महिला प्रतिभागियों ने बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में दिखाया अपना जलवा
इसे कहते हैं जननायक ! अपना सुख-चैन सब दांव पर लगा सब जनता को किया समर्पित
रुद्रप्रयाग, पुष्कर सिंह धामी को जब लगभग एक साल पहले सूबे की कमान सौंपी गई तो तमाम लोगों न जाने कैसे-कैसे सवाल गड़ने शुरू कर दिये लेकिन मुख्यमंत्री ने अपने इरादों और संकल्पों से अच्छे अच्छे राजनीतिक पंडितों को गलत साबित कर दिया। प्रदेश के इस सबसे युवा सीएम ने साबित कर दिया है कि धाकड़ धामी या फ्लावर नहीं फायर है पुष्कर जैसी संज्ञा यूं ही नहीं दिला दी। अपने लगातार जनहित के कार्यों से आज पुष्कर ने आवाम के दिल में अलग जगह बना ली है।
अब देखिए बीते रोज रुद्रप्रयाग जिले में जहां वह अपने दौरे के कार्यक्रमों में अत्यंत व्यस्त रहे तो इस बीच शाम के समय उत्तराखंड के युवाओं को छलने वालों के सूबे के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई कर गए।
अब देखिए कि देर रात तक जिले में कहीं जनता से संवाद करते रहे तो कभी बैठकें लेकिन राज्य हित में यह युवा सीएम कहीं भी थकता नजर नहीं आता।
अब बात आज सुबह सैर की ही कर लीजिए। यूं तो सुबह सवेरे सैर के लिए सभी ही जाते हैं लेकिन जब व्यक्ति देर रात तक कार्य करता रहा हो तो ऐसी उम्मीद कम ही कि जाती है। अब चूंकि जिलों को राजधानी के लिहाज से कोई भी सीएम कम समय दे पाते हैं तो धामी ने बगैर अपने सुख चैन की परवाह किये बगैर सैर पर निकलते ही अपने मिशन जनता से मिलन पर फोकस किया। तेज बारिश के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी सैर पर निकले और स्थानीय लोगों से बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने यात्रियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने पुरी ढाबे में कार्यरत विजय पँवार से भी बातचीत की।
बदरीनाथ और हेमकुंड की पहाड़ियों पर बर्फबारी : हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्तूबर को होंगे बंद
चमोली, पहाड़ों में लगातार हल्की और कभी तेज बारिश ने उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर बदलने लगा है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में भी पारा लुढ़क गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया है। बदरीनाथ में नर नारायण और नीलकंठ पर बर्फबारी हुई है।नन्दा देवी, कामेट, नन्दा घंघुटी समेत अन्य ऊंची पहाड़ियों पर भी हिमपात हुआ है। बर्फबारी के कारण बदरीनाथ, जोशीमठ और गोपेश्वर सहित पूरे जिले में तापमान में गिरावट आ गई है। ऊंचे हिमालय में शुक्रवार की रात्रि से हिमपात हो रहा है।
पहाड़ियां बर्फ से आच्छादित होने शुरू हो गईं हैं। ऐसे माहौल में सिखों के पवित्र हिमालयी धाम हेमकुंड साहिब में इस शीतकाल की जोरदार बर्फबारी शुरू हो गयी है। वहीं इस कड़ाके की ठंड और कुदरत के बेहतरीन नजारों के बीच हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे से शब्द कीर्तन, पवित्र गुरुग्रंथ पाठ होता रहा । हेमकुंड साहिब सरोवर के चारों ओर अत्यंत धार्मिक और प्रकृति के अद्भुत नजारों का वातावरण बना है। गोविन्द घाट गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्तूबर को बंद होंगे। शीतकाल के लिए कपाट को बंद करने के लिए गुरुद्वारा प्रबंधन द्वारा तैयारी पूरी ली गई है। हेमकुंड साहिब में पिछले दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। शनिवार की रात्रि और रविवार सुबह से हेमकुंड साहिब में बर्फबारी का दौर जारी है।
गोविन्द घाट गुरुद्वारा के प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया रविवार की सुबह हेमकुंड साहिब में आधा फिट से अधिक हिमपात हुआ। हिमपात लगातार जारी है। कहा हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद किये जायेंगे । इसके लाभ पूरी तैयारियां की जा रहीं हैं ।
उत्तराखंड से विदा लेते मानसून में भी तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में रविवार को कुमाऊं के सभी जिलों एवं गढ़वाल के लगते जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। शनिवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। दस और 11 अक्तूबर को हल्की से मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
पेपर लीक प्रकरण : आरोपी हाकम सिंह के तीन भवनों पर चला प्रशासन का बुलडोजर
उत्तरकाशी, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में आरोपी भाजपा नेता हाकम सिंह के तीन आलीशान भवनों पर एक बार फिर धामी सरकार का बुलडोजर चलाया गया है।
अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल ने बताया कि हाकम सिंह के जो भी भवन बनाएं थे, वे सारे गैर कानूनी तरीके से सरकारी भूमि पर बने थे। और उसे भवन खाली करने के आदेश भी पहले ही जारी कर दिए गए थे।
बताते चलें कि जब 4 अक्टूबर को प्रशासन की ओर से जेसीबी हाकम सिंह के रिजाॅर्ट को तोड़ने पहुंची तो उन्हें ग्रामीणों का भारी विरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन बाद में प्रशासन के काफी समझाने के बाद हाकम सिंह के मोरी सांकरी वाले रिजाॅर्ट पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्तीकरण कर दिया गया था।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि हाकम सिंह के तीन भवन राजस्व भूमि पर चिहिन्त किए गए हैं, जिसके बाद प्रशासन ने आज फिर हाकम सिंह के आलीशान भवन को तोड़ने की कार्रवाई की गई है। और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।
उत्तरकाशी जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम ने हाकम सिंह रावत की अवैध कब्जे वाली जमीन का नाप जोख और चिन्हीकरण किया था। नाप जोख करने पर पता चला कि आलीशान रिजॉर्ट सहित हाकम के तीन भवन राजस्व भूमि पर चिन्हित किए गए हैं, जबकि दो भवन और 130 पेड़ों का सेब का बागीचा गोविंद वन्यजीव विहार राष्ट्रीय उद्यान की भूमि पर चिन्हित किया गया है।
राजस्व विभाग की 1.128 हेक्टेयर भूमि पर हाकम सिंह रावत ने भव्य रिजॉर्ट बनाया था, जो सबसे अधिक चर्चाओं में भी रहा है। इसके अलावा राजस्व भूमि पर हाकम सिंह रावत के दो अन्य भवन भी मिले हैं, वन्यजीव गोविंद पशु विहार राष्ट्रीय पार्क की 0.907 हेक्टेयर भूमि पर 130 सेब के पेड़ों का बड़ा बागीचा और दो भवन भी मिले।
दो कार हुई दुर्घटना का शिकार : हादसे में एक युवक की मौत, नौ अन्य घायल
मसूरी, लंबिधार के पास दो कार दुर्घटना की शिकार हो गईं। दोनों हादसों में एक युवक की मौत हो गई और नौ अन्य लोग घायल हो गए। पहला हादसा शुक्रवार की रात को हुआ। जानकारी के मुताबिक बीती रात लगभग बारह बजे मसूरी के कार्ट मैकंजी हाथीपांव मार्ग के लंबिधार के समीप देहरादून के युवकों की कार संख्या यूके O7 डीएल 1140 अनियंत्रित होकर लगभग 150 मीटर गहरे खड्ड में गिर गई।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घने कोहरे और बारिश के बीच घायलों को खाई से निकाल कर उपजिला चिकित्सालय पहुंचाया। हॉस्पिटल पहुंचने तक एक कार सवार कुलदीप सिंह पंवार पुत्र भरत सिंह पंवार निवासी शिमला बाईपास की मौत हो चुकी थी। कार सवार राहुल चौहान पुत्र देवेंद्र सिंह निवासी रतनपुर शिमला बाईपास रोड, नितिन नेगी पुत्र रत्न सिंह नेगी, दिव्यांशु नेगी पुत्र केशर सिंह नेगी निवासी शिमला बाईपास, आशीष मेहर पुत्र सुरेंद्र मेहर निवासी किशननगर देहरादून घायल हो गए। कार में पांच लोग सवार थे।
लंबिधार के समीप ही खड्ड में गिरी एक और कार :
कोतवाली से मिली जानकारी के अनुसार लंबिधार के समीप ही दिल्ली नंबर की दूसरी कार होंडा सिटी भी खड्ड में गिर गई। जिसमें एक युवती समेत कुल पांच लोग सवार थे। जिसमें दिव्यानी पुत्री नवीन निवासी सुभाष नगर, आदित्य कुमार पुत्र महेश कुमार, विवेक पुत्र मनोज दुबे निवासी सुभाष नगर, राशिद पुत्र करीम शाह तथा शान पुत्र शेख कलीमुद्दीन अंसारी निवासी आईएसबीटी देहरादून सवार थे। पुलिस ने सभी घायलों को उपजिला चिकित्सालय पहुंचाया।
उत्तराखंड में महसूस किए गए भूकंप के झटके, दहशत में आकर घरों से बाहर निकले लोग
हल्द्वानी, कुमाऊं में भूकंप के झटके महसूस किए गए है। भूकंप के ये झटके पिथौरागगढ़ और बागेश्वर जिले में महसूस किए गए। भूकंप आते ही लोग दहशत में आ गए और बारिश के बीच ही घरों से बाहर निकल आए। हालांकि इससे किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है।
पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में आया भूकंप :
पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी क्षेत्र में भूकंप आया है। 3 बजकर 47 मिनट के आसपास भूकंप का झटका महसूस किया गया। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार भूकंप की तीव्रता 3.9 मेग्नीट्यूड रही। गहराई 10 किमी थी। भूकंप अभी तक नुकसान की सूचना नही है। भूकंप के केंद्र का भी पता नहीं चल सका है।
बागेश्वर में भी भूकंप :
बागेश्वर जनपद भी भूकंप के झटके महसूस किए गए है। तहसीलों से मिली सूचना के अनुसार अभी किसी प्रकार के नुकसान की सूचना प्राप्त नही है। जब भूकंप आया तो बारिश हाे रही थी। इससे लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल आए।
कुमाऊं में अभी बारिश हो रही है, जो तीन दिनों से जारी है। ऐसे में भूकंप के आने से लोग भयभीत है। लोगों के मन में डर बैठ गया कि कहीं काेई भारी आपदा न आ जाए। हालांकि अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
भूकंप आने पर लोग डर गए और फोन कर एक- दूसरे की कुलशक्षेम पूछने लगे। हालांकि इसकी तीव्रता कम थी, जिस कारण कुछ लोगों का इसका आभास तक नहीं हो पाया।
बीडीसी की बैठकों में डीएम, सीडीओ सहित अन्य उच्च अधिकारी अनिवार्य रूप से करें प्रतिभाग
मुख्यमंत्री ने देर रात तक ली ज़िला स्तरीय समीक्षा बैठक
रुद्रप्रयाग,प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान देर शाम को रुद्रप्रयाग स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस बहुदेश्य भवन में विभागों के अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा ली।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा बच्चों, वृद्धजन और दिव्यागों के लिए तैयार महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट ‘कवच’ भी लांच किया।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जनपद में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। वहीं पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा जनपद में यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जानकारी दी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सरलीकरण समाधान और निस्तारण के मूल मंत्र पर काम कर रही है। सभी विभागों का दायित्व होना चाहिए कि जनता को किसी तरीके की परेशानी ना हो अगर किसी काम में कोई व्यावहारिक दिक्कत है तो उसका रास्ता निकाला जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तहसील दिवसों को नियमित आयोजित किया जाए। तहसील दिवसों को और अधिक प्रभावशाली बनाने के साथ-साथ बीडीसी की बैठकों में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य उच्च अधिकारी को अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्राम सभा में चौपाल की व्यवस्था भी की जाए इसके साथ ही हर गांव में साल में एक विशेष आयोजन कर स्थापना दिवस के तौर पर ग्राम दिवस के रूप में आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि बेहतर कार्य संस्कृति के साथ काम किया जाए।
मुख्यमंत्री ने विभाग़ों की जनपदीय समीक्षा में पौराणिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन करने. नेशनल हाईवे और अन्य मुख्य मार्गों के आसपास वृक्षारोपण करने के साथ ही चार धाम यात्रा मार्ग पर बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कीवी उत्पादन , हथकरघा व हस्तशिल्प के उत्पादों को और बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ धाम में न्यूनतम 15 से 20 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था की जाए इसके साथ ही सरकार की योजनाओं एवं सरकारी अभियान में जनता को सहभागी बनाकर आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिला स्तर पर भी आने वाले 25 वर्षों के रोड मैप तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के बाद अब अमृत काल में हम सब प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए इस अमृत काल में विशेष कार्य योजना के साथ हम सब कार्य करें। उन्होंने कहा कि केदारनाथ तीर्थ यात्रियों को बाबा केदार के दर्शन हेतु पंक्तियों में खड़े होकर इंतजार ना करना पड़े इसके लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार भारत सरकार में नीति आयोग थिंक टैंक के रूप में अहम भूमिका निभाता है उसी प्रकार जनपद स्तर पर विकास विभाग भी थिंक टैंक की भूमिका निभा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरलीकरण समाधान और निस्तारण को कार्यशैली में शामिल करते हुए जनता की समस्याओं के निराकरण की पहल शुरू करें।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सुमंत तिवारी, विधायक रुद्रप्रयाग श्री भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ श्रीमती शैला रानी रावत, बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री अजेंद्र अजय, जिलाध्यक्ष भाजपा श्री दिनेश उनियाल, जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक श्री आयुष अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी श्री नरेश कुमार, अपर जिला अधिकारी श्री दीपेन्द्र सिंह नेगी, डीएफओ रुद्रप्रयाग श्री अभिमन्यु, डीएफओ केदारनाथ श्री इंद्र सिंह नेगी, जिला विकास अधिकारी सुश्री मनविंदर कौर, परियोजना निदेशक ग्राम विकास श्री रमेश चंद्र, उप जिलाधिकारी श्री परमानन्द राम, उप जिलाधिकारी सुश्री अपर्णा ढोंडियाल , अधीक्षण अभियंता सिंचाई श्री सुधीर कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि श्री जीत सिंह रावत, जिला बचत अधिकारी श्री सूरत लाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
पीएम मोदी 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक का करेंगे लोकार्पण, कैलाश खैर भगवान शिव को समर्पित विशेष गीत की देंगे प्रस्तुति
उज्जैन(मध्य प्रदेश), पीएम नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। इस दौरान कैलाश खैर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विराजे भगवान शिव को समर्पित विशेष गीत की प्रस्तुति देंगे। यह भी बताया जा रहा है कि सोमवार को महाकालेश्वर की भस्म आरती में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
संस्कृति विभाग और महाकालेश्वर मंदिर ने शनिवार को ट्विटर पर इस गीत का पोस्टर जारी किया। मोदी सोमवार को 856 करोड़ रुपये की लागत के महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का लोकार्पण करेंगे। उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इस प्रोजेक्ट को कार्यान्वित किया है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि महाकाल लोक के लोकार्पण अवसर को खास बनाने के लिए विशष इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री उज्जैन पहुंचने पर अपने वाहनों से मंदिर पहुंचेंगे और पूजा करेंगे। इसके बाद वे नंदी द्वार पर जाएंगे, जो कि नए कॉरिडोर का मुख्य द्वार है। वहीं वे महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। वे कॉरिडोर की यात्रा करेंगे और इस दौरान कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देते रहेंगे।
उज्जैन स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष कुमार पाठक ने बताया कि लोकार्पण होने के बाद बड़ा आयोजन होगा। कैलाश खैर इसमें शिव स्तुति गाएंगे। यह स्तुति खास तौर पर महाकाल लोक के लोकार्पण को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। कैलाश खैर अपनी टीम कैलासा के साथ यह प्रस्तुति देंगे। जनसंपर्क विभाग ने 30 सेकंड का एक वीडियो भी जारी किया है।
900 मीटर लंबा कॉरिडोर
श्री महाकाल लोक एक 900-मीटर लंबा कॉरिडोर है, जिसे भारत में इस तरह का सबसे बड़ा कॉरिडोर बताया जा रहा है। राज्य सरकार ने इसका नाम महाकाल लोक रखा है। इससे जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर युवाओं में लोकप्रिय हो रहे हैं।
कार्तिक मेला ग्राउंड पर पीएम मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद पहुंचेंगे। खैर और अन्य कलाकार भी इसी मैदान पर बनाए जा रहे मंच पर प्रस्तुतियां देंगे। यह स्टेज महाकाल महाराज और त्रिशुल जैसे संकेतों से प्रेरित होगा। कार्तिक मेला ग्राउंड पर प्रधानमंत्री के पधारने पर बड़ी स्क्रीन पर महाकाल मंदिर और अन्य पवित्र स्थलों के वीडियो चलाए जाएंगे। प्रदेश के आवास और शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री दो से ढाई घंटे उज्जैन में ठहरेंगे। वे भगवान शिव और महाकाल महाराज के समर्पित भक्त हैं।
भस्म आरती में भक्तों के प्रवेश पर लगेगी रोक
सोमवार को प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर महाकाल मंदिर की सुरक्षा चाक-चौबंद रहेगी। बताया जा रहा है कि 11 अक्टूबर को भस्म आरती में भक्तों का प्रवेश बंद रहेगा। प्रधानमंत्री के आने से कुछ घंटे पहले सामान्य दर्शनार्थियों का प्रवेश भी रोका जा सकता है। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 11 अक्टूबर को शाम 5 बजे प्रधानमंत्री गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद महाकाल लोक का लोकार्पण होगा। महाकाल मंदिर में प्रतिदिन तड़के 4 बजे भगवान महाकाल की भस्म आरती होती है।
भस्म आरती दर्शन के लिए प्रतिदिन देशभर से भक्त महाकाल मंदिर पहुंचते हैं। मंदिर समिति भक्तों को मंदिर की वेबसाइट के जरिए आनलाइन तथा मंदिर कार्यालय के समीप स्थित काउंटर से आफलाइन दर्शन अनुमति जारी करती है। प्रतिदिन 1700 भक्तों को भस्म आरती दर्शन की अनुमति दी जाती है। मंदिर प्रशासन के अनुसार 11 अक्टूबर की आनलाइन भस्म आरती फुल है। देश के विभिन्ना् राज्यों के भक्तों ने एक माह पहले ही भस्म आरती दर्शन की बुकिंग करा ली है।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस : 80 वर्ष से अधिक आयु प्राप्त करने वाले 34 ओएनजीसी अधिकारियों को किया सम्मान
देहरादून, अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर 80 वर्ष से अधिक आयु प्राप्त करने वाले 34 ओएनजीसी अधिकारियों को मुख्य अतिथि डॉ. अलका मित्तल पूर्व सीएमडी ओएनजीसी, श्री एस एन चिटनिस ईडी, केडीएमआईपीई ओएनजीसी देहरादून और डॉ. जौहरी लाल अध्यक्ष प्रबंधन और नेतृत्व विकास केंद्र, नई दिल्ली एवं पूर्व निदेशक मानव संसाधन – ओएनजीसी द्वारा सम्मानित किया गया | जिन लोगों को सम्मानित किया गया, उनमें कुछ पूर्व-ओएनजीसीयएन शामिल थे, जो 90 से अधिक थे, जिनमें श्री जी.सी. रघुवीर पूर्व सदस्य वित्त, शामिल थे, जिन्होंने 93 वर्ष को पार कर लिया था। संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव के अनुसार प्रत्येक वर्ष 1 अक्टूबर को पूरे विश्व में वृद्ध व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वृद्ध व्यक्तियों द्वारा समाज और उनके संबंधित संगठनों के लिए सेवा से सेवानिवृत्ति से पहले उनके समय के दौरान प्रदान की गई सेवाओं को पहचानना और उनकी सराहना करना है। संदेश सरकार के लिए भी है और समाज बड़े पैमाने पर उनकी सेवाओं की सराहना करते हुए, वृद्ध व्यक्तियों की शिकायतों और मुद्दों को भी देखता है। चिकित्सा विज्ञान की प्रगति और स्वास्थ्य देखभाल के प्रति जागरूकता के कारण. दुनिया भर में मानव की लंबी उम्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इस समारोह का आयोजन सेवानिवृत्त ओएनजीसीएन के बीच विश्वास और सम्मान की भावना देने के लिए किया गया, उनकी देखभाल अभी भी उनके संगठन यानी ओएनजीसी द्वारा की जाती है।
समारोह का आयोजन एमएलडीसी द्वारा किया गया, जो व्यवहारिक क्षेत्रों पर विभिन्न संगठनों के लिए प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो अपने संगठनों की सेवा से सेवानिवृत्त होने वाले हैं। अब तक, वे 450 से अधिक ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर चुके हैं, जिसका शीर्षक है, “अधिवर्षिता की योजना बनाना”। एमएलडीसी ने पूर्व में दिल्ली, अहमदाबाद, अंकलेश्वर, मेहसाणा, बॉम्बे आदि सहित ओएनजीसी के विभिन्न कार्य केंद्रों में इस तरह के समारोह आयोजित किए थे। इस श्रृंखला में यह 10 वां कार्यक्रम था।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए डॉ. जौहरी लाल ने कहा कि वृद्धजनों को अपने जीवन का आनंद लेने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए, चाहे वह कुछ भी हो उनके लिए ही इस काल को अपने जीवन का स्वर्णिम काल बना सकते हैं। उन्होंने विस्तार से उल्लेख किया कि 6 सूत्र उनके जीवन को स्वस्थ, सुखी और आनंदमय बनाने के लिए हैं। ये मैं हैं स्वस्थ, सत्संग, स्वाध्याय, सेवा, साधना और स्वाबलंबन। उन्होंने सुबह और शाम की सैर, प्राणायाम, शारीरिक व्यायाम और ध्यान के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
मुख्य अतिथि डॉ. अलका मित्तल, पूर्व सीएमडी ने कहा कि ओएनजीसी के बड़ी संख्या में स्तंभों से मिलकर और देखकर बहुत प्रसन्नता हुई। उन्होंने उल्लेख किया कि ओएनजीसी आज जो है वह मूल रूप से आज यहां बैठे अनुभवी व्यक्ति द्वारा प्रदान की गई कड़ी मेहनत और समर्पित सेवाएं है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वरिष्ठों के कारण ओएनजीसी की न केवल दुनिया भर में अच्छी प्रतिष्ठा है, बल्कि एक अच्छी संस्कृति भी है। उसने अपना उदाहरण दिया कि कैसे उसे मॉर्निंग वॉक के लिए जाने और कुछ साधना करने के लिए समय मिल रहा था। उन्होंने उल्लेख किया कि संगीत मानसिक और भावनात्मक विश्राम के लिए एक उत्कृष्ट साधन है। उन्हें अपने भविष्य के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि ओएनजीसी ने उनकी स्वास्थ्य देखभाल की जिम्मेदारी ली है।
केडीएमआईपीई के ईडी श्री चिटनिस ने उल्लेख किया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और अगर आपको कोई आपत्ति नहीं है तो कोई फर्क नहीं पड़ता कि उम्र अपरिहार्य है और किसी को भी सामंजस्य बिठाना होगा और स्थिति और परिस्थितियों का सबसे अच्छा उपयोग करना होगा।
उन्होंने उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को धन्यवाद दिया। ओएनजीसी में उनके योगदान के लिए और आज जो है उसकी मदद के लिए। उन्होंने ओएनजीसी की भलाई और भविष्य के लिए वरिष्ठों का आशीर्वाद मांगा।
दूसरे सत्र के दौरान ओएनजीसी चिकित्सा सेवा के डॉ. गीतांजलि जुगरान, डॉ. नितिन चावला और एमएलडीसी के निदेशक श्री प्रतीक पाठक द्वारा 3 प्रस्तुतियां दी गईं। डॉ. गीतांजलि ने ‘सच्चा सुख, निरोगीकाया’ के बारे में बताया और प्रस्तुतीकरण में बैलेंस डाइट के बारे में विस्तार से बताया और बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए हानिकारक हानिकारक सेवन क्या हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे पत्तेदार सब्जियां और प्राकृतिक विटामिन-सी लेने से बुजुर्ग व्यक्ति फिट रह सकते हैं।
डॉ. नितिन चावला ने स्वस्थ जीवन जीने के लिए 12 बिंदुओं को विस्तार से बताया। उनके द्वारा बताए गए विभिन्न बिंदुओं में शारीरिक व्यायाम, स्वस्थ आहार लेना, देखभाल मुक्त जीवन व्यतीत करना और अपने जीवन का आनंद वह करना है जो उन्हें पसंद है जिससे उन्हें खुशी मिलती है। उन्हें अपने लिए समय निकालना होगा और आत्मनिर्भर होना चाहिए। श्री प्रतीक पाठक ने अपने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने बुद्ध को उद्धृत किया, ‘हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं’। किसी भी तरह नकारात्मक विचार उनके मन की शांति को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बस अपने विचारों को देखें, कोई भी विचार जो अप्रिय है और उदास और उदासी लाता है, उससे बचना चाहिए। मन की शक्ति के बारे में अपनी बात साबित करने के लिए उन्होंने प्रतिभागियों को अपने साथ तीन अभ्यास करने के लिए कहा। विचार-विमर्श का सार डॉ. डी. दत्ता, पूर्व-ईडी मेडिसिन द्वारा किया गया |
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राजस्व न्यायालयों के लम्बित मुकदमों का तथा दाखिल ख़ारिज के लम्बित मामलों का निस्तारण मिशन मोड में करने के निर्देश दिये
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजस्व न्यायालयों के लम्बित मुकदमों को विशेष अभियान के तहत और समयबद्धता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिये है। मुख्यमंत्री ने राजस्व न्यायालयों की कार्यप्रणाली और कार्यों के निस्तारण की प्रगति में अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए अध्यक्ष राजस्व परिषद् को तत्काल समस्त राजस्व न्यायालयों के पीठासीन अधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने आयुक्त एवं सचिव को नियमित पाक्षिक समीक्षा कर प्रगति से अवगत कराने के भी निर्देश दिये है।
उल्लेखनीय है कि कृषि भूमि से सम्बन्धित विवादों जिनमें नामान्तरण अधिकारों की घोषणा, खेतों का बँटवारा, अवैध कब्जा हटाना आदि के त्वरित निस्तारण के लिए ही राजस्व न्यायालयों का गठन किया गया और राजस्व न्यायालयों को सिविल न्यायालयों की भाँति शक्तियाँ दी गई है। उक्त शक्तियों के बावजूद राजस्व न्यायालयों में छोटे-छोटे जमीन विवाद सालों तक लम्बित चले आ रहे हैं।
वर्तमान में सम्पूर्ण उत्तराखण्ड के राजस्व न्यायालयों जिनमें राजस्व परिषद्, आयुक्त, कलेक्टर, अपर कलेक्टर, सहायक कलेक्टर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के न्यायालय सम्मिलित है। लगभग 34,000 मुकदमें लम्बित हैं जिनमें से सैकड़ों मुकदमें तीन साल से भी अधिक पुराने है
मुख्यमंत्री ने मुकदमों के निस्तारण की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि के मूलमंत्र को साकार करने के लिए राजस्व न्यायालयों के लम्बित मुकदमों को विशेष अभियान के तहत और समयबद्धता के साथ निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। जनपदों के भ्रमण और समीक्षा बैठकों के दौरान भी राजस्व वादों के निस्तारण की स्थिति की समीक्षा मुख्यमंत्री द्वारा की जानी है।
बड़ी खबर : वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में धांधली की जाँच : आरबीएस रावत पूर्व चेयरमैन, सचिव मनोहर कन्याल, पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरएस पोखरिया गिरफ्तार
देहरादून, राज्य में भर्ती परीक्षाओं में हुई धाँधलियों पर मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी के जीरो टॉलरेंस के सिद्धांत का पालन करते हुए उत्तराखंड एसटीएफ़ ने बड़ी कार्रवाई की है
यूकेएससीसी द्वारा 2016 में कराई गई वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में धांधली की जाँच में आज आरबीएस रावत पूर्व चेयरमैन, सचिव मनोहर कन्याल,पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरएस पोखरिया को गिरफ़्तार कर लिया गया है
यह भर्ती परीक्षा प्रकरण में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है । 2016 के मामले में लंबे समय से जाँच चल रही थी लेकिन मुख्यमन्त्री के कड़े रुख़ के बाद जाँच एजेंसियों ने भी तेज़ी दिखाई। मुख्यमंत्री धामी पिछले कई अवसरों पर बार बार कह रहे हैं कि वो अपने युवा भाई बहनों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे, सरकारी नौकरियों की भर्ती में भ्रष्टाचार का जो दीमक लगा है उसे वे जड़ से मिटा देंगे।
इस क्रम में वीपीडीओ भर्ती में 6 वर्ष बाद विधिसम्मत कार्यवाही कर सीएम ने एक बड़ी लकीर खींच दी है।
मुख्यमंत्री धामी ने एसटीएफ की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि “जाँच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। उत्तराखंड के युवा का हक़ मारने वाले किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।सरकार ये सुनिश्चित कर रही है कि भविष्य की सभी भर्ती परीक्षाएँ स्वच्छ और पारदर्शी हो। आज की कार्रवाई इस बात की मिसाल है कि भविष्य में कोई इन परीक्षाओं में गड़बड़ी करने की हिम्मत न कर सके “
क्रमवार विवरण :
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा दिनांक 6 मार्च 2016 को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा करवाई गई
उक्त परीक्षा 6 मार्च 2016 को समस्त 13 जनपदों के 236 परीक्षा केंद्रों में संचालित की गई थी
उक्त परीक्षा में कुल 87196 परीक्षार्थियों द्वारा प्रतियोगी परीक्षा में भाग लिया गया था
30 मार्च 2016 को परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया था
उक्त परीक्षा में धांधली के मद्देनजर विभिन्न शिकायतों के आधार पर उत्तराखंड शासन द्वारा तत्कालीन अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति वर्ष 2017 में गठित की गई थी
जांच समिति द्वारा प्रेषित आख्या के आधार पर सम्यक विचारोंप्रांत , एवं माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में उक्त परीक्षा में अनियमितताओं की पुष्टि होने के कारण उक्त परीक्षा परिणाम को निरस्त किया गया
वर्ष 2019 में सचिव कार्मिक एवं सतर्कता अनुभाग के निर्देशानुसार उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं के संबंध में जांच सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून को प्राप्त हुई
वर्ष 2020 में सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून द्वारा खुली जांच में पुष्टि होने पर उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं की पुष्टि होने पर सतर्कता अधिष्ठान देहरादून में मुकदमाअपराध संख्या 01/20 धारा 420/468/467/120B ipc व धारा 13 (1) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अभियोग शासन की अनुमति उपरांत पंजीकृत कराया गया
अभियोग पंजीकृत होने के बाद वर्ष 2020 से वर्ष 2022 तक उक्त प्रकरण की विवेचना सतर्कता अधिष्ठान देहरादून द्वारा की जा रही थी
वर्ष 2022 माह अगस्त में माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार उक्त प्रकरण की विवेचना एसटीएफ को स्थानांतरित हुई
एसटीएफ द्वारा विवेचना को आगे बढ़ाते हुए साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की गई
पूर्व में जांच कमेटी द्वारा उक्त परीक्षा से संबंधित ओएमआर शीट को FSL भेजा गया था एवं FSL से उक्त OMR शीट में छेड़छाड़ होने की पुष्टि हुई थी
विवेचना के दौरान यह भी पाया गया कि उक्त परीक्षा से संबंधित ओएमआर स्कैनिंग / फाइनल रिजल्ट बनाए जाने का का कार्य तत्कालीन सचिव मनोहर सिंह कन्याल के घर पर हुआ था
विवेचना के दौरान अभी तक दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थी चिन्हित किए गए हैं और उनके बयान एसटीएफ द्वारा दर्ज किए गए
विवेचना के दौरान कई अहम गवाहों के बयान न्यायालय में भी कराए जा चुके हैं जो केस की अहम साक्ष्य है
विवेचना के दौरान पूर्व में तीन अभियुक्त 1 मुकेश कुमार शर्मा 2 मुकेश कुमार 3 राजेश पाल को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है
एसटीएफ द्वारा पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर आज दिनांक 8 अक्टूबर 2022 को
1 तत्कालीन अध्यक्ष UKSSSC डॉ रघुवीर सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय श्री दुर्गा सिंह रावत निवासी 188/1ऑफिसर सोसायटी वसंत विहार देहरादून
2 तत्कालीन सचिव UKSSSC मनोहर सिंह कन्याल पुत्र प्रताप सिंह कन्याल निवासी वन 169/2 वन विहार शिमला बायपास देहरादून
वर्तमान पद- सँयुक्त सचिव लेखा सचिवालय देहरादून
3 तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक UKSSSC राजेंद्र सिंह पोखरिया पुत्र स्वर्गीय श्री प्रेम सिंह पोखरिया निवासी 1/29
कृष्ण पुरम माजरी माफी आईआईपी मोहकमपुर देहरादून
को पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है और माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है
नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया की मोबाइल प्रदर्शनी का महापौर ने किया शुभारंभ
ऋषिकेश, नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि किताबें हमारी सच्ची साथी होती हैं। इसे न सिर्फ एक आर्थिक संसाधन के रूप देखना चाहिए बल्कि इससे पढ़ने की क्षमता बढ़ती है। छात्र-छात्राओं को अधिक से अधिक किताबें पढ़नी चाहिए। उक्त विचार शनिवार को महापौर ने गंगा तट त्रिवेणी घाट पर गंगा पुस्तक परिक्रमा के शुभारंभ मौके पर बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करते हुए व्यक्त किए।
नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया के तत्वावधान में त्रिवेणी घाट पुस्तकों की मोबाइल प्रदर्शनी के उद्वाटन के लिए पहुंची महापौर ने कहा कि पुस्तक हमेशा से ही प्रेरणाश्रोत रही हैं, लेकिन आज खेदजनक पहलू यह है कि कंप्यूटरीकृत इस युग में पुस्तकों का क्रेज काफी कम होता जा रहा है। ऐसे में आज स्कूली बच्चों के साथ-साथ आम लोगों में भी पुस्तकों के प्रति जागरूकता लाना जरूरी है। इसी तरह के आयोजन लोगों में पुस्तकों के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि पुस्तकें ज्ञान का भंडार होती हैं तथा पुस्तकों द्वारा ही हमारा बौद्धिक एवं मानसिक विकास संभव होता है। ज्ञान प्राप्ति का सर्वश्रेष्ठ साधन होने के साथ-साथ, पुस्तकें हमें सामाजिक व्यवहार, संस्कार, कर्तव्यनिष्ठा जैसे गुणों के संवर्धन में सहायक सिद्ध होती हैं तथा प्रबुद्ध नागरिक बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।जिस प्रकार संतुलित आहार हमारे शरीर को पुष्ट करता है, उसी प्रकार पुस्तकें हमारे मस्तिष्क की भूख को मिटाती हैं। समाज के परिष्कार, व्यावहारिक ज्ञान में वृद्धि एवं कार्यक्षमता तथा कार्यकुशलता के पोषण में भी पुस्तकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। पुस्तकों के अध्ययन से हमारा एकाकीपन भी दूर होता है।कार्यक्रम के उपरांत अगले गंतव्य के लिए महापौर ने सचल वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर कार्यक्रम आयोजक स्वाति बड़ोला सीनियर इवेंट एग्जीक्यूटिव नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया,रोहित कुमार डागर, सार्थक अस्वाल, सुशील कुमार, पार्षद मनीष बनवाल, विजय बडोनी, पवन शर्मा, विवेक गोस्वामी, अजय कालड़ा, राहुल पाल आदि मोजूद रहे।