Thursday, May 1, 2025
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हेमकुंड साहिब के कपाट विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए हुये बंद

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चमोली, हेमकुंड साहिब के कपाट आज सोमवार को विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है। कपाट बंद होने की प्रक्रिया सुबह दस बजे से शुरू हुई थी। सोमवार सुबह 10 बजे सुखमणी पाठ शुरू होगा। 11:15 से 12:30 बजे तक शबद कीर्तन और 12:30 से एक बजे तक इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी।
दोपहर एक बजे हुकुमनामा किया गया और पवित्र गुरुग्रंथ साहिब को 418 इंजीनियर कोर सेना के बैंड की मधुर धुन के बीच पंच प्यारों की अगुवाई में दरबार साहिब से सचखंड में स्थापित किया गया।
गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि कपाट बंद होने पर हेमकुंड साहिब में करीब 1500 श्रद्धालु शामिल हुए, जिसमें हेमकुंड साहिब के प्रधान ट्रस्टी जनक सिंह का जत्था, जालंधर से भगत सिंह का जत्था, करनाल से अमरजीत का जत्था व अन्य श्रद्घालु शामिल रहे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दो लाख 47 हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में दर्शन किए।
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से हेमकुंड साहिब में दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है जिससे वहां करीब आधा फीट तक बर्फ जम चुकी है।

करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर को रखा जाएगा, रात आठ बजकर 19 मिनट पर होगा चांद का दीदार

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देहरादून, करवा चौथ को लेकर बाजार में खरीददारी करने के लिये अभी से महिलाओं की भीड़ बढ़ने लगी है, वैवाहिक जीवन में सुख शांति, पति की दीर्घायु, जन्म-जन्मांतर प्रेम की प्राप्ति की कामना के लिए मनाया जाने वाला करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर को रखा जाएगा। इसके लिए बाजार पूरी तरह सोलह श्रृंगार से सज चुके हैं।

करवा चौथ का व्रत :

करवाचौथ पर चतुर्थी तिथि 13 अक्टूबर की रात एक बजकर 59 मिनट से 14 अक्टूबर की सुबह तीन बजकर आठ मिनट तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार करवा चौथ का व्रत 13 को रखा जाएगा |

पूजा का शुभ मुहूर्त :

करवा चौथ व्रत की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम पांच बजकर 46 मिनट से छह बजकर 50 मिनट तक रहेगा। वहीं राज्य में चांद का दीदार का समय रात आठ बजकर 19 मिनट पर रहेगा।

करवा चौथ को लेकर महिलाओं में मेंहदी लगाने का क्रेज भी है। ऐसे में कई महिलाओं ने अभी से बुकिंग कर दी है तो कुछ महिलाओं ने घर पर मेहंदी वालों को बुलाया है जिससे क्षेत्र की महिलाओं की मेहंदी एक साथ लगाई जा सके। करवा चौथ पर महिलाएं कांच की चूड़ियां जरूर खरीदारी करती हैं।

करवा चौथ के व्रत की कथा :

करवा चौथ की कहानी है कि, देवी करवा अपने पति के साथ तुंगभद्रा नदी के पास रहती थीं। एक दिन करवा के पति नदी में स्नान करने गए तो एक मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया और नदी में खिंचने लगा। मृत्यु करीब देखकर करवा के पति करवा को पुकारने लगे। करवा दौड़कर नदी के पास पहुंचीं और पति को मृत्यु के मुंह में ले जाते मगर को देखा। करवा ने तुरंत एक कच्चा धागा लेकर मगरमच्छ को एक पेड़ से बांध दिया। करवा के सतीत्व के कारण मगरमच्छा कच्चे धागे में ऐसा बंधा की टस से मस नहीं हो पा रहा था। करवा के पति और मगरमच्छ दोनों के प्राण संकट में फंसे थे।

करवा ने यमराज को पुकारा और अपने पति को जीवनदान देने और मगरमच्छ को मृत्युदंड देने के लिए कहा। यमराज ने कहा मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि अभी मगरमच्छ की आयु शेष है और तुम्हारे पति की आयु पूरी हो चुकी है। क्रोधित होकर करवा ने यमराज से कहा, अगर आपने ऐसा नहीं किया तो मैं आपको शाप दे दूंगी। सती के शाप से भयभीत होकर यमराज ने तुरंत मगरमच्छ को यमलोक भेज दिया और करवा के पति को जीवनदान दिया। इसलिए करवाचौथ के व्रत में सुहागन स्त्रियां करवा माता से प्रार्थना करती हैं कि हे करवा माता जैसे आपने अपने पति को मृत्यु के मुंह से वापस निकाल लिया वैसे ही मेरे सुहाग की भी रक्षा करना।
करवा माता की तरह सावित्री ने भी कच्चे धागे से अपने पति को वट वृक्ष के नीचे लपेट कर रख था। कच्चे धागे में लिपटा प्रेम और विश्वास ऐसा था कि यमराज सावित्री के पति के प्राण अपने साथ लेकर नहीं जा सके। सावित्री के पति के प्राण को यमराज को लौटाना पड़ा और सावित्री को वरदान देना पड़ा कि उनका सुहाग हमेशा बना रहेगा और लंबे समय तक दोनों साथ रहेंगे।

हिमस्खलन का शिकार हुए दून के सिद्धार्थ खंडूड़ी का अंतिम संस्कार, पिता ने दी मुखाग्नि

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देहरादून, उत्तरकाशी जिले में हिमस्खलन का शिकार हुए देहरादून के सिद्धार्थ खंडूड़ी (26) का अंतिम संस्कार रविवार को हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर गमगीन माहौल में किया गया। सिद्धार्थ के पिता हर्षवर्धन खंडूड़ी ने मुखाग्नि दी। इस दौरान अंतिम संस्कार के समय हर आंख नम रही।

हरिद्वार अंतिम यात्रा से पहले कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मेयर सुनील उनियाल गामा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना और कर्नल अजय कोठियाल सिद्धार्थ के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। सिद्धार्थ की अंतिम यात्रा हरिद्वार के लिए सुबह लगभग साढ़े 10 बजे उनके नेशविला रोड स्थित निवास से रवाना हुई। जैसे ही उनकी अंतिम यात्रा शुरू हो गई परिजनों में चीख पुकार मच गई। इस दौरान पड़ोस के लोगों की भी आंखें नम हो गईं। नम आंखों से पड़ोसी और रिश्तेदार सिद्धार्थ के परिजनों को ढांढस बंधा रहे थे।
सिद्धार्थ के दोस्त ने बताया कि करीब साढ़े 12 बजे हरिद्वार के श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। यात्रा में सिद्धार्थ के परिजनों के अलावा पड़ोसी, रिश्तेदार व अन्य शामिल हुए। शनिवार की रात ही सिद्धार्थ का शव उनके निवास पर लाया गया था। रातभर उनके निवास पर उनको आखिरी बार देखने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। सुबह अंतिम यात्रा सेे पहले कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और मेयर सुनील उनियाल गामा ने दुख जताते हुए उनके परिजनों को ढांढस बंधाया।

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने वालों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

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देहरादून, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या का षड्यंत्र रचने का मामला सामने आया है। कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि की तहरीर पर पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इधर, एसपी सिटी मनोज कत्याल ने सितारगंज कोतवाली पहुंचकर मामले की पूरी जांच की। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गईं हैं।
नगर के वार्ड 11 बाईपास रोड निवासी कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के प्रतिनिधि उमाशंकर दुबे कोतवाली पहुंचे और पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि कैबिनेट मंत्री की हत्या करने की साजिश हल्द्वानी जेल में चार माह पूर्व रची गई थी। आरोप लगाया कि हीरा सिंह गेहूं चोरी मामले में अपनी गिरफ्तारी और खनन का कारोबार बंद होने के लिए कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानता है। तहरीर में जिक्र है कि हल्द्वानी जेल में आरोपी की यूपी निवासी सतनाम से मुलाकात हुई। उसने सतनाम से कहा कि मंत्री की हत्या करनी है, चाहे जितने रुपये खर्च हो जाएं। सतनाम ने अपने दोस्त किच्छा के मो. अजीज उर्फ गुड्डू को बड़ा अपराधी बताते हुए उसे सुपारी देने की बात कही। साथ ही उसके जेल से बाहर निकलने पर एक अन्य साथी हरभजन सिंह के गुड्डू से मिलवाने की बात कही।

इस तरह हीरा अपने साथियों के साथ मंत्री की हत्या की साजिश रच रहा था। जेल से छूटकर आए हीरा पर नजर रखी तो उसे कैबिनेट मंत्री की सभाओं में रेकी करते हुए देखा गया। पुलिस ने मंत्री के प्रतिनिधि उमाशंकर की तहरीर पर चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

ब्रैकिंग : राज्य कर अधिकारी अनिल कुमार को सेवाओं से बर्खास्त करने के आदेश जारी

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देहरादून, प्रदेश में मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में चल रही सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति पर एक और बडा फैसला लिया है। जिसके अन्तर्गत निलंबित चल रहे राज्य कर अधिकारी अनिल कुमार को सेवाओं से बर्खास्त करने का फैसला लेते हुये आदेश जारी कर दिये गये है।
सचल दल इकाई देहरादून के आशारोडी में तैनात रहते हुये हरियाणा नंबर के एक वाहन से जो की माल लेकर देहरादून आ रहा था से रिश्वत मांगने व लेने की शिकायत सीएम पोर्टल पर की गई थी। मामले की जांच संयुक्त आयुक्त अजय कुमार को सौॆंपी गई थी |
जांच में दोषी पाए जाने पर अनिल कुमार को आरोप पत्र सौंपने के बाद सेवा से बर्खास्त करने का पत्र शासन को प्रेषित किया गया था जिस पर निर्णय लेते हुये सरकार ने विवादत अधिकारी को से्वा से बर्खास्त करने का फैसला लिया है।

पत्रकारिता तत्थों पर आधारित जानकारी को समाज के बीच में ले जाने का एक प्रमुख माध्यम है : कुलसुम मुस्तफा तल्हा

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“उत्तराखंड के सामाजिक उत्थान एवं पर्यावरणीय संरक्षण के लिए मीडिया की भूमिका, विषय पर संगोष्ठी का आयोजन”

(अशोक कुमार पांडेय)

अल्मोड़ा, नगर के उदयशंकर नृत्य अकादमी में ग्रीन हिल्स ट्रस्ट की तरफ से एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उत्तराखंड के सामाजिक उत्थान एवं पर्यावरणीय संरक्षण के लिए मीडिया की भूमिका” विषय पर आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार कुलसुम मुस्तफा तल्हा मुख्य अतिथि और विधायक मनोज तिवारी, डीएफओ महातिम यादव , विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ लक्ष्मीकांत विशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
संगोष्ठी का आरंभ करते हुए वरिष्ठ पत्रकार कुलसुम मुस्तफा तल्हा ने कहा कि कि पत्रकारिता तत्थों पर आधारित जानकारी को समाज के बीच में ले जाने का एक प्रमुख माध्यम है। उन्होंने कहा कि जब पत्रकार किसी विषय पर लिखते हैं तो उस विषय की ठोस जानकारी भी प्राप्त करते है ,उन्होंने कहा कि आज से चालीस साल पूर्व पत्रकारिता कोई व्यवसाय नही था, बदलते जमाने में पत्रकारिता एक व्यवसायिक स्वरूप ले चुकी है ।
डीएफओ महातिम यादव ने कहा कि वन संसाधनों का ग्रामीण विकास मे योगदान होना चाहिये। उन्होंने कहा कि वन व समाज के बीच संन्तुलन से ही पहाड़ों का समग्र विकास हो सकता है । उन्होंने कहा कि चिपको आंदोलन पहाड़ो की आवश्यकताओ व वनों के दोहन के बीच का आन्दोलन था । इस अवसर पर पत्रकारों द्वारा भी सवाल जबाब किये जिसमें सुरेश तिवारी, दयाकृष्ण काण्डपाल , अशोक पाण्ड़े , कपिल मल्होत्रा ,शिवेन्द्र गोस्वामी , ललित भटट् , डी एस सिजवाली के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला आदि ने संवाद मे हिस्सा लिया। विवेकाकानंद पर्वतीय अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. लक्ष्मीकान्त ने कहा कि सूचनाओं को लोगो तक पहुंचाने के लिये मीड़िया की बड़ी जिम्मेदारी है।
पहाडो से पलायन को कैसे रोका जाय के सवाल पर बोलते हुए स्थानीय विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि यह एक बड़ा ज्वलंत मुद्दा है। पलायन के मुख्य कारण स्वास्थ्य , शिक्षा और रोजगार है। जिसकी पहाड़ो में काफी कमी है। पौड़ी जनपद के बाद सबसे ज्यादा पलायन अल्मोड़ा जनपद से हुआ है। यह काफी चिंताजनक है। इसको रोकने के लिए सरकारों ने ठोस नीतियां बनाई जानी चाहिए।
आकाशवाणी के निदेशक रमेश चन्द्रा ने कहा कि मीड़िया तक जो भी सूचनाये आती है, मीडिया उसे जनता तक पहुंचाने का काम बखूबी करता है। सॆमिनार का संचालन भावना जोशी व नीरज पांगती ने संयुक्त रूप से किया । कार्यक्रम के समापन मे ड़ा. बसुधा पन्त ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।

कृषि मंत्री जोशी ने झबरेडा के शेरपुर गांव में किया ऑर्गेनिक गन्ना क्रेशर का शुभारंभ

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हरिद्वार, प्रदेश के कृषि, कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी आज झबरेड़ा के ग्राम शेरपुर खेलमऊ पहुंचे ।जहां कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जीवामृत ऑग्रेनिक फार्मर प्रोडयूशर कम्पनी लि० का गन्ना क्रेशर पैराई सत्र 2022-23 का भव्य शुभारम्भ किया । झबरेड़ा के ग्राम शेरपुर पहुंचने पर कृषि मंत्री गणेश जोशी का भव्य स्वागत किया गया। वहीं कार्यक्रम के दौरान मंत्री जोशी को आयोजको द्वारा संस्थान के प्रोडक्ट भेंट किया।

कृषि मंत्री गणेश जोशी अस्वस्थ होने के बावजूद भी कार्यक्रम में पहुंचे और ऑर्गेनिक गन्ना क्रेशर का शुभारंभ कर किसानों को बड़ी सौगात दी। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि मै मंदिर, सैनिकों और किसानों के कार्यक्रम कभी नहीं छोड़ता हूं । मंत्री जोशी ने खुशी जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जो सपना है किसानों की आय दुगनी करने का संकल्प जो मोदी जी ने लिया है । उसको पूरा करने का काम और शुरवात अगर कहीं से हो रहा है, तो वह इस ऑर्गेनिक गन्ना क्रेशर से हो रही है।
मंत्री जोशी ने कहा कि क्षेत्र में इस ऑर्गेनिक गन्ना क्रेशर की शुरुवात होने से जहां गन्ना किसानों को इसका लाभ होगा वहीं दूसरी तरफ ऑर्गेनिक को भी निश्चित तौर पर मजबूती मिलेगी। मंत्री जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में में अभी 34% ऑर्गेनिक है परंतु सरकार का संकल्प है कि जब राज्य 25 वर्ष का होगा तो हम किसानों की आय और ऑर्गेनिक खेती को दुगना करेंगे इस दिशा में सरकार लगातार प्रयासरत है।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि चाहे केंद्र की सरकार हो या राज्य की किसानों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे है। इसके साथ ही मंत्री जोशी ने क्षेत्र में किसानों को लेब की समस्या को लेकर मुख्य मंत्री से वार्ता कर समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया साथ ही मंत्री जोशी ने क्षेत्र में बंद में खाद के गोदाम को शीघ्र सुचारू करने का भी आश्वासन दिया।

इस अवसर पर चेयरमैन विजयपाल, पूर्व विधायक चौधरी यशवीर, चौधरी अजीत सिंह, राजपाल, पवन तोमर, शीशपाल, सहित कई लोग उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय आपदा क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर राज्य के त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधियों ने दी आंदोलन की धमकी

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पिथौरागढ़, उत्तराखंड को राष्ट्रीय आपदा क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर राज्य के त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधियों ने आज आंदोलन की धमकी दे दी है। कहा कि बारिश के कहर ने सामुदायिक व्यवस्था को सबसे अधिक प्रभावित किया है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ईमेल से पत्र भेजकर तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से हुए नुकसान को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसानों की फसलें चौपट हो गई है। पहाड़ी क्षेत्रों में पैदल व मोटर मार्ग बदहाल हो गए है।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने मुख्यमंत्री का इस ओर ध्यान खींचते हुए कहा कि तीन दिनों की इस बारिश ने राज्य को अरबों रुपए का नुक़सान पहुंचा दिया है। राज्य में धान, तिलहन, दालें, आलू, राजमा तथा जाड़ों के समय के लिए काटकर रखी जाने वाली घास अत्यधिक मात्रा में बारिश होने के कारण खराब हो गई है।
इससे किसानों को करोड़ों रुपए की क्षति हुई है।
उन्होंने कहा कि किसानों ने खेती के लिए कृषि लोन लिया था, उसकी अदायगी तो रहा किसानों के पास ब्याज देने के लिए भी सामर्थ्य बची हुई नहीं है।
मर्तोलिया ने कहा कि बारिश ने पैदल मार्ग तथा मोटर मार्गों को फिर जर्जर तथा बदहाल स्थिति में ला दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारी सम्पत्तियों को भी इस भीषण बारिश से नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि आम जनजीवन को पटरी में लाने के लिए इस आपदा को शीघ्र राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार के। पास प्रस्ताव तैयार कर भेजना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पर्यटन व्यवसायियों की भी कमर इस बारिश ने तोड़ दी है।
बारिश के कारण करोड़ों रुपए की बुकिंग टूरिस्टों ने ऐन वक्त पर कैंसिल कर दी है।
उन्होंने कहा कि इस बारिश से मजदूर, किसान, व्यवसायियों, दुकानदारों, वाहन स्वामियों को भारी नुक्सान पहुंचा है।
मोटर मार्गों के साथ पहाड़ी क्षेत्रों में पैदल मार्गों की दशा सुधारने के लिए आपदा मद से अतिरिक्त बजट की आवश्यकता होगी, इसके लिए राष्ट्रीय आपदा घोषित होना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो उत्तराखंड के पंचायत प्रतिनिधियों को आंदोलन शुरू करना पड़ेगा।

समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव का निधन, पीएम नरेंद्र मोदी ने जताया दु:ख

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लखनऊ, समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव का आज 82 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने गुरुग्राम के वेदांता हास्पिटल में आज सुबह 8:16 बजे अंतिम सांस ली. समाजवादी नेता और वर्तमान में मैनपुरी से सांसद मुलायम सिंह यादव रक्तचाप, यूरिन संक्रमण आदि समस्या के कारण पिछले कई दिनों से अस्तपाल में भर्ती थे. मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था. मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे और केंद्र में रक्षामंत्री पद भी रहे. वे 7 बार लोकसभा में सांसद सदस्य रहे. मुलायम सिंह यादव ने 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन किया |

मुलायम सिंह यादव के निधन पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक जताया है. पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को याद किया और कहा कि वह “आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए एक प्रमुख सैनिक” थे. प्रधानमंत्री ने कहा, उनके संसदीय हस्तक्षेप व्यावहारिक थे और राष्ट्रीय हित को आगे बढ़ाने पर जोर देते थे |

प्रधानमंत्री ने तस्वीरों के जरिए याद किए नेता जी :

समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव के निधन पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उनकी यादों को तस्वीरों के जरिए साझा किया है. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे. उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ. लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया |

उत्तर प्रदेश में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा :

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी के निध्कन पर दुख जताते हुए कहा कि यह अत्यंत दुखदायी है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके निधन से समाजवाद के एक प्रमुख स्तंभ एवं एक संघर्षशील युग का अंत हुआ है |

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना व शोकाकुल परिवार एवं समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उत्तर प्रदेश सरकार ने दिग्गज राजनेता मुलायम सिंह यादव के निधन पर तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा |

सावधान! व्हाट्सऐप यूजर्स के वीडियो, ऑडियो सब हो रहे रिकॉर्ड; कहीं आप भी शिकार तो नहीं?

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मेसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप में यूजर्स को ढेरों फीचर्स मिलते हैं, जिनसे चैटिंग और मैसेजिंग अनुभव बेहतर बनाया जाता है लेकिन ज्यादा फीचर्स के लालच में ढेरों यूजर्स क्लोन्ड या थर्ड-पार्टी व्हाट्सऐप वर्जन इस्तेमाल करते हैं।

हालांकि, इन क्लोन्ड ऐप्स के इस्तेमाल का मतलब अपनी प्राइवेसी से समझौता करना है। नई रिपोर्ट में क्लोन्ड व्हाट्सऐप वर्जन की मदद से यूजर्स के ऑडियो और वीडियो रिकॉर्ड करने का मामला सामने आया है।

साइबर-सुरक्षा कंपनी ESET ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि व्हाट्सऐप के थर्ड-पार्टी, क्लोन्ड और अनाधिकारिक वर्जन स्पाईवेयर इस्तेमाल कर रहे हैं। ‘GB Whatsapp’ नाम के लोकप्रिय लेकिन क्लोन्ड थर्ड-पार्टी व्हाट्सऐप वर्जन की मदद से ना सिर्फ यूजर्स के चैट्स बल्कि उनकी वॉइस और वीडियो कॉल्स की जासूसी भी की जा रही है। यूजर्स को फौरन इस ऐप का इस्तेमाल बंद करने की सलाह दी गई है।

: व्हाट्सऐप में मिलेगा गजब का फीचर! भेजने के बाद मेसेज एडिट कर सकेंगे यूजर्स

मालवेयर और खतरों के साथ आती हैं ये ऐप्स
क्लोन्ड, थर्ड-पार्टी ऐप्स कई तरीकों से जासूसी कर सकती हैं और ऑडियो और वीडियो रिकॉर्ड करने में भी सक्षम होती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, “क्लोन्ड ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं होती हैं, यही वजह है कि इन्हें किसी तरह के सिक्योरिटी चेक्स से नहीं गुजरना पड़ता। अलग-अलग थर्ड-पार्टी वेबसाइट्स और स्टोर्स पर लिस्टेड क्लोन्ड ऐप्स में कई तरह के मालवेयर होते हैं और इनसे बच पाना संभव नहीं है।”

असली ऐप में छेड़छाड़ कर बनाती हैं क्लोन्ड ऐप्स

क्लोन्ड ऐप्स में यूजर्स को कुछ ऐसे फीचर्स मिलते हैं, जो आधिकारिक ऐप में नहीं मिलते। उदाहरण के लिए, GB Whatsapp यूजर्स डिलीट किए जाने के बाद भी कोई मेसेज पढ़ सकते हैं। इसके अलावा बिना यूजर को पता चले उसका स्टेटस देखने का विकल्प भी मिलता है। ऐसे फीचर्स आधिकारिक ऐप के कोड में बदलाव और इससे छेड़छाड़ कर दिए जाते हैं। यही वजह है कि क्लोन्ड ऐप्स का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं होता।

: व्हाट्सऐप पर खतरे की घंटी हैं ये ये पांच मेसेज, कहीं आपके पास तो नहीं आए?

आपके अकाउंट पर प्रतिबंध लगा सकता है व्हाट्सऐप

व्हाट्सऐप ने अपने सपोर्ट पेज पर साफ किया है कि इस तरह की क्लोन्ड ऐप्स इस्तेमाल करने वाले यूजर्स पर कार्रवाई की जा सकती है। अगर आप आधिकारिक ऐप के अलावा इसका कोई वर्जन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो अकाउंट पर परमानेंट बैन तक लगाया जा सकता है। ध्यान रहे कि आप गूगल प्ले स्टोर या ऐप्स ऐप स्टोर से ही आधिकारिक व्हाट्सऐप वर्जन इंस्टॉल करें और इसे लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट रखें।