Thursday, May 1, 2025
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सीएम धामी के निर्देश पर डीजीपी उत्तराखंड़ ने दी एसटीएफ को अन्य परीक्षाओं की जांच की जिम्मेदारी

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देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर डीजीपी उत्तराखंड़ ने एसटीएफ को अन्य परीक्षाओं की जांच की जिम्मेदारी दे दी | श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने बताया कि यूकेएसएसएससी (UKSSSC) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा की जांच एसटीएफ (STF) द्वारा की जा रही है। इसी परिपेक्ष्य में पूर्व में आयोजित हुई सचिवालय रक्षक एवं कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) परीक्षाओं की जांच भी एसटीएफ के सुपुर्द की गई है।

वर्ष 2020 में उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा वन आरक्षी (फॉरेस्ट गार्ड) परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिये नकल कराने वाले गिरोह को पकड़ा था, जिस संबंध में जनपद हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में अभियोग पंजीकृत हैं। इन अभियोगों का भी एसटीएफ द्वारा पुनः परीक्षण करने हेतु निर्देशित किया गया l

आफत की बारिश : मालदेवता में फटा बादल, सात घर बहे, सौंग नदी पर बना पुल का कुछ हिस्सा टूटा

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देहरादून, जनपद में शुक्रवार की शाम से चल रही बारिश ने आफतों का पहाड़ खड़ा कर दिया, बारिश ने रातभर देहरादून में जमकर कहर बरपाया। देर रात से देहरादून और आसपास के इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है जो कहर बनकर टूट रहा है। देर रात देहरादून के मालदेवता में बादल फटने से सात घर बह गए। वहीं सरखेत से 40 लोगों का रेस्‍क्‍यू किया गया। रायुपर और थानो को जोड़ने वाला पुल भी सौंग नदी के ऊफान पर आने से टूट गया है। एसडीआरएफ की टीम मौके पर राहत बचाव में लगी हुई है |

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रही भारी वर्षा के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के बारे में आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी ली। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार कार्य कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ने सभी से अनुरोध किया है कि अनावश्यक यात्रा न करें व नदी एवं बहाव क्षेत्र की ओर जाने से बचें।

रायपुर से थानों रोड जाने वाला पुल का कुछ हिस्सा टूटा

भयंकर बारिश के कुछ जानवरों के बहने की भी सूचना है। अभी तक किसी जनहानी की सूचना नहीं है। वहीं सौंग नदी के ऊफान पर आने से रायपुर से थानों रोड जाने वाला पुल का कुछ हिस्सा भी टूट गया है। मौके पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा पहुंचे और हालातों का जायजा लिया।

बादल फटने के बाद आए भारी मलबे में कई वाहन बहे
देहरादून में शुक्रवार रात से हो रही तेज बारिश के बाद मालदेवता क्षेत्र के शेरकी गांव क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई है। बादल फटने के बाद आए भारी मलबे में कई वाहन बह गए। मालदेवता में बादल फटने से सात घर बह गए। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी घटना स्थल जायजा लेने पहुंच चुके हैं, राहत का कार्य जारी है |

वहीं सरखेत गांव से 40 लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया
एसडीआरएफ की टीम द्वारा मालदेवता सरखेत ग्राम से 40 लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया गया है। तेज वर्षा के कारण देहरादून के टपकेश्वर से बहने वाली तमसा नदी ऊफान पर आ गई। इस कारण यहां मां वैष्णो देवी गुफा मंदिर में जाने वाला पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। डोईवाला में सौंग नदी अपने पूरे ऊफान पर है। यहां नदी किनारे बसे केशवपुरी और राजीव नगर के लोगों के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है। कई लोगों को एसडीआरएफ और पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।इधर भोगपुर में महादेव खाला भी ऊफान पर है। यहां तेलपुरा गांव में घरों में पानी घुस गया है। रायवाला के समीप ठाकुरपुर नेपाली फार्म में घरों में बारिश का पानी घुस गया है। ऋषिकेश के ठाकुर पुर गांव के भीतर भी जलभराव की स्थिति बन गई है।
विगत दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ों पर भी कई जगह से भूस्खलन की खबरें भी आ रही है |

 

 

उत्तराखण्ड़ में लगातार बारिश जारी : मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों का मौसम बुलेटिन जारी किया

देहरादून, मौसम विभाग ने मौसम बुलेटिन जारी करते हुए 5 दिनों का मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। शुक्रवार को जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार मौसम विभाग के निदेशक ने बताया कि उत्तराखंड राज्य के नैनीताल चंपावत, उधमसिंह नगर एवं देहरादून जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है तथा शेष जनपदों में कई कई गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने तथा तेज बौछार पड़ने की संभावना बताई गई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने 20 अगस्त को राज्य के चमोली, बागेश्वर एवं देहरादून जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना तथा राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में कही कही गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने तथा तेज बौछार पड़ने की संभावना व्यक्त की है।

मौसम विभाग ने संवेदनशील इलाकों में हल्के से मध्य भूस्खलन और चट्टान गिरने के कारण कहीं-कहीं सड़कें राजमार्ग में अवरोध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है तथा पहाड़ी क्षेत्र में कहीं-कहीं नदी नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है। इससे मौसम विभाग ने सतर्कता बरतने की अपील की है इसके अलावा 21 अगस्त को राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में कही कही तेज बौछार के साथ जनपदों के अनेक स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा एवं गर्जन के साथ बौछार हो सकती है। वहीं 22 अगस्त को पर्वती क्षेत्र में कई कई तेज बौछार के साथ देहरादून टिहरी पौड़ी नैनीताल एवं चंपावत जनपदों के अनेक स्थानों तथा शेष जनपदों के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। वही 23 अगस्त को पर्वतीय क्षेत्र में कही कही तेज बौछार के साथ देहरादून,टिहरी ,पौड़ी, नैनीताल एवं चंपावत जनपदों के अनेक स्थानों तथा जनपदों के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई गई है।

यमकेश्वर में बादल पटने की खबर, हेवल, ताल और यमकेश्वर में काफी नुकसान होने की सूचना 

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यमकेश्वर (अजय सिंह रावत),    पौड़ी जनपद के यमकेश्वर ब्लाक विगत दिन से हो रहे मुसलाधार बारिश के चलते पहाड़ी  क्षेत्रों में बादल फटने कि खबरें आ रही हैं। यमकेश्वर के ताल घाटी एवं हेवल घाटी और यमकेश्वर क़ि सतरूद्रा नदी में बाढ़ आने से काफी नुकसान होने कि खबर हैं, बताया जा रहा हैँ कि हेवल घाटी में लोगों कि कार और कुछ घरो में नुकसान हुआ हैं |
    इन दोनों घाटियों में, 2014 के जैसे हालात हो गए है, ताल घाटी का सब जगह से सम्पर्क मार्ग कट गया है । स्थानीय लोग सारी रात डरकर जागते रहे। खबर मिली है कि यमकेश्वर मंदिर के प्रांगण में भी नुकसान हुआ है वहीं पनयारी गदेरे में बादल फटने से काफी नुकसान होने क़ि सूचना मिल रही है,कई लोगों के वाहन बहने कि सूचना है।
   ग्राम प्रधान दिवोगी के सत्यपाल रावत ने बताया क़ि दिवोगी में काफी नुकसान हुआ  है, जिसका आंकलन किया जा रहा है । वहीं नीलकंठ के आस पास के क्षेत्र के गांव मराल आदि में भी नुकसान होने कि खबर आ रही है। यहां हेवल नदी में जल स्थर बढ़ने से काफी नुकसान होने की खबर आ रही है , जगह जगह सड़के टूट गयी है , नदी से लगे टूरिस्ट कैंप में भी काफी नुकसान बताया जा रहा है , नदी किनारे लगे कैंप तथा पार्किंग में खड़ी गाड़ियाँ नदी के तेज़ बहाव में बह गयी।

कैप्टन देवेश जोशी को मिला शौर्य पुरस्कार, झारखंड में 21 लोगों की बचाई थी जान

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देहरादून, पिथौरागढ़ के गौलचौरा निवासी कैप्टन देवेश जोशी को साहस, वीरता और उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शौर्य पुरस्कार प्रदान किया गया है। उन्हें यह वीरता पुरस्कार उन्हें झारखंड के देवघर में रोपवे में फंसे यात्रियों को सकुशल निकालने हेतु ऑपरेशन त्रिकूट की सफलता पर प्रदान किया गया। उनको अवार्ड मिलने पर क्षेत्र में खुशी की लहर है। देवेश जोशी मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली तथा वर्तमान में खटीमा के निवासी हैं। उनके पिता गिरीश जोशी राजकीय विद्यालय में शिक्षक तथा माता गृहिणी है। उन्हें दिल्ली में 15 अगस्त को आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने अदम्य साहस के लिए गैलेंटरी अवार्ड ( शौर्य पुरस्कार) प्रदान किया। उन्हें यह अवार्ड झारखंड के देवघर में रोपवे में ट्राली में 48 घंटे तक फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन त्रिकुट की सफलता पर प्रदान किया गया।

आपको बता दें कि देवघर में 17 विभिन्न रोपवे के खराब होने के कारण सभी ट्रालियां आकाश में झूल रही थी जिनमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और पुरुष पर्यटक शामिल थे। सेना के चलाए ऑपरेशन त्रिकुट में लेफ्टिनेंट देवेश ने टीम का नेतृत्व करते हुए 21 यात्रियों की जान बचाने के साथ ही साहस का परिचय देते हुए क्रासिंग करते हुए ट्रालियों तक पहुंचने और अपने साथियों की सहायता से रस्सियों के सहारे फंसे पर्यटकों को सकुशल निकाला था। उनके इस अदम्य साहस के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है। वही जवान के सम्मान पर प्रदेश और परिवार में खुशी की लहर है। सीएम धामी ने भी कैप्टन देवेश को शौर्य पुरस्कार के लिए बधाई दी गई।

 

फार्च्युन टॉकीज मोशन पिक्चर्स की पलायन, महिला सशक्तीकरण व शिक्षा के विषय पर उत्तराखंडी फिल्म ‘माटी पछयाण’ का टीजर जारीUttarakhandi film Mati Pehchan on the big screen with the theme of  migration women empowerment and education - पलायन, महिला सशक्तीकरण व शिक्षा  के विषय के साथ बड़े पर्दे पर एक ओर

देहरादून, फार्च्युन टॉकीज मोशन पिक्चर्स ने अपनी पहली उत्तराखंडी फीचर फिल्म ‘माटी पछयाण’ का आधिकारिक टीजर (अध्याय एक-पहाड़ों की कहानी) जारी किया है। लखनऊ निवासी निर्माता फराज शेरे ने इस फिल्म का निर्माण किया है। जबकि निर्देशक हैं अजय बेरी के अनुसार यह फिल्म उत्तराखंडी समाज को इन दोनों की ओर से एक पलायन, महिला सशक्तीकरण का मजबूत संदेश देती है। जो टीजर जारी हुआ है उसमें यह लाइन प्रमुखता से उभरता है कि उत्तराखंड में दो तरह के लोग रहते हैं एक वो जो अपनी जरुरतों व महत्वाकांक्षाओं के लिए अपने गांव जमीन को छोड़ देते हैं और दूसरा वो जो यहीं रहकर यहां के संघर्ष को अपनाते हैं। फराज शेरे ने कहा कि यह विषय हमेशा उन्हें अपील करता था, चूंकि वह इस समस्या को करीब से देख व महसूस कर चुके हैं। यह कहानी जब उनके सामने आई तो उन्होंने फौरन इस पर फिल्म बनाने का निर्णय लिया। माटी पछयाण का मुख्य विषय व्यक्तिगत लाभ के लिए अपनी जमीन को छोड़ने के बजाय अपनी जड़ों से जुड़े रहना है। यह फिल्म ऐसे समय में आ रही है जब पहाड़ में पलायन गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। यह फिल्म न सिर्फ पहाड़ों की कहानी है बल्कि यह अपने खोए हुए बच्चों को घर वापस बुलाती है। निर्देशक अजय बेरी को फिल्म निर्देशन का करीब बीस साल का अनुभव है। उन्होंने विषय को बड़ी संजीदगी से छुआ है। उनका मानना है कि उत्तराखंड में यदि अच्छे स्तर की क्षेत्रीय फिल्म की शुरूआत हेाती है तो राज्य में रोजगार के बहुत रास्ते इन फिल्मों के माध्यम से खुलेंगे। फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में करण गोस्वामी, अंकिता परिहार हैं। संगीत राजन बजली का है। लेखक मनमोहन चौधरी, छायाकार फारूख खान, एडीटर मुकेश झा, कार्यकारी निर्माता प्रज्ञा तिवारी हैं। प्रज्ञा ने बताया कि फिल्म 23 सितम्बर से उत्तराखंड, दिल्ली, एनसीआर, मुबंई, लखनऊ के कुछ सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म हिंदी के अलावा कुछ हद तक कुमाऊंनी डायलॉग के साथ है। फिल्म की शूटिंग कोटाबाग, भीमताल, रामनगर आदि इलाकों में हुई है।

 

सरकार की आंखों को खोलने के लिए हल्द्वानी से सचिवालय तक पदयात्रा

(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, एलिंग वेलफेयर नर्सेज फाउंडेशन का अट्ठारह वे दिन भी अनिश्चितकालीन भूखहड़ताल धरना जारी रहा | प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि भूपेंद्र कोरंगा प्रदेश सचिव केशव कुमार प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक मनकोटी , गौरव उप्रेती एवं गौरव जयसवाल के द्वारा भूखहड़ताल धरना समाप्त स्थगित किया गया , जिसके स्थान पर हिमांशी आर्या एव रघुवीर सिंह ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल धरने को जारी रखा |

प्रदेश अध्यक्ष बबलू के द्वारा बताया गया है कि संगठन द्वारा अपनी मांगों को लेकर निरंतर भूख हड़ताल जारी रहेगा, प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा बताया गया है कि हम अपने साथियों के साथ भूख हड़ताल समाप्त कर नर्सेज फाउंडेशन द्वारा हल्द्वानी से सचिवालय देहरादून तक पदयात्रा शुरू कर रहे हैं ,हल्द्वानी से पदयात्रा में प्रदेश अध्यक्ष बबलू भूपेंद्र कोरंगा, प्रदेश सचिव केशव कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक मनकोटी, गौरव उप्रेती एवं गौरव जयसवाल ने 18 अगस्त को शाम 3:30 बजे से पदयात्रा प्रारंभ की, प्रदेश अध्यक्ष बब्बू ने बताया कि यह पदयात्रा सरकार की आंखों को खोलने के लिए की जा रही है इस पद यात्रा के सभी पड़ाव सरकारी एवं प्राइवेट अस्पताल होंगे जहां पर अस्पतालों की स्वास्थ्य अववस्थाओं को उजागर किया जाएगा एवं सभी अस्थाई नर्सेज से मुलाकात कर व्यापक आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी एवं देहरादून पहुंचकर स्वास्थ्य मंत्री ,मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात कर 2621 पदों पर वर्ष भर नियुक्ति पद हेतु ज्ञापन दिया जाएगा इस दौरान नीलिमा, सुषमा ,ज्योति ,संगीता ,इंगिता , बबीता मुकेश राजेश आदि लोग मौजूद रहे |

सीबीआई ने सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर, उपमुख्यमंत्री के आवास पर जांच अधिकारी खंगाल रहे दस्तावेज

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नयी दिल्ली, दिल्ली आबकारी नीति मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सीबीआई ने शुक्रवार को मनीष सिसोदिया के आवास समेत दिल्ली एनसीआर में 21 स्थानों पर छापेमारी की। एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने कथित आबकारी घोटाले में अपनी एफआईआर में मनीष सिसोदिया समेत 15 आरोपियों का नाम शामिल किया है। जिसमें मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर है।

समाचार एजेंसी एएनआई ने एफआईआर की कॉपी साझा करते हुए बताया कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित 15 लोगों के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में नामजद किया गया है। आबकारी अधिकारियों, शराब कंपनी के अधिकारियों, डीलरों के साथ-साथ अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों के नाम मामले में दर्ज किया गया।

इन लोगों के नाम FIR में शामिल

मनीष सिसोदिया के पास आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी है। सीबीआई की एफआईआर में मनीष सिसोदिया के अलावा तत्कालीन आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण, तत्कालीन उप आबकारी आयुक्त आनंद कुमार तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, नौ व्यवसायी और दो कंपनियां शामिल हैं। सीबीआई मनीष सिसोदिया के आवास में आबकारी नीति से जुड़े कई अहम दस्तावेज खंगाल रही है। इसके अलावा सीबीआई अधिकारियों ने मनीष सिसोदिया की गाड़ी की भी तलाशी ली।

साजिशें मुझे नहीं तोड़ पाएंगी

सीबीआई की छापेमारी के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि साजिशें मुझे नहीं तोड़ पाएंगी। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि सीबीआई आई है। उनका स्वागत है। हम कट्टर ईमानदार हैं। लाखों बच्चों का भविष्य बना रहे हैं। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में जो अच्छा काम करता है उसे इसी तरह परेशान किया जाता है। इसीलिए हमारा देश अभी तक नंबर-एक नहीं बन पाया(साभार प्रभासाक्षी)।

 

उत्तराखंड़ में नंद के घर आनंद भयो ‘जय कन्हैया लाल’ की रही धूम : श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव

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देहरादून, देश के साथ साथ उत्तराखंड़ में भी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है, प्रदेश के कई हिस्सों सहित राजधानी दून में कई जगहों में श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिवस 18 अगस्त की रात्रि से और 19 अगस्त रात तक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया। रात 12 बजते ही हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की…, नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…, खुल गए ताले सारे वाह क्या बात हो गई, जब से जन्मे कन्हैया करामात हो गई… आदि गीतों और आतिशबाजी से शहर गूंजायमान हो गया। कन्हैया के जयकारों के साथ झांकियां व श्रीकृष्ण की जीवन लीलाओं के मंचन देर रात तक शहर के विभिन्न मंदिरों में चलते रहे। वहीं आज 19 अगस्‍त को भी कई जगह कार्यक्रम आयोजित किए गये | श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तिथि को लेकर श्रद्धालुओं में इस बार असमंजस की स्थिति रही।May be an image of 1 person

शहर में कई क्षेत्रों में गुरुवार को जन्माष्टमी मनाई गई तो कुछ जगहों पर आज यानि कि शुक्रवार को यह पर्व मनाया जाएगा। वहीं, गुरुवार को सुबह से ही व्रत धारण करने के बाद श्रद्धालु पूजा की तैयारी में जुट गए। श्रद्धालुओं ने घरों में कान्हा की पूजा की और कान्हा को झूला झूलाया, इस अवसर पर बाजार में भी कान्हा व राधा ड्रेस से लेकर मोरपंख, मूर्तियां व प्रसाद, पूजन सामग्री आदि की खरीदारी को लेकर काफी भीड़ नजर आई। श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सहारनपुर चौक, जंगम शिवालय पलटन बाजार, सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर, आदर्श मंदिर पटेलनगर, राधा कृष्ण मंदिर समेत कई मंदिरों को सतरंगी लाइट, गुब्बारे और विभिन्न फूलों से सजाया गया। मंदिरों में शाम को दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई।May be an image of 9 people, child, people sitting and people standing

दून के मंदिरों में जन्मोत्सव पर लड्डू गोपाल को दूध, दही, शक्कर, घी के साथ अभिषेक के बाद श्रीकृष्णा को वस्त्र धारण करा पालने में विराजमान किया। इसके बाद पंचामृत मिष्ठान का भोग लगाया। श्री नरवदेश्वर महादेव सेवा समिति की ओर से पटेलनगर स्थित आदर्श मंदिर में दो दिवसीय जन्माष्टमी उत्सव के पहले दिन सभी प्रतिमाओं को नए वस्त्र अर्पित किए गए। भजन गायक संजय शर्मा ने भजनों से प्रभु का गुणगान किया।May be an image of 2 people, child and people standing

नेशविला रोड़ स्थित अखिल गढ़वाल सभा ने रामेश्वर मंदिर में जन्माष्टमी मनाई। क्लेमेनटाउन स्थित सर्व कल्याणेश्वर महादेव मंदिर में जन्माष्टमी पर आचार्य ओम प्रकाश पंत ओर साथियों ने श्रद्धालुओं को प्रवचन और भजन-कीर्तन से मंत्रमुग्ध किया। दून योग पीठ हाथीबड़कला शाखा ने भी इस पर्व को उल्लास के साथ मनाया। सहारनपुर चौक स्थित श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं ने स्वागत गीत गाकर कान्हा का जन्मोत्सव मनाया। विकासनगर के आए कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा। छह मटकी से हवा में माखन खाते कृष्ण के साथ ब्रह्मा, विष्णु, महेश कृष्ण को आशीर्वाद देते हुए झांकियों को देख श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हुए। 20 फुट ऊंचाई पर लगी मटकी फोड़ कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहा। नव्या फाउंडेशन की ओर से मटकी फोड़ को देखने के लिए काफी संख्या में लोग शामिल हुए। वासुदेव बना कलाकार सिर में टोकरी में कान्हा स्वरूप बच्चे को लेकर जैसे ही मंदिर प्रांगण में आया तो सभी ने जयकारे लगाए। वहीं, कान्हा बने बाल कलाकारों ने भी मन मोहा। मंदिर सेवादल की ओर से उन्हें पुरस्कार प्रदान किए गए। आज मंदिर में नंदोत्सव मनाया जाएगा।
इस बार श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की छुट्टी को लेकर आखिरी समय तक सरकार को आखिरी समय में अवकाश की तिथि 18 अगस्त के बजाय 19 अगस्त बदलनी पड़ गई। इससे कार्मिकों के समक्ष असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। खासकर स्कूली बच्चों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पहले सरकार ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए गुरुवार को अवकाश घोषित किया था। जिन कार्मिकों का परिवार कार्यस्थल से दूर रहता है, उन्होंने घर जाने की तैयारी कर ली थी। वहीं, जिन बच्चों के इन दिनों असेसमेंट टेस्ट चल रहे हैं, वह भी गुरुवार को अवकाश मानकर आराम की मुद्रा में थे। फिर अचानक रात करीब नौ बजे शासन ने आदेश जारी कर दिया कि जन्माष्टमी का अवकाश गुरुवार की जगह शुक्रवार को होगा। तमाम कार्यालयों और स्कूलों में यह आदेश और भी विलंब से पहुंचा। इससे सभी के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम गड़बड़ा गए। वहीं, जिन बच्चों को परीक्षा देनी थी, वह तैयारी नहीं कर पाए। सुबह स्कूल खुले तो तमाम छात्र उपस्थित ही नहीं हो पाए। कई स्कूलों को परीक्षा स्थगित करनी पड़ गई।
विश्‍व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम में कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी गयी। श्री बदरीनाथ मंदिर में गुरुवार को कृष्ण डोल उत्सव का आयोजन किया गया। बदरीनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रही। बदरीनाथ मंदिर परिसर में भक्‍त खूब झूमे। इस दौरान माहौल देखते ही बन रहा था।

पंडित शिवराम ने अपना जीवन सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित किया एवं कविताओं के माध्यम से समाज में अलख जगाने का कार्य किया : मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को आई.आर.डी.टी सभागार, सर्वे चौक, देहरादून में जौनसार बाबर के प्रथम कवि पं. शिवराम जी द्वारा रचित काव्य संग्रह ’रमणी जौनसार ’ एवं पं. शिवराम शर्मा जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर केन्द्रित ग्रंथ ’जौनसार बावर के जननायक पं. शिवराम’ पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चकराता क्षेत्र में पंडित शिवराम शर्मा जी मूर्ति लगाये जाने के लिए प्रस्ताव आयेगा तो उस क्षेत्र में उनकी मूर्ति स्थापित की जायेगी। उनके द्वारा लिखी गई कविताओं का संग्रह कर संजोया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पं. शिवराम जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि पं. शिवराम जी की कविता संकलनों से नई पीढ़ी को व्यापक रूप से पुराने गौरवशाली इतिहास के बारे में पता चलेगा। पंडित शिवराम जी ने हिंदी को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया। उन्होंने अपना जीवन समाजिक कार्यों के लिए समर्पित किया एवं कविताओं के माध्यम से समाज में अलख जगाने का कार्य किया। उनके संघर्ष एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों को आने वाली पीढ़ियों को अपनी स्मृति में लाना जरूरी है। उन्होंने कहा उनकी रचनाओं के माध्यम से अन्य महापुरुषों से भी परिचय होता है।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, श्री गणेश जोशी,राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्रीमती सविता कपूर , श्री मुन्ना सिंह चौहान, पद्मश्री श्री लीलाधर जगूड़ी, एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष श्री मूरत राम शर्मा, श्री अनिल गोयल, श्री रामशरण नौटियाल, श्री प्रताप सिंह रावत, पद्मश्री श्री प्रेमचन्द शर्मा आदि उपस्थित थे।

ओएनजीसी ने स्थापना दिवस पर अध्यात्मिक नगरी हरिद्वार को सीवर सिस्टम की सफाई लिए सौंपा बैंडिकूट रोबोट

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“रोबोट को ओएनजीसी की सीएमडी डॉ. अलका मित्तल ने श्री आर के रोहेला महाप्रबंधक जल संस्थान उत्तराखंड को ओएनजीसी के बोर्ड निदेशकों की उपस्थिति में सौंपा |”

“बैंडिकूट रोबोट मेक इन इंडिया द्वारा विकसित दुनिया का पहला मैनहोल सफाई रोबोट है और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता स्टार्टअप जेनरोबोटिक्स द्वारा स्वच्छ भारत पहल।”

“बैंडिकूट रोबोट मानव-तुलनीय रोबोटिक भुजा और उन्नत सुविधाओं के साथ आता है जो रोबोट को सफाई क्रिया को अधिक कुशलता से करने में मदद करता है।”

देहरादून, ओएनजीसी फाउंडेशन ने ओएनजीसी के 67वें स्थापना दिवस के अवसर पर पवित्र शहर हरिद्वार में सीवर मैनहोल में मानव प्रवेश को खत्म करने के लिए बैंडिकूट नामक एक उन्नत रोबोट सौंपा है। रोबोट को ओएनजीसी की सीएमडी डॉ. अलका मित्तल ने श्री आर के रोहेला महाप्रबंधक जल संस्थान उत्तराखंड को ओएनजीसी के बोर्ड निदेशकों की उपस्थिति में सौंपा | इस रोबोट को पायलट पहल के तौर पर हरिद्वार जनपद को सौंपा गया |

हरिद्वार सात पवित्र शहरों में से एक है और एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह भारत के सबसे अधिक भीड़-भाड़ वाले शहरों में से एक है, जहां अच्छी स्वच्छता और स्वच्छता की आवश्यकता होती है। उच्च तीर्थयात्रियों के दौरे के दौरान प्राधिकरण के मौजूदा तरीकों का उपयोग करके सीवर नेटवर्क पर लोड को संभालना हमेशा कठिन और असुरक्षित होता है। इस चिंता को ध्यान में रखते हुए, ओएनजीसी ने हरिद्वार जल संस्थान में पायलट पहल के रूप में बैंडिकूट रोबोट लॉन्च किया। लेकिन सीवर नेटवर्क पर सटीक भार को पूरा करने के लिए, सरकार को निकट भविष्य में और अधिक बैंडिकूट रोबोट की आवश्यकता हो सकती है।
बैंडिकूट रोबोट वर्तमान में भारत के 15 राज्यों द्वारा उपयोग किया जाता है, जिनमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, केरल और तमिलनाडु शामिल हैं। हाल ही में गोवा ने ओएनजीसी फाउंडेशन सीएसआर के साथ मडगांव में अपना पहला बैंडिकूट रोबोट लॉन्च किया, हरिद्वार उनके समर्थन से रोबोटिक स्कैवेंजिंग पर स्विच करने वाला 15वां शहर है। शहर में बैंडिकूट के लागू होने से तीर्थयात्रियों के साथ-साथ आम जनता के लिए बेहतर स्वच्छता और स्वच्छता प्रदान करने में मदद मिलेगी। ओएनजीसी फाउंडेशन पिछले कुछ वर्षों से भारत से हाथ से मैला उठाने की प्रथा को रोकने और प्रशिक्षण और पुनर्वास के माध्यम से देश में सफाई कर्मचारियों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास में इस पहल का समर्थन कर रहा है। यह कार्यक्रम पहले ही महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और अब उत्तराखंड में ओएनजीसी द्वारा संचालित किया जा चुका है और इन राज्यों के 260+ सफाई कर्मचारियों को बदल दिया है।May be an image of 7 people, people standing and indoor

मैनहोल की कुशल सफाई के लिए मनुष्यों को इसमें प्रवेश करने की आवश्यकता होती है, लेकिन मैनहोल हानिकारक गैसों और कई अन्य खतरनाक कारकों के कारण श्रमिकों के लिए मौत के गड्ढे हैं। इस कार्यक्रम से ऐसी खतरनाक परिस्थितियों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा की जाएगी। अन्य सफाई तकनीकें मौजूद हैं, हालांकि क्षेत्र में काम करने वाली मशीनें ठोस कचरे को हटाने में असमर्थ हैं, सीवर मैनहोल के अंदर के क्षेत्र में केवल 20% से कम क्षेत्र को साफ कर सकती है। इस स्थिति में अधिकारियों को मानव श्रम को तैनात करने के लिए मजबूर किया जाता है। लेकिन बैंडिकूट, अपने मानव जैसे रोबोटिक हथियारों, व्यापक उद्घाटन बाल्टी प्रणाली और इसके सीवरेज और पानी के सबूत कैमरों के साथ मानव प्रवेश की आवश्यकताओं को खत्म कर देता है और अन्य यांत्रिक तरीकों से बेहतर प्रदर्शन करता है।कम रोशनी की स्थिति में भी मैनहोल को अधिक सटीक और कुशल तरीके से साफ करने के लिए बैंडिकूट रोबोट को विशेष 4 IP68 वाटरप्रूफ कैमरों के साथ चित्रित किया गया है।

बैंडिकूट रोबोट का यूजर इंटरफेस मैनुअल मैला ढोने वालों के लिए इंटरैक्टिव और उपयोगकर्ता के अनुकूल है, जो मौजूदा मैनुअल मैला ढोने वालों को रोबोट ऑपरेटर बनने के लिए पुनर्वास में सहायता करता है।

बैंडिकूट रोबोट दुनिया का पहला मैनहोल सफाई रोबोट है, जिसे मेकइनइंडिया और स्वच्छ भारत पहल के हिस्से के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता स्टार्टअप जेनरोबोटिक्स द्वारा विकसित किया गया है। बैंडिकूट रोबोटिक तकनीक को कुशल सफाई के लिए मैनहोल के अंदर पूरी मानव आवश्यकता की नकल करने और बदलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा स्वच्छता के लिए आशाजनक अभिनव समाधान के रूप में बैंडिकूट रोबोटिक तकनीक एक अमृत टेक चैलेंज अवार्ड विजेता है।
इस अवसर पर मनीष सेमवाल सचिव मूल्यांकन जल संस्थान, मोनू भटनागर महाप्रबंधक ओएनजीसी दिल्ली , रामराज द्विवेदी महाप्रबंधक एचआर सीएसआर ओएनजीसी, जेनरोबोटिक्स के निदेशक एनपी निखिल और राशिद, ओएनजीसी फाउंडेशन की रितिका शर्मा आदि मौजूद रहे |

“ऐसी परिस्थितियों में काम करने वाले स्वच्छता कर्मचारी बहुत असुरक्षित हैं और खतरे में हैं, ओएनजीसी उन्नत तकनीकों के माध्यम से इस प्रथा को समाप्त करने के प्रयास कर रही है। हमें देश के मिशन और हाथ से मैला ढोने की प्रथा को समाप्त करने के प्रयासों में योगदान करने पर गर्व है।”
– डॉ. अलका मित्तल, सीएमडी ओएनजीसी

“हम उत्तराखंड में बैंडिकूट रोबोट को लागू करने के लिए ओएनजीसी के समर्थन से बेहद खुश हैं। रोबोट वास्तव में समय की मांग है। इस क्षेत्र में इन तकनीकों की अत्यधिक आवश्यकता है क्योंकि हमारे पास हरिद्वार में लगभग 20000 और देहरादून में 15000+ मैनहोल हैं। एक बैंडिकूट केवल 900 मैनहोल को संभाल सकता है, इसलिए निकट भविष्य में, हम उत्तराखंड से हाथ से मैला ढोने की प्रथा को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए ओएनजीसी और अन्य सीएसआर भागीदारों से अतिरिक्त मदद की उम्मीद करते हैं”
-नीलिमा गर्ग मुख्य महाप्रबंधक, जल संस्थान उत्तराखंड।

“हमने अपने कॉलेज के दिनों में पीड़ित सफाई कर्मचारियों की मदद के लिए 2018 में बैंडिकूट रोबोट बनाया था। बैंडिकूट वास्तव में एक इंजीनियरिंग उत्कृष्ट कृति है, और पिछले 3-4 वर्षों से एक बड़ी सफलता रही है। हमें वास्तव में गर्व है कि हमारी प्रौद्योगिकियां अब पवित्र शहर हरिद्वार को स्वच्छ बना रही हैं |”
-निखिल एनपी, निदेशक जेनरोबोटिक्स |May be an image of 6 people and people standing

लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला से मांगा सहयोग 

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सितारगंज(नारायण सिंह रावत) । केंद्रीय मंत्री पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य पालन पुरुषोतम रूपाला की अध्यक्षता में आयोजित एनएफडीडी की प्रबंधन कमेटी की 9वीं वार्षिक बैठक में उत्तराखंड के पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन मंत्री सौरव बहुगुणा ने प्रतिभाग किया।
बैठक में प्रदेश में फैल रहे लम्पी स्किन डिजीज पर नियंत्रण पाने हेतु भारत सरकार से आवश्यक सहयोग एवं राज्य के पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य पालन के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों के संबंध में भी विचार विमर्श किया गया। कैबिनेट मंत्री, उत्तराखण्ड द्वारा केन्द्र सरकार द्वारा मात्स्यिकी क्षेत्र के समग्र विकास हेतु संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य हेतु गत दो वर्षो में स्वीकृत प्रोजेक्ट रूपये 114.22 करोड़ हेतु भारत सरकार एवं एनएफडीडी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
उन्होंने बैठक में बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में मात्स्यिकी विकास हेतु बैकवर्ड एवं फारवर्ड लिंकेज सहित पांच वर्षीय योजना तैयार की गयी है। इस हेतु भारत सरकार एवं एनएफडीडी से मात्स्यिकी क्षेत्र में निर्मित अवसंरचनाओ एवं फसल के बीमा, पर्वतीय क्षेत्रों में निर्बल वर्ग के सहायता हेतु रनिंग वाटर तालाब निर्माण, ग्राम समाज के तालाबों का सुधार जैसी गतिविधियों को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना में सम्मिलित करते हुए राज्य हेतु योजना में अधिक से अधिक धनराशि स्वीकृत करने का अनुरोध किया गया। उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत अनुदान धनराशि को भी बढ़ाये जाने का अनुरोध किया गया। साथ ही उत्तराखण्ड में पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्र होने के दृष्टिगत दोनों क्षेत्रों में 01-01 राज्य स्तीरय इण्टीग्रेटेड एक्वापार्क स्थापित कराये जाने की भी मांग की।
सौरव बहुगुणा द्वारा मत्स्य विभाग, भारत सरकार से उत्तराखण्ड राज्य में अवस्थित शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय, भीमताल से राज्य को लाभ प्राप्त किये जाने के उद्देश्य से अनुरोध किया गया कि अनुसंधान निदेशालय में प्रतिवर्ष राज्य के 2000 मत्स्य पालको के प्रशिक्षण की व्यवस्था करायी जाये जिससे कि राज्य के मत्स्य पालको का कौशल विकास होते हुए नवीन तकनीकी से लाभान्वित हो सकेए इसके अलावा राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय के माध्यम से एंग्लिंग पर्यटन के विकास हेतु अभिनव तकनीकियां का सम्मिलित करते हुए एक विशिष्ट राज्य स्तरीय एंग्लिंग पोर्टल तैयार किये जाने का अनुरोध किया गया।
नेशनल डिजीटल लाईवस्टाक मिशन योजना जो राज्य के 2 जनपदों में संचालित है को राज्य के समस्त 13 जनपदों में संचालित करने की स्वीकृति तथा योजना के संचालन हेतु आवश्यक धनराशि अवमुक्त करने का भी अनुरोध किया गया। इसके साथ ही पशुपालकों को उनके द्वार पर मोबाईल वेटरिनरी वैन के माध्यम से आधुनिक तकनीकी से परीक्षण व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु राज्य को 35 अतिरिक्त मोबाईल वेटरिनरी वैन उपलब्ध कराने, मोबाईल वेटरिनरी वैन के संचालन हेतु धनराशि अवमुक्त करने का भी अनुरोध किया गया।
राज्य में भेड़ों के नस्ल सुधार तथा ऊन की गुणवत्ता में सुधार हेतु नेशनल लाईवस्टाक मिशन के अन्तर्गत 500 मेरिनो भेड़ों के आयात की स्वीकृति प्रदान करने, पशु रोगों पर नियंत्रण हेतु राज्यों को सहायता तथा पीपीआर रोग उन्मूलन योजनान्तर्गत प्रेषित प्रोजक्टों के अनुसार धनराशि यथाशीघ्र अवमुक्त करने का भी अनुरोध किया गया। नेशनल डेरी प्लान-2 में उत्तराखण्ड राज्य को सम्मिलित करने तथा जीका-बी समर्थित डेरी विकास के अन्तर्गत भी आवश्यक सहयोग प्रदान करने की भी अपेक्षा की गई।
केंद्रीय मंत्री द्वारा से उत्तराखण्ड राज्य को आवश्यक सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। बैठक में भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उत्तराखण्ड के सचिव पशुपालन, मत्स्य डॉ. बीवीआरसी पुरूषोत्तम भी उपस्थित थे।

सूबे में आयोजित होगा 37वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ाः डॉ0 धन सिंह रावत

देहरादून, राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत सूबे में 37वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा आयोजित किया जायेगा। जिसे आगामी 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर मनाया जायेगा, जिसके सफल आयोजन के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दे दिये गये हैं। राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के दौरान प्रदेशवासियों को नेत्रदान के प्रति जागरूक किया जायेगा।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 25 अगस्त से प्रदेशभर में 37वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जायेगा, जिसके सफल आयोजन के लिये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि 25 अगस्त से 8 सितम्बर के मध्य आयोजित राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के माध्यम से प्रदेशवासियों को नेत्रदान के प्रति जागरूक किया जायेगा, साथ ही लोगों को मृत्यु के बाद अपनी आंखें दान करने की शपथ लेने के लिये भी प्रेरित किया जायेगा। नेत्रदान पखवाड़े के दौरान सभी 13 जनपदों में ब्लॉक स्तर पर नेत्र परीक्षण शिविरों का भी आयोजन किया जायेगा जहां पर लोगों की आंखों की जांच की जायेगी साथ ही एएनएम एवं आशाओं के द्वारा विटामिन-ए की दवा वितरित की जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में नेत्र रोगियों के लिये विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। जिसके अंतर्गत राज्य सरकार मोतियाबिंद का निःशुल्क ऑपरेशन कर रोगियों को मुफ्त चश्मा भी उपलब्ध करा रही है। जिसका लाभ हजारों लोग उठा रहे हैं। डॉ0 रावत ने बताया कि वर्ष 2017-18 में 37901 लोगों का मोतियाबिंद का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2018-19 में 34538, वर्ष 2019-20 में 33292, वर्ष 2020-21 में 23160 एवं वर्ष 2021-22 में 34267 लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर ऑख के लेंसों का निःशुल्क प्रत्यारोपण किया गया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले तीन वर्षों में मोतियाबिंद मुक्त भारत अभियान को प्रदेशभर में चरणबद्ध तरीके से चलाया जायेगा ताकि सूबे को मोतियाबिंद मुक्त बनाया जा सके।

मुनस्यारी में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.6 रही तीव्रता

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पिथौरागढ़, जनपद के मुनस्यारी में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर 3.6 तीव्रता के झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि जान-माल को कोई नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र तेजम तहसील में पांच किमी की गहराई में था। जिले के मुनस्यारी सहित आसपास के क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किया गए। जिले के थल, तेजम, नाचनी, बंगापानी,अस्कोट में इस दौरान लोग आनन फानन अपने घरों से बाहर निकल पड़े।
भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.6 मैग्नीट्यूड मापी गई। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र तेजम तहसील में पांच किमी की गहराई में था। भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।