Sunday, May 18, 2025
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राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में बनेंगे योगा कक्षाएं और जिम : कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत

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देहरादून, एमबीबीएस प्रथम बैच के छात्र-छात्राओं के लिए व्हाइट कोट सेरेमनी आयोजित की गई। शनिवार राजकीय दून मेडिकल कॉलेज पटेलनगर में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज से हर वर्ष एमबीबीएस के छात्रों को शपथ दिलाई जाएगी। इस मौके पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने छात्रों को चरक शपथ दिलाते हुए कहा कि साल 2024 तक एमबीबीएस छात्रों की पढ़ाई अंग्रेजी भाषा के साथ हिंदी में भी कराई जाएगी। इसके साथ ही सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में सामूहिक सांस्कृतिक, खेलकूद कार्यक्रम होंगे और छात्र-छात्राओं के लिए योगा कक्षाएं और जिम बनाए जाएंगे।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा कि व्हाइट कोट सेरेमनी एमबीबीएस के छात्रों के लिए प्रतीकात्मक महत्व रखता है। कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दून अस्पताल को एक हजार बेड का अस्पताल बनाने का लक्ष्य है। इस मौके पर डॉ. केसी पंत, डॉ. एमके पंत, डॉ. संजय गौड़, डॉ. देश दीपक, डॉ. यूसुफ रिजवी, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. चित्रा जोशी आदि मौजूद रहे |

 

खास खबर : 21 कर्मचारियों का अटैचमेंट समाप्त, एक सप्ताह के भीतर मूल तैनाती पर लौटने के आदेश जारी

 

देहरादून, प्रदेश सरकार ने सहकारिता विभाग में वर्षों से मुख्यालय में जमे 21 कर्मचारियों का अटैचमेंट समाप्त कर दिया गया है। उन्हें एक सप्ताह के भीतर मूल तैनाती पर लौटने को कहा गया है। इस संबंध में निबंधक सहकारिता आलोक कुमार पांडेय की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं।
बीते दिनों सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक में विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रदेश के सभी 95 ब्लाक में अनिवार्य रूप सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) सहित दूसरे रिक्त पदों पर कर्मचारियों की कमी को दूर करने के आदेश दिए थे ताकि विभाग की कल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक आसानी से पहुंचाया जा सके।
इस संबंध में अब शासन की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश में राजकीय पर्यवेक्षक, सहकारिता विकास अधिकारी, सहकारिता निरीक्षक वर्ग-एक और दो आदि पदों पर मुख्यालय और शीर्ष संस्थाओं में अटैच 21 कर्मियों को एक सप्ताह में मूल तैनाती स्थल पर लौटने को कहा गया है। इनमें कुछ कर्मचारियों को मुख्यालय से देहरादून तो कुछ को पौड़ी, अल्मोड़ा, चंपावत, हरिद्वार, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और टिहरी भेजा गया है।

शरारती तत्वों के भ्रामक प्रचार में न आएं विक्रेता

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देहरादून, जिला पूर्ति कार्यालय में 2 जुलाई को कुछ विक्रेताओं और उनके साथ आए असामाजिक तत्व द्वारा स्थित अप्रिय घटना के क्रम में डीएसओ विपिन कुमार और प्रभारी दुकान अनुभाग देहरादून विभूति जुयाल ने अवगत कराया कि कल मात्र 15 विक्रेताओं द्वारा ही अपने लैपटॉप बिना पूर्व सूचना एवं लिखित दस्तावेज के कार्यालय में जमा कराए गए, जिनमें कतिपय लैपटॉप कार्यालय में मरम्मत हेतु दिए गए है l
आज जनपद में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान में विधिवत रूप से खुली रहेगी ग्रामीण क्षेत्रों में साप्ताहिक अवकाश होने के कारण आज कार्य नहीं हो पाया शहरी क्षेत्र में पहली पाली में कुल 400 दुकानों में 2852 बायोमेट्रिक और शेष ऑनलाइन वितरण सुचारू रूप से किया गया l जनपद में सामान्य रूप से वितरण हो रहा शाम को भी दुकानें अपने निर्धारित समय पर खुलेगी और उपभोक्ताओं में वितरण कराया जाएगा l विक्रेताओं से अपील की गई कि वे कुछ शरारती तत्वों के भ्रामक प्रचार में न आए और पूर्व की भांति नियमानुसार अपना कार्य सुचारू से संपादित करते रहे l

उदयपुर हत्याकांड : दून के लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर जताया विरोध, आरोपियों को मृत्युदंड देने की मांग उठाई

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देहरादून, एक पहल, आओ साथ चले..! के तहत राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल मर्डर मामले की निंदा करते हुए दून के लोगों ने सड़क पर मानव श्रृंखला बनाकर आरोपियों को मृत्युदंड देने की मांग उठाई।
रविवार को सहस्त्रधारा रोड स्थित कालोनियों के निवासी अधोईवाला क्राॅसिंग पर स्थित शिव मंदिर में सुबह 11 बजे सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए और मुख्य सड़क के एक ओर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया, इस दौरान दूनवासियों ने उदयपुर हत्याकांड की निंदा करते हुए मृतक कन्हैया लाल के परिजनों को न्याय देने की मांग की। लोगों का कहना था कि देश संविधान से चलेगा आतंकवाद से नहीं इस लिए हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए जिससे भविष्य में इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति न हो।May be an image of 15 people, people standing and road

इस मौके पर नवीन लिंगवाल, सुमित पुंडीर, संदीप शर्मा, सुनीता लखेड़ा, बीना बहुगुणा, नीतू सिंह, अनीता बोरा, शोभा धस्माना, अनीता सक्सैना, सीमा भार्गव, ममता भट्ट, भुवनेश्वरी भट्ट, गजेन्द्र खंडूरी, आलोक सिन्हा, प्रशान्त डोभाल, डा. सहज विश्वास, मदन मोहन जुयाल, राकेश बडोनी, के के बड़थ्वाल, के सी पुरोहित, धनीराम तिवाड़ी, आशीष गर्ग, जितेन्द्र कुमार, राज्य आंदोलनकारी मुन्नी खण्डूड़ी, आशीष रावत, संतोष सेमवाल, धीरज थापा, गंभीर रावत सहित सैकड़ों की संख्या में दून के लोग मौजूद थे।

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 • साढ़े पच्चीस लाख के निकट पहुंची चारधाम यात्रियों की संख्या

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• चारों धामों में बारिश शुरू हुई सड़क मार्गों में कहीं-कहीं भूस्खलन जोन सक्रिय लेकिन यात्रा सुचारू चल रही।

• अभी तक श्री बदरीनाथ नौ लाख पंद्रह हजार, केदारनाथ आठ लाख सैंतालीस हजार , गंगोत्री पहुंचे चार लाख सैंतीस हजार तथा यमुनोत्री पहुंचे तीन लाख सैंतीस हजार से अधिक तीर्थयात्री।
श्री हेमकुंट साहिब लोकपाल तीर्थ एक लाख पैसठ हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे।

देहरादून 3 जुलाई। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है आज तक 25 लाख 38 हजार दो सौ सत्तासी तीर्थयात्री उत्तराखंड चारधाम दर्शन हेतु पहुंच गये है। मानसून के प्रभाव से यात्रा में कमी देखी जा रही है। चारों धामों में हल्की बारिश है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिरोबगड़ में सड़क अवरूद्ध मार्ग सुचारू हो गया है साथ ही श्रीनगर- खेड़ाखाल सड़क से भी वाहनों को रूद्रप्रयाग भेजा गया।
लामबगड़ एवं पागलनाला जैसे भूस्खलन जोन से यातायात प्रभावित रहा, लेकिन आज यात्रा सुचारू है; केदारनाथ हेली सेवा बारिश से आंशिक रूप से प्रभावित हुई है मानसून के कारण अधिकांश हेलीकंपनियों ने सेवा बंद कर दी है। मौसम के अनुकूल रहने पर दो- तीन हेलीकॉप्टर सेवा चल रही है। गंगोत्री राजमार्ग सुचारू है यमुनोत्री राजमार्ग भूस्खलन से बाधित रहा अब मार्ग सुचारू हो गया है।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से आज तक 915838 तीर्थयात्री धाम पहुंच गये। श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से आज तक 847070 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच गये।
इसमें हेलीकॉप्टर से पहुंचे 82009 तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
श्री गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से आज तक 437912 तथा श्री यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से आज तक 337467 तीर्थयात्री यमुनोत्री पहुंच गये है।अभी तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग-1762908 है ।
श्री गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 775379 रही।‌ आज तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 2538287( पच्चीस लाख अड़तीस हजार दो सौ सत्तासी ) है। रविवार शाम तक श्री बदरीनाथ 3222, केदारनाथ 4117 यमुनोत्री 1105 तथा गंगोत्री 1835 तीर्थ यात्री पहुंचे। कपाट खुलने की तिथि 22 मई से अभी तक श्री गुरूद्वारा हेमकुंट साहिब एवं लोकपाल तीर्थ पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 165612 रही है।श्री हेमकुंट में कुछ दिनों पहले हुई बर्फबारी से मौसम सर्द है बावजूद हेमकुंट यात्रा सुचारू है।
मानसून की दस्तक के साथ ही प्रतिदिन के यात्रियों की संख्या में गिरावट आयी है तथा भूस्खलन से सड़क मार्ग बाधित हो रहे है। लेकिन यात्रा निरंतर चल रही है। प्रदेश सरकार, पुलिस-प्रशासन, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, उत्तराखंड पर्यटन, बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा यात्रियों से अपील की जा रही है कि मौसम के अलर्ट सहित बारिश- भूस्खलन तथा सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रा मार्गों पर आगे बढ़े। अधिक बारिश होने पर सुरक्षित स्थानों में रूक जाये। रात्रि के समय यात्रा में सावधानी रखें।
उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधा-सुरक्षा हेतु तीर्थयात्रियों के पंजीकरण को अनिवार्य किया है तीर्थयात्री उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट से घर बैठे आनलाइन पंजीकरण के अलावा हरिद्वार ऋषिकेश के अलावा भी चारधाम के सभी फिजीकल रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर फोटोमेट्रिक आनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम तीर्थयात्रियों के आंकड़े श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति/ पुलिस- प्रशासन/ आपदा प्रबंधन / गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधन ट्रस्ट के सहयोग से लोकसूचनार्थ तथा मीडिया तक चारधाम यात्रा संबंधित आंकड़ों की जानकारी पहुंचाने के मद्देनजर जारी किये गये हैं।

•मीडिया प्रकोष्ठ
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा जारी किया गया।

भाजपा की सरकार में न तो किसी व्यापारी का अहित हुआ है न ही होगा : सौरभ

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(नारायण सिंह रावत)

सितारगंज, देवभूमि व्यापार मण्डल समिति सितारगंज की नवनियुक्त कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन महाराजा अग्रसेन धर्मार्थ ट्रस्ट के परिसर में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि केबिनेट मन्त्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि समिति के पदाधिकारी व्यापारी हितों को संरक्षित करने का काम करें, किसी की भी सरकार प्रदेश में हो वह व्यापारी उत्पीड़न के खिलाफ रहेंगे और भाजपा की सरकार में न तो किसी व्यापारी का अहित हुआ है न ही होगा।

जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह ने नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश तनेजा नीटू , महामंत्री प्रदीप बंसल, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र सैनी,युवा अध्यक्ष सन्दीप गुप्ता,युवा महामंत्री ललित जोशी, युवा कोषाध्यक्ष अफसार अहमद जिला उपाध्यक्ष राजेश जिन्दल, जिला उपाध्यक्ष संजय गोयल व सभी पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई।

इस मौके पर व्यापार मन्डल के प्रदेश महामंत्री नरेन्द्र अरोरा भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, जिला महामंत्री महेश मित्तल,प्रदेश संयुक्त मंत्री आदेश ठाकुर,वरिष्ठ उधोगपति शिवकुमार मित्तल,वरिष्ठ समाजसेवी अजीत सिंह जोशन,जिला कोषाध्यक्ष तारा चन्द अग्रवाल,मण्डल अध्यक्ष विजय सलूजा,पलविन्दर सिंह औलख,सुरेश जैन,भीमसेन गर्ग, कमल जिन्दल,आदेश चौहान,राजेश शैली,नरेश कंसल,धर्मेन्द्र चौधरी,गंगवार,शीतल सिंघल, मुकेश गर्ग,उदय राणा,मुकेश सनवाल, रवि रस्तोगी,विशन जोशी,परवेज पटौदी, प्रिन्स गुप्ता, सौरभ सिंघल,पंकज गहतोडी़, अमित रस्तोगी,गोपाल सिंह बिष्ट आदि रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी अग्रसेन ट्रस्ट के महामंत्री सुरेश सिंघल व संचालन राजेश ढल ने किया |

जिलाधिकारी के निर्देश पर भिक्षावृत्ति में लिप्त महिला एवं बच्चों को किया गया रेस्क्यू

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देहरादून, जिलाधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशानुसार भिक्षावृत्ति में लिप्त महिला एवं बच्चों को रेस्क्यू किया गया। देहरादून शहर में बच्चों द्वारा भिक्षावृत्ति आए दिन बढ़ती जा रही है जिनमें ज्यादातर महिलाएं और उनके साथ बच्चें जो भिक्षावृत्ति में सुबह से शाम तक शहर के विभिन्न चैराहों पर भिक्षा वृत्ति करते देखे जा सकते हैं। इस प्रकार की समस्या का संज्ञान लेते हुए जिला बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शहर में भीख मांगने वाली महिलाएं और बच्चों को रेस्क्यू कर सरकार द्वारा मानक के अनुरूप सुविधा मुहैया कराने को कहा। जिससे इन सभी को सरकार की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।

अभियान को लेकर विभिन्न संस्थाओं और विभागों द्वारा,आईएसबीटी से लेकर रिस्पना पुल तक भिक्षावृत्ति करने वाली महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू किया गया। जिनमे 4 महिलाएँ और 9 बच्चों को रेस्क्यू किया गया जो भीख माँगने का काम कर रहे थे। सभी महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू कर मेडिकल कराकर सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया गया जिसके पश्चात सभी बच्चों को परिजनों के सुपुर्द किया गया।

इस दौरान समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा व गीता ममगाईं, मैक संस्था से जहांगीर आलम, जिला प्रोबेशन कार्यालय से संपूर्णा भट्ट, रश्मि बिष्ट, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से रायना रावत, देवेंदर, चाइल्डलाइन से जसवीर रावत, विजय बिष्ट, आसरा ट्रस्ट से अमर बहादुर, रवीना और बचपन बचाओ आंदोलन से सुरेश उनियाल आदि मौजूद रहे।

पटियाला में निःसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति का अवसर

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पटियाला, मेडिकवर फर्टिलिटी, जो दुनिया भर में फर्टिलिटी सॉल्यूशंस प्रदान करने में अग्रणी एक यूरोपीय फर्टिलिटी चेन है, ने हाल ही में पटियाला में एक नया अत्याधुनिक फर्टिलिटी क्लिनिक लॉन्च किया है। फर्टिलिटी चिकित्सा के क्षेत्र में 26 वर्षों की विरासत के साथ, मेडिकवर फर्टिलिटी देश के उत्तरी क्षेत्र में सबसे उन्नत फर्टिलिटी, समाधान लाता है।

 

 

मेडिकवर फर्टिलिटी क्लिनिक का उद्घाटन श्री मनमोहन शर्मा (प्रादेशिक प्रबंधक- मेडिकवर फर्टिलिटी), और डॉ राखी गोयल (नैदानिक प्रभारी, आईवीएफ सलाहकार, चंडीगढ़ – मेडिकवर फर्टिलिटी) और डॉ रंजना गुप्ता (स्त्री रोग विशेषज्ञ और बांझपन विशेषज्ञ), की उपस्थिति में, गुप्ता अस्पताल, पटियाला में 2, जुलाई 2022, को किया गया।

 

मेडिकवर फर्टिलिटी ने गुप्ता अस्पताल जो पटियाला का एक प्रसिद्ध अस्पताल है,के साथ हाथ मिलाया है। इस एसोसिएशन का उद्देश्य निःसंतान दंपतियों में जटिलताओं की शीघ्र पहचान करना और संपूर्ण फर्टिलिटी देखभाल प्रदान करना है। फर्टिलिटी क्लिनिक की स्थापना पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, मोहाली और आसपास के अन्य कस्बों और शहरों के लोगों को विश्व स्तरीय फर्टिलिटी समाधान प्रदान करने की दृष्टि से की गई है, जो एडवांस फर्टिलिटी सेवाओं की तलाश के लिए महानगरों की यात्रा कर रहे थे।

 

क्लिनिक पटियाला में ही पुरुषों और महिलाओं के लिए सभी परामर्श और परीक्षण सुविधाएं प्रदान करेगा, इसलिए पटियाला में बच्चे पैदा करने के लिए संघर्ष कर रहे निःसंतान दंपत्ति अपने फर्टिलिटी उपचार के लिए क्लिनिक का दौरा कर सकते हैं। इसके अलावा, जोड़े इसके चंडीगढ़ क्लिनिक में मेडिकवर फर्टिलिटी की विश्व स्तरीय तकनीक, उच्च प्रशिक्षित डॉक्टरों और आई वी एफ प्रयोगशालाओं का उपयोग करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, मेडिकवर फर्टिलिटी अधिक से अधिक लोगों की सहायता के लिए समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में मुफ्त परामर्श और परीक्षण शिविर भी आयोजित करेगी।

 

भारत में बांझपन एक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा बन गया है। दुर्भाग्य से, भारत में 6 में से 1 जोड़े को अपनी फर्टिलिटी आयु के दौरान फर्टिलिटी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, अगर वे सही समय पर ट्रीटमेंट लेते हैं, तो कारण का आसानी से निदान किया जा सकता है और आईवीएफ, आईयूआई या आईसीएसआई जैसे उपचारों से इसका इलाज किया जा सकता है।

 

श्री मनमोहन शर्मा (एमडी- मेडिकवर फर्टिलिटी) ने कहा कि “अव्यवस्थित जीवनशैली, ख़राब आदतों और देर से विवाह के कारण असफल गर्भावस्था के बढ़ते मामले भारत में फर्टिलिटी उपचार की मांग को बढ़ा रहे हैं। इसके विपरीत दूर-दराज के क्षेत्रों में फर्टिलिटी केंद्रों की अनुपस्थिति के कारण कई लोग गुणवत्तापूर्ण उपचार से वंचित रह रहे हैं। इसलिए, पटियाला क्लिनिक में, हम बांझ दंपतियों को व्यक्तिगत नैदानिक देखभाल के उच्चतम मानक प्रदान करने के लिए तत्पर हैं, और उन्हें ब्याज मुक्त किश्तों में इलाज की लागत का भुगतान करने का विकल्प भी मिलेगा, ”।

 

डॉ लवी सिंधु (क्लिनिकल इंचार्ज, आईवीएफ कंसल्टेंट मेडिकवर फर्टिलिटी) ने कहा कि “माता-पिता बनने के लिए संघर्ष कर रहे जोड़ों के लिए गुणवत्तापूर्ण और किफायती समाधान लाना हमारा दृष्टिकोण है, और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि माता-पिता बनने की उनकी यात्रा एक खुशहाल और निर्बाध हो। हम मानते हैं कि फर्टिलिटी चिकित्सा में नवीनतम संवर्द्धन के साथ-साथ फर्टिलिटी उपचार में पारदर्शिता, नैतिकता में कोई समझौता नहीं और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के सख्त अनुपालन की आवश्यकता है। बड़े और छोटे शहरों सहित पूरे भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार करके, हम इस दृष्टि को साकार करने जा रहे हैं। ”

 

मेडिकवर फर्टिलिटी के बारे में:

मेडिकवर फर्टिलिटी की स्थापना 1985 में बांझपन के लिए कई विशेष जांच प्रक्रियाओं को देने के लिए की गई थी, जिससे जोड़ों को एक सफल गर्भावस्था को पूरा करने का सबसे अच्छा मौका मिला।

 

मेडिकवर फर्टिलिटी यूरोप आधारित फर्टिलिटी चेन सभी के लिए फर्टिलिटी देखभाल उपलब्ध कराने के अपने दृष्टिकोण में दूसरों से अलग है, यहां तक कि दूर दराज के स्थानों में रहने वाले लोगों के लिए भी।

 

26 वर्षों से, मेडिकवर फर्टिलिटी जोड़ों को माता-पिता बनने की खुशी प्रदान करने में सक्षम है और इसकी उच्च सफलता दर और पारदर्शिता के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि दुनिया भर में हर 3 घंटे में एक मेडिकवर बेबी का जन्म होता है।

 

मेडिकवर फर्टिलिटी के अत्यधिक कुशल और अनुभवी डॉक्टरों के साथ फर्टिलिटी परामर्श के लिए मेडिकवर फर्टिलिटी के www.medicoverfertility.in पर जाएं।

 

पटियाला के अलावा, मेडिकवर फर्टिलिटी की पहले से ही दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हैदराबाद, सिकंदराबाद, श्रीनगर और जम्मू में क्लिनिक है।

 

 

दर्दनाक हादसा- केदारनाथ पैदल मार्ग पर कंडी से गिरा बच्चा खाई में गिरने से हुई मौत

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदारनाथ पैदल मार्ग पर हादसों का शिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा आज फिर केदारनाथ मार्ग पर एक दर्दनाक घटना तब घटी जब लिनचोली के पास कंडी से केदारनाथ ले जाया जा रहे एक बच्चे की गहरी खाई में गिरने से मौत हो गई। बच्चे को एक नेपाली मजदूर द्वारा कंडी से केदारनाथ ले जाया जा रहा था। घटना के बाद से मजदूर मौके से फरार बताया जा रहा है सोनप्रयाग कोतवाली में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दो दिन पहले आगरा से चार सदस्यीय एक परिवार केदारनाथ यात्रा के लिए आया था पति, पत्नी व उनके दो केदारनाथ यात्रा को जा रहे थे। भीमबली के बाद दम्पति ने बेटे को एक नेपाली मजदूर की कंडी पर सवार कर दिया और अपने आप पैदल चलने लगे। बताया जा रहा है कि बड़ी लिनचोली के पास कंडी से बच्चा 200 मीटर नीचे गहरी खाई में गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चे के माता-पिता को रास्ते से कुछ लोगों द्वारा बच्चे के गिरने की सूचना मिली आनन-फानन में लिनचोली पहुंचते ही माता-पिता ने पुलिस को मामला बताया और बच्चे की तलाश शुरू की गई। पुलिस और एसडीआरएफ ने खोजबीन करते हुए लिनचोली के पास 200 मीटर नीचे गहरी खाई से बच्चे के शव को बरामद किया। माता-पिता के पास नेपाली मजदूर की कोई पहचान नहीं होने के मजदूर की तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि लिनचोली के पास आगरा निवासी शिवा गुप्ता की कंडी से गिरकर दुःखद मौत हुई है। पुलिस ने सोनप्रयाग कोतवाली में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, जबकि मृत बच्चे के माता पिता द्वारा बताये गये हुलिए के अनुसार मजदूर की तलाश की जा रही है।

ब्रेकिंग : नैशनल हाईवे के किनारे खाई से मिले दो युवकों के शव, परिजनों ने की शवों की शिनाख्त

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हल्द्वानी, ज्योलीकोट—भवाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर खाई से 21—22 साल के दो युवकों के शव बरामद हुए हैं, गत दिनों भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी में दर्ज की गई गुमशुदगी से इन शवों के तार जोड़े जाने लगे हैं। दरअसल 26 जून को रूद्रपुर के ट्रांजिट कैंप स्थित राजा कालोनी निवासी दो भाई हल्द्वानी खालसा इंटर कालेज में परीक्षा देने आए थे।

उस दिन फार्मेसी की परीक्षा थी। दोनों भाईयों के राम लखन व राजकुमार बताए गए हैं। 27 जून के उनके पिता देव प्रसाद ने भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी पहुंच कर अपने दोनों बेटों के गुम होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने आशंका के आधार पर रामलखन व राजकुमार के परिजनों को मौके पर बुलाया ।

पुलिस शवों को खाई से निकाल कर सड़क तक पहुंचाया और फिर उन्हें मोर्चरी भेज दिया। इस बीच शवों की शिनाख्त हो गई।
शव दो सगे भाईयों के है। वे रूद्रपुर के ट्रांजिट कैंप के राजा कालोनी के रहने वाले थे। उनके परिजन मौके पर ही पहुंच गए थे।
फिलहाल मामला सड़क हादसे का ही लग रहा है। शवों की 23 वर्षीय राजकुमार और 21 वर्षीय रामलखन के रूप में हुई है। दरअसल 26 जून को रूद्रपुर के ट्रांजिट कैंप स्थित राजा कालोनी निवासी दो भाई हल्द्वासनी खालसा इंटर कालेज में परीक्षा देने आए थे। उस दिन फार्मेसीकी परीक्षा थी। दोनों भाईयों के राम लखन व राजकुमार बताए गए हैं। 27 जून के उनके पिता देव प्रसाद ने भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी पहुंच कर अपने दोनों बेटों के गुम होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने आशंका के आधार पर रामलखन व राजकुमार के परिजनों को मौके पर बुलाया । परिजनों ने अपने बेटों की शिनाख्त की।

मोर्चा की मेहनत रंग लाई : मंत्री रेखा को आंगनबाड़ी वर्कर्स की सताने लगी चिंता : नेगी

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देहरादून (विकासनगर), जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश की आंगनबाड़ी वर्कर्स की परेशानियों को लेकर मोर्चा द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की मंत्री श्रीमती रेखा आर्य पर जबर्दस्त प्रहार कर उनको जगाने का काम किया था तथा शासन में भी इन वर्कर्स की मांगों को सचिव के समक्ष रखा गया था | एक-आध दिन पहले ही उक्त मांगों पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्य द्वारा संज्ञान लेकर सचिव को इनकी समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए गए एवं वर्कर्स की पीड़ा पर गंभीरता से विचार कर निस्तारण करने के भी निर्देश दिए, जोकि मोर्चा की बहुत बड़ी है | नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को लगभग3- 4 माह से मानदेय नहीं मिल पाया था तथा लगभग 2 वर्ष से भवन किराया (जिसमें केंद्र संचालित होता है) नहीं मिल पाया, जिस कारण भवन स्वामी आंगनबाड़ी वर्कर्स पर किराया चुकाने को लगातार दबाव बनाए हुए हैं | इसी प्रकार टीएचआर का भुगतान भी सात -आठ माह से नहीं हुआ था | नेगी ने कहा कि देर से ही सही, लेकिन सराहनीय कदम है | मोर्चा को उम्मीद है कि आंगनबाड़ी वर्कर्स की परेशानियां जल्द खत्म होंगी |