Wednesday, April 24, 2024
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राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में बनेंगे योगा कक्षाएं और जिम : कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत

देहरादून, एमबीबीएस प्रथम बैच के छात्र-छात्राओं के लिए व्हाइट कोट सेरेमनी आयोजित की गई। शनिवार राजकीय दून मेडिकल कॉलेज पटेलनगर में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज से हर वर्ष एमबीबीएस के छात्रों को शपथ दिलाई जाएगी। इस मौके पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने छात्रों को चरक शपथ दिलाते हुए कहा कि साल 2024 तक एमबीबीएस छात्रों की पढ़ाई अंग्रेजी भाषा के साथ हिंदी में भी कराई जाएगी। इसके साथ ही सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में सामूहिक सांस्कृतिक, खेलकूद कार्यक्रम होंगे और छात्र-छात्राओं के लिए योगा कक्षाएं और जिम बनाए जाएंगे।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा कि व्हाइट कोट सेरेमनी एमबीबीएस के छात्रों के लिए प्रतीकात्मक महत्व रखता है। कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दून अस्पताल को एक हजार बेड का अस्पताल बनाने का लक्ष्य है। इस मौके पर डॉ. केसी पंत, डॉ. एमके पंत, डॉ. संजय गौड़, डॉ. देश दीपक, डॉ. यूसुफ रिजवी, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. चित्रा जोशी आदि मौजूद रहे |

 

खास खबर : 21 कर्मचारियों का अटैचमेंट समाप्त, एक सप्ताह के भीतर मूल तैनाती पर लौटने के आदेश जारी

 

देहरादून, प्रदेश सरकार ने सहकारिता विभाग में वर्षों से मुख्यालय में जमे 21 कर्मचारियों का अटैचमेंट समाप्त कर दिया गया है। उन्हें एक सप्ताह के भीतर मूल तैनाती पर लौटने को कहा गया है। इस संबंध में निबंधक सहकारिता आलोक कुमार पांडेय की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं।
बीते दिनों सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक में विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रदेश के सभी 95 ब्लाक में अनिवार्य रूप सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) सहित दूसरे रिक्त पदों पर कर्मचारियों की कमी को दूर करने के आदेश दिए थे ताकि विभाग की कल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक आसानी से पहुंचाया जा सके।
इस संबंध में अब शासन की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश में राजकीय पर्यवेक्षक, सहकारिता विकास अधिकारी, सहकारिता निरीक्षक वर्ग-एक और दो आदि पदों पर मुख्यालय और शीर्ष संस्थाओं में अटैच 21 कर्मियों को एक सप्ताह में मूल तैनाती स्थल पर लौटने को कहा गया है। इनमें कुछ कर्मचारियों को मुख्यालय से देहरादून तो कुछ को पौड़ी, अल्मोड़ा, चंपावत, हरिद्वार, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और टिहरी भेजा गया है।

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