Wednesday, April 30, 2025
Home Blog Page 670

महाराज ने दिये “नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना” आवेदन की तिथि बढ़ाने के निर्देश

0

देहरादून, प्रदेश के पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल को “नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना” आवेदन की तिथि को 01 माह की अवधी तक बढ़ाने के निर्देश दिए। प्रदेश के प्रदेश के पंचायती राज, पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल को “नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना” के आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2023 को अतिरिक्त 01 माह की अवधी तक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

ज्ञात हो कि फंक्शनल मर्जर को लेकर ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के हड़ताल पर जाने के कारण “नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना” के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों के कई आवश्यक दस्तावेज जो पंचायत विभाग के माध्यम से बनाए जाते हैं उनके न बनने से वह आवेदन नहीं कर पा रहे थे। अब चूंकि पंचायत मंत्री महाराज के दखल के बाद ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है इसलिए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने “नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना” के आवेदन की अंतिम तिथि जो कि 31 जनवरी 2023 थी उसे एक माह अतिरिक्त बढाये जाने को कहा है।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल को आवेदन की तिथि 1 माह और बढ़ाने के निर्देश देते हुए उन्होंने पंचायत कर्मियों से कहा कि हड़ताल से हुए नुकसान की भरपाई जरूरी है इसलिए वह मुस्तैदी के साथ काम करें।

महाराज ने कहा कि पंचायतों में काम की गति को बढ़ाया जाए ताकि सतत विकास लक्ष्यों को समय पर हासिल किया जा सके। महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी के फंक्शनल मर्जर के शासनादेश को स्थगित किए जाने पर उनका आभार व्यक्त किया।

चमोली जिले के मलारी में हुआ हिमस्‍खलन, अलर्ट मोड़ पर आपदा प्रबंधन विभाग

0

चमोली, उत्‍तराखंड के उच्‍च हिमालयी इलाकों में रविवार को बर्फबारी का सिलसिला जारी है। वहीं इस बीच चमोली जिले के मलारी में हिमस्‍खलन की घटना सामने आई है।

आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड में है और हिमस्‍खलन की घटना की जानकारी जुटाने में लग गया है। वहीं हिमस्‍खलन से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह हिमस्‍खलन जोशीमठ ब्लाक के भारत-चीन सीमा स्थित मलारी गांव के पास कुंती नाले में आया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

खेलते-खेलते बिना मुंडेर के कुएं में गिरे भाई-बहन,दोनों की मौत

0

पन्ना  (आरएनएस)। जिले के पवई थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कृष्णगढ़ में हृदय विदारक घटना सामने आई है। जहा कुएं में डूबने से मासूम भाई-बहन की मौत हो गई। दोनों बच्चे खेलते-खेलते कुएं के पास पहुंच गए थे। रविवार शाम को हुए हादसे के बाद मां बे-सुध हो गई। सोमवार को बच्चों का पोस्टमार्टम किया गया।
पन्ना जिले के पवई थाना क्षेत्र अंतर्गत कृष्णगढ़ के गांधी चौक मोहल्ला निवासी रमाकांत सोनी के पुत्र दिव्यराज उर्फ प्रिंस (4) एवं पुत्री राधिका (ढाई) रविवार की शाम घर के आस-पास खेल रहे थे। काफी देर बाद बच्चे नहीं दिखे तो परिजनों ने दोनों की तलाश की। घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर अन्नी चौकीदार के कुएं में प्रिंस का शव मिला।
कृष्णगढ़ क्षेत्र के जनपद सदस्य कमलेश कुमार तिवारी ने बताया कि गांव के लोगों के द्वारा प्रिंस को कुएं से बाहर निकाला। राधिका भी कुएं में मिली। परिजन दोनों को कुएं से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पवई ले गए। जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पवई पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है। रात का समय हो जाने के कारण पीएम नहीं हो सका है। रमाकांत सोनी की पारिवारिक स्तिथ काफी नाजुक है।
बच्चों के पिता रमाकांत सोनी के पास थोड़ी खेती है। वह मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। शादी के बाद उनके एक बेटी और बेटा ही थे।
हादसे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व स्थानीय सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने दु:ख जताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा- पन्ना जिले के कृष्णगढ़ में कुएं में डूबने से मासूम भाई–बहनों का असामयिक निधन अत्यंत हृदय विदारक है। शोकमय परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।

इस राज्य सरकार ने बढ़ाया महंगाई भत्ता, 4% DA बढ़ाने का आदेश जारी, जानिए कितनी बढ़ेगी सैलरी

0

मध्य प्रदेश के लाखों सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है. बता दें कि प्रदेश सरकार ने चुनावी साल में सरकारी कर्मचारियों को तोहफा दिया है. सरकार द्वारा 4% महंगाई भत्ता बढ़ाने के लिए आदेश जारी किए हैं. इसका लाभ प्रदेश के 7.50 लाख कर्मचारियों मिलेगा. इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से एक हफ्ते पहले घोषणा की थी. जनवरी 2023 से लागू होगा नियम
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के 7.50 लाख कर्मचारियों को 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) देने का आदेश वित्त विभाग की ओेर से जारी कर दिया है. इससे महंगाई भत्ता 34 से बढ़कर 38 प्रतिशत हो जाएगा. यह नियम जनवरी 2023 से लागू होगा. इसका लाभ राज्य के 7.50 लाख सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा.

जानिए किसे मिलेगा फायदा
बता दें कि मध्य प्रदेश में नियमित शासकीय कर्मचारी 06 लाख 40 हजार हैं और 1 लाख 10 हजार कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी हैं. ऐसे में प्रदेश के साढ़े सात लाख कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा. डीए के बढ़ोत्तरी को लेकर जारी आदेश के अनुसार 4 प्रतिशत मंहगाई भत्ते के दर में वृद्धि 01 जनवरी 2023 से लागू होगा. मंहगाई भत्ते के 50 पैसे अथवा उससे अधिक पैसे को अगले उच्चतर रूप से पूर्णांकित किया जाएगा. जबिक 50 पैसे से कम की राशि को छोड़ दिया जाएगा. जारी आदेश के अनुसार मंहगाई भत्ते का कोई भी भाग वेतन के रूप में नहीं माना जाएगा.

कितनी बढ़ेगी सैलरी
गौरतलब है कि अब तक मध्य प्रदेश के कर्मचारियों को 34 फीसदी महंगाई भत्ते का लाभ मिल रहा था. जो अब 4 फीसदी बढ़ोत्तरी के साथ 38 फीसदी हो गया है. बता दें की DA बढ़ने से न्यूनतम 15,500 रुपए वेतन पाने वालों को 625 रुपए और अधिकतम 2 लाख 15000 रुपए वेतन पाने वाले कर्मचारियों को 9000 रुपए प्रति महीने का लाभ मिलेगा. इसमें राज्य सरकार के सभी श्रेणी के कर्मचारी शामिल हैं.

बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं की समस्याओं के निराकरण के लिए लगाया शिविर

0

देहरादून, विद्युत वितरण खण्ड (केन्द्रीय) के अन्तर्गत उपखण्ड बिन्दाल के किशन नगर चौक स्थित आत्माराम धर्मशाला में विद्युत शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में लगभग 16 विद्युत उपभोक्ता अपनी समस्या के समाधान हेतु आये तथा 14 उपभोक्ताओं की समस्या का मौके पर ही समाधान किया गया। शिविर का निरीक्षण मा0 विधायक श्रीमती सविता कपूर जी द्वारा किया गया तथा मा0 पार्षद श्रीमती कोमल बोरा एवं श्री संजय सिंधल द्वारा अपने अपने क्षेत्रान्तर्गत सडे गले विद्युत पोलो को बदलने हेतु उपखण्ड अधिकारी बिन्दाल को ज्ञापन प्रेषित किया गया। तत्क्रम में मा0 विधायक जी द्वारा पार्षदों की समस्याओं के समाधान हेतु निर्देशित किया गया। जिसमें अधिशासी अभियन्ता ई0 गौरव सकलानी द्वारा भी उपखण्ड अधिकारी बिन्दाल को समस्या के समाधान हेतु दिशा निर्देश दिये गये। शिविर में अधिशासी अभियन्ता ई0 गौरव सकलानी, उपखण्ड अधिकारी ई0 भूपेन्द्र तोपवाल, ं, सहायक अभियन्ता (मीटर) ई0 गीता पाठक, अवर अभियन्ता रधुवीर सिह अवर अवर अभियन्ता (मी0) दीपा कश्यप, खण्डीय लिपिक मोहित जाशी, सुनील चमोली, यतीश वशिष्ठ आदि स्टॉफ मौजूद रहे।

लखनऊ में बदमाशों ने घर में घुसकर मां-बेटे पर फेंका तेजाब, आरोपियों की तसवीरें सीसीटीवी में कैद

0

लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर थाना क्षेत्र में बदमाशों द्वारा एक मां-बेटे पर तेजाब हमला करने का मामला सामने आया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। अधिकारी के अनुसार, शनिवार रात करीब साढ़े 10 बजे गोमतीनगर थाना क्षेत्र में बाइक सवार दो बदमाशों ने घर में घुसकर विकास वर्मा (16) और उसकी मां अनीता वर्मा (40) के ऊपर तेजाब फेंक दिया।

सहायक पुलिस आयुक्त वीरेंद्र विक्रम ने बताया कि मामले में अज्ञात युवकों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। उन्होंने बताया कि मां-बेटे को पहले राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां से बाद में उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूत्रों के अनुसार, हाथ में तेजाब की बोतल ले जाते बदमाशों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी है।

कर्तव्य पथ पर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी ने प्रथम स्थान पाकर बनाया इतिहास

0

देहरादून, गणतंत्र दिवस परेड को अभी तक राजपथ के नाम से जाना जाता था, किंतु इस वर्ष उसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ रखा गया है। नाम बदलने के बाद कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की यह पहली परेड थी, जिसमे उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश मे प्रथम स्थान मिलने से इतिहास में उत्तराखंड राज्य का नाम दर्ज हो गया है।

सीएम ने दी बधाई, हम सभी के लिए गौरव का पल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि हम सबके लिए गौरवशाली पल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराणों में गढ़वाल का केदारखंड और कुमाऊं का मानसखंड के रूप में वर्णन किया गया है। स्कंदपुराण में मानसखंड के बारे में बताया गया है। जागेश्वर मंदिर की बहुत धार्मिक मान्यता है।

प्रधानमंत्री ने हमेशा अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करने की बात कही है। प्रधानमन्त्री के नेतृत्व में सांस्कृतिक नवजागरण में उत्तराखंड सरकार भी काम कर रही है। मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना भी इसी दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। “मानसखण्ड” मंदिर माला मिशन के तहत चार धाम की तर्ज पर कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों को भी विकसित किया जा रहा है।

झांकी का विषय मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सुझाया था

भारत सरकार को भेजे गए झांकी का विषय/टाइटिल “मानसखंड”मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुझाया था। उन्होंने मंदिर माला मिशन के अंतर्गत मानसखंड के रूप में इस विषय का सुझाव दिया था।

गणतंत्र दिवस से पहले मुख्यमंत्री ने दिल्ली जाकर खुद किया था झांकी का निरीक्षण

झांकी निर्माण की गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब दिल्ली कैंट में झांकी का निर्माण किया जा रहा था तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने झांकी का निरीक्षण करते हुए झांकी को उत्कृष्ट एवं राज्य की संस्कृति के अनुरुप निर्माण के लिये सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक/ नोडल अधिकारी के एस चौहान को निर्देश दिए थे तथा झांकी के कलाकारों से मिलकर उनको शुभकामनाएं भी दी थीl

दिन रात की जाती है कलाकारों द्वारा मेहनत

झांकी के निर्माण तथा झांकी में सम्मिलित कलाकार दिन रात मेहनत करते है। झांकी निर्माण का कार्य 31 दिसंबर को प्रारंभ किया गया था, जिसको सुबह 4 बजे से रात 12 बजे तक किया जाता है। साथ ही झांकी में सम्मिलित कलाकारों को टीम लीडर के साथ कड़ाके की सर्दी में कर्तव्य पथ रिहर्सल के लिए 4 बजे जाना पड़ता है।

ऐसे होता है झांकी का अंतिम चयन

सितंबर माह में भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों एवं मंत्रालयों से प्रस्ताव मांगे जाते हैं। अक्टूबर तक राज्य सरकारें विषय का चयन कर प्रस्ताव भारत सरकार को भेजती है। उसके बाद भारत सरकार प्रस्तुतिकरण के किये आमंत्रित करती है। पहले बार की मीटिंग में विषय के आधार चार्ट पेपर में डिजाइन तैयार कर प्रस्तुत करना होता है। आवश्यक संशोधन करते हुए तीन बैठके डिजाइन निर्माण के सन्दर्भ में होती है जिन प्रदेशों के डिजाइन कमेटी को सही नही लगते हैं उनको शार्टलिस्ट कर देती है। उसके बाद झांकी का मॉडल बनाया जाता है। मॉडल के बाद थीम सॉंग 50 सेकंड का जो उस प्रदेश की संस्कृति को प्रदर्शित करता हो तैयार किया जाता है। इस प्रकार जब सभी स्तर से भारत सरकार की विशेषज्ञ समिति संतुष्ट हो जाती है तब झांकी का अंतिम चयन किया जाता है।

 

मानसखंड की झांकी में क्या था खास जो प्रथम स्थान प्राप्त किया

गढ़वाल की चारधाम यात्रा की भांति सरकार कुमाऊं में मंदिर माला मिशन के अंतर्गत पर्यटन बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं इसी के दृष्टिगत प्रसिद्ध पौराणिक जागेश्वर धाम को दिखाया गया था। उत्तराखंड का प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क, बारहसिंगा, उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग, गोरल, देश की राष्ट्रीय पक्षी मोर जो उधमसिंह नगर में पाई जाती है, उत्तराखंड के प्रसिद्ध पक्षी घुघुती, तीतर, चकोर, मोनाल आदि, तथा उत्तराखंड की प्रसिद्ध ऐपन कला को प्रदर्शित किया गया था। झांकी के आगे और पीछे उत्तराखंड का नाम भी ऐपन कला से लिखा गया था। जागेश्वर धाम के मंदिर घनघोर देवदार के वृक्षों के बीच में है। इसलिए झांकी में मंदिर के आगे और पीछे घनघोर देवदार के वृक्षो का सीन तैयार किया गया था।

2025 तक उत्तराखंड देश का सर्वोच्च राज्य

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2025 तक उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसी दृष्टि से गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी को देश मे प्रथम स्थान पर आना उनके विजन को दर्शाता है।

मंदिर माला मिशन से वाकिफ होंगे देश विदेश के पर्यटक,क्षेत्र में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

मानसखंड खंड की झांकी को देश मे प्रथम स्थान प्राप्त होने से कुमाऊं क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे क्योंकि देश विदेश के पर्यटको को मंदिर माला मिशन की जानकारी होने से वह कुमाऊं की ओर रुख करेंगे। इसलिए गढ़वाल मंडल के साथ अब कुमाऊं मंडल में भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

झांकी में इन कलाकारों ने निभाई थी अहम भूमिका

टीम लीडर संयुक निदेशक के एस चौहान के नेतृत्व में झांकी में उत्तराखंड की कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए उत्तराखंड का प्रसिद्ध छोलिया नृत्य करने में पिथौरागढ़ के भीम राम के दल के 16 कलाकारों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। उत्तराखंड को देवभूमि के साथ ही योग भूमि भी कहा जाता है। झांकी के ऊपर योग करते हुए बारु सिंह और अनिल सिंह ने योग करते हुए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

झांकी का थीम सांग

झांकी का थीम सांग “जय हो कुमाऊं, जय हो गड़वाला” को पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध जनकवि जनार्दन उप्रेती ने लिखा था तथा उसको सौरभ मैठाणी और साथियों ने सुर दिया था। इस थीम गीत के निर्माता पहाड़ी दगड़िया, देहरादून थे।

सोसल मीडिया में करोड़ो लोगों ने देखी उत्तराखंड की झांकी

सोसल मीडिया के माध्यम से गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश विदेश में करोड़ो लोगों ने देखा। क्या है मानसखंड मन्दिर माला मिशन?

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर श्री केदारनाथ और श्री बद्रीनाथ की भांति ही कुमाऊं के प्रमुख पौराणिक महत्व के मंदिर क्षेत्रो में अवस्थापनात्मक विकास के लिए मानसखंड मन्दिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है। इन्हें बेहतर सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही इस योजना के ज़रिए गढ़वाल और कुमाऊं के बीच सड़क कनेक्टिविटी को भी सुधारा जाएगा, ताकि उत्तराखण्ड में गढ़वाल और कुमाऊं के बीच यातायात सुगम हो।

मानसखंड कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि सरकार विभिन्न क्षेत्रों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड कॉरिडोर पर काम कर रही है। सरकार का प्रयास है कि विभिन्न धार्मिक सर्किटों का विकास किया जाए। उन्होंने कहा इसके तहत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाले मुख्य मंदिरों को आपस में जोड़ेंगे एवं सर्किट के रूप में विकसित करके धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।

इन प्रमुख मंदिरों का होगा विकास

मुख्यमंत्री धामी के विजन के अनुसार पहले चरण में क़रीब 2 दर्जन से अधिक मंदिरों को इसमें शामिल किया गया है। इनमें जागेश्वर महादेव, चितई गोलज्यू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर, नंदादेवी मंदिर कसारदेवी मंदिर, झांकर सैम मंदिर पाताल भुवनेश्वर, हाटकालिका मंदिर, मोस्टमाणु मंदिर, बेरीनाग मंदिर, मलेनाथ मंदिर, थालकेदार मंदिर, बागनाथ महादेव, बैजनाथ मंदिर, कोट भ्रामरी मंदिर, पाताल रुद्रेश्वर गुफा, गोल्ज्यू मंदिर, निकट गोरलचौड मैदान, पूर्णागिरी मंदिर, वारही देवी मंदिर देवीधुरा, रीठा मीठा साहिब, नैनादेवी मंदिर, गर्जियादेवी मंदिर, कैंचीधाम, चैती (बाल सुंदरी) मंदिर, अटरिया देवी मंदिर व नानकमत्ता साहिब प्रमुख रूप से शामिल किए गए हैं।

केदारनाथ में छह फिट तक बर्फबारी, चोपता में भी हिमपात

0

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है। केदारनाथ में दिनभर बर्फबारी का दौर चला है। यहां सोमवार शाम तक छह फिट बर्फ गिर चुकी थी। चोपता में भी दो फिट तक बर्फ गिरी है। सोमवार रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय सहित अधिकांश क्षेत्रों में रिमझिम बारिश होती रही। केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, चन्द्रशिला, कार्तिक स्वामी, चोपता, दुगलविट्टा, चिरबटिया सहित अनेक स्थानों पर जमकर बर्फबारी हुई है। जनवरी अंत में हुई जोरदार बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। पर्यटकों ने भी बर्फबारी वाले इलाकों में रुख कर दिया है। केदारनाथ धाम में रविवार सांय से ही मौसम खराब होने लगा। सोमवार सुबह से ही बर्फबारी शुरू हो गई जो दिनभर जारी रही।
ऊंचाई वाले गांवों में मुश्किलें बढ़ी
ऊखीमठ ब्लॉक के रांसी गौंडार सहित ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी हुई है। मनसूना, मक्कू और दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के चलते पर्यटकों की आवाजाही दुगलविट्टा चोपता क्षेत्र में होने लगी है। बर्फबारी और बारिश के चलते ऊंचाई वाले स्थानों पर बसे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई है। कई जगहों पर आने-जाने में लोगों को परेशानी हो रही है।

 

विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में हुई जमकर बर्फबारी, सुंदर नजारे का दीदार करने हजारों की संख्या में पहुंचे पर्यटक

चमोली (जोशीमठ), जोशीमठ व आसपास के क्षेत्रों में रविवार से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। यहां ताजा बर्फबारी हुई है। जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। भूधंसाव के बाद कई घरों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दरारें आने से भले ही जोशीमठ में आम जनजीवन के साथ ही व्यापार व कारोबार प्रभावित हुआ हो। लेकिन, विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में इन दिनों पर्यटकों की चहलकदमी से रौनक नजर आ रही है। स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि औली भूधंसाव से सुरक्षित है और शीतकाल में यहां पर्याप्त बर्फ पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।

देश के विभिन्न राज्यों से यहां पहुंचे पर्यटक इन दिनों औली की ढलानों पर फन स्कीइंग का आनंद ले रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन बंद है। लेकिन, जीएमवीएन से आठ नंबर टावर तक चेयरलिफ्ट का संचालन जारी रहने से पर्यटक बर्फीली ढलान तक पहुंच रहे हैं। इसके अलावा पर्यटक सड़क मार्ग से भी यहां पहुंच रहे हैं।

प्रकृति के खूबसूरत नजारों का दीदार करने हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक औली आते हैं। इस बार भी शीतकाल में पर्यटक यहां बर्फीली ढलानों पर स्कीइंग और जीवन के यादगार पल बिताने पहुंच रहे हैं। साथ ही घुड़सवारी और फोटोग्राफी का लुत्फ उठा रहे हैं। औली में पर्यटन कारोबारी अजय भट्ट ने बताया कि औली पूरी तरह सुरक्षित है। प्रतिदिन यहां पर्यटक पहुंच रहे हैं। औली में स्थानीय गाइड पर्यटकों को स्कीइंग सिखा रहे हैं और आसपास के खूबसूरत नजारों का दीदार करवा रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे बंद है। हालांकि औली में भूधंसाव सा कोई असर नहीं है और यहां पर पर्यटकों की आवाजाही बनी हुई।

औली में जीएमवीएन गेस्ट हाउस तक पर्यटक वाहन से आने के बाद इधर से चेयरलिफ्ट से आठ नंबर टावर तक पहुंच रहे हैं। चेयरलिफ्ट में एक बार में चार पर्यटक आवाजाही कर रहे हैं। आठ नंबर टावर पर बेहद शानदार बर्फीली ढलान का दीदार होता है। यहां पर पर्यटक फन स्कीइंग का लुत्फ उठा रहे हैं। इसके अलावा दस नंबर टावर पर जाने के लिए रोपवे का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन रोपवे बंद होने के चलते पर्यटक पैदल ही वहां पहुंच रहे हैं।

औली में पर्याप्त बर्फबारी के बाद यहां पर्यटकों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। ऐसे में मौसम अनुकूल देखते हुए गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) भी औली में स्कीइंग का प्रशिक्षण शुरू करवा सकता है। गौरतलब है कि औली में शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने के लिए निगम की ओर से प्रतिवर्ष शीतकाल में प्रशिक्षण कैंप आरंभ किया जाता है। इन दिनों औली की ढलानों पर पर्याप्त मात्र में बर्फबारी हुई है। जिसे स्कीइंग के लिए काफी अनुकूल माना जाता है।

जोशीमठ व आसपास के क्षेत्रों में रविवार को मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा। सुबह अधिकांश स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहे। ऊंची चोटियों में हल्की वर्षा के साथ हिमपात हुआ। जिससे निचले इलाकों में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। दोपहर बाद हल्की धूप खिली, जो ठंड से बचाने में बेअसर साबित हुई।

 

चमोली जिले के मलारी में हुआ हिमस्‍खलन, अलर्ट मोड़ पर आपदा प्रबंधन विभाग

Avalanche in Uttarakhand: भारत-चीन सीमा पर एवलांच आने से हड़कंप, वीडियो और तस्‍वीरों में देखें खतरनाक मंजर - Iceberg Break in Malari Iceberg Break in chamoli Iceberg Break in uttarakhand ...

चमोली, उत्‍तराखंड के उच्‍च हिमालयी इलाकों में रविवार को बर्फबारी का सिलसिला जारी है। वहीं इस बीच चमोली जिले के मलारी में हिमस्‍खलन की घटना सामने आईहै।

आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड में है और हिमस्‍खलन की घटना की जानकारी जुटाने में लग गया है। वहीं हिमस्‍खलन से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह हिमस्‍खलन जोशीमठ ब्लाक के भारत-चीन सीमा स्थित मलारी गांव के पास कुंती नाले में आया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

235 भूस्वामियों को 3.53 करोड़ रूपये तथा 121 किरायेदारों को 60.50 लाख रूपये की धनराशि वितरित की गयी

0

देहरादून , सचिव आपदा प्रबन्धन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने सोमवार को मीडिया सेन्टर, सचिवालय में जोशीमठ नगर क्षेत्र में हुए भूधंसाव व भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत व बचाव एवं स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भूधंसाव व भूस्खलन के सम्बन्ध में आज अपर मुख्य सचिव श्री आनन्दवर्धन की अध्यक्षता में उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक हुई। बैठक में समिति को जानकारी दी गई कि जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भूधंसाव व भूस्खलन के कारण प्रभावित परिवारों के पुनर्वास एवं विस्थापन हेतु जिलाधिकारी, चमोली द्वारा 03 विकल्प प्रस्तुत किये गये हैं। पहले विकल्प में प्रभावित भू-भवन स्वामियों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हुये वन टाईम सेटलमेन्ट किया जायेगा। प्रभावित हुए भूमि/भवन की क्षति के मुआवजे के रूप में वन टाइम सेटलमेन्ट करते हुए भूमि/भवन का निर्धारित मानकों के अनुसार भुगतान किया जाएगा। सम्पूर्ण भुगतान करने से पूर्व संबधित प्रभावित की भूमि /भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी। दूसरे विकल्प के तहत प्रभावित भू-भवन स्वामियों को प्रभावित भूमि के सापेक्ष गृह निर्माण के लिए निश्चित अधिकतम क्षेत्रफल 100 वर्ग मी0 तक की भूमि प्रदान की जायेगी तथा प्रभावित भवन का मुआवजा दिया जायेगा। प्रभावित भू-भवन स्वामियों को 100 वर्ग मी0 से अधिक की भूमि होने पर शेष भूमि का मानकों के अनुसार भुगतान किया जायेगा। प्रभावित भूमि/भवन स्वामियों का संपूर्ण भुगतान करने से पूर्व व गृह निर्माण के लिये निश्चित अधिकतम क्षेत्रफल 100 वर्ग मी0 तक की भूमि आवंटित करने से पूर्व संबंधित आपदा प्रभावित की भूमि/भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी। तीसरे विकल्प के तहत प्रभावितों के पुनर्वास हेतु चिन्हित स्थान पर अधिकतम 75 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की सीमा तक की भूमि पर भवन निर्माण कर दिया जायेगा। यदि प्रभावित आवासीय भवन/भूमि का मूल्यांकन प्रदान किये जा रहे भूमि/आवास से अधिक है तो शेष धनराशि का भुगतान प्रभावित को किया जायेगा। प्रभावित भूमि भवन के सापेक्ष अधिकतम 75 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की सीमा तक की भूमि पर भवन निर्माण कर आवंटित करने से पूर्व संबंधित आपदा प्रभावित की भूमि/भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी। जिलाधिकारी, चमोली द्वारा पुनर्वास के सम्बन्ध में प्रस्तावित उक्त तीन विकल्पों को उपयुक्त पाते हुए उक्त विकल्पों के सम्बन्ध में शासन स्तर पर माननीय मंत्रिमण्डल के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत किये जाने की संस्तुति की गयी है।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने बताया कि जोशीमठ में आपदा प्रभावित क्षेत्र के संबंध में विभिन्न तकनीकी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे सर्वे की अन्तिम रिपोर्ट आने के उपरान्त ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि जोशीमठ के कितने क्षेत्र से स्थायी रूप से विस्थापन किया जाना आवश्यक है। रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत प्रभावित परिवारों/व्यक्तियों से उक्त प्रस्तावित विकल्पों के अनुसार सहमति प्राप्त की जायेगी। तत्पश्चात स्थानीय स्तर पर पी.आई.यू स्थायी पुनर्वास की कार्यवाही करेगी। तकनीकी संस्थानों की अन्तिम रिपोर्ट आने के उपरान्त ही जोशीमठ क्षेत्र में आपदा के न्यूनीकरण/क्षेत्र के स्थिरीकरण, टो इरोजन, ड्रेनेज प्लान इत्यादि कार्यों के सम्बंध में निर्णय लिया जायेगा। उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा यह निर्देश भी दिये गये कि जोशीमठ क्षेत्र के आपदा प्रभावित परिवारों/व्यक्तियों के साथ ही आपदा प्रभावित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के भी बिजली / पानी के बिल 06 माह हेतु माफ किए जाने की कार्यवाही की जाय। जोशीमठ आपदा प्रभावित क्षेत्र में 03 विद्यालय प्रभावित हुए हैं। इन विद्यालयों में अध्ययनरत् छात्रों को अन्यत्र विद्यालय में स्थानान्तरित किया गया है। मारवाड़ी क्षेत्र के छात्रों हेतु विद्यालय की व्यवस्था लगभग 12 कि०मी० दूरी पर स्थित अन्य विद्यालय में हुयी है, जिसके दृष्टिगत समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि मारवाडी क्षेत्र के विद्यार्थियों को लाने एवं ले जाने हेतु निःशुल्क यातायात की व्यवस्था जिलाधिकारी, चमोली द्वारा की जाये। व्यावसायिक प्रतिष्ठान में कार्यरत कार्मिकों / श्रमिकों का रोजगार प्रभावित होने के कारण, उनको कोविड-19 के समय दी गयी वित्तीय सहायता के अनुसार, सर्वे उपरान्त पृथक से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी, चमोली को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। एनटीपीसी, एमओआरटीएच तथा बीआरओ के प्रतिनिधियों के साथ उच्च स्तर पर बैठक आहूत किये जाने की संस्तुति समिति द्वारा की गयी है।

समिति द्वारा शासन स्तर से आयुक्त गढ़वाल मण्डल की अध्यक्षता में गठित अन्तर्विभागीय समन्वय एवं शिकायत निवारण समिति की पुनः बैठक आहूत किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। समिति द्वारा औली रोपवे के सम्बन्ध में पर्यटन विभाग के साथ उच्चस्तरीय बैठक किये जाने की संस्तुति की गयी है। जोशीमठ क्षेत्र में जिन घरों में छोटी-छोटी दरारें आयी है और भूमि को सुरक्षित पाये जाने की दशा में उक्त घरों / भवनों की रेट्रोफिटिंग हेतु धनराशि दिये जाने का जिलाधिकारी द्वारा प्रस्ताव किया गया है। कर्णप्रयाग विधान सभा क्षेत्र के मा० विधान सभा सदस्य द्वारा नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग क्षेत्र के बहुगुणा नगर आई०टी०आई० क्षेत्र, सी०एम०पी० बैंड के ऊपर, अपर बाजार, साकरी सेरा, ईणा बधाणी क्षेत्र की भूमि में आ रही दरारों को समिति के संज्ञान में लाया गया। समिति द्वारा मा० विधायक जी को यह अवगत कराया गया कि उक्त प्रभावित क्षेत्र में भारत सरकार के सम्बन्धित संस्थानों द्वारा जियोफिजिकल, भूगर्भीय सर्वे गतिमान है एवं उक्त अध्ययन का अग्रेत्तर कार्यवाही हेतु त्वरित गति से निष्कर्ष करवा लिया जायेगा।

सचिव आपदा प्रबन्धन ने बताया कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 06 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वर्तमान में घटकर 67 एलपीएम हो गया है। क्षेत्र में दराग्रस्त भवनों की संख्या में वृद्धि नही हुई है। दरारग्रस्त भवनों की संख्या 863 ही है। जोशीमठ में 235 भूस्वामियों को 3.53 करोड़ रूपये की धनराशि तथा 121 किरायेदारों को 60.50 लाख रूपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में है। 253 परिवार सुरक्षा की दृष्टि से अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये है। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 920 है। 43 प्रभावित परिवार अपने रिश्तेदारों या किराए के मकानों में चले गये है। सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि अस्थायी रूप से चिन्ह्ति राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 661 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2957 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र/वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं।

पुलिस कप्तान नैनीताल ने किए उप निरीक्षकों के बंपर तबादले

0

नैनीताल, जनपद के पंकज भट्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट द्वारा निम्न उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के स्थानांतरण तत्काल प्रभाव से उनके नामों के सम्मुख अंकित स्थान पर किए गए हैं।
1- उप निरीक्षक हरेंद्र सिंह नेगी थानाध्यक्ष चोरगलिया से वरिष्ठ उप निरीक्षक थाना लालकुआं
2 उपनिरीक्षक श्री भगवान सिंह महर पुलिस लाइन से थानाध्यक्ष चोरगलिया
3 उपनिरीक्षक श्री बलवंत सिंह कंबोज वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना लाल कुआं से ए0एन0टी0एफ0
4 उप निरीक्षक श्री भुवन सिंह राणा एफ0एफ0यू0 से थानाध्यक्ष खनस्यूं
5 उप निरीक्षक श्री प्रेम विश्वकर्मा वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना रामनगर से एफ0एफ0यू0
6 उपनिरीक्षक श्री अनीस अहमद थाना रामनगर से वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना रामनगर
7 उप निरीक्षक श्री कृपाल सिंह प्रभारी चौकी हल्दुचौड से प्रभारी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी हेड़ाखान थाना काठगोदाम
8 उप निरीक्षक श्री सोमेन्द्र सिंह थाना मुखानी से प्रभारी चौकी हल्दुचौड
9 उप निरीक्षक श्री विजय कुमार प्रभारी चौकी कोटाबाग से प्रभारी रिपोर्टिंग चौकी धानाचूली थाना मुक्तेश्वर
10 उप निरीक्षक श्री रमेश चंद्र पंत थाना बेतालघाट से प्रभारी चौकी कोटाबाग
11 उप निरीक्षक श्री गौरव जोशी पुलिस लाइन से थाना बेतालघाट
12 उप निरीक्षक विजय पाल सिंह प्रभारी चौकी ढेला से प्रभारी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी ओखलकाण्डा थाना खनस्यूं
13 उपनिरीक्षक श्री रविंद्र सिंह राणा चौकी भोटिया पड़ाव थाना हल्द्वानी से प्रभारी चौकी ढैला
14 उप निरीक्षक श्री विजय कुमार साइबर सेल हल्द्वानी से प्रभारी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी धारी थाना मुक्तेश्वर
15 उप निरीक्षक श्री शंकर नयाल थाना भीमताल से थाना बनभूलपुरा