Monday, April 28, 2025
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बड़ी खबर: यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर खाई में गिरी बस, 16 यात्रियों की मौत

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उत्तरकाशी, हरिद्वार से चली बस का यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर डामटा के पास अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बस में 40 यात्री सवार थे। अभी तक 16 शव बरामद किए गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। बचाव कार्य जारी है।

मिली जानकारी के मुताबिक
बस(यूके-04 1541) हरिद्वार से चली थी। ड्राइवर और कंडक्टर की सीट को छोड़कर बस में 28 यात्री बैठ सकते थे। सभी यात्री मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने बताया की 16 शव निकाले जा चुके हैं। जिनकी शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है।

बड़ा दर्दनाक सड़क हादसा, 22 लोगों के मरने की सूचना

राज्य के जिला आपदा प्रबंधन केंद्र का दावा- बस में 27 से 28 लोग सवार थे, बस सवार उदय सिंह और उसकी पत्नी हकी राजा को रेस्क्यू किया गया है। हकी राजा को डामटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है। जिसे गंभीर चोटें आई हैं। उदय सिंह को हल्की चोटें हैं। हालांकि, जिला आपदा प्रबंधन केंद्र का दावा है कि बस में 27 से 28 लोग ही सवार थे।
डामटा में बस के खाई में गिरते ही अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई। जिसने भी इस दर्दनाक हादसे के बारे में सुना, दौड़ा चला आया। हादसे का शिकार हुई बस के परखच्चे उड़ गए। वहीं, जमीन शवों से पट गई। मंजर देख लोगों की रूह कांप गई। क्षेत्र म घटी इस भयंकर दुर्घटना से हरकोई हदप्रद है, बचाव और राहत अभी जारी है |

कानपुर हिंसा को लेकर एक्शन में पुलिस, तीन FIR और 500 लोगों के खिलाफ मामला हुआ दर्ज

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लखनऊ, कानपुर हिंसा को लेकर एक्शन में पुलिस, तीन FIR और 500 लोगों के खिलाफ मामला हुआ दर्ज
कानपुर/लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए।हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे। शहर के हिंसा प्रभावित इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और शांति का माहौल है। अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि घटना के संबंध में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा,‘‘ इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है और हम चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं।’’

सूत्रों के मुताबिक अलग-अलग पुलिस टीमों ने रात भर में कम से कम 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर एक कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जब एक समुदाय के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में झड़पें हुईं।

पुलिस ने शनिवार को कहा कि इन झड़पों में पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए। जिन लोगों ने कथित तौर पर व्यापारियों को दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया, वे पुलिस कर्मियों से भी भिड़ गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग किया। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने चेतावनी दी है कि हिंसा में शामिल लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उनकी संपत्तियों को जब्त या ध्वस्त कर दिया जाएगा।

युवाओं के लिए खुशखबरी : आईडीबीआई Bank में निकली बंपर भर्तियां

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नई दिल्ली, युवाओं के खुशखबरी यह है कि अगर आप banking का एग्जाम देने की तैयारी कर रहे है और Bank jobs का इंतजार कर रहे है तो आपके लिए बड़ी खबर है। दरअसल प्राइवेट बैंक IDBI Bank में बंपर पदों पर भर्तियां निकली है। चलिए जानते है किन किन पदों पर निकली है भर्तियां।

आईडीबीआई Bank के द्वारा करीब 1544 रिक्त पदों पर भर्तियां कराने का फैसला लिया गया है और इसके लिए job notification भी जारी कर दिया गया है। इस वक्त बैंक असिस्टेंट मैनेजर के 1044 पदों पर, तो वही एक्सक्यूटिव के 500 पदों पर भर्तियां कराने जा रहा है, इसके लिए आवेदन भी शुरू हो गए हैं।
Advertisement IDBI Bank के द्वारा जारी किए गए job notification के अनुसार assistant manager और excutive के पदों पर निकली jobs के लिए अभ्यर्थी 17 जून 2022 तक अप्लाई कर सकते हैं। Application mode online किया गया है और आप IDBI Bank official website idbibank.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं।

कौन कौन कर सकता है अप्लाई :

IDBI Bank में निकली भर्ती के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी जरूरी है, वही एक्सक्यूटिव के पदों के लिए आवेदन करने वालों की उम्र 20 वर्ष से लेकर 25 वर्ष तक हो सकती है और असिस्टेंट मैनेजर के पद के लिए अप्लाई करने वालों की उम्र 21 वर्ष से 28 वर्ष के बीच हो सकती है।

कैसे करें अप्लाई :

IDBI Bank Jobs के लिए अप्लाई करने के लिए आपको बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट idbibank.in पर जाना होगा और उसके बाद आपको एक careers सेक्शन मिलेगा यहां आपको क्लिक करना है और उसके बाद आपको current openings पर जाना है। जिसके बाद आपको apply online का लिंक मिल जाएगा, यहां आपको अपने जरूरी डॉक्यूमेंट सबमिट करने हैं और फॉर्म भर लेना है।

कांग्रेस को फिर झटका : पंजाब में सुनील जाखड़ की मौजूदगी में कई बड़े नेताओं ने थामा भाजपा का दामन

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चंडीगढ़, कांग्रेस पार्टी को शनिवार को बड़ा झटका लगा है। उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन करने के बावजूद कांग्रेस अपने नेताओं को एकजुट रखने में नाकामयाब साबित हो रही है। चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे सुनील जाखड़ ने पार्टी को गुडबॉय कहा था और अब पंजाब के कुछ और नेताओं ने कांग्रेस को अलविदा कहा है। आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राज के वेरका समेत कई नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता राज के वेरका, गुरप्रीत एस कांगड़, बलबीर सिद्धू, केवल एस ढिल्लों, सुंदर शाम अरोड़ा, कमलजीत एस ढिल्लों और शिअद नेता बीबी मोहिंदर कौर जोश और सरूप चंद सिंगला, मोहाली के मेयर अमरजीत एस सिद्धू के साथ पार्टी कार्यालय में भाजपा में शामिल हुए। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस से भाजपा में आए सुनील जाखड़ मौजूद रहे।

पंजाब कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने को लेकर पार्टी की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि यह तमाम नेता जमीन पर अच्छी खासी पकड़ रखते हैं। ऐसे में पंजाब में भाजपा का संगठन और मजबूत हो सकता है।

अमित शाह का चंडीगढ़ दौरा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चंडीगढ़ दौरे के बीच में कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। यह भाजपा के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। अमित शाह शनिवार को चंडीगढ़ पहुंचे, जहां पर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के परिवार ने उनसे मुलाकात की। यह मुलाकात करीब 15 मिनट तक चली। इस दौरान सिद्धू मूसेवाला के परिवार ने केंद्रीय गृह मंत्री से एक उच्च-स्तरीय जांच की मांग की। इसके बाद अमित शाह ने पार्टी नेताओं से मुलाकात की।

विश्व पर्यावरण दिवस : ‘समर्थ नारी समर्थ भारत’ का आह्वान ‘सांसे हो रही कम आओ पेड़ लगाये हम’

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देहरादून, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दून के सहस्त्रधारा रोड़ स्थित विशम्भरदत्त शोध संस्थान के प्रांगण में महिलाओं ने वृक्षारोपण किया गया | ‘समर्थ नारी समर्थ भारत’ के तहत महिलायें सुबह 6 बजे एकत्रित होकर विभिन्न प्रजातियों के वृक्षों के साथ पहुँची, इस दौरान महिलाओं ने आह्वान किया कि विश्व पर्यावरण दिवस को सिर्फ वार्षिक कार्यक्रम तक ही सीमित न रखें, आगे आयें और पर्यावरण चेतना को जागृत करने की शपथ लें | एकता विहार कालौनी से जुड़ी महिलाओं के समूह ने सुबह गड्डे खोदकर तैयार किये और उसके पश्चात विभिन्न प्रजातियों जिसमें कनेर, गुडहल, हाईकस, चमेली, बुशट्री, कचनार, बहेडा आदि वृक्षों का रोपण किया |
वृक्षारोपण के इस कार्यक्रम में समर्थ नारी समर्थ भारत की संयोजिका गढ़वाल मंडल सुनीता लखेड़ा ने महिलाओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक भी किया और ‘सांसे हो रही कम आओ पेड़ लगाये हम’ नारे के साथ अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का आह्वान किया | ‘समर्थ नारी समर्थ भारत’ इस समूह पर्यावरण बचाने के लिये अपने जन्मदिवस पर वृक्ष लगाने का प्रण भी लिया | इस अवसर समूह की महिलाओं में सुनीता लखेड़ा, रजनी बड़थ्वाल, सीमा भार्गव, रंजना भंडारी, अनीता बोरा, ममता भट्ट, अनीता सक्सैना, सीनियर सिटीजन मदन मोहन जुयाल, प्रो. सहज विश्वास आदि के साथ स्थानीय लोग मौजूद रहे |

 

May be an image of 20 people and people standing

जियो ने दिया ग्राहकों को तगड़ा झटका, इस सस्ते प्लान के दाम भी बढ़ाए, इतना पड़ेगा बोझ

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टेलीकॉम कंपनी जियो ने अपने ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया है। दरअसल जियो ने अपने एक अफॉर्डेबल प्लान की कीमत में बढ़ोत्तरी कर दी है। जियो के इस प्लान के तहत कम कीमत में एक साल की वैलिडिटी के साथ आता है।

इसमें ग्राहक को कॉलिंग और डेटा के साथ-साथ अन्य लाभ भी मिलते हैं।

बता दें कि छह महीने पहले ही जियो समेत कई दिग्गज कंपनियों ने टैरिफ प्लान की कीमतों में 20 से 25 फीसदी का इजाफा किया था। छह महीने में यह दूसरी बढ़ोत्तरी है।

इससे पहले रिपोर्ट्स सामने आयी थीं कि टेलीकॉम कंपनिया वित्त वर्ष 2022-23 में दूसरी तिमाही में टैरिफ प्लान में 20 फीसदी का इजाफा कर सकती हैं। मतलब जून 2022 से टेलीकॉम कंपनियां ग्राहकों पर महंगे रिचार्ज प्लान का बोझ डाल सकती हैं।

हालांकि जियो ने जिस अफॉर्डेबल प्लान की कीमतों में इजाफा किया है, वह सभी ग्राहकों के लिए नहीं है। कंपनी का यह ऑफर खास जियो फोन ही इस्तेमाल करने वालों के लिए है। ऑपरेटर के पोर्टफोलियो में प्रीपेड, पोस्टपेड और जियो फोन्स के लिए स्पेशल रिचार्ज प्लान मौजूद हैं।

जियो फोन के मौजूदा यूजर्स के लिए एक प्लान 749 रुपये का आता था। इस प्लान में यूजर्स को एक साल तक वॉयस कॉलिंग और 24 जीबी तक डेटा, जियो ऐप्स फ्री सब्सक्रिप्शन मिलता था। हालांकि प्लान में ये बेनिफिट्स अब भी हैं लेकिन कंपनी ने इस प्लान की कीमत में अचानक 150 रुपये का इजाफा कर दिया है। जियो फोन के यूजर्स को अब इन बेनिफिट्स का फायदा उठाने के लिए 899 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा।

जियो की ओर से ये प्लान केवल कंपनी का फोन इस्तेमाल करने वालों के लिए ही है। जियो फोन की जगह दूसरा फोन इस्तेमाल कर इन प्लान्स का लाभ नहीं उठाया जा सकता है। जियो फोन को आप एक साल के प्लान के साथ मात्र 1499 रुपये की कीमत में खरीद सकते हैं। इसके तहत ग्राहकों को 24 जीबी डेटा, अनलिमिटेड वॉयस कॉल और जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन दिया जाता है।

इसके अलावा अगर आप 1999 रुपये में जिओ फोन खरीदते हैं तो इसके साथ आपको दो साल के लिए फ्री कॉलिंग, 48 जीबी डेटा और जियो ऐप्स का फ्री सब्सक्रिप्शन मिलता है।

यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी हेतु एक्सपर्ट कमेटी के गठन के दिये निर्देश

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पर्यटन, स्वास्थ्य, परिवहन एवं एस०डी० आर० एफ० को संयुक्त रूप से यात्रा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के दिये निर्देश

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देर सांय मुख्यमंत्री आवास में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने यात्रा के दौरान यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता व्यक्त करते हुए इस सम्बन्ध में प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इसके लिये एक्सपर्ट कमेटी गठित किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हो रही मृत्यु के वास्तविक कारणों की भी सही स्थिति जनता के समक्ष रखी जाए। ताकि चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु आवश्यक एहतियात बरतें। उन्होंने इसके लिये बुजुर्ग एवं अस्वस्थ लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण की कारगर व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बुजुर्ग लोग अपना स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा पर आए, इसकी व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए। इस सम्बन्ध में चारधाम यात्रा से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के प्रति नकारात्मक संदेश से बचाव के साथ ही यात्रा के सम्बन्ध में की गई सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिये पर्यटन, स्वास्थ्य, परिवहन एवं एस.डी. आर. एफ. के अधिकारी समन्वय से कार्य करते हुए। नियमित रूप से मीडिया को भी वस्तुस्थिति से अवगत कराये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराये।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्रीमती राधिका झा, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, महानिदेशक सूचना एवं परिवहन आयुक्त श्री रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव सी. रविशंकर, महानिदेशक स्वास्थ्य के साथ ही सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

 

उनका हर पल जनता की सेवा के लिये समर्पितः मुख्यमंत्री।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का चंपावत उपचुनाव में ऐतिहासिक विजय के बाद देहरादून पहुंचने पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं एवं आम जनता द्वारा गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को पंतनगर से स्टेट प्लेन से जौलीग्रांट एयरपोर्ट आए तथा वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा परेड ग्राउण्ड पहुंचे।
परेड ग्रांउण्ड में हेलीकॉप्टर से उतरते ही मुख्यमंत्री का पार्टी कार्यकर्ताओं एवं आम जनता द्वारा भव्य रूप से किया गया स्वागत भी ऐतिहासिक रहा। परेड ग्राउण्ड से मुख्यमंत्री खुले वाहन में सवार होकर भारी जन समूह के साथ बलबीर रोड़ स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। इस पूरे रास्ते सर्वे चौक, ई.सी रोड़, आराघर चौक आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग उनके स्वागत के लिये मौजूद रहे। इस रोड शो में मुख्यमंत्री के जयकार के साथ भी बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता एवं आम जनता साथ चलती रही। इस खुले वाहन में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, विधायक एवं भाजपा अध्यक्ष श्री मदन कौशिक, विधायक श्री खजान दास, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा तथा अन्य पदाधिकारी मुख्यमंत्री के साथ रहे।
प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचने पर मुख्यमंत्री का कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, श्री सुबोध उनियाल, डा0 धन सिंह रावत, चंदन राम दास, श्री सौरभ बहुगुणा, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, श्री नरेश बंसल, मनोनीत राज्यसभा सांसद डॉ कल्पना सैनी सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उपचुनाव में सहयोग के लिये सभी का व्यक्तिगत रूप से आभार जताते हुए प्रदेशवासियों के साथ ही विशेष रूप से चंपावत की जनता का हृदय से आभार व्यक्त किया तथा जनता के विश्वास एवं भरोसे पर समर्पित भाव से कार्य करने की प्रतिबद्धता दोहराई। मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्पावत उपचुनाव की बड़ी जीत ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी भी दी है। उनका हर पल प्रदेश की जनता की सेवा के लिये समर्पित है। राज्य वासियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का उनका सतत् प्रयास रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की देवतुल्य जनता ने प्रदेश में एक दल की दुबारा सरकार न बनाने के मिथक को तोड़ा है। इसके लिये भी वे प्रदेश की जनता के आभारी है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में सबकी भावनायें जुड़ी थी। यह हम सबका सामूहिक चुनाव था, जिसमें सभी ने अपनी जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने कहा कि सैनिक पुत्र होने तथा साधारण परिवेश में पला बढ़ा होने के नाते वे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों की समस्याओं से परिचित है। हर क्षेत्र का पूरे मनोयोग एवं समर्पित भाव से जन अपेक्षाओं के अनुरूप समग्र विकास ही उनका लक्ष्य रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड 2025 तक देश के अग्रणी एवं श्रेष्ठ राज्य के रूप में पहचान बनाये, यह उनका प्रयास रहेगा। अपने अथक प्रयासों और परिश्रम के साथ सबके सहयोग से हम इस दिशा में सफल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी का प्रभाव कम होने के बाद प्रदेश के चार धामों में भारी संख्या में तीर्थयात्री एवं पर्यटक आ रहे है। सबकी यात्रा सुखद, सुगम एवं सुरक्षित हो इसके लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे है। किसी भी तरह की असुविधां श्रद्धालुओं को न हो इसके लिए अधिकारियों को कारगर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव सर्वविदित है। उनके कुशल नेतृत्व में देश का मान सम्मान देश व दुनिया में बढ़ा है। आज देश में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की भावना के साथ बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ सभी को प्राप्त हो रहा है। उन्होंने इस ऐतिहासिक जीत के लिये प्रधानमंत्री श्री मोदी का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन ने उन्हें इतना सौभाग्यशाली बनाया कि आज वह समस्त उत्तराखण्ड के स्नेह व आशीर्वाद का पात्र बने है। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व ने कोरोना महामारी में देशवासियों को कोरोना टीकाकरण के साथ ही निःशुल्क खाद्यान उपलब्ध कराने का कार्य किया जिससे 80 करोड़ लोगों को राहत मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विजय राज्य के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति के सपनों को पूर्ण करने में भी प्रेरणादायी बनेगा। उन्होंने कहा कि चंपावत विधानसभा का यह उपचुनाव उत्तराखण्ड निर्माण के लिये अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीदों की आशाओं को पूर्ण करने, प्रदेश की सम्मानित जनता के हर स्वप्न को सच करने व प्रगति का स्वर्णिम अध्याय लिखे जाने के लक्ष्य को पूर्ण करने की प्रेरणा प्रदान करने वाला भी बनेगा।

 

मुख्यमंत्री ने बतायी पर्यावरण संरक्षण के लिये सामूहिक प्रयासों की जरूरत।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्यावरण संरक्षण को सामूहिक प्रयासों की जरूरत बताई हैं। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सामूहिक रूप से प्रकृति के संरक्षण की दिशा में भी चिन्तन करना होगा। पर्यावरण संरक्षण को जीवन से जुड़ा विषय बताते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में उत्तराखण्डवासियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रदेश सरकार समृद्ध जैव संसाधनों के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध हैं। उत्तराखण्ड अपनी वन सम्पदा और नदियों के कारण पर्यावरण संरक्षण की मुहिम का ध्वज वाहक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी प्रयासों के साथ ही जनता, जन प्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं का पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन चेतना जागृत करने और इसके संवर्द्धन में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के साथ ही नदी और जल स्रोतों की साफ सफाई के लिए भी पूरा प्रयास जरूरी है।

प्राचीन भारतीय शहर अत्यधिक विकसित थे: सिंधु घाटी सभ्यता पर अमेरिकी विशेषज्ञ प्रोफेसर जोनाथन मार्क केनोयर

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देहरादून, विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय, मैडिसन (यूएसए) में मानव विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ जोनाथन मार्क केनोयर ने यूकोस्ट, विज्ञान धाम स्थित आंचलिक विज्ञान केंद्र में “प्राचीन सिंधु शहरों में जीवन: कला, शिल्प एवं भोजन” विषय पर सचित्र व्याख्यान दिया। उन्होंने भारत एवं पाकिस्तान के उन विभिन्न साइट्स पर प्रकाश डाला जो सिंधु घाटी सभ्यता के उत्खनन अध्ययनों में मिले हैं। उन्होंने कहा कि हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के उत्खनन अध्ययनों के इस सौवें वर्ष में यह कहा जा सकता है और इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि यह सभ्यता लगभग 700 वर्षों तक बहुत विकसित और फली-फूली थी। सिंधु घाटी सभ्यता का क्षेत्रफल मेसोपोटामिया और चीन की तुलना में दुगना था। उन्होंने विशेष रूप से बताया कि उनकी व्यापार प्रणाली अत्यधिक विकसित थी। हैरानी की बात यह है कि अभी तक वहां शासकों का कोई चित्रण या लड़ाई या युद्ध, हत्याओं का कोई निशान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि आर्यन इन्वेजन थ्योरी पर कोई ठोस सबूत नहीं हैं। विभिन्न उत्खनन स्थलों में पाए गए समुद्री शेल्स या भोजन, आभूषण, आभूषण, कपड़ा और मिट्टी के बर्तनों के प्राप्त साक्ष्यों ने साबित कर दिया है कि सिंधु लोगों की मान्यताएं तथा सामाजिक व्यवस्था बहुत समृद्ध थी। उन्होंने 2800 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व के बीच सिंधु घाटी सभ्यता के क्षेत्रीयकरण एवं एकीकरण चरणों की व्याख्या की, जिसमें शहरीकरण और सामाजिक व्यवस्था विकसित हुई।

उन्होंने दफनाने, नगर नियोजन, जल संचयन, कर एवं वास्तु की वहां पाई गयी विभिन्न प्रथाओं व पद्धतियों का वर्णन किया। सिंधु लोगों की धार्मिक व्यवस्था के तहत, उन्होंने दो बाघों के पकडे देवताओं की मूर्तियों, स्वस्तिक, डमरू, पेड़ के नीचे लड़ते हुए बैल, योग की स्थिति तथा सींग वाले देवताओं को दर्शाया, जो खुदाई में मिले हैं। एक अनुमान के अनुसार, धोलावीरा (100 हेक्टेयर), राखीगढ़ी (350 हेक्टेयर), मोहनजोदड़ो (300 हेक्टेयर) और हड़प्पा (250 हेक्टेयर) जैसे विभिन्न स्थलों का क्षेत्रफल पर्याप्त था। अपने व्याख्यान के अंत में प्रोफेसर जोनाथन ने प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए। इससे पूर्व डॉ. डी.पी. उनियाल ने अतिथियों, वक्ता और प्रतिभागियों का स्वागत किया। साइंस सिटी देहरादून परियोजना के सलाहकार श्री जी.एस. रौतेला ने प्रोफेसर जोनाथन का परिचय दिया और व्याख्यान की प्रस्तावना रखी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कैलाश एन. भारद्वाज, प्रभारी, आरएससी देहरादून ने किया तथा अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर यूकॉस्ट स्टाफ, गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर्स, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वैज्ञानिक, बीएफआईटी, डॉल्फिन पीजी कॉलेज, डीएवी कॉलेज, राजकीय पीजी कॉलेज रायपुर के शिक्षक एवं छात्र तथा पत्रकारों सहित दो सौ से अधिक प्रतिभागी उपस्थित थे।

वैज्ञानिकों ने तैयार की बायोडिग्रेडेबल शीट : पंत विवि के वैज्ञानिकों ने धान की भूसी से की तैयार

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हल्द्वानी, पर्यावरण के लिए वैश्विक समस्या बन चुकी पॉलीथिन के विकल्प के रूप में जीबी पंत कृषि विवि ने बायोडिग्रेडेबल शीट तैयार की है | इसका विकल्प तलाश रहे विवि के वैज्ञानिकों ने पांच वर्ष की कड़ी मेहनत से राइस वेस्ट (धान की भूसी) से हूबहू पॉलीथिन जैसी दिखने वाली बायोडिग्रेडेबल शीट बनाने में सफलता हासिल कर ली है। इसकी खासियत यह है कि यह मिट्टी के संपर्क में आते ही तीन से छह महीने में स्वत: नष्ट हो जाएगी और खेती को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।
जीबी पंत कृषि विवि स्थित प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में प्रोसेस एंड फूड इंजीनियरिंग विभाग के प्राध्यापक प्रो. पी के ओमरे व उनकी शोध छात्रा शीबा मलिक ने धान की भूसी को रिफाइंड कर पॉली लेक्टिक ऐसिड बेस्ड शीट तैयार की है जिसका उपयोग विभिन्न उत्पाद रखने में किया जा सकता है। शोधार्थी शीबा ने बताया कि भारत एक प्रमुख चावल उत्पादक देश है।

धान की मिलिंग के दौरान करीब 24 मिलियन टन चावल की भूसी का उत्पादन होता है। इसका बॉयलर, बिजली उत्पादन आदि के लिए ईंधन के रूप में एक छोटी राशि का उपयोग किया जाता है। ज्यादातर भूसी या तो जला दी जाती है, या खुले मैदान में कचरे के रूप में फेंक दी जाती है।
इसके कम वाणिज्यिक मूल्य और उच्च उपलब्धता के कारण, इसे फिलर के रूप में बायोकंपोजिट पैकेजिंग मैटीरियल में इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही इसे सेल्यूलोज का सबसे उपलब्ध स्रोत माना जाता है। उन्होंने चावल की भूसी से सेल्यूलोज निकाला और पॉलीलैक्टिक एसिड में चावल की भूसी निकाले गए सेल्यूलोज को शामिल करके बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग शीट बनाई है, जो आने वाले समय में पॉलीथिन पैकेजिंग की जगह ले सकती है। इस शीट में उन्होंने चाय के बीज का तेल भी डाला है जिसमें अच्छे एंटीऑक्सीडेंट और रोगाणुरोधी गुण होते हैं। यह शेल्फ लाइफ को बनाए रखने के साथ खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता को भी बढ़ाते हैं। उनकी विकसित पैकेजिंग शीट में पॉलीथिन की तुलना में बेहतर यांत्रिक शक्ति है। उनके द्वारा विकसित पैकेजिंग शीट गैर बायोडिग्रेडेबल पॉलीथिन पैकेजिंग के बजाय एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
ऐसे बनाई बायोडिग्रेडेबल शीट
सबसे पहले सेल्यूलोज को केमिकल ट्रीटमेंट दिया ताकि वह पॉलीलैक्टिक एसिड में समान रूप से घुल जाए। पैकेजिंग शीट बनाने के लिए पॉलीलैक्टिक एसिड को क्लोरोफॉर्म में घोला जाता है, जब तक कि वह पूरी तरह से घुल नहीं जाता। इसके बाद चावल की भूसी से निकाला गया सेल्यूलोज और चाय के बीज के तेल को निश्चित अनुपात में मिलाकर 50 डिग्री तापमान पर मैग्नेटिक स्टिरर के साथ एक समान घोल बनाया जाता है। इस घोल को पेट्री डिश में डाला जाता है और रात भर कमरे के तापमान पर सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है। शीट को पेट्री डिश से निकालने से पहले उसको ओवन में 40 डिग्री तापमान पर सुखाया जाता है और उसके बाद शीट को निकाल लिया जाता है।

 

श्रीनगर गढ़वाल से दून के लिए सप्‍ताह में छह दिन हेली सेवा, लगेगा प्रति व्यक्ति 3965 रुपये किराया

देहरादून, हवाई सफर करने वालों के लिए खुशखबरी यह है कि अब श्रीनगर गढ़वाल से देहरादून के लिए प्रतिदिन हेलीकाप्टर सेवा उपलब्ध हो रही है। अब पौड़ी जनपद के श्रीनगर गढ़वाल से देहरादून के लिए सप्‍ताह में छह दिन हेलीकाप्‍टर सेवा उपलब्‍ध है। श्रीनगर गढ़वाल से सीधे देहरादून का प्रति व्यक्ति किराया 3965 रुपये हैं।
बताया जा रहा है कि रविवार को छोड़कर सप्ताह में सभी दिन पवनहंस की हेली सेवा उपलब्ध है। इसमें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को वाया टिहरी और मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार को श्रीनगर से सीधे देहरादून के जौलीग्रांट हेलीपैड के लिए हेली सेवा उपलब्ध है। श्रीनगर से सीधे देहरादून का प्रति व्यक्ति किराया 3965 रुपये और वाया टिहरी प्रति व्यक्ति किराया 3776 रुपये है। देहरादून के लिए श्रीनगर से सीधी हेली सर्विस दोपहर साढ़े 12 बजे और वाया टिहरी दोपहर डेढ़ बजे उपलब्ध होगी। बताया जा रहा है कि अभी तक हफ्ते में तीन दिन ही सेवा मिल रही थी। स्वास्थ्य एवं उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत की पहल पर पवनहंस कंपनी ने श्रीनगर के लिए हेली सेवा का विस्तार करते हुए इसे प्रतिदिन कर दिया है।

 

गुरुद्वारा नानकमत्ता पहुंचे सीएम धामी, नवाया शीश, चखा गुरू का लंगर

 

सितारगंज, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब पहुंच कर शीश नवाया। यहां मुख्यमंत्री धामी अरदास में शामिल हुए।

धामी ने राज्य व देश की सुख समृद्धि, शांति की कामना की। गुरुद्वारा नानकमत्ता प्रबन्धक कमेटी द्वारा उन्हें गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब का स्मृति चिन्ह, तलवार व सरोपा भेंट किया गया।
इसके पश्चात धार्मिक डेरा कार सेवा पहुंचकर डेरे के जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह से भेंट की। मुख्यमंत्री ने यहां लंगर-पानी भी चखा |

 

राजस्व उप निरीक्षक संघ के चुनाव : सतपाल निर्विरोध अध्यक्ष, गौरव सचिव मनोनीत

सितारगंज, राजस्व उप निरीक्षक संघ की त्रिवार्षिक बैठक शनिवार को हुई। इसमें राजस्व उपनिरीक्षकों की समस्याओं पर चर्चा की गई। इस दौरान संगठन का चुनाव किया गया। सतपाल बाबू को निर्विरोध अध्यक्ष और गौरव चौहान को सचिव चुना गया।

खुशाल सिंह को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दीपक सिंह गैड़ा की उपाध्यक्ष, पंकज बिष्ट को संगठन मंत्री और पिंटू कुमार को कोषाध्यक्ष चुना गया। चुनाव के बाद संगठन की समस्याओं पर चर्चा की गई। राजस्व उपनिरीक्षकों ने कहा कि अतिरिक्त क्षेत्र के कार्यों का बहिष्कार जारी रहेगा।
संचालन अनंत कुमार शर्मा ने किया। इस मौके पर शेखर आर्य, सुरजीत सिंह, दीपक चौहान, विजय कुमार, जगदीश फर्त्याल, आशा बिष्ट, मंजू बिष्ट, मोईनुद्दीन, धन सिंह, गरीब सिंह राणा आदि मौजूद रहे।

 

धौलाखण्डी को मिली प्रोन्नति, बने सहायक वन संरक्षक

सितारगंज, उत्तराखंड़ शासन ने रेंजरों को प्रोन्नति दी है। तराई पूर्वी वन प्रभाग के किशनपुर रेंज में तैनात रेंजर प्रदीप कुमार धौलाखण्डी को भी प्रोन्नति देकर सहायक वन संरक्षक बनाया है, प्रदीप कुमार धौलाखण्डी वर्ष 2014 बैच के अधिकारी हैं। उनको प्रोन्नति मिलने पर साथी कर्मचारियों ने खशी जताई है।

 

‘नदिया तुम धीरे बहो गीत’ के साथ धाद स्मृतिवन में देश के जलान्दोलन के नाम से रोपित किया पौधा

देहरादून, “पानी जहां दौड़ता है, वहां इसे चलना सिखाना है। जहां चलने लगे, वहां इसे रेंगना सिखाना है। जहां रेंगने लगे, वहां इसे ठहराना है। जहां ठहर जाए, वहां इसे धरती के पेट में बैठाना है।” मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित डॉ राजेंद्र सिंह की इन पंक्तियों के साथ जलान्दोलन के पक्ष में धाद स्मृति वन में पौधारोपण किया गया. राजेंद्र सिंह के अस्वस्थ होने के चलते उनकी अनुपस्थिति में उनके साथियों इन्डियन हिमालयन रिवर बेसिन काउन्सिल की अध्यक्ष डॉ. इंदिरा खुराना पर्यावरण कार्यकर्ता सुरेश भाई,सर्वोदय कार्यकर्त्ता रमेश,संजय राणा, अल्मोड़ा की डॉ. वसुधा पन्त, हल्द्वानी से एन के भट्ट ने धाद के साथियों के साथ देश में चल रहे जलान्दोलन के पक्ष में पौधा रोपित किया। इस अवसर पर स्मृति वन में संवाद का आयोजन किया गया । संवाद का शुभारम्भ करते हुए डॉ इंदिरा खुराना ने देश में जल के पक्ष में चल रही विभिन्न गतिविधयों को साझा किया उन्होंने कहा की रिवर बेसिन काउन्सिल 12 पर्वतीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के साथ 11 मैदानी राज्यों तक इसके कार्यक्षेत्र है इसके निमित्त हिमालयी क्षेत्र में लम्बी यात्राएँ करते हुए नदियों की आवाज़ को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर नीति निर्धारण करने वाली संस्थाओं के सामने लाने के लिए काम कर रही है ।

सर्वोदयी कार्यकर्त्ता सुरेश भाई ने स्मृतिवन के प्रयोग को नमामि गंगे का विस्तार कहा जिसमे नदियों के तट पर हरियाली फैलाने के लिए काम किया जा रहा है उन्होने बतया की रक्षा सूत्र अभियान में उन्होंने प्रदेश के 12 लाख वृक्षों को बचा पाए हैं लेकिन आज जब ऑल वैदर रोड के साथ बड़ी संख्या में पेड़ काटे जा रहे है तब इसके वर्तमान मॉडल पर पुनर्विचार की जरूरत है । इस जी आर आर के प्रो विनय मोहन बौड़ाई ने बताया कि जल का सवाल आज का है जिसको बनाया नहीं जा सकता बस संरक्षित किया जा सकता है लेकिन हमारी विकास यात्रा ने धरती के पोर्टेबल वाटर लेवल को 3 प्रतिशत से घटाकर 2.5 % ला कर रख दिया है. इसलिए इस दिशा में समाज और सरकार के स्तर पर बड़ी पहल की जरुरत है। सर्वोदयी कार्यकर्त्ता रमेश जी ने नदिया तुम धीरे बहो गीत के साथ सभा को जलान्दोलन के गीतों को साझा किया। धाद स्मृति वन का परिचय देते हुए संस्था के सचिव तन्मय ममगाईं ने बताया कि स्मृतिवन हरेला की 2010 से प्रारम्भ समाजिक यात्रा का एक पड़ाव है जिसको 2020 से धाद की पहल पर उत्तराखंड शासन द्वारा उपलब्ध करवाई गयी भूमि पर सामाजिक सहयोग से विकसित किया जा रहा है जो उत्तराखंड के समाज उत्पादन और व्यंजन के निमित्त विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के साथ सक्रिय है।

संस्था के अध्यक्ष लोकेश नवानी ने कहा की पथरीली भूमि पर विकसित किये जा रहे इस वन की अवधारणा में जहाँ एक तरफ देश के भाषाई सर्वेक्षण करने वाले जॉर्ज ग्रियर्सन के निमित्त पौधा लगाया गया है वहीँ प्रख्यात पर्यावरणविद् सुन्दरलाल बहुगुणा के निमित्त पौधा लगाने के साथ प्रदेश के सामाजिक सांस्कृतिक शक्ल देने वाले अन्य विभूतियों के नाम भी पौधे लगाये गये है। सभा को प्रह्लाद अधिकारी संजय राणा डॉ वसुधा पंत ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर डॉ जयंत नवानी, अश्विनी त्यागी ,डॉ सरस्वती सिंह, संजय भार्गव, आशीष गर्ग, आनंद कुमार सिंह, वीरेंदर खंडूरी, सुशील पुरोहित, सुरेश अमोली, इंदुभूषण सकलानी, अनु व्रत, नवनि, बृजमोहन उनियाल, कल्पना बहुगुणा, मंजू काला, राजीव पांथरी, शांति प्रकाश जिज्ञासु विमला रावत व विमला कठैत के साथ बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

 

सरमोली के 25 ग्राम पंचायतों को चरस मुक्त बनाने के लिए अभियान जारी, भांग को नष्ट करने के लिये बनाई गई रणनीति

 

पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), वन पंचायतों की भूमि में स्वत: उगने वाले भांग को नष्ट करने के लिए वन पंचायत सरपंचो के साथ रणनीति बनाई गई। जिला पंचायत के सरमोली वार्ड के 25 ग्राम पंचायतों को चरस मुक्त बनाने के लिए जारी अभियान के क्रम में वन विभाग को भी इसका सांझीदार बना दिया गया है।
विकासखंड के सभागार में आज जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की उपस्थिति में 25 ग्राम पंचायतों के सरपंचों की बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि वन पंचायत की भूमि में हर साल खुद ही उगने वाले भांग को सरपंच अपने नेतृत्व में अभियान चलाकर नष्ट करेंगें।
वन विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है,कि वे समय- समय पर वन पंचायतों का निरीक्षण करेंगे।
बैठक में वन पंचायत के सरपंचों को यह जिम्मेदारी देते हुए कहा कि अगर किसी भी वन पंचायत में भांग के पौध मिले तो वन पंचायतों के खिलाफ विधिक कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि नागरिक, राजस्व पुलिस के साथ ही वन विभाग को भी इस क्षेत्र को भांग मुक्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने कहा कि जो वन पंचायत भांग मुक्त के लिए उत्कृष्ट कार्य करेगी, तो उसे पुरस्कृत किया जाएगा।
वन विभाग के वन दरोगा त्रिलोक सिंह राणा ने कहा कि विभाग की ओर से 25 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को पत्र देकर इसकी जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। इसके लिए अतिरिक्त वन कर्मियों को लगाने की आवश्यकता होगी तो तैनात किया जाएगा।
बैठक में वन पंचायत के सरपंच खुशाल हरकोटिया, हरीश सयाना, कैलाश मर्तोलिया, भगवान सिंह, नारायण सिंह मर्तोलिया ने विचार व्यक्त किए।

आईआरसीटीसी लजीज, स्वादिष्ट भोजन मुहैया करायेगा यात्रियों को, रेलवे दो चरणों में लागू करेगा यह व्यवस्था

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देहरादून, अब ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को खानपान के लिए परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी,
यात्रियों को अब आईआरसीटीसी लजीज, स्वादिष्ट भोजन मुहैया कराएगा। यात्री ट्रेनों में सफर के दौरान ही आईआरसीटीसी के मोबाइल ऐन फूड ऑन ट्रैक से लजीज खाने की बुकिंग कर सकेंगे। आईआरसीटीसी यात्रियों को ट्रेन में सीट पर भोजन मुहैया कराएगा। पहले चरण में यह सुविधा नई दिल्ली हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों को मिलेगी, जबकि अगले चरण में देहरादून, लखनऊ, कोलकाता, पटना जैसे स्टेशनों पर सुविधा मिलेगी।

आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आनंद कुमार झा के मुताबिक, आईआरसीटीसी के मोबाइल एप से भोजन बुक करके डीलक्स थाली, महाराजा थाली, पुरानी दिल्ली वेज बिरयानी, वेज डिमसम, पनीर डिमसम, वोक टॉस नूडल्स, दाल मखनी जैसे खाने-पीने की चीजें मंगाई जा सकेंगी। यात्री यात्रा समय से कम से कम दो घंटे पहले 1323 पर फोन कर अगले स्टेशन पर भोजन मंगा सकते हैं। बताया कि इस सुविधा के शुरू होने से अब यात्रियों को खानपान के लिए परेशानी नहीं उठानी होगी, आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट ईकैटरिंग डॉट आईआरसीटीसी डॉट सीओ डॉट इन या फूड-ऑन ट्रैक एप पर जाकर लजीज खानपान मंगा सकेंगे। फिलहाल रेलवे बोर्ड की ओर से लंबी दूरी की ट्रेनों में खानपान की सुविधा मुहैया कराई जा रही, लेकिन तमाम ऐसी ट्रेनें हैं, जिसमें यात्रियों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है।

 

हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में 258 धार्मिक स्थलों से उतरवाए गए लाउडस्पीकरयूपी में धार्मिक स्थलों से हटेगा लाउड स्पीकर, HC के निर्देश पर योगी सरकार  का आदेश - loudspeaker at religious places in up will be banned by high  court order - AajTak

देहरादूध, उत्तराखंड पुलिस ने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का अभियान शुरू किया है। एक जून से शुरू हुये इस अभियान में हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में पुलिस ने उत्तराखंड में तीन दिनों के भीतर 258 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाए हैं। डीजीपी के अनुसार, हाईकोर्ट ने पिछले दिनों ध्वनि प्रदूषण को देखते हुए लाउडस्पीकर उतारने के आदेश दिए थे। इसके लिए एक जून से अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दिनों धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर को लेकर पूरे देश में सवाल उठने शुरू हुए थे। न्यायालयों में तमाम लोगों ने पीआईएल आदि दाखिल कर इन्हें उतरवाने की मांग की थी। ध्वनि प्रदूषण को आधार बनाकर नैनीताल हाईकोर्ट ने भी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाने के आदेश दिए थे। इसी क्रम में उत्तराखंड पुलिस ने भी अभियान शुरू किया। कुछ स्थानों पर लोग खुद भी लाउडस्पीकर उतार रहे हैं।

 

धर्म गुरुओं ने भी पहले लाउडस्पीकर को लेकर बातें की थीं। इस मसले में पुलिस से लोगों ने बात की है। ज्यादातर ने अपने-अपने धर्मों के लोगों से लाउडस्पीकर हटाने की अपील की है। वहीं, डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि यदि कोई लाउडस्पीकर नहीं हटाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले में पुलिस से प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा गया है। दूसरी ओर, देहरादून के डीएम डॉ. आर राजेश कुमार का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की अनुमति के लिए जो नियम हैं, अगर उसके उल्लंघन की शिकायत या मामला संज्ञान में आता है तो जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।