टिहरी, झील के किनारे दलदल में फंसा एक व्यक्ति, कड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया, मिली जानकारी के मुताबिक दिचलीपट्टी प्रखंड के ग्राम मणि क्षेत्र निवासी
दिचलीपट्टी प्रखंड के ग्राम मणि क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति टिहरी झील के किनारे दलदल में फंस गया था। व्यक्ति को दलदल से निकालने के लिए एक स्थानीय युवक जान जोखिम में डालकर अपने कमर में रस्सी बांधकर नदी के दलदल में पहुंचा है। मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के जवान भी पहुंचे। कड़ी मशक्कत करने के बाद व्यक्ति को बाहर निकाला गया। व्यक्ति का नाम युद्धबीर चंद (48 वर्ष) पुत्र बचन चंद है। इससे पहले भी कई पशुओं की मौत दलदल मे फंसने के कारण हो चुकी है। तथा कइयों की मौत टिहरी झील में डूबने से हो जाती है। टीएचडीसी को झील के किनारे सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए हुए हैं। इस मौके पर गुरुप्रसाद बधानी, तहसीलदार प्रताप सिहं चौहान, थानाध्यक्ष धरासू दिनेश कुमार, पटवारी राजीव रमोला, पुलिस कास्टेबल कमल नेगी, विनोद पंवार आदि मौजूद रहे।
दलदल में फंसा व्यक्ति, कड़ी मशक्कत के बाद निकला बाहर
हादसा : लहूलुहान महिला ने रात को खटखटाता दरवाजा, फिर सुनाई दुर्घटना की आपबीती, मां बेटे और चालक की मौत
चंपावत, तीर्थ नगरी हरिद्वार से आ रही एक कार पाटी से एक किमी पहले गहरी खाई में गिर गई। दुर्घटना में मां-बेटे और चालक की मौके पर ही मौत हो गई। सभी मृतक पाटी के लखनपुर लड़ा क्षेत्र के निवासी थे, जबकि एक महिला बुरी तरह घायल हो गई। जख्मी महिला को परिजन प्राथमिक इलाज के बाद बरेली के एक निजी अस्पताल में ले गए हैं।
अगर हादसे की अकेली घायल मंजू गहतोड़ी ने हिम्मत न दिखाई होती तो रात में हुई कार दुर्घटना का पता देर में चलता। कार के 400 मीटर खाई में गिरने से घायल मंजू भी अचेत हो गईं थीं। कुछ देर बाद उन्हें होश आया तो अंधेरे में मंजू खाई से सड़क तक पहुंची और फिर वह शॉर्टकट रास्ते से पैदल चलकर न्यू कॉलोनी पहुंची। वहां मंजू ने रात 11:30 बजे पड़ोसी गिरीश पचौली का दरवाजा खटखटाया।
रात में लहूलुहान मंजू को देख गिरीश सन्न रह गए। उन्होंने किसी तरह खुद को संभाला और तुरंत पुलिस और आपात सेवा को कॉल की। घायल मंजू को आपात सेवा 108 की एंबुलेंस से पाटी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। पचौली बताते हैं कि इस पूरे घटनाक्रम से एक बार तो उनकी आंखों के आगे अंधेरा छा गया।
उन्हें समझ नहीं आया कि क्या किया जाए लेकिन फिर वे संभले और उन्होंने पुलिस और आपात सेवा समेत आसपास के लोगों को फोन से सूचना दी। इसके बाद ग्रामीणों ने घटनास्थल पर जाकर बचाव कार्य किया। अगर हौसला दिखाते हुए मंजू पड़ोसी के घर तक न पहुंचती, तो दुर्घटना का पता चलने में देर हो गई होती। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जगह कार खाई में गिरी है, सड़क से वह हिस्सा पेड़, पौधों से ढका हुआ है। आपदा से निपटने के बड़े-बड़े दावों के बीच एक बार फिर संकट के समय व्यवस्था उम्मीद जगाने में नाकाम रही। रात के समय हुए इस हादसे ने दावों की पोल खोल दी। यहां तक कि राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) के पास भी उजाले की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। नाकाफी उजाले के कारण ग्रामीणों ने टॉर्च, इमरजेंसी लाइट, मोबाइल फोन की रोशनी से शवों को निकालने में मदद की।
मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग में लिपिक प्रदीप गहतोड़ी के पिता बलदेव गहतोड़ी का निधन करीब दो दशक पहले हुआ था। इस बार किसी कारण वह अपने पिता का श्राद्ध निर्धारित तिथि पर नहीं कर पाए थे। इस कारण 11 मई को वे हरिद्वार में इस रस्म को पूरा करने के लिए गए थे। बृहस्पतिवार को कार्यक्रम पूरा करने के बाद हरिद्वार से लौटे तो रात को कार के खाई में गिरने से यह अनहोनी हो गई। प्रदीप गहतोड़ी ने हरियाणा के हिसार की निजी कंपनी में सेवारत इकलौते बेटे अंकुर का 22 अप्रैल को यज्ञोपवीत संस्कार भी कराया था |
पाटी मुर्दाघर (मोर्चरी) के हाल बेहद बुरे हैं। पोस्टमार्टम के दौरान शुक्रवार को इस मुर्दाघर की बदहाली जगजाहिर हुई। शवों को रखने की जगह नहीं थी। न बिजली, न पानी और न ही यहां स्टाफ। चंपावत से आए डॉ. कुलदीप यादव और डॉ. प्रिया ने तीनों शवों के पोस्टमार्टम किए। लोगों ने पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल से मुर्दाघर को सुधारने की मांग की। फर्त्याल ने इसमें जरूरी व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया।
वहीं सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल का कहना है कि इस मुर्दाघर में आमतौर पर पोस्टमार्टम नहीं होते हैं। पोस्टमार्टम लोहाघाट में कराए जाते हैं। विशेष परिस्थितियों में ही शुक्रवार को पाटी में पोस्टमार्टम की अनुमति दी गई। इससे पहले यहां वर्ष 2010 में सुनडुंगरा में फैली महामारी के दौरान पोस्टमार्टम हुए थे। बता दें, वर्ष 2022 का पांचवां महीना मई अभी आधा भी नहीं बीता है, लेकिन ये सड़क दुर्घटना के मद्देनजर बेहद खौफनाक है। इस साल साढ़े चार माह (13 मई तक) से भी कम समय में जितने लोगों की जान गई हैं, उतनी मौतें पिछले तीन वर्ष में नहीं हुईं। इस साल अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 42 लोग घायल हुए हैं।
पंडित हरगोविंद पंत जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीज विद्युत की नियमित उपलब्धता न होने परेशान
अल्मोड़ा, पंडित हरगोविंद पंत जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में भर्ती मरीज विद्युत की नियमित उपलब्धता न होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चिकित्सालय में पर्याप्त क्षमता का जनरेटर उपलब्ध नहीं हैं, यहां पर 125 कि.वा. का जनरेटर लगा हुआ है जो कि पर्याप्त नही है। लाइट न होने पर एक्सरे मशीन काम नही करती है। जिसकी क्षमता 160 कि.वाट है जिसे वर्तमान जनरेटर से चलाया नही जा सकता। कल भी जब विद्युत कट था तब अल्मोड़ा जिला चिकित्सालय के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांण्डे ने इस समस्या को विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों के समक्ष उठाया। जिसके फलस्वरूप विद्युत व्यवस्था बहाल हो सकी। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पुराने कलक्ट्रेट भवन के पास लाइन में खराबी आयी थी, जिसके बाद लाइन दुरुस्त की गई। इसके बाद लोगों के एक्सरे व दूसरे टैस्ट हो सके। इस बीच अल्मोड़ा जिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर कुसुमलता को भी घटना की जानकारी दी गयी, साथ ही साथ चिकित्सालय परिसर में तम्बाकू व बीड़ी, सिगरेट, व गुटका थूकने पर जुर्माना लगाने का अनुरोध किया। संजय पांण्डे ने कहा कि चिकित्सालय एक मंदिर है हम सब को मिलकर स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। सार्वजनिक स्थानों व उसके आसपास के क्षेत्रो को तम्बाकू मुक्त करने की सरकारी पहल का स्वागत करते हुए सामाजिक पांण्डे ने कहा कि चिकित्सालयों में भी इस नियम का पालन होना चाहिये। उन्होंने कहा कि केवल नारों से काम चलने वाला नही है बल्कि इसे सख्ती से रोकने की जरूरत है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए उन्होंने आज उत्तराखंड की स्वास्थ्य निदेशक डॉक्टर सैलजा भट्ट से फ़ोन पर बात कर अल्मोड़ा जिले कि समस्याओ से अवगत करवाया।
इस पर स्वास्थ्य निदेशक ने बताया की प्रत्येक अस्पताल में हमेशा विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो इसका प्रयास किया जा रहा है। चिकित्सालय में रोगियों को टेस्ट की कोई परेशानी नही होनी चाहिए। संजय पांण्डे ने बताया कि अल्मोड़ा जिले चकित्सालय में बेहोश करने की कोई भी मशीन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण गले का जटिल ऑपरेशन जिला अस्पताल में अभी नहीं किया जा सकता है। क्योंकि गले के ऑपरेशन के लिए मरीज को बेहोश करना पड़ता है,
जिसके लिए बॉयलमशीन प्रयोग की जाती है। जिसके लिए मरीज को रेफर कर दिया जाता है,सेनेटाइजर मशीन भी खराब है जिससे वार्ड में भर्ती मरीजों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। डॉक्टर सैलजा ने फोन पर बताया कि नए जनरेटर व अन्य उपकरणों की खरीद के लिये मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करेंगी की वो जिलाधिकारी से इस संबंध में बात कर के इस पर त्वरित कार्यवाही करें।
ब्रैकिंग : शांतिपुरी में भाजपा मंडल महामंत्री की गोली मारकर हत्या
हल्द्वानी, पंतनगर शांतिपुरी में गोली मारकर हत्या की खबर से हड़कंप मचगया, मिली जानकारी के मुताबिक पंतनगर शान्तिपुरी नंबर 3 में भाजपा महानगर मण्डल महामंत्री संदीप कार्की अपने घर पर ही थे की बेखौफ बदमाशों ने आकर उन्हें गोली मार दी। इस पूरी घटना से क्षेत्र में हलचल मच गयी पुलिस भी सतर्क हो गई है। आनन फानन में भाजपा नेता को किच्छा के चिकिल्सालय ले जाया गया जहाँ उसकी हालत नाजुक ने देख चिकित्सालय केे लिए रेफर कर दिया।
जिसके बाद भाजपा नेता को रुद्रपुर के मेडिसिटी हॉस्पिटल में भर्ती किया और डॉक्टर ने जाँच की लेकिन उनकी तब तक जान जा चुकी थी।डॉक्टरों ने भाजपा नेता को मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार भाजपा मंडल महामंत्री संदीप ने एक मकान रुद्रपुर के प्रीत विहार में भी बनाया है। संदीप के नाम पर खनन का पट्टा भी है। जिसमें जाने के लिए संदीप के खेतों से रास्ता है। बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह संदीप पत्नी को लेकर रुद्रपुर से शांतिपुरी पहुंचे थे। यहां पड़ोसी ने खनन पट्टे पर जाने वाले मार्ग को रोक दिया था। संदीप रास्ता खोलने लगा। यह देख आरोपी पड़ोसी अपने भाई और पिता के साथ वहां पहुंच गया। इस दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया था।
इस पर आरोपी ने संदीप पर गोली चला दी। जिससे फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोगों के साथ ही स्वजन भी पहुंच गए। आनन फानन में संदीप को अस्पताल लाया गया। रुद्रपुर के निजी अस्पताल में डाक्टर ने संदीप को मृत घोषित कर दिया
सूचना पर पहुंची पुलिस के आला अधिकारियो ने शव को कब्जे में लेकर पंचनमा भर पोस्टमाटर्म के लिए भेजा है। पुलिस ने भाजपा नेता की हुई हत्या की जाँच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों को जेल भेजा जायेगा।
मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला बिल्डिंग में लगी आग, 27 लोग जले जिंदा, 12 लोग झुलसे
नयी दिल्ली, देश की राजधानी के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार शाम आग लगने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य झुलस गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आग इमारत की पहली मंजिल से लगनी शुरू हुई जहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर निर्माता कंपनी का कार्यालय था। उन्होंने कहा कि आग बुझाने के काम में 30से अधिक दमकल वाहनों को लगाया गया। पुलिस ने बताया कि कंपनी के मालिकों-हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया गया है और इमारत के मालिक की पहचान मनीष लाकरा के रूप में हुई है। इसने कहा कि वह इमारत के सबसे ऊपर वाले तल पर रहता था और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।
दिल्ली दमकल सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि इस अभियान में कोई दमकलकर्मी घायल नहीं हुआ। उन्होंने पीटीआई-से कहा कि छह दमकल वाहन अब भी घटनास्थल पर हैं और तीन-चार लोगों के अभी फंसे होने की आशंका है। पुलिस के अनुसार, आग लगने की सूचना शाम 4.45 बजे मिली जिसके बाद 30 से अधिक दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। यह आग मुंडका मेट्रो स्टेशन के पिलर नंबर 544 के निकट लगी। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला कि चार मंजिला इमारत में कंपनियों को ऑफिस स्पेस मुहैया कराया जाता था। उन्होंने बताया कि पहली मंजिल में एक कंपनी का कार्यालय था और उसके 50 से अधिक कर्मचारियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, वहीं 27 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। बचाए गए लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए कुछ एम्बुलेंस भी मौके पर मौजूद थीं। दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रात करीब 11 बजे आग पर काबू पा लिया गया लेकिन प्रशीतन अभियान जारी है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आग लगने से हुई लोगों की मौत पर शोक जताया। कोविंद ने कहा कि वह इमारत में आग लगने से कई लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रतिदिन ने कहा, ‘‘ मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘ दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक इमारत में आग लगने की घटना से अत्यंत दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली में भीषण आग की घटना में लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से इस हादसे में जाने गंवाने वालों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की राशि दी जाएगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं। केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया,
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में आग लगने की घटना में कई लोगों की मौत पर शुक्रवार को दुख जताया और झुलसे हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने ट्वीट किया, दिल्ली में मुंडका के निकट हुई अग्नि दुर्घटना में कई लोगों की मौत से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा, मुंडका आग हादसे की खबर सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ मिले। घटनास्थल पर हर तरफ दुखद दृश्य दिखाई दिए। कई लोग जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदते दिखे तो कई लोग रस्सियों के सहारे इमारत से नीचे आते दिखाई दिए |
दिल्ली अग्निकांड : पीएम राहत कोष से मृतकों के परिवार को 2 लाख देने की घोषणा
दिल्ली के मुंडका में लगी आग में कम से कम 27 लोगों के मारे जाने की खबर है, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री समेत कई लोगों ने इस घटना पर अपना दुख प्रकट किया है और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं ज़ाहिर की है |
वहीं प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों और घायलों के परिवार के लिए राहत का एलान भी किया गया है |
मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है वहीं घायलों को 50 हज़ार रुपये दिए जाएंगे |
Rs. 2 lakh each from PMNRF would be given to the next of kin of those who lost their lives in the fire in Delhi. The injured would be given Rs. 50,000 : PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) May 13, 2022
काले हिरण के शिकारियों ने पुलिसकर्मियों को गोलियों से भूना, एस आई समेत तीन शहीद
गुना (मध्य प्रदेश), गुना जिले के आरोन क्षेत्र में हिरण और अन्य वन्यजीवों का शिकार कर लौट रहे आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने एक बड़ी जघन्य घटना को अंजाम देते हुए गोलियां चलायीं, जिससे तीन पुलिस कर्मचारी शहीद हो गए और पुलिस का वाहन चला रहा एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटनास्थल से जो प्रारंभिक चित्र प्राप्त हुए हैं, वे वीभत्स घटना काे अंजाम देने की ओर साफतौर पर इशारा कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार देर रात आरोन थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक शिकारियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। पुलिस का गश्ती वाहन वहां पहुंचा। तभी अचानक बदमाशों ने हमला कर दिया। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस वाहन पर गोलियां भी चलायीं। इस वजह से उप निरीक्षक राजकुमार जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मीणा का निधन हो गया। वाहन चालक लखन गिरी को गंभीर स्थिति में यहां जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटनास्थल पर वन्यजीवों के शिकार के प्रमाण भी मिले हैं। बताया गया है कि आरोपी काले हिरण और मोर का शिकार कर लौट रहे थे, तभी पुलिस दल से उनका आमना सामना हो गया। इस वजह से शिकारियों ने गोलियां चलाकर हमला किया और परिणाम सामने आया, इस वीभत्स घटना के बाद राज्य सरकार भी सकते में आ गयी है। उधर, विपक्ष ने भी सरकार को निशाने पर ले लिया है। विपक्ष के नेता डॉ. गोविंद सिंह ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से त्यागपत्र मांग लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही है और सरकार सिर्फ भाषणबाजी में व्यस्त है।
इस बीच गुना जिले में आरोपियों को खोजने के लिए बड़ा अभियान छेड़ दिया गया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में सुबह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई है।
केंद्र ने किया बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, निधि छिब्बर CBSE की अध्यक्ष नियुक्त
केंद्र सरकार ने शनिवार को नौकरशाही में बड़ा फेरबदल करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के कई शीर्ष अधिकारियों को इधर-उधर किया है.
केंद्र द्वारा किये गए एक प्रशासनिक फेरबदल के तहत वरिष्ठ नौकरशाह निधि छिब्बर को शुक्रवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
1994 बैच की IAS अधिकारी है निधि छिब्बर
छत्तीसगढ़ कैडर की 1994 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी छिब्बर फिलहाल भारी उद्योग मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात हैं. कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि निधि छिब्बर को भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव के रैंक और वेतन में सीबीएसई की अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है.
विवेक कुमार देवांगन RES लिमिटेड के प्रबंध निदेशक नियुक्त
वहीं, मणिपुर कैडर के 1993 बैच के आईएएस (IAS) अधिकारी विवेक कुमार देवांगन को ऊर्जा मंत्रालय में आरईसी लिमिटेड का अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक बनाया गया है. वह फिलहाल ऊर्जा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात हैं.
कुल 17 अधिकारियों की हुई नियुक्ति
प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त सचिव एस गोपालाकृष्णन को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव नियुक्त किया गया है. शुक्रवार को हुए फेरबदल में केंद्र सरकार के विभागों और संगठनों में विभिन्न पदों पर संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव स्तर के कुल 17 अधिकारियों की नियुक्ति की गई है.
राशन सामग्री में हो रहे भ्रष्टाचार के मामले पर सीबीआइ ने सैन्य अधिकारी को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली, पीटीआइ। पोर्ट ब्लेयर में तैनात सेना अधिकारी, एसएसओ (कॉन्ट्रैक्ट एंड विकचुअलिंग) लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक चंद्रा पर सीबीआइ ने घूसखोरी का मामला दर्ज किया है।
सीबीआइ ने शुक्रवार को जानकारी दी कि कैंटीन और स्टोर के लिए राशन एवं अन्य सामग्री की खरीद में हो रहे भ्रष्टाचार के मामले पर संज्ञान लेते हु्ए एक सैन्य अधिकारी को गिरफ्तार किया गया। सीबीआइ के मुताबिक, फील्ड अधिकारियों की मिलीभगत से विभिन्न निजी आपूर्तिकर्ताओं से कथित भ्रष्टाचार और रिश्वत लेने के आरोप में सैन्य अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।
सरकार ने जांच की मंजूरी दी
अधिकारियों ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक चंद्रा ने 2018 के दौरान विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं से रिश्वत की मांग की थी। बता दें कि सरकार द्वारा सीबीआइ को अधिकारी के खिलाफ जांच आगे बढ़ाने की मंजूरी दिए जाने के बाद यह कार्रवाई शुरू हुई है। प्राथमिकी (FIR) में दर्ज किए गए आरोप के मुताबिक, लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक चंद्रा ने 2018 में कोलकाता स्थित रोचक एग्रो फूड प्रोडक्ट्स लिमिटेड से जुड़े सुभम चौधरी और उनके प्रतिनिधि दयाल चंद्र दास के साथ रिश्वत के बदले निजी फायदे के लिए आपराधिक साजिश रची गई।
अभिषेक चंद्रा पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया है। आरोप लगाया गया है कि उन्होंने बेस विक्टुअलिंग यार्ड, मिन्नी बे, पोर्ट ब्लेयर और अंडमान को बिना मूल्य वार्ता समिति (Price Negotiation Committee) के मसालों सहित खाद्य पदार्थों की आपूर्ति के लिए ठेका प्रदान करना सुनिश्चित किया है वहीं, बीवी यार्ड, पोर्ट ब्लेयर के साथ पिछले अनुबंध के लिए जमा उक्त कंपनी की बैंक गारंटी के बदले में उन्हें निजी फायदा पहुंचाया गया।
75,000 रुपये की रिश्वत की मांग की गई
बताते चलें कि चंद्रा ने कथित तौर पर चौधरी से 75,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। गौरतलब है कि मांग पर सहमति जाहिर करने के बाद चंद्रा को बताया गया कि उन्हें दो तरीके से पैसे दिए जा सकते हैं। पहला, अनुग्रह कंपनी को छोड़कर किसी दो चेकों के जरिए और दूसरा तनिष्क द्वारा गिफ्ट वाउचर के रूप में। चौधरी गिफ्ट वाउचर की व्यवस्था नहीं कर सके, इसलिए चंद्रा ने कथित तौर पर एनईएफटी के माध्यम से बोकारो में दो बैंक खातों में राशि जमा करवाई। चंद्रा पर यह भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने पोर्ट ब्लेयर स्थित एक अन्य आपूर्तिकर्ता के प्रतिनिधि से तीन लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
राज्यपाल ने दी उपनिदेशक नितिन उपाध्याय को पीएचडी की उपाधि प्रदान की
देहरादून : उत्तराखंड सूचना विभाग में उप निदेशक नितिन उपाध्याय विभाग के पहले पीएचडी धारक अफसर बन गए हैं। उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने उपाध्याय को पीएचडी की उपाधि प्रदान की।
नितिन उपाध्याय ने वर्ष 2021 में मास कम्युनिकेशन क्षेत्र में सोशल मीडिया का पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन पर प्रभाव विषय पर अपना शोध कार्य किया है। शोध कार्य में सात राज्यों में लोक सम्पर्क विभागों तथा सरकारी कामकाज में सोशल मीडिया के प्रयोग का पारस्परिक अध्ययन किया गया है। इसके साथ ही नितिन उपाध्याय की रिसर्च में सोशल मीडिया से जुड़े विभिन्न कानूनों नियमों और केस स्टडीज का व्यापक अध्ययन किया गया है।
नितिन ने अपने इस शोध कार्य में उत्तराखंड राज्य में लगभग 30 विभागों में कार्यरत अधिकारियों के सोशल मीडिया के प्रयोग पर भी अध्ययन किया है। यहां बता दें कि नितिन सूचना विभाग के पहले अफसर हैं, जिन्होंने अपने शोध के लिए यह उपलब्धि हासिल की है। नितिन की इस उपलब्धि पर सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान और अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला सहित सूचना विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें बधाई दी है।
678 छात्र-छात्राओं को उपाधि मिली
देहरादून। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छठें दीक्षा समारोह में कुलाधिपति व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरुमीत सिंह ने 678 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की। साथ ही राज्यपाल ने स्नातक व स्नातकोत्तर डिग्री धारकों को शुभकामनाएं दी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आप देश के कल हो। तुम ही ब्रमोस, अग्नि जैसी अतिआधुनिक तकनीकी से लैस मिसाइल निर्माताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड तकनीकी विवि बेहतर अनुभव के साथ उच्च तकनीकी के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
विवि के कुलपति डा. पीपी ध्यानी ने विवि की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। समारोह में विशिष्ट अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार तकनीकी शिक्षा को उच्च गुणवत्ता युक्त बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है। विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है।
विवि के कुलसचिव आरपी गुप्ता ने बताया कि विवि से पिछले पांच सालों में स्नातक व स्नातकोत्तर के 38,791 छात्र-छात्राओं को विवि से डिग्री प्राप्त हुई। जिनमें 66 गोल्ड मेडल, 308 पीएचडी धारकों ने उपाधि प्राप्त की।
कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए मुख्य अतिथि राज्यपाल ने समारोह के दौरान सौ छात्रों को उपाधि व मेडल दिए।
समारोह के दौरान दून विवि की कुलपति डॉ सुरेखा डंगवाल, विवि की पूर्व परीक्षा नियंत्रक अलकनंदा अशोक,एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी संस्थान चंपावत के निदेशक डॉ अमित अग्रवाल, दून विवि के डीन प्रो. एचसी पुरोहित आदि मौजूद रहे।