Monday, June 16, 2025
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हक हकूकों की जंग- कविता के माध्यम से छलका हक हकूकधारी महिलाओं का दर्द

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” हेंलग में महिलाओं के साथ प्रशासन के दुर्बय्वहार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मीडिया व राजनेता ही नहीं अब कबिताओं के माध्यम से भी भी घटना के खिलाफ स्वर मुखर हो रहे है । वास्तविकता से रूबरु कराती अवधेश सेमवाल की सोसयल मीडिया पर वायरल कबिता” पाणि बौण भी अब अपणा नि छिन” आम जनता को खूब भा रही है”।

घस्यारी

तन त बल घस्यारियूं तै योजना बी छन यख
पर तूंन अपरि पीड़ा लगाण ची कख
घासूं का पूउला तू मू फुन उतरैन
अपड़ा पहाड़ मा बिरांदा घस्यारी व्हे ग्येन ।

जुलम करी घस्यारियूं पर अति मति
क्वे जला दूँ यूं कि दिमागे बत्ती
पुलिसे गड़ी मां बिठाली तै थांणा लिजिन
बिना बाता तूकां चालान कर दिलीन ।

छै घण्टा भूखा तीसा बिठ्यालिन
पहाड़े नारी पर तूंन कन जुल्म करिन
गलती व्हेगी भी छे त प्यार से समझौन्दा
बात ना बिगोडूं यन बात बड़ौन्दा ।

पाणि बौंण बी अब अपरा नि छन
बोला तुम अब कन त क्या कन
ई हाल रोला पहाडू का त
घस्यारियूं न अपरा गौड़ी बछलि कख धन ।

 

शिक्षा विभाग का नया कारनामा : टिहरी में ऐसी शिक्षिका का तबादला जो विकासखण्ड तो क्या जिला टिहरी में भी कार्यरत नहीं हैं…!

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(राजेन्द्र चौहान)

टिहरी, जिला शिक्षा अधिकारी टिहरी द्वारा 17 जुलाई को जारी स्थानांतरण सूची जिसमे तबादला आदेश 10 जुलाई को होना दर्शाया गया हैं। दुर्गम से सुगम स्थानांतरण सूची में ऐसी शिक्षिका का तबादला किया गया जिसे विकासखंड भिलंगना के दुर्गम विद्यालय से भिलंगना के सुगम में तबादला किया गया हैं। जबकि इस नाम की कोई भी शिक्षिका विकासखण्ड भिलंगना में कार्यरत ही नही हैं।सूत्रों से पता चला है कि जनपद में भी शिक्षिका कार्यरत नही हैं। फिर प्रश्न उठता हैं स्थानांतरण एक्ट के बाबजूद इस प्रकार का स्थानांतरण कैसे हो गया। शिक्षिका का विकल्प किसने जमा किया। अधिकारी और कर्मचारियों ने इतनी बड़ी गलती कैसे कर दी।

जहां दुर्गम के शिक्षक स्थानांतरण के लिए वर्षो से परेशान हैं ऐसे में इस प्रकार के स्थानांतरण उन शिक्षकों को चिढ़ा रहे हैं। दुर्गम से सुगम स्थानांतरण सूची में क्रमांक 40 पर बीना चमोली स०अ०रा०प्रा०वि०बजिंगा (भिलंगना ) दुर्गम से रा०प्रा०वि०घोंटी भिलंगना (सुगम) में स्थानांतरण हुआ हैं। इस प्रकार का स्थानांतरण विभागीय कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता हैं। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ टिहरी के जिलाध्यक्ष चन्द्रवीर नेगी और जिला मंन्त्री प्रीतम सिंह बर्त्वाल ने शिक्षा मंन्त्री से इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की हैं। प्राथमिक शिक्षा के अंदर हुए स्थानांतरण में अनियमितता हुई हैं।स्थानांतरण एक्ट का उल्लंघन हुआ हैं।

कोरोना ब्रैकिंग : कोरोना के आज मिले 189 नए मरीज, देहरादून में 113 मिले संक्रमित

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देहरादून, प्रदेश में कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। आज बुधवार को 189 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। जबकि कोरोना संक्रमण से दो मरीज की मौत हुई है। कोरोना के बढ़ते मामले स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के लिए चिंता बढ़ाने वाले है। जबकि 100 कोरोना मरीज स्वास्थ्य हुए हैं। और एक्टिव केस बढ़कर 750 हो गए हैं ।

राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिलेवार आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा राजधानी देहरादून में 113, हरिद्वार से 16, नैनीताल जिले में 40, उधमसिंह नगर से 05, पौडी से 03, टिहरी से 0, चंपावत से 0, पिथौरागढ़ से 0, अल्मोड़ा 08, बागेश्वर से 0, चमोली से 1, रुद्रप्रयाग से 0 ,उत्तरकाशी से 03 सैंपल पॉजिटिव मिले।

हरिद्वार की राजनैतिक धुरी थे अम्बरीश कुमार (1948- 2021)

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अम्बरीश कुमार हरिद्वार की राजनीति में एक ऐसा नाम जिसका नाम लिए बिना हरिद्वार के राजनैतिक सफर की चर्चा अधूरी मानी जाती है। चार दशक तक के अपने राजनैतिक जीवन के सफर में गाधीवादी विचार धारा के प्रबल समर्थक अम्बरीश कुमार को यदि हरिद्वार की राजनीतिक पृष्ठभूमि का पूरक कहे तो कोई अतिशियोक्ति नही होगी।

1971 में युवा कांग्रेस से अपने राजनैतिक सफर की शुरूवात करने वाले अम्बरीश कुमार ने अपने चार दशक के राजनैतिक सफर में हरिद्वार में तीन पीढियो के साथ अपनी राजनैतिक यात्रा के सफर को तय किया। 1971 में राजनीति के क्षेत्र में आने वाले इस युवा तुर्क ने हरिद्वार के राजनैतिक गलियारो में अपनी पहचान एक जमीन से जुडे नेता के रूपमें स्थापित कर भाई जी के नाम से बनायी। गांधीवादी विचार धारा के चलते अपने सिद्वान्तो से कभी समझौता नही करने के चलते अम्बरीश कुमार को अपने राजनैतिक जीवन में इसकी भारी कीमत अदा करनी पडी। परन्तु उन्होने आजीवन अपने सिद्वान्तो से राजनैतिक लाभ के लिए समझौता नही किया।
चार जून 1948 को हरिद्वार की उपनगरी ज्वालापुर में जन्में अम्बरीश कुमार ने बीएससी एम ए व एल एल एल बी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद समाजसेवा के क्षेत्र को चुना तथा आम जनता से जुडे विभिन्न पहलुओ को उठाने का काम किया। इनके चाचा स्वातंत्रता सेनानी रहे । राजनैतिक पटल पर इन्हे पहचान 1977 में मिली करारी राजनैतिक शिकस्त के बाद इन्दिरा गाधी की पहली सार्वजनिक जनसभा हरिद्वार में आयोजित कराकर अम्बरीश कुमार को मिली जिसके बाद राजनैतिक सफर में इन्होने कभी पीछे मुडकर नही देखा। 1980 में कांग्रेस से हरिद्वार विधान सभा सीट से अपनी दावेदारी करने के चलते पार्टी द्वारा टिकट नही दिये जाने के बाद 1985 में पुनः काग्रेस से इस सीट पर मजबूत दावेदारी करने के बाद दरकिनारे किये जाने के चलते अम्बरीश कुमार ने स्थानीय मुददो व स्थानीय प्रतिनिधित्व को कांग्रेस पार्टी द्वारा नकारे जाने के बाद अपने समर्थको के कहने पर अम्बरीश कुमार ने इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूपमें चुनाव लडा। जिसे कांग्रेस हाई कमान ने अपनी प्रतिष्ठा से जोडते हुए इस सीट को अपनी नाक का सवाल मान लिया जिसके चलते तत्कालिन प्रधानमंत्री राजीव गाधी कांग्रेस प्रत्याशी महावीर राणा के समर्थन में चुनावी रैली करने हरिद्वार पहुचे यह पहला अवसर था की जब प्रधानमंत्री चुनावी रैली को सम्बोधित करने हरिद्वार आये थे।
इस चुनाव के महत्व का पता इस बात से चलता है कि उस समय बी बी सी द्वारा अपने प्रसारण में हऱिद्वार विधान सभा सीट का चुनावी प्रसारण अपने चुनावी बुलेटिन में किया जाता था। इस चुनाव में कंाग्रेस ने मात्र 71 मतो के अन्तर से जीत हासिल की। चुनावी परिणाम के बाद अम्बरीश कुमार ने अपने समर्थको के साथ स्थानीय जनता की आवाज बनकर उनके लिए अपने संघर्ष को जारी रखने का आहावान किया तथा उसके बाद सम्पन्न हुए विभिन्न चुनावों में अपनी राजनैतिक पकड का अहसास कराते हुए विभिन्न चुनावों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए विभिन्न दलो के प्रत्याशीयो को चुनाव जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । 1989 में सम्पन्न हुए नगर निकाय के चुनावों में हरिद्वार नगर पालिका के चुनाव में 24 में से 16 वार्डो में अपने समर्थक प्रत्याशियो को चुनाव जिताकर अम्बरीश कुमार ने एक बार फिर अपनी राजनैतिक पकड को साबित किया।
1996 में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अम्बरीश कुमार उत्तर प्रदेश विधान सभा सदस्य के रूप में हरिद्वार विधान सभा सीट से जीत कर विधान सभा में पहुचें विधान सभा में विभिन्न जनहीत के मुददो को तर्कपूर्ण ढंग से उठाये जाने के चलते अम्बरीश कुमार ने अपनी प्रतिभा को सदन में सिद्व किया। जिसके चलते तत्कालीन विधान सभा अध्यक्ष द्वारा अपने विदेशी प्रवास के दौरान पहली बार विधान सभा में पहुचे अम्बरीश कुमार को अपनी अनुउपस्थिति में विधान सभा की कार्यवाही संचालित करने का अवसर प्रदान किया।
सन 2000 में उत्तराखण्ड राज्य का गठन होने के चलते प्रदेश की गठित पहली अन्तरिम विधान सभा में अम्बरीश कुमार को लेखा समिति का अध्यक्ष चुना गया। जिसके दायित्वों का उन्होने बखुबी निर्वाहन किया। राज्य गठन के बाद सम्पन्न हुए विधान सभा चुनावों में सफलता नही मिलने के बाद भी अम्बरीश कुमार ने जनसंघर्ष की अपनी यात्रा जारी रखी। जिसके चलते 2019 के लोकसभा चुनावों में काग्रेस पार्टी ने हरिद्वार लोकसभा सीट से इन्हे अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी समर में उतारा एक बार फिर चुनावी शिकस्त मिलने के बाद अम्बरीश कुमार ने अपनी संघर्ष यात्रा को जारी रखा इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी दूसरे नम्बर पर रही।
आजीवन आम जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले अम्बरीश कुमार अपने जीवन के अन्तिम क्षणो तक संघर्ष करते रहे बिगडे स्वास्थ्य के चलते 21 जौलाई 2021 को हरिद्वार के राजनैति पटल का यह योद्वा हमेशा के लिए चिर निन्द्रा में सो गया।
राजनैतिक सफर में आज भी हरिद्वार की जनता विभिन्न मुददो पर उनको याद कर उन्हे अपने श्रृद्वासुमन अर्पित करती है। अम्बरीश कुमार एक ऐसे नेता थे जिन्हे उनके घोर राजनैतिक विरोधी भी उनकी प्रखर तर्कपूर्ण संवाददाता के लिए याद करते है। अम्बरीश कुमार के बाद रिक्त हुए हरिद्वार के राजनैतिक पटल के स्थान की पूर्ति लम्बे समय तक नही की जा सकती है।

उत्तराखंड़ के वित्त,आवास और शहरी विकास मंत्री से मिले हडको के क्षेत्रीय प्रमुख संजय भार्गव

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देहरादून,  हडको क्षेत्रीय प्रमुख, संजय भार्गव ने  उत्तराखंड़ के  वित्त,आवास और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल मुलाकात की और उन्हें उत्तराखंड में हडको की गतिविधियों से अवगत कराया।  भार्गव ने  हडको द्वारा राज्य के विकास में गति देने हेतु विकास योजनाओं में सहयोग का प्रस्ताव रखा,  जिसमें राज्य सरकार की विकास योजनाएं जैसे भूमि अधिग्रहण, शहरी और ग्रामीण आवास, पार्किंग, मेट्रो, रिडेवलपमेंट, सड़क विकास व निर्माण, नई टाउनशिप, रेंटल हाउसिंग, भूमि अधिग्रहण आदि विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए हडको ऋण प्रदान कर सकता है।  इस बैठक में बलराम सिंह चौहान, प्रबंधक (आईटी) एवं विवेक प्रधान, प्रबंधक(परियोजना) भी उपस्थित थे।

मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने हेतु एनएचएम एवं MANSI का अनूठा प्रयास

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देहरादून, अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन एवं आरआईएसटी द्वारा हरिद्वार जनपद में चलाए जा रहे मानसी परियोजना कार्य की समीक्षा आज दिनांक 20 जुलाई 2022 को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के सभागार में आयोजित की गई।
समीक्षा कार्यक्रम में फाउंडेशन की मुख्य कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. भारती डंगवाल द्वारा हरिद्वार जनपद में चल रहे मानसी परियोजना के बारे में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। उन्होंने बताया की मानसी परियोजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाएं, धातरी महिलाएं, नवजात शिशुओं के स्वस्थ पोषण, किशोरी स्वास्थ्य एवं टीकाकरण के बारे में लोगों को शिक्षित किया जाता है, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सके।
डॉ. डंगवाल द्वारा बताया गया कि कम वजन के बच्चों को कंगारु मदर केयर के माध्यम से बचाया जा रहा है। जिसके लिए कंगारु मदर केयर बैग एवं लकड़ी का बक्सा तैयार किया है, जिसके माध्यम से नवजात बच्चे का तापमान नियंत्रित किया जा सके।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से MANSI (Maternal and Newborn Survival Initiative) नवजात शिशु के होम बेस्ड केयर का कार्य कर रही है। इससे संबंधित नवजात शिशु के परिवार को जागरुक किया जा रहा है। संस्था द्वारा समय-समय पर ब्रेस्टफीडिंग वीक, वर्ल्ड हेल्थ डे, कम्युनिटी मीटिंग, नुक्कड़ नाटक एवं अन्य क्षमता विकास कार्यक्रमों के मदद से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के प्रयास किया जा रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनएचएम, निदेशक, डॉ. सरोज नैथानी ने कहा की अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे मानसी परियोजना जनपद हरिद्वार में कार्य कर रही है। निश्चित तौर पर भविष्य में हम ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी ला सकेंगे। साथ ही संस्था को हर संभव मदद भी एनएचएम द्वारा दी जा रही है।
कार्यक्रम में डॉ. कुलदीप सिंह मर्तोलिया, डॉ. सुजाता, डॉ. सैफून (आरआईएसटी), डॉ महेश श्रीनिवास (एआईएफ), डॉ अभिनव गुलेरिया, डॉ नीतिन अरोड़ा, सीमा मेहरा, अजय राजपाल, जीआर चमोली, राकेश पंत, पंकज गौतम, आदि सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।

77वीं लाला नेमी दास मेमोरियल जिला फुटबॉल लीग 2022 का 31 जुलाई से होगा आयोजन

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देहरादून, जिला फुटबॉल संघ, देहरादून 77वीं लाला नेमी दास मेमोरियल जिला फुटबॉल लीग 2022 का आयोजन 31 जुलाई, से करा रहा है। गत दिवस ज़िला फुटबॉल संघ, देहरादून की कार्यकारिणी की एक बैठक बलूनी क्रिकेट एकेडमी देहरादून में अध्यक्ष श्री विपिन बलूनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया की ज़िला फुटबॉल लीग का आयोजन आगामी 31 जूलाई, 2022 से पवेलियन मैदान पर किया जाएगा, जिसमें ज़िले की सभी फुटबॉल टीमों को आमंत्रित किया गया है, लीग में भाग लेने वाले क्लब,संस्थान, यूनिवर्सिटी टीम ज़िला फुटबॉल लीग में खेलने खेलने के लिये 23 जूलाई 2022 तक अपनी प्रविष्टि जिला लीग के आयोजनकर्ताओं के पास जमा करा सकते है।

बैठक में ही यह भी निर्णय लिया गया कि 14 जूलाई 2022 से एक स्कूल लीग (अन्डर 18 ब्वॉयज) का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें ज़िले की स्कूल, और एकेडेमी की टीमें प्रतिभाग कर सकेंगी।
बैठक में अध्यक्ष विपीन बलूनी ने लीग को सफल बनाने के लिये सभी टीमों को एक मंच में आने का निमंत्रण दिया ताकि उत्तराखंड की टीम को और ख्याति प्रदान की जाय ! बैठक में उस्मान ख़ान, लक्ष्मण सिंह ठाकुर, डी एम लखेड़ा, संजय चन्दोला, राकेश बलूनी, धर्मेन्द्र खरोला, बी. एस. रावत, मोहसिन ख़ान, आर एस रौतेला, कैलाश जोशी आदि कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे।

कैबिनेट मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत तीन दिवसीय केरल दौरे पर, केरल में शिक्षा एवं स्वास्थ्य संस्थानों का भ्रमण कर ली जानकारी

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‘कहा, केरल की बेहत्तर व्यवथाओं को उत्तराखंड में भी करेंगे लागू’

देहरादून, कैबिनेट मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत इन दिनों केरल के तीन दिवसीय भ्रमण पर हैं। इस दौरान उन्होंने केरल के स्कूलों, कॉलेजों एवं अस्पतालों का दौरा कर वहां की व्यवस्थाओं एवं कार्यपद्धति को जाना। इसके साथ ही डॉ0 रावत ने वहां के इंजीनियरिंग कॉलेज, आयुर्वेदिक अस्पतालों एवं आपदा प्रबंधन विभाग के कामकाज की भी जानकारी ली। डॉ0 रावत ने कोल्लम स्थित माता अमृतानंद मठ एवं तिरूवनंतपुरम में श्रीपद्मनाभ मंदिर के दर्शन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली के लिये पूजा-अर्चना की।

सूबे के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि वह इन दिनों केरल राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने बताया कि केरल राज्य की शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं एवं कार्यपद्धति को समझने के लिये यहां के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों एवं अस्पतालों का भ्रमण किया। इस दौरान विद्यार्थियों, शिक्षकों, चिकित्सकों व अधिकारियों से विभिन्न पहलुओं पर वार्ता कर जानकारी हासिल की। इसके अलावा इंजीनियरिंग कॉलेजों एवं आयुर्वेदिक कॉलेजों की कार्यप्रणाली को भी जाना। डॉ0 रावत ने बताया कि केरल शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है। उन्होंने बताया कि यहां केरल के शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये गये अभिनव प्रयोगों को उत्तराखंड में भी लागू किया जायेगा, विशेषकर टेली मेडिसिन सेवाओं में केरल के अनुभवों का लाभ राज्य को पहुंचाया जायेगा। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि अपने केरल प्रवास के दौरान उन्होंने वहां के आपदा प्रबंधन विभाग की कार्यशैली को भी बारीकी से जानने का प्रयास किया। इस दौरान डॉ0 रावत ने राज्य के शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में किये गये अभिनव प्रयोगों एवं अनुभवों को भी साझा किया। इससे पूर्व डॉ0 रावत ने कोल्लम स्थित माता अमृतानंद मठ के दर्शन कर माता श्री अमृतानंदामयी से आशीर्वाद प्राप्त किया साथ ही तिरूवनंतपुरम में श्रीपद्मनाभ मंदिर के दर्शन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली के लिये पूजा-अर्चना की।

 

कॉकटेल एवं मॉकटेल प्रतियोगिता में देवभूमि विवि के छात्र प्रथम स्थान पर।

देहरादून। आज दिनांक 20 जुलाई को देव भूमि इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट एनसीएचएमसीटी अप्रूव्ड कॉलेज के बच्चों ने आईएचएम देहरादून में कॉकटेल तथा मॉकटेल कंपटीशन में भाग लिया जिसमें देवभूमि कॉलेज के बच्चों को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ ।
कॉलेज के चांसलर श्री संजय बंसल जी ने बच्चों को इस कार्य के लिए प्रोत्साहित किया तथा भविष्य में ऐसे कंपटीशन में भाग लेकर अपने डिपार्टमेंट का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया।May be an image of 7 people, people standing and indoor

उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों के चरण धोकर एवं गंगाजली देकर मुख्यमंत्री धामी ने किया स्वागत

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को हरिद्वार में डामकोठी के निकट गंगा घाट पर शिव भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कांवड़ यात्रा में देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों के चरण धोकर एवं गंगाजली देकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मां गंगा की कृपा सभी पर बनी रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डामकोठी में वृक्षारोपण भी किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों में भगवान शिव का अंश दिखता है। उन्होंने कहा कि कांवड़ की सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चले, इसके लिए सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के लिए पहली बार अलग से बजट की व्यवस्था की गई। सभी कांवड़ श्रद्धालु गंगा जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। श्रद्धालुओं को राज्य में कोई भी परेशानी न हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। कांवड़ मेले के सुचारू प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री ने सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संस्थाओं, शासन एवं जिला प्रशासन के कार्यों की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में इस वर्ष चारधाम एवं कांवड़ में रिकॉर्ड श्रद्धालु आ रहे हैं। अभी तक 27 लाख से अधिक रजिस्टर्ड श्रद्धालु चारधाम दर्शन के लिए आ चुके हैं। आज 28 लाख से अधिक कांवड़ यात्री देवभूमि उत्तराखण्ड में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना न करने पड़े, इसके लिए उच्च स्तर पर एक वाट्सप ग्रुप भी बनाया गया है, इस ग्रुप के माध्यम से सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, मुख्यमंत्री स्वयं इस ग्रुप से जुड़े हैं।

इस अवसर पर विधायक श्री आदेश चौहान, श्री प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक श्री संजय गुप्ता, गढ़वाल कमिश्नर श्री सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल श्री के. एस. नगन्याल, जिलाधिकारी हरिद्वार श्री विनय शंकर पाण्डेय, एस.एस.पी डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन एवं शिवभक्त मौजूद थे।

 

भाजपा महिला नेत्री ने पहले ही दर्ज करा रखी है बेस कर्मी के खिलाफ एफआईआर, अब आरोपी के आत्महत्या के प्रयास से मामला और उलझा

हल्द्वानी, तथाकथित भाजपा नेत्री की ब्लैक मेलिंग से तंग स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा विषपान करने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। दरअसल महिला ने इसी वर्ष 11 जुलाई को काठगोदाम थाने में उक्त व्यक्ति के खिलाफ रेप, नशीला पदार्थ पिलाने व धमकाने का मुकदमा दर्ज कराया था। काठगोदाम पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है। इस बीच दो दिन पहले आरोपी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने विषपान कर आत्महत्याका प्रयास किया तो उसके बेटे ने हल्द्वानी कोतवाली में महिला नेत्री के खिलाफ ब्लैक मेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया। दोनों पक्षों की ओर से केस दर्ज होने के बाद अब मामला और पेचीदा हो गया है।

काठगोदाम थाने में दर्ज एफआईआर में महिला ने कहा है कि बेस चिकित्सालय के चतुर्थश्रेणी कर्मी राम सिंह बाल्मीकि उसके साथ छल करते हुए मंदिर में जाकर कसम खा कर अपनी पत्नी स्वीकार किया था। इससे पहले राम सिंह उसे इसी वर्ष 9 फरबरी को उत्तर प्रदेश के सम्बल यह कह कर ले गया कि वहां उसे वह हकीम से दवा दिलाएगा।

 

कक्षा नौ की छात्रा लापता, सुबह गई थी स्कूल- वापस नहीं लौटी, पिता ने दर्ज कराई गुमशुदगी

हल्द्वानी, नैनीताल जनपद की जीजीआईसी हल्द्वानी की कक्षा नौ की एक छात्रा कल स्कूल तो गई लेकिन लौटकर घर नहीं पहुंची। देर रात उसके पिता ने मुखानी पुलिस थाने में अपनी बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के पश्चिमी चंपारन निवासी एक परिवार कुसुमखेड़ा में रहता है। छात्रा के पिता के अनुसार कक्षा नौ में पढ़ने वाली उनकी बेटी जीजीआईसी हल्द्वानी अध्ययन करती है।कल सुबह सात बजे वह स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन शाम तक घर नहीं पहुंची।

परिजनों ने उसकी सभी संभावित स्थानों पर तलाश की और रात को मुखानी पुलिस थाने में अपनी बेभ् की गुमशुदगीकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी है।

 

शादी का झांसा देकर करता रहा यौन शोषण, अब मुकरा, केस हुआ दर्ज

बहादराबाद, शादी का झांसा देकर एक युवती से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। सिडकुल पुलिस ने युवती की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

युवती मूल रूप से यूपी के बिजनौर जनपद के नजीबाबाद की रहने वाली है और सिडकुल के एक गांव में किराए पर रह कर कंपनी में काम करती है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। मामला दो अलग-अलग समुदाय से जुड़ा है।

 

“मिस ग्लोबल ऑफ उत्तराखंड” के बाद गीतिका आर्य का अगला लक्ष्य “मिस इंडिया”सितारगंज…फैशन वर्ल्ड : "मिस ग्लोबल ऑफ उत्तराखंड" के बाद गीतिका आर्य का अगला  लक्ष्य "मिस इंडिया" - satymevjayte.com

(नारायण सिंह रावत)

यूएस नगर (सितारगंज), कड़ी मेहनत का जज्बा और एवं मन में लगन हो तो हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। जिसे सच कर दिखाया है अल्मोड़ा के छोटे से गांव, जालना निवासी गीतिका आर्य।”मिस ग्लोबल ऑफ उत्तराखंड” गीतिका आर्य, एल्बम, फिल्म एवं फैशन शो के बाद अब “मिस इंडिया” बनने की तैयारी में जुटी है। उन्होंने कहा कि उनकी तमन्ना है कि वह “मिस इंडिया” बनने के साथ-साथ अच्छी फिल्मों में कार्य कर अपनी प्रतिभा को सबके सामने ला सके। गीतिका आर्य का कहना है कि उत्तराखंड के युवाओं में, प्रतिभा का अपार भंडार है, जरूरत है सिर्फ उसे निखारने की।

“मिस ग्लोबल आफ उत्तराखंड” गीतिका आर्य का प्रथम बार क्षेत्र आगमन पर, क्षेत्र के युवा कलाकारों ने उनका जोरदार स्वागत किया। तत्पश्चात गीतिका आर्य प्रेस से मुखातिब हुई। कड़ी मेहनत एवं लगन से हर मुकाम हासिल किया जा सकता है यह कर दिखाया है, अल्मोड़ा जिले के ब्लॉक लंमगड़ा के छोटे से गांव जालना निवासी, पिता हरीश आर्य एवं माता लीला आर्य की पुत्री गीतिका आर्य ने।

बॉलीवुड एल्बम सॉन्ग शूटिंग से पूर्व मुहूर्त शॉट में गीतिका व अन्य
गीतिका प्रथम बार 2001 में, हल्द्वानी के एक फैशन शो में प्रतिभाग किया परंतु उसमें वे विजयी नहीं हो पाई। परंतु वह हार न मानी एवं 5 जून 2022 को रुद्रपुर में, स्पीड इंडिया प्रोडक्शन हाउस द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में, गीतिका ने “मिस ग्लोबल ऑफ उत्तराखंड” का खिताब अपने नाम किया।

उन्होंने कहा कि 16 जुलाई को एक बॉलीवुड एल्बम सॉन्ग की शूटिंग उन्होंने पूरी की। इसी पखवाड़े में एक फेस्टिवल फिल्म की शूटिंग शुरू होगी। “मिस इंडिया” बनना एवं फिल्मों में अच्छी भूमिका निभाना उनकी तमन्ना है। जिसके लिए वह कड़ी मेहनत में जुटी हुई है।
स्पीड इंडिया एंटरटेनमेंट के प्रड्यूसर व डायरेक्टर सोनू पाल ने कहा कि वर्ष 2011 से वह कड़ी मेहनत कर आज एक अच्छा मुकाम हासिल की। उत्तराखंड में अभी तक उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस तले, कई एल्बम, सोंग्स की शूटिंग पूर्ण की है। इसी पखवाड़े में एक फेस्टिवल मूवी की भी शूटिंग आरंभ करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवा कलाकार भी, माया नगरी में आगे बढ़े। इसी उद्देश्य के साथ उन्होंने मुंबई के साथ-साथ, रुद्रपुर में भी स्पीड इंडिया प्रोडक्शन हाउस शुभारंभ किया।

 

जिला अस्पताल बौराड़ी में करोड़ों की लागत से बन रही पार्किंग पर विधायक ने उठाए सवालजनता के पैसे का  दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं करेंगे-किशोर उपाध्याय

नई टिहरी,भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय ने जिला अस्पताल बौराड़ी की निर्माणाधीन पार्किंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं और कह कि लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पार्किंग में अगर 40-45 ही गाड़ियां खड़ी होनी हैं तो यह कोई समझदारी नहीं है।ओर सिर्फ 40 से 45 गाडियों के पार्किंग के लिए चार करोड़ खर्च करने वाली बात हजम नही हो रही है, साथ ही कहा कि सांई चौक के समीप भी ऐसी ही एक पार्किंग साढ़े चार करोड़ की लागत से बनी है वहां भी यही हाल है। जहां आज एक गाड़ी भी खड़ी नही होती है और बौराड़ी स्टेडियम का सुधारीकरण पर सात करोड़ खर्च कर दिए उसके भी बुरे हाल हैं। यह चिंता का विषय यह है कि इतना पैसा किस पर लगाया गया है।

किशोर ने कहा कि पैसा सरकार का नहीं बल्कि जनता का होता है और जनता के पैसे को इस तरह बर्बाद करना करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। किशोर उपाध्यय जब जिला अस्पताल की निर्माणाधीन पार्किंग का औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां पर 2-4 मजदूर थे वह भी आराम फरमा रहे थे। जब ठेकेदार के बारे में पता किया तो वह भी साइट पर नहीं मिला। इस पर विधायक ने जल निगम चम्बा के अधिशासी अभियंता समेत मुख्य अभियंता तक को फ़ोन पर तलब किया। विधायक ने नाराजगी जताते हुए कल 11 बजे सुबह सम्बंधित अभियंता व अन्य को पार्किंग स्थल पर बुलाया है। उनसे यह जानना चाहते हैं कि जनता के पैसे का दुरुपयोग क्यों कर रहे हैं, विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि हम चाहते हैं कि यहां मेडिकल कॉलेज और अच्छा अस्पताल खुले, शिक्षण संस्थान खुलें। कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री धामी जी हम सब चाहते हैं कि योजना धरातल पर बने केवल पैसे की बर्बादी न हो।

भारी बारिश की सम्भावना को देखते हुए लगातार अलर्ट रहने की जरूरत : मुख्यमंत्री धामी

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“आपदा को लेकर की गयी तैयारियों का नियमित रूप से परीक्षण किया जाए। कोई भी कमी पाए जाने पर तुरंत सुधार किया जाए। किसी भी अधिकारी का मोबाईल स्विच ऑफ न हो।”

देहरादून, राज्य में भारी बरसात के अलर्ट के बीच मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम जाकर राज्य की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश की सम्भावना को देखते हुए लगातार अलर्ट रहने की जरूरत है। आपदा को लेकर की गयी तैयारियों का नियमित रूप से परीक्षण किया जाए। कोई भी कमी पाए जाने पर तुरंत सुधार किया जाए। किसी भी अधिकारी का मोबाईल स्विच ऑफ न हो। इसमे कोई बहाना नहीं चलेगा। अपनी ड्यूटी में लापरवाही करने पर संबंधित के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
जिलाधिकारी अपने जिलों की स्थिति के अनुसार स्कूलों में छुट्टी के संबंध में निर्णय लें। किसी तरह की असावधानी न बरती जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि खाद्यान्न, दवाइयां, ईंधन आदि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को एक बार फिर से चेक कर लिया जाए। संचार नेटवर्क में कोई समस्या न आए इसके लिये मोबाईल आपरेटर कम्पनियों से लगातार समन्वय रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने ऐसा सिस्टम बनाने को कहा कि राज्य मुख्यालय से प्रसारित सूचना गांव गांव तक अविलंब पहुंच जाए। सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष आपदा की दृष्टि से अपने-अपने विभागों की नियमित रूप से माॅनिटरिंग करे। आपदा की स्थिति में प्रभावितो के रहने के लिये चिन्हित भवनों और स्थानों का फिर से सुरक्षा की दृष्टि से परीक्षण किया जाए। नये व युवा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाए।
बताया गया कि पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। रियल टाईम मानिटरिंग की जा रही हैं। भूस्खलन से रास्ते बंद होने पर तुरंत खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर जेसीबी आदि लगाई गयी हैं। अधिकारियों व कर्मचारियों की दीर्घकालिक अवकाश पर रोक है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव डाॅ एस एस संधु, सचिव डाॅ रंजीत सिन्हा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

उत्तरांचल समाज चारकोप गोराई के सहयोग से मुंबई में हर्षोल्लास से मनाया गया उत्तराखंड़ का लोकपर्व हरेलाMay be an image of 5 people and people standing

मुंबई, गढ़वाल भ्रातृ मंडल, मुंबई द्वारा उत्तराखंड का लोक पर्व हरेला मुंबई में भी हर्षोल्लास से मनाया गया. इसका आयोजन स्थानीय संस्था उत्तरांचल समाज चारकोप गोराई के सहयोग से चारकोप सेक्टर – 8 के श्री दत्त गुरु ( संघर्ष ) उद्यान में पारंपरिक ढंग से वृक्षारोपरण कर मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमती पुष्पा बहुगुणा के नेतृत्व में उत्तरांचल समाज चारकोप गोराई की भजन मंडली द्वारा देवी देवताओं को कीर्तन के माध्यम से आव्हान करके किया गया, समारोह में श्री विनोद गुप्त भोजपुरी और उत्तराखंड फिल्म अवार्ड के अध्यक्ष, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. राजेश्वर उनियाल, समाज सेवक श्री धर्मानंद रतूड़ी ‘जी महाराज’, श्री शरद साटम, श्री महेश राउत व श्री सुमेश आमरे अतिथि के रूप में उपस्थित थे. पूर्व मिसेज उत्तराखंड श्रीमती प्रवृत्ति चंद, श्री सुरेंद्र भट्ट, श्री चंद्रकांत कंडवाल, सुश्री देविका नेगी व कुमारी मानसी द्विवेदी के इस अवसर पर रंगारंग प्रस्तुति दी. मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष श्री रमेश बलोदी, वर्तमान उपाध्यक्ष श्री गणेश नौटियाल, श्री मोर सिंह नेगी, सह सचिव एडवोकेट आशुतोष रतूड़ी, कोषाध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम नेगी, सांस्कृतिक सचिव श्रीमती एडवोकेट सरोज ममगाई थपलियाल, क्रीड़ा सचिव श्री दीपक जोशी, कार्यकारणी सदस्य श्री राम सिंह घटाल आदि ने पुष्प गुच्छ देकर सभी अतिथियों का स्वागत किया |May be an image of 5 people, people sitting, people standing, tree and outdoors

हरेला पर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तरांचल मित्र मंडल के महासचिव श्री सुरेंद्र भट्ट, समन्वय संकल्प साहित्यिक संस्था के प्रमुख श्री अनिरुद्ध पांडे, स्व. श्रीमती सुशीला पंत एवम स्व. पुरुषोत्तम स्मृति न्यास की प्रमुख श्रीमती मंजुला कुकरेती, श्री धर्मेंद्र बड़ोला, श्री सुदेश कुकरेती, श्री देवेंद्र काला, श्री रंजन चमोली, श्री जय दत्त पांडे, श्री दिलीप नेगी, श्री सुनील नौडियाल, श्री अनिल भट्ट, श्री ललित बलोदी, श्रीमती यशोदा रावत व श्रीमती भंडारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे |

कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री जमन सिंह बिष्ट, श्री दीपक जोशी, श्री सुमेश आमरे, श्री पुरुषोत्तम नेगी, श्री जय कृत नेगी आदि का विशेष योगदान रहा. कार्यक्रम का सफल संचालन श्री जमन सिंह बिष्ट ने किया. मंडल के अध्यक्ष श्री रमण मोहन कुकरेती ने सभी का स्वागत किया. महासचिव श्री मनोज द्विवेदी ने सभी का आभार व्यक्त किया |

 

टेक फीमेल लीडर्स प्रोग्राम : डॉ. दिव्या नेगी घई ने उत्तराखंड का नेतृत्व कियाMay be an image of 5 people and people standing

देहरादून, एनईपी 2020 और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के मुद्दों पर दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर मे पावर टू स्किल सीरीज 2.0 सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन एफ टेक स्किल डेवलपमेंट के अध्यक्ष प्रवीण आर्य के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों से आए हुए प्रशिक्षित तकनीकी पेशेवरों ने प्रतिभाग किया एवं विचार मंथन कर भारत में प्रशिक्षित तकनीकी पेशेवरों की लगातार बढ़ती हुई मांग पर चर्चा की।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण का केंद्र टेक फीमेल लीडर्स प्रोग्राम की लॉन्चिंग रही जिसमें भारत के विभिन्न प्रांतों से आए हुए 75 महिलाओं को तकनीकी ज्ञान में सर्वश्रेष्ठ बनाना एवं उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का तकनीकी प्रशिक्षण मुहैया कराना साथ ही साथ उन्हें रोजगार दिलाने का कार्य संस्था के द्वारा किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में उत्तराखंड का नेतृत्व डॉ. दिव्या नेगी घई द्वारा किया गया जो वर्तमान में उत्तराखंड के एक निजी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं एवं यूथ रॉक फाउंडेशन के संचालिका भी हैं। डॉ दिव्या नेगी घई ने उत्तराखंड का पक्ष रखते हुए कहा अगर उत्तराखंड के महिलाओं को योग्य रोजगार चाहिए तो उन्हें नवीनतम तकनीकों में प्रशिक्षण लेना बहुत जरूरी है। इस नवीनतम तकनीक के प्रशिक्षण के माध्यम से उत्तराखंड के महिलाओं को भारत के कॉरपोरेट जगत के साथ-साथ भारत सरकार एवं राज्य सरकार में भी योग्य पद पर नियुक्ति मिल सकती है।

आज के इस आधुनिक युग में पारंपरिक ज्ञान एवं प्रशिक्षण से रोजगार मिलने की संभावना एक निश्चित सीमा तक ही है परंतु अगर महिलाएं तकनीकी रूप से प्रशिक्षित हो जाए तो उनके लिए भारत में बहुत सारे ऐसे रोजगार उपलब्ध हो जाएंगे जिसे करके वे अपना जीवन यापन अच्छे से कर सकती है।