Wednesday, April 30, 2025
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बड़ी खबर : एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा, 8 लोगों की मौके पर ही मौत, 18 घायल

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लखनऊ, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सोमवार सुबह भीषण हादसा हो गया, जिसमें एक बच्चे समेत 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि हादसे में घायल 18 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को सीएचसी ले जाया गया। वहां से कुछ घायलों को गंभीर हालत में लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है |

बताया जा रहा है कि सुबह लगभग 4.30 पर बिहार से दिल्ली जा रही डबल डेकर बस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बने एक अधिकृत ढाबे पर रूकी हुई थी। यहां सभी यात्री नाश्ता कर रहे थे, कुछ यात्री बस में भी बैठे हुए थे। तभी पीछे से आ रही दूसरी डबल डेकर बस ने इस खड़ी बस पर जोरदार टक्कर मार दी। ये टक्कर इतनी तेज थी कि 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वाले सभी यात्री पीछे से आने वाली बस के बताए जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू कर दिया था। क्रेन की मदद से पहले बसों को हटाया गया उसके बाद वहां यातायात सुचारू किया गया। हादसा होते ही स्थानीय लोग भी वहां पहुंच गये थे और उन्होंने रेस्क्यू कार्य और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में पुलिस की पूरी मदद की। लोनी कटरा के एसएसपी मनोज पांडे का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि पीछे से आने वाली बस के ड्राइवर को नींद की झपकी आ गई थी जिस कारण यह हादसा हुआ है। साथ ही उन्होंने बताया कि शवों की शिनाख्त की जा रही है और घायलों की हर संभव मदद की जा रही है। मरने वालों में से अभी तक चार लोगों की शिनाख्त कर ली गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होने ट्वीट कर लिखा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद है। संबंधित अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य तेजी से संचालित करने और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिये गये |

प्रभारी सचिव एवं निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने राजकीय संयुक्त चिकित्सालय प्रेमनगर का किया औचक निरीक्षण

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देहरादून, प्रभारी सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व एनएचएम, मिशन निदेशक डॉ. आर राजेश कुमार ने राजकीय संयुक्त चिकित्सालय प्रेमनगर, देहरादून में औचक निरीक्षण किया।
प्रभारी सचिव द्वारा इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया गया, जहां साफ-सफाई ना होने पर, आपातकालीन में आने वाले मरीजों के लिए फर्नीचर, स्ट्रेचर, आदि की अवस्था को देखकर नाराजगी व्यक्त की। जिसमें सीएमएस को आदेशित करते हुए शीघ्र ही व्यवस्था को सुदृढ़ किये जाने के निर्देश दिए। इसके पश्चात उनके द्वारा ड्यूटी चार्ट का भी निरीक्षण किया गया।
प्रभारी सचिव व एनएचएम, मिशन निदेशक डॉ. आर राजेश कुमार द्वारा ड्रग स्टोर का निरीक्षण किया गया, जहां बच्चों की दवाईयों में भारी कमी को ध्यान में ऱखते हुए जल्द से जल्द इसे दूर करने के निर्देश दिए गये।
चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान प्रभारी सचिव द्वारा जगह-जगह अंधेरा और सफाई की अव्यवस्था पायी गई तथा मरीजों-तीमारदारों के लिए सूचना पट्ट न होने के कारण दिक्कतें देखने को मिली। उन्होंने चिकित्सालय के अधीक्षक को सभी व्यवस्था को जल्द दुरुस्त करने का आदेश दिया।
इसके बाद चंदन पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण कर जानकारी ली गयी, तथा पैथोलॉजी सेवा को 104 हेल्पलाइन नंबर से जोडने की बात कही ताकि लोगों को 24 घंटे सुविधा का लाभ मिल सके।
प्रभारी सचिव द्वारा चिकित्सालयों में आए मरीजों-तीमारदारों से वार्ता कर अस्पताल में मुहैया सुविधाओं के बारे में तथा स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ किए जाने को लेकर जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने निरीक्षण के दौरान पाया कि एक महिला अपने 8 माह के बच्चे के साथ वार्ड में है जिसको 450 रुपये की दवा निजी केमिस्ट से लिखी, जिसको प्रभारी सचिव द्वारा गंभीरता से लिया गया तथा सीएमएस को निर्देश दिए कि प्राय: संज्ञान में आता है कि जो दवा व जांचे सरकार द्वारा नि:शुल्क दी जाती है, अगर उन दवाओं व जाचों को निजी चिकित्सालयों के लिए लिखा पाया गया तो उनको खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
प्रभारी सचिव द्वारा सीएमएस को निर्देश दिए गये कि वह प्रतिदिन जो दिशा-निर्देश दिए गए उनको मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को प्रेषित करें। साथ ही प्रभारी सचिव ने उन्हें प्रतिदिन समय समय पर अस्पताल का राउंड मारते हुए मरीजों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए, एवं हर सप्ताह प्रभारी सचिव को सीएमएस द्वारा रिपोर्ट प्रेक्षित की जाएगी। इस प्रकार से यदि डॉक्टर द्वारा मरीजों का वार्ड में निरीक्षण नहीं किया जाएगा तो प्रभारी सचिव द्वारा उचित अनुशासत्मक कार्यवाही की जाएगी।

प्रभारी सचिव द्वारा आयुष्मान सैल का भी निरीक्षण किया गया, जिसमें वहां पर कार्यरत कर्मचारी द्वारा बताया गया की आज की तारीख़ में पांच आयुष्मान कार्ड बने हैं तथा कुल आठ कार्ड बने है। इस पर प्रभारी सचिव द्वारा बताया गया कि प्रेमनगर एक बड़ा चिकित्सालय है जिसमें विकासनगर, सहसपुर, आदि से भी मरीज अपना इलाज कराने आते हैं और केवल आठ कार्ड बनने पर भारी नाराजगी व्यक्त की।
प्रभारी सचिव द्वारा बताया गया कि आयुष्मान योजना सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है अगर इस प्रकार की लापरवाही कर्मचारियों द्वारा बरती जाएगी तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सीएमएस को निर्देशित किया कि वह स्वंय आयुष्मान कार्ड बनाने तथा उनके लाभ लेने वाले की प्रगति के बारे में अवगत कराएंगे। मिशन निदेशक ने अंततः इस बात पर बल दिया कि आम जन को स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं का पूर्ण लाभ मिल सके, स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो इसलिए इन अस्पतालो में इस प्रकार का निरीक्षण महत्वपूर्ण है।
निरीक्षण में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. सरोज नैथानी व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

फरासी प्रोडक्शन हाउस ने यूट्यूब पर एक भजन ‘शिव जी’ के नाम से किया रिलीज

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देहरादून, सावन का महीना चल रहा है, शिवालयों में जल चढ़ाने की परम्परा है, इस पवित्र महीने सभी हिन्दू अपने अराध्य देव के साथ शिवलिंग को गंगाजल और दूध बेलपत्री आदि अर्पित करते है, महिलायें हर सोमवार को व्रत रखती है | हिन्दुओं के इसी पवित्र महीने में फरासी प्रोडक्शन हाउस ने यूट्यूब पर एक भजन ‘शिव जी ‘ के नाम से रिलीज किया है | इस देवतुल्य भजन को यमकेश्वर ब्लाक की पंचायत सदस्या सुश्री आरती गौड़ के द्वारा एक सादे समारोह में लांच किया गया, अपने उद्बोधन में आरती गौड़ ने कहा कि फरासी प्रोडक्शन हाउस की यह सार्थक पहल है जिसके माध्यम से हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण बनाने के साथ यहां तीर्थ स्थलों की कीर्ति चैनल के माध्यम आमजन तक आसानी से पहुँचा सकते हैं | संगीत एवं गायक वीरेन्द्र पंवार के स्वरों से सजा इस भजन का निर्माण नवीन कुमांई तथा निदेशन अरूण फरासी ने किया, जबकि गीत रेशमा भट्ट व विरेन्द्र पंवार नृत्य कलाकार देव व परी तथा विशेष सहयोग सतीश नौटियाल का रहा | भजन लोकार्पण के अवसर पर गजेन्द्र राणा, दीवान सिंह पंवार, सीमा पंगरियाल, मोहन बिष्ट, राजबीर शाही, अरूण कठैत, चतरसिंह रावत, मुकेश रांगड़ और अरुण फरासी आदि मौजूद रहे |

 

शिवलिंग की पूजा करने से प्राप्त होती है महादेव की कृपा – जोशी

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हरिद्वार 25 जुलाई (कुलभूषण) मध्य हरिद्वार स्थित माडल कालोनी में सर्वेश्वर महादेव मंदिर में कालोनी के 21 परिवारों ने पार्थिव शिवलिंग की स्थापना कर विधि विधान से पूजा अर्चना कर कल्याण की कामना की। पंडित विवेकानंद जोशी ने पूजा अर्चना संपन्न करायी। श्रद्धालुओं को शिव पूजन का महत्व बताते हुए पंडित विवेकानंद जोशी ने बताया कि हिंदू धर्म में भगवान शिव को कल्याण का देवता माना गया है। जिनकी साधना के लिए श्रावण मास शुभ माना गया है। महादेव के भक्त उनकी तरह.तरह से पूजा करके उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। कोई उनके साकार स्वरूप यानि मूर्ति की पूजा करता है तो कोई उनके निराकार स्वरूप यानि शिवलिंग की पूजा करता है। सनातन परंपरा में अलग.अलग प्रकार के शिवलिंग की पूजा के अलग.अलग फल बताए गए हैं। लेकिन सभी प्रकार के शिवलिंग में पार्थिव शिवलिंग पूजन का विशेष महत्व है। गुरूप्रसाद जोशी ने कहा कि सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से जीवन से जुड़ी बड़ी से बड़ी बाधाएं दूर हो जाती हैं और शिव कृपा से सभी कामनाएं पूरी होती हैं। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने वाले साधक के जीवन से अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है। धन.धान्यए सुख.समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। पूजन में सम्मिलित हुई मातृशक्ति ने सभी के कल्याण की कामना की। कई घंटे तक पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना कर परिवारों में सुख समृद्धि की कामना की।

श्रीदेव सुमन की पुण्यतिथि पर किया नमनMay be an image of 5 people and people standing

हरिद्वार 25 जुलाई (कुलभूषण) आम आदमी पार्टी ने पार्टी कार्यालय रानीपुर मोड़ पर श्रीदेव सुमन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रृद्वाजलि अर्पित की । इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि 1947 से पूर्व राजे रजवाड़ों का बोलबाला था। जनता को अंग्रेजो के साथ साथ राजाओं के अत्याचार भी सहने पड़ते थे। श्रीदेव सुमन की जन्मस्थली टिहरी गढ़वाल की भी यही स्थिति थी। उन्होंने राजशाही को खत्म करने और जनता राज को लागू करने के लिए आंदोलन की शुरुवात की।1939 में सामंती अत्याचारों के विरुद्ध टिहरी राज्य प्रजामंडल की स्थापना हुई ओर सुमन जी इसके मंत्री बनाये गए । 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में वह 15 दिन जेल में रहे । 21 फरवरी 1944 को उनपर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर भारी आर्थिक दंड लगा दिया गया। सुमन जी ने अर्थदंड देने कि जगह जेल जाने का रास्ता चुना।आज के दिन को बलिदान दिवस के रूप में भी मनाते है।
महानगर अध्यक्ष अनिल सती ने कहा कि श्रीदेव सुमन जी एक महान क्रांतिकारी बलिदानी नेता थे। उन्होंने 1944 में आमरण अनशन शुरू कर दिया । शासन ने उनका अनशन तुड़ाने का काफी प्रयास किया जेल मेउन्हें काफी यातनाएं दी गयी परंतु वे अडिग रहे जेल में रहते हए 84 दिन बाद 25 जुलाई 1944 को अपना शरीर त्याग दिया । उन्हें निधन के बाद आंदोलन और तेज हुआ और अंत मे राजशाही का अंत हुआ और प्रजातंत्र की जीत हुई । श्रधांजलि देने वालो में प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा महानगर अध्यक्ष अनिल सती सचिव पवन कुमार धीमान हरिकेश मोहन उपाध्यक्ष मयंक गुप्ता दानिश मौजूद रहे।

 

कावडियो व पुलिसकर्मियों व पुष्प वर्षा कर किया अभिनन्दनMay be an image of 3 people, people standing and outdoors

हरिद्वार 25 जुलाई (कुलभूषण) हरिद्वार से गंगा जल लेकर रवाना हो रहे षिवभक्तो का हरिद्वार नागरिक मंच व सक्षम संस्थान द्वारा पुश्पवर्शा कर अभिनन्दन किया गया साथ ही कांवड मेला सम्पन्न करा रहे पुलिस के जवानो पर भी पुश्पवर्शा कर उनका उत्साहवर्धन किया गया
हरिद्वार नागरिक मंच के अध्यक्ष जगदीष लाल पाहवा ने बताया कि संस्था द्वारा 18 से 24 घंण्टे डयूटी कर रहे पुलिस कर्मियो को पानी की बोतले जूस एवं बिस्कूट के पैकेट उपलब्ध करायी गये द्य
जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि सावन के महीने में हरिद्वार के होने वाले विशाल कावड़ मेले को विश्व पटल पर एक पहचान है और इस मेले में संपूर्ण भारत वर्ष से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु भोले के भक्त कावड़ लेकर हरिद्वार आते है और यहां से गंगा जल लेकर अपने अपने गंतव्य पर पहुंचकर शिवरात्रि पर भगवान शंकर का जल अभिषेक करते है।ऐसे विशाल कावड़ मेले में ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी दिनरात व्यवस्था बनाने व मेले को षांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए कार्यरत रहते है ऐसे में समाजिक संस्थाओ का भी दायित्व बनता है कि वह पुलिस के जवानों का उत्साहवर्धन करने के लिए आगे आये इस अवसर पर मधुसुदन अग्रवालए प्रमोद शर्मा एड०अरविन्द शर्मा एस एस राणा राघव विनोद मित्तल प्रवीण अग्रवाल उपस्थित रहे
फोटो न03

शांतिकुंज परिवार ने निकाली जनजागरण कांवड़ यात्राMay be an image of 2 people, people standing, outdoors and text

हरिद्वार 25 जुलाई (कुलभूषण) महाकाल शिव की विशेष पूजा अर्चना के लिए सावन का महीना उत्तम माना गया है। इसीलिए सावन में शिव के धाम हरिद्वार में बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार आते हैं। इन्हीं यात्रियों.कांवड़ियों को पतित पावनी मां गंगे को स्वच्छ एवं निर्मल बनाये रखने आदि के संदेश देने के उद्देश्य से शांतिकुंज ने जनजागरण यात्रा निकाली।
यात्रा के विषय पर चर्चा करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉण् प्रणव पण्ड्या ने कहा कि गायत्री साधक शांति के साथ अपनी यात्रा पूरी की। यात्रा के दौरान मिलने वाले कांवड़ियों यात्रियों एवं राहगीरों को पतित गंगा की निर्मलता एवं पवित्रता को ध्यान में रखते हुए अपवित्र वस्तुएँ से बचाये रखने के लिए सहयोग माँगा। साथ ही इस हेतु साहित्य नशा उन्मूलन वृक्ष गंगा अभियान निर्मल गंगा जन अभियान क्या करें क्या न करें जैसे संदेश परक पत्रक भी बाँटे गये। संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा चलाये जा रहे निर्मल गंगा अभियान के अंतर्गत माँ गंगा को निर्मल एवं स्वच्छ बनाये रखने में कांवड़ियों सहित आमजन से भी अपील की।
जनजागरण यात्रा के गेट तीन से निकली और भोपतवाला हरकी पौड़ी होते हुए रानीपुर मोड़ पहुंची और उसके पश्चात देवसंस्कृति विश्वविद्यालय और हरिपुर कलाँ होते हुए वापस गायत्री तीर्थ लौट आयी।

फायर बिग्रेड ने मौके पर पहुंच पाया आग पर काबूMay be an image of 1 person, standing, fire and outdoors

हरिद्वार 25 जुलाई (कुलभूषण)सोमवार को बडे सवेरे 02रू50 बजे में सिटी कंट्रोल द्वारा आर टी सेट के माध्यम से सूचना दी गई की चंडी पुल के पास गड्ढा पार्किंग मैं बाइकों में आग लगी है इस सूचना पर फायर स्टेशन मायापुर से प्रभारी अग्निशमन अधिकारी य के नेतृत्व में 02 फायर यूनिटें तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई व घटनास्थल पर जाकर देखा कि चंडी पुल के पास गड्ढा पार्किंग में बाइकों में आग लगी थी फायर यूनिट ने त्वरित कार्यवाही करते हुए एम एफ ई से होज पाईप फैलाकर आग को बुझाना प्रारंभ किया आग की अधिकता के दृष्टिगत कांवड़ मेला में तैनात फायर यूनिट रोड़ी बेलवाला से एक टैंकर को घटनास्थल पर मंगवाया गया सभी फायर यूनिटों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद आग को पूर्ण रूप से बुझा कर शांत किया गया इस अग्निकांड में लगभग 13 मोटरसाइकिल तथा तीन स्कूटी पूर्णता जल गई घटनास्थल पर अग्निशमन अधिकारी भी मौजूद थे।

कांवड मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं का जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने किया निरीक्षण।May be an image of 4 people and people standing

हरिद्वार 25 जुलाई(कुलभूषण) कांवड मेला क्षेत्र में शिवभक्त कांवडियों का अपार जनसैलाब उमड़ रहा है अब सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र कांवडियों से ही भरा हुआ है। डाक कांवड़ के कारण सम्पूर्ण क्षेत्र में डाक कांवडियों की लगातार वृद्धि हो रही है। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने शंकराचार्य चौक तुलसी चौक शिवमूर्ति चौक बाल्मिकी चौक ललतारा पुल अपर रोड बिड़ला घाट चण्डी चौक रोड़ी बेलवाला विष्णु घाट गौ घाट क्षेत्रों का निरीक्षण किया तथा सम्बन्धित क्षेत्रों के जोनल मजिस्ट्रेट सेक्टर मजिस्ट्रेट को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि जब तक सभी डाक कांवडियें हरिद्वार से प्रस्थान न कर जाये तब तक सभी मजिस्ट्रेट अपने.अपने क्षेत्रों में सजग रहेगे क्योंकि सम्पूर्ण कांवड़ काल के दौरान यह समय सबसे संवेदनशील है इसलिये हमें और अधिक तत्परता से अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करना है। जिलाधिकारी ने सी0सी0आर0 टावर से भी कांवड मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा वहां पर भी सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये कि इस समय हरकी पैडी के आस पास का क्षेत्र तो संवेदनशील है ही परन्तु अब डाक कांवडियों की अपार भीड़ अपने अपने गंतव्य स्थानों पर प्रस्थान कर रही है इन सभी क्षेत्रों के मजिस्ट्रेटों की और अधिक जिम्मेदारी है कि वे अपने अपने पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर ही रहते हुए कोई भी समस्या यदि होती है तो उसका समय रहते हुए अपने विवेक से निस्तारित करने का प्रयास करें तथा वस्तु स्थिति उच्च अधिकारियों को तुरन्त अवगत कराते रहें। जिलाधिकारी ने पुलिस कंट्रोल रूम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के साथ डाक कांवड की सुचारू व्यवस्था के लिये समीक्षा भी की।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी ;वित्तद्ध वीर सिंह बुधियाल अपर जिलाधिकारी ;प्रशासनद्ध प्यारे लाल शाह नगर मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह एस0डी0एम0 पूरन सिंह राणा एवं रेडक्रास सचिवध्जोनल मजिस्ट्रेट डा0 नरेश चौधरी भी उपस्थित रहे।

रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ के सचिव स्वामी नित्यषुद्वानंद महाराज हुए ब्रहमलीनMay be an image of 1 person

हरिद्वार 25 जुलाई (कुलभूषण) रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ के सचिव स्वामी नित्य शुद्धानंद महाराज ब्रह्मलीन हो गए हैं 80 साल की उम्र में उन्होंने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम परिसर में अंतिम सांस ली जानकारी रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ के सह सचिव स्वामी उमेश्वरानंद मंजू महाराज ने दी
रामकृष्ण मिशन के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक स्वामी दयाधिपानंद महाराज;डॉ शिवकुमारद्ध ने बताया कि स्वामी नित्य शुद्धानंद महाराज ने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ कनखल की सचिव के रूप में 40 सालों तक सेवा की उन्होंने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम अस्पताल कनखल को ऊंचाइयों तक पहुंचाया 1942 में पश्चिम बंगाल मैं उनका जन्म हुआ था कोलकाता से उन्हें 40 साल पहले हरिद्वार रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ सचिव के रूप में भेजा गया कोरोना महामारी के कठिन दौर में उन्होंने 2 सालों तक समर्पित भाव से जनसेवा की और गरीबों को घर.घर दवाई और खाद्यान्न पहुंचाया
उनके निधन पर विभिन्न राजनैतिज्ञो व सामाजिक संस्थाओ से जुडे लोगो ने अपने श्रृद्वासुमन अर्पित करते हुए चिकित्सा सेवा जगत एवं संत समाज की एक अपूरणीय क्षति बताया

लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुये स्वास्थ्य विभाग सतर्क। कोविड नियमों का पालन व टीकाकरण पर दिया जायेगा जोर

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रुद्रप्रयाग – प्रदेश में कोविड संक्रमण के मामलों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुये जिले का स्वास्थ्य महकमा भी सर्तक हो गया है। विभाग ने कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पुनः कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करने की सलाह दी है। इसके साथ ही विभाग ने कोविड टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए सभी पात्र लाभार्थियों से अपनी बारी आने पर कोविड का टीका अनिवार्य रूप से लगवाने की अपील की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 बीके शुक्ला ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढने के दृष्टिगत विभाग द्वारा कोविड संक्रमण रोकने के लिए जांच, निगरानी व उपचार को लेकर प्रबंधन स्तर पर कार्य किया जा रहा है, वहीं कोविड अनुरूप यथोचित व्यवहार का कड़ाई से पालन करना बेहद जरूरी है। उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर हमेशा मास्क पहनने, छींकते व खासते समय नाक व मुंह को रूमाल/टिश्यू से ढकने, भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने, अपने हाथों से अपनी आंख, नाक, मुंह को छूने से बचने, सार्वजनिक स्थानों पर कम से कम एक मीटर की सामाजिक दूरी बनाए रखने, हाथों को बार-बार धोते रहने व हाथों को सेनिटाइज करने, सार्वजनिक स्थान पर न थूकनें की सलाह दी है।
साथ ही उन्होंने बुखार-खांसी व सांस लेने में कठिनाई जैसी अस्वस्थता में चिकित्सक को दिखाने, स्वास्थ्य संबंधित सेवा हेतु टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क करने व सभी पात्र व्यक्तियों से कोविड का टीका लगवाने व कोविड वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज अवश्य लेने की अपील की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कोविड टीकाकरण के अंतर्गत निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार व बुधवार को जिला चिकित्सालय, रूद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि ब्लाक के अंतर्गत सा0स्वा0कें0 अगस्त्यमुनि सहित 30 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में, ऊखीमठ ब्लाक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ, एसएडी गुप्तकाशी, एपीएचसी फाटा, ल्वाणी, एसएडी कालीमठ, दैड़ा, मनसूना, परकंडी व जखोली ब्लाक के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली, एपीएचसी घेंघडखाल, उपकेंद्र तुनेटा में कोविड टीकाकरण सत्र आयोजित किया जा रहा है।

फिर चरमराई यातायात व्यवस्था, वेलणी में लगा जाम राहगीर व स्कूली बच्चे भी फंसे जाम में

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(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग-नगर क्षैत्र में विगड़ती यातायात ब्यवस्था आम जनता के लिये परेशानी खड़ी कर रही है। आज नगर क्षैत्र के वेलणी में एक घण्टे से अधिक समय तक लगे जाम ने नगर की यातायात ब्यवस्था की पोल खोल कर रख दी।
दोपहर करीब 12.30 बजे वेलणी में कुछ बड़े ट्रकों की आवाजाही से जाम लग गया । जाम में वाहन ही नहीं राहगीर व स्कूली बच्चे भी घण्टे भर फंसे रहे। जाम इतना भयानक था कि पैदल चलने वालों को भी निकलने की जगह नहीं मिल पाई ।
दरअसल आज सावन का दूसरा सोमवार होने के कारण सुबह से ही बेलणी से कोटेश्वर की तरफ राहगीरों व वाहनों की खूब आलाजाही लगी रही। पुलिस की यातायात ब्यवस्था की खांमियो के चलते दोपहर होते होते बड़ा जाम लग गया। सड़क पर दो पहिया व चौपहिया वाहनों की लम्बी लाईन लग गई एक ओर भारी वारिस में राहगीरों तक को आने जाने का रास्ता नहीं मिल पाया वहीं स्कलों की छुट्टी का समय होने के कारण स्कूली बच्चे भी जाम में फंसे रहे। कुछ बड़े ट्रकों के भीड़ मे इंट्री के चलते जाम ने भयानक रुप ले लिया वाहन तो दूर राहगीर व स्कूल के बच्चे भी इधर उधर नहीं जा पाये करीब डेढ़ घण्टे बाद जाम खुल पाया। स्थानीय ब्यापारियों व नागरिकों ने यातायात ब्यवस्था को दुरस्त करने की मॉग की है।

जुलूस निकालकर सीओ का घेराव किया, मुकदमा दर्ज कराने की उठाईं मांग

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सितारगंज(नारायण सिंह रावत)। थारू समाज के लोगों ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने तत्काल प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा लिखी किताब को बैन करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात भी की। लोगों ने पहले मंडी परिषर में सभा की। इसके बाद रैली निकालकर कोतवाली पहुंचे। यहां पर सीओ का घेराव किया। साथ ही प्रोफेसर अजय सिंह रावत पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
बारह राणा स्मारक समिति व थारू विकास परिषद के बैनर तले जमा हुए लोगों ने मंडी परिषर में सभा की। यहां थारू समाज के लोगों ने कहा कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के प्राध्यापक एवं निदेशक प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा लिखित पुस्तक ‘उत्तराखंड का समग्र राजनीतिक इतिहास, में थारू जनजाति पर की गई अपमानजनक टिप्पणी की गई है। प्रदर्शनकारियों ने प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा लिखी गई पुस्तक को तत्काल बैन करने व प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर पुलिस को तहरीर सौपी गई। समाज की दर्जनों महिलाओं और पुरुषों ने अजय सिंह रावत के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि थारू जनजाति पर प्रोफेसर अजय सिंह रावत ने थारू समाज के इतिहास को तोड़ मरोड़ कर गलत तथ्यों के आधार पर पेश किया है।समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण उन पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।इस मौके पर कांग्रेस के नानकमत्ता विधायक गोपाल सिंह राणा, श्रीपाल राणा, दिनेश राणा,रामकिशोर राणा, सुरेश राणा, अर्जुन राणा, नंदू राणा(बेखबर),मदन राणा, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष भास्कर राणा, रुकुम राणा, भुवन राणा आदि लोग शामिल रहे!

देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू, प्रधान न्यायाधीश ने दिलाई शपथ

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नई दिल्ली, देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मू ने आज शपथ ग्रहण किया। भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण ने संसद भवन के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यों के राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, सरकार के असैन्य और सैन्य बल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। द्रौपदी मुर्मू भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं जबकि आदिवासी समाज से आने वाली पहली राष्ट्रपति हैं। द्रौपदी मुर्मू से पहले प्रतिभा देवी सिंह पाटिल राष्ट्रपति पद पर आसीन हो चुके हैं। द्रौपदी मुर्मू के शपथ लेने के साथ ही पूरा सेंट्रल हॉल तालियों से गूंज उठा। द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया था। द्रौपदी मुर्मू स्वतंत्रता के बाद पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति हैं और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले द्रौपदी मुर्मू राजघाट पहुंचे थीं जहां उन्होंने महात्मा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद वे राष्ट्रपति भवन पहुंची जहां उनका स्वागत निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद ने किया था।

 

 

 

द्रौपदी मुर्मू ने कैसे तय किया
एक झोपड़ी से देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति तक का सफर, जानिये एक नजर.

राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू –
आदिवासी परिवार में जन्म
द्रौपदी का जन्म ओडिशा के मयूरगंज जिले के बैदपोसी गांव में 20 जून 1958 को हुआ था। द्रौपदी संथाल आदिवासी जातीय समूह से संबंध रखती हैं। उनके पिता का नाम बिरांची नारायण टुडू एक किसान थे। द्रौपदी के दो भाई हैं। भगत टुडू और सरैनी टुडू।

द्रौपदी की शादी श्यामाचरण मुर्मू से हुई। उनसे दो बेटे और दो बेटी हुई। साल 1984 में एक बेटी की मौत हो गई। द्रौपदी का बचपन बेहद अभावों और गरीबी में बीता था। लेकिन अपनी स्थिति को उन्होंने अपनी मेहनत के आड़े नहीं आने दिया। उन्होंने भुवनेश्वर के रमादेवी विमेंस कॉलेज से स्नातक तक की पढ़ाई पूरी की। बेटी को पढ़ाने के लिए द्रौपदी मुर्मू शिक्षक बन गईं।

कॉलेज जाने वाली गांव की पहली लड़की :
मुर्मू की स्कूली पढ़ाई गांव में हुई। साल 1969 से 1973 तक वह आदिवासी आवासीय विद्यालय में पढ़ीं। इसके बाद स्नातक करने के लिए उन्होंने भुवनेश्वर के रामा देवी वुमंस कॉलेज में दाखिला ले लिया। मुर्मू अपने गांव की पहली लड़की थीं, जो स्नातक की पढ़ाई करने के बाद भुवनेश्वर तक पहुंची।

कॉलेज में पढ़ाई के दौरान हुआ प्यार :
कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात श्याम चरण मुर्मू से हुई। दोनों की मुलाकात बढ़ी, दोस्ती हुई, दोस्ती प्यार में बदल गई। श्याम चरण भी उस वक्त भुवनेश्वर के एक कॉलेज से पढ़ाई कर रहे थे।

शादी का प्रस्ताव लेकर द्रौपदी के गांव में श्याम ने डाला डेरा
बात 1980 की है। द्रौपदी और श्याम चरण दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे। दोनों एक साथ आगे का जीवन व्यतीत करना चाहते थे। परिवार की रजामंदी के लिए श्याम चरण विवाह का प्रस्ताव लेकर द्रौपदी के घर पहुंच गए। श्याम चरण के कुछ रिश्तेदार द्रौपदी के गांव में ही रहते थे। ऐसे में अपनी बात रखने के लिए श्याम चरण अपने चाचा और रिश्तेदारों को लेकर द्रौपदी के घर गए थे। तमाम कोशिशों के बावजूद द्रौपदी के पिता बिरंची नारायण टुडू ने इस रिश्ते को लेकर इंकार कर दिया।

श्याम चरण भी पीछे हटने वाले नहीं थे। उन्होंने तय कर लिया था कि अगर वह शादी करेंगे तो द्रौपदी से ही करेंगे। द्रौपदी ने भी घर में साफ कह दिया था कि वह श्याम चरण से ही शादी करेंगी। श्याम चरण ने तीन दिन तक द्रौपदी के गांव में ही डेरा डाल लिया। थक हारकर द्रौपदी के पिता ने इस रिश्ते को मंजूरी दे दी।

द्रौपदी के ससुराल वालों ने दहेज में दिए थे गाय, बैल और 16 जोड़ी कपड़े :

शादी के लिए द्रौपदी के पिता मान चुके थे। अब श्याम चरण और द्रौपदी के घरवाले दहेज की बातचीत को लेकर बैठे। इसमें तय हुआ कि श्याम चरण के घर से द्रौपदी को एक गाय, एक बैल और 16 जोड़ी कपड़े दिए जाएंगे। दोनों के परिवार इस पर सहमत हो गए। दरअसल द्रौपदी जिस संथाल समुदाय से आती हैं, उसमें लड़की के घरवालों को लड़के की तरफ से दहेज दिया जाता है।

कुछ दिन बाद श्याम से द्रौपदी का विवाह हो गया। बताया जाता है कि द्रौपदी और श्याम की शादी में लाल-पीले देसी मुर्गे का भोज हुआ था। तब लगभग हर जगह शादी में यही बनता था।

राजनैतिक सफर :
राजनीति में आने से पहले मुर्मू ने एक शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 1979 से 1983 तक सिंचाई और बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के रूप में भी कार्य किया। इसके बाद 1994 से 1997 तक उन्होंने ऑनरेरी असिस्टेंट टीचर के रूप में कार्य किया था।

1997 में उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा। ओडिशा के राइरांगपुर जिले में पार्षद चुनी गईं। इसके बाद वह जिला परिषद की उपाध्यक्ष भी चुनी गईं। वर्ष 2000 में विधानसभा चुनाव लड़ीं। राइरांगपुर विधानसभा से विधायक चुने जाने के बाद उन्हें बीजद और भाजपा गठबंधन वाली सरकार में स्वतंत्र प्रभार का राज्यमंत्री बनाया गया।

2002 में मुर्मू को ओडिशा सरकार में मत्स्य एवं पशुपालन विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया। 2006 में उन्हें भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। 2009 में वह राइरांगपुर विधानसभा से दूसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतीं। इसके बाद 2009 में वह लोकसभा चुनाव भी लड़ीं, लेकिन जीत नहीं पाईं। 2015 में द्रौपदी को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया। 2021 तक उन्होंने राज्यपाल के तौर पर अपनी सेवाएं दीं।

राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के साथ ही वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनेंगी। इसके अलावा देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनने का खिताब भी वह अपने नाम करेंगी। 64 साल की द्रौपदी राष्ट्रपति पद पर पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की शख्सियत बनेंगी।

जब एक के बाद एक दर्द झेलना पड़ा :

1984 में छोटी बेटी की मौत के बाद 2009 में द्रौपदी को जीवन का बड़ा दर्द झेलना पड़ा। उनके 25 साल के बेटे लक्ष्मण मुर्मू की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई। लक्ष्मण अपने चाचा-चाची के साथ रहते थे। बताया जाता है कि लक्ष्मण शाम को अपने दोस्तों के साथ गए थे। देर रात एक ऑटो से उनके दोस्त घर छोड़कर गए। उस वक्त लक्ष्मण की स्थिति ठीक नहीं थी।

चाचा-चाची के कहने पर दोस्तों ने लक्ष्मण को उनके कमरे में लिटा दिया। उस वक्त घरवालों को लगा कि थकान की वजह से ऐसा हुआ है, लेकिन सुबह बेड पर लक्ष्मण अचेत मिले। घरवाले डॉक्टर के पास ले गए, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इस रहस्यमयी मौत का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है।

चार साल बाद ही मिली दूसरी झकझोर देने वाली खबर
बेटे की मौत के सदमे से द्रौपदी अभी उभर भी नहीं पाई थीं कि उन्हें दूसरी झकझोर देने वाली खबर मिली। ये घटना 2013 की है। जब द्रौपदी के दूसरे बेटे की मौत एक सड़क दुर्घटना में हो गई। द्रौपदी के दो जवान बेटों की मौत चार साल के अंदर हो चुकी थी। वह पूरी तरह से टूट चुकीं थीं।

इससे उबरने के लिए उन्होंने अध्यात्म का सहारा लिया। द्रौपदी राजस्थान के माउंट आबू स्थित ब्रह्कुमारी संस्थान में जाने लगीं। यहां कई-कई दिन तक वह ध्यान करतीं। तनाव को दूर करने के लिए राजयोग सीखा। संस्थान के अनेक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने लगीं।
दो बेटों की मौत का दर्द अभी कम भी नहीं हुआ था कि 2014 में द्रौपदी के पति श्यामाचरण मुर्मू की भी मौत हो गई। बताया जाता है कि श्यामाचरण मुर्मू को दिल का दौरा पड़ा था। उन्हें घरवाले अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। श्यामाचरण बैंक में काम करते थे। अब द्रौपदी के परिवार में केवल बेटी इतिश्री मुर्मू हैं। इतिश्री बैंक में नौकरी करती हैं।

श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के नरेश भट्ट अध्यक्ष, व कुलदीप राणा बने उपाध्यक्ष

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रुद्रप्रयाग- श्रमजीवी पत्रकार यूनियन शाखा रुद्रप्रयाग की बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से नरेश भट्ट को जिलाध्यक्ष एवं कुलदीप राणा आजाद को उपाध्याक्ष चुना गया जबकि प्रवीन सेमवाल को महामंत्री चुना गया। वहीं संगठन की विभिन्न समस्याओं पर भी चर्चा कर नए सदस्यों को जोड़ने का आह्वान भी किया गया।
रुद्रप्रयाग में आयोजित बैठक में श्रमजीववी पत्रकार यूनियन की बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं महामंत्री के अलावा  कोषाध्यक्ष रविन्द्र कप्रवान, सह सचिव अंकित भट्ट को चुना गया। साथ ही अनुसूया प्रसाद मलासी, विनोद नौटियाल, भगवती शैव, रोहित डिमरी, सतीश भटट कोे सदस्यों में शामिल किया गया।
बाद में सभी सदस्यों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसके बाद कार्यकारिणी बैठक में विभिन्न प्रस्ताव पारित किए। जिसमें कार्यकारिणी की बैठक प्रत्येक दो माह करने, प्रेस मान्यता की नियमावली में सुधार लाने एवं नए सदस्यों को जोड़ने पर चर्चा की गई। ताकि संगठन को मजबूती के साथ आगे बढ़ाया जा सके। बैठक में यूनियन के संयोजक श्यामलाल सुंदरियाल, वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाड़ी, देवेन्द्र चमोली, बद्री नौटियाल, ओपी बहुगुणा, सत्यपाल नेगी, राजेश भटट, हरेन्द्र नेगी, भूपेन्द्र भंडारी, वीरेन्द्र बत्र्वाल, समेत कई पत्रकार शामिल थे।

बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता को ईडी ने हिरासत में लिया

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कलकत्ता, पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को प्रवर्तन निदेशालय की एक दिन की हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें सोमवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले अर्पिता मुखर्जी को कोलकाता में ईडी मुख्यालय से बाहर चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया। उसे बंगाल कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन आदेश सुरक्षित रख लिया गया।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार 23 जुलाई को पश्चिम बंगाल में कथित स्कूल नौकरी घोटाले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। पूर्व शिक्षा मंत्री की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के कोलकाता स्थित घर से 21 करोड़ रुपये नकद बरामद होने के बाद पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी हुई। एजेंसी ने शनिवार को अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया था।

 

कोलकाता की एक अदालत ने शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में शनिवार को पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को दो दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चटर्जी को पहले दिन में गिरफ्तार किया था और उन्हें बैंकशाल अदालत में एक न्यायाधीश के सामने पेश किया। न्यायाधीश ने चटर्जी को दो दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने मामले की सुनवाई नहीं की, क्योंकि आज शनिवार का दिन है। चटर्जी को उनके आवास पर करीब 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।

कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के तहत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह-सी और डी कर्मचारियों के साथ-साथ शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। ईडी घोटाले में राशि कहां से आयी और कहां गई इसकी पड़ताल कर रही है। ईडी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में दो मंत्रियों सहित करीब 12 व्यक्तियों के घरों पर एकसाथ छापेमारी की थी और करीब 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किये थे।