Saturday, May 24, 2025
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छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़े दो छात्र

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देहरादून, डीएवी पीजी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर बुधवार सुबह दो छात्र मोबाइल टावर पर चढ़ गए। एक छात्र जहां सर्वे चौक के पास टावर पर चढ़ा, वहीं दूसरा डीएवी कॉलेज के पास मोबाइल टावर पर चढ़ गया। अलग-अगल स्थानों पर छात्रों के मोबाइल टावर पर चढ़ने की सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर फायर सर्विस और एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई। छात्र सुबह आठ बजे टावर पर चढ़े हुए हैं। उन्हें नीचे उतारने के प्रयास जारी हैं।

कोरोना के कारण देहरादून में पिछले दो साल छात्रसंघ चुनाव नहीं हो पाए। इस साल अभी तक छात्रसंघ चुनाव प्रक्रिया घोषित नहीं होने पर छात्रों में आक्रोश है। सुबह मनमोहन रावत सर्वे चौक पर टॉवर पर चढ़ गया। छात्र सत्यम शिवम छात्र संघठन से जुड़ा है। सर्वे चौक पर एसडीआरएफ और अग्निशमन विभाग के हाई राइज बिल्डिंग पर पहुंचने वाले ट्रक को बुला लिया गया है। इससे पहले मंगलवार शाम को पुलिस छात्रसंघ चुनाव को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों को उठाने डीएवी कॉलेज पहुंची थी। इस दौरान पुलिस और छात्रों में काफी देर तक वार्ता चलती रही। आखिर में पुलिस इन छात्रों को एक दिन की मोहलत दे लौट आई।

मंगलवार रात डालनवाला इंस्पेक्टर एनके भट्ट पुलिस फोर्स लेकर डीएवी पहुंचे थे। इंस्पेक्टर एनके भट्ट ने बताया कि बुधवार तड़के एक बार फिर छात्रों का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। वहीं मंगलवार को डीएवी में भूख-हड़ताल पर बैठे एक और छात्र अमन भटनागर की मंगलवार दोपहर तबीयत बिगड़ी। उसे एम्बुलेंस से कोरोनेशन अस्पताल ले जाया गया। उधर डीएवी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्रों का धरना जारी रहा।

 

बसों के परमिट दिए तो विरोध करेगा सिटी बस महासंघ

देहरादून, महानगर सिटी बस महासंघ ने आरोप लगाया कि कुछ निजी बस संचालकों ने प्रेमनगर से घंटाघर-रायपुर-मालदेवता रूट पर परमिट देने की मांग की है। कहा कि निजी संचालकों की यह मांग नियम विरुद्ध है। यदि आरटीए की ओर से इस रूट पर बसों के परमिट दिए गए तो महासंघ इसका विरोध करेगा। अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि प्रेमनगर से घंटाघर-रायपुर-मालदेवता तक अभी कोई भी रूट शासन की ओर से मंजूर नहीं हैं। बावजूद निजी बस संचालक आरटीए सचिव को पत्र लिखकर परमिट देने की मांग कर रहे हैं, जो कि गलत है। बताया कि नियमानुसार जनता की डिमांड पर नये रूटों का सर्वे किया जाता है। इसके बाद शासन से रूट को मंजूरी मिलती है।

 

दून स्मार्ट सिटी : सीएम ने योजनाओं पर हुए खर्च का ब्यौरा किया तलब

देहरादून, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर अब तक खर्च हुए बजट का ब्यौरा तलब किया है। साथ ही कार्य प्रगति को लेकर भी ब्यौरा मांगा गया है। उधर निर्माण कार्यों पर ढिलाई को लेकर सीईओ के स्तर से कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। काम में देरी के हिसाब से कंपनियों पर जुर्माना तय किया जा रहा है।

गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्मार्ट सिटी योजनाओं की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई थी। उसी दिन मेयर सुनील उनियाल गामा ने खुद सीएम को एक पत्र लिखकर समस्त योजनाओं की वित्तीय जांच करवाने की मांग की। अब सीएम कार्यालय की ओर से देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड को पत्र लिखा है। जिसके तहत अब तक खर्च किए गए बजट का ब्यौरा तलब किया गया है। अब तक धरातल पर कितना काम हो पाया। इसका विस्तृत ब्यौरा मांगा गया है। सीईओ स्मार्ट सिटी सोनिका ने कहा कि काम में ढिलाई बरतने पर एक निजी कंपनी से काम वापस लिया गया है। दूसरी कंपनी से काम हटाकर लोनिवि, सिंचाई विभाग और पेयजल निगम को सौंपे गए हैं। जो कंपनियां तय समय पर काम पूरी नहीं कर पाई। उन पर प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना तय किया जाएगा। इसके अलावा लाइब्रेरी भवन का काम लगभग पूरा हो चुका है। पलटन बाजार के सौंदर्यीकरण का काम शुरू होने जा रहा है, जो भी कार्यदायी संस्था तय समय पर काम पूरा नहीं कर पाई हैं। उनके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई होगी। ऐसी कंपनियों पर अब प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना तय किया जा रहा है। अनुबंध की शर्तों के मुताबिक स्मार्ट सिटी लिमिटेड अधिकतम 10 प्रतिशत तक जुर्माना लगा सकता है। इसके अलावा कार्य की गुणवत्ता सही नहीं पाए जाने पर कंपनी को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है।
परेड ग्राउंड और पलटन बाजार के सौंदर्यीकरण कार्य प्रस्तावित बजट की अपेक्षा साठ से सत्तर फीसदी बजट में ही पूरा हो जाएगा। जो बजट शेष बचेगा उसका दूसरी जगह विकास कार्यों में इस्तेमाल होगा। अन्य योजनाओं में भी इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है कि अनावश्यक बजट खर्च न हो।

सिटी बस में खुद यात्री बन कर बैठे आरटीओ, सामने आया सफर का सच, आरक्षित महिला सीट पर बैठे मिले पुरुष

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देहरादून, जनपद में शहर में दौड़ने वाली सिटी बसों में मनमाना किराया वसूलने, महिला यात्रियों को सीट न देने व उनकी सुरक्षा के प्रबंध न होने, चालक एवं परिचालक के वर्दी में न होने की शिकायतों पर आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी खुद यात्री बनकर सिटी बस में चढ़ गए। उन्होंने टिकट भी कटवाया। चालक व परिचालक को जब आरटीओ के बारे में पता चला तो उनके हाथ पैर फूल गए। इस दौरान बस में आरक्षित महिला सीट पर पुरुष बैठे हुए थे, जबकि महिला यात्री खड़ी थी। चालक एवं परिचालक वर्दी में भी नहीं थे और बस में टिकट तक नहीं दिया जा रहा था। इस पर आरटीओ ने बस का चालान कर दिया और चालक-परिचालक को चेतावनी भी दी।

शहर में कभी भी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर ध्यान नहीं दिया गया। विक्रमों में क्षमता से ज्यादा सवारी बैठ रहीं तो सिटी बसों में दरवाजों पर लटकती हुई सवारियां नजर आती हैं। कायदे-कानून का इन्हें कोई खौफ नहीं हैं। आटो की बात करें तो मीटर सिस्टम के बावजूद यहां आटो में न मीटर लगे हैं, न चालक प्रति किलोमीटर तय किराये पर ही चलते हैं।

प्रीपेड आटो सुविधा आइएसबीटी और रेलवे स्टेशन से शुरू जरूर की गई थी, लेकिन उसी तेजी से यह धड़ाम भी हो गई। सार्वजनिक परिवहन सेवा का हाल जांचने सोमवार को आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी राजपुर रोड पहुंचे। एनआइवीएच से कुछ दूरी पहले सरकारी गाड़ी से उतरकर आरटीओ पैदल सड़क के दूसरी ओर स्थित बस स्टाप पहुंचे।

राजपुर-क्लेमेनटाउन मार्ग की राजपुर की तरफ से आ रही सिटी बस (यूके08-पीए- 0323) में वह यात्री बनकर चढ़ गए। चूंकि, आरटीओ तिवारी अभी कुछ दिन पहले ही यहां तैनात किए गए, इसलिए ज्यादातर चालक-परिचालक उन्हें पहचानते नहीं। बस में सभी सीटें फुल थीं और कुछ यात्री खड़े हुए थे। चालक-परिचालक वर्दी में नहीं थे।

आरटीओ ने परेड ग्राउंड तक के लिए परिचालक को किराया दिया, मगर परिचालक ने टिकट नहीं दिया। इस दौरान आरटीओ ने आगे से पीछे तक पूरी बस का निरीक्षण किया और यात्रियों से जानकारी की। यही नहीं, महिला आरक्षित सीट पर पुरुष बैठे हुए थे, जबकि दो महिला यात्री खड़ी हुई दिखीं।

निरीक्षण में जानकारी हासिल करने के बाद जब आरटीओ ने खुद का परिचय दिया तो चालक-परिचालक के होश उड़ गए। आनन-फानन में परिचालक ने यात्रियों को टिकट देना शुरू कर दिया। आरटीओ तिवारी ने परेड ग्राउंड पहुंचने पर बस का चालान किया। उन्होंने वहां राजपुर, रायपुर व धर्मपुर मार्ग की कुछ बसों को भी चेक किया और चेतावनी दी।खुद खड़े हुए 75 वर्ष के बुजुर्ग

महिला आरक्षित सीट पर बैठे पुरुषों को देख आरटीओ का पारा चढ़ गया। उन्होंने न सिर्फ सीट पर बैठे पुरुषों को नियम का पाठ पठाया, बल्कि परिचालक को चेतावनी देकर महिला सीट आरक्षित रखने को कहा।

इसी बीच दूसरी सीट पर बैठे 75 वर्षीय बुजुर्ग ने सीट से खड़े होकर एक महिला को सीट दे दी। आरटीओ ने महिला आरक्षित सीटों को खाली कराया। आरटीओ ने बताया कि 25 सीट तक की समस्त बसों में महिलाओं के लिए छह, जबकि 26 से 35 सीट तक बस में दस सीट आरक्षित रहती हैं।वर्दी न स्पीड गवर्नर

सिटी बस, विक्रम व आटो में चालकों व परिचालकों के लिए नेम प्लेट के साथ वर्दी पहनना अनिवार्य है। मगर, परिवहन विभाग खामोश है। बारह साल पहले सिटी बसों में गति पर नियंत्रण को स्पीड गवर्नर लगाने के फैसले पर भी अमल नहीं हुआ। शहर में सार्वजनिक परिवहन की तस्वीर सिटी बस-319 विक्रम-794 आटो-3500सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के हाल क्षमता से ढाई गुना अधिक सवारियां लेकर दौड़ती हैं बसें। महिला व विकलांग आरक्षित सीटों पर मनचलों का कब्जा। चालक-परिचालक के अलावा हेल्पर के रूप में सवार रहते हैं दो-दो मनचले। चौराहों और सड़कों पर सीटी बजाकर युवतियों से छेड़छाड़ करते हैं हेल्पर। प्रतिबंध के बावजूद बस में बजाते हैं तेज आवाज म्यूजिक सिस्टम। वर्दी नहीं पहनते चालक-परिचालक, न ही बस में दिया जाता है टिकट।विक्रमों के झुंड से आमजन त्रस्त सड़कों पर झुंड बनाकर चलना है विक्रमों का शगल। ठेका परमिट होने के बावजूद धड़ल्ले से स्टेज कैरिज में दौड़ रहे। तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम व प्रेशर हार्न बजाते हुए निकलते हैं। छह सवारियों के परमिट पर विक्रम में बैठती हैं नौ सवारियां। ओवरलोड होने के बावजूद सड़कों पर बेकाबू गति से दौड़ते हैं विक्रम। आटो चालक वसूलते हैं मनमाना किराया। आइएसबीटी व रेलवे स्टेशन पर प्रीपेड सिस्टम का नहीं करते पालन। अकेली महिला सवारी के साथ चालक द्वारा कई बार आए छेड़छाड़ के मामले।

धूमधाम से मनाया गया राज्य स्थापना दिवस , मंदाकिनी शरदोत्सव एंव कृषि ओद्योगिक विकास मेले मे दिखी स्थानीय संस्कृति की क्षलक

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रुद्रप्रयाग-उत्तराखंड राज्य की 22वें स्थापना दिवस को अगस्त्यमुनि के खेल मैदान में धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह, विधायक केदारनाथ श्रीमती शैला रानी रावत, अध्यक्ष नगर पंचायत अगस्त्यमुनि श्रीमती अरुणा बेंजवाल, तिलवाड़ा श्रीमती संजू जगवाण, ब्लाॅक प्रमुख अगस्त्यमुनि विजया देवी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राज्य स्थापना दिवस पर खेल विभाग द्वारा विभिन्न विधाओं में खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारी व कार्मिकों, महिला स्वयं सहायता समूहों, व ग्राम प्रधानों को उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों द्वारा जनपद के शहीद राज्य आंदोलनकारी यशोधर बेंजवाल की पत्नी श्रीमती उमा देवी बेंजवाल व अशोक कैशिव के भाई मनोज कैशिव को शाॅल ओढ़कर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा मार्च फास्ट का आयोजन किया गया।
राज्य स्थापना के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह ने कहा कि राज्य गठन के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हुए आंदोलनकारियों को शत-शत नमन करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए उत्तराखंड की प्रगति एवं खुशहाली के लिए सभी को मिलजुल कर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 22 वर्ष पूर्ण हो गए हैं जिसमें सरकार द्वारा निरंतर राज्य की प्रगति के लिए कार्य किया जा रहा है। राज्य की प्रगति के लिए महिलाओं की अहम भूमिका है।
केदारनाथ विधायक श्रीमती शैला रानी रावत ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य गठन के 22 वर्ष पूर्ण हो गए हैं इसके लिए उन्होंने राज्य के निर्माण में अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले आंदोलनकारियों को शत-शत नमन करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड गठन में शहीदों के त्याग एवं बलिदान का ही प्रतिफल है कि हम आज 22वा ंस्थापना दिवस मना रहे हैं । शहीदों के सपनों को पूर्ण करने के लिए राज्य की खुशहाली एवं प्रगति के लिए सभी को मिलजुल कर कार्य करने की आवश्यकता है। इसमें मातृ शक्ति का महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मा. प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड प्रगति एवं उन्नति के पथ पर अग्रसर है तथा हर वर्ग के लिए अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
उन्होंने जिलाधिकारी की प्रशंशा करते हुए कहा कि जनपद का सौभाग्य है कि हमें युवा जिलाधिकारी मिला है, जिनके कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में केदारनाथ की यात्रा का सफल संचालन किया गया है जिसमें देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर एक नया रिकाॅर्ड बनाया है जिससे कि सभी ने यात्रा के सफल संचालन के लिए की गई व्यवस्थाओं की जिला प्रशासन की सराहना की है। उन्होंने कहा कि मंदाकिनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक मेले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है तथा महिला समूहों द्वारा अपने उत्पादों के मेले में स्टाॅल लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले मेले को और अधिक भव्य बनाने एवं योजनाओं की जानकारी आम जन तक उपलब्ध कराने के लिए सभी अधिकारियों को और अधिक ढंग से कार्य करने की आवश्यकता है ताकि सुदूर क्षेत्र में रह रहे आम जन को योजनाओं की जानकारी उपलब्ध हो सके।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने 22वें राज्य स्थापना दिवस की जनपद वासियों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सभी को राज्य आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारियों के सपनों को साकार करने के लिए अपने कत्र्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करना होगा ताकि हमारा राज्य प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर हो। उन्होंने कहा कि मा. मुख्यमंत्री द्वारा कई महत्वकांक्षी योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिनका लाभ आम जन तक पहुंचाने के लिए हमको मिलजुल कर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा को सफल संचालन करने में सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने बेहतर ढंग से कार्य किया है तथा 6 माह की यात्रा निर्वादित ढंग से संचालित हुई है। उन्होंने कहा कि मेले के सफल संचालन के लिए और अधिक बेहतर प्रयास किए जाएंगे ताकि मेलों के माध्यम से योजनाओं का लाभ आम जन को उपलब्ध हो सके।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी के निर्देशन में विभिन्न विभागों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें युवा कल्याण, खेल विभाग व शिक्षा विभाग द्वारा अलग-अलग विधाओं में खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। खेल विभाग द्वारा कबड्डी, बैडमिंटन तथा बाॅलीबाल का आयोजन किया गया जिसमें विजेता टीम को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। जनपद स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में तिलवाड़ा की टीम विजेता रही। बाॅलीवाल में बावई ने प्रथम स्थान तथा जखोली की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। ओपन बैडमिंटन प्रतियोगिता में नवीन बिष्ट व पवन कोठियाल ने पहला, विक्की कुंवर व रिजवान सिद्धकी ने दूसरा तथा अजीत व प्रमोद ने तीसरा स्थान हासिल किया। बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में स्वस्थ बेबी शाॅ प्रतियोगिता के दौरान 07 माह से 03 वर्ष तक आयुवर्ग में चार तथा 03 से 06 वर्ष तक तीन बच्चों का चयन किया गया। निबंध प्रतियोगिता के तहत सीनियर वर्ग में अ.प्र. स्कूल गंगानगर के कक्षा 12वीं के छात्र आलोक भंडारी ने पहला, केंद्रीय विद्यालय में अध्ययनरत 12वीं के छात्र प्रियांशु बुटोला ने दूसरा राइंकाॅ. अगस्त्यमुनि 9वीं के छात्र कृष रावत ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। जूनियर वर्ग में काजल, राही रावत व अंश रावत ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किया।
राज्य स्थापना दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया। इनमें बाल विकास विभाग में कार्यरत सरिता देवी व सुनीता देवी सहित खंड विकास कार्यालय ऊखीमठ में जीतपाल सिंह, कुशाल सिंह बिष्ट, हेमंत कुमार तिवारी, प्रीतम पंवार, पंकज बुटोला, अब्दुल कादिर, गजेंद्र प्रसाद उनियाल, हिमांशु नौटियाल, रवींद्र सिंह नेगी, दीपेंद्र सिंह, विपिन रावत आदि सहित कुल 30 कार्मिकों को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 06 कृषक, उत्कृष्ट कार्य करने वाले 03 ग्राम प्रधान, स्वच्छता पखवाड़े के तहत 03 ग्राम पंचायतों जिनमें जखोली विकास खंड के अंतर्गत मवांणगांव, ऊखीमठ की त्यूड़ी तथा अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत फलई को सम्मानित किया गया। 03 महिला मंगल दल, तथा 10 पीआडी स्वयं सेवकों को भी पुरस्कृत किया गया। साथ ही 10 पुलिस जवान, 08 सफाई कार्मिकों को भी उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रशस्ती पत्र व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। लखपति दीदी योजना के अंतर्गत 08 स्वयं सहायता समूहों का चयन किया गया। इस अवसर पर मेला समिति द्वारा जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं एवं महिला मंगल दल एवं संस्कृति विभाग की टीम द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की सुंदर प्रस्तुतियां दी गई।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य शिक्षा अधिकारी नागेंद्र बर्त्वाल, उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, मेला समिति के संयोजक विक्रम सिंह नेगी, महासचिव हर्षवर्धन बेंजवाल सहित जनपद स्तरीय अधिकारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए जन प्रतिनिधि एवं मेलार्थी मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन किशन रावत द्वारा किया गया।

भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद में दो दिवसीय पारिस्थितिकी एवं जैव विविधता से संबंधित रिफ्रेशर कोर्स हुआ शुरू

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देहरादून, सेंट्रल माईन प्लानिंग एंड डिजाइन इन्स्टीट्यूट (सीएम पीडीआई) राॅंची, जोकोल इण्डिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए पारिस्थितिकी एवं जैवविविधता से संबंधित 02 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, देहरादून में 9 नवम्बर से प्रारम्भ हुआ। रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन पयार्वरण प्रबंधन प्रभाग, विस्तार निदेशालय, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, देहरादून द्वारा किया जा रहा है।

रिफ्रेशर कोसर् का उद्घाटन श्री अरूण सिंह रावत, महानिदेशक, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषदद्वाराकियागया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में पारिस्थिति की एवं जैव विविधता के महत्व पर प्रकाश डाला।उन्होंने इस अवसर पर भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, देहरादून और इसके संस्थानो ंद्वारा कोल इंडिया लिमिटेड (सी आई एल)औरइसकेसहायक संगठनों को पारिस्थितिकी एवं जैवविविधता और समग्र रूप से कोयला खदान पयार्वरण के प्रबंधन में प्रदान की गई सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी। इस अवसर पर, उपमहानिदेशक (विस्तार) ने खनन के संबंध में पारिस्थिकी और जैवविविधता के प्रबंधन के लिए सामयिक  वैज्ञानिक तरीकों की आवश्यकता के बारे में बताया।उन्होंने खनन प्रभावित खेत्रों में मिट्टी और नमी संरक्षण और जैवविविधता के संवधर्न पर ज़ोर देते हुए खनन किए गए क्षेत्रों की उचित पयार्वरण बहाली पर भी जोर दिया।May be an image of 11 people

इस अवसर पर भा.वा.अ.शि.प. के उपमहानिदेशक (प्रशासन), उपमहानिदेशक (शिक्षा), उपमहानिदेशक (अनुसंधान), भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद के समस्त सहायक महानिदेशक, सचिव, भा.वा.अ.शि.प. व संस्थान के अनेक वैज्ञानिकों ने सी एम पीडीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उद्घाटन समारोह में भाग लिया। उद्घाटन सत्र के बाद, पारिस्थितिकी एवं जैवविविधता के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए कोयला खदान पयार्वरण पर समग्र रूप से ध्यान देने की जरूरत के साथ विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे।तकनीकी सत्रों में एकीकृत जैवविविधता और वन्य जीव संरक्षण योजना, कोयला खनन क्षेत्रों की पयार्वरण बहाली की जरूरत, उपाय एवं हालिया प्रगति, कोयला खान परियोजनाओं की पयार्वरण लेखा परीक्षा और पयार्वरण प्रदशर्न सूचकांक रेटिंग, कोयला खनन में रणनीतिक पयार्वरण प्रभाव आकलन की आवश्यकता और महत्व, कोयला खान क्षेत्र से काबर्न स्टाॅक अनुमान और काबर्न क्रेडिटिंग की संभावनाऐ ंऔर कोयला खदान से संबंधित पयार्वरणीय प्रबंधन हेतु आटिर्फिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग जैसे विषय शामिल किए जाएंगे। रिफ्रेशर कोसर् के दौरान भा.वा.अ.शि.प. एवं इसके संस्थानों के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ ही पयार्वरण, वन एवं जलवायु परिवतर्न मन्त्रालय, आईआईटी (आई एस एम), धनबाद व सी आई एम एफ आर, धनबाद के प्रख्यात विषय विशेषज्ञों द्वारा संबंधित विषय पर व्याख्यान दिये जाएंगे।

उद्घाटन सत्र का संचालन डा. ए.एन. सिंह, सहायक महानिदेशक(पयार्वरण प्रबंधन), विस्तार निदेशालय, भा. वा. अ. शि. प. द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन डा. विशवजीतकुमार, वैज्ञानिक-ई, पयार्वरण प्रबंधन प्रभाग, विस्तार निदेशालय, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद द्वारा दिया गया।

उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

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नरेंद्र नगर धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सेमिनार एवं अकादमी क्रियाकलाप समिति और सांस्कृतिक समिति के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया
इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए महाविद्यालय प्राचार्य प्रो0 रोजश कुमार उभान ने कहा कि देश के 27वें राज्य के रूप में गठित उत्तराखण्ड आज 23 सवें वर्ष में प्रवेशित है। उत्तराखण्ड अपने युवा काल में है जहां नवसजृन, नवचिंतन और दृढ़ संकल्पबद्धता राज्य के विकासशील दृष्टिकोण को आगे बढाने और कल्याणकारी राज्य बनाने में सक्षम है। उन्होंने यह भी जोडा कि एकजुट होकर ही राज्य की तरक्की को सुनिश्चित करना, सभी का उत्तरदायित्व है।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर की गई इसके साथ ही उत्तराखंड राज्य के निर्माण में शहीद आंदोलनकारियों को प्रतीकात्मक रूप से मिट्टी के दीप प्रज्वलन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य पर समीक्षात्मक चर्चा की गई जिसमें महाविद्यालय के प्राध्यापकों शिक्षणेत्तर कर्मचारी गण और छात्रों ने प्रतिभाग किया और अपने विचार व्यक्त किए ।
डॉ जितेंद्र कुमार नौटियाल ने उत्तराखंड राज्य निर्माण को लेकर हुए आंदोलनों और संघर्ष की चर्चा की। तो वही डॉक्टर विजय प्रकाश ने आंदोलन के समय दिए गए नारे कोदा झंगोरा खाएंगे उत्तराखंड बनाएंगे के माध्यम से राज्य स्थापना के विजन और वर्तमान में राज्य की उपलब्धियों पर अपने विचार व्यक्त किए।
वही डॉक्टर विक्रम सिंह वर्तमान में पलायन के दंश और पहाड़ों की पीड़ा को अभिव्यक्त करते हुए अपने समृद्धि प्राकृतिक संसाधनों के माध्यम से राज्य की उन्नति का एक खाका खींचा और आगे की दिशा का रोड मैप प्रस्तुत किया।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शूरवीर दास जी ने भी अपने विचार अभिव्यक्त किए। छात्रों में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा नेहा जोशी ने इस मिट्टी को झुककर चूमों, शत शत करो प्रणाम भी कविता के माध्यम से पूरे उत्तराखंड राज्य की झलक प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में डॉक्टर सोनिया गंभीर द्वारा एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा नेहा ने प्रथम तो वही बी.ए प्रथम वर्ष की छात्रा नीतू और छात्र साहिल ने क्रमशः द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया।
सांस्कृतिक समिति की संयोजक डॉ0 ईरा सिंह ने इस अवसर पर मां कुंजापुरी पर्यटन विकास मेले में आयोजित विभिन्न प्रतिभागियों और स्थान प्राप्त विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित कर उत्साहवर्धन किया।
मंच का संचालन डॉ0 रश्मि उनियाल ने किया। अंत मे डॉ0 ईरा सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डॉ0 सपना कश्यप, डॉ0 यू0 सी0 मैठाणी, डॉ0 सुधा रानी, डॉ0 सृचना सचदेवा, डॉ0 शैलजा रावत, डॉ0 चंदा टी नौटियाल, डॉ0 हिमांशु जोशी, डॉ राकेश कुमार नौटियाल डॉ देवेंद्र कुमार, डॉ0 संजय सिंह, डॉ0 ज्योति शैली, राजेंद्र सिंह बिष्ट, लक्ष्मी कठैत, बबीता भट्ट गिरीश जोशी शिशुपाल आदित्य के साथ ही अन्य कर्मचारी गण एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘‘प्रगति पथ से प्रकृति पथ’’ साइकिल यात्रा के समापन समारोह में किया प्रतिभाग

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पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी को इस ‘प्रगति पथ से प्रकृति पथ’ साइकिल यात्रा के सफल संचालन के लिए दी बधाई।

मुख्यमंत्री ने पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी को किया उत्तराखण्ड गौरव से सम्मानित।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी ईकोलॉली, पर्यावरण, वन संपदा हमारी सबसे बड़ी सम्पति है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारी जिम्मेदारी भी सबसे बड़ी है। हमें लोगों को विशेषकर युवाओं को पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, वृक्षारोपण के लिए जागरूक करना होगा। इसके साथ ही स्कूली बच्चों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करने के प्रयास पर भी उन्होंने बल दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी को उत्तराखण्ड गौरव सम्मान से सम्मानित करते हुए कहा कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके द्वारा किये जाने वाले प्रयासों का भी सम्मान है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में गौरा देवी, सुन्दरलाल बहुगुणा, जैसे महान पर्यावरणविद् हुए है। जो हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। पद्म भूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी जी पर्यावरण के प्रहरी तो हैं ही साथ ही हमारे लिए विशेष गौरव की बात है कि वह समय समय पर हमारा मार्गदर्शन भी करते रहे हैं कि किस तरह हम प्रगति और प्रकृति के बीच सामंजस्य बैठाते हुए विकास की परिभाषा गढ़ें जो सिर्फ उत्तराखंड या हिमालयी राज्यों के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य देशों के लिए भी एक मिसाल बन सके।उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने ''प्रगति

मुख्यमंत्री ने कहा कि पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी के नेतृत्व में 7 राज्यों से गुजरी 40 दिवसीय प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा पूरे उत्तराखंड के लिए भी एक उपलब्धि है जिसके माध्यम से उन्होंने यात्रा मार्ग में अपने संवाद से हजारों लोगों के मन में पर्यावरण के प्रति चेतना जगाई और हमारे प्रदेश का मान बढ़ाया है। इस यात्रा के दौरान हुए अविस्मरणीय अनुभव निश्चित रूप से उत्तराखंड के विकास में उत्प्रेरक का काम करेंगे और इकोनॉमी तथा इकोलॉजी में संतुलन बनाते हुए विकास के नए आयाम गढ़ने में सहायक होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव सर्वविदित है। उन्होंने उत्तराखण्ड को स्वर्ग की संज्ञा दी है। प्रधानमंत्री जी ने माणा में अपने संबोधन में सभी लोगों से अपनी यात्रा व्यय का 5 प्रतिशत धनराशि वहां के स्थानीय उत्पादों के क्रय पर व्यय करने की बात कही है इससे स्थानीय उत्पादों के उत्पादन एवं विपणन में लाभ मिलेगा। तथा हमारी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी मातृशक्ति का भी सम्मान और आर्थिकी मजबूत होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड देश के श्रेष्ठ राज्यों में अपनी पहचान बनाये इस दिशा में हमें मिल जुलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास की दिशा निर्धारण के लिए बोधिसत्व विचार श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। अब तक 7 से ज्यादा विचार श्रृंखलाएं आयोजित की जा चुकी हैं जिसमें पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी के साथ ही नीति आयोग एवं विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के विचार राज्य के समग्र विकास का मॉडल तैयार करने में निश्चित रूप से सहायक होंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, फिल्म अभिनेत्री दिया मिर्जा, सचिव विनोद सुमन भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन यू-कॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने किया।

राज्य स्थापना दिवस पर पोस्टरों में पछास ने दिखाया उत्तराखंड आंदोलन

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रामनगर। उत्तराखंड राज्य के 23वें स्थापना दिवस के मौके पर परिवर्तनकामी छात्र संगठन ने महाविद्यालय परिसर में उत्तराखंड आंदोलन की महत्त्वपूर्ण झलकियों को पोस्टरों के माध्यम से जीवंत कर दिया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से आज की पीढ़ी के छात्र-छात्राओं ने राज्य आंदोलन के दौरान हुई मुश्किलों को बेहद करीब से अनुभव करते हुए पोस्टर प्रदर्शनी की सराहना की।प्रदर्शनी के दौरान परिवर्तनकामी छात्र संगठन के रवि और विनोद ने छात्रों को प्रत्येक पोस्टर के माध्यम से राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुये बलिदानियों की याद दिलाते हुए उन्हें बताया कि उत्तराखंड राज्य का गठन इन्हीं बलिदानियों की बदौलत हुआ है। लेकिन आज राज्य गठन के 22 वर्ष पूरे हो जाने के बावजूद भी शहीदों के सपनों का उत्तराखंड नहीं बन सका है। नये राज्य का लाभ भ्रष्ट राजनीतिज्ञों, माफियाओं और पूंजीपतियों ने उठाया है जबकि जनता के हाल बदहाल हैं। रोजगार न होने के कारण एक ओर पहाड़ से युवाओं का लगातार पलायन हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर पर्यटन के नाम पर पहाड़ों को ऐशगाह बनाया जा रहा है। हालिया अंकिता भंडारी हत्याकांड इसी का परिणाम है।
आज शिक्षा के निजीकरण, भयंकर बेरोजगारी और लगातार बढ़ते अपराधों से जिस तरह पूरे देश की जनता पीड़ित है उसी तरह उत्तराखंड की जनता भी पीड़ित है। देश की सरकारों ने शिक्षा-स्वास्थ्य सभी को बाजार के हवाले कर दिया है। पढ़ लिखने के बाद भी हमारे युवा पूरे देश की तरह उत्तराखंड के सिडकुल में बहुत कम वेतन वाली ठेकेदारी की नौकरियों में खटने को विवश हैं। शहीदों ने जिस राज्य की संकल्पना की थी, उससे उत्तराखंड आज भी कोसों दूर है। जिसके लिए युवा पीढ़ी को ही आगे आना होगा। इस मौके पर परिवर्तनकामी छात्र संगठन के रवि, विनोद, राज, सौरभ, प्रशांत सहित कई छात्र मौजूद रहे।

राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते के भुगतान के आदेश हुए जारी, एक जुलाई से होगा भत्तों का भुगतान

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देहरादून, मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश होने के बावजूद शासन ने आज डीए के आदेश कर दिए है। राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते के भुगतान एक जुलाई से होगा। राज्य कर्मचारी सहायता प्राप्त शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान तथा शहरी स्थानीय निकायों के नियमित एवं पूर्णकालिक कर्मचारियों कार्यपभारित कर्मचारियों तथा यूजीसी वेतनमान में कार्यरत पद धारकों जिन्हें सातवां पुनरीक्षित वेतनमान अनुमान्य किया गया था को दिनांक 1 जुलाई 2012 से बढ़ी हुई दर पर महंगाई भत्ते का भुगतान होगा। इस संबंध में सचिव दिलीप जावलकर ने आदेश जारी कर दिए हैं।

अग्निवीर भर्ती मामले में ठगी के शिकार हुए 15 से अधिक युवाओं ने पुलिस से किया  संपर्क

अग्निवीर भर्ती मामले में ठगी के शिकार हुए 15 से अधिक युवाओं ने पुलिस से किया संपर्क

देहरादून, उत्तराखंड बीते दिनों अग्निवीर भर्ती को लेकर युवाओं से ठगी का मामला सामने आने के बाद अब ठगी के शिकार अन्य युवा भी सामने आने लगे हैं। पिछले दो-तीन दिनों में ही 15 से अधिक युवाओं ने दिनेशपुर पुलिस से संपर्क किया है। उन्होंने हाल में ही गिरफ्तार हुए टेरिटोरियल आर्मी जाट रेजीमेंट के जवान और एक अन्य आरोपी पर उनसे भी ठगी करने का आरोप लगाया है। पांच युवाओं ने इनके खिलाफ लिखित में दिनेशपुर पुलिस को शिकायती पत्र भी दिया है। दिनेशपुर थाना पुलिस सभी युवाओं के बयान दर्ज कर रही है। वहीं बड़ी संख्या में युवाओं से धोखाधड़ी के मामले सामने आने के बाद अब दिनेशपुर पुलिस आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन करने की तैयारी कर रही है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अग्निवीर योजना के नाम पर ठगी करने वाले इन आरोपियों ने अब तक एक करोड़ से अधिक रकम युवाओं से ठगी हो सकती है। दिनेशपुर के थाना प्रभारी अनिल उपाध्याय ने बताया कि दो-तीन दिनों से लगातार चम्पावत और खटीमा के युवा दिनेशपुर थाने में आ रहे हैं। उन्होंने भी आरोपियों पर ठगी का आरोप लगाया है। आरोपियों ने किसी से 50 तो किसी से 20 और किसी से 30 हजार रुपये लिए हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने युवाओं के मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र भी लिए हैं, जिनका मिलना बेहद जरूरी है। ऐसे में आरोपियों की पीसीआर के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र देने की तैयारी की जा रही है।

वहीं एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि पूछताछ में 200 युवाओं से अग्निवीर बनाने के नाम पर रुपये लेने की बात सामने आई थी। अब तक ठगी के शिकार हुए चम्पावत और खटीमा के 15 से अधिक युवा दिनेशपुर थाने पहुंच चुके हैं। धोखाधड़ी के शिकार हुए युवाओं ने पुलिस से आरोपियों से दस्तावेज बरामदगी की मांग की है।

 

खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया रुद्रपुर में बहुउद्देशीय क्रीड़ा भवन का शिलान्यासरूद्रपुर :खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया बहुउद्देशीय क्रीड़ा भवन का शिलान्यास,  30 करोड़ की लागत से होगा तैयार – Shabddoot – शब्द दूत

रुद्रपुर, खेल मंत्री रेखा आर्या ने रुद्रपुर में बहुउद्देशीय क्रीड़ा भवन का विधिवत भूमिपूजन कर शिलान्यास किया। इस क्रीड़ा भवन की कुल लागत करीब 30 करोड़ की है, मंत्री रेखा आर्या ने इस अवसर पर अपने खेल कि प्रतिभा के जरिये उत्कृष्ट कार्य करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि निश्चित ही इस क्रीड़ा भवन के बनने से हमारे उधमसिंह नगर के खिलाड़ियों को भविष्य में अपने खेल को निखारने में मदद मिलेगी। कहा कि हमारी कोशिश है कि ज़ब हम 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन करा रहे हों तब तक इस भवन का निर्माण कार्य पूरा हो जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार और उनका विभाग लगातार प्रयासरत है।

 

खिलाड़ियों को लेकर सरकार कई सारी योजनाए चला रही है जिसमें 8 से 14 वर्ष तक के खिलाड़ियों के लिए छात्रवर्ती योजना, मुख्यमंत्री खिलाडी उदीयमान उन्नीयन योजना सहित कई है।खेल मंत्री ने कहा कि जब यह हॉल बनकर तैयार होगा तो इससे क्षेत्र के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिलेगा और निश्चित ही भविष्य में वह आगे बढ़ेंगे।

इस अवसर पर खेल निदेशक जितेन्द्र सोनकर जी, विधायक प्रतिनिधि प्रीत ग्रोवर जी, भाजपा नेता भारत भूषण चुघ जी, मोहित कक्कड़ जी, उपनिदेशक शक्ति सिंह जी, उपजिलाधिकारी प्रत्युश सिंह जी सहित विभागीय अधिकारी, खिलाडी और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

 

उत्तराखंड दूसरी बार करेगा राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों की मेजबानी, फरवरी माह में चमोली जिले में होंगे राष्ट्रीय शीतकालीन खेल

देहरादून, प्रदेश में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए औली में 02 से 05 फरवरी तक राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। इन खेलों में उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्यों की टीमें हिस्सा लेंगी। इन खेलों का आयोजन फरवरी के महीने में चमोली जिले के औली में किया जाना है। राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों में अंतर्राष्ट्रीय स्की महासंघ (एफआईएस) द्वारा अनुमोदित रेसिंग स्कीइंग कार्यक्रम भी आयोजित होने प्रस्तावित हैं।

2 फरवरी 2023 से 5 फरवरी 2023 तक होने वाली नेशनल स्कीइंग चैंपियनशिप-2023 में कुल 4 इवेंट आयोजित किए जाएंगे। इनमें पुरुष और महिला दोनों वर्ग के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा हिमालयन ट्रॉफी 2023 के तहत 7 और 8 फरवरी को पुरुषों और महिलाओं के लिए एफआईएस स्वीकृत जायंट स्लैलम रेस का भी आयोजन किया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ विकसित होने के बाद औली में युवाओं को स्कीइंग प्रशिक्षण देने के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा संचालित पर्वतारोहण और स्कीइंग संस्थान भी हैं जहां स्कीइंग प्रतिभाओं को विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया जाता है। एफआईएस किसी भी सेंटर को तभी मंजूरी देता है जब वह अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और मानकों से मेल खाता हो। औली इनके सभी मानकों और मानदंडों पर खरा उतरा है। पर्यटन विभाग द्वारा औली के लिए एक मास्टरप्लान भी तैयार किया है जिसे कैबिनेट स्वीकृति के लिए भेजा गया है। इसके अलावा यहां 3.5 किमी रेसिंग ढलान का निर्माण भी किया जाना प्रस्तावित है जिसके बाद औली स्कीइंग पेशेवरों के लिए एक अद्वितीय स्कीइंग गंतव्य के रूप में स्थापित हो सकेगा। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड राज्य इस आयोजन की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है |

छावला कांड के आरोपियों के बरी होने पर सब चिंतित : उत्तराखंड के सीएम से विपक्ष तक ने की बेटी के न्याय की लड़ाई लड़ने की पैरवी

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देहरादून, दिल्ली के छावला इलाके में 10 साल पहले उत्तराखंड की बेटी के साथ दुष्कर्म और हत्या के तीनों आरोपियों के बरी होने पर प्रवासियों से लेकर राज्य तक रोष है। सोशल मीडिया पर लगातार तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। अब इस मामले का संज्ञान सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष तक ने लिया है। सीएम धामी ने कहा कि बेटी को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। तो पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हें।
बता दें कि वर्ष 2012 के दिल्ली के छावला इलाके में दरिंदों ने उत्तराखंड की 19 वर्षीय बेटी के अपहरण कर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी। यह निर्भया जैसा मामला था। इन वहशी दरिंदों को जिला और उच्च न्यायालय ने सजा ए मौत की सजा सुनाई थी। लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद जो फैसला सामने आया, उसने सभी को स्तब्ध कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को तीनों आरोपियों को बरी कर दिया है।
मीडिया रिपोर्र्ट्स के मुताबिक इस प्रकरण का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने यह केस देख रही वकील और केंद्रीय कानून मंत्री किरन रिजिजू से भी बात की है। कहा कि पीड़ित बेटी को इंसाफ दिलाने के भी सब कुछ करेंगे।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुझाव दिया है कि उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करनी चाहिए। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोपियों के बरी होने पर चिंता जताई हैं कहा कि दरिंदगी के जिम्मेदार आरोपियों को जिला न्यायालय और फिर उच्च न्यायालय ने सजा-ए-मौत दी थी, पर वो बरी हो गए हैं। यह निर्भया हत्याकांड जैसा केस था।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने छावला कांड में आरोपियों के बरी होने पर चिंताजनक बताया। कहा कि 2012 में दरिंदों ने सारी हदें पार कर दी थी। ऐसे जघन्य अपराधियों का छूटना समाज के लिए चिंता की बात है। कांग्रेस उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने दिल्ली सरकार से मामले को सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच में ले जाने की मांग की है। कहा कि वह प्रवासी संगठनों से बातचीत कर संयुक्त लड़ाई का प्रयास भी करेंगे।

कण्वनगरी कोटद्वार में डू समथिंग सोसाइटी द्वारा आयोजित भरत महोत्सव कार्यक्रम में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किया प्रतिभाग

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कोटद्वार, पौड़ी जनपद के कोटद्वार के निकट कण्वनगरी पहुंचे प्रदेश के कृषि एवं सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार विकल्प सहित संकल्प पर कार्य कर रही है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रण लिया है कि 2025 में जब हमारा राज्य अपनी रजत रंजती मना रहा होगा, तब हमारा प्रदेश देश के शीर्ष राज्यों के पायदान पर खड़ा हो।
कण्वनगरी स्थित महर्षि कण्व विद्या निकेतन में डू समथिंक सोसाइटी द्वारा आयोजित भारत नामधेय भरत महोत्सव में पहुंचे कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प कि यह दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा, को लेकर प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है। मंत्री ने कहा कि कण्वनगरी के निकट ही महर्षि कण्व को शंकुन्तला असहाय परिस्थिति में मिली और उन्होंने शकुन्तला का पुत्रीवत पालन-पोषण किया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के इसी ध्येय को ध्यान में रखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी वर्ष 2014 में इस योजना को लागू किया। मंत्री ने कहा कि शकुन्तला और राजा दुष्यंत के पुत्र का नाम भरत रखा गया, जिनके नाम से हमारे देश का नाम भारत पड़ा। उन्होंने समिति के पदाधिकारियों का आभार जताया कि उन्होंने चक्रवर्ती सम्राट भरत के नाम को वैश्विक पटल पर लाने का प्रयास किया।
मंत्री ने कहा कि यहां लगभग 2000 से अधिक सेवारत सैनिक, पूर्व सैनिक, अर्धसैनिक निवास करते हैं। हमारी सरकार प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के अनुरुप उत्तराखण्ड के पांचवें धाम के रुप में सैन्यधाम निर्माण का काम भी कर रही है। सरकार ने प्रदेश भर के शहीदों को नमन करते हुए उनकी आंगन की पवित्र माटी को कलश के माध्यम से सैन्यधाम ले जाया गया है। यहां की भूमि सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के साथ-साथ कृषि के क्षेत्र में कार्य करने वाले किसान भाईयों के लिए भी अत्यधिक उपयोगी है। कृषि विभाग द्वारा लगतार क्षेत्र में निशुल्क बीच वितरण, मशीनरी वितरण का कार्य भी किया जा रहा है। कृषि उपजों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए घेरबाड़ योजना से भी कार्य किया जा रहा है। वही, उद्यान के क्षेत्र में उद्यान विभाग भी लगातार विभिन्न जनकल्याणकारी कार्य कर रहा है। कोटद्वार में एप्पल मिशन के तहत 16 कृषकों, कीवी मिशन में 7 कृषकों, स्वरोजगार योजना के तहत 172 कृषकों को लाभ दिया जाऐगा। सरकार द्वारा मौन पालन उत्कृष्ठता केन्द्र के लिए 511 लाख एवं खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केन्द्र के लिए 211 लाख की धनराशि स्वीकृत की जा रही है। ग्राम्य विकास विभाग के माध्यम से हमने लगभग 6000 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया है और हम मातृशक्ति को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। लखपति दीदी योजना के तहत 2500 बहनों को लखपति बनाया गया है।
इस अवसर पर मंत्री ने सोसाइटी के बैनर तले कई हस्तियों को सम्मानित भी किया। गढ़वाल रेजिमेंटल सेंटर से आये हुए आर्मी बैंड ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी। मंत्री ने कार्यक्रम के अंत में आर्मी बैंड के सुबेदार को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर डू समथिंग सोसाइटी के अध्यक्ष मंयक प्रकाश कोठारी, कैप्टन दिगम्बर प्रसाद बलूनी, दीपक कुकरेती, भाजपा के प्रदेश मंत्री आदित्य चैहान, भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र रावत, कैप्टन पीएल खंतवाल, सुबेदार रिपुदमन सिंह बिष्ट, डा0 रितू गुप्ता, पदमेन्द्र बिष्ट आदि उपस्थित रहे।