Thursday, May 1, 2025
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एसटीएफ हैरान : अकूत सम्पत्ति है हाकम सिंह रावत के पास, 10 करोड़ का आलीशान रिजॉर्ट

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देहरादून, उत्तराखंड़ में यूकेएसएसएससी का पेपर लीक करने का आरोपी हाकिम सिंह रावत आलीशान जिंदगी जीने का शौकीन है। उसकी अकूत संपत्ति इतनी है कि उसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। पेपर लीक मामले का यह मास्टरमाइंड कहने को जिला पंचायत सदस्य रहा लेकिन उसके पास इतनी अकूत सम्पत्ति कहां आयी यह प्रश्न भी सोचनीय है।
एसटीएफ की जांच में जब हाकम सिंह की अकूत संपत्ति के बारे में पता चला तो उनकी आंखे भी खुली की खुली रह गईं। हाकम सिंह का मोरी के सांकरी में आलीशान रिजॉर्ट है। जिसकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है। रिजॉर्ट पर देवदार की लकड़ी लगी है, यहां नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों की आवाजाही लगी रहती है। बीजेपी नेता रहा हाकम सिंह मोरी के लिवाड़ी गांव का रहने वाला है। उसके उत्तरकाशी और देहरादून में आलीशान घर हैं। बताया जाता है कि हाकम ने दो शादियां की हुई हैं। एक पत्नी उत्तरकाशी और दूसरी देहरादून में रहती है। केवल उत्तराखंड और यूपी में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उसकी काफी संपत्ति है
जांच में पता चला है कि उसका थाइलैंड में पंचकर्मा का काम है। वो बार-बार विदेश के दौरे पर रहा है। पिछले कुछ समय में वह करीब 5 बार थाईलैंड घूमने जा चुका है। एसटीएफ अब इस बात का पता लगा रही है कि वो विदेश दौरे पर अपने साथ किस-किसको लेकर गया। अंदेशा है कि वह नेताओं व अधिकारियों को खुश करने के लिए उन्हें अपने साथ ले गया होगा। इसके अलावा उसके विभिन्न बैंकों में 4-5 खाते हैं। एक्टिंग का शौकीन रहा हाकम सिंह कई गढ़वाली वीडियो में भी काम कर चुका है। उसके नाम पर होटल, होम स्टे और सेब के बगीचों के साथ कई बड़ी संपत्ति है। बता दें कि पेपर लीक मामले में नाम सामने आने के बाद हाकम सिंह बैंकॉक भाग गया था। शनिवार को एसटीएफ ने उसे हिमाचल भागने का प्रयास करते हुए त्यूणी के आराकोट चेकपोस्ट से हिरासत में लिया था। रविवार को हाकम सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही बीजेपी ने उससे पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

खास खबर : उत्तराखण्ड़ में सुप्रा ग्लेशियर झीलें ला सकती हैं भीषण आपदाएं, अपने शोध में प्रो. नौटियाल ने जताई चिंता

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देहरादून, इसरो समेत अन्य संस्थानों के वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड में करीब 13 सौ ग्लेशियर झीलें होने का आंकलन किया है। पर्यावरण को लेकर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहा जी.बी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल( अल्मोड़ा), सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन संस्थान ( बेंगलुरू), पर्यावरण विभाग, गढ़वाल विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के शोध में यह सामने आया है की चमोली जिले में 41 प्रतिशत झीलें पांच से छह हजार मीटर ऊंचाई पर स्थित हैं। वैज्ञानिकों ने अध्ययन में बताया है कि 46 सौ मीटर से ऊपर स्थित कई ग्लेशियर झीलों के आकार और प्रकार में निरन्तर बदलाव हो रहा है। तापमान बढ़ने या हलचल होने से सुप्रा ग्लेसियर यदि फटे तो उत्तराखंड में भीषण तबाही होगी।
जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा के निदेशक प्रो. सुनील नौटियाल ने अपने ग्लेसियर झीलों पर किये अध्ययनों में बताया है कि उत्तराखंड में ग्लेशियर झीलें अपना आकार और प्रकार बदल रही हैं। जो चिंता का कारण हैं। वैज्ञानिक प्रो नौटियाल का मानना है कि जलवायु परिवर्तन या भूकंप जैसे परिस्थितियों में ये झीलें फटी तो भीषण तबाही उत्पन्न कर सकती हैं। इसरो जैसे संस्थान समेत देश के तमाम वैज्ञानिक इन सुप्रा ग्लेसियरों पर नजरें बनाए हुए हैं।
इसरो और अन्य संस्थान के वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड में करीब 12 सौ से 13 सौ ग्लेसियर झीलें चिह्नित की हैं। हिमालय में 46 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई पर अनकनेक्टेड झीलों को सुप्रा ग्लेशियर कहा जाता है। ये ग्लेशियर 46 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई में प्रायः पाए जाते हैं।
जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, अल्मोड़ा, सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन संस्थान, बेंगलुरू, पर्यावरण विभाग, गढ़वाल विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के शोध में यह सामने आया है कि उत्तराखंड में लगभग 41 फीसद ग्लेसियर झीलें पांच हजार से छह हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। इन ऊंचाइयों में बहुत भारी संख्या में सुप्रा ग्लेशियर झीलें हैं। पर्यावरणीय हलचलों के कारण इन झीलों के आकार और प्रकार में बदलाव हो रहा है। जबकि यह हिमालयी क्षेत्र भूकंप आदि को लेकर बहुत संवेदनशील है। प्रो नौटियाल ने बताया कि हिमालयी क्षेत्रों में लगातार तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। जिसपर पर्यावरण संस्थान के वैज्ञानिक नजर बनाये हुए हैं। बर्फ के भार में परिवर्तन से सुप्रा ग्लेशियर झीलों का फटने का संभावना बढ़ जाती है । जलवायु परिवर्तन से झीलों के बर्फ पर भारी प्रभाव पड़ता है जो आपदा को जन्म दे सकता है और झीलें फटने पर पानी के साथ भारी मात्रा में बर्फ को अपने साथ बहा ले जा सकती हैं। जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के निदेशक सुनील नौटियाल ने चमोली के ग्लेशियर झीलों पर शोध कार्य किया है। केवल चमोली जिले में करीब पांच सौ ग्लेसियर झीलें उन्होंने पायी। दूसरी ओर इसरो और अन्य संस्थानों के वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तराखंड में 12-13 सौ ग्लेसियर झीलें हैं।
ऋषिगंगा में आपदा
गढ़वाल मंडल के नीति घाटी में रैणी गांव के शीर्ष भाग में ऋषिगंगा के मुहाने पर पिछले साल ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर ऋषिगंगा में गिर गया था। जिससे नदी में भीषण बाढ़ आ गई थी। उस आपदा में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। तब ऋषिगंगा के मुहाने पर स्थित छोटी ग्लेसियर झील फटी थी। इसके आधार पर हम कह सकते हैं कि सुप्रा ग्लेसियर झील फटने पर कितनी व्यापक आपदा पैदा कर सकती है ।उत्तराखंड में 41 फीसदी ग्लेसियर झीलें समुद्र तल से पांच हजार से छह हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। वहां बड़ी संख्या में सुप्रा ग्लेसियर झीलें भी हैं। तापमान बढ़ने, भूकंप आने आदि से भविष्य में सुप्रा ग्लेसियर झीलें आपदा ला सकती हैं।

 

दयारा बुग्याल में बटर फैस्टिवल (अढूडी उत्सव) का विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान ने पूजा – अर्चना कर किया विधिवत् शुभारंभ

(रामचंद्र उनियाल)

दयारा बुग्याल में वॉटर फेस्टिवल अढुडी उत्सव का गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने किया शुभारंभ – liveskgnews

उत्तरकाशी, 11 हजार फीट की ऊंचाई पर दयारा बुग्याल में बटर फैस्टिवल (अढूडी उत्सव) का विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान ने विधिवत पूजा – अर्चना कर शुभारंभ किया l इस अवसर पर विधायक श्री चौहान ने सभी क्षेत्र वासियों को शुभकामनाएं दी l बटर फैस्टिवल कार्यक्रम में मा० विधायक गंगोत्री श्री सुरेश चौहान ने कहा कि यह अढूडी उत्सव हमारे पारंपारिक सांस्कृतिक को दर्शाता है l इस प्रकार के आयोजनों से निश्चित ही पहाड़ के रिति रिवाजों को एक विशेष पहचान मिलती है l हमारा प्रयास है कि इस बटर फैस्टिवल (अढूडी उत्सव) को आगामी दिनों में भव्य स्वरूप दिया जायेगा l सरकार निरन्तर पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा देने व पर्यटन से क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिये भरसक प्रयास कर रही है l वहीं मा० विधायक जी ने क्षेत्र के लोगों के साथ दूध- मक्खन की होली खेलकर बुग्याल की अनुपम सुन्दरता का आनंद लिया l

बता दे कि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 42 किलोमीटर की सड़क दूरी और भटवाड़ी ब्लॉक के रैथल गांव से 9 किलोमीटर पैदल दूरी पर स्थित 28 वर्ग किलोमीटर में फैले दयारा बुग्याल में सदियों से अढूंड़ी उत्सव मनाया जाता आ रहा है l गर्मी का मौसम शुरू होते ही रैथल समेत आसपास के गांवों के ग्रामीण अपने मवेशियों के साथ बुग्याली क्षेत्रों में स्थित अपनी छानियों में चले जाते हैं. पूरे गर्मी के मौसम में वह वहीं रहते हैं. वे अंढूड़ी उत्सव (बटर फेस्टिवल) मनाकर ही गांव लौटते हैं. लेकिन, लौटने से पहले वे प्रकृति का शुक्रिया अदा करने को इस मेले का आयोजन करते हैं l

दयारा बुग्याल पर्यटन सामिति के अध्यक्ष मनोज राणा ने बटर फेस्टिवल में तीन प्रमुख मांग गंगोत्री विधायक के समक्ष रखी। उन्होंने बताया कि दयारा बुग्याल मेले को राजकीय मेला घोषित करने एवं रैथल,नटीण,बार्सू, दयारा बुग्याल ट्रेक मार्गों का सुधारीकरण का कार्य किया जाय। साथ ही रैथल गांव से गोई बेस केम्प तक रोपवे का निर्माण किया जाय।

इस मौके पर जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान,सहकारी बैंक के अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत, जिला महामंत्री भाजपा हरीश डंगवाल,एसपी अपर्ण यदुवंशी,अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह,सीएमओ डॉ केएस चौहान,एसडीएम चतर सिंह चौहान, डीएसओ संतोष भट्ट,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित सामिति के पदाधिकारी एवं स्थानीय जनता व पर्यटक उपस्थित रहे।

उत्तराखंड़ शासन ने आईएएस अधिकारियों के विभागों में किया फेरबदल

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देहरादून, प्रदेश सरकार लगातार प्रशासनिक फेरबदल करने में जुटी हुई है। आज एक बार फिर राज्य के 3 आईएएस अधिकारियों के विभागों में फेरबदल किया गया है। जिसके आदेश जारी कर दिए गए है। अधिकारी दिलीप जावलकर को मुख्य निर्वाचन अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तो वहीं आईएएस शैलेश बगोली को आईटी व विज्ञान प्रौद्योगिकी का अतिरिक्त चार्ज मिला है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी रही सौजन्या के रिलीव होने के बाद ये फैसला लिया गया है। आईएएस दिलीप जावलकर के पास वित्त, समेत पुराने विभाग भी रहेंगे। इन अधिकारियों को जल्द नया कार्यभार संभालने के आदेश भी दिए गए है।

 

सेटेलाईट सेंटर निर्माण के लिए एम्स को राज्य सरकार ने की भूमि हस्तांतरण, जल्द शुरू होगा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण

 

ॠषिकेश, एम्स ऋषिकेश को राज्य सरकार की ओर से कुमाऊं मंडल में सेटेलाईट सेंटर निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण कर ली गई है। एम्स जल्द यहां सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण शुरू करेगा।

कुमाऊं सेंटर ऑफ एम्स ऋषिकेश के लिए मंगलवार को राज्य सरकार की ओर से भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया संपन्न कराई गई। इस दौरान एम्स के अधिकारियों ने सेटेलाइट सेंटर के लिए चयनित भूमि पर कब्जा ले लिया है।
इसके लिए एम्स के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता की अगुवाई में संस्थान के अधिकारी उप निदेशक प्रशासन ले. कर्नल अच्युत रंजन मुखर्जी, अधिशासी अभियंता अजय गुप्ता व जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल मौके पर मौजूद रहे।

गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा कुमाऊं मंडल के किच्छा, उधमसिंहनगर में एम्स के सेटेलाईट सेंटर के लिए 100 एकड़ भूमि हस्तांतरित की गई है। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ.मीनू सिंह ने बताया कि उक्त हस्तांतरित भूमि पर एम्स एक से डेढ़ वर्ष में टर्सरी केयर सेंटर स्थापित करेगा। कुमाऊं सेंटर ऑफ एम्स ऋषिकेश में सभी प्रकार की सुपरस्पेशलिटी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

उन्होंने बताया कि संस्थान की प्राथमिकता रहेगी कि कुमाऊं मंडल के लोगों को सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाएं, जिससे उन्हें इलाज के लिए ऋषिकेश तक की दूरी तय नहीं करनी पड़े।

ब्रैकिंग : अब 18 अगस्त को नहीं 19 अगस्त को होगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी

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देहरादून, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी को लेकर उत्तराखण्ड़ सरकार ने अवकाश में अब फेरबदल कर दिया है। पहले अवकाश 18 अगस्त को था अब इसे 19 अगस्त कर दिया गया है।
प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन बताया कि हिन्दू पंचांग के अनुसार जन्माष्टमी का त्योहार दिनांक 19 अगस्त, 2022 को मनाये जाने की सूचना प्राप्त हुई है। ऐसी स्थिति में जन्माष्टमी का त्योहार दिनांक 18 अगस्त, 2022 (गुरूवार) के स्थान पर दिनांक 19 अगस्त 2022 (शुक्रवार) को मनाये जाने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने बताया कि शासन के निर्णय के आलोक में जन्माष्टमी के त्योहार हेतु 18 अगस्त, 2022 के स्थान पर दिनांक 19 अगस्त, 2022 को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है। पूर्व में उत्तराखण्ड शासन की विज्ञप्ति संख्या-823 / xxxi (15)G/2021-74 (सा0) / 2016 दिनांक 02 दिसम्बर 2021 द्वारा वर्ष 2022 हेतु घोषित अवकाशों में दिनांक 18 अगस्त, 2022 (गुरूवार) को जन्माष्टमी के पर्व पर निगोशियेबल इन्स्ट्रमेन्ट एक्ट, 1881 के अधीन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था।

सैन्यधाम निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा : सैन्य धाम निर्माण कार्य में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं : गणेश जोशी

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‘कार्यदाई संस्था को दिन-रात कार्य करने के सैनिक कल्याण मंत्री ने दिए सख्त निर्देश’

देहरादून, प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को देहरादून के कालीदास मार्ग स्थित सैनिक कल्याण निदेशालय में सैन्यधाम निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कार्यदायी संस्था एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों से देहरादून के गुनियालगांव में बनने जा रहे सैन्यधाम में चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी ली।
बैठक में मंत्री जोशी ने सैन्यधाम के निर्माण कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जताई और कार्यदायी संस्था के आधिकारियों को फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिए कि सैन्यधाम के निर्माण कार्य दिन-रात किए जाए और मजदूरों की संख्या भी बढ़ाई जाए, जिससे निर्माण कार्य में तेजी आए। मंत्री जोशी ने कहा कि सैन्य धाम राज्य सरकार का महत्पूर्ण प्रोजेक्ट है जिसकी रिपोर्टिंग भारत सरकार को भी की जा रही है। सैन्यधाम वीरभूमि उत्तराखंड की संवेदनाओं से सीधा जुड़ा है।इसलिए निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दास्त नही की जायेगी। मंत्री जोशी ने सैन्य धाम निर्माण कार्यों में तेजी लाने के सख्त निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए। बैठक में कैबिनेट मंत्री जोशी ने संबंधित विभागों को बेहतर आपसी समन्वय कर सभी अधिकारियों को पहुंच मार्ग और भूमि से संबंधित समस्त मामलों पर त्वरित समाधान निकालने हेतु भी निर्देशित किया है। इसके अलावा बैठक में अक्टूबर माह देहरादून में आयोजित होने वाला कार्यक्रम जिसमे सेना के सभी सीनियर अधिकारियों एवं सैनिक संगठनों पूर्व सैनिकों के सम्मान कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के भी सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण सचिव दीपेन्द्र चौधरी, ज़िलाधिकारी सोनिका, अपर सचिव डीएस धर्मशगतू, निदेशक सैनिक कल्याण कर्नल बीएस रावत सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

शहीद हुए लांसनायक चन्द्रशेखर हर्बोला के पार्थिव देह पर मुख्यमंत्री धामी ने पुष्प चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

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हल्द्वानी, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 1984 में सियाचिन में आपरेशन मेघदूत के दौरान शहीद हुए लांसनायक चन्द्रशेखर हर्बोला के पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद चंद्रशेखर हर्बोला का पार्थिव शरीर 38 वर्ष के पश्चात बुधवार को उनके आवास पहुँचने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी एवं महिला सशक्तिकरण मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
बुधवार को जैसे ही शहीद चन्द्रशेखर हर्बोला का पार्थिव शरीर डहरिया स्थित उनके आवास पर पहुँचा, पूरा क्षेत्र देश भक्ति नारों से गुंजायमान हो गया।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि शहीद चन्द्रशेखर जी के बलिदान को हमेशा याद रखा जायेगा। उन्होेंने कहा देश के लिए बलिदान देने वाले उत्तराखण्ड के सैनिकों की स्मृति में सैन्यधाम की स्थापना की जा रही है। शहीद चन्द्रशेखर की स्मृतियों को भी सैन्यधाम में संजोया जायेगा।
सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि सरकार शहीद के परिवार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ी है। सरकार द्वारा शोक संतृप्त परिवार की हर सम्भव सहायता की जाएगी।
पुष्प चक्र अर्पित करने के पश्चात शहीद चन्द्रशेखर का पार्थिव शरीर चित्रशिला घाट रानीबाग के लिए रवाना हुआ, जहां शहीद को पूरे राजकीय सम्मान व आर्मी बैण्ड की धुन के साथ भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर सैकडों की संख्या में लोगों द्वारा नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी गई।

उत्तराखंड: राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने ‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ पर दी बधाई

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देहरादून ,राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रदेशवासियों को ‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि जन्माष्टमी पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जीवन-चरित के बारे में जानने और उनके संदेशों के प्रति स्वयं को समर्पित करने का अवसर है। श्रीमद् भगवद् गीता में भगवान कृष्ण का निष्काम भाव से कर्म करने का शाश्वत संदेश संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा रहा है।

उन्होंने कहा है कि इस पावन दिवस पर हम सभी पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और सच्चाई के मार्ग पर चलने का संकल्प लें। राज्यपाल ने कामना कि है की जन्माष्टमी का यह पर्व हमारे देश एवं प्रदेश में शांति, सौहार्द और समृद्धि लेकर आए।

पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई व शुभकामनाएं दी

देहरादून ,मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने मनुष्य को निष्काम कर्म के लिए सदैव समर्पित रहने, दीन-दुखियों एवं समाज के उपेक्षित वर्ग के कल्याण का संदेश दिया। उनका जीवन संपूर्ण मानव जाति को अधर्म, अन्याय एवं अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष की प्रेरणा देता है। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में भक्ति, ज्ञान, योग व कर्म का जो संदेश दिया है, वह आज भी प्रासंगिक है।

वेस्ट वारियर्स संस्था द्वारा एक अनोखी मुहिम : प्लास्टिक कचरा लाओ और मुफ्त जैविक खाद पाओ

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देहरादून, उत्तराखंड एवं हिमाचल प्रदेश मे ठोस कचरा प्रबंधन पर कार्य कर रही वेस्ट वारियर्स संस्था द्वारा एक अनोखी मुहिम देहरादून क्षेत्र में चलाई गई है, जिसके अंतर्गत सभी तरह के पुनः चक्रित प्लास्टिक कचरे जैसे की पानी, कोल्ड ड्रिंक, जूस, दूध, शैंपू , कंडीशनर, तेल आदि की खाली बोतल, सभी तरह के चिप्स या नमकीन या पैकेजिंग प्लास्टिक के पैकेट,पॉलिथीन और कंटनेर इत्यादि संस्था को देने पर आपको उतने ही वजन की खाद अब मुफ्त दी जाएगी। इस मुहीम का मकसद है की हम प्लास्टिक कचरे को लैंडफिल मे जाने से बचा सके और इसको पुनः चक्रित कर इस्तेमाल कर सकें I

प्लास्टिक हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए बहुत बड़ा खतरा है I अगर अभी भी हमने इसके लिए नहीं सोचा तो हमारे स्वास्थ्य के साथ साथ हमारे पर्यावरण को भी बहुत बड़ा नुक्सान उठाना पड़ेगाI

इस मुहीम के अंतर्गत आपके द्वारा दिया गया प्लास्टिक कचरा जैसे शैम्पू ,क्रीम ,कोल्ड ड्रिंक ,पानी जूस ,तेल सभी तरह के चिप्स के पैकेट,पॉलिथीन,कंडीशनर आदि की बोतल के बदले मे आपको उतनी ही मात्रा की जैविक खाद वेस्ट वारियर्स संस्था, देहरादून द्वारा बिलकुल मुफ्त दी जायगी I

संस्था द्वारा हर्रावाला वार्ड संख्या 97 का कचरे का प्रबंधन वर्ष 2020 से किया जा रहा है,जिसके अंतर्गत समस्त घरो द्वारा कचरे को अलग अलग कर ही गाड़ी को दिया जाता है एवं इसके साथ स्वच्छता केंद्र पर खाद बनाने का कार्य आधुनिक मशीन द्वारा भी किया जा रहा है |
प्लास्टिक को समाप्त करने में हमको कम से कम 1000 साल लगते हैं और मानव जाती लगभग 20,000 बोतल हर सेकंड इस्तेमाल करती है, जिसमे से केवल 7% ही रीसायकल या पुनः चक्रित होती है, बाकि सारा लैंडफिल या समुद्र मे पहुँच कर हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य को हानि पहुंचा रहा है I संस्था के प्रबन्धक श्री नवीन कुमार सडाना द्वारा बताया गया कि देहरादून मे पहली बार किसी संस्था द्वारा ऐसी मुहीम चलाई जा रही है जिसका लाभ आप सभी ले सकते है, यह खाद पूर्णतः जैविक है तथा इसमें किसी भी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया है, इस खाद को आप अपनी क्यारी, गमलों, खेत आदि में इस्तेमाल कर सकते है |

अग्निपथ योजना देश हित में, युवाओं का योजना के प्रति उत्साह: सीएम पुष्कर सिंह धामी

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पौड़ी, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी एवं महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के साथ कोटद्वार में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरो के भर्ती कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने भारत के प्रथम सीडीएस स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी और शहीद जवानों के परिजनों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को विक्टोरिया क्रॉस गब्बर सिंह रावत का प्रतीक चिन्ह एवं खुंखरी भेंट की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्रासटनगंज हेलीपैड पर भारतीय युवा मोर्चा द्वारा चलाई जाने वाली मोदी रसोई का भी उद्घाटन किया। मोदी रसोई अग्निवीर अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क रसोई का कार्य करेगी। इससे भर्ती में प्रतिभाग करने वाले अभ्यर्थियों को भोजन और आवास की समस्या से नही गुजरना पडेगा। उन्होंने भारतीय युवा मोर्चा की इस पहल की सराहना की।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड की पहचान वीर भूमि के रूप में है उन्होंने कहा कि इस अग्निपथ योजना से देश को राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत अनुशासित युवा मिलेंगे। ऐसे ही युवा नए भारत की नींव रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना में भर्ती होने का सपना रखने वाले उत्तराखंड के युवाओं के लिए यह योजना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी। कहा कि सरकार ने तय किया है कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में सेवा देने वाले युवाओं को सेवानिवृत्ति के बाद सरकारी सेवाओं में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के युवाओं के सर्वांगीण विकास व उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कहा कि अग्निवीर योजना से लगभग 10 लाख युवाओं को सेना में कार्य करने का अवसर और अनुभव मिलेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती में हुए पेपर लीक के मामले में 18 गिरफ्तारियां हो चुकी है और आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी तथा इसमें संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बक्शा नही जायेगा और परीक्षार्थियों का कोई अहित नही होने दिया जायेगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोटद्वार विधानसभा से जुड़ी बहुत सी महत्वपूर्ण घोषणाएं की।
1 कण्वाश्रम में चक्रवर्ती सम्राट भरत जी की प्रतिमा (स्वमेव मृगेंद्रता) व कण्वाश्रम का सौन्दर्यकरण।
2 कोटद्वार विधानसभा में प्रवेश द्वार का निर्माण।
3 अर्द्ध सैनिक बलों के लिए कैंटीन परिसर का निर्माण।
4 शहीद स्थल का निर्माण।
5 वन विभाग द्वारा मिनी जू का निर्माण।
6 सड़कों का विवरण मरम्मत एवं डामरी करण हेतुः-
(क) चिल्लखाल-सिगड्डी-कोटद्वार पाखरों मोटर मार्ग- 12 किमी।
(ख) कलालघाटी-मवाकोट मार्ग पर पुल- 300 मीटर।
(ग) कोटद्वार कालागढ़ मोटर मार्ग के समीप कोल्हूचौड़ नदी पर पुल- 100 मीटर।
(घ) लालपानी-सनेह मोटर मार्ग पर पुलिया निर्माण- 04 पुलिया।
(न) तेली स्त्रोत नाले पर स्पान बाक्स कनवर्ट निर्माण- 30 मीटर।
7 कोटद्वार विधानसभा के आन्तरिक रोड़ के सुधारीकरण के लिए 10 करोड़ रूपये।
8 नलकूप:-
(क) कोटद्वार क्षेत्र में बायीं खो नहर के पुनरुद्धार की योजना।
(ख) कोटद्वार क्षेत्र में सिगड्डी नहर की मरम्मत कार्य की योजना।
(ग) कोटद्वार क्षेत्र में मालन नदी पर बने बांयी मालन नहर के साईफन एवं सिल्ट ईजेक्टर की बाढ़ से सुरक्षा कार्य की योजना।
9 कोटद्वार विधानसभा में प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट लाइट की स्वीकृति।
10 कालागढ़ ़क्षेत्र में सोलर स्ट्रीट लाइट स्थापित कार्य।
11 कालागढ़ रामगंगा नदी के पावन तट पर मुक्तिधाम व स्नान घाट का निर्माण।
12 कोटद्वार विधानसभा में सुरक्षा हेतु सी.सी.टी.वी. कैमरों की आवश्यकता।
13 कोेटद्वार पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग को चार धाम यात्रा मार्ग मे सम्मिलित करने हेतु।
14 चारधाम यात्रा के लिए हैली सेवा की सुविधा।
15 कोटद्वार विधानसभा के लिए इंडोर स्टेडियम।
16 कालागढ में चिकित्सा सुविधा हेतु एम्बुलेंस।
17 सिडकुल का विस्तारीकरण।
18 गंवई स्त्रोत मे जी.एम.ओ.यू. बस अड्डा के लिए वन विभाग द्वारा जमीन हस्तान्तरण हेतु स्वीकृति।

कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अग्निपथ योजना से देश के उन युवाओं का सपना पूरा होगा जो सेना में भर्ती होना चाहते हैं। कहा कि यूएसए, यूनाइटेड किंगडम, रूस, इजराइल, चीन व फ्रांस जैसे देशों में भी युवा इस तरह की योजना से जुड़कर देशसेवा कर रहे है तथा भारत में भी युवा सैनिक योगदान देने के पश्चात राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत होंगे तथा प्रशिक्षण से बेहतर अनुभव प्राप्त करने के पश्चात समाज में अपना बहुविध योगदान प्रदान करेंगे।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हमें अपने युवाओं को सही दिशा दिखाने की जरूरत है। उन्हें भ्रमित होने से बचाने के लिए उन्हें अग्निपथ योजना की सही जानकारी देनी होगी। कहा कि अग्निपथ योजना देश हित की योजना है।

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि अग्निपथ भर्ती योजना भारत की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। अग्निपथ वह पथ है जहां पहुंचकर युवाओं को सुनहरे भविष्य के अवसरों के अनेकानेक मार्ग खुलेंगें।

आयोजित कार्यक्रम में शहीदों के परिजन जिन्हे सम्मानित किया गया-’
1 एलओसी पर उरी सेक्टर में शहीद हुए कुंभीचौड निवासी शहीद हवलदार नरेंद्र सिंह की मां बचूली देवी।
2 कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए 17 गढ़वाल राइफल के शिवराजपुर निवासी शहीद हवलदार मदन सिंह की पत्नी जीना देवी।
3 जम्मू कश्मीर बांदीपुर गुरेज सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए 15 गढ़वाल राइफल के शिवपुर निवासी शहीद राइफलमैन मनदीप सिंह की मां सुमन देवी।
4 आतंकवादियों से लड़ते शहीद हुए कालाबड निवासी शहीद नायब सूबेदार प्रेम सिंह बिष्ट की पत्नी सावित्री देवी
5 पंजाब के बाटाला सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए बीएसएफ के हेड कांस्टेबल घमंडपुर निवासी शहीद भरोसे लाल की पत्नी सावित्री देवी
6 जम्मू-कश्मीर के बादीपुर में गोलाबारी में शहीद हुए लालपानी निवासी शहीद राइफलमैन रणवीर सिंह के पिता प्रेम सिंह।
इसके अतिरिक्त 104 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी मुरली सिंह रावत तथा राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित सशस्त्र सीमा बल से सेवानिवृत्ति ऊषा सजवान को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत पौड़ी शांति देवी, विधायक लैंसडोन दिलीप महंत, विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, विधायक यमकेश्वर रेनु बिष्ट, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, अध्यक्ष गौ सेवा आयोग राजेन्द्र अंथवाल, अध्यक्ष भाजपा संपत सिंह रावत, नगर मण्डल अध्यक्ष सुनील गोयल, स्वंतत्रता सेनानी मुरली सिंह रावत सहित विभागीय अधिकारी-कार्मिक, पार्टी पदाधिकारी तथा सम्मानित जनमानस उपस्थित थे।

फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ आखिर क्यों बना बवाल सिंह चड्ढा

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मुम्बई, फिल्म लाल सिंह चड्ढा से एकबार फिर से आमिर खान विवादों में घिर गये, अभिनेता आमिर खान ने 2015 में दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने एक विवादित बयान दिया था। जिसके बाद कई मौकों पर आमिर खान को यह सफाई देना पड़ा था कि हमारे बयान का मतलब गलत निकाला गया है। हालांकि इसके बावजूद भी सोशल मीडिया पर आमिर खान को देश विरोधी लिखकर ट्रोल किया गया।

ये आग शांत हुआ ही था, तभी आमिर ने एक सोशल मीडिया पर तुर्की के प्रेसिडेंट की पत्नी के साथ फोटो शेयर कर दिया, जिसके बाद से भारत में काफी अमीर खान की आलोचना हुई। अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि तुर्की के प्रेसिडेंट की पत्नी के साथ फोटो शेयर करने के कारण उनकी आलोचना क्यों हुई? आपको बता दें कि तुर्की एक इस्लामिक देश है। तुर्की हमेशा भारत के खिलाफ बयान देते आया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार कश्मीर के मुद्दे को लेकर बयानबाजी की है। साथ ही साथ पाकिस्तान का समर्थन करते आया है। जाहिर सी बात है कि जो देश भारत के खिलाफ बयान दे रहा है उस देश के प्रेसिडेंट की पत्नी के साथ आप मिल रहे हैं, ऐसे में भारत के लोगों को बिल्कुल रास नहीं आएगा।

वहीं पीकेमूवी में कई सीन ऐसे थे जो हिंदुओं के भावनाओं को आहत पहुंचाया। आमिर खान के ऊपर लव जिहाद का भी आरोप सोशल मीडिया यूजर्स ने लगाया। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि एक हिंदू लड़की से शादी करने के बाद उसे छोड़ दिया। ये एक लव जिहाद ही है। आपको बता दें कि आमिर खान किरण राव से अब तलाक ले चुके हैं दोनों अलग-अलग रहते हैं।
एक मीडिया इंटरव्यू में आमिर खान ने बताया कि “इस तरह ट्रोल काफी निराशाजनक होते हैं। जैसा लोग महसूस करते हैं वो सब झूठ है। मेरी सभी लोगों से आग्रह है कि मेरी फिल्म को बहिष्कार ना करें और फिल्म देखने जाए”।

 

करीना से पहले मानुषी छिल्लर को मिली थी लाल सिंह चड्ढा, यशराज फिल्म्स के लिए ठुकराई फिल्मकरीना से पहले मानुषी छिल्लर को मिली थी लाल सिंह चड्ढा, यशराज फिल्म्स के लिए  ठुकराई फिल्म - loksanhita

मुम्बई, इन दिनों आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा चर्चा में है। गुरुवार को फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज हुई है। जहां आमिर के प्रशंसक फिल्म को पसंद कर रहे हैं, वहीं फिल्म का विरोध भी हो रहा है। फिल्म में आमिर के अपोजिट करीना कपूर नजर आ रही हैं। अब फिल्म को लेकर एक दिलचस्प बात सामने आई है। खबरों के अनुसार करीना से पहले यह फिल्म मानुषी छिल्लर को ऑफर की गई थी।

रिपोर्ट के अनुसार लाल सिंह चड्ढा में फीमेल लीड के लिए पहली पसंद 2017 की मिस वर्ल्ड मानुषी थीं। हालांकि, जब मानुषी को यह फिल्म ऑफर हुई तब उन्हें सम्राट पृथ्वीराज मिल चुकी थी। किसी भी न्यूकमर के लिए यशराज फिल्म्स के साथ बॉलीवुड में शुरुआत करना बड़ी बात है। मानुषी भी ऐसा ही करना चाहती थीं इसलिए उन्होंने एलएससी के लिए मना कर दिया। हालांकि, मानुषी की पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली।

मानुषी ने फिल्म सम्राट पृथ्वीराज से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इस फिल्म में उन्होंने राजकुमारी संयोगिता की भूमिका निभाई थी। फिल्म में वह अक्षय कुमार के अपोजिट नजर आई थीं। अक्षय इसमें पृथ्वीराज की भूमिका में नजर आए थे। यह फिल्म 3 जून को रिलीज हुई थी। बड़े पैमाने पर प्रचार किये जाने के बावजूद फिल्म दर्शक जुटाने में कामयाब नहीं हुई थी। फिल्म का निर्देशन चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया था। यह फिल्म अमेजन प्राइम पर उपलब्ध है।
सम्राट पृथ्वीराज के बाद मानुषी अब फिल्म तेहरान में नजर आएंगी। इस फिल्म में जॉन अब्राहम मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। यह फिल्म अगले साल जनवरी में रिलीज होगी।

लाल सिंह चड्ढा में आमिर के साथ करीना कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई है। उन्होंने लाल सिंह की प्रेमिका और पत्नी की भूमिका निभाई है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद करीना ने बताया था कि फिल्म की शूटिंग के वक्त उनके बेटे जेह गर्भ में थे। दर्शक नेपोटिज्म पर करीना के एक पुराने बयान को लेकर उनकी इस फिल्म के बहिष्कार की मांग कर रहे थे। आमिर के पुराने बयानों की वजह से भी फिल्म का विरोध हो
यशराज फिल्म्स मानुषी से पहले भी कई कलाकारों को लॉन्च कर चुका है। इनमें से किसी की पहली फिल्म सुपरहिट हुई तो किसी की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ठंडी रह गई। अनुष्का शर्मा ने यशराज की रब ने बना दी जोड़ी से पर्दे पर कदम रखा था। भूमि पेडनेकर की भी पहली फिल्म यशराज की दम लगाके हइशा थी।