब नई सरकार बनते ही समाज कल्याण विभाग ने उक्त शासनादेश जारी कर दिया है। बढ़ी हुई पेंशन तत्काल प्रभाव से मिलेगी। प्रमुख सचिव एल फैनई ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही पूर्व में वृद्धावस्था पेंशन के लिए पति या पत्नी में से एक ही हकदार होता था, लेकिन अब विभाग ने दोनों के पात्र होने पर पेंशन देने का निर्णय लिया है। इसका आदेश भी जारी कर दिया गया है। प्रमुख सचिव एल फैनई ने बताया कि वृद्वावस्था, निराश्रित विधवा, दिव्यांग पेंशन योजनान्तर्गत पेंशन दरों में 100 रुपये प्रतिमाह की दर से वृद्धि करते हुए उक्त योजनान्तर्गत अब 1500 सौ रुपये नकद दर से पेंशन प्रदान किए जाने की राज्यपाल से अनुमति प्रदान की गई हैं। उक्तानुसार दरों में की गई वृद्धि तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है ।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान के बाद शाही ईदगाह में कम हुई लाउड स्पीकर की आवाज
मथुरा, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर को नियंत्रित किया जा रहा है। इसी कड़ी में श्री कृष्ण जन्मस्थान पर भी लाउडस्पीकर की आवाज कम कर दी गई थी, अब उससे सटे ईदगाह में जुमे की नमाज के दौरान लाउडस्पीकर नहीं बजा है। अपने आप में मस्जिद कमेटी की ओर से इसे बड़ा कदम माना जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि जुमे की नमाज के दौरान लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं किया गया। शाही ईदगाह मस्जिद के प्राधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से सटी मस्जिद में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को नियंत्रित करने का फैसला किया है।
शाही मस्जिद के सचिव तनवीर अहमद ने कहा कि मस्जिद से तीन लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है और अब केवल एक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कम ध्वनि के साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मस्जिद में इस्तेमाल हो रहे लाउडस्पीकार की आवाज परिसर से बाहर नहीं जाए। अहमद के मुताबिक, यह कदम उस सौहार्द को बनाए रखने के लिए है, जिसके लिए मथुरा प्रसिद्ध है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बुधवार को मस्जिद से सटे श्री कृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन मंदिर में लगे लाउडस्पीकर को हटाने का फैसला मंदिर प्रशासन ने किया था। इससे पहले श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट ने मंदिर परिसर में स्थित भागवत भवन की छत पर लगे लाउडस्पीकरों को बंद कर दिया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील पर ऐसा किया गया था।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सभी को अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा था कि माइक का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन सुनिश्चित करें कि उसकी आवाज परिसर से बाहर न आए और इससे अन्य लोगों को परेशानी ना हो। रामनवमी और हनुमान जयंती के दिन कई जगहों पर साम्प्रदायिक तनाव और हिंसा की घटनाओं की पृष्ठभूमि में योगी ने सोमवार को कहा था कि शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस विधिवत अनुमति के बगैर ना निकाल जाएं और अनुमति देने से पहले आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के सम्बन्ध में शपथ पत्र लिया जाए।
ब्रैकिंग : एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या से सनसनी, जांच में जुटी पुलिस
प्रयागराज, यूपी के प्रयागराज से 5 लोगों की हत्या का बड़ा मामला सामने आ रहा है। इस घटना के बाद से आसपास के इलाकों में सन्नाटा पसरा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि सभी लोगों का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में ले लिया है और उसकी जांच शुरू कर दी है। मृतकों का नाम राज कुमार यादव (55) और उनकी पत्नी कुसुम देवी (52) के अलावा बेटी मनीषा, बहु सविता और पौत्री मीनाक्षी शामिल है। घटना को लेकर उत्तर प्रदेश के एडीजी क़ानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि खैवजपुर से सूचना मिली कि 5 लोगों की हत्या हो गई है। मौके पर वहां के वरिष्ठ अधिकारी, एसएसपी और आईजी मौजूद हैं। प्रथम दृष्टया में शव पर धारदार चोट के निशान हैं और घर पर आग भी लगी थी जिससे तुरंत बुझाया गया था। उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं पर जांच की जारी है। प्रयागराज के एसटीएफ टीम को मौके पर भेजा गया है, जांच के बाद ही हम कुछ कह पाएंगे।
प्रयागराज के जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने कहा कि राजकुमार के परिवार में से सुनील और एक बच्ची जीवित हैं। 5 टीम बनाकर जांच की जा रही है। सुनील का भी बयान लिया जा रहा है। अभी तक आपसी रंजिश की कोई बात सामने नहीं आई है। पुलिस हर पहलू को देख रही है। प्रयागराज के SSP अजय कुमार ने कहा, पूरा मामला थरवई ज़िला का है, सुबह 5 बजे पुलिस को ख़बर मिली थी कि एक ही परिवार के 5 लोग मृत अवस्था में पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद राजकुमार, उनकी पत्नी कुसुम, राजकुमार की बहू, बेटी और एक पोती मृत अवस्था में मिले। राजकुमार की दूसरी पोती जो 5 वर्ष की हैं वह जीवित हैं।
एसपी ने बताया कि घर के बेडरूम में आग लगी हुई थी जिसे दमकल द्वारा बुझाया गया है। सभी टीम जांच में जुट गई हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मृतक के परिजन के बयान के आधार पर जांच होगी। एक बच्ची जो जीवित है उसे पुलिस संभाल रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना पर कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या किए जाने की खबर अति-दुःखद, निन्दनीय व चिन्ताजनक। सरकार घटना की तह में जाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करे।
सुशासन और जनकल्याण को समर्पित धामी 2.0 सरकार
जनता से किये वादों को पूरा करने के लिए एक माह में लिये महत्वपूर्ण फैसले
देहरादून, उत्तराखण्ड की धामी 2.0 सरकार ने आज अपना एक माह का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस अवधि में मुख्यमंत्री धामी अटैकिंग मोड में रहे। उनका जोर प्रशासनिक सुधार और सुशासन पर रहा। जीरो टॉलरेंस और पारदर्शी प्रशासन को लेकर उन्होंने सख्त संदेश दिए। कई कड़े फैसलों से भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार किया। भ्रष्टाचारियों की सीधी शिकायत के लिए भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064′ भी लॉच किया गया। समान नागरिक संहिता को लागू करने और बाहरी नागरिकों के वैरिफिकेशन पर की गई ठोस पहल की गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 5 नवम्बर 2021 को केदारनाथ धाम में आदिगुरू शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण करते हुए कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का होगा। मोदी जी की इस सोच को सूत्रवाक्य मानकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सधे कदमों से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। अगले एक दशक में उन्हें मोदी जी के इस सपने को हकीकत में बदलना है लिहाजा, अपनी दूसरी पारी में सूझबूझ के साथ वह अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं। अब तक कई ऐसी पहल कर चुके हैं जो आगे चलकर उत्तराखण्ड की तरक्की में मील का पत्थर साबित होंगे। लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने पहली कैबिनेट में ही अपने इरादे साफ कर दिए। समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर चुनाव से पूर्व किए अपने वायदे को पूरा करने की दिशा में उन्होंने महत्वपूर्ण कदम उठाया। धामी 2.0 सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिये विशेषज्ञों की समिति बनाई जाएगी। न्यायविदों, सेवानिवृत्त जजों, समाज के प्रबुद्ध जनों और अन्य स्टेकहाल्डर्स की एक कमेटी गठित की जाएगी जो कि उत्तराखण्ड राज्य के लिये यूनिफार्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करेगी।
मुख्यमंत्री धामी जानते हैं कि देवभूमि उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं शांतिपूर्ण वातावरण को बनाए रखने के लिये जरूरी है कि अराजक तत्व राज्य में प्रवेश न कर पाए। इसके लिये उन्होंने प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर नागरिकों का सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, जिस पर अमल शुरु कर दिया गया है।
तीर्थाटन को बढ़ावा मिले इसके लिए चारधाम सर्किट में आने वाले सभी मंदिरों और गुरूद्वारों में भौतिक ढांचे और परिवहन सुविधाओं का विस्तार करने की योजना बनाई गई है। कुमायूं के प्राचीन मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन की शुरूआत जल्द होने वाली है। मिशन मायापुरी के अंतर्गत हरिद्वार को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी और विश्व में आध्यात्मिक पर्यटन के लिये सबसे बड़े स्थलों के रूप में बदलने के लिये उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के निर्माण का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री धामी जनहित से जुड़े कई कल्याणकारी फैसले भी ले चुके हैं। निर्णय लिया गया है कि उत्तराखण्ड में वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत अब पात्र पति व पत्नी दोनों को लाभ मिल सकेगा। इतना ही नहीं वृद्धावस्था, निराश्रित विधवा भरण पोषण अनुदान तथा दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत प्रदत्त दर 1200 रूपये प्रतिमाह में 300 रूपये की वृद्धि की गई है। अब इनमें प्रतिमाह 1500 रूपये पेंशन प्राप्त होगी।
बुनियादी सुविधाओं के विकास पर भी मुख्यमंत्री धामी लगातार ध्यान दे रहे हैं। उनकी मजबूत पहल पर केंद्र सरकार ने एन.एच. 72 के पांवटा साहिब-बल्लूपुर (देहरादून) खण्ड के उन्नयन और फोर लेन के निर्माण के लिये 1093.01 करोड़ रूपये के बजट की स्वीकृति दी है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोपवे नेटवर्क निर्माण के लिये पर्वत माला परियोजना का खाका तैयार कर लिया गया है। नगरीय क्षेत्रों में ट्रेफिक समस्या को दूर करने के लिये पार्किंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सर्फेस पार्किंग के साथ ही मल्टीस्टोरी पार्किंग, केविटी पार्किंग व टनल पार्किंग भी विकसित किये जाने की योजना है। महिला सशक्तीकरण धामी सरकार की प्राथमिकता में है। महिला स्वयं सहायता समूहों की सहायता के लिये एक विशेष कोष गठित करने का निर्णय ले लिया गया है। चुनाव पूर्व जनता से किया गया तीन सिलेण्डर मुफ्त देने के वायदे को पूरा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखण्ड राज्य में संचार नेटवर्क की अहमियत धामी सरकार को पता है। लिहाजा, उत्तराखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में 4 जी/5 जी मोबाईल नेटवर्क एवं हाई स्पीड ब्राडबैंड व फाइबर इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करायी जाने का प्रस्ताव बन चुका है। किसानों का सामाजिक स्तर उठाने और उनकी आय दोगुना करने के उद्देश्य से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर ‘सीएम किसान प्रोत्साहन निधि’ की शुरूआत की जा रही है। साथ ही धामी सरकार उत्तराखण्ड को जैविक प्रदेश बनाना चाहती है, इसके लिए एक अखिल भारतीय बाजार बनाने को ‘उत्तराखण्ड आर्गेनिक्स ब्रांड’ बनाया जा रहा है।
इसमें कोई दोराय नहीं कि उत्तराखण्ड के सीमावर्ती गांवों के नागरिकों का देश की सुरक्षा में भी खासा महत्व है। उन्हें सेकेण्ड डिफेंस लाइन भी कहा जाता है। इस महत्व को समझते हुए मुख्यमंत्री धामी ने अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों से पलायन रोकने और सुविधायें मुहैया करवाने की जोरदार पहल की है। इसके तहत ‘हिम प्रहरी योजना’ के जरिए राज्य के भूतपूर्व सैनिकों एवं युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकटवर्ती जिलों में बसने के लिये सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी सुशासन पर कड़ा संदेश दे चुके हैं। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस उनकी सरकार की प्राथमिकता है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064 का शुभारम्भ किया गया है।
स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दे रहे हजारों पर्यावरण मित्रों का एक दिन का मानदेय बढ़ाकर 500 रूपये कर दिया गया है। इसके अलावा, कारवां टूरिज्म द्वारा पर्यटकों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए पॉलिसी बनाने का काम तेजी से आगे बढ़ जा रहा है। लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने शिक्षा मित्रों के मासिक मानदेय 15 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपए किया है। धामी जनता से सीधा संवाद बनाए हुए हैं, एक माह की अवधि में मुख्यमंत्री लगातार आमजन से मिलकर उनकी शिकायतों का निस्तारण कर रहे हैं।
राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए स्वरोजगार पर विशेष ध्यान दे रही : मुख्यमंत्री
देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को शुक्लापुर, देहरादून में हैस्को के संस्थापक पद्मभूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी द्वारा हैस्को के माध्यम से की जा रही विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरणविद् एवं समाजसेवी डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने जल संचय, प्रकृति के संवर्द्धन के लिए सराहनीय कार्य किये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आर्थिक गतिविधयों को बढ़ाने की दिशा में उनके द्वारा अच्छे प्रयास किये गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए उनके द्वारा किये गये प्रयोग काफी सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए स्वरोजगार पर विशेष ध्यान दे रही है। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी ब्राडिंग, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपदों में अलग-अलग उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में अनेक प्राकृतिक संपदाएं हैं। राज्य सरकार द्वारा लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ावा देने के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर पद्मभूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ावा देने एवं जल संचय एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने सुझाव भी दिये। उन्होंने हैस्को द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने हैस्को द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों का अवलोकन किया गया।
विरासत’ हमारे देश के उभरते हुए कलाकारों के लिए एक मंच है : आर के सिंह
‘नियाज़ी ब्रदर्स के कव्वाली और सूफी गीत ने देहरादून के लोगो को मंत्रमुग्ध किया’
‘विरासत में देहरादून के स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया’
देहरादून, विरासत आर्ट एंड के आठवें दिन की शुरूआत आर्ट एंड क्राफ्ट कार्यशाला के साथ हुयी। इस वर्कशॉप में देहरादून के 7 स्कूलों के लगभग 120 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस कार्यशाला के अंतर्गत छात्र-छात्राओं ने शिल्पकार मास्टर के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के कला और आर्ट बनाने का प्रशिक्षण लिया। इस कार्यशाला में टाई एंड डाई, मिट्टी के बर्तन बनाना, जुट की गुड़िया बनाना, गुब्बारे पर कलाकृतियां उकेरना, फेस आर्ट, मंडना आर्ट, ब्लॉक प्रिंटिंग एवं पतंग बनाने जैसे कला शामिल थी।
‘विरासत’ को आयोजित करने वाली रीच संस्था द्वारा कौलागढ़ रोड स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। वार्ता को संबोधित करते हुए संस्था के वरिष्ठ सदस्यों ने कहा ’हम रीच संस्था कि ओर से मीडिया के सभी लोगो को धन्यवाद देते है जिन्होंने विरासत को इस तरह से समर्थन दिया है और अपने समाचार पत्र, न्यूज चैनल एवं वेब पोर्टलो में देश के कलाकारो को स्थान दिया है। देश के जाने माने कलाकारों से लेकर उभरते हुए कलाकारों तक ने देहरादून में आयोजित विरासत आर्ट एंड हेरिटेज फेस्टिवल 2022 के मीडिया समर्थन कि प्रशंसा कि है’।
रीच संस्था के महासचिव श्री आरके सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा ’विरासत हमारे देश के उभरते हुए कलाकारों के लिए एक मंच है एवं इस मंच से उत्तराखंड के साथ-साथ देशभर के कलाकारों की कलाओं को लोगो के सामने प्रस्तुत कर प्रोत्साहित किया जाता है। हमारा उद्देश्य है कि देश के जो नन्हे मुन्ने बच्चे हैं वह हमारी विरासत को बनाए रखें और आने वाली जनरेशन को वह अपनी विरासत सुपुर्द करें । उन्होंने कहा आने वाले कुछ दिनों में विरासत सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत कई जाने-माने कलाकारों की प्रस्तुतियां होनी है जिसमें पदम भूषण परवीन सुल्ताना, गजल गायक तलत अजीज़ एवं अन्य कलाकार शामिल है।’ विरासत सांस्कृतिक कार्यक्रम में मझें हुए कलाकारों के साथ कुछ नए और उभरते हुए कलाकारों को एक समान कला प्रस्तुति मंच देता है जिससे उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया जाए। प्रेस वार्ता में रीच संस्था की ओर से श्री विजय रंजन जी, श्री डी एन सिंह, श्री सुनील वर्मा, विजयश्री जोशी, कल्पना शर्मा एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।
‘कुंज बिहारी राधा प्यारी एवं शाम भयलबा मोरे मंदरवा’ के बोल से गूंज उठा विरासत का प्रांगण
सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ एवं पंडित उदय कुमार मल्लिक द्वारा ध्रुपद गायन कि प्रस्तुति हुई। उनके द्वारा धमार शैली के धमा ताल में राग रागेश्वरी प्रस्तुत की गई जिनके बोल“ कुंज बिहारी राधा प्यारी एवं शाम भयलबा मोरे मंदरवा प्रस्तुतियां शामिल है वही ठुमरी और भजन के साथ उन्होंने अपनी प्रस्तुति को समाप्त किया। पंडित उदय कुमार मल्लिक के साथ वोकल में रूपेश पाठक, हारमोनियम पर जाकिर ढोलपुरी, तबला पर मिथिलेश झा, तानपुरा पर कुमारी रूपम एवं मुस्कान माही ने अपनी संगत दी।
बताते चले कि पंडित उदय कुमार मल्लिक ध्रुपद अकादमी, नई दिल्ली के संस्थापक हैं। वह विश्व प्रसिद्ध दरभंगा घराने से आते हैं, जो 350 वर्षों से ध्रुपद और पखावज के लिए जाना जाता है, उनके परिवार के कई सदस्य विभिन्न प्रतिष्ठित पुरस्कारों और सम्मानों से सम्मानित हैं।
पंडित उदय कुमार मल्लिक भारतीय शास्त्रीय संगीत के समृद्धि एवं विस्तार के लिए समर्पित हैं और वे संगीतकारों की एक नई पीढ़ी को शिक्षा दे रहे हैं। पं. मलिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगीत समारोहों, सम्मेलनों, त्योहारों, टेलीविजन और रेडियो पर प्रदर्शन करते हैं। उनके द्वारा रिकॉर्डिंग कि हूई ऑडियो और वीडियो को बिहार संगीत नाटक अकादमी संग्रहालय, यू.पी. संगीत नाटक अकादमी और केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी, दिल्ली द्वारा इस्तेमाल कि जाती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्य प्रस्तुतियों में रामपुर घराने के प्रसिद्ध ’नियाज़ी ब्रदर्स’ द्वारा कव्वाली और सूफी गीत प्रस्तुत किये गए। जिसमे पारंपरिक कव्वाली में हजरत अमीर खुसरो का लिखा हुआ कव्वाली से शुरू किया एवं पंजाबी के साथ-साथ बॉलीवुड से ख्वाजा मेरे ख्वाजा भी प्रस्तुत किया। सहयोगी कलाकारों में माजिद नियांजी और मुकर्रम नियाजी वोकल में वहीं परवेज एवं वासिफ नियाजी ढोलक पर, विजय कुमार तबला और ऋषू कुमार की बोर्ड पर संगत दिया।
शाहिद नियाज़ी और सामी नियाज़ी (नियाज़ी ब्रदर्स) जो अपने संगीत के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है एवं वे कव्वाली के रामपुर घराने की 250 साल पुरानी पारिवारिक परंपरा को जारी रखे हुए हैं। उस्ताद नियाज़ी ने कव्वाली को “रूह-ए-ग़िज़ा“ के रूप में वर्णित किया है।
कव्वाली 13वीं शताब्दी में भारतीय, फारसी, तुर्की और अरबी संगीत परंपराओं के श्मिश्रण से बनी। दिल्ली के सूफी संत अमीर खुसरो देहलवी जो सूफियों की चिश्ती धराने से सबंध रखते थे। कव्वाली के केंद्र में प्रेम और परमात्मा कि भक्ति होती है।
पोस्ट ऑफिस में भी खुल जाएगा पीपीएफ खाता, मिलतें हैं यह सभी फायदे
Post Office Scheme: यदि आप इस वजह से निवेश नहीं करना चाहते हैं कि आपको डर है कि आपको पैसा कहीं डूब न जाए तो आपके लिए डाकघर की योजनाओं (Post Office Saving Scheme) में निवेश करना बेहतर होगा।
यहां पैसा निवेश करना सबसे सुरक्षित माना जाता हैं क्योंकि यह सरकारी सुरक्षा के साथ आता है। डाकघर में कुछ ऐसी स्कीम हैं, जो आपको कुछ सालों में अच्छा मुनाफा कमा कर दे सकती है। अगर आप लंबे समये के लिए निवेश का विकल्प तलाश रहे हैं जिसमें अच्छा रिटर्न मिले तो Post Office Public Provident Fund (PPF) अच्छा विकल्प हो सकता है।
Post Office PPF पर मिलता है इतना ब्याज
डाकघर बचत योजना PPF पर 7.1 प्रतिशत वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है। इस योजना का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है। इसके बाद इसे और 5 सालों के लिए और बढ़ाया जा सकता है। अगर आपको 15 साल के बाद पैसे की जरूरत नहीं हो तो आप इस फंड को आगे बढ़e सकते हैं।
इतना कर सकते हैं निवेश
इस योजना में हर साल आप अधिकतम 1.50 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं। आप साल में 1.50 लाख रुपये जमा करने की जगह 12500 रुपये मासिक भी जमा कर सकते हैं। इसके अलावा आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत PPF पर टैक्स छूट भी पा सकते हैं। इसके ब्याज पर मिलने वाले पैसे पर टैक्स नहीं लगता। बचत योजना में 22.5 लाख रुपये के निवेश पर 15 साल की मैच्योरिटी पर आपको 18 लाख रुपये का ब्याज मिलता है।
इतना मिल सकता है ब्याज
अगर आप प्रत्येक महीने इस योजना में 12,500 रुपये का निवेश करते हैं तो एक साल में 1.50 लाख रुपये हो जाएंगे। वहीं 15 साल में कुल निवेश 22.50 लाख रुपये हो जाएगा, जिस पर आपको सालाना ब्याज 7.1 प्रतिशत की दर से मिलेगा। मैच्योरिटी के समय कुल फंड 40.70 लाख रुपये का हो जाएगा, जिसमें 18.20 लाख रुपये का ब्याज का फायदा मिलेगा।
25 साल पर मिलेगा इतना पैसा
25 साल के लिए 12,500 रुपये हर महीने के हिसाब से जमा करने पर 40.70 लाख की रकम दो गुने से भी अधिक हो जाती है। इस पर वार्षिक ब्याज दर 7.1 फीसदी से ही लागू रहता है तो 25 सालों में में कुल निवेश की राशि 37.50 लाख रुपये होती है। और ब्याज के फायदे के साथ 62.50 लाख रुपये ब्याज मिलेगा, यानी मैच्योरिटी पर 1.03 करोड़ रुपये मिलेंगे।
दीवाना बनाने आ रहा Vivo का नया Smartphone, फीचर्स ने उड़ाए होश, जानें लॉन्च डेट और सबकुछ
Vivo X80, Vivo X80 Pro Specifications Leaked: लोकप्रिय चीनी स्मार्टफोन ब्रांड वीवो (Vivo) आने वाले दिनों में दो नए स्मार्टफोन्स, Vivo X80 और Vivo X80 Pro लॉन्च करने जा रहा है.
इन स्मार्टफोन्स को लेकर कंपनी की तरफ से ज्यादा जानकारी तो नहीं आई है लेकिन हाल ही में इन स्मार्टफोन्स के फीचर्स जरूर लीक हुए हैं. आइए जानते हैं कि इन स्मार्टफोन्स को कब लॉन्च किया जा रहा है और इनमें आपको क्या फीचर्स मिल सकते हैं..
Vivo X80 और Vivo X80 Pro की लॉन्च डेट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वीवो (Vivo) अपने दो नए स्मार्टफोन्स, Vivo X80 और Vivo X80 Pro को 25 अप्रैल को लॉन्च करने जा रहा है. इन दोनों स्मार्टफोन्स को फिलहाल केवल चीन (China) में ही लॉन्च किया जा रहा है और कंपनी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है कि इन फोन्स को भारत में कब तक लॉन्च किया जा सकता है. रुमर्स और लीक्स की मानें तो इन दोंनो स्मार्टफोन्स को इस साल मई या जून में भारत में पेश किया जा सकता है.
Vivo X80 का कैमरा
जैसा कि हम आपको पहले बता चुके हैं, वीवो (Vivo) की Vivo X80 Series के स्मार्टफोन्स के फीचर्स की जानकारी लीक्स के जरिए ही सामने आई है और इन्हें कंपनी ने कन्फर्म नहीं किया है. कैमरा की बात करें तो Vivo X80 में आपको एक ट्रिपल रीयर कैमरा सेटअप मिल सकता है जिसमें 50MP का सोनी सेन्सर, 16MP का अल्ट्रा-वाइड कैमरा और 12MP का पोर्ट्रेट टेलीफोटो लेंस शामिल हो सकता है. एंड्रॉयड 12 पर चलने वाले Vivo X80 के फ्रंट कैमरा को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
Vivo X80 के बाकी फीचर्स
डिजिटल चैट स्टेशन (Digital Chat Station) के हिसाब से Vivo X80 में आपको 6.78-इंच का E5 एमोलेड (AMOLED) फुल एचडी+ रेसोल्यूशन और 120Hz का रिफ्रेश रेट मिल सकता है. ये स्मार्टफोन मीडियाटेक डायमेंसिटी 9000 SoC पर काम कर सकता है और ये 4,500mAh की बैटरी और 80W के वायर्ड चार्जिंग सपोर्ट से लैस हो सकता है.
Vivo X80 Pro का कैमरा
Vivo X80 की तरह Vivo X80 Pro के फीचर्स के बारे में भी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. इस फोन को आपको बता दें कि Vivo X80 Pro में आपको Vivo X80 के मुकाबले एक क्वॉड कैमरा सेटअप मिल सकता है जिसका मेन सेन्सर 50MP का होगा और इसमें 48MP का एक अल्ट्रा-वाइड कैमरा होगा और 12MP का पोर्ट्रेट कैमरा मिल सकता है.
Vivo X80 Pro के फीचर्स
बाकी फीचर्स की बात करें तो डिजिटल चैट स्टेशन (Digital Chat Station) के हिसाब से Vivo X80 Pro में आपको 6.78-इंच के E5 एमोलेड (AMOLED) डिस्प्ले, क्यूएचडी+ (QLED+) एलटीपीओ (LTPO) रेसोल्यूशन और 120Hz का रिफ्रेश रेट मिल सकता है. Vivo X80 Pro को दो स्टोरेज वेरिएंट्स में लॉन्च किया जा सकता है जिसमें से एक स्नैपड्रैगन 8 जेन 1 SoC पर काम करेगा और दूसरा मीडियाटेक डायमेंसिटी 9000 SoC पर चलेगा. इस फोन में आपको 4,700mAh की बैटरी, 80W का वायर्ड चार्जिंग सपोर्ट और 50W का वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट मिल सकता है.
आपको एक बार फिर याद दिला दें, Vivo X80 और Vivo X80 Pro, दोनों फोन्स की कीमत और फीचर्स की पुष्टि 25 अप्रैल को इनके लॉन्च के समय ही होगी.
दिल्ली में मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये फाइन, प्राइवेट कार में नहीं कटेगा चालान, आदेश जारी
दिल्ली (Delhi) में बढ़ते कोरोना (CORONA) के मामलों को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधीकरण (DDMA) ने बैठक की. इसमें मास्क पहनने को अनिवार्य करने का फैसला लिया गया. मास्क (Wearing Mask) नहीं लगाने पर 500 रुपए का जुर्माना भी लिया जाएगा. जहां एक ओर डीडीएमए ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने को अनिवार्य कर दिया वहीं दिल्ली में गाड़ी में मास्क पहनने को लेकर भी उसने एडवाइजरी जारी की है. इसके मुताबिक निजी चार पहिया वाहनों में अकेले यात्रा करने वाले व्यक्ति पर जुर्माना लागू नहीं होगा, यानी गाड़ी में मास्क लगाने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है.
बता दें दिल्ली में इससे पहले जब मास्क को अनिवार्य किया गया था तब निजी वाहनों में भी मास्क लगाना अनिवार्य था, लेकिन अब डीडीएमए ने इसपर रोक लगा दी है. इसका मतलब यह हुआ कि गाड़ी के अंदर मास्क नहीं लगाने पर अब 500 रुपये का फाइन नहीं देना होगा.
सार्वजनिक स्थान पर जरूरी है मास्क
डीएसएमए ने अपने आदेश में कहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क नहीं पहनना एक अपराध है. बिना मास्क के सार्वजनिक स्थान पर पाया जाने पर 500 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा. यह आदेश तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक यह लागू कर दिया गया है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए डीडीएमए ने 20 अप्रैल को एक बैठक की थी. इसमें डीडीएमए ने मास्क को अनिवार्य कर दिया था. इसके बाद से अब सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं लगाने वालों पर ₹500 का जुर्माना लगाया जाएगा. इसके साथ ही शहर में बड़े पैमाने पर कोविड टेस्टिंग की जाएगी. इसके साथ ही वैक्सीनेशन पर भी ज्यादा जोर दिया जाएगा.
डीडीएमए ने अपनी इस बैठक में स्कूलों को बंद नहीं करने का फैसला किया है. डीडीएमए के मुताबिक स्कूल खुले रहेंगे और फिलहाल शहर में जो भी सामाजिक समारोह किए जाएंगे उस पर सरकार की निगरानी रहेगी.
दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामले
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामले सामने आने की दर में तेजी देखी जा रही है. इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने 15 से 59 के लोगों को प्रिकाशनरी डोज को फ्री लगवाने का फैसला किया है. दिल्ली में यह काम शुरू भी हो गया है.
दिल्ली में पहले बिना मास्क के पाए जाने पर 2000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता था, लेकिन इसे बाद में घटाकर 500 रुपये कर दिया गया था. बाद में इस 500 रुपये के जुर्माने को भी खत्म कर दिया गया था, लेकिन अब दिल्ली सरकार ने इसे फिर से लगाने का फैसला किया है. दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के 965 मामले पाए गए थे.
उत्तराखंड में 7 आईएएस और 2 पीसीएस के तबादले, मयूर दीक्षित बने रुद्रप्रयाग के नये जिलाधिकारी
देहरादून: उत्तराखंड शासन ने 7 आईएएस और 2 पीसीएस अधिकारियों के के तबादले ,
आईएएस मयूर दीक्षित बने जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग,
आईएएस नरेंद्र सिंह भंडारी बने जिलाधिकारी चंपावत ,
आईएएस अभिषेक रुहेला बने जिलाधिकारी उत्तरकाशी,
आईएएस मनुज गोयल बने आयुक्त नगर निगम देहरादून,
आईएएस रंजना को परियोजना निदेशक उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी की जिम्मेदारी,
आईएएस विनीत तोमर को प्रबंध निदेशक उत्तराखंड परिवहन निगम की जिम्मेदारी,
आईएएस धीराज सिंह को प्रबंध निदेशक कुमाऊँ मंडल विकास निगम तथा उपाध्यक्ष जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण नैनीताल का अतिरिक्त प्रभार,
पीसीएस हेमंत कुमार वर्मा को अपर जिलाधिकारी चंपावत की जिम्मेदारी,
पीसीएस शिवचरण द्विवेदी को अपर जिलाधिकारी चमोली की जिम्मेदारी