Thursday, May 22, 2025
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एक नवंबर से होने वाले हैं ये बदलाव, जानें आपकी जेब क्या होगा इसका असर

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नई दिल्ली,। New Rule From November नवंबर का महीना शुरू होने में केवल एक दिन बाकी है। 1 नवंबर में देश में कई बड़े बदलाव होने जा रहे हैं, जिसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर होने जा रहा है। ऐसे में आपको इन बदलावों के बारे में जानकरी होना जरूरी है, जिससे आप समय रहते उन कार्यों को पूरा कर सकते हैं और किसी भी तरह की समस्या से बच सकते हैं।

इन नियमों में इंश्योरेंस की केवाईसी, एलपीजी सिलेंडर के दाम, ट्रेनों का समय और सब्सिडी से जुड़े नियम शामिल हैं। आइए जानते हैं 1 नवंबर से होने वाले बदलावों के बारे में.
एलपीजी सिलेंडर के दाम
हर महीने की पहली तारीख को सरकार की ओर से एलपीजी सिलेंडर के नए दाम जारी किए जाते हैं। ये बदलाव हर महीने गैस की कीमतों में समीक्षा के बाद किए जाते हैं। ऐसे में एलपीजी गैस की कीमत में हर महीने की शुरुआत में कमी होने या फिर बढ़ोतरी होने की संभावना रहती है। 1 नवंबर को 14 किलो वाले घरेलू सिलेंडर और 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में बदलाव हो सकता है। 1 अक्टूबर, 2022 को दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर का दाम 25.5 रुपये घटाया गया था।
केवाईसी के नियम
मौजूदा समय में नॉन लाइफ इंश्योरेंस खरीदते समय केवाईसी कराना अनिवार्य नहीं है, लेकिन 1 नवंबर से भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) इसे अनिवार्य कर सकता है। इसके बाद नए और पुराने दोनों बीमाधारकों के लिए केवाईसी कराना अनिवार्य होगा।

ट्रेनों का समय
रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 नवंबर से देश में ट्रेनों के टाइम टेबल को बदल सकता है। ये पूरे देश में सैकड़ों ट्रेनों पर लागू किया जा सकता है। ट्रेनों के समय में बदलाव होने के कारण उन यात्रियों को मुश्किल का सामना करना पड़ेगा, जिन्होंने 1 नवंबर और उसके बाद की टिकट अक्टूबर में ही बुकिंग करा रखी हैं। ऐसे में ट्रेनों में यात्रा करने पहले आपको ट्रेन टाइमिंग को पता कर लेना चाहिए।

दिल्ली में बिजली पर सब्सिडी
देश की राजधानी दिल्ली के सभी लोगों को 1 नवंबर 2022 से सब्सिडी मिलन बंद हो जाएगी। केवल उन्हीं लोगों को दिल्ली सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाएगी, जिन्होंने 31 अक्टूबर तक बिजली सब्सिडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।

महंगाई-बेरोजगारी पर अभाकिस ने सरकार को घेरा

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रुद्रप्रयाग। अखिल भारतीय किसान सभा के दो दिवसीय जिला सम्मेलन विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। साथ ही 25 सदस्यीय जिला काउंसिल चुनाव किया गया। अंतिम दिन वक्ताओं ने कई प्रस्ताव पास किए जिसमें महंगाई, मनरेगा और बेरोजगारी का सवाल प्रमुख रूप से था। मुख्यालय में आयोजित पांचवें जिला सम्मेलन के दूसरे एवं समापन मौके पर किसान सभा के जिला मंत्री विक्रम सिंह पंवार द्वारा संगठन की 3 वर्षों एवं भविष्य की कार्य रिपोर्ट पेश की गई। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों एवं राष्ट्रीय तथा राज्य और जिले में किसानों के संघर्षों को लेकर जानकारी दी। सम्मेलन में आए प्रतिनिधियों द्वारा बहस करने के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक रूप से पास की गई। सम्मेलन के दौरान बढ़ती हुई महंगाई, बेरोजगारी, मनरेगा में 200 दिन काम एवं ₹600 प्रतिदिन मजदूरी, मनरेगा को शहरी क्षेत्रों में भी लागू करने, जंगली जानवर में बंदर और सूअरों के आतंक, बिगड़ती कानून व्यवस्था आदि के सवाल पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किए गए। सम्मेलन में बतौर पर्यवेक्षक प्रांतीय महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने कहा कि अखिल भारतीय किसान सभा देश के किसानों का सबसे बड़ा एवं जनवादी एवं अनुशासित संगठन है। देश में गांव से मंडल और जिला तथा राज्य तक संगठन के नियमित सम्मेलन एवं चुनाव होते हैं। उन्होंने बताया कि आगामी 5 और 6 नवंबर को संगठन का राज्य सम्मेलन ऊधमसिंह नगर में आयोजित होगा। इसके लिए पूरे प्रदेश के किसान प्रतिनिधि भाग लेंगे। जनता के विभिन्न सवालों पर संघर्ष करने के लिए प्रदेश स्तरीय आंदोलन खड़ा किया जाएगा। जनपद से 15 किसानों का राज्य सम्मेलन के लिए चयन किया गया है। इस मौके पर अंकिता भंडारी हत्याकांड एवं चमोली जिले की पिंकी के हत्याकांड के दोषियों की गिरफ्तारी एवं कठोर सजा दिलाने की मांग की गई। इसके लिए जिले एवं प्रदेश भर में आंदोलन खड़ा कर सत्ता में बैठी भाजपा सरकार का पर्दाफाश किया जाएगा।
सम्मेलन के अंत में 25 सदस्य जिला काउंसिल तथा 6 सदस्य पदाधिकारियों का चुनाव किया गया। आषाढ़ सिंह धिरवाण को जिलाध्यक्ष, विक्रम सिंह पंवार जिला मंत्री, भरत सिंह भंडारी जिला कोषाध्यक्ष चुने गए। राजाराम सेमवाल, सतवीर रावत जिला उपाध्यक्ष चुने गए। मुरारीलाल दौलत सिंह रावत जिला सह सचिव बनाए गए। जसपाल लाल, विजय सिंह, इंद्र लाल, सुंदर सिंह, मनोहर सिंह नेगी, हर्षवर्धन, धीरज लाल, रोशन लाल, मदन सिंह, जय सिंह नेगी जिला काउंसिल के सदस्य चुने गए। सम्मेलन को प्रदेश उपाध्यक्ष राजाराम सेमवाल, सीटू के जिला मंत्री वीरेंद्र गोस्वामी, सीटू जिला कोषाध्यक्ष नरेंद्र रावत, सीटू अध्यक्ष लक्ष्मी देवी, कमला देवी, अरविंद पंवार आदि ने संबोधित किया।

 

वन अनुसंधान संस्थान में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं जयन्ती सादगी से मनायी गयी

देहरादून, वन अनुसंधान संस्थान में सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की 147वीं जयन्ती सादगी से मनायी गयी। इस अवसर पर वन अनुसंधान संस्थान के समस्त प्रभाग प्रमुख, वैज्ञानिक, अधिकारी एवं कर्मचारी दीक्षान्तगृह में एकत्रित हुए। सवर्प्रथम निदेशक वन अनुसंधान संस्थान, डा. रेनू सिंह जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यापर्ण कर पुष्प अर्पित किए तथा उन्होंने संस्थान के समस्त प्रभाग प्रमुख, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता एवं इसकी आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने हेतु शपथ दिलाई।

कोसी स्वच्छ्ता अभियान में जुटेंगे लगभग तीन हजार से अधिक लोग, 50 किमी दायरे में चलेगा अभियान

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अल्मोड़ा, जनपद में कोसी स्वच्छ्ता अभियान में लगभग तीन हजार से अधिक लोग जुटेंगे तथा अल्मोड़ा जनपद के अन्तर्गत पचास किलोमीटर के दायरें में यह अभियान चलेगा, यह जानकारी जिलाधिकारी वंन्दना व मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कही, अभियान का संयोजन मुख्य विकास अधिकारी कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि इतना व्यापक स्वच्छता अभियान किसी नदी को लेकर पहली बार किया जा रहा है, इसे लिम्का बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया जायेगा । इसके लिये ड्रोन कैमरों से नजर रखी जायेगी ।

इस अवसर पर जिलाधिकारी वन्दना ने जनपद के द्वाराहाट भिकियासैण , चौखुटिया , रानीखेत अल्मोड़ा दन्यां आदि स्थानों में स्वच्छता अभियान की जानकारी दी, जिलाधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों में नगर पंचायतों के पास भूमि नही है उसके लिये प्रस्ताव बनाकर भेजे गये है । उन्होंने कहा कि इसके लिये कस्बों से यूजर चार्ज लिया जा रहा है जो क्षेत्र नगर पंचायत मे नही है वहां जिलापंचायत से कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है । सोमेश्वर में कोसी के पास जमा कूड़ा जिला पंचायत द्वारा निस्तारित किया गया है, जिलाधिकारी में कहा कि गीला कूड़ा व सूखा आदि का अलग अलग निस्तारित हो, सूखे कूड़े को रिसाईकिल किया जा सकता है । कोसी स्वच्छता अभियान सात नवम्बर को एक साथ सम्पन्न होगा, इस अभियान में ग्राम पंचायत , महिला मंगल दल , स्कूल तथा सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जायेगा ।

भारत युवा शक्ति से समृद्ध देश है ‌‌- डा महेंद्र नाथ पाण्डेय

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हरिद्वार 31 अक्तुबर (कुलभूषण) समूचे देश के साथ.साथ बीएचईएल हरिद्वार में भी लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई । इस उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा महेंद्र नाथ पाण्डेय ने हरिद्वार के सांसद व पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव अरुण गोयल बीएचईएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक डा नलिन सिंघल बीएचईएल के निदेशक ;पावर एवं मानव संसाधन.अतिरिक्त प्रभारद्ध उपिंद्र सिंह मठारु बीएचईएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी शिव पाल सिंह बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक प्रवीण चन्द्र झा तथा कार्यपालक निदेशक ;मानव संसाधनद्धकारपोरेट कार्यालय एम इसादोर की उपस्थिति में सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी ।
समारोह को सम्बोधित करते हुए डा महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि सरदार पटेल ने देश के एकीकरण में जो अविस्मरणीय भूमिका निभाई हैए उसके लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा ।
उन्होने कहा कि देश के प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से शुरू किए गए इस आयोजन का मूल उद्देश्य जन.जन को राष्ट्र से जोड़ना है । डा पाण्डेय ने इस बात पर जोर दिया कि आज का भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है और एक संस्थान के रूप में बीएचईएल इस अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । डा निशंक ने कहा कि सरदार पटेल ने अपना क्षण.क्षण देश की अखंडता के लिए अर्पित कर दिया । डाण् नलिन सिंघलने अपने स्वागत सम्बोधन में इस आयोजन को देश की साझा संस्कृति का प्रतीक बताया । उन्होंने कहा कि हम सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस में निहित मूल भावना से प्रेरणा लेते हुए एकजुट होकर कार्य करना है ।
इस उपलक्ष्य में एक राष्ट्रीय एकता दौड़ कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसको डा महेंद्र नाथ पाण्डेय ने झंडी दिखाकर रवाना किया । बीएचईएल कर्मियों सीआईएसएफ जवानों तथा स्कूली बच्चों ने इस दौड़ में भाग लिया । बीएचईएल स्पोर्ट्स स्टेडियम से शुरू हुई यह दौड़ उपनगरी के रिहायशी इलाकों से होते हुए वापस स्टेडियम पर आकर समाप्त हुई । इस अवसर पर बीएचईएल एवं भारी उद्योग मंत्रालय के अनेक वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारी यूनियन एवं एसोशिएशन के प्रतिनिधिएमीडिया प्रतिनिधि अनेक गणमान्य व्यक्ति तथा उपनगरीवासी आदि उपस्थित थे ।

समर्पण भाव से किए गए कार्यों से व्यक्ति अपनी पहचान स्थापित करता है – कुलपतिMay be an image of 5 people, people standing and indoor

हरिद्वार 31 अक्तुबर (कुलभूषण) सेवाकाल में समर्पण भाव से किए गए कार्यो के चलते व्यक्ति अपने साथी कर्मचारियों में अपनी विशेष पहचान व आदर्श स्थापित करता है जो अन्य कर्मचारियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होते हैं। ऐसा ही व्यक्तित्व राजेन्द्र कुमार का रहा हैए जो आज लगभग 32 वर्षो की सेवा के उपरान्त विश्वविद्यालय की सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं । यह विचार गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलप्रति प्रो0 सोमदेव शतांशु ने प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के सभागार में आयोजित विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहा कि सेवानिवृत्त हो रहे राजेन्द्र कुमार के व्यक्तित्व के संबंध में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों द्वारा उनके व्यवहार व कार्यशैली से अवगत कराया जाना उनके व्यक्तित्व को अभिव्यक्त करता है। वह हम सभी कर्मचारियों के लिए एक आदर्श है। हम सभी उनके आरोग्य व उज्जवल भविष्य की कामना करते है।
शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि राजेन्द्र कुमार ने तीन दशक से अधिक के अपने सेवाकाल में पूर्ण समर्पण सेवा भाव से कार्य करते हुए सभी के साथ मधुर व्यवहार स्थापित कर जो मिसाल कायम की है वह सभी के लिए एक आदर्श है। सभी कर्मचारियों को इनसे प्रेरणा लेकर सेवाकाल के दौरान अपने दायित्वों को पूर्ण करना चाहिए। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा राजेन्द्र कुमार को सेवाकाल के दौरान किए गए कार्यो के लिए पहली बार सर्वोच्च कर्मचारी के रूप में चयनित कर सम्मानित किया गया जो शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए गौरव का प्रतीक है।
अवसर पर प्रो0 राकेश शर्माए प्रो0 विनय विद्यालंकार प्रो0 राकेश कुमार जैन डा0 सचिन पाठक प्रो0 श्यामलता जुयाल प्रो0 अम्बुज कुमार शर्मा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में डा0 मयंक अग्रवाल डा0 अजेन्द्र प्रकाश तिवारी राजीव गुप्ता दीपक वर्मा दीपक आनन्द विरेन्द्र पटवाल हेमन्त सिंह नेगी कुलभूषण शर्मा अंकित कृष्णात्री डा0 पंकज कौशिक सत्यदेव महेन्द्र रामकुमार संजय कश्यप कमल वोहरा नरेन्द्रए अनिल अभिषेक भट्ट किरणपाल वेदप्रकाश थापा अर्जुन सहित विभिन्न कर्मचारी उपस्थित रहे। कर्मचारी यूनियन के महामंत्री श्याम कुमार कश्यप ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।

राष्ट्र को संगठित एवं सबल बनाने की दिशा में चिन्तन ही सरदार पटेल को सच्ची श्रृद्वाजंलि प्रो शतान्शु

May be an image of 8 people, people standing and text that says 'ओश्म। गुरुकुल काँगडी (समविश्वविद्यालय), हरिद्वार (उत्तराखण्ड) लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित रन फॉर यूनिटी 31 अक्टूबर 2022 दयानन्द स्टेडियम परिसर अवसरपर आपका हार्दिक स्वागत अभिन शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग'
हरिद्वार 31 अक्तुबर (कुलभूषण ) बल की उपासना करनी चाहिए। राष्ट्र की एकता के लिए बलवान बनना जरूरी है। बिना बलवान बने राष्ट्र की संप्रभुता स्थापित नहीं हो सकती है। गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालयए हरिद्वार के दयानंद स्टेडियम परिसर मे राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों के साथ विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने दौड़ मे भाग लिया। रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम के अन्तर्गत दौड़ का आयोजन शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के तत्वावधान मे प्रारम्भ हुआ। विभाग प्रभारी डॉ0 अजय मलिक ने कुलपति प्रो0 सोमदेव शतान्शु का बुके प्रदान करके स्वागत किया।
रन फॉर यूनिटी की शुरुआत विश्वविद्यालय कुलपति प्रो0 सोमदेव शतान्शु द्वारा छात्रों एवं शिक्षक.शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को हरी.झण्डी दिखाकर किया गया। दौड स्टेडियम परिसर से प्रारम्भ होकर अमन चौकए विश्वविद्यालय सभागारए विज्ञान संकाय परिसर केन्द्रीय पुस्तकालय होते हुए वापस दयानंद स्टेडियम परिसर मे संपन्न हुई। अपने सम्बोधन मे कुलपति प्रो0 सोमदेव शतान्शु ने कहा कि दुर्बल व्यक्ति राष्ट्र समाज तथा परिवार मे सम्मान प्राप्त नहीं कर सकता। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती पर स्मरण करते हुए कहा कि राष्ट्र को संगठित एवं सबल बनाने की दिशा मे चिन्तन तथा ईमानदारी के साथ प्रयास करना सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने अपने सम्बोधन मे कहा कि दौड़ना शारीरिक सुदृढ़ता प्राप्त करने का सर्वांगीण व्यायाम है। राष्ट्रीय एकता स्थापित करने मे हमारे पूर्वजों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इस अवसर पर प्रो0 अम्बुज शर्माए प्रो0 प्रभात कुमारए प्रो0 डी0एस0 मलिक प्रो0 एल0पी0 पुरोहित प्रो0 राकेश जैन प्रो0 मुकेश कुमार डॉ0 अजय मलिक डॉ0 अरुण कुमार डॉ0 कपिल मिश्रा डॉ0 अनुज कुमार डॉ0 बबलू वेदालंकार डॉ प्रशान्त डॉ0 शिवकुमार चौहान डॉ0 सुनील पंवारए डॉ0 हिमांशु गुप्ताए डॉ0 एम0एम0 तिवारी डॉ0 मयंक अग्रवाल डॉ0 धर्मेन्द्र बालियान सुनील कुमार दुष्यन्त सिंह राणा कनिक कौशल प्रकाश चन्द तिवारी डॉ पंकज कौशिक कुलभूषण शर्मा हेमंत सिंह नेगी डॉ0 भारत वेदालंकार आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 शिवकुमार चौहान द्वारा किया गया।

देश की एकता व अखण्डता हेतु सरदार बल्लभ भाई पटेल का योगदान अविस्मरणीय- डॉ बत्रा

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हरिद्वार 31 अक्तुबर (कुलभूषण) एसएमजेएन डिग्री कालेज परिसर में देश की एकता अखण्डता एवं सम्प्रभुता अक्षुण्ण रखने हेतु छात्र.छात्राओं को सरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस पर एकता दिवस की शपथ कालेज के प्राचार्य डा सुनील कुमार बत्रा द्वारा दिलायी गयी।
इस अवसर पर डा सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि देश की एकता व अखण्डता हेतु सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान को देश की आगे आने वाली कई पीढ़ियाँ निरन्तर स्मरण करती रहेंगी। विविध रियासतों वाले देश को एकसूत्र में बांधना और इसको एक महान राष्ट्र का स्वरूप देना कोई आसान कार्य नहीं था यह कार्य सरदार बल्लभ भाई पटेल के ही व्यक्तित्व के कारण सम्पन्न हो पाया। डा बत्रा ने छात्र.छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि वे सक्षम तथा अखण्ड भारत बनाने के सरदार बल्लभ भाई पटेल के स्वप्न को पूरा करने में अपना योगदान दें।
कालेज के मुख्य खेलकूद अधीक्षक डा तेजवीर सिंह तोमर ने बताया कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार भारत के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के अवसर चण्डीघाट से सीसीआर टावर तक गंगा रन का आयोजन किया गया। इसमें कालेज छात्र.छात्रा नंदिनी सेठ मुस्कान यादव शिवानी अपराजिता मोंटी गौरव बंसल आयुष कटारिया युवराज सिंगल तथा जोनी कश्यप आदि ने प्रतिभाग कर गंगा रन को पूर्ण किया । गंगा रन में कालेज के छात्र जोनी कश्यप के द्वितीय स्थान करने डा तेजवीर सिंह तोमर खेलकूद प्रशिक्षक योगेश कुमार रवि व डा विजय शर्मा ने प्रशंसा की।
गंगा रन में कालेज के छात्र जोनी कश्यप के द्वितीय स्थान करने कालेज प्रबन्ध
इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा संजय कुमार माहेश्वरी ने भारत को एक सूत्र में बांधने के सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान का स्मरण किया और कहा कि देशी रियासतों का विलय सरदार बल्लभ भाई पटेल के साहस एवं चातुर्य के बिना भारत राज्य में नहीं हो सकता था। उन्होंने इस अवसर पर सरदार बल्लभ भाई पटेल को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।
इस अवसर पर डा मन मोहन गुप्ता डा तेजवीर सिंह तोमर डा जे सी आर्य डा रूचिता सक्सेना डा मोना शर्मा डा लता शर्मा डा विनीता चौहान डा आशा शर्मा रिचा मिनोचा रिंकल गोयल डा सुगन्धा वर्मा कु आस्था आनन्द डा पूर्णिमा सुन्दरियाल विनीता सक्सेना सहित कालेज के अनेक छात्र.छात्रा उपस्थित थे।

भाजपा हाईकमान ने सौंपी रोहड़ू और जुब्बल विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी

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देहरादून/रोहडू,कैबिनेट मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत इन दिनों हिमाचल प्रवास पर हैं। जहां वह हिमाचल विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार में जुटे हैं। हिमाचल प्रदेश की रोहडू विधानसभा क्षेत्र में आयोजित चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुये डाॅ0 रावत ने कहा कि उत्तराखंड की तर्ज पर हिमाचल में भी दोबारा कमल खिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों से ही हिमाचल प्रदेश का विकास संभव हैं।

हिमाचल प्रदेश की रोहडू विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी शशि बाला के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिये पहुंचे कैबिनेट मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत ने चिड़ी गांव में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया। डाॅ0 रावत ने कहा कि उत्तराखंड की तर्ज पर हिमाचल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार तरक्की कर रहा है। हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकार ने कई विकास योजनाओं को धरातल पर उतारा। भाजपा की विकासपरक नीतियों को देखते हुये हिमाचल के लोगों ने फिर से भाजपा सरकार बनाने की ठान ली है। डाॅ0 रावत ने कहा कि हिमाचल और उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियां एक समान है, दोनों ही पर्वतीय राज्य है, दोनों के समाने कई चुनौतियां एक समान है। उत्तराखंड में हुये विधानसभा चुनाव में वहां की जनता ने राज्य के विकास के लिये भाजपा पर भरोसा जताया और दोबारा भाजपा को सत्ता सौंपी, ऐसा ही वह हिमाचल में महसूस कर रहे हैं। विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुये डाॅ0 रावत ने लोगों से पार्टी प्रत्याशी शशी बाला के पक्ष में मतदान करने की अपील की, साथ ही उन्होंने लोगों से हिमाचल में दोबारा भाजपा सरकार बनाने में भागीदार बनने की बात कही। इससे पहले रोहडू पहुंचने पर स्थानीय भाजपा कार्यकताओं एवं पार्टी पदाधिकारियों ने डाॅ0 रावत का जमकर स्वागत किया। इस दौरान डाॅ0 रावत ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि सभी लोग एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी को विजय बनायेंगे।

महिला ने तीन युवकों पर अपने घर में घुसकर मारपीट करने का लगाया आरोप

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रामनगर(सलीम मलिक )। निकटवर्ती छोई गांव की एक महिला ने तीन युवकों पर अपने घर में घुसकर अपने व अपने पति के साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है। सावित्री देवी पत्नी प्रकाश चन्द्र निवासी ग्राम- गजपुर बडुवा छोई ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि 25 अक्टूबर की शाम जब वह अपने घर में ही मौजूद थी तो ललित मोहन पुत्र लच्छी राम, गौरव पुत्र नन्दराम व उसका भाई अर्जुन निवासी ग्राम गजपुर मुझे व मेरे पति प्रकाश चन्द्र (सोनू) को जान से मारने की नियत से मेरे घर में घुस आये। घर में घुसते ही इन लोगों ने मेरे पति को बुरी तरह से लाठी डण्डो व सरिये व धारदार नुकीले नुमा औजार से जान से मारने की नियत से मेरे पति पर प्रहार कर दिए। अपने पति की चीख पुकार सुनकर में भी अपने पति की जान बचाने के लिए गई की उनके द्वारा मुझे भी बुरी तरह मारते पीटते हुए घर में रखे घरेलू सामान भी तोड़ डाला। जाते जाते यह लोग धमकी देने लगे कि तुझे जान से मारकर तेरे टुकड़े-टुकड़े कर कोसी में बहा देगें। और तेरी लाश का भी पता नही चलेगा। पुलिस भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है क्योंकि हमारी पहुँच बहुत उपर तक है। पुलिस में गए तो जान से मार दिया जायेगा। इस मामले में पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।

ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने की जरूरत है: डॉ सौरभ गुप्ता

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देहरादून (बिपिन नौटियाल)। विश्व स्ट्रोक दिवस हर साल अक्टूबर माह में मनाया जाता है। जबकि ‘वैश्विक जागरूकता दिवस’ मनाए जाने की शुरुआत WSO ने की थी। यह लोगों के लिए जागरूकता बढ़ाने व दुनिया भर में स्ट्रोक पर कार्रवाई करने के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करता है। स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है जो तब होती है जब मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति थक्का या फटने से अवरुद्ध हो जाती है। यह क्षति की सीमा और स्थान के आधार पर शरीर पर हानिकारक और अक्षम करने वाला प्रभाव डाल सकता है क्योंकि मस्तिष्क के विभिन्न क्षेत्र विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। फटी हुई रक्त वाहिकाएं ब्रेन हेमरेज जैसी गंभीर क्षति भी पहुंचा सकती हैं। स्ट्रोक के रोगियों का इलाज करते समय यह बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए स्ट्रोक के लिए तैयार अस्पतालों की जरूरत है। इसी के तहत
मैक्स अस्पताल ने देहरादून के न्यूरोलॉजी के सलाहकार (कंसल्टेंट) , डॉ नितिन गर्ग व न्यूरोलॉजी के कंसल्टेंट डॉ सौरभ गुप्ता के साथ स्ट्रोक के रोगी को तत्काल चिकित्सा देखभाल के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया। मैक्स हॉस्पिटल देहरादून के लोगो में गोल्डन ऑवर की महत्ता फैलना चाहता है ताकि स्ट्रोक के सिम्पटम्स पड़ते ही मरीज को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया जाये। और उसको स्ट्रोक के परमानेंट नुक्सान से बचाया जा सके। स्ट्रोक एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें मस्तिष्क में खराब रक्त प्रवाह के परिणाम स्वरूप कोशिका खत्म हो जाती है। स्ट्रोक के दो मुख्य प्रकार हैं इस्केमिक जिसका कारण रक्त प्रवाह में कमी होती है और रक्तस्रावी जो रक्तस्राव के कारण होता है। एक स्ट्रोक मस्तिष्क के प्रभावित हिस्से को निष्क्रिय बना सकता है। स्ट्रोक के लक्षण पक्षाघात (पैरालिसिस/paralysis हाथ, चेहरे और पैर में सुन्नता या कमजोरी, विशेष रूप से शरीर के एक तरफ
– बोलने, समझने और देखने में परेशानी,मानसिक भ्रम की स्थिति चलने में परेशानी, संतुलन या समन्वय बनाने में अक्षम, चक्कर आना, किसी अज्ञात कारण से अचानक सिर में दर्द आदि। डॉ नितिन गर्ग ने कहा, “स्ट्रोक के बारे में महत्वपूर्ण बात यह है कि समय ही सबकुछ है। एक स्ट्रोक के बाद, प्रति सेकंड,32,000 मस्तिष्क कोशिकाएं मर जाती हैं। ऐसे में स्थायी विकलांगता को रोकने के लिए, चिकित्सा देखभाल और चिकित्सा जल्द से जल्द शुरू की जानी चाहिए।”
भारत में सही समय पर लक्षणों की पहचान करने में असमर्थता या समय पर चिकित्सा सुविधा तक पहुंचने में असमर्थता के कारण स्ट्रोक के बहुत कम रोगियों को समय पर उपचार प्राप्त होता है। स्ट्रोक को प्रभावी ढंग से पहचानने और संभालने के लिए एक सुसज्जित अस्पताल का होना भी एक चुनौती हैं।
डॉ सौरभ गुप्ता, ने कहा कि “स्ट्रोक” किसी के बीच भेदभाव नहीं करता है। यह किसी भी आयु वर्ग, किसी भी सामाजिक वर्ग और किसी भी लिंग के लोगों को प्रभावित करता है। भारत में इनमें से 12% आघात 40 वर्ष से कम उम्र के व्यक्तियों में होते हैं। 50% आघात मधुमेह, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण होते हैं जबकि बाकी अन्य वजह से होते हैं।”शुरुआती एक घंटे ​​के भीतर उपचार प्रदान करने के लिए एक अस्पताल को यह सुनिश्चित करना होगा। इलाज करने वाले ट्रीटिंग स्टाफ को स्ट्रोक की समझ समय पर आपात स्थिति से निपटने की क्षमता
मैक्स में, आघात के 100% पात्र रोगियों ने पिछले 5 वर्षों में थ्रोम्बोलाइटिक थेरेपी प्राप्त की है। हमारे सख्त अनुपालन और ऑडिट के कारण, हम 60 मिनट के अनुशंसित विश्व दिशानिर्देशों को बनाए रखने में सक्षम हैं। मैक्स अस्पताल में, हम सभी प्रकार के स्ट्रोक के रोगियों को चिकित्सकीय और शल्य चिकित्सा दोनों तरह से संभालने के लिए कुशल है।

महंगाई नियंत्रित करने में नाकामी की वजह सरकार को बताएगा रिजर्व बैंक, एमपीसी की बैठक इसी सप्ताह

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मुंबई, । 6 साल पहले मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का गठन होने के बाद पहली बार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) लगातार 9 महीनों तक मुद्रास्फीति को निर्धारित दायरे में नहीं रख पाने पर एक रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगा। वर्ष 2016 में मौद्रिक नीति निर्धारण के एक व्यवस्थित ढांचे के रूप में एमपीसी का गठन किया गया था। उसके बाद से एमपीसी ही नीतिगत ब्याज दरों के बारे में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई बनी हुई है। एमपीसी ढांचे के तहत सरकार ने आरबीआई को यह जिम्मेदारी सौंपी थी कि मुद्रास्फीति चार प्रतिशत (दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ) से नीचे बनी रहे। हालांकि, इस साल जनवरी से ही मुद्रास्फीति लगातार 6 प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है। सितंबर में भी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 7.4 प्रतिशत पर दर्ज की गई। इसका मतलब है कि लगातार नौ महीनों से मुद्रास्फीति छह प्रतिशत के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है। मुद्रास्फीति का यह स्तर दर्शाता है कि आरबीआई अपना निर्दिष्ट दायित्व निभाने में असफल रहा है। दरअसल, आरबीआई अधिनियम की धारा 45जेडएन में प्रावधान है कि लगातार तीन तिमाहियों यानी लगातार नौ महीनों तक मुद्रास्फीति के निर्धारित स्तर से ऊपर रहने पर केंद्रीय बैंक को अपनी नाकामी के बारे में सरकार को एक समीक्षात्मक रिपोर्ट सौंपनी होगी। इस रिपोर्ट में आरबीआई को यह बताना होता है कि मुद्रास्फीति को काबू में रख पाने में उसकी नाकामी की क्या वजह रही? इसके साथ ही आरबीआई को यह भी बताना होता है कि वह स्थिति को काबू में लाने के लिए किस तरह के कदम उठा रहा है। इन वैधानिक प्रावधानों और मुद्रास्फीति के मौजूदा स्तर को देखते हुए आरबीआई ने तीन नवंबर को एमपीसी की विशेष बैठक बुलाई है जिसमें सरकार को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट को तैयार किया जाएगा। एमपीसी के छह-सदस्यीय पैनल की अगुवाई गवर्नर शक्तिकांत दास करेंगे। आरबीआई ने गत बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा था कि आरबीआई अधिनियम की धारा 45जेडएन के प्रावधानों के अनुरूप तीन नवंबर को एमपीसी की एक अतिरिक्त बैठक बुलाई जा रही है। यह धारा मुद्रास्फीति को तय दायरे में रख पाने में विफलता से जुड़े प्रावधान निर्धारित करती है। सरकार ने 31 मार्च,2021 को जारी एक अधिसूचना में कहा था कि मार्च, 2026 तक आरबीआई को मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत (दो प्रतिशत अधिक या दो प्रतिशत कम) के भीतर रखना होगी। इस तरह सरकार ने पांच वर्षों के लिए मुद्रास्फीति को अधिकतम छह प्रतिशत तक रखने का दायित्व आरबीआई को सौंपा था। लेकिन वर्ष 2022 इस लक्ष्य की दिशा में असफल साबित हुआ है। जनवरी से लेकर सितंबर तक लगातार मुद्रास्फीति छह प्रतिशत से अधिक रही है। इसपर काबू पाने के लिए आरबीआई ने एमपीसी की सिफारिश पर नीतिगत रेपो दर को पिछले पांच महीनों में 1.90 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। अब रेपो दर 5.90 प्रतिशत हो चुकी है जो इसका तीन साल का सर्वोच्च स्तर है।

भारत, खाड़ी सहयोग परिषद के देशों के बीच एफटीए वार्ता अगले महीने शुरू होने की उम्मीद

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नयी दिल्ली, । भारत और खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार करार को लेकर वार्ता अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने कहा कि एफटीए से दोनों क्षेत्रों के बीच आर्थिक संबंधों को प्रोत्साहन मिलेगा।
जीसीसी खाड़ी क्षेत्र में छह देशोंज्.सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर, कुवैत, ओमान और बहरीन का संघ है।
अधिकारी ने कहा, समझौते की ‘शर्तें’ तय हो चुकी हैं। हमें वार्ता अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है। भारत इस साल मई में पहले ही यूएई के साथ मुक्त व्यापार करार लागू कर चुका है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जीसीसी क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं और मुक्त व्यापार करार से भारत को इस बाजार में निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट, बेंगलुरु के निदेशक राकेश मोहन जोशी ने कहा कि घरेलू निर्यातकों ने अभी तक जीसीसी बाजार का दोहन नहीं किया है। इस बाजार में व्यापक संभावनाएं हैं।
जोशी ने कहा, जीसीसी आयात पर निर्भर क्षेत्र है। हम वहां खाने-पीने के सामान, कपड़ों और अन्य वस्तुओं का निर्यात बढ़ा सकते हैं। व्यापार करार के तहत शुल्क रियायतों से ऐसे बाजार के दोहन में मदद मिलेगी। यह दोनों पक्षों के लिए ही लाभ की स्थिति है।
टेक्नो-क्राफ्ट इंडस्ट्रीज के संस्थापक चेयरमैन शरद कुमार सर्राफ ने कहा कि जीसीसी भारत के लिए प्रमुख व्यापार भागीदार है। दोनों क्षेत्रों के बीच निवेश बढ़ाने की व्यापक संभावनाएं हैं। एफटीए से दोनों पक्षों को फायदा होगा।
इसी तरह की राय जताते हुए निर्यातकों के प्रमुख संगठन फियो के वाइस चेयरमैन खालिद खान ने कहा कि इस समझौते से रसायन, कपड़ा, रत्न एवं आभूषण और चमड़ा क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा।
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