Monday, May 5, 2025
Home Blog Page 674

कर्तव्य पथ पर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी ने प्रथम स्थान पाकर बनाया इतिहास

0

देहरादून, गणतंत्र दिवस परेड को अभी तक राजपथ के नाम से जाना जाता था, किंतु इस वर्ष उसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ रखा गया है। नाम बदलने के बाद कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की यह पहली परेड थी, जिसमे उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश मे प्रथम स्थान मिलने से इतिहास में उत्तराखंड राज्य का नाम दर्ज हो गया है।

सीएम ने दी बधाई, हम सभी के लिए गौरव का पल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि हम सबके लिए गौरवशाली पल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराणों में गढ़वाल का केदारखंड और कुमाऊं का मानसखंड के रूप में वर्णन किया गया है। स्कंदपुराण में मानसखंड के बारे में बताया गया है। जागेश्वर मंदिर की बहुत धार्मिक मान्यता है।

प्रधानमंत्री ने हमेशा अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करने की बात कही है। प्रधानमन्त्री के नेतृत्व में सांस्कृतिक नवजागरण में उत्तराखंड सरकार भी काम कर रही है। मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना भी इसी दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। “मानसखण्ड” मंदिर माला मिशन के तहत चार धाम की तर्ज पर कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों को भी विकसित किया जा रहा है।

झांकी का विषय मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सुझाया था

भारत सरकार को भेजे गए झांकी का विषय/टाइटिल “मानसखंड”मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुझाया था। उन्होंने मंदिर माला मिशन के अंतर्गत मानसखंड के रूप में इस विषय का सुझाव दिया था।

गणतंत्र दिवस से पहले मुख्यमंत्री ने दिल्ली जाकर खुद किया था झांकी का निरीक्षण

झांकी निर्माण की गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब दिल्ली कैंट में झांकी का निर्माण किया जा रहा था तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने झांकी का निरीक्षण करते हुए झांकी को उत्कृष्ट एवं राज्य की संस्कृति के अनुरुप निर्माण के लिये सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक/ नोडल अधिकारी के एस चौहान को निर्देश दिए थे तथा झांकी के कलाकारों से मिलकर उनको शुभकामनाएं भी दी थीl

दिन रात की जाती है कलाकारों द्वारा मेहनत

झांकी के निर्माण तथा झांकी में सम्मिलित कलाकार दिन रात मेहनत करते है। झांकी निर्माण का कार्य 31 दिसंबर को प्रारंभ किया गया था, जिसको सुबह 4 बजे से रात 12 बजे तक किया जाता है। साथ ही झांकी में सम्मिलित कलाकारों को टीम लीडर के साथ कड़ाके की सर्दी में कर्तव्य पथ रिहर्सल के लिए 4 बजे जाना पड़ता है।

ऐसे होता है झांकी का अंतिम चयन

सितंबर माह में भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों एवं मंत्रालयों से प्रस्ताव मांगे जाते हैं। अक्टूबर तक राज्य सरकारें विषय का चयन कर प्रस्ताव भारत सरकार को भेजती है। उसके बाद भारत सरकार प्रस्तुतिकरण के किये आमंत्रित करती है। पहले बार की मीटिंग में विषय के आधार चार्ट पेपर में डिजाइन तैयार कर प्रस्तुत करना होता है। आवश्यक संशोधन करते हुए तीन बैठके डिजाइन निर्माण के सन्दर्भ में होती है जिन प्रदेशों के डिजाइन कमेटी को सही नही लगते हैं उनको शार्टलिस्ट कर देती है। उसके बाद झांकी का मॉडल बनाया जाता है। मॉडल के बाद थीम सॉंग 50 सेकंड का जो उस प्रदेश की संस्कृति को प्रदर्शित करता हो तैयार किया जाता है। इस प्रकार जब सभी स्तर से भारत सरकार की विशेषज्ञ समिति संतुष्ट हो जाती है तब झांकी का अंतिम चयन किया जाता है।

 

मानसखंड की झांकी में क्या था खास जो प्रथम स्थान प्राप्त किया

गढ़वाल की चारधाम यात्रा की भांति सरकार कुमाऊं में मंदिर माला मिशन के अंतर्गत पर्यटन बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं इसी के दृष्टिगत प्रसिद्ध पौराणिक जागेश्वर धाम को दिखाया गया था। उत्तराखंड का प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क, बारहसिंगा, उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग, गोरल, देश की राष्ट्रीय पक्षी मोर जो उधमसिंह नगर में पाई जाती है, उत्तराखंड के प्रसिद्ध पक्षी घुघुती, तीतर, चकोर, मोनाल आदि, तथा उत्तराखंड की प्रसिद्ध ऐपन कला को प्रदर्शित किया गया था। झांकी के आगे और पीछे उत्तराखंड का नाम भी ऐपन कला से लिखा गया था। जागेश्वर धाम के मंदिर घनघोर देवदार के वृक्षों के बीच में है। इसलिए झांकी में मंदिर के आगे और पीछे घनघोर देवदार के वृक्षो का सीन तैयार किया गया था।

2025 तक उत्तराखंड देश का सर्वोच्च राज्य

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2025 तक उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसी दृष्टि से गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी को देश मे प्रथम स्थान पर आना उनके विजन को दर्शाता है।

मंदिर माला मिशन से वाकिफ होंगे देश विदेश के पर्यटक,क्षेत्र में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

मानसखंड खंड की झांकी को देश मे प्रथम स्थान प्राप्त होने से कुमाऊं क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे क्योंकि देश विदेश के पर्यटको को मंदिर माला मिशन की जानकारी होने से वह कुमाऊं की ओर रुख करेंगे। इसलिए गढ़वाल मंडल के साथ अब कुमाऊं मंडल में भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

झांकी में इन कलाकारों ने निभाई थी अहम भूमिका

टीम लीडर संयुक निदेशक के एस चौहान के नेतृत्व में झांकी में उत्तराखंड की कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए उत्तराखंड का प्रसिद्ध छोलिया नृत्य करने में पिथौरागढ़ के भीम राम के दल के 16 कलाकारों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। उत्तराखंड को देवभूमि के साथ ही योग भूमि भी कहा जाता है। झांकी के ऊपर योग करते हुए बारु सिंह और अनिल सिंह ने योग करते हुए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

झांकी का थीम सांग

झांकी का थीम सांग “जय हो कुमाऊं, जय हो गड़वाला” को पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध जनकवि जनार्दन उप्रेती ने लिखा था तथा उसको सौरभ मैठाणी और साथियों ने सुर दिया था। इस थीम गीत के निर्माता पहाड़ी दगड़िया, देहरादून थे।

सोसल मीडिया में करोड़ो लोगों ने देखी उत्तराखंड की झांकी

सोसल मीडिया के माध्यम से गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश विदेश में करोड़ो लोगों ने देखा। क्या है मानसखंड मन्दिर माला मिशन?

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर श्री केदारनाथ और श्री बद्रीनाथ की भांति ही कुमाऊं के प्रमुख पौराणिक महत्व के मंदिर क्षेत्रो में अवस्थापनात्मक विकास के लिए मानसखंड मन्दिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है। इन्हें बेहतर सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही इस योजना के ज़रिए गढ़वाल और कुमाऊं के बीच सड़क कनेक्टिविटी को भी सुधारा जाएगा, ताकि उत्तराखण्ड में गढ़वाल और कुमाऊं के बीच यातायात सुगम हो।

मानसखंड कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि सरकार विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड कॉरिडोर पर काम कर रही है। सरकार का प्रयास है कि विभिन्न धार्मिक सर्किटों का विकास किया जाए। उन्होंने कहा इसके तहत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाले मुख्य मंदिरों को आपस में जोड़ेंगे एवं सर्किट के रूप में विकसित करके धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।

इन प्रमुख मंदिरों का होगा विकास

मुख्यमंत्री धामी के विजन के अनुसार पहले चरण में क़रीब 2 दर्जन से अधिक मंदिरों को इसमें शामिल किया गया है। इनमें जागेश्वर महादेव, चितई गोलज्यू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर, नंदादेवी मंदिर कसारदेवी मंदिर, झांकर सैम मंदिर पाताल भुवनेश्वर, हाटकालिका मंदिर, मोस्टमाणु मंदिर, बेरीनाग मंदिर, मलेनाथ मंदिर, थालकेदार मंदिर, बागनाथ महादेव, बैजनाथ मंदिर, कोट भ्रामरी मंदिर, पाताल रुद्रेश्वर गुफा, गोल्ज्यू मंदिर, निकट गोरलचौड मैदान, पूर्णागिरी मंदिर, वारही देवी मंदिर देवीधुरा, रीठा मीठा साहिब, नैनादेवी मंदिर, गर्जियादेवी मंदिर, कैंचीधाम, चैती (बाल सुंदरी) मंदिर, अटरिया देवी मंदिर व नानकमत्ता साहिब प्रमुख रूप से शामिल किए गए हैं।

केदारनाथ में छह फिट तक बर्फबारी, चोपता में भी हिमपात

0

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है। केदारनाथ में दिनभर बर्फबारी का दौर चला है। यहां सोमवार शाम तक छह फिट बर्फ गिर चुकी थी। चोपता में भी दो फिट तक बर्फ गिरी है। सोमवार रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय सहित अधिकांश क्षेत्रों में रिमझिम बारिश होती रही। केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, चन्द्रशिला, कार्तिक स्वामी, चोपता, दुगलविट्टा, चिरबटिया सहित अनेक स्थानों पर जमकर बर्फबारी हुई है। जनवरी अंत में हुई जोरदार बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। पर्यटकों ने भी बर्फबारी वाले इलाकों में रुख कर दिया है। केदारनाथ धाम में रविवार सांय से ही मौसम खराब होने लगा। सोमवार सुबह से ही बर्फबारी शुरू हो गई जो दिनभर जारी रही।
ऊंचाई वाले गांवों में मुश्किलें बढ़ी
ऊखीमठ ब्लॉक के रांसी गौंडार सहित ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी हुई है। मनसूना, मक्कू और दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के चलते पर्यटकों की आवाजाही दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में होने लगी है। बर्फबारी और बारिश के चलते ऊंचाई वाले स्थानों पर बसे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई है। कई जगहों पर आने-जाने में लोगों को परेशानी हो रही है।

 

विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में हुई जमकर बर्फबारी, सुंदर नजारे का दीदार करने हजारों की संख्या में पहुंचे पर्यटक

चमोली (जोशीमठ), जोशीमठ व आसपास के क्षेत्रों में रविवार से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। यहां ताजा बर्फबारी हुई है। जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। भूधंसाव के बाद कई घरों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दरारें आने से भले ही जोशीमठ में आम जनजीवन के साथ ही व्यापार व कारोबार प्रभावित हुआ हो। लेकिन, विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में इन दिनों पर्यटकों की चहलकदमी से रौनक नजर आ रही है। स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि औली भूधंसाव से सुरक्षित है और शीतकाल में यहां पर्याप्त बर्फ पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।

देश के विभिन्न राज्यों से यहां पहुंचे पर्यटक इन दिनों औली की ढलानों पर फन स्कीइंग का आनंद ले रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन बंद है। लेकिन, जीएमवीएन से आठ नंबर टावर तक चेयरलिफ्ट का संचालन जारी रहने से पर्यटक बर्फीली ढलान तक पहुंच रहे हैं। इसके अलावा पर्यटक सड़क मार्ग से भी यहां पहुंच रहे हैं।

प्रकृति के खूबसूरत नजारों का दीदार करने हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक औली आते हैं। इस बार भी शीतकाल में पर्यटक यहां बर्फीली ढलानों पर स्कीइंग और जीवन के यादगार पल बिताने पहुंच रहे हैं। साथ ही घुड़सवारी और फोटोग्राफी का लुत्फ उठा रहे हैं। औली में पर्यटन कारोबारी अजय भट्ट ने बताया कि औली पूरी तरह सुरक्षित है। प्रतिदिन यहां पर्यटक पहुंच रहे हैं। औली में स्थानीय गाइड पर्यटकों को स्कीइंग सिखा रहे हैं और आसपास के खूबसूरत नजारों का दीदार करवा रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे बंद है। हालांकि औली में भूधंसाव सा कोई असर नहीं है और यहां पर पर्यटकों की आवाजाही बनी हुई।

औली में जीएमवीएन गेस्ट हाउस तक पर्यटक वाहन से आने के बाद इधर से चेयरलिफ्ट से आठ नंबर टावर तक पहुंच रहे हैं। चेयरलिफ्ट में एक बार में चार पर्यटक आवाजाही कर रहे हैं। आठ नंबर टावर पर बेहद शानदार बर्फीली ढलान का दीदार होता है। यहां पर पर्यटक फन स्कीइंग का लुत्फ उठा रहे हैं। इसके अलावा दस नंबर टावर पर जाने के लिए रोपवे का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन रोपवे बंद होने के चलते पर्यटक पैदल ही वहां पहुंच रहे हैं।

औली में पर्याप्त बर्फबारी के बाद यहां पर्यटकों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। ऐसे में मौसम अनुकूल देखते हुए गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) भी औली में स्कीइंग का प्रशिक्षण शुरू करवा सकता है। गौरतलब है कि औली में शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने के लिए निगम की ओर से प्रतिवर्ष शीतकाल में प्रशिक्षण कैंप आरंभ किया जाता है। इन दिनों औली की ढलानों पर पर्याप्त मात्र में बर्फबारी हुई है। जिसे स्कीइंग के लिए काफी अनुकूल माना जाता है।

जोशीमठ व आसपास के क्षेत्रों में रविवार को मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा। सुबह अधिकांश स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहे। ऊंची चोटियों में हल्की वर्षा के साथ हिमपात हुआ। जिससे निचले इलाकों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। दोपहर बाद हल्की धूप खिली, जो ठंड से बचाने में बेअसर साबित हुई।

 

चमोली जिले के मलारी में हुआ हिमस्‍खलन, अलर्ट मोड़ पर आपदा प्रबंधन विभाग

Avalanche in Uttarakhand: भारत-चीन सीमा पर एवलांच आने से हड़कंप, वीडियो और तस्‍वीरों में देखें खतरनाक मंजर - Iceberg Break in Malari Iceberg Break in chamoli Iceberg Break in uttarakhand ...

चमोली, उत्‍तराखंड के उच्‍च हिमालयी इलाकों में रविवार को बर्फबारी का सिलसिला जारी है। वहीं इस बीच चमोली जिले के मलारी में हिमस्‍खलन की घटना सामने आईहै।

आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड में है और हिमस्‍खलन की घटना की जानकारी जुटाने में लग गया है। वहीं हिमस्‍खलन से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह हिमस्‍खलन जोशीमठ ब्लाक के भारत-चीन सीमा स्थित मलारी गांव के पास कुंती नाले में आया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

235 भूस्वामियों को 3.53 करोड़ रूपये तथा 121 किरायेदारों को 60.50 लाख रूपये की धनराशि वितरित की गयी

0

देहरादून , सचिव आपदा प्रबन्धन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने सोमवार को मीडिया सेन्टर, सचिवालय में जोशीमठ नगर क्षेत्र में हुए भूधंसाव व भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत व बचाव एवं स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भूधंसाव व भूस्खलन के सम्बन्ध में आज अपर मुख्य सचिव श्री आनन्दवर्धन की अध्यक्षता में उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक हुई। बैठक में समिति को जानकारी दी गई कि जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भूधंसाव व भूस्खलन के कारण प्रभावित परिवारों के पुनर्वास एवं विस्थापन हेतु जिलाधिकारी, चमोली द्वारा 03 विकल्प प्रस्तुत किये गये हैं। पहले विकल्प में प्रभावित भू-भवन स्वामियों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हुये वन टाईम सेटलमेन्ट किया जायेगा। प्रभावित हुए भूमि/भवन की क्षति के मुआवजे के रूप में वन टाइम सेटलमेन्ट करते हुए भूमि/भवन का निर्धारित मानकों के अनुसार भुगतान किया जाएगा। सम्पूर्ण भुगतान करने से पूर्व संबधित प्रभावित की भूमि /भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी। दूसरे विकल्प के तहत प्रभावित भू-भवन स्वामियों को प्रभावित भूमि के सापेक्ष गृह निर्माण के लिए निश्चित अधिकतम क्षेत्रफल 100 वर्ग मी0 तक की भूमि प्रदान की जायेगी तथा प्रभावित भवन का मुआवजा दिया जायेगा। प्रभावित भू-भवन स्वामियों को 100 वर्ग मी0 से अधिक की भूमि होने पर शेष भूमि का मानकों के अनुसार भुगतान किया जायेगा। प्रभावित भूमि/भवन स्वामियों का संपूर्ण भुगतान करने से पूर्व व गृह निर्माण के लिये निश्चित अधिकतम क्षेत्रफल 100 वर्ग मी0 तक की भूमि आवंटित करने से पूर्व संबंधित आपदा प्रभावित की भूमि/भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी। तीसरे विकल्प के तहत प्रभावितों के पुनर्वास हेतु चिन्हित स्थान पर अधिकतम 75 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की सीमा तक की भूमि पर भवन निर्माण कर दिया जायेगा। यदि प्रभावित आवासीय भवन/भूमि का मूल्यांकन प्रदान किये जा रहे भूमि/आवास से अधिक है तो शेष धनराशि का भुगतान प्रभावित को किया जायेगा। प्रभावित भूमि भवन के सापेक्ष अधिकतम 75 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की सीमा तक की भूमि पर भवन निर्माण कर आवंटित करने से पूर्व संबंधित आपदा प्रभावित की भूमि/भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी। जिलाधिकारी, चमोली द्वारा पुनर्वास के सम्बन्ध में प्रस्तावित उक्त तीन विकल्पों को उपयुक्त पाते हुए उक्त विकल्पों के सम्बन्ध में शासन स्तर पर माननीय मंत्रिमण्डल के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत किये जाने की संस्तुति की गयी है।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने बताया कि जोशीमठ में आपदा प्रभावित क्षेत्र के संबंध में विभिन्न तकनीकी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे सर्वे की अन्तिम रिपोर्ट आने के उपरान्त ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि जोशीमठ के कितने क्षेत्र से स्थायी रूप से विस्थापन किया जाना आवश्यक है। रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत प्रभावित परिवारों/व्यक्तियों से उक्त प्रस्तावित विकल्पों के अनुसार सहमति प्राप्त की जायेगी। तत्पश्चात स्थानीय स्तर पर पी.आई.यू स्थायी पुनर्वास की कार्यवाही करेगी। तकनीकी संस्थानों की अन्तिम रिपोर्ट आने के उपरान्त ही जोशीमठ क्षेत्र में आपदा के न्यूनीकरण/क्षेत्र के स्थिरीकरण, टो इरोजन, ड्रेनेज प्लान इत्यादि कार्यों के सम्बंध में निर्णय लिया जायेगा। उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा यह निर्देश भी दिये गये कि जोशीमठ क्षेत्र के आपदा प्रभावित परिवारों/व्यक्तियों के साथ ही आपदा प्रभावित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के भी बिजली / पानी के बिल 06 माह हेतु माफ किए जाने की कार्यवाही की जाय। जोशीमठ आपदा प्रभावित क्षेत्र में 03 विद्यालय प्रभावित हुए हैं। इन विद्यालयों में अध्ययनरत् छात्रों को अन्यत्र विद्यालय में स्थानान्तरित किया गया है। मारवाड़ी क्षेत्र के छात्रों हेतु विद्यालय की व्यवस्था लगभग 12 कि०मी० दूरी पर स्थित अन्य विद्यालय में हुयी है, जिसके दृष्टिगत समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि मारवाडी क्षेत्र के विद्यार्थियों को लाने एवं ले जाने हेतु निःशुल्क यातायात की व्यवस्था जिलाधिकारी, चमोली द्वारा की जाये। व्यावसायिक प्रतिष्ठान में कार्यरत कार्मिकों / श्रमिकों का रोजगार प्रभावित होने के कारण, उनको कोविड-19 के समय दी गयी वित्तीय सहायता के अनुसार, सर्वे उपरान्त पृथक से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी, चमोली को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। एनटीपीसी, एमओआरटीएच तथा बीआरओ के प्रतिनिधियों के साथ उच्च स्तर पर बैठक आहूत किये जाने की संस्तुति समिति द्वारा की गयी है।

समिति द्वारा शासन स्तर से आयुक्त गढ़वाल मण्डल की अध्यक्षता में गठित अन्तर्विभागीय समन्वय एवं शिकायत निवारण समिति की पुनः बैठक आहूत किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। समिति द्वारा औली रोपवे के सम्बन्ध में पर्यटन विभाग के साथ उच्चस्तरीय बैठक किये जाने की संस्तुति की गयी है। जोशीमठ क्षेत्र में जिन घरों में छोटी-छोटी दरारें आयी है और भूमि को सुरक्षित पाये जाने की दशा में उक्त घरों / भवनों की रेट्रोफिटिंग हेतु धनराशि दिये जाने का जिलाधिकारी द्वारा प्रस्ताव किया गया है। कर्णप्रयाग विधान सभा क्षेत्र के मा० विधान सभा सदस्य द्वारा नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग क्षेत्र के बहुगुणा नगर आई०टी०आई० क्षेत्र, सी०एम०पी० बैंड के ऊपर, अपर बाजार, साकरी सेरा, ईणा बधाणी क्षेत्र की भूमि में आ रही दरारों को समिति के संज्ञान में लाया गया। समिति द्वारा मा० विधायक जी को यह अवगत कराया गया कि उक्त प्रभावित क्षेत्र में भारत सरकार के सम्बन्धित संस्थानों द्वारा जियोफिजिकल, भूगर्भीय सर्वे गतिमान है एवं उक्त अध्ययन का अग्रेत्तर कार्यवाही हेतु त्वरित गति से निष्कर्ष करवा लिया जायेगा।

सचिव आपदा प्रबन्धन ने बताया कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 06 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वर्तमान में घटकर 67 एलपीएम हो गया है। क्षेत्र में दराग्रस्त भवनों की संख्या में वृद्धि नही हुई है। दरारग्रस्त भवनों की संख्या 863 ही है। जोशीमठ में 235 भूस्वामियों को 3.53 करोड़ रूपये की धनराशि तथा 121 किरायेदारों को 60.50 लाख रूपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में है। 253 परिवार सुरक्षा की दृष्टि से अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये है। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 920 है। 43 प्रभावित परिवार अपने रिश्तेदारों या किराए के मकानों में चले गये है। सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि अस्थायी रूप से चिन्ह्ति राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 661 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2957 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र/वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं।

पुलिस कप्तान नैनीताल ने किए उप निरीक्षकों के बंपर तबादले

0

नैनीताल, जनपद के पंकज भट्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट द्वारा निम्न उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के स्थानांतरण तत्काल प्रभाव से उनके नामों के सम्मुख अंकित स्थान पर किए गए हैं।
1- उप निरीक्षक हरेंद्र सिंह नेगी थानाध्यक्ष चोरगलिया से वरिष्ठ उप निरीक्षक थाना लालकुआं
2 उपनिरीक्षक श्री भगवान सिंह महर पुलिस लाइन से थानाध्यक्ष चोरगलिया
3 उपनिरीक्षक श्री बलवंत सिंह कंबोज वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना लाल कुआं से ए0एन0टी0एफ0
4 उप निरीक्षक श्री भुवन सिंह राणा एफ0एफ0यू0 से थानाध्यक्ष खनस्यूं
5 उप निरीक्षक श्री प्रेम विश्वकर्मा वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना रामनगर से एफ0एफ0यू0
6 उपनिरीक्षक श्री अनीस अहमद थाना रामनगर से वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना रामनगर
7 उप निरीक्षक श्री कृपाल सिंह प्रभारी चौकी हल्दुचौड से प्रभारी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी हेड़ाखान थाना काठगोदाम
8 उप निरीक्षक श्री सोमेन्द्र सिंह थाना मुखानी से प्रभारी चौकी हल्दुचौड
9 उप निरीक्षक श्री विजय कुमार प्रभारी चौकी कोटाबाग से प्रभारी रिपोर्टिंग चौकी धानाचूली थाना मुक्तेश्वर
10 उप निरीक्षक श्री रमेश चंद्र पंत थाना बेतालघाट से प्रभारी चौकी कोटाबाग
11 उप निरीक्षक श्री गौरव जोशी पुलिस लाइन से थाना बेतालघाट
12 उप निरीक्षक विजय पाल सिंह प्रभारी चौकी ढेला से प्रभारी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी ओखलकाण्डा थाना खनस्यूं
13 उपनिरीक्षक श्री रविंद्र सिंह राणा चौकी भोटिया पड़ाव थाना हल्द्वानी से प्रभारी चौकी ढैला
14 उप निरीक्षक श्री विजय कुमार साइबर सेल हल्द्वानी से प्रभारी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी धारी थाना मुक्तेश्वर
15 उप निरीक्षक श्री शंकर नयाल थाना भीमताल से थाना बनभूलपुरा

“राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान” का शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन

0

 अपर सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में किया गया

हमारे देश में अन्धता का प्रसार 0.36% है। जिसमें से 66% व्यक्ति मोतियाबिन्द के ग्रसित है। राष्ट्रीय अन्धता नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मोतियाबिन्द बैकलाग मुक्त किये जाने हेतु अगले तीन वर्षों में कुल 12 लाख 15 हजार के लक्ष्य को प्राप्त किया जाना है। इस उद्देश्य से दिनांक 30 जनवरी, 2023 को राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम (एन०पी०सी०बी०) के अन्तर्गत राज्य को Cataract Blindness Backlog Free (CBBF) किये जाने हेतु “राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान का शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन अपर सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में किया गया जिसमें जनपद स्तर से नेत्र शल्यक दृष्टिनितिज्ञ एवं एन्०जी०ओ० के प्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। अभियान के अन्तर्गत राज्य के समस्त जनपद एवं विकासखण्डों में स्क्रीनिंग कैम्प का आयोजन किया जायेगा एवं जिला चिकित्सालय / उप जिला चिकित्सालय में मोतियाबिन्द के आपरेशन किये जायेंगे वित्तीय वर्ष 2022-23 में मोतियाबिन्द आपरेशन का लक्ष्य 59800 रखा गया है। डा० सरोज नैथानी, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड के द्वारा कार्यक्रम में लक्ष्यों को शतप्रतिशत पूर्ण करने पर जोर दिया गया एवं ब्लॉक स्तर पर लक्ष्यों की पूर्ति हेतु दृष्टिमिति के द्वारा स्क्रीनिंग करने हेतु निर्देश दिये गये नेत्र सर्जन एवं दृष्टिनितिज्ञों के द्वारा जनपद स्तर पर बेहतर उपचार प्रदान किये जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। राज्य को Cataract Blindness Backlog Free (CBBF) किये जाने हेतु नेत्र शिविरों का आयोजन किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।

ओएलएक्स से कार खरीदने के नाम पर असिस्टेंट प्रोफेसर को लगाया साढ़े छह लाख रुपए का चूना

0

देहरादून, आॕनलाइन खरीददारी के नाम पर फ्राॕड का एक मामला दून से आया है जिसमें डीआईटी कॉलेज के एक असिस्टेंट प्रोफेसर को ओएलएक्स पर कार खरीदने के नाम पर एक शातिर बदमाश ने साढ़े छह लाख रुपए का चूना लगा दिया। खुद को फौज का हवलदार बताने वाले शातिर ने उनसे बिना कार दिए ही अपने खाते में सारा पैसा डलवा लिया।
डोईवाला क्षेत्र के निवासी सोहेल कुमार पोसवाल डीआईटी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने ओ एल एक्स पर अल्टो कार का एक विज्ञापन देखा जो किसी हवलदार गोपी किशन शिखर के नाम से था।
पुलिस के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर सोहेल ने उससे संपर्क किया तो उसने खुद को फौज का हवलदार बताते हुए ऑल्टो कार बेचने के नाम पर पहले उनसे अपने खाते में ₹5000 मंगाए उसके बाद जीएसटी के नाम पर ₹28000 की रकम डलवाई।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद आरोपी हवलदार ने उनसे कहा कि अब 24 घंटे हो चुके हैं इसलिए कुछ अन्य टैक्स मिलाकर 60 60 हजार रुपए कर उनसे साढ़े छह लाख रुपए अपने खाते में डलवा लिए। उसके बाद उसने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया।
इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। खास बात यह है जबकि पुलिस समय-समय पर लोगों को ऑनलाइन होने वाले फ्राड के बारे में सचेत करती रहती है बावजूद इसके फिर भी कई चंगुल में फंस जाते हैं।

पुलिसकर्मियों को मिला प्रमोशन, आदेश हुआ पारित

0

देहरादून, उत्तराखण्ड पुलिस विभागान्तर्गत चयन वर्ष 2022 2023 के अन्तर्गत निरीक्षक नागरिक पुलिस के रिक्त पदों के सापेक्ष उत्तराखण्ड पुलिस उप निरीक्षक एवं निरीक्षक (नागरिक पुलिस / अभिसूचना) सेवा नियमावली 2018 उत्तराखण्ड पुलिस उप निरीक्षक एवं निरीक्षक ( नागरिक पुलिस / अभिसूचना) (संशोधन) सेवा नियमावली 2019 एवं उत्तराखण्ड पुलिस उप निरीक्षक एवं निरीक्षक (नागरिक पुलिस / अभिसूचना) (संशोधन) सेवा नियमावली 2021 एवं 2022 में निहित प्राविधानों के अनुसार उप निरीक्षक नागरिक पुलिस से निरीक्षक नागरिक पुलिस के पद पर पदोन्नति प्रक्रिया के परिप्रेक्ष्य में मुख्यालय के समसंख्यक कार्यालय ज्ञाप दिनांक: 27-01-2023 द्वारा गठित विभागीय चयन समिति द्वारा की गई संस्तुति दिनांक: 28-01-2023 के आधार पर निम्नलिखित उप निरीक्षक नागरिक पुलिस को पदोन्नति आदेश की तिथि से निरीक्षक नागरिक पुलिस के पद पर पदोन्नति प्रदान किये जाने विषयक आदेश पारित किये जाते हैं

 

उत्तराखंड पुलिस विभाग में विभागीय चयन समिति द्वारा संस्तुति के आधार पर 11 दरोगाओं को इंस्पेक्टर (नागरिक पुलिस)प्रमोशन का तोहफ़ा मिला हैं.. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा पारित आदेशनुसार पदोन्नति पाने वाले सभी 11 सब-इंस्पेक्टरों को अलग-अलग जनपद में इंस्पेक्टर रैंक के रूप में नई नियुक्ति भी दी गई है.

सब-इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर (नागरिक पुलिस) बने प्रमोशन सूची सहित नई नियुक्ति..

1-उप निरीक्षक -लता जोशी. (नागरिक पुलिस) नई

नियुक्ति जनपद नैनीताल .

2- उपनिरीक्षक – प्रताप सिंह पुत्र सुक्खन सिंह(नागरिक पुलिस). नियुक्ति जनपद पौड़ी.

3- उप निरीक्षक – प्रताप सिंह (पुत्र डोल सिंह नेगी) (नागरिक पुलिस) नियुक्ति जनपद -उधम सिंह नगर

4- उप निरीक्षक -देवेंद्र सिंह रावत, नागरिक पुलिस नियुक्ति जनपद -चमोली.

5- उप निरीक्षक रणवीर सिंह, नागरिक पुलिस, नियुक्ति जनपद- देहरादून.

6- उप निरीक्षक-हरीश प्रसाद, नागरिक पुलिस, नई नियुक्ति जनपद नैनीताल

7- उप निरीक्षक -राम सिंह गुसाईं, नागरिक पुलिस ,नई नियुक्ति विधान सभा /सचिवालय सुरक्षा.

8- उप निरीक्षक- बृजमोहन, नागरिक पुलिस, नई नियुक्ति पीटीसी नरेंद्र नगर .

9- उप निरीक्षक- पूरन राम, नागरिक पुलिस, नई नियुक्ति जनपद उधम सिंह नगर.

10- उप निरीक्षक- हेमचन्द्र पन्त, नागरिक पुलिस, नई नियुक्ति उधम सिंह नगर.

11- उप निरीक्षक- राजेंद्र सिंह बिष्ट, नागरिक पुलिस, नई नियुक्ति जनपद अल्मोड़ा

स्पार्टन पोकर ने घोषणा की इंडिया ऑनलाइन पोकर चैंपियनशिप के 14वें संस्करण की, जिसमें है अब तक का सर्वाधिक 43 करोड़ का प्राइज़ पूल

0

देहरादून-  पोकर के शौक़ीन सभी लोगों के लिए समय आ गया है #दिमाग़बचाओपोकरमेंलगाओ का क्योंकि स्पार्टन पोकर 19 जनवरी 2023 को इंडिया ऑनलाइन पोकर चैंपियनशिप (आईओपीसी) के 14वें संस्करण के साथ 43 करोड़ के गारंटीड प्राइज़ पूल लेकर आ रहा है, जो भारतीय पोकर सर्किट के इतिहास में सबसे बड़ा है। IOPC के इस संस्करण को स्पार्टन पोकर, ब्लिट्ज़पोकर, पोकरहाई, पोकरडैडी और मायटीम11 पर होस्ट किया जाएगा।

इंडिया ऑनलाइन पोकर चैंपियनशिप (आईओपीसी) एक 18-दिवसीय प्रतियोगिता है जो 19 जनवरी 2023 से शुरू हो रही है और 5 फरवरी 2023 को समाप्त होगी। यह 142 शानदार टूर्नामेंटों और 18-कैरेट सोने और 0.6- कैरेट हीरे से बने प्रतिष्ठित ‘गोल्डन क्राउन’ से पैक है। ढेर सारे क्वालिफ़ायर और फ़्रीरोल हर रोज़ पेश किए जा रहे हैं, बड़ी आईओपीसी टूर्नामेंट टेबल की ओर अपने कदम तेज़ी से बढाएं। आईओपीसी के इस संस्करण में भारतीय पोकर के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा लीडरबोर्ड भी देखने को मिलेगा, जिसमें 1.5 करोड़ की भारी भरकम कमाई होगी!

लॉन्च के बारे में बोलते हुए, स्पार्टन पोकर ग्रुप के सीईओ श्री अमीन रोज़ानी ने कहा, “हम अब तक की उच्चतम गारंटी के साथ आईओपीसी के अपने 14वें संस्करण के लॉन्च के लिए बेहद उत्साहित हैं और हम लाखों कुशल व्यक्तियों को उनका ए-गेम पेश करके, अद्भुत पुरस्कार जीतते हुए देखेंगे। वे निश्चित ही शानदार समय बिताएंगे । पोकर-प्रेमियों का आईओपीसी पर विश्वास और आत्मविश्वास इस देश में ऑनलाइन पोकर गेम के लिए एक प्रेरक शक्ति रहा है और मुझे उम्मीद है कि यह और भी विस्तार करेगा”

स्पार्टन पोकर 2015 से ही सभी पोकर के शौक़ीन लोगों के लिए एक प्रेरणा शक्ति रहा है, जिसमें आईओपीसी की शुरुआत केवल 6.5 लाख जीटीडी से हुई थी, जो इस साल 43 करोड़ जीटीडी तक पहुंच गया है, यह पोकर बिरादरी के भीतर इसकी लोकप्रियता में भारी वृद्धि को दिखाता है। आईओपीसी के 14वें संस्करण के लिए हजारों प्रतिभागियों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया है और यह साल का एक शानदार गेमिंग इवेंट होने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

 

स्पार्टन पोकर के बारे में

2014 में स्थापित स्पार्टन पोकर भारत का नंबर 1 कौशल-आधारित गेमिंग ऐप है, जहां खिलाड़ी ऐप Spartanpoker.com के माध्यम से एक सुरक्षित प्रीमियम गेमिंग अनुभव प्राप्त कर सकते हैं, जिसे 2015 में लॉन्च किया गया था। वे रेक-बेस्ड ऑनलाइन पोकर मॉडल प्रस्तुत करने वाले पहले इंडिया-बेस्ड कार्ड रूम हैं। यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पोकर के शौकीनों को कैश गेम टेबल पर इंतजार करने से बचाता है। ऐप हमेशा अपने उपयोगकर्ता के अनुभव को बेहतर बनाने की कोशिश करता है और अपने खिलाड़ियों को विशेष बोनस और पुरस्कार प्रदान करके यूएक्स में सुधार करता है।

ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री को ASI ने मारी गोली

0

झारसुगुड़ा. ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर के पास कुछ एक सहायक पुलिस सब इंस्पेक्टर (ASI) ने ओडिशा (Odisha) के स्वास्थ्य मंत्री नब दास (Health Minister Naba Das) को गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गए. घटना उस वक्त हुई जब नब दास ब्रजराजनगर के गांधी चौक पर एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. यह घटना यहां गांधी चौक के पास हुई जब नब दास एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कार से उतरे और उनके समर्थक उन्हें माला पहना रहे थे. बताया जा रहा है कि तभी एक पुलिस एएसआई ने फायरिंग कर दी. उसका नाम गोपालचंद्र दास है, जिसकी गोली मारकर हत्या बृजराजनगर एसडीपीओ ने की है.

सीने में गोली लगने से ओडिशा (Odisha) के स्वास्थ्य मंत्री नब दास (Health Minister Naba Das) घायल हो गए. बहरहाल मंत्री को बचा लिया गया और उनको झारसुगुड़ा अस्पताल ले जाया गया. ओडिशा के मंत्री ब्रजराजनगर में बीजू जनता दल (बीजद) के कार्यालय का उद्घाटन करने वाले थे. रास्ते में गांधी चौक इलाके में वे कार से उतरे और पैदल ही नए बनाए गए पार्टी कार्यालय जाने वाले थे. तभी एएसआई ने उन पर फायर कर दिया. मंत्री नब दास को अब झारसुगुड़ा हवाई अड्डे ले जाया गया. ओडिशा (Odisha) के स्वास्थ्य मंत्री नब दास (Health Minister Naba Das) की सुरक्षा में इस तरह की बड़ी और घातक चूक कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं.

भारत की बेटियों ने रचा इतिहास, अंडर-19 टी20 वर्ल्‍ड कप की बनीं पहली चैंपियन

0

नई दिल्ली, । भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को इतिहास रच दिया। शैफाली वर्मा के नेतृत्‍व वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी अंडर-19 टी20 वर्ल्‍ड कप की पहली चैंपियन बनी। भारतीय टीम के लिए यह जीत इसलिए भी खास है क्‍योंकि उसने पहली बार विश्‍व कप खिताब जीता। इससे पहले सीनियर भारतीय महिला टीम टी20 और 50 ओवर वर्ल्‍ड कप फाइनल तक पहुंची, लेकिन खिताब जीतने में नाकाम रही। इस लिहाज से भारतीय जूनियर्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत ने फाइनल में इंग्‍लैंड महिला को 36 गेंदें शेष रहते हुए 7 विकेट से मात दी। इंग्‍लैंड ने पोचेफ्स्‍ट्रूम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पहले बल्‍लेबाजी की और पूरी टीम 17.1 ओवर में 68 रन पर ऑलआउट हुई। जवाब में भारत ने 14 ओवर में तीन विकेट खोकर लक्ष्‍य हासिल किया।

भारत की पारी का हाल

69 रन के आसान लक्ष्‍य का पीछा करने उतरी भारतीय महिला क्रिकेट टीम को शैफाली वर्मा (15) और श्‍वेता सेहरावत (5) ने तेज शुरुआत दिलाई। बेकर ने वर्मा को मिड ऑन पर स्‍टोनहाउस के हाथों कैच आउट कराकर भारत को पहला झटका दिया। इसके बाद श्‍वेता सेहरावत स्‍क्रीवंस की गेंद पर खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठीं। शॉर्ट फाइन लेग पर बेकर ने सेहरावत का आसान कैच लपका।

यहां से सौम्‍या तिवारी (24*) और गोनगाडी त्रिशा (24) ने तीसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी करके भारत को जीत के करीब पहुंचाया। स्‍टोनहाउस ने त्रिशा को बोल्‍ड करके भारत को तीसरा झटका दिया। तिवारी ने विजयी रन जमाकर भारत को चैंपियन बनाया। इंग्‍लैंड की तरफ से हनाह बेकर, ग्रेस स्‍क्रीवंस और एलेक्‍सा स्‍टोनहाउस को एक-एक विकेट मिला।

भारतीय गेंदबाजों का बोलबाला

भारतीय कप्‍तान शैफाली वर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जिसे उसके गेंदबाजों ने एकदम सटीक ठहराया। तितस साधू ने लिबर्टी हीप को खाता भी नहीं खोलने दिया और अपनी गेंद पर उनका आसान कैच लपका।

इसके बाद अर्चना देवी ने चौथे ओवर में नियाम हौलेंड (10) व ग्रेस स्‍क्रीवंस (4) को अपना शिकार बनाया। साधू ने अपने स्‍पेल के आखिरी ओवर में सीरेन स्‍मेल (3) को बोल्‍ड करके इंग्‍लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया। इंग्‍लैंड ने 22 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे।

भारतीय गेंदबाजों ने अपना दबदबा कायम रखा और इंग्‍लैंड को उबरने का कोई मौका नहीं दिया। पार्शवी चोपड़ा ने कारिस पावले (2) को एलबीडब्‍ल्‍यू आउट करके इंग्‍लैंड को पांचवां झटका दिया। चोपड़ा की गेंद पर अर्चना देवी ने शॉर्ट कवर्स में हैरतअंगेज कैच पकड़कर रेयाना मैक्‍डोनाल्‍ड गे की पारी का अंत किया।

देखते ही देखते इंग्‍लैंड की पूरी टीम केवल 68 रन पर सिमट गई। भारत की तरफ से तितस साधू, अर्चना देवी और पार्शवी चोपड़ा ने दो-दो विकेट लिए। मन्‍नत कश्‍यप, शैफाली वर्मा और सोनम यादव के खाते में एक-एक सफलता आई।

भारत महिला अंडर-19 प्लेइंग इलेवन : शैफाली वर्मा (कप्तान), श्वेता सेहरावत, सौम्या तिवारी, गोनगाडी त्रिशा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), ऋर्षिता बसु, तितस साधू, मन्नत कश्यप, अर्चना देवी, पार्शवी चोपड़ा, सोनम यादव।

इंग्लैंड महिला अंडर-19 प्लेइंग इलेवन : ग्रेस स्‍क्रीवेंस (कप्तान), लिबर्टी हीप, नियाम फियोना हौलेंड, सेरेन स्मेल, रयान मैकडोनाल्ड गे, कारिस पावेली, एलेक्सा स्टोनहाउस, सोफिया स्मेल, जोसी ग्रूव्‍स, ऐली एंडरसन, हनाह बेकर।