Friday, May 9, 2025
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नेशनल लॉजिस्टिक नीति लॉन्च : विकसित भारत के निर्माण में यह एक महत्वपूर्ण कदम : पीएम मोदी

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नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नेशनल लॉजिस्टिक नीति को लॉन्च किया है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि विकसित भारत निर्माण के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में आज देश ने विकसित भारत के निर्माण की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। भारत में देश में लास्ट माइल डिलीवरी तेजी से हो, ट्रांसपोर्ट से जुड़ी चुनौतियां समाप्त हों, हमारे निर्माताओं और उद्योगों का समय और पैसा बचे इसका समाधान खोजने का प्रयास चला है और इसका स्वरूप राष्ट्रीय रसद नीति है। मोदी ने कहा कि भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया ने भारत को मैन्युफैक्चरिंग में लीडर के रूप में स्वीकार किया है। राष्ट्रीय रसद नीति ने विनिर्माण क्षेत्र की मदद की है।

 

मोदी ने कहा कि एक नीति अपने आप में परिणाम नहीं है। यह शुरुआत है। नीति + प्रदर्शन = प्रगति। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर होते भारत की गूंज हर तरफ है। भारत एक्सपोर्ट के बड़े लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरे भी कर रहा है। भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। ऐसे में नेशनल लॉजिस्टिक नीति सभी सेक्टर्स के लिए नई ऊर्जा लेकर आई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय रसद नीति सुविचारित है और 8 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद बनाई गई है। मोदी ने कहा कि एक नीति अपने आप में परिणाम नहीं है। यह शुरुआत है। नीति + प्रदर्शन = प्रगति। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर होते भारत की गूंज हर तरफ है। भारत एक्सपोर्ट के बड़े लक्ष्य तय कर रहा है, उन्हें पूरे भी कर रहा है। भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। ऐसे में नेशनल लॉजिस्टिक नीति सभी सेक्टर्स के लिए नई ऊर्जा लेकर आई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय रसद नीति सुविचारित है और 8 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद बनाई गई है। मोदी ने कहा कि सरकार ने टेक्नोलॉजी की मदद से भी रसद क्षेत्र को मजबूत करने का प्रयास किया है। ई-संचित के माध्यम से paperless EXIM trade process हो, Customs में faceless assessment हो, e-way bills, FASTag का प्रावधान हो, इन सभी ने रसद क्षेत्र की दक्षता बहुत ज्यादा बढ़ा दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। देश बदल रहा है। ‘पहले हम कबूतर छोडते थे, आज चीता छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल लॉजिस्टिक नीति के शुभारंभ और उसी दिन चीतों को छोड़ा जाना एक संबंध है। हम चाहते हैं कि हमारा लॉजिस्टिक चीता की समान गति से आगे बढ़े। इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।

देश की सरजमीं पर उतरे आठ चीते, कूनो में बोले पीएम मोदी “ये हमारे मेहमान, इनका सहयोग करें”

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ग्वालियर, भारत का 70 साल का इंतजार शनिवार को खत्म हो गया। नामीबिया से आए 8 चीतों ने देश की सरजमीं पर पहला कदम रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में बॉक्स खोलकर दो चीतों को क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा। रिकॉर्डेड भाषण में पीएम मोदी ने चीते भेजने के लिए नामीबिया का आभार माना।
पीएम मोदी ने चीता मित्रों से कहा- कूनो में चीता फिर से दौड़ेगा तो यहां बायोडायवर्सिटी बढ़ेगी। यहां विकास की संभावनाएं जन्म लेंगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। PM ने लोगों से अपील की कि अभी धैर्य रखें, चीतों को देखने नहीं आएं। ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। इस क्षेत्र से अनजान हैं। कूनो को ये अपना घर बना पाएं, इसके लिए इनको सहयोग देना है।

कूनो में प्रधानमंत्री के लिए 10 फीट ऊंचा प्लेटफॉर्मनुमा मंच बनाया गया था। इसी मंच के नीचे पिंजरे में चीते थे। प्रधानमंत्री ने लीवर के जरिए बॉक्स को खोला। चीते बाहर आते ही अनजान जगह में सहमे हुए दिखे। सहमते कदमों के साथ इधर-उधर नजरें घुमाईं और चहलकदमी करने लगे। लंबे सफर की थकान चीतों पर साफ दिख रही थी। चीतों के बाहर आते ही PM मोदी ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। मोदी ने कुछ फोटो भी क्लिक किए। 500 मीटर चलकर मोदी मंच पर पहुंचे थे। उनके साथ राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है।

कूनो में चीतों को छोड़ने के बाद पीएम मोदी ने इनकी तस्वीरें भी खीचीं। पीएम के पास कैमरा था। चीते जैसे ही बाड़े से निकले पीएम ने कैमरा उठा लिया और फोटोज क्लिक करने लगे।
कूनो में चीतों को छोड़ने के बाद पीएम मोदी ने इनकी तस्वीरें भी खीचीं। पीएम के पास कैमरा था। चीते जैसे ही बाड़े से निकले पीएम ने कैमरा उठा लिया और फोटोज क्लिक करने लगे।70 साल बात हिंदुस्तान में चीता रिर्टन : तस्वीरों में देखें PM मोदी के  पिंजरे से छोड़ते ही दहाड़ मारकर दौड़े चीते – Rajdhani Times CG

पीएम मोदी के भाषण की खास बातें :

हमने उस समय को भी देखा, जब प्रकृति के दोहन को शक्ति प्रदर्शन का प्रतीक मान लिया गया था। 1947 में जब देश में केवल 3 चीते बचे थे, तो उनका भी शिकार कर लिया गया।
ये दुर्भाग्य रहा कि 1952 में हमने चीतों को विलुप्त तो घोषित कर दिया, लेकिन उनके पुनर्वास के लिए दशकों तक सार्थक प्रयास नहीं किए। आज आजादी के अमृत काल में देश नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास के लिए जुट गया है।
यह एक ऐसा काम है, राजनीतिक दृष्टि से जिसे कोई महत्व नहीं देता, इसके पीछे हमने वर्षों ऊर्जा लगाई। चीता एक्शन प्लान बनाया। हमारे वैज्ञानिकों ने नामीबिया के एक्सपर्ट के साथ काम किया। पूरे देश में वैज्ञानिक सर्वे के बाद नेशनल कूनो पार्क को शुभ शुरुआत के लिए चुना गया।
प्रकृति और पर्यावरण, पशु और पक्षी भारत के लिए सस्टेनेबिलिटी और सिक्योरिटी के विषय नहीं हैं। हमारे लिए ये सेंसिबिलिटी और स्प्रिचुअलिटी का भी आधार हैं।
प्रधानमंत्री ने कूनो नेशनल पार्क के कुछ फोटोज अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किएपीएम मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़े नामीबिया के आठ चीते :: In24News

कूनो में चीतों को छोड़ने के बाद मोदी ने चीता मित्रों से बात की। वन विभाग ने चुनिंदा स्थानीय लोगों को चीता मित्र बनाया है। ये लोग स्थानीय ग्रामीणों को तेंदुए और चीते का फर्क बताएंगे। साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक करेंगे।
कूनो में चीतों को छोड़ने के बाद मोदी ने चीता मित्रों से बात की। वन विभाग ने चुनिंदा स्थानीय लोगों को चीता मित्र बनाया है। ये लोग स्थानीय ग्रामीणों को तेंदुए और चीते का फर्क बताएंगे। साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक करेंगे।

सीएम शिवराज बोले- इससे बड़ा तोहफा नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कूनो जाने से पहले विशेष विमान से दिल्ली से ग्वालियर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने उन्हें रिसीव किया। मुख्यमंत्री ने कहा, मप्र के लिए इससे बड़ा कोई तोहफा नहीं। देश में चीते विलुप्त हो गए थे और इन्हें फिर से बसाना एक ऐतिहासिक कदम है। यह इस सदी की सबसे बड़ी वन्यजीव घटना है। इससे मध्यप्रदेश में पर्यटन को तेजी से बढ़ावा मिलेगा, नामीबिया से चीतों को भारत भेजने से पहले एक्सपर्ट्स ने उनकी सेहत की जांच की थी। जांच के बाद सुनिश्चित किया गया कि चीतों को सफर के दौरान कोई दिक्कत नहीं होगी।
नामीबिया से चीतों को भारत भेजने से पहले एक्सपर्ट्स ने उनकी सेहत की जांच की थी। जांच के बाद सुनिश्चित किया गया कि चीतों को सफर के दौरान कोई दिक्कत नहीं होगी।
नामीबिया में जांच के बाद चीतों को पिंजरे में शिफ्ट किया गया। इसके बाद एयरपोर्ट ले जाया गया। इनकी उम्र ढाई से साढ़े पांच साल के बीच है। चीते की औसत उम्र 12 साल होती है।
नामीबिया में जांच के बाद चीतों को पिंजरे में शिफ्ट किया गया। इसके बाद एयरपोर्ट ले जाया गया। इनकी उम्र ढाई से साढ़े पांच साल के बीच है। चीते की औसत उम्र 12 साल होती है।
8 चीतों के पिंजरों को कंटेनर में रखकर एयरपोर्ट लाया गया। चीतों को खाली पेट रखा गया। एक्सपर्ट के मुताबिक शिफ्टिंग के दौरान जानवर का पेट खाली होना चाहिए।
8 चीतों के पिंजरों को कंटेनर में रखकर एयरपोर्ट लाया गया। चीतों को खाली पेट रखा गया। एक्सपर्ट के मुताबिक शिफ्टिंग के दौरान जानवर का पेट खाली होना चाहिए।
चीतों को खास तरह के पिंजरों में लाया गया। लकड़ी के बने इन पिंजरों में हवा के लिए कई गोलाकार छेद किए गए हैं। टीम ने पिंजरों को विमान में रखने से पहले चीतों को चेक किया।
चीतों को खास तरह के पिंजरों में लाया गया। लकड़ी के बने इन पिंजरों में हवा के लिए कई गोलाकार छेद किए गए हैं। टीम ने पिंजरों को विमान में रखने से पहले चीतों को चेक किया।
कूनो के लिए नामीबिया से 8 चीतों का सफर शुक्रवार को शुरू हुआ। चीते CCF (चीता कंजर्वेशन फंड) एरिया से एयरपोर्ट लाए गए। एक बॉक्स में एक चीते को रखा गया था।
कूनो के लिए नामीबिया से 8 चीतों का सफर शुक्रवार को शुरू हुआ। चीते CCF (चीता कंजर्वेशन फंड) एरिया से एयरपोर्ट लाए गए। एक बॉक्स में एक चीते को रखा गया था।
मालवाहक बोइंग विमान ने शुक्रवार रात को नामीबिया से उड़ान भरी थी, जो शनिवार की सुबह ग्वालियर पहुंचा। इसके साथ ही 70 साल बाद चीते भारत आए।
मालवाहक बोइंग विमान ने शुक्रवार रात को नामीबिया से उड़ान भरी थी, जो शनिवार की सुबह ग्वालियर पहुंचा। इसके साथ ही 70 साल बाद चीते भारत आए।
चीतों को विमान से हेलिकॉप्टर में शिफ्ट करने में करीब आधा घंटे का समय लगा। इसके बाद चिनूक हेलिकॉप्टर से चीतों को कूनो के लिए लिए रवाना किया गया।
चीतों को विमान से हेलिकॉप्टर में शिफ्ट करने में करीब आधा घंटे का समय लगा। इसके बाद चिनूक हेलिकॉप्टर से चीतों को कूनो के लिए लिए रवाना किया गया।
श्योपुर के कूनो पालपुर अभयारण्य पहुंचने के बाद बॉक्स में लाए गए 8 चीतों की जांच की गई। इस दौरान नामीबिया के एक्सपर्ट भी साथ थे।
श्योपुर के कूनो पालपुर अभयारण्य पहुंचने के बाद बॉक्स में लाए गए 8 चीतों की जांच की गई। इस दौरान नामीबिया के एक्सपर्ट भी साथ थे।
कूनो पालपुर अभयारण्य में नामीबिया से लाए गए चीतों के हर मूवमेंट पर वन अफसरों और एक्सपर्ट की नजर रहेगी, इसलिए चीतों को हाई फ्रिक्वेंसी कॉलर आईडी के साथ छोड़ा गया है।
कूनो पालपुर अभयारण्य में नामीबिया से लाए गए चीतों के हर मूवमेंट पर वन अफसरों और एक्सपर्ट की नजर रहेगी, इसलिए चीतों को हाई फ्रिक्वेंसी कॉलर आईडी के साथ छोड़ा गया है।
8 चीतों में 2 सगे भाई भी
दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया विश्वविद्यालय में प्रो. एड्रियन ट्रोडिफ ने बताया कि भारत आए 8 चीतों में दो सगे भाई हैं। इनकी उम्र ढाई से साढ़े पांच साल के बीच है। चीते की औसत उम्र 12 साल होती है।

बड़े मांसाहारी वन्यप्राणी की दुनिया में पहली शिफ्टिंग
बड़े मांसाहारी वन्यप्राणी की शिफ्टिंग की यह दुनिया की पहली परियोजना है। जिन चीतों को पार्क के क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा जाएगा, उन्हें लाने के लिए भारत और नामीबिया सरकार के बीच 20 जुलाई 2022 को एग्रीमेंट हुआ था।

देश में 500 चीते होंगे, तब मानेंगे री-अरेंजमेंट

​​​​​​एक्सपर्ट्स के अनुसार, भारत में चीतों का पुनर्व्यवस्थापन (री-अरेंजमेंट) तब माना जाएगा, जब यहां चीतों की संख्या 500 हो जाएगी। इस टारगेट को पूरा करने के लिए साउथ अफ्रीका और नामीबिया से हर साल 8 से 12 चीते भारत भेजे जाएंगे। इसके अलावा भारत में चीतों की वंश वृद्धि भी इसमें शामिल होगी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के आधार पर चीतों के रहन-सहन समेत अन्य मानकों का पूरा खाका बन गया हैम|

चीतों का नामकरण उनके स्वभाव का अध्ययन करने के बाद किया जाएगा। हर एक वन्य प्राणी का अपना स्वभाव होता है। कोई इंसानों को पसंद करता है, तो कई आक्रामक होता है। पार्क के DFO प्रकाश कुमार वर्मा का कहना है कि चीतों के लिए उनके केयर टेकर भी नियुक्त किए जाएंगे। सभी केयरटेकर के अनुभव को रिकॉर्ड में लिया जाएगा। इसके बाद नामकरण किया जाएगा। इसमें तीन से पांच महीने तक का वक्त लग सकता है।
पीएम मोदी ने कूनो में चीते छोड़ दिए हैं। इस मौके पर 70-80 के दशक के कुख्यात डकैत रमेश सिंह सिकरवार भी मौजूद थे। अपने समय के दस्यु सम्राट रहे रमेश सिंह अब चीता मित्र हैं। प्रधानमंत्री ने चीता मित्रों से भी मुलाकात की।चीता प्रोजेक्ट के पीछे मप्र कैडर के 1961 बैच के आईएएस अफसर एमके रंजीत सिंह की 50 साल की मेहनत है। उन्होंने 1972 में भारत को फिर से चीतों का घर बनाने का आइडिया सबसे पहले दिया और इस प्रोजेक्ट का ड्राफ्ट तैयार किया था। तब ईरानी चीतों को लाने का एग्रीमेंट इस शर्त के साथ हुआ था कि भारत उन्हें लायन देगा।

अच्छी खबर : नवरात्रि में वैष्णो देवी जाने वालों के लिए पहली बार दिल्ली से कटरा के लिए चलेगी भारत गौरव ट्रेन

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नई दिल्ली, नवरात्रि में वैष्णो देवी जाने वालों के लिए अच्छी खबर यह है कि पहली बार दिल्ली से कटरा के लिए चलेगी भारत गौरव ट्रेन देश के अलग-अलग हिस्सों से लाखों श्रद्धालु जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी के दर्शन को जाते हैं। नवरात्रि के अवसर पर वैष्णो देवी में भक्तों की भीड़ काफी बढ़ जाती है। माता वैष्णो देवी के भक्त विभिन्न साधनों के जरिए दर्शन को कटरा पहुंचते हैं। इनमें रेलवे एक बड़ा जरिया है। इस नवरात्रि माता वैष्णो देवी के भक्तों को आईआरसीटीसी की एक सौगात मिलने जा रही है। आईआरसीटीसी ने घोषणा की है कि 30 सितंबर को पहली बार नवरात्रि विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। यह ट्रेन दिल्ली से कटरा जाएगी। इस ट्रेन को भारत गौरव ट्रेन के नाम से जाना जाएगा। आपको बता दें कि माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए ट्रेन से सबसे पहले कटरा पहुंचना होता है।

क्या है आईआरसीटीसी के पैकेज में शामिल

आईआरसीटीसी के पैकेज में 4 दिन और 5 रात शामिल है। इस पैकेज की कीमत 11990 रुपये प्रति व्यक्ति रखी गई है। इस पैकेज के तहत यात्रियों को कटरा में दो रात का प्रवास मिलेगा। ट्रेन में पैंट्री कार, इन्फोटेनमेंट सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। इसके अलावा ट्रेन में सुरक्षा की भी पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। यह ट्रेन दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, अंबाला, लुधियाना के रास्ते कटड़ा पहुंचेगी। जो लोग वैष्णो देवी के दर्शन करने जाना चाहते हैं, वह आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर टिकट करा सकते हैं। इस ट्रेन की खासियत यह भी है कि इसके अंदर भारत के प्राचीन ग्रंथों को ध्यान में रखकर कलाकारी की गई है। इस ट्रेन को चलाए जाने से घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
30 सितंबर को यह ट्रेन दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से शाम 7:00 बजे खुलेगी। अगले दिन या ट्रेन कटड़ा पहुंचेगी। 2 दिनों का वहां हॉल्ट होगा और पांचवे दिन दिल्ली सफदरजंग वापस पहुंच जाएगी। पर्यटकों को रात में खाना और सुबह में नाश्ता परोसा जाएगा। यात्रियों के लिए होटल के भी प्रबंध किए जाएंगे। होटल में उन्हें लंच दिया जाएगा। तीसरे दिन माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद पर्यटक वापस लौटेंगे। चौथे दिन यह ट्रेन शाम 4:00 बजे कटड़ा से दिल्ली के लिए निकलेगी।

पीएम मोदी का जन्मदिवस सेवा सप्ताह के रूप में मनाया गया, प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल रहे मौजूद

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नई टिहरी,कैबिनेट व जनपद प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमचन्द अग्रवाल द्वारा आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिवस पर जिला कलेक्ट्रेट टिहरी गढ़वाल में आयोजित सेवा सप्ताह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचन्द अग्रवाल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली गई, वृक्षारोपण, विभागीय योजनाओं के स्टॉल का निरीक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबन्धित संकल्प शुभारम्भ कार्यक्रम वाहन को हरी झण्डी, मोदी @ 20 ड्रीम मीट डिलीवरी पुस्तक का विमोचन, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर संकल्प/शपथ, उत्कृष्ट कार्य करने वाले समूहों/व्यक्तियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने समस्त जनवासियों को विश्वकर्मा दिवस की बधाई एवं शुभकमानाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने मा. प्रधानमंत्री के जन्मदिवस की भी बधाई देते हुए कहा कि मा. प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस के अवसर पर आज से आगामी 2 अक्टूबर तक चलने वाले स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम मनाया जाएगा। कहा कि मा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी दृढ़ इच्छाशक्ति एवं विशाल व्यक्तित्व के धनी, कुशल प्रशासक एवं प्रभावी कार्यसाधक है। आज दुनिया में उनकी अद्भूत छवि एवं पहचान बनी है। उनके नेतृत्व में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना भी साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री जी द्वारा आपदा परिचालन केन्द्र परिसर में वृक्षारोपण किया गया, साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबन्धित किये जाने हेतु संकल्प शुभारम्भ कार्यक्रम वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया तथा विभिन्न विभागों विभागीय कल्याणकारी योजनाओं के स्टॉल का निरीक्षण कर जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। तत्पश्चात् जिला सभागार में विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर दीप प्रज्जवलित एवं विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की तथा सभी को बधाई दी। इस दौरान उनके द्वारा मा. प्रधानमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत जनपद में विकसित 06 अमृत सरोवर योजनाओं तथा कैमामाईल खेती से संबंधित पीपीटी का बटन दबाकर शुभारम्भ किया तथा जानकारी ली। इस दौरान ‘‘मोदी@20 ड्रीम मीट डिलीवरी‘‘ पुस्तक का विमोचन किया गया तथा सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर संकल्प/शपथ दिलाई गई।
पीएम मोदी के जन्मदिवस पर सेवा सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन, प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल रहे मौजूद।

इस दौरान प्रभारी मंत्री द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले समूहों/व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह्, सम्मान पत्र, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिनमें डे-एन-आरएलएम समूह के कुंजापुरी स्वायत्त सहकारिता हिण्डोलाखाल विकासखण्ड नरेन्द्रनगर एवं खुशहाल स्वयं सहायता समूह विकास खण्ड कीर्तिनगर, पर्यावरण मित्र में राजेश कुमार एवं सुशील कुमार, कृषि विभाग के महिला समूह की माँ भवानी स्वयं सहायता समूह विकासखण्ड जौनपुर, उद्यान विभाग से नागराजा समूह कसमोली विकास खण्ड नरेन्द्रनगर शामिल है। इस अवसर पर मेगा ब्लड डोनेशन कैम्प में 480 लोगों द्वारा रक्तदान हेतु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया गया, जिनमें से 03 बजे तक 136 लोगों द्वारा रक्तदान किया गया।
पीएम मोदी के जन्मदिवस पर सेवा सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन, प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल रहे मौजूद।

इस मौके पर विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय, घनसाली शक्तिलाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, जिलाध्यक्ष भाजपा विनोद रतूड़ी, उपाध्यक्ष आनंद बिष्ट, जयेंद्र सेमवाल, ब्लॉक प्रमुख चम्बा शिवानी बिष्ट, जाखणीधार सुनीता देवी, एडीएम रामजी शरण शर्मा, पीडी डीआरडीए प्रकाश रावत, डीडीओ सुनील कुमार, एसडीएम टिहरी अपूर्वा सिंह, भाजयुमो जिलाध्यक्ष परमवीर पंवार, गोविन्द रावत सहित अन्य संबंधित अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं लाभार्थी मौजूद रहे।

गुजरात के यात्रियों की बस में लगी आग, 28 लोग थे बस में सवार, सभी सुरक्षित

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देहरादून, गुजरात के यात्रियों से भरी बस में शनिवार को दिल्ली यमुनोत्री मार्ग के रास्ते आग लग गई। बस में 21 यात्रियों समेत कुल 28 लोग सवार थे। मौके पर पहुंचकर डाकपत्थर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने यात्रियों को सुरक्षित निकाला। बचाए गए सभी यात्रियों को दूसरी बस से रवाना किया गया। पुलिस ने बताया कि बस में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी। बस में बैठे सभी यात्री पूरी तरह से सुरक्षित हैं, यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त बस की व्यवस्था की गई। बस में कुल 28 लोग (21यात्री गुजरात के, 2 टूर गाइड, 4 कुकिंग स्टाफ, 1 बस चालक) सवार थे।

कैंट बोर्ड के दोनों कर्मचारी रिमांड पर, सीबीआई ने विशेष न्यायाधीश की अदालत में किया पेश

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देहरादून, रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुए कैंट बोर्ड के दोनों कर्मचारियों को सीबीआई ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है। रिमांड में सीबीआई दोनों की संपत्तियों के बारे में पूछताछ करेगी। सीबीआई ने बृहस्पतिवार को देहरादून कैंट बोर्ड के कार्यालय अधीक्षक शैलेंद्र शर्मा और लिपिक (कर) रमन अग्रवाल को मकान का दाखिल खारिज कराने के लिए 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था।
दोनों को विशेष न्यायाधीश सीबीआई की अदालत में पेश किया गया। सीबीआई ने कोर्ट के समक्ष दलील दी कि आरोपियों के संपर्क में कुछ अधिकारियों से होने की भी आशंका है। ऐसे में उनसे पूछताछ की जानी है। इसके अलावा उनके लॉकर और अन्य संपत्तियों के संबंध में भी जांच की जानी है। लिहाजा दोनों का चार दिन का रिमांड दिया जाए। अदालत ने आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश जारी किए हैं। अब सीबीआई की टीम उनसे पूछताछ करेगी।

टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी के इस अभियान में शामिल होकर टीबी रोगियों की सहायता का संकल्प लेना होगा : राज्यपाल

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देहरादून, शनिवार को राजभवन से राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के शुरुआत होने के अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने टीबी रोगियों की सहायता हेतु निःक्षय मित्र बनते हुए 21 टीबी रोगियों को गोद लिया और उन्हें मासिक पोषण किट वितरित की।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल ने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी के इस अभियान में शामिल होकर टीबी रोगियों की सहायता का संकल्प लेना होगा। उन्होंने प्रदेश के आम लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संस्थानों आदि से आह्वान किया कि वे टीबी रोगियों की सहायता करने के लिए निःक्षय मित्र बनें।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में टीबी के मामले एक चुनौती है। इसको देखते हुए राष्ट्रपति जी द्वारा 09 सितम्बर, 2022 को टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई। इसके अन्तर्गत 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता से 2024 तक प्रदेश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य लिया गया है जो प्रशंसनीय है। इसके लिए सभी लोगों को सहयोग करने की जरूरत है।

राज्यपाल ने कहा कि हमें इस चुनौती को स्वीकार करते हुए प्रत्येक टीबी रोगी का मित्र बनकर उसके ईलाज, पोषण में सहयोग करना होगा ताकि हमारा प्रदेश टीबी मुक्त हो सके। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के साथ ही इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प लेना होगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को 2024 तक टीबी से मुक्त करने का हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार सब के सहयोग से प्रदेश को 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए संकल्पबद्ध है, इसके लिए सभी विभाग नीति निर्धारण एवं रोड मैप के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे किसानों की आय दोगुनी करने का मामला हो या नई शिक्षा नीति लागू करने का, इस दिशा में राज्य स्तर पर प्रभावी पहल की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के टीबी रोगियों में 80 प्रतिशत द्वारा गोद लिए जाने की सहमति दी है। अब यह हम सबका दायित्व है कि हम उन्हें रोग मुक्त करने के अभियान से जुड़े इसके लिए सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले टीबी रोग को खतरनाक माना जाता रहा है किंतु आज जांच एवं अनुसंधान प्रक्रिया की उपलब्धता से इस रोग को दूर करने के साधन उपलब्ध हो गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी के दीर्घ जीवन की कामना करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बन कर दुनिया को राह दिखाने का कार्य करेगा तथा एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में उत्तराखंड समर्पण भाव से कार्य करेगा।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद माला राजलक्ष्मी शाह, मेयर देहरादून सुनील उनियाल ‘गामा’, विधायक राजपुर खजान दास, विधायक कैंट देहरादून श्रीमती सविता कपूर, विधायक डोईवाला बृजभूषण गैरोला, सचिव (प्रभारी)स्वास्थ्य डॉ.आर.राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ.शैलजा भट्ट, निदेशक डॉ. सरोज नैथानी, कार्यक्रम अधिकारी डॉ.पंकज सिंह सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

सपा नगर निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनाव पार्टी मजबूती के साथ लड़ेगी : सिद्दीकी

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देहरादून, सपा के प्रदेश प्रभारी मतीन सिद्दीकी ने शनिवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता की।

उन्होंने कहा कि नगर निकाय विधानसभा और लोकसभा चुनाव पार्टी मजबूती के साथ लड़ेगी वहीं छात्रों युवाओं किसानों महिलाओं के मुद्दों को सड़क पर उतर कर उठाया जाएगा। वही भर्ती घोटालों को लेकर उन्होंने कांग्रेस एवं भाजपा सरकारों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दोनों आपस में मिले हुए हैं और नूरा कुश्ती खेलते रहते हैं। उन्होंने भर्ती घोटालों की सीबीआई की मांग उठाई। इस दौरान वरिष्ठ सपा नेता मशकूर अहमद कुरेशी, अतुल यादव, हेमा बोरा, अतुल शर्मा, हुसैन अहमद, अनुराग कुकरेती, संदीप नेगी, संजय मल, सलीम मिकरानी, आजाद चौधरी, आरिफ वारसी, लियाकत अब्बासी, रघुवीर मेहता आदि मौजूद रहे।

चीन सीमा से लापता जवानों के परिजनों ने की राज्यपाल से मुलाकात लगाई मदद की गुहार

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रुद्रप्रयाग- जनपद के दो जवानो अरुणांचल प्रदेश मे चीन सीमा से विगत 28 मई से लापता हैं। दोनों जवान 7वीं गढ़वाल राईफल के हैं व अरुणांचल प्रदेश में चीन सीमा पर तैनात थे। लापता जवानों के परिजनों ने स्थानीय विधायक शैलारानी रावत के साथ राज्यपाल ले.ज.(सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई।
दरअसल अरुणाचल प्रदेश स्थित चीन सीमा में तैनात रुद्रप्रयाग जिले के दो जवान प्रकाश सिंह व हरेन्द्र सिंह विगत 28 मई, 2022 से लापता है। जवानों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है उनकी खोज-बीन और सही जानकारी का पता लगाने के लिए जवानों के परिजन शुक्रवार को केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के साथ राजभवन पहुंचे व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से नि) गुरमीत सिंह से मुलाकात की।
परिजनों ने अवगत कराया कि विगत 28 मई से दोनों जवान हरेन्द्र सिंह और प्रकाश सिंह के लापता होने की सूचना बटालियन द्वारा दी गयी थी लेकिन अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
परिजनों नै बताया कि राज्यपाल ने उन्हें आश्वस्त किया कि संकट की इस घड़ी में वे परिवार के साथ हैं और इस सम्बन्ध में हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि लापता जवानों का पता लगाने के लिए सेना के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर उनसे वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की जाएगी। इसके अलावा राज्यपाल ने अन्य सहायता के लिए भी परिजनों को आश्वस्त किया।

शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट और शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल को श्रद्धांजलि दी

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*प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर भारी बारिश के बीच दून में शहीदों के आवास पहुँचकर सीएम ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की*

 

देहरादून। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर आज मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में भारी बारिश के बीच शहीद परिवारों के घर के बाहर स्वच्छता अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्मदिवस को इस बार सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह सबसे पहले शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट और फिर नेशविला रोड पर शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के आवास पर पहुँचे। मुख्यमंत्री ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। यहां उनके द्वारा शहीदों के घर के बाहर स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसके उपरांत उन्होंने दोनों शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश के वीर सपूतों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के इन लालों को मैं नमन करता हूं। इस दौरान उन्होंने दोनों शहीदों के परिजनों का हाल-चाल भी लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्म दिवस पर देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड की जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जन्म दिवस की शुभकामना दी। उन्होंने बाबा केदार एवं भगवान बद्रीविशाल से प्रधानमंत्री जी के दीर्घायु एवं शतायु होने की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली, समृद्ध एवं समरस भारत के रूप में आगे बढ़ रहा है। आज विश्व स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी का जन्मदिवस सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर स्वच्छता, रक्तदान, संगोष्ठियां एवं सेवा के अन्य कार्यक्रम किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर मेयर श्री सुनील उनियाल गामा भी उपस्थित थे।