Monday, May 12, 2025
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उत्‍तरकाशी में देर रात को महसूस किए गए हल्के भूकंप के झटके, 2.9 मापी गई भूकंप की तीव्रता

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उत्तरकाशी, उत्‍तराखंड के उत्‍तरकाशी जिले में गुरुवार देर रात को हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए। रात करीब 2:12 बजे आए भूकंप का केंद्र उत्तरकाशी में दर्ज किया गया। भूकंप की तीव्रता 2.9 मापी गई। आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के अनुसार जनपद की किसी भी तहसीलों से जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।

दिसंबर माह में भी उत्‍तरकाशी में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 18 दिसबंर को उत्तरकाशी में रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर भूकंप से धरती हिली थी। धरती का कंपन महसूस करते ही लोग घरों से बाहर आ गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 3.1 मैग्नीट्यूड रही। भूकंप की गहराई जमीन से 5 किमी नीचे थी। गौरतलब है कि प्रदेश का उत्तरकाशी जिला भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है। भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील उत्‍तरकाशी भूकंप के जोन 4 व 5 में स्थित है।

बता दें कि 20 अक्टूबर 1991 को यहां आए भूकंप में आठ सौ से अधिक लोग मारे गए थे। सैकड़ों परिवार बेघर हो गए थे। इसके बाद 1999 के भूकंप ने भी उत्तरकाशी को डराया था |

कैबिनेट बैठक में जोशीमठ के भविष्य को लेकर रोडमैप जारी, चार हजार की जगह 5 हजार किया गया प्रभावित परिवारों के लिए किराया की दर

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देहरादून, जोशीमठ में भूधंसाव को लेकर आज धामी कैबिनेट की बैठक हुई, बैठक में जोशीमठ में आपदा प्रभावितों के पुनर्वास और राहत पैकेज को लेकर मंत्रिमंडल में कई अहम् फैसले लिए गए है। विशेष कैबिनेट बैठक में आज जोशीमठ के भविष्य को लेकर रोडमैप जारी किया गया। सरकार की कवायद नई टिहरी की तर्ज पर नया जोशीमठ बसाने की है।

45 करोड़ की आर्थिक सहायता को कैबिनेट ने जारी करने की दी मंजूरी |
पांच जगहों को पुनर्वास के लिए किया कैबिनेट ने किया चिन्हित
चार हजार की जगह 5 हजार किया गया प्रभावित परिवारों के लिए किराया की दर, एक हजार की किराए राशि कैबिनेट ने बढ़ाई।
कैबिनेट में मौजूद मंत्रियों ने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का लिया फैसला।

जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे मंत्री एक माह का वेतन।
राहत शिविरों में रह रहे लोगों को 450 रुपये खाने के एक दिन के लिए दिए जाएंगे।
यदि कोई राहत शिविर के बजाय खुद से खाना बनाता है तो उसे भी एक दिन के एक व्यक्ति के 450 रुपये खाने का दिया जाएगा।

विस्थापन के लिए 15 हजार रुपये प्रति पशु दिए जाएंगे
बड़े पशुओ के लिए चार 80 रुपये और छोटे पशुओं के लिए 40 रुपये दिए जाएंगे |

नवंबर महीने से 6 महीने के लिए बिजली और पानी के बिल माफ किये गए |
साल तक सहकारी बैंक से लिए गए लोन को अगले एक साल तक न भरने की छूट |
वाणिज्यक व सरकारी बैंक की किस्त पर एक साल तक रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध करेंगे |
लेखपाल की परीक्षा दोबारा कराने वालों को नहीं देना पड़ेगा पेपर को लेकर कोई भी पैसा, बस का किराया भी नहीं देना होगा |
अगली कैबिनेट बैठक में आएगा सख्त नकल कानून |
नकल कराने वालों पर उम्र कैद तक की सजा और सारी संपत्ति जब्त की जाएगी, देश का सबसे सख्त क़ानून बनेगा |

खास खबर : पेपर लीक का मामला, पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा हुई निरस्त

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हरिद्वार, उत्तराखंड़ में फिर पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला सामने आने पर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पूरी भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया है। अब इस भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया फिर से शुरू की जाएगी। पटवारी, लेखपाल भर्ती परीक्षा निरस्त होने से इस परीक्षा में शामिल हुए 114071 अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है। पटवारी, लेखपाल के 563 पदों पर आठ जनवरी को परीक्षा का आयोजन किया गया था, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने बीते अक्तूबर को नोटिफिकेशन जारी कर पटवारी, लेखपाल के 563 पदों पर ऑनलाइन आवेदन मांगे थे।

इस भर्ती परीक्षा के लिए 158210 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था। आयोग के अनुसार पटवारी, लेखपाल भर्ती परीक्षा में 114071 अभ्यर्थी उपस्थित रहे थे। जबकि 44139 अभ्यर्थी इस परीक्षा में गैरहाजिर रहे थे। प्रदेश के 13 जनपदों में 598 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग मुख्यालय के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की ओर से पटवारी, लेखपाल परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करने का मामला सामने आने के बाद आयोग की अन्य परीक्षाएं भी सवालों के घेरे में आ गई हैं।
यूकेएसएसएससी के बाद अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग मुख्य मुख्यालय से परीक्षा लीक हो जाने से अभ्यर्थियों की उम्मीदें टूटती नजर आ रही हैं। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक से परीक्षा को निरस्त कर दिया है।

जोशीमठ में भू धंसाव से बढ़ रही घरो में दरारे, 723 भवन हुए चिन्हित, 131 परिवारों को किया गया अस्थाई विस्थापित

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चमोली, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू धंसाव को लेकर जारी आपदा प्रबंधन संबंधी बुलेटिन के अनुसार भू-धंसाव के कारण नगर क्षेत्र में कुल 723 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई हैं। सुरक्षा के दृष्टिगत कुल 131 परिवारों को अस्थाई रूप से विस्थापित किया गया है। जोशीमठ नगर क्षेत्रान्तर्गत अस्थाई रूप से 1425 क्षमता के 344 राहत शिविर के साथ ही जोशीमठ क्षेत्र से बाहर पीपलकोटी में 2205 क्षमता के 491 कक्षों/हॉलों को चिन्हित किया गया है।
53 प्रभावित परिवारों को रू 5000.00 प्रति परिवार की दर से घरेलू सामग्री हेतु धनराशि वितरित की गयी है तथा 10 तीक्ष्ण/पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों के प्रभावितों को प्रति भवन 1.30 लाख की दर से धनराशि वितरित की गई। इसके साथ ही प्रभावित परिवारों को उनकी आवश्यकतानुसार खाधान्न किट एवं कंबल वितरित किये गये हैं, कुल 70 खाद्यान्न किट, 70 कम्बल एवं 570 ली. दूध प्रभावितों को वितरित किया गया है तथा कुल 80 प्रभावित व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया है।

प्रभावित हितधारकों के हितों का पूरा ध्यान रखते हुए बेहतर से बेहतर मुआवजा दिया जाएगा : मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री बोले, हित धारकों काे बेहतर से बेहतर मुआवजा दिया जाएगा, समिति के साथ की बैठक - हिन्दुस्थान समाचार

देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में भूधंसाव से प्रभावित परिवारों को अंतरिम पैकेज के पारदर्शी वितरण एवं पुनर्वास पैकेज की दर निर्धारित किए जाने हेतु गठित समिति के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर गठित समिति के सदस्यों के सुझावों पर बाजार दर तय की जाएगी। प्रभावित हितधारकों के हितों का पूरा ध्यान रखते हुए बेहतर से बेहतर मुआवजा दिया जाएगा।

बाहर कोई गलत संदेश न जाए :

उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को मानसिक रूप से भी सबल बनाना है। सरकार की ओर से अधिकतम जो हो सकता है, वह किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी में औली में गेम्स होने है। कुछ महीने बाद चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। हमें यह भी देखना होगा की जोशीमठ से बाहर कोई गलत संदेश न जाए, ताकि स्थानीय लोगों की आजीविका प्रभावित न हो। इसका हम सबको ध्यान में रखते हुए काम करना है।
इसके साथ साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुनील आइटीबीपी कैंप में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, और भूधंंसाव की जांच में लगे विभिन्न प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों, जिला प्रशासन, पुलिस एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। सीएम ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा हमारी सबसे बडी जिम्मेदारी है।
उन्होंने लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत सभी इंतेजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने भूधंंसाव की जांच में लगे विभिन्न प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों से भी वार्ता की और जोशीमठ में भूधंंसाव कारणों में चल रहे अध्ययन और शोध के बारे में जानकारी ली। जिसमें वैज्ञानिकों ने अब तक की जांच के बारे में अवगत कराया
मीटिंग की अगली कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी को आपदा की घड़ी में शासन प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रभावित हैं, उनकी जान माल की सुरक्षा करते हुए उनके लिए आगे का रास्ता बनाना हमारी प्राथमिकता है, सीएम ने कहा की जिन लोगों के मकान, दुकान, व्यवसाय प्रभावित हुए है उन सभी को अंतरिम सहायता के रूप में 1.50 लाख तत्कालीक रूप से दिए जा रहे हैं। प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए सरकार हर संभव मदद करेगी। कतिपय लोग जोशीमठ को लेकर गलत माहौल बना रहे है। इससे हमारे लोगों का नुकसान हो रहा है उनकी आर्थिकी प्रभावित हो रही है।

राज्य के आईएएस अधिकारी एक दिन का वेतन जोशीमठ पीड़ितों के लिए करेंगे दान

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देहरादून, प्रदेश के जोशीमठ में आई आपदा को लेकर उत्तराखंड राज्य के आईएएस अफसर एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में दान करेंगे।
आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने दी जानकारी दी कि उत्तराखंड के सभी आईएएस अफसर एक दिन का वेतन आपदा निधि में जमा कराएंगे।

बालिका इंटर कालेज नमजला की 57 साल बाद 7.82 लाख से होगा रंगरोगन और मरम्मत कार्य

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मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की एक ओर मुहिम रंग लाई। मरम्मत तथा रंग रोगन से महफूज़ खंडहर जैसा दिख रहे बालिका इंटर कालेज नमजला को 57 साल के बाद 7.82 लाख रुपए स्वीकृत मिल गये है। अब विद्यालय भवन एक माह के बाद चमकने लगेगा। कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग को धनराशि भेज दी गई है।
विकास खंड मुनस्यारी में बालिकाओं की शिक्षा के लिए बने एकमात्र राजकीय बालिका इंटर कालेज नमजला का मुख्य भवन सन् 1965 में बनाया गया था।
57 साल में भवन की मरम्मत तथा रंग रोगन के लिए कोई भी बजट विद्यालय को नहीं मिला।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया को क्षेत्र भ्रमण के दौरान इस कालेज की बालिकाओं तथा शिक्षिकाओं ने इस समस्या से अवगत कराया। फिर क्या था जिपंस जगत मर्तोलिया विद्यालय की स्थिति में बदलाव की मुहिम में जुट गए। उन्होंने प्रस्ताव बनाकर मुख्य शिक्षा अधिकारी पिथौरागढ़ से अग्रसारित कर प्रस्ताव को निदेशक विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड को भिजवाया।
बीते दिनों देहरादून जाकर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी से मुलाकात कर विद्यालय की स्थिति से अवगत कराया।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने बताया कि डीजी शिक्षा ने 7.82 लाख रुपए स्वीकृत कर ग्रामीण निर्माण विभाग डीडीहाट को बजट जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राबाईका नमजला की भवन की स्थिति में सुधार के लिए यह कार्य बेहद जरूरी था।
उन्होंने बताया कि इस कार्य को गुणवत्तापूर्ण करने के लिए सामुहिक निगरानी की जायेगी। इस बजट की स्वीकृती मिलने की सूचना मिलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है।

हिमालय क्षेत्र की जनता को जागरूक करने के लिए निकाली जायेगी “हिमालय बचाओ यात्रा”

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पिथौरागढ़, उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत सदस्य संगठन ने उत्तराखंड हिमालय क्षेत्र में 22 सालों के भीतर हिमालय को कुचलने पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग वर्तमान सरकार से की। उन्होंने कहा कि आज पक्ष एवं विपक्ष दोनों चिंताएं जाहिर करने की होड़ में लगी हुई है। हिमालय क्षेत्र की जनता को जागरूक करने के लिए शीघ्र “हिमालय बचाओ यात्रा” निकाली जाएगी।
संगठन की बैठक में पंचायत सदस्यों ने कहा कि उत्तराखंड में केरला की तरह पंचायतों की मजबूती तथा स्वायत्तता के लिए विधायी संस्था ने कुछ भी नहीं किया। यही स्थिति नगर निकायों की भी है।
बैठक में सदस्यों ने कहा कि उत्तराखंड में जोशीमठ जैसे अर्लाम की घंटी बहुत बार बज चुकी है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगत मर्तोलिया ने कहा कि उत्तराखंड में हिमालयी क्षेत्रों के लिए एक वैज्ञानिक निर्माण कार्य की नीति बनाने के मांग की जाती रही है। हिमालय क्षेत्र को सुरंग वाली जल विद्युत परियोजनाओं, होटल एवं रिसोर्ट के लिए बेचने में सभी सरकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हिमालय का बार बार कत्लेआम किया जा रहा है। मानवजनित आपदाओं से बेघर होने वाले परिवारों के पुनर्वास के लिए एक नीति तक नहीं बनी है। सरकार अपनी मर्जी से राहत एवं पुनर्वास करती आ रही है।
उन्होंने कहा कि हिमालय क्षेत्र को इन सरकारों के कत्लेआम से बचाने के लिए हिमालय बचाओ यात्रा निकाली जाएगी। इसकी तिथि जल्दी घोषित की जायेगी।
उन्होंने कहा कि हिमालय का मूल्य जनता तथा सरकार समझे उसके लिए जागरुकता जरूरी हो गया है।
बैठक में हरेंद्र बिष्ट, ममता चौहान, दिव्या बिष्ट, राजेन्द्र सिंह धामी, कल्पना महर, राजीव जोशी, रामगोपाल वर्मा, हरीश राम, सुंदर आर्य आदि ने विचार व्यक्त किए।

खास खबर : 8 जनवरी 2023 को हुई पटवारी परीक्षा का पेपर हुआ लीक, एसटीएफ ने चार लोगों को किया गिरफ्तार

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देहरादून, उत्तराखंड में पेपर लीक होना आम सा हो गया, यूकेएसएसएससी द्वारा 2016 में कराई गई वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में धांधली की जाँच पूरी भी नहीं हुई कि एक नया मामला और सामने आया है। इसी माह आठ जनवरी 2023 को आयोजित हुई पटवारी परीक्षा का पेपर लीक हुआ है और इसकी पुष्टि हो गई है। यह बात एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पटवारी लेखपाल भर्ती का पेपर लीक हुआ है। एसटीएफ ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचारियों के हौसले कितने बुलंद हैं। यूकेपीएससी ने परीक्षा का आयोजन कराया था। हरिद्वार के कनखल थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। कुल 35 छात्रों ने परीक्षा पेपर खरीदा था। संजीव चतुर्वेदी से एसटीएफ ने साढ़े 22 लाख रुपए भी बरामद किए। UKPSC के सेक्शन ऑफिसर (अति गोपन) संजीव चतुर्वेदी ने अपनी पत्नी के माध्यम से पेपर आउट कराया था।

 

लेखपाल/पटवारी परीक्षा लीक प्रकरण में एसटीएफ की ताबडतोड कार्यवाही, पांच गिरफ्तारी के साथ लाखों की नकदी और चैक बरामद

देहरादून, लेखपाल/पटवारी परीक्षा लीक प्रकरण में एसटीएफ टीम द्वारा ताबडतोड कार्यवाही को आगे बढाते हुऐ 01 अभियुक्त की गिरफ्तारी व लाखों की नकदी और चैक बरामद, आज हुई पत्रकार वार्ता में लेखपाल पटवारी परीक्षा लीक के अभियोग के सम्बन्ध में 04 अभियुक्त की गिरफ्तारी एवं 22,50,000 रूपये बरामद करने की प्रेस रिलीज की गई थी।
एसटीएफ की टीमों द्वारा उक्त प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही करते हुए पूर्व में गिरफ्तार संजीव चतुर्वेदी, अनुभाग अधिकारी, लोक सेवा आयोग, उत्तराखण्ड की पत्नी रितु को उनके आवास लोक सेवा आयोग, आवासीय परिसर से गिरफ्तार किया गया। साथ ही पूर्व में गिरफ्तार अन्य अभियुक्तों की निशानदेही पर लाखो की नकदी, बैंक के ब्लैंक चैक व अभ्यार्थियों के शैक्षिक दस्तावेज बरामद किये गये।
वर्तमान में विवेचना में अभियुक्तों से पूछताछ कर तथ्यों एवं साक्ष्यों का सकंलन एवं अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।

बरामदगी विवरण:

1. राजपाल:- 10 लाख नकद, अभ्यार्थियों के दस्तावेज व परीक्षा के प्रश्नो की प्रति
2. संजीव:- 08 लाख, अभ्यार्थियों के दस्तावेज, चैक व परीक्षा के प्रश्नों की प्रति
3. रामकुमारः- 01 लाख रूपये, परीक्षा के प्रश्नो की प्रति
अभियोग में कुल गिरफ्तारी : 05, कुल बरामदगी 41,50,000 /- रूपये,

प्रदेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नही है जरूरत है उनकी प्रतिभा में निखार लाने की : हीरासिंह बिष्ट

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“मुक्केबाज कांस्य पदक विजेता विशाल आगरी का हुआ सम्मान”

देहरादून, हिसार हरियाणा में संपन्न हुई सीनियर पुरुष मुक्केबाजी प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विशाल आगरी ने कांस्य पदक हासिल कर राज्य का नाम रोशन किया । डालनवाला एमडीडीए कालोनी चंदर रोड में आयोजित सम्मान समारोह में मुक्केबाज विशाल आगरी को सम्मानित किया गया । इस पदक के साथ ही उनका चयन एशियन गेम्स चैम्पियनशिप के लिए हुआ है और इसकी तिथि की घोषणा होनी शेष है।
इस अवसर पर पूर्व काबिना मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रदेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नही है जरूरत है उनकी प्रतिभा में निखार लाने की । प्रदेश में हर क्षेत्र में यहां के युवा अपनी प्रतिभा के बल पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है विशाल आगरी ने कांस्य पदक जीत कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है । वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक वर्मा ने कहा कि विशाल आगरी ने सीमित साधनों से कड़ी मेहनत कर जीत हासिल की है। दुर्गा वाहिनी समिति के प्रदेश अध्यक्ष एवम कांग्रेस के प्रदेश सचिव टीटू त्यागी ने कहा कि प्रदेश के प्रतिभा का सम्मान कर हमें गौरव की अनुभूति हो रही है हमें इनका उत्साहवर्धन करना चाहिए जिससे इनका हौसला बढ़े और अन्य युवा प्रेरित होकर प्रदेश का नाम रोशन करें । मुक्केबाज विजेता विशाल आगरी ने कहा कि भारतीय मुक्केबाजी टीम की ओर से खेलकर स्वर्ण पदक हासिल करना उनका प्रथम लक्ष्य है। हिसार हरियाणा में बीते दिनों संपन्न हुई सीनियर पुरुष मुक्केबाजी प्रतियोगिता में उत्तराखंड के 13 मुक्केबाजों ने प्रतिभाग किया और उन्होंने ही एक मात्र कांस्य पदक हासिल किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से भी मुक्केबाजों के लिए सहायता उपलब्ध कराये जाने की आवश्यकता है और इसके लिए सरकार को पहल करनी होगी।
उन्होंने कहा कि हिसार हरियाणा में बीते दिनों संपन्न हुई सीनियर पुरुष मुक्केबाजी प्रतियोगिता में उत्तराखंड, हरियाणा, रेलवे, पंचााब, सर्विसेज सहित अन्य राज्यों के मुक्केबाजों ने प्रतिभाग किया और उत्तराखंड की ओर से उन्होंने कांस्य पदक जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर विशाल आगरी के कोच आशीष कुमार ने कहा कि जिस प्रकार से राज्य सरकार खेलों को बढावा दे रही है और नई खेल नीति राज्य में लागू कर दी गई है तथा उसी के मददेनजर मुक्केबाजों को भी आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने की जरूरत है और इसके लिए सरकार को आगे आना होगा।
उन्होंने कहा कि मुक्केबाज विशाल आगरी का ट्रायल के बाद स्टेट के लिए चयन हुआ और उसके बाद हरिद्वार में स्टेट चैम्पियनशिप में बेहतर प्रदर्शन कर उनका चयन सीनियर पुरुष मुक्केबाजी प्रतियोगिता में हुआ और वहां पर विशाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक हासिल किया है और गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में उत्तराखंड के मुक्केबाजों ने राज्य के लिए विभिन्न वर्गों में 15 से 20 पदक हासिल किये है। उन्हांेने कहा कि उनकी एकेडमी हर आयु वर्ग के मुक्केबाज प्रशिक्षण हासिल कर रहे है।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद मूर्ति देवी पार्षद प्रवेश त्यागी आनंद त्यागी कांग्रेस नेता महेश जोशी अवधेश पंत सुरेंद्र राजेंद्र मिश्र सुशील वर्मा अकबर सिंह नेगी विक्टर समेत अनेकों खेल प्रेमी उपस्थित थे।

दिल्ली में आयोजित मिलेट्स पर आधारित विशेष संस्करण के अनावरण कार्यक्रम में कृषि मंत्री गणेश जोशी वीसी के माध्यम से किया प्रतिभाग

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देहरादून, कृषि जागरण संस्था द्वारा नई दिल्ली में आयोजित मिलेट्स पर आधारित विशेष संस्करण का अनावरण कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने राज्य में मिलेट फसलों का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में छोटी एवं बिखरी जोते तथा वर्षा आधारित कृषि हेतु मिलेट फसले बहुत ही उपयोगी है। इसके अतिरिक्त पोषण संबंधी असुरक्षा विश्व की आबादी के लिए एक बड़ा खतरा है। अधिकतर जनसंख्या अनाज आधारित आहार पर अत्यधिक निर्भर है जिनमें सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी होती है। मिलेट पौष्टिक रूप से धनी है क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन, खनिज और विटामिन होते हैं।
उन्होंने कहा प्रदेश की प्रमुख मिलेट फसलों में मण्डुवा, झंगोरा रामदाना आदि सम्मिलित हैं। ये सभी मिलेट पोषक तत्वों से भरपूर हैं तथा चार महीनों में अपना जीवन चक्र पूरा करते हैं। मंत्री जोशी ने कहा भारत सरकार द्वारा मण्डुवा, साँवा आदि फसलों को पौष्टिक अनाज घोषित किया गया है। उत्तराखण्ड प्रदेश में मिलेट फसलों के रूप में मण्डुवा, साँवा मुख्य फसलों में से एक है। मण्डुवा फसल मे कैल्शियम गेहूँ एवं चावल की तुलना में काफी अधिक है। पारम्परिक रूप से मंडुवा का प्रयोग चपाती, हलवा, वाटी आदि बनाने में किया जाता है। मिलेट फसलो का सेवन मधुमेह रोगियों के लिये अत्यन्त लाभकारी है। उन्होंने कहा राज्य के 13 जनपदों में से 11 जनपदों के पर्वतीय क्षेत्रों में मण्डुवा की खेती पिचासी हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में तथा झंगोरा फसल की खेती चालीस हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में खेती की जाती है।
उत्तराखंड सरकार द्वारा उत्तराखंड राज्य मिलेट्स मिशन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य राज्य भर के छोटे और सीमांत किसानों को मिलेट्स उगाने के लिए कृषि निवेश के साथ-साथ उन्नत तकनीकों का उपयोग एवं विपणन आवश्यकताओं को पूरा करना है, जिससे खेतों में और आम जनमानस के आहार में मिलेट्स को प्रोत्साहित किया जा सके। मंत्री जोशी नेंखा पिछले 2 – 3 वर्षों से सरकार द्वारा मिलेटस के उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। मिलेटल फसलों के अन्तर्गत सर्वाधिक जैविक खेती की जा रही है. जो इन फसलों को उचित मूल्य प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रहा है।
मंत्री ने कहा वर्ष 2023-24 से सप्ताह में एक बार मिड डे मिल (मध्याहन भोजन योजना) में झंगोरा को खीर के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। मंत्री जोशी ने कहा इस वर्ष से प्रथम बार मण्डुवा फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य रु0 3578 प्रति कुन्तल पर सरकार द्वारा क्रय किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार एक विजन के साथ कार्य कर रही है।हमारा संकल्प है कि जब राज्य 25 वर्ष का होगा तो हम किसानों की आय दोगनी करने के साथ -साथ अपने उत्पादों को भी दोगना करेंगे।

इस अवसर पर पशुपालन मंत्री, भारत सरकार पुरूषोत्तम रूपाला, कृषि राज्य मंत्री, भारत सरकार कैलाश चौधरी, कृषि जागरण के संस्थापक एम.सी. डोमनिक सहित देश के विभिन्न सम्मानित संस्थाओं से जुडे़ वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।