देहरादून , जिला रेड क्रास सोसाइटी देहरादून के तत्वावधान में राजकीय दून मेडिकल काॅलेज में निःशुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में 32 लोगों द्वारा रक्तदान किया गया।
उपरोक्त जानकारी देते हुए रेड क्रास सोसाईटी के कोषाध्यक्ष मोहन सिंह खत्री ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य आतिथि के रूप में उपस्थित दून मेडिकल काॅलेज के डिप्टी सी.एम.एस. डाॅ0 एन.एस. खत्री ने कहा कि आज प्रदेश में बढते डूंगू के प्रकोप को देखते हुए कई लोगों को रक्त एवं प्लेटलेट्स की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि आम गरीब जनता को काफी कठिनाई का सामना करना पडता है इसी को दृष्टिगत रखते हुए जिला रेडक्रास सोसाईटी द्वारा दून मेडिकल काॅलेज के चिकित्सकों की देखरेख में निःशुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 32 लोगों द्वारा निःशुल्क रक्तदान किया गया।
मोहन सिंह खत्री ने कहा कि रक्तदान जीवनदान के समान है, आज के युग में लोग रक्तदान के प्रति जागरूक हो गये हैं। उन्होंने सभी रक्तदाताओं का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पुत्र केशव खत्री के जन्म दिन के अवसर पर उनकी बहन कु0 स्तुति खत्री ने आज 18 वर्ष की आयु में प्रवेश करने पर प्रथम बार रक्तदान किया। अन्य रक्तदान करने वालों में श्रीमती सरिता नेगी, मिलिंद प्रताप, राजेन्द्र सिंह रावत, दीपक, रमेश भट्ट, यूथ फाउडेशन अध्यक्ष राकेश कुमार, ईश्वर सिंह, प्रदीप भण्डारी, मयंक बहुगुणा, गौरव, संजय कुमार, हिमांशु कुमार, विजय कुमार, सुनील विजय आदि शामिल थे।
इस अवसर पर डाॅ0 झरना उमर, डाॅ0 विभूति खत्री, हरीश कोठारी, श्रीमती रेणु सेमवाल, श्रीमती अनीता सकलानी, ममता खत्री, सारथी जखमोला, चन्द्रकिरण राणा, नितिन खत्री, प्रियंका बसेरा आदि उपस्थित थे।
रेडक्रास सोसाईटी द्वारा दून मेडिकल काॅलेज के चिकित्सकों की देखरेख में निःशुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन
विरासत-2022-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया विरासत आर्ट एंड हेरिटेज फेस्टिवल का शुभारंभ
विरासत की पहली शाम छोलिया नृत्य, कथक और शहनाई वादन के नाम रहा
देहरादून-उत्तराखंड के जाने-माने सांस्कृतिक कार्यक्रम ’विरासत आर्ट एंड हेरिटेज फेस्टिवल 2022’ का शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ डॉ. बी. आर. अंबेडकर स्टेडियम (कौलागढ़ रोड) देहरादून में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साथ श्री आर के श्रीवास्तव प्रबंध निदेशक ओएनजीसी, पुर्व प्रबंध निदेशक ओएनजीसी डॉ. अलका मितल एवं डायरेक्टर ऑपरेशन पंकज कुमार भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री आर के सिंह, जनरल सेक्रेटरी रीच के द्वारा किया गया।
माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने अपने उद्बोधन में विरासत के सभी सदस्यों को धन्यवाद दीया। उन्होंने कहा कि इस भव्य आयोजन के लिए मैं विरासत के आयोजको का आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारे लोकल कलाकारों को भी ऐसे मंच में भाग लेने का अवसर प्रदान हो और देश-विदेश से तमाम आए हुए कलाकारों के साथ उत्तराखंड के कलाकार भी अपना नाम कमा सकें। उन्होंने कहा विरासत ने पूरे भारतवर्ष में अपनी एक सांस्कृतिक पहचान बनाई है और विरासत के सहयोग करने वाले सभी लोगों को भी मैं धन्यवाद व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि साहित्य, संगीत और कला लोगों को विनम्र बनाता है।
श्री आर के श्रीवास्तव ने विरासत और ओएनजीसी के मजबूत और लंबे संबंध के साथ अपने भाषण की शुरुआत की और उन्होंने सभी कलाकारों को उनके अपार योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत उत्तराखंड के लोकप्रिय छोलिया नृत्य के साथ हुआ जिसमें उत्तराखंड के प्रतिष्ठित कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी एवं इस प्रस्तुती ने लोगों का मन मोह लिया। यह लोक नृत्य पहले पारंपरिक युद्ध के रूप में होता था जिसमें ढोल, दमोऊ , नगाड़े वाद्य यंत्र जैसे कई यंत्रों का इस्तेमाल किया जाता था इस बार पारंपरिक यंत्रों के साथ-साथ अपनी प्रस्तुति को और मनोरंजक बनाने के लिए कैसियो का इस्तेमाल भी किया गया। छोलिया नृत्य प्रस्तुति की शुरुआत उन्होंने देवताओं के आगमन से किया उसके बाद नव मूर्ति मदोबाज ,छोला युद्ध , मीनार जैसे प्रस्तुतियां दी। इस छोलिया नृत्य में मुख्य कलाकार गीता सरारी के साथ सहायक कलाकार हरीश कुमार (ढोल रणसिंह ) प्रताप राम (बैग पाइपर) मोहन राम , गिरीश कुमार , दर्शन कुमार ,राजू कुमार (छोलिया योद्धा) किशन (ताल ) रोहित (तूकी) राजू (कैसियो) में अपने पारंपरिक यंत्रों पर अपनी संगत दी।
कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति में लोकप्रिय कथक नृत्यक श्री कृष्ण मोहन जी ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। श्री कृष्ण मोहन जी ने अपनी संस्कृति और विरासत को आगे बढ़ाने की धारणा से अपने शिष्यों के साथ यह प्रस्तुति दी, उन्होंने इस बार अपनी नई थीम ’कलर्स ऑफ कत्थक’ पर अदभुत नृत्य प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने कत्थक के सभी पहलुओं का प्रस्तुतीकरण किया एवं प्रस्तुति की शुरुआत कृष्ण की आराधना (सूरदास के पद ) से की। इसके बाद उन्होंने हिंदू काल, मुगल काल तराने सूफी जैसे पदों में प्रस्तुतियां दी। साथ ही साथ उन्होंने एक ग़ज़ल मे कथक की प्रस्तुति दी जो कि उनके द्वारा लिखी एवं संयोजित की गई है। उन्होंने रिदम में फ्यूजन का इस्तेमाल भी एक दायरे में रहते हुए किया एवं उन्होंने एक खास प्रस्तुति पंडित बिरजू महाराज जी की एक रचना में भी दी।
कार्यक्रम की आखिरी प्रस्तुति शहनाई वादन का रहा जिसमें लोकप्रिय शहनाई वादक अश्वनी एवं संजीव शंकर ने कथक की धमाकेदार प्रस्तुतियां दी। इस प्रस्तुति में शहनाई वादक अश्वनी और उनके सहायक कलाकार योगेश शंकर (शहनाई वादक )मिथिलेश झां ( तबला वादक) पर संगत दी। अश्वनी एवं संजीव शंकर ने बताया कि उनका परिवार 300 साल से यह कार्य कर रहा है साथ ही साथ उन्होंने इस परंपरा को आगे बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की बात की। अपनी प्रस्तुति की शुरुआत उन्होंने रागबिहाग और बनारस की ठुमरी से की , उनकी प्रस्तुति में तबला और शहनाई की जुगलबंदी भी नजर आए।
इस 15 दिवसीय महोत्सव में भारत के विभिन्न प्रांत से आए हुए संस्थाओं द्वारा स्टॉल भी लगाया गया है जहां पर आप भारत की विविधताओं का आनंद ले सकते हैं। मुख्य रूप से जो स्टाल लगाए गए हैं उनमें भारत के विभिन्न प्रकार के व्यंजन, हथकरघा एवं हस्तशिल्प के स्टॉल, अफगानी ड्राई फ्रूट, पारंपरिक क्रोकरी, भारतीय वुडन क्राफ्ट एवं नागालैंड के बंबू क्राफ्ट के साथ अन्य स्टॉल भी हैं।
09 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2022 तक चलने वाला यह फेस्टिवल लोगों के लिए एक ऐसा मंच है जहां वे शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य के जाने-माने उस्तादों द्वारा कला, संस्कृति और संगीत का बेहद करीब से अनुभव कर सकते हैं। इस फेस्टिवल में परफॉर्म करने के लिये नामचीन कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। इस फेस्टिवल में एक क्राफ्ट्स विलेज, क्विज़ीन स्टॉल्स, एक आर्ट फेयर, फोक म्यूजिक, बॉलीवुड-स्टाइल परफॉर्मेंसेस, हेरिटेज वॉक्स, आदि होंगे। यह फेस्टिवल देश भर के लोगों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और उसके महत्व के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करने का मौका देता है। फेस्टिवल का हर पहलू, जैसे कि आर्ट एक्जिबिशन, म्यूजिकल्स, फूड और हेरिटेज वॉक भारतीय धरोहर से जुड़े पारंपरिक मूल्यों को दर्शाता है।
रीच की स्थापना 1995 में देहरादून में हुई थी, तबसे रीच देहरादून में विरासत महोत्सव का आयोजन करते आ रहा है। उदेश बस यही है कि भारत की कला, संस्कृति और विरासत के मूल्यों को बचा के रखा जाए और इन सांस्कृतिक मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाया जाए। विरासत महोत्सव कई ग्रामीण कलाओं को पुनर्जीवित करने में सहायक रहा है जो दर्शकों के कमी के कारण विलुप्त होने के कगार पर था। विरासत हमारे गांव की परंपरा, संगीत, नृत्य, शिल्प, पेंटिंग, मूर्तिकला, रंगमंच, कहानी सुनाना, पारंपरिक व्यंजन, आदि को सहेजने एवं आधुनिक जमाने के चलन में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इन्हीं वजह से हमारी शास्त्रीय और समकालीन कलाओं को पुणः पहचाना जाने लगा है।
विरासत 2022 आपको मंत्रमुग्ध करने और एक अविस्मरणीय संगीत और सांस्कृतिक यात्रा पर फिर से ले जाने का वादा करता है।
सोनाली फोगाट की हत्या के पीछे ’10 करोड़ की डील’ ? परिवार को भेजा गया गुमनाम पत्र
नई दिल्ली, दिवंगत भाजपा नेता सोनाली फोगट के परिवार के सदस्यों को एक गुमनाम प्रेषक से दो पत्र मिले हैं। पहले पत्र में कहा गया था कि हत्या के मामले में 10 करोड़ रुपये का सौदा किया गया था। दूसरे पत्र में राजनीतिक नेताओं के नाम का जिक्र है। इस बीच सोनाली फोगट के बहनोई अमन पूनिया ने कहा कि दोनों पत्रों की जांच होनी चाहिए क्योंकि उनके पास मामले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी है।
अमन ने आगे कहा कि एक पत्र एक महीने पहले मिला था, जबकि दूसरा कुछ दिन बाद मिला था। इससे पहले सोनाली फोगट के भाई ने बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई पर अपनी बहन की हत्या का आरोप लगाया था। इसका खुलासा रिंकू ने हिसार में आयोजित सर्व खाप महापंचायत में किया था |
खाप प्रवक्ता संदीप भारती ने कहा कि सोनाली के परिवार के सदस्यों के आरोपों के बाद सर्व खाप महापंचायत ने फैसला किया है कि कुलदीप बिश्नोई को महापंचायत के सामने अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। इस बीच अमन ने यह भी बताया कि सोनाली की बहन रुकेश आदमपुर से चुनाव लड़ेंगी।
अमन ने कहा, सोनाली की बहन रुकेश आदमपुर से चुनाव लड़ेंगी। हमारा आम आदमी पार्टी से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, हम पहले से ही भारतीय जनता पार्टी में हैं। हम इस पर लोगों से चर्चा करेंगे और फिर कोई फैसला लेंगे। 23 सितंबर को गोवा की एक अदालत ने सोनाली फोगट की मौत के मामले में गिरफ्तार दो लोगों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी थी।
फोगट (43) को 23 अगस्त को अंजुना के एक निजी अस्पताल में मृत लाया गया था, पुलिस ने दावा किया था कि उसे पीने के लिए पानी में मिश्रित एक “अप्रिय” पदार्थ दिया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मापुसा न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ने सुधीर सागवान और सुखविंदर सिंह की हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है। हत्या के आरोपित दोनों कोलवाले की केंद्रीय जेल में बंद हैं। अधिकारी ने यह भी कहा कि सगवान और सिंह से जेल में पूछताछ करने की केंद्रीय जांच ब्यूरो की याचिका को अदालत ने अनुमति दे दी है(साभार प्रभासाक्षी)।
संत हमारी संस्कृति हमारी विरासत को संरक्षित व संवर्धन करने का कार्य कर रहे है-धामी
हरिद्वार (कुलभूषण )रविवार को पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र पावन छड़ी यात्रा को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिद्ध पीठ माया देवी मंदिर से अखाड़े की परंपरानुसार विधिवत पूजा अर्चना कर उत्तराखंड के तीर्थों की यात्रा के लिए रवाना किया । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हवन कुंड में आहुतियां डाली तथा यात्रा की सफलता के लिए आनंद भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की।इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पवित्र यात्रा को शुभकामनाएं एवं सफलता की कामना करते हुए कहा कि संत समाज हमारी संस्कृति हमारी विरासत को संरक्षित संवर्धन और प्रसार के लिए निरंतर सक्रिय हैं। जूना अखाड़े के यह प्राचीन पवित्र छड़ी यात्रा इसी का एक प्रकल्प है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र छड़ी यात्रा के माध्यम से संत समाज उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों से पलायन रोकनेउपेक्षित हो रहे तीर्थ के संरक्षित करने तथा सनातन धर्म के प्रति जागरूकता पैदा करने का पुनीत कार्य कर रहा है जिसमें हम सबकी भागीदारी भी सुनिश्चित होनी चाहिए। तभी उत्तराखंड देश का श्रेष्ठ राज्य बन सकेगा । जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरी गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह किया कि प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है। पलायन रोकने के लिए सीमांत क्षेत्रों पिथौरागढ़ चमोली जैसे सीमावर्ती जनपदों में उच्च शिक्षा हेतु विद्यालय आधुनिक सुविधाओं से युक्त चिकित्सालय स्थापित किए जाने नितांत आवश्यक है। सीमांत क्षेत्रों में शिक्षा हेतु विद्यालय स्थापित किए जाएं ताकि इन दुर्गम क्षेत्र के लोगों को मैदानी जिलों में नही भागना पड़े। प्रदेश के उपेक्षित पौराणिक तीर्थ का जीर्णोद्धार कर तीर्थाटन को बढ़ावा देने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाने से ही पलायन पर रोक लग सकेगी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के माया देवी मंदिर पहुंचने पर मंहत हरिगिरी महाराज परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज जूना अखाड़े के सभापति उपाध्यक्ष दूधेश्वर महंत नारायणगिरी महंत केदार पुरी महंत मोहन भारती महंत महेश पुरी महंत शैलेंद्र गिरी पूर्व सचिव आइएएस मुन्नीलाल पांडेय ने शाल ओढ़ाकर स्वागत किया । बाद में मुख्यमंत्री ने माया देवी मंदिर में पूजा अर्चना की तथा छड़ी प्रमुख महंत महंत प्रेम गिरी महंत मोहन भारती महंत महेश पुरी महंत पुष्कर गिरी महंत शिवदत्त गिरी को सौंपा। इस अवसर पर पूर्व विधायक संजय गुप्ता पूर्व मेयर मनोज गर्ग भाजपा नेता आशुतोष शर्मा आदि उपस्थित रहे । वहीं छड़ी यात्रा प्रमुख महंत प्रेम गिरी ने बताया कि आज ऋषिकेश में मंदिरों की पूजा अर्चना के पश्चात विश्राम करेगी 10 अक्टूबर की चारों धाम के लिए रवाना होगी 1 नवंबर को अपनी यात्रा पूरी वापस माया देवी मंदिर पहुंचेगी।
अंकिता भंडारी हत्या प्रकरण : उत्तराखंड सरकार की गैरजिम्मेदार हरकतों के खिलाफ जंतर मंतर पर दिया धरना
देहरादून/नई दिल्ली, उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के तहत उत्तराखंड के बुद्धिजीवी एवं समाज सेवकों के द्वारा नई दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी जगदीश भट्ट ने की। इस धरना में उत्तराखंड के वर्तमान हालातों पर उत्तराखंड के बुद्धिजीवी एवं समाज सेवकों ने अपनी बात रखी एवं उत्तराखंड के बेटी अंकिता भंडारी की हत्या एवं उत्तराखंड सरकार की गैरजिम्मेदार हरकतों के खिलाफ एकजुट होकर नारे लगाये गए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगदीश भट्ट ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही निंदनीय है कि हमारी एक बेटी की हत्या कर दी जाती है और सरकार दोषियों को सजा देने के बजाय जांच पर जांच के आदेश दिए जा रहे हैं। इसके अलावा उत्तराखंड के अंदर अनंत ऐसे घोटाले हैं जो नेताओं और मंत्रियों के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं परंतु सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंगती। उन्होंने कहा हम सभी समाज सेवक मिलकर उत्तराखंड को एक नया विकल्प दे सकते हैं एवं यह पहला विकल्प होगा जहां पर उत्तराखंड के लोग सामाजिक राजनीतिक संगठन के साथ मिलकर जन आंदोलन के तहत उत्तराखंड का नव निर्माण करेंगे। जो एक सुरक्षित, बेहतर और समृद्ध उत्तराखंड के पथ पर अग्रसर होगा।
जगदीश भट्ट ने कहा उत्तराखंड जैसे महान वीरभूमि- देवभूमि के लिए बहुत दुख की बात है कि आज हम दिल्ली के जंतर मंतर से अपने बेटी के हत्यारों का इंसाफ मांग रहे हैं। आज मुझ जैसे उत्तराखंड के बेटे को अपनी मां, बेटी एवं बहन की सुरक्षा की चिंता हो रही है। उत्तराखंड की अंकिता भंडारी हत्याकांड उत्तराखंड के लोगों का मन, मस्तिक और आत्मा को झकझोर कर रख दिया है। आज हम अपने प्रदेश कि जनता को न्याय दिलाने के लिए अंकिता भंडारी हत्याकांड से संबधित कुछ मांग रखते है.. जो इस प्रकार है।
1- अंकिता की पोस्टमार्टम रिर्पोट को सार्वजनिक किया जाय
2- उस वीआईपी के नाम का खुलासा हो जो रिजॉर्ट में आकर अंकिता भंडारी से अनैतिक काम करने के लिये दवाब बना रहा था और ऐसा न करने पर अंकिता की हत्या कर दी गई थी
3- अंकिता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाये
4- अंकिता हत्याकांड केस की जांच सीबीआई द्वारा करवाई जाये
5- यदि उपरोक्त तथ्यों का शीघ्र खुलासा करने में वर्तमान सरकार अक्षम है तो ऐसी सरकार को बर्खास्त किया जाये
जगदीश भट्ट ने उत्तराखंड बचाओ आंदोलन को समर्थन दे रहे सभी लोगों को धन्यबाद दिया और निवेदन किया है कि वे सभी अधिक से अधिक संख्या में इस आंदोलन को समर्थन दें तथा तमाम उत्तराखंड वासी जो दिल्ली में रह रहे हैं उनसे भी निवेदन करता हूं कि वे सभी लोग अपना थोड़ा सा वक्त निकाल कर इस आंदोलन में शामिल हो और एक प्रगतिशील उत्तराखंड के निर्माण में अपना सहयोग दें। धरने में विजय डोभाल, जगदीश सिंह बोरा (एडवोकेट), डॉ. तिलोमनी भट्ट, दीप पांडे, रवींद्र सिंह रावत एवं भगवान सिंह मौजूद रहे।
झलक एरा में दिखी लोकल उत्पादों की धूम – डांडिया की धुन पर जमकर नाचे आगंतुक
देहरादून । आज झलक ऐरा एग्जीबिशन में लोकल उत्पादों की धूम रही। लोगों ने करवा चौथ एवं दिवाली के मद्देनजर जमकर शॉपिंग की।
इस मौके पर कार्यक्रम का उद्घाटन खादी बोर्ड अधिकारी डॉ अलका पांडे जी नेशनल वाईस प्रेजिडेंट भारतीय जनता युवा मोर्चा नेहा जोशी एवं हिमाचल टाइम न्यूज़ ग्रुप की चेयरपर्सन रचना पांधी ने किया। सभी ने प्रदर्शनी में महिलाओं द्वारा लगाए गए उत्पादों की सराहना की एवं झलक एरा को महिलाओं को एक मंच प्रदान करने के लिए सराहा । इस मौके पर उन्होंने कहा कि झलक एरा महिलाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां महिलाएं घर से निकल कर अपनी एक नई पहचान बना रही है। वहीं दूसरी ओर शाम को अर्चना सिंगल द्वारा डांडिया का आयोजन किया गया था जिसकी धुन पर लोग जमकर नाचे। झलक एरा की आयोजक मीनाक्षी अग्रवाल ने वहां पर आए सभी अतिथियों एवं आगंतुकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह झलक ऐरा का सौभाग्य है कि वह महिलाओं को एक ऐसा मंच दे पा रहे हैं और आगे भी इसी तरीके से काम करते रहेंगे।
खाई में गिरी पर्यटकों से भरी बस, 10 लोगों ने मौके पर ही तोड़ दम
नई दिल्ली, आंध्र प्रदेश में एक दर्दनाक हादसा हुआ हैं जिसमें 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी हैं। आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू (एएसआर) जिले एक बस खाई में गिर गयी जिसमें 10 लोगों की जान चली गयी और कई घायल हो गये हैं। घायलों का इलाज चल रहा हैं।
आंध्र प्रदेश में एक पर्यटक बस के पहाड़ी से गिर जाने से करीब दस लोगों की मौत हो गई। घटना अल्लूरी सीताराम राजू (एएसआर) जिले के वनजंगी में हुई। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, जब यह घटना हुई, बस विशाखापत्तनम से पडेरू जा रही थी। जबकि दस लोगों की जान चली गई है, सभी घायल यात्रियों को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
लच्छीवाला टोल प्लाजा पर विधायक और बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ टोल कर्मियों की तीखी नोक झोंक
देहरादून, देहरादून हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर डोईवाला के निकट बने टोल प्लाजा में निरंतर आ रही शिकायतों को लेकर विधायक बृज भूषण गैरोला की डोईवाला टोल कर्मियों के साथ तीखी नोक झोंक हुई। डोईवाला विधायक अपने कार्यकर्ताओं संग लच्छीवाला टोल बैरियर पर पहुंचे। जहां उन्होंने स्थानीय लोगों को हो रही परेशानियों व असुविधा को लेकर टोल कर्मियों से बातचीत की।
विधायक ने कहा कि स्थानीय लोगों की टोल प्लाजा को लेकर कई समस्याएं आ रही हैं और टोल कर्मी उस पर ध्यान नही दे रहे हैं। इसलिए आगे से डोईवाला वासियों को टोल को लेकर कोई समस्या नही आनी चाहिए।
जिला उपाध्यक्ष विक्रम नेगी की टोल कर्मियों से काफी नोक झोंक हुई। उन्होंने कहा कि टोल कर्मियों की कई शिकायतें आ रही हैं। जिस पर टोल कर्मी ध्यान नही दे रहे हैं। स्थानीय लोगों के साथ अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मौके पर जिला उपाध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी, मंडल अध्यक्ष राजकुमार, सभासद प्रतिनिधि मनमोहन नौटियाल, छात्र नेता शुभम खंडूरी आदि उपस्थित रहे।
पंचायत विकास अधिकारी की भर्ती परीक्षा में घपला : 100 से अधिक अभ्यर्थियों में हर एक से लिये गये छह से सात लाख
देहरादून, उत्तराखण्ड़ में सरकारी भर्तियों में हुई घपले को लेकर सरकार पशोपेश में पड़ी है, इधर सत्तारूढ़ धामी सरकार इस घपले को लेकर सख्त रूख अपना रही है, अब यह बात भी सामने आ रही है कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की भर्ती परीक्षा में आरोपितों ने 100 से अधिक अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लिया था। एसटीएफ से जुड़े सूत्रों की मानें तो इसके लिए हर अभ्यर्थी से छह से सात लाख रुपये लिए गए।
इस तरह यूकेएसएसएससी के तत्कालीन अध्यक्ष आरबीएस रावत, सचिव मनोहर सिंह कन्याल और परीक्षा नियंत्रक राजेंद्र सिंह पोखरिया ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली। परीक्षा में किए गए घपले का भेद खुलने पर हंगामा शुरू हुआ तो आरबीएस रावत ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की भर्ती परीक्षा में जिस गिरोह ने घपले को अंजाम दिया, उसमें कुल सात लोग शामिल थे। आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष, सचिव व परीक्षा नियंत्रक गिरोह के सरगना थे, जबकि प्रिंटिंग प्रेस के सीईओ राजेश पाल व तीन अन्य सहयोगी की भूमिका में थे। इनमें से दो आरोपितों को एसटीएफ ने जांच में गवाह बना दिया है।
परीक्षा में किया गया घपला जगजाहिर होने पर हंगामा शुरू हुआ तो आरबीएस रावत ने आयोग के ही एक सदस्य और अनुसचिव पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। नौ जुलाई 2016 को उन्होंने शासन को पत्र लिखकर कहा कि आयोग के एक सदस्य की बहु और भांजा परीक्षा में बैठे थे।
आरोप लगाया कि परीक्षा में पास नहीं होने के कारण वह झूठी शिकायत कर दोबारा परीक्षा का दबाव बना रहे हैं। अनुसचिव पर आरोप लगाया कि उनके तीन बच्चे परीक्षा में पास नहीं हो पाए, इसलिए वह भी परीक्षा निरस्त कराने को जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। हालांकि, इसके बाद रावत ने खुद पद से इस्तीफा दे दिया था।
ओएमआर शीट की स्कैनिंग के लिए तत्कालीन सचिव मनोहर सिंह कन्याल का पित्थूवाला स्थित मकान किराये पर लिया गया था। यह मकान कन्याल की पत्नी के नाम पर है। इसी मकान में ओएमआर शीट की स्कैनिंग की आड़ में घपलेबाजी की गई। आरोपितों ने जिन अभ्यर्थियों से सांठगांठ की थी, उनको ओएमआर शीट में गोले न भरने के लिए कहा था।
ओएमआर शीट स्कैनिंग के लिए आई तो आरोपितों ने खुद गोले भर दिए। जांच के दौरान एसटीएफ ने 30 से अधिक अभ्यर्थियों को चिह्नित कर उनकी ओएमआर शीट का मिलान किया तो गड़बड़ी पकड़ी गई। इस मामले में गवाह बनाए गए दो आरोपितों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हकीकत एसटीएफ को बता दी, जिसके बाद एसटीएफ को आरोपितों को दबोचने के लिए अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी।
भारी बारिश का अलर्ट : सोमवार 10 अक्टूबर को कक्षा एक से 12 कक्षा तक के समस्त विद्यालयों में रहेगा अवकाश
देहरादून, अक्टूबर माह में भी लगातार हो रही से लगता है एक बार फिर से मानसूनी बारिश लौट आई है। मौसम विभाग में पूरे उत्तराखंड खासकर कुमाउं क्षेत्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। चंपावत जिले में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए सोमवार 10 अक्टूबर को कक्षा एक से कक्षा 12 तक के समस्त विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है। साथ ही समस्त आंगनवाड़ी केन्द्र भी बंद रहेंगे। इस संबंध में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने आदेश जारी किया है।
मौसम विभाग देहरादून द्वारा दिनांक 10 अक्टूबर, 2022 को भी जनपद चम्पावत में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग देहरादून द्वारा जारी चेतावनी के दृष्टिगत दिनांक 10 अक्टूबर 2022 को जनपद चम्पावत के समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालया में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक संचालित समस्त शैक्षणिक संस्थाओं एवं समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक दिवसीय अवकाश घोषित किये जाने के आदेश जिलाधिकारी चंपावत नरेन्द्र सिंह भंडारी द्वारा जारी किए गए हैं।
जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी चंपावत को उपरोक्तानुसार समस्त विद्यालयों में तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी,महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास,चम्पावत को समस्त ऑगनबाड़ी केन्द्रों में उक्त आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए हैं।