नैनीताल। मालधन के ग्राम गांधीनगर से आमडंडा खत्ता गई बारात में किसी बात को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। इसमें कई लोग घायल हो गए। ग्राम गांधीनगर मालधन निवासी संजय कुमार ने रविवार को पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गांधीनगर से एक बारात शनिवार को आमडंडा खत्ता गई थी। बारात में रात को किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। बीचबचाव को आए उनके भाई ओमप्रकाश के साथ भी कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से मारपीट कर दी। इसमें उनका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या, मान सरकार ने शनिवार को ली थी सुरक्षा वापस
चंड़ीगढ़, पंजाब से एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। पंजाबी गायक के सिद्धू मूसेवाला की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक के सिद्धू मूसेवाला पर मनसा के जवाहर के गांव के पास में फायरिंग हुई है। फायरिंग के बाद मूसेवाला गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें घायल अवस्था में ही मनसा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मूसेवाला के अलावा दो अन्य लोगों के भी घायल होने की खबर है। फिलहाल पंजाब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि मूसेवाला को लगातार धमकियां मिल रही थीं।
मूसेवाला पर यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले ही पंजाब की भगवंत मान की सरकार ने 224 वीआईपी की सुरक्षा वापस ली थी। इसमें मूसेवाला का भी नाम शामिल था। मूसेवाला ने इस बार विधानसभा चुनाव में भी राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने विजय सिंगला के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। सोशल मीडिया पर मूसेवाला के लाखों फैन हैं। उनकी मां गांव की सरपंच रह चुकी हैं।
सिंगर मूसेवाला की हत्या पर गर्म हुई पंजाब की सियासत, भाजपा ने AAP और मान सरकार पर उठाए सवाल
चंड़ीगढ़, पंजाबी गायक के सिद्धू मूसेवाला की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि मूसेवाला को लगातार धमकियां मिल रही थीं। मूसेवाला पर मनसा के जवाहर के गांव के पास में फायरिंग हुई है। मूसेवाला की हत्या पर अब पंजाब की सियासत गर्म हो गई है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने आम आदमी पार्टी ओर पंजाब की भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा है। अपने ट्वीट में भाजपा नेता ने लिखा कि आग की लपटों में घिर गया पंजाब! क्या लोकप्रिय गायक सिद्धू मूसेवाला की निर्मम हत्या वह बदलाव है जिसका आप ने वादा किया था? उन्होंने कहा कि कि परोक्ष रूप से पंजाब चलाने वाले अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा को इस हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। क्या उन्हें सुरक्षा वापस लेने से पहले खतरे के बारे में पता नहीं था?
अमित मालवीय ने आगे लिखा कि दिल्ली के सीएम के रूप में, अरविंद केजरीवाल के पास खुद एक बड़ा सुरक्षा दल है, लेकिन पंजाब जैसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्य में नेताओं के पास सुरक्षा नहीं होनी चाहिए। मामले को बदतर बनाने के लिए, पंजाब सरकार ने उन लोगों के नाम जारी किए जिनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी। यह हमलावरों को खुला निमंत्रण था। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला प्रमुख गायक थे। अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की गंदी राजनीति के कारण उन पर जानलेवा हमला हुआ जिसमें उनकी जान चली गई। सबसे पहले, वे लोगों की सुरक्षा वापस लेते हैं और फिर उनके नाम प्रकाशित करते हैं, मैंने चेतावनी दी कि यह खतरनाक हो सकता है।
पुलिस उपाधीक्षक (मनसा) गोबिंदर सिंह ने बताया कि 27 वर्षीय मूसेवाला को कई गोलियां लगीं। हमले के समय वह जवाहरके गांव में अपनी जीप में थे। उन्होंने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में मनसासीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और आम आदमी पार्टीके उम्मीदवार डॉक्टर विजय सिंगला से हार गए थे। भाजपा के फतेह जंग सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार के तरफ से यह बहुत बड़ी चूक है। पांच साल पंजाब के लोग इस पर पछतावा करेंगे। इसका जवाब भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल को देना पड़ेगा। हमें डर है कि कहीं 80-90 का दशक न वापस आ जाए। भगवंत मान गृह मंत्री भी हैं उनको इस्तीफा देना चाहिए।
मुख्यमंत्री व राज्यपाल ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर सभी मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी हैं। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के चौथेे स्तम्भ के रूप में पत्रकारिता देश की राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। स्वतंत्रता आन्दोलन में हिन्दी पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं ने समाज में जन जागरूकता के प्रसार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक सूचना, तकनीकी एवं सोशल मीडिया के वर्तमान दौर में हिदी पत्रकारिता के समक्ष नई चुनौतियों के साथ ही इसकी प्रासंगिकता भी बढ़ी है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मीडिया प्रतिनिधियों तथा हिंदी पत्रकारिता से जुड़े सभी लोगों को हिंदी पत्रकारिता दिवस की शुभकामनाएं एवं बधाई दी है। अपने संदेश में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि राष्ट्रभाषा हिन्दी का संपूर्ण देश में प्रचार एवं प्रसार करते हुए राष्ट्र और समाज के निर्माण में हिन्दी पत्रकारिता ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह गौरव का विषय है कि 30 मई, 1826 को पंडित युगल किशोर शुक्ल जी ने प्रथम हिन्दी समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन आरंभ किया था। उन्होंने कहा कि पत्रकार सैनिकों की तरह राष्ट्र के सच्चे प्रहरी होते हैं, देश के अंदर फैली कुरीतियों को मिटाकर पत्रकार राष्ट्र निर्माण में अपना अहम योगदान देते हैं।
कुत्ते से केदारनाथ मंदिर में नंदी की पूजा करवाने वाले पर होगी कार्रवाई
केदारनाथ में कुत्ते से पूजा वाले प्रकरण में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र को मिल रही है जिंदा जलाने की धमकी… !
देहरादून, श्री केदारनाथ धाम के आध्यात्मक वातावरण और करोड़ों हिंदुओ की आस्था को अपने प्रोफेशनल डॉग के माध्यम से कैश करने की कोशिश करने वाले यू ट्यूबर पर कार्रवाई का आदेश देने वाले श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय को सोशल मीडिया पर धमकियां और अभद्र टिप्पणियों का सामना करना पड़ रहा है।सोशल मीडिया में इस मुद्दे पर तथाकथित वन्य जीव प्रेमी बनकर सनातन धर्म का मज़ाक बनाने वालों की बाढ़ आई हुई है। आपराधिक व हिन्दू संस्कृति विरोधी मानसिकता वाले लोग केदार भूमि में अनाधिकृत विडियो शूट करने करने वालों ऐसे लोगों के पक्ष में खुल कर सामने आ रहे हैं, जो अपने सोशल मीडिया अकाउंट में इसी तरह लाइक, व्यूज और फॉलोअर बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।
दरअसल, यह सारा प्रकरण तब सामने आया जब गाजियाबाद निवासी एक यू ट्यूबर के केदारनाथ दर्शन का वह विडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अपने हस्की नस्ल के कुत्ते के साथ श्री केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करते नज़र आया। यू ट्यूबर ने मंदिर प्रांगण में मौजूद भगवान नंदी की मूर्ति को अपने कुत्ते के पंजों से छुवाया और एक तीर्थ पुरोहित के द्वारा कुत्ते का तिलक कराया। सोशल मीडिया पर इस विडियो के वायरल होने और श्रद्धालुओं द्वारा इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोपों के बाद बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र ने अधिकारियों को यू ट्यूबर के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
बीकेटीसी के अध्यक्ष के इन निर्देशों के बाद तथाकथित एनिमल लवर उन पर आक्रामक हो उठे। पशुओं के प्रति संवेदनशीलता और प्रेम दिखाने वाले कई पशु प्रेमियों ने सोशल मीडिया पर अजेंद्र के खिलाफ आक्रामकता दिखाने में सारी मर्यादाओं को लांघ दिया। पशुओं के प्रति असीम प्रेम दिखाने वाले एक ट्विटर यूजर ने अजेंद्र पर मिट्टी का तेल छिड़क कर जिंदा जलाने तक की बात कह डाली है।
इंस्टाग्राम पर भी अजेंद्र को कथित पशु प्रेमियों द्वारा बेहद अभद्र भाषा का भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। इससे इन पशु प्रेमियों की पशु वाली मानसिकता का प्रमाण मिल रहा है। कुत्ते से पूजा कराने वाले यू ट्यूबर के पक्ष में खड़े लोगों का कहना है कि स्वान (कुत्ता) भैरव का स्वरूप है। इसलिए यदि कोई व्यक्ति कुत्ते से पूजा करा रहा है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
वहीं बड़ी संख्या में सोशल मीडिया यूजर कुत्ते से पूजा कराने के मामले में घोर आपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि कुत्ते को भैरव का स्वरूप माना जाता है। मगर कुत्ते की पूजा कोई नहीं करता है। हिंदू धर्म में पशुओं को भोजन अथवा चारा देने की परंपरा है। पूजा केवल गाय माता की ही की जाती है।
कई यूजर का कहना है कि कोई कुत्ते को अपना पुत्र माने अथवा पिता, लेकिन वह अपने घर में कुत्ते से जो मर्जी करा ले। मगर जिस स्थान से करोड़ों करोड़ों लोगों की आस्था व श्रद्धा जुड़ी है, वहां पर ये सब करना कतई उचित नहीं है।
कुछ यूजर का मानना है कि एक बेजुबान जानवर से ऐसे नाटकीय संस्कार करवाने वालों की मंशा अपने यू ट्यूब चैनल के व्यूवर्स व सब्सक्राइबर बढ़ा कर पैसा कमाने की है। पैंसे कमाने की होड़ में हिंदुओं की आस्था पर चोट पहुंचाना कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
गौरतलब है कि केदारनाथ मंदिर वाले वीडियो से पहले भी उक्त यू ट्यूबर का कुत्ता चर्चा में रहा है। इससे पूर्व टिकटॉक पर उसका वैरिफाइड पेज था। वहीं इंस्टाग्राम भी उसके 76 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
फिलहाल धार्मिक आस्था से अलग भी देखें तो यह प्रकरण सीधा सीधा आपराधिक मामला है, क्यूंकि अनाधिकृत तरीके से बिना प्रशासनिक अनुमति के किसी जानवर को भीड़भाड़ वाले मंदिर में ले जाया गया। यह न केवल इस दौरान वहाँ उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं व स्वयं धाम की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक हो सकता था। उस पर बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के व्यवसायिक विडियो शूट करना और उस विडियो का सोशल मीडिया पर डालकर व्यवसायिक लाभ लेना पूरी तरह से गैरकानूनी है।
धार्मिक, सामाजिक व कानूनी दृष्टि से आपराधिक श्रेणी में आने वाले इस दुस्साहसिक प्रकरण का समर्थन वाले तथाकथित वन्य जीव प्रेमी अब सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं।
पशु पीड़ा व उनकी नब्ज तक पकड़ने का दावा करने वाले सोशल मीडिया ट्रोलर को केदार धाम ले जाये गए उन तीन बेजुबानों की तकलीफ का भी अंदाज़ा नहीं हुआ, जो जबरदस्ती बिना किसी तैयारी के एकदम विपरीत झुलसाने वाले वातावरण से बर्फीले पहाड़ों में पहुंचाए गए।
इस सारे प्रकरण के संज्ञान में आते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज़ कराने का आदेश देने वाले बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र की राय स्पष्ट है। उनका कहना है कि बाबा केदार के प्रति करोड़ों लोगों की आस्था है। यूट्यूबर्स व व्लॉगर्स की इस तरह की गतिविधियों से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। इन लोगों में कोई आस्था नहीं है। वे यहां सिर्फ रील्स और वीडियो शूट करने के लिए आते हैं, जिनके बैकग्राउंड में बॉलीवुड गाने बज रहे होते हैं। यह उन तीर्थयात्रियों के रास्ते में आते हैं, जो बाबा केदारनाथ का आशीर्वाद लेने आते हैं।’
बहरहाल, धार्मिक आस्था व कानूनी पहलुओं से भी अलग इस घटना पर विचार करे तो इस तरह की प्रवृति को किसी भी तरह जायज नहीं ठहराया जा सकता है। क्यूंकि यदि ऐसी प्रवृत्ति का चलन बढ़ गया तो धार्मिक स्थलों की महत्ता कम होगी। लिहाजा, वन्य जीव प्रेम की आड़ में ऐसी अराजक प्रवृति को नज़रअंदाज़ करना या बढ़ावा देना किसी भी दृष्टि में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। शासन- प्रशासन को व्यवसायिक लाभ के लिए ऐसे कृत्य करने वालों व सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर आपराधिक व भड़काने वाले बयान देने वालों के खिलाफ तुरंत सख्त से सख्त कार्यवाही करके एक नज़ीर पेश करनी चाहिए ।
भाजपा ने जारी की राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची, इनको मिला मौका
देहरादून, भाजपा ने राज्यसभा के लिये अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है । जिसमें उत्तराखंड से श्रीमती कल्पना सैनी को उम्मीदवार बनाया गया है यहां देखिये पूरी सूची और जानिये किसे मिला कहाँ से राज्यसभा पहुचने का मौका ।
निशंक के रचना संसार ऑनलाइन वेबिनरों का बना विश्व रिकॉर्ड
नई दिल्ली , वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन एवं हिमालय विरासत ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में डॉ निशंक के रचना संसार पर ऑनलाइन वेबीनार की निर्बाध श्रृंखला के लिए कीर्तिमान स्थापित होने पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
साहित्य अकादमी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय, भारी उद्योग मंत्री, भारत सरकार उपस्थित रहे। सम्मान कार्यक्रम की अध्यक्षता महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रजनीश कुमार जी, एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में डॉ सुमित्रा कुकरेती प्रति कुलपति इग्नू, डॉ गोविंद प्रसाद अध्यक्ष एनबीटी, डॉ रमेश पाण्डेय पूर्व कुलपति लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय की उपस्थिति रही।
हिमालय विरासत ट्रस्ट एवं वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का आभार प्रकट करते हुए डॉ निशंक ने कहा कि हिंदी भाषा हम सब को जोड़ती है। माननीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय ने बताया कि डॉ निशंक के साथ उन्होंने लंबे समय तक काम किया है। मंत्री जी ने कहा कि हालांकि डॉ निशंक गरीब परिवार से रहे हैं पर संस्कारों की दृष्टि से वे अत्यंत समृद्ध परिवार में पैदा हुए।
डॉ निशंक की सृजनात्मकता और संवेदनशीलता से पाठकों पर विशेष प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि डॉ निशंक हिमालय को जी रहे हैं। माननीय मंत्री डॉ महेंद्र पांडेय ने देश के शिक्षा मंत्री के रूप में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में डॉ निशंक के महत्वपूर्ण योगदान का स्मरण करते हुए उनका अभिनंदन किया।
डॉ रमेश पांडे, डॉ गोविंद प्रसाद, डॉ सुमित्रा कुकरेती ने डॉ निशंक की बहुआयामी प्रतिभा का उल्लेख करते हुए साहित्य की विभिन्न विधाओं में उनकी रचनाओं की बड़ी प्रशंसा की। डॉ कुकरेती ने डॉ निशंक के साहित्य को ज्ञानवर्धक और प्रेरणाप्रद बताया।
डॉ निशंक ने बताया कि वह बचपन से ही टूटे-फूटे शब्दों को अभिव्यक्त करते हुए सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे हैं। डॉ निशंक ने बताया कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने देश की आजादी के बाद साहित्य साधना को आगे ले जाने में सफलता पाई और उस दौरान कई कीर्तिमान भी टूटे हैं।
भारत के निर्माण के लिए आधारशिला के रूप में लागू की जा रही है राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से डॉ निशंक ने हिंदी के साथ समस्त भारतीय भाषाओं को सशक्त करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।
देश- विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में डोनेशन की पुस्तकों को शामिल करते हुए उन पर अध्ययन और अध्यापन कार्य किया जा रहा है।
आपकी पुस्तकों का तमिल, तेलुगु, उड़िया, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, उर्दू, फ़ारसी, संस्कृत, डोगरी सहित अनेक भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, नेपाली, डच सहित अनेक अभारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है । अब तक कई विद्वानों द्वारा आपके साहित्य पर लेखन कार्य किया जा चुका है ।
ज्ञातव्य है कि 30 से अधिक लोग डॉ निशंक के साहित्य पर शोध कर चुके हैं या कर रहे हैं। अपनी उत्कृष्ट साहित्य साधना के लिए डॉ निशंक को 15 से ज्यादा देशों में सम्मानित किया जा चुका है।
“डॉ. निशंक का रचना संसार नाम” से 16 फरवरी 2021 को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर एक अनवरत ऑनलाइन वेबिनार कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी । आज यह कार्यक्रम एक विशाल वट वृक्ष का रूप धारण कर चुका है । अब तक इसके 60 एपिसोड सफलतापूर्वक प्रचारित हो चुके हैं । इसके अंतर्गत डॉ. निशंक के सोलह काव्य संग्रह चौदह काव्य संग्रह, चार व्यक्तित्व विकास, चार पर्यटन ग्रन्थ, दस यात्रा वृत्तांत, तीन जीवनी सहित अन्य कथेतर साहित्य की साठ पुस्तकों पर देश के लगभग सभी राज्यों के प्रसिद्ध साहित्यकारों, शिक्षाविदों एवं समीक्षकों द्वारा चर्चा की गई हैं।
ज्ञातव्य है कि अब तक किसी भी साहित्यकार पर अनवरत ढंग से 50 एपिसोड पूर्ण करना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । साहित्यकार डॉ. निशंक के इस उपलब्धि को देखते हुए विश्व की प्रतिष्ठित संस्था वर्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने इसको विश्व कीर्तिमान के रूप में ससमानित दर्ज किया है।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ बेचन कंडियाल ने किया और डॉ योगेंद्र नाथ अरुण श्रृंखला के संरक्षक रहे।
अपात्र को ना-पात्र को हाँ अभियान की अवधि बढ़ी, अपात्र राशन कार्ड धारकों को समर्पित करने की तारीख बढ़ी, जानिए
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार “अपात्र को ना- पात्र को हां” अभियान के अन्तर्गत अपात्र राशनकार्ड धारकों को अपना राशनकार्ड समर्पित किये जाने की समयावधि 31 मई, 2022 से बढ़ाकर 30 जून 2022 कर दी गई है।
यह जानकारी देते हुए आयुक्त, खाद्य नागरिक आपूर्ति, श्री सचिन कुर्वे ने बताया कि वर्तमान में अपात्र को ना पात्र को हां अभियान के अन्तर्गत अपात्र राशनकार्ड धारकों को अपना राशनकार्ड समर्पित किये जाने हेतु 31 मई, 2022 तक का समय निर्धारित किया गया था, जिसे बढ़ाकर दिनांक 30 जून 2022 कर दिया गया है ।
प्रधानमंत्री ने की स्थानीय निवासी मनोज बैंजवाल के पर्यावरण स्वच्छता कार्यों की सराहना
(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “मन की बात” कार्यक्रम में उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा छाई रही। खासकर केदारनाथ धाम यात्रा पर उनका ध्यान केन्द्रित रहा। उन्होंने धाम में फैली गंदगी पर चिन्ता जताई व पर्यावरण स्वच्छता का कार्य कर रहे स्थानीय लोगों की जमकर सराहना की।
पर्यावरण स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्थानीय निवासी मनोज बैंजवाल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने उनसे प्रेरणा लेने की बात कही। इसके अलावा प्रधानमंत्री द्वारा सुरेन्द्र बगवाड़ी व देवर की चंपा देवी के स्वच्छता कार्यों की खूब सराहना की।
आज मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा में हजारों यात्री पहुंच रहे हैं। जिसके चलते लोग केदारनाथ की यात्रा के सुखद अनुभव साझा कर रहे हैं। कहा कुछ यात्री केदारनाथ धाम में गंदगी भी फैला रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपनी बात रखी। किन्तु शिकायतों के बीच केदारनाथ में अच्छी तस्वीरें भी देखने को मिल रही हैं। जिसमें कई श्रद्धालु धाम में पूजा पाठ के साथ सफाई भी कर रहे हैं। कहा तीर्थ यात्रा का महत्व पूजा पाठ के साथ तीर्थ सेवा भी माना जाता है। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले के निवासी मनोज बेंजवाल से पर्यावरण स्वच्छता की प्रेरणा मिलेगी। कहा वह 25 सालों से पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में जुटे हुए हैं। साथ ही पवित्र स्थलों को प्लास्टिक मुक्त करने में भी जुटे हुए हैं। इसी तरह गुप्तकाशी निवासी सुरेंद्र बगवाड़ी ने भी स्वच्छता को जीवन मंत्र बनाया है। जबकि उन्होंने स्वच्छता के कार्यक्रम का नाम मन की बात स्वच्छता अभियान रखा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि देवर गांव की चंपा देवी 3 सालों से गांव की महिलाओं को कूड़ा प्रबंधन सिखाने में जुटी हुई है। जबकि चंपा देवी ने अपने गांव के नजदीक एक हरा भरा बन भी स्थापित किया है।
बता दें कि बैंजी गांव निवासी मनोज बेंजवाल वर्ष 2003 से पर्यावरण स्वच्छता के छैत्र में कार्य करते आ रहे है शुरुआती दौर में जागृति संस्था के माध्यम से उन्होंने पर्यावरण स्वच्छता का बीड़ा उठाया वर्तमान में केदार घाटी में वे स्वच्छता के छैत्र में कार्य कर रहे है।
मनोज बैंजवाल का कहना है कि स्वच्छता के साथ साथ कूड़ा निस्तारण करना सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि प्लास्टिक के कूड़े से पर्यावरण पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। जिस कारण आने वाले समय में रुद्रप्रयाग के संवेदनशील वन क्षेत्र, नदियां प्रदूषित हो जाएंगी। जिसके चलते भविष्य में इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। कहा सभी देशवासियों को अपने प्रधानमंत्री के संदेश पर अमल कर पर्यावरण व प्रकृति की रक्षा में अपना योगदान देना होगा।
4 भारतीयों समेत 22 लोगों को ले जा रहा विमान लापता
नेपाल के जोमसोम जाने वाले 22 यात्रियों को ले जा रहे एक यात्री विमान का हवाई यातायात नियंत्रण से संपर्क टूट गया है। रविवार की सुबह पर्यटन शहर पोखरा से उड़ान भरने के बाद हिमालयी राष्ट्र के पहाड़ी क्षेत्र में यह लापता हो गया है। नेपाल स्थित तारा एयर के 9 एनएईटी जुड़वां इंजन वाले विमान 4 भारतीय नागरिकों और 3 जापानी नागरिकों समेत उड़ान भर रही थी। तारा एयर के एक प्रवक्ता ने पीटीआई को बताया कि विमान ने पोखरा से सुबह 10:15 बजे उड़ान भरी, उड़ान भरने के 15 मिनट बाद टावर से संपर्क टूट गया।
स्टेट टेलीविजन रिपोर्ट के अनुसार, विमान में चालक दल सहित 22 लोग सवार थे। विमान के तीन सदस्यीय दल का नेतृत्व कप्तान प्रभाकर प्रसाद घिमिरे ने किया। विमान को सुबह 10:15 बजे पश्चिमी पर्वतीय क्षेत्र के जोम्सम हवाई अड्डे पर उतरना था।
लापता विमान का ताजा जानकारी देते हुए, मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने एएनआई को बताया, “विमान को मस्टैंग जिले में जोमसोम के आसमान के ऊपर देखा गया था और फिर माउंट धौलागिरी की ओर मोड़ दिया गया था जिसके बाद यह संपर्क में नहीं आया था।”
सूत्रों के मुताबिक, एयरलाइंस ने खराब मौसम और पायलट की चेतावनी के बावजूद विमान को उड़ाने का जोखिम उठाया। पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है, जोमसोम हवाई अड्डे पर एक हवाई यातायात नियंत्रक के अनुसार, उनके पास जोमसोम के घासा में एक तेज आवाज के बारे में एक अपुष्ट रिपोर्ट है। माय रिपब्लिका अखबार ने मस्टैंग के डीएसपी राम कुमार दानी के हवाले से बताया कि यह संदेह है कि विमान धौलागिरी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
लापता विमान का सर्च आॅपरेशन
नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फदींद्र मणि पोखरेल ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि देश ने लापता विमानों की तलाश के लिए मस्टैंग और पोखरा से दो निजी हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। नेपाल सेना के हेलिकॉप्टर को भी तलाशी के लिए तैनात करने की तैयारी की जा रही है।
बचाव अभियान पर अपडेट करते हुए नेपाली सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने आगे बताया, “एमआई-17 हेलीकॉप्टर हाल ही में लेटे, मस्टैंग के लिए रवाना हुआ है, जो लापता तारा एयर विमान (22 जहाज पर) का संदिग्ध दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र है।”, नेपाली गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव फणींद्र मणि पोखरेल ने कहा कि मस्टैंग एक बहुत ही दुर्गम क्षेत्र है और नेपाल सेना की दो टीमों, और एक निजी एयरलाइंस की टीम को बचाव अभियान चलाने के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल लापता विमान के बारे में कोई अपडेट नहीं है।
Nepal | Tara Air's 9 NAET twin-engine aircraft carrying 19 passengers, flying from Pokhara to Jomsom at 9:55am, has lost contact: Airport authorities
— ANI (@ANI) May 29, 2022
स्वच्छता पखवाडा : टीएचडीसी ने चलाया ऋषिकेश बस अड्डे में सफाई अभियान
ऋषिकेश, भारत सरकार के निर्देशों के अनुपालन में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा स्वच्छता पखवाडा मनाया जा रहा है | इसी क्रम में, टीएचडीसी में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा ऋषिकेश स्थित बस अड्डा में सफाई अभियान चलाया गया | सफाई अभियान में प्रतिभाग लेते हुए सामाजिक एवं पर्यावरण विभाग के मुख्य महाप्रबंधक श्री प्रदीप कुमार नैथानी ने इस मौके पर सबको संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम सब अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे | उन्होंने कहा कि हमें प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम करना है तथा अपने आस पास का क्षेत्र को साफ़ रखना है क्योंकि स्वच्छता से ही स्वस्थता है |
इसके साथ ही मुख्य महाप्रबंधक श्री नैथानी एवं अपर महाप्रबंधक श्री अमरदीप की अगुवाई में टीएचडीसीआईएल की टीम ने यात्रिओं को गन्दगी न फैलाने का आह्वाहन किया तथा साथ ही बस अड्डे की सफाई की | इस अवसर पर लगभग 10-15 किलो कूड़ा इकठ्ठा किया गया |
उल्लेखनीय है कि इससे पहले स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत टीएचडीसी के मुख्य कार्यालय, ऋषिकेश के साथ साथ अन्य परियोजनाओं में विभिन्न स्कूलों में निबंध, स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | इसके अलावा, स्कूलों में स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया तथा फल, सब्जी विक्रताओं को बायो-डिग्रेडेबल बग्स वितरित किये गये |
इस अवसर पर श्री विपिन थपलियाल, उप महाप्रबंधक, श्रीमती अनामिका बुडाकोटी, प्रबंधक, श्री भद्री, वरिष्ठ अधिकारी, श्री संजीत चौधरी, वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे |
इस समय टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड 1587 मे.वा. की संस्थारपित क्षमता के साथ देश का प्रमुख विद्युत उत्पादक है । निगम ने उत्तराखण्ड में टिहरी बांध एवं एचपीपी(1000 मे.वा.), कोटेश्वपर एचईपी (400 मे.वा.), गुजरात के पाटन में 50 मे.वा. एवं द्वारका में 63 मे.वा. की पवन विद्युत परियोजनाओं,उत्त र प्रदेश के झांसी में 24 मे.वा. की ढुकुवां लघु जल विद्युत परियोजना एवं केरल के कासरगाड में 50 मे.वा. की सौर विद्युत परियोजनाओं की कमीशनिंग सफलतापूर्वक की है।