Sunday, May 4, 2025
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8 मार्च के बाद केंद्रीय कर्मचारियों को मिल सकती है दोहरी खुशी, इतनी बढ़ेगी सैलरी!

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केंद्र सरकार कर्मचारियों के वेतन को लेकर कई ऐलान कर सकती है. केंद्र की सरकार 8 मार्च यानी होली के बाद केंद्रीय कर्मचारियों को दोहरी खुशी दे सकती है.

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो लाखों कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता और पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत बढ़ाई जा सकती है. साथ ही फिटमेंट फैक्टर को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है.

केंद्रीय कर्मचारियों को मौजूदा महंगाई भत्ता 38 फीसदी के हिसाब से दिया जा रहा है और इसे बढ़ाकर 42 फीसदी किया जा सकता है. ऐसे में महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसी उम्मीद है कि सरकार होली के बाद इसकी घोषणा कर सकती है.

कब-कब डीए में होती है बढ़ोतरी

केंद्र की सरकार महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में 4 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती है. ये महंगाई भत्ता या डीए साल में दो बार महंगाई दर के मुताबिक संशोधित किया जाता है. पहला संशोधन जनवरी के दौरान और दूसरा संशोधन जुलाई दौरान किया जाता है. अगर इस बार महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की जाती है तो कर्मचारियों और पेंशनर्स को मिलाकर करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचेगा.

फिटमेंट फैक्टर बढ़ा सकती है सरकार

अभी फिटमेंट फैक्टर 2.57 फीसदी है और इसी आधार पर सैलरी दी जाती है. इसे छठवें वेतन आयोग के तहत दिया जाता है और 7वें वेतन आयोग के तहत इसे बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है. इसके तहत फिटमेंट फैक्टर 3.68 फीसदी करने की मांग की जा रही है.

कितनी बढ़ जाएगी सैलरी

अगर कर्मचारियों के लिए फिटमेंट फैक्टर बढ़ाया जाता है तो 15,500 रुपये के बेसिक सैलरी वाले का वेतन 39,835 रुपये तक जा सकता है. वहीं डीए भी बढ़ाया जाता है तो सैलरी 40 हजार रुपये से ज्यादा की हो सकती है. फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने पर बेसिक सैलरी 18 हजार रुपये से बढ़ाकर 26 हजार कर दिया जाएगा.

उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के बैनर तले 17 अप्रैल से निकाली जायेगी “सीमांत बचाओ” यात्रा

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पिथौरागढ़, उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के बैनर तले मुनस्यारी तथा धारचूला में “सीमांत बचाओ” यात्रा 17 अप्रैल से निकाली जाएगी। मुनस्यारी तथा धारचूला को इनर लाइन की परिधि में पुनः लाने तथा भूमि की खरीद फरोख्त पर रोक लगाने की मांग के इर्दगिर्द यात्रा चलेगी। यात्रा के लिए नौलड़ा से गाला तक की दूरी तय की गई है। 243 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह सीमांत क्षेत्र की पहली यात्रा है।
मुनस्यारी तथा धारचूला तहसील में एनजीओ तथा रिजोर्ट, होम स्टे,खेती के नाम पर पांच सालों के भीतर बाहरी लोगों की आवाजाही बढ़ गई है। जनजाति तथा अनुसूचित जाति समुदाय की भूमि पर ग़ैर क़ानूनी कब्जा किया जा रहा है। नियम विरुद्ध लीज किए जा रहे है। जिनका राजस्व विभाग में कोई भी लेखा जोखा नहीं है।
चीन तथा नेपाल सीमा क्षेत्र में बसे मुनस्यारी तथा धारचूला में बाहरी लोगों की बढ़ती आवाजाही राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी ख़तरा बन सकता है। इस आशंका से चिंतित उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने मुनस्यारी के नौलड़ा से धारचूला के गाला तक “सीमांत बचाओ” यात्रा निकालने की घोषणा की।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष तथा सीमांत क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज इस यात्रा का ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि सीमांत की आजीविका, संस्कृति एवं समाज के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए यह यात्रा ऐतिहासिक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जमीन को लीज में लेकर खेती की ठेकेदारी के द्वार खोलना उत्तराखंड सरकार की सबसे बड़ी भूल है।
उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र में अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय की जमीनों को नियम विरुद्ध लीज तथा स्टाम्प पेपर पर इकरार नामा बनाकर बाहरी लोगों द्वारा ख़रीदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की भाषा में रह स्टाम्प ड्यूटी में चोरी है। इस पर दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से हम अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अलावा सीमांत क्षेत्र में रहने वाली पिछड़ी जातियों की जमीन को सुरक्षित रखने के लिए नौलडा तथा जौलजीबी से पुनः इनर लाइन को लागू करने की मांग करेंगे।
इनर लाइन लागू होने के बाद अनुसूचित जाति एवं जनजाति के साथ ही शेष समुदाय की भूमि की खरीद भी प्रतिबंधित हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा में उत्तराखंड में एक सख़्त भू- कानून की मांग को भी उठाया जाएगा।
इनर लाइन को पहले एक साज़िश के तहत हटाया गया था, उसके बाद सीमांत क्षेत्र में हुई घुसपैठ की जांच कर बाहरी लोगों को चिन्हित कर सीमांत क्षेत्र से बाहर निकालने की मांग उठायेंगे।
उन्होंने कहा उत्तराखंड में कौसानी, चौकोड़ी, बिनसर, भीमताल, नैनीताल, मसूरी सहित चार धाम यात्रा क्षेत्र अब स्थानीय लोगों का नहीं रहा। इन क्षेत्रों में भारी घुसपैठ ने मूल निवासियों को नौकर तथा घुसपैठियों को मालिक बना दिया है। अब इनकी नजर तेजी से आदि कैलाश पर्वत तथा साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में उभर रहे मुनस्यारी तथा धारचूला पर है।
उन्होंने कहा कि यात्रा का मक़सद स्थानीय लोगों को जागरूक करना भी है।
इसके लिए साहित्य भी वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा की सफलता के लिए राजनैतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं से भी सहयोग लिया जाएगा।

कहां जाओगे बांके बिहारी…होली होगी हमारी तुम्हारी…

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*मानव अधिकार संरक्षण केंद्र उत्तराखंड ओर से होली मिलन समारोह आयोजित
* कुमाऊं की खड़ी होली ने किया झूमने पर मजबूर

देहरादून। मानव अधिकार संरक्षण केंद्र उत्तराखंड ओर से होली मिलन समारोह का आयोजन उत्तरांचल प्रेस क्लब में किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि माननीय अध्यक्षा उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग डॉक्टर सीता खन्ना मौजूद रही।
इस मौके पर उत्तराखंड की संस्कृति होली के महत्व को दर्शाते हुए उन्होंने कुमाऊं की खड़ी होली प्रस्तुत कर सभागार में मौजूद सभी को नाचने झूमने पर मजबूर कर दिया। सभी होलियार प्रेस क्लब के गेट से ही होगी गाते हुए सभागार में पहुंचे जिसे देखकर हर कोई खड़े होकर उनका स्वागत करने पर मजबूर हो गया और नाचने पर मजबूर हो गया।

इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष उत्तराखंड राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अशोक वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी मनवीर सिंह चौहान , अध्यक्ष उत्तरांचल प्रेस क्लब अजय राणा, वरिष्ठ समाजसेवी एवं अध्यक्ष जनसेवा मंत्र साधना जयराज, समन्वय फूड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड अनिल मारवा , पार्षद अभिषेक पार्षद , पार्षद मोंटी कोहली, महानगर अध्यक्ष भाजपा अल्पसंख्यक महिला मोर्चा यास्मीन आलम खान , दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसन एवं समाजसेवी अभिनव थापर ने अपने अपने विचार व्यक्त एवं सभी को मोमेंटो देकर मानव अधिकार संरक्षण केंद्र उत्तराखंड के महासचिव कुंवर राज अस्थाना द्वारा सम्मानित किया गया।

इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल उपाध्यक्ष डॉ प्रेम कश्यप महासचिव राजस्थान कोषाध्यक्ष पीके जैन सचिव राजीव वर्मा सचिव वासु सचिव समरजीत सिंह राजा डोगरा सुदेश शर्मा प्रश्न लखेरा अरविंद गुप्ता वैभव गोयल मोनिका डबराल पूनम आर्य देहरादून जिला चैप्टर के उपाध्यक्ष एसपी सिंह, प्रिया गुलाटी आदि मौजूद रहे

योग महोत्सव के 5 वें दिन आयुर्वेद की महत्ता पर हुई चर्चाएं

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शाम का लेजर शो रहा मुख्याकर्षण

ऋषिकेश : ऋषिकेश स्थित मुनि की रेती पर चल रहे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आज पाँचवा दिन रहा । पाँचवें दिन अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गये जिसमें भाग लेने के लिए देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटकों का आगमन ऋषिकेश में हो रहा है।

सर्वप्रथम दिन का प्रारंभ पर्यटन विभाग के छह सहयोगी योग संस्थानों द्वारा दैनिक आधार पर दो घंटे का योग सत्र के आयोजन से हुआ। सुबह की अन्य गतिविधियों में ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा ध्यान सत्र एवं आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा नाड़ी परीक्षण शिविर का संचालन किया गया।

इन कार्यक्रमों के मध्य प्रसिद्ध हास्य योग विशेषज्ञ मनोज रंगढ़ द्वारा दूसरे दिन भी हास्य योग का सत्र संचालित किया गया। मनोज रंगढ़ ने बताया कि हास्य योग आज की व्यस्ततम दिनचर्या में अति फायदेमंद है क्योंकि यह चिंता और तनाव को कम करता है साथ ही यह मन को तरोताजा कर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।

अन्य गतिविधियों में “आयुर्वेद : जीवन का विज्ञान” विषय पर विशेषज्ञों ने एक पैनल परिचर्चा का आयोजन किया जिसमें उन्होंने हजारों वर्षों की इस चिकित्सीय प्रणाली के महत्व पर अपने बहुमूल्य विचार साझा किए। उन्होंने इस दौरान बताया कि कैसे पूरा विश्व आज के समय में आयुर्वेद की महत्ता समझ कर इसका अनुसरण कर रहा है। बैठक के पैनलिस्टों में आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील जोशी, चरक संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो हरि मोहन, भारतीय चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ जे एन नौटियाल एवं एमबीबीएस डॉ संजीवन देवधर आदि शामिल हुए।

दोपहर के सत्रों में तनाव से राहत के लिए डॉ रवि जोशी द्वारा एक योग सत्र में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा प्रसिद्ध विचारक एवं धार्मिक गुरू स्वामी सुखबोधानंद, मुंबई के जुहू इस्कॉन मंदिर के प्रमुख गौरांग प्रभु एवं आर्ट ऑफ लिविंग के अक्षत जोशी के भक्ति सत्रों एवं सत्संगों ने पूरे माहौल को भक्तिमय कर दिया।

शाम को गंगा आरती के बाद एक भव्य लेजर शो हुआ जिसकी रोशनी ने पूरे शहर को जगमगा दिया ।

अंत में मैहर संगीत बैंड एवं मिराकल ऑन व्हील्स समूह की मनमोहन प्रस्तुतियाँ एक ओर दर्शकों के लिए कौतूहल का विषय रहीं वहीं दूसरी ओर इन्होंने दर्शकों को थिरकने पर भी मजबूर कर दिया ।

चौथे दिन देर शाम ऋषिकेश गंगा रिजॉर्ट मुनी की रेती में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग फेस्टिवल में सांस्कृतिक कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शिरकत करी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिमाचली लोक बैंड ने अपनी प्रस्तुतियां दी। हिमाचली लोग बैंड ने अपनी धुनों पर प्रांगण में मौजूद लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।

 

चार धाम यात्रा के लिए कुल पंजीकरण 2 लाख के पार

देहरादून : आगामी चार धाम यात्रा के लिए 21 फरवरी से प्रारंभ हुए अब तक कुल पंजीकरण की संख्या 2 लाख पार पहुँच गई है। आज पर्यटन विभाग द्वारा जारी ताजे आँकड़ों के अनुसार केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धामों के कुल 2,033,24 श्रद्धालुओं के पंजीकरण किए जा चुके हैं। जिनमें केदारनाथ धाम के लिए अब तक कुल 1,118,71 और बद्रीनाथ धाम के लिए 91,453 श्रद्धालु पंजीकृत किए जा चुके हैं।

इस वर्ष चार धाम हेतु पंजीकरण के लिए चार माध्यम अपनाए गये हैं। श्रद्धालु यात्रा के लिए वेबसाइट, कॉल के द्वारा , व्हाट्सएप और मोबाइल ऐप के जरिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं। जहाँ अब तक ऑनलाइन माध्यम से 1,520,24 श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया गया वहीं मोबाइल ऐप और व्हाट्सएप
के जरिए क्रमश: 26,255 और 15,045 श्रद्धालु पंजीकृत किए गये। श्रद्धालु https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं । वहीं व्हाट्सएप द्वारा पंजीकरण कराने के लिए “Yatra” टाइप कर +91 8394833833
भेजना होगा।

श्रद्धालुओं के लिए यात्रा संबंधी जानकारी एवं सुझावों के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया है । इन हेल्पलाइन नम्बरों में चार धाम टोल फ्री नं. 1364 तथा 0135-1364 (अन्य राज्यों के लिए) , चार धाम कंट्रोल रूम नं.0135-2559898, 2552627, आपदा प्रबंधन नं. 0135-276066, 1070 (टोल फ्री) आदि नम्बरों पर कॉल करके आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

25 अप्रैल से शुरू होने वाले चार धाम यात्रा के लिए प्रशासन ने आने वाले श्रद्धालुओं की उचित स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की गई हैं जिनमें डॉक्टरों और चिकित्सीय पेशेवरों की तैनाती, पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक वस्तुओं और दवाओं का भंडारण आदि शामिल हैं।

काव्य कुसुम सम्मान 2023: राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट तथा इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी ऑफ इंडिया (हरिद्वार चैप्टर) के तत्वाधान में काव्य कुसुम सम्मान 2023 का आयोजन

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हरिद्वार (कुलभूषण )। एस एम जे एन पी जी कॉलेज के सभागार में आज कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट तथा इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी ऑफ इंडिया (हरिद्वार चैप्टर) के तत्वाधान में काव्य कुसुम सम्मान 2023 का आयोजन किया गया। इसमें सम्मानित होने वाले प्रबुद्ध कवि श्रीमती कंचन प्रभा गौतम ,सुश्री अनन्या भटनागर,अरविन्द दुबे, श्रीमती कल्पना कुशवाहा ‘सुभाषिनी’, दीन दयाल दीक्षित, अभिनन्दन कुमार ‘अभि रसमय’,श्रीमती कंचन प्रभा गौतम, देवेन्द्र मिश्र, अमन सिखौला,कैप्टन श्रीमती दीक्षा शर्मा , डा. सुशील कुमार त्यागी ‘अमित’ श्रीमती बिमला लक्ष्मी नेगी , अमन शुक्ला ‘शशांक ,प्रेम शंकर शर्मा ‘प्रेमी’, डा. मीरा भारद्वाज, अरुण कुमार पाठकएवं डा. अशोक गिरि मुख्य रूप से रहे कार्यक्रम का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार प्रेम चंद्र अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित के माध्यम से किया। मुख्य अतिथि प्रेम चंद्र अग्रवाल ने कार्यक्रम में आए सभी कवियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने प्रतिभागियों को काव्य कुसुम सम्मान 2023 द्वारा सम्मानित किया। उन्होंने हाल ही में आयोजित हुए युवा महोत्सव में एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार के छात्र छात्राओं द्वारा किए गए शानदार प्रदर्शन के लिए छात्र छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम इस अवसर पर हरिद्वार शहर के विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार श्री मदन कौशिक जी भी उपस्थित हुए। उन्होंने अपने संभाषण में एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार की प्रशंसा करते हुए कहा कि कॉलेज ने ऐसा कार्यक्रम आयोजित करके युवा कवियों को ना केवल एक बड़ा मंच प्रदान किया हैं अपितु प्रतिभा को भी उचित सम्मान दिया हैं। उन्होंने सभी प्रदेश वासियों को होली की अनेकाएक शुभकामनाएं दी। उन्होंने युवा उत्सव में विजयी छात्र छात्राओं को बधाई दी. डाॅ विशाल गर्ग ने होली की बधाई देतें हुए कहा कि होली प्रेम एवं सद्भाव का महान पर्व हैं
उन्होंने कॉलेज के प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा को नेतृत्व के लिए बधाई दी। डाॅ सुनील कुमार बत्रा ने कालेज प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री मंहत रविन्द्र पुरी की ओर से सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर मधुसूदन अग्रवाल, जगदीश लाल पाहवा, डाॅ विशाल गर्ग, एस के गर्ग, जितेंद्र शर्मा, विमल गर्ग, आशीश झा, शेलेन्द्र दत्ता, मनोज गर्ग पूर्व महापौर, कुलभूषण शर्मा, हिमांशु दिवेदी, डाॅ सन्जय माहेश्वरी, डाॅ लता शर्मा, डाॅ विजय शर्मा, अन्नया भटनागर, विशाल वर्मा अर्शिका, अपराजिता, अश्वनी जगता, डाॅ शिव कुमार चौहान, डाॅ वैभव बत्रा, डाॅ रेणु सिंह, विक्रम नाचीज़ डाॅ राधिका नागरथ , कमल प्रीत प्रार्षद पति, एवं रचना गोस्वामी आदि उपस्थित रहें

भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है चिदानंद मुनि

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हरिद्वार (कुलभूषण )। होली महोत्स्व की पावन बेला में भारत विश्व को एक नई दिशा देने को तैयार हैं। भारत को भारत की दृष्टि से देखना होगा। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि आज सिडकुल स्थित होटल गाडेनिया में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित चुनाव कार्यक्रम व रंग पर्व महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि वर्तमान में जीवन में स्ंसकारो को जीवित रखने की आवश्यकता है। आज मोबाइल के चलते मां बाप कही खो गए हैं। अपनी संस्कृति और सेवा भाव के लिए बाबला बनने की जरूरत है। अपने लिए नही देश और दुनिया के लिए जिए । होली आई रे, होली आई है पर आज नये संकल्प लेने की आवश्यकता है। भारत विकास परिषद इस कार्य को सुगमता से आगे बढ़ा रहा है। भारत को एक सिद्ध पुरुष नरेंद्र मोदी रूप में मिला हुआ है। जिसके नेतृत्व में भारत की आज एक अलग पहचान विश्व में बनी है। भारत अब कमजोर नहीं है, वह शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में विकसित हो रहा है। स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि होली हमे अपनी संस्कृति एवम् जड़ों से जुड़े रहने का संदेश देती हैं। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ दिनेश शास्त्री ने कहा कि होली हमारे लिए एक पर्व मात्र नहीं है यह हमारी संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है। रंगों की जीवन में अपनी महत्ती भूमिका है। वही उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है इसलिए सभी उत्सव कृषि से जुड़े हुए हैं।

भारत विकास परिषद का जन्म ही पांच सूत्रीय संपर्क, सहयोग संस्कार, सेवा और समर्पण को लेकर हुआ है और यही जीवन का सार भी है। इस से पूर्व प्रथम चरण में भारत विकास परिषद के प्रांतीय पदाधिकारियों का चुनाव पर्वेक्षक व परिषद के राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण गर्ग की देखरेख में सर्वसम्मति से संपन्न हुए। जिसमें परिषद का अध्यक्ष लगातार तीसरी बार ब्रज प्रकाश गुप्ता (हरिद्वार) को तथा दूसरी बार महासचिव श्रीमती मनीषा सिंहल (रुड़की) व वित्त सचिव रोहित कोचग्वे(देहरादून) को चुना गया।

जबकि प्रांतीय महिला संयोजिका सुगंधा जैन (रुड़की) को भी पुनः नामित किया गया। कार्यक्रम में मानवता के लिए पदम श्री डॉ जितेंद्र सिंह शंटी, कैंसर के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मेरठ के कैंसर हांस्पिटल वेलंटिस के डॉ अमित जैन वही मैक्स अस्पताल दिल्ली की डायरेक्टर डॉ मीनू वालिया, श्रमजीवी पुरुष्कार राजीव दीक्षित गुरुकुल, पाली महेंद्रगढ़ संस्थान को और पर्यावरण संरक्षण जागरूकता अभियान के लिए जगदीश बाबला देहरादून को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष ब्रज प्रकाश गुप्ता ने अपने आगे के वार्षिक कार्यक्रमों को विस्तार से बताया और पुनःअध्यक्ष बनाये जाने पर उपस्थित सभी शाखा के पदाधिकारियों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय महामंत्री श्रीमती मनीषा सिंहल ने किया। उन्होंने परिषद द्वारा साल भर आयोजित किए कार्यों को विस्तार से बताया और कहा कि वर्तमान में परिषद महिलाओं के उत्थान के लिए चल रहे कामों को और अधिक गति से आगे बढ़ाएगी। इस अवसर पर क्षेत्रीय सचिव सेवा नरेश गोयल, विनीत संगल, संगीता सिंह, , फिल्म अभिनेत्री व उड़ान सीरियल की नायिका कविता चौधरी,अर्जुन दास भारद्वाज,प्रांतीय मीडिया प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, रविंद्र कपूर,भेल शाखा के अध्यक्ष वैध एम आर शर्मा, पंचपुरी शाखा अध्यक्ष एडवोकेट कुशल पाल सिंह चौहान, संजीव लांभा,नरेश जेनर, रुड़की जिला प्रभारी बीना सिंह, आदर्श पाल तोमर, अनीता गुप्ता, अरुणा चावला, मधु मारवाह, श्रीमती सावित्री मंगला, देवभूमि शाखा से श्रीमती रत्नेश गौतम, श्रीमती सुधा तिवारी श्रीमती शिवानी आदि उपस्थित रहे। अंत में होली पर कई रंगा रंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए और उसके बाद सभी ने जमकर फूलों की होली खेली।

सभी मेडिकल एवं नर्सिंग कालेज में स्थापित होगा ई-ग्रन्थालय : डॉ. धन सिंह रावत

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देहरादून, सूबे के समस्त मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज ई-ग्रन्थालय से जुड़ेंगे, इसके लिये विभगीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। मेडिकल शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत शतप्रतिशत छात्र-छात्राओं का ई-ग्रन्थालय में पंजीकरण किया जाएगा ताकि मेडिकल छात्र देशभर के मेडिकल शिक्षण संस्थानों में उपलब्ध पुस्तकों, शोध पत्रों एवं पत्रिकाओं का अध्ययन कर सकेंगे। एनईपी-2020 के प्रावधानों के तहत उत्तराखंड के सभी शिक्षण संस्थानों में ई-ग्रन्थालय को अनिवार्य कर दिया गया है।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यमुना कालोनी स्थित शासकीय आवास में चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। डॉ. रावत ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग की तर्ज पर शीघ्र ही प्रदेशभर के निजी एवं राजकीय मेडिकल कालेजों तथा नर्सिंग कॉलेजों को भी ई-ग्रन्थालय से जोड़ा जाएगा, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल शिक्षण संस्थानों के ई-ग्रन्थालय से जुड़ने से मेडिकल एवं नर्सिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को इसके माध्यम से कैटलागिंग की आधुनिक डिजिटल सुविधा के साथ-साथ विभिन्न मेडिकल कालेजों, नर्सिंग कालेजों में उपलब्ध बेहतर पुस्तकें, शोध पत्रों एवं पत्रिकाओं सहित पठान-पाठन के अन्य संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे। विभागीय मंत्री ने कहा कि ई-ग्रन्थालय से सभी मेडिकल एवं नर्सिंग छात्र-छात्राओं को जोड़ने के लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि एनईपी-2020 के अंतर्गत प्रत्येक शिक्षण संस्थानों में डिजिटल लाइब्रेरी अनिवार्य कर दी गई है, इसलिए उत्तराखंड के तमाम शिक्षण संस्थानों में एनआईसी के सहयोग से ई-ग्रन्थालय स्थापित किये जा रहे हैं। डॉ रावत ने बताया कि ई-ग्रन्थालय के माध्यम से सभी मेडिकल एवं नर्सिंग कालेज नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी से भी जुड़ सकेंगे। इसके लिये शीघ्र ही एनआईसी अलग से एक पोर्टल तैयार करेगी जिसमें मेडिकल एवं नर्सिंग कालेजों को अपना पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद इसमें मेडिकल छात्र-छात्राओं का पंजीकरण किया जायेगा। डॉ. रावत ने बताया कि इससे पहले उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ई-ग्रंथालय की स्थापना कर दी गई है, जिसमें 21 लाख से अधिक पुस्तकें उपलब्ध है।

बैठक में निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, कुलसचिव मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रो. एम.के. पंत सहित एनआईसी के अधिकारी उपस्थित रहे।

राजधानी में बुजुर्ग महिला की गला रेतकर हत्या, शव लहूलुहान हालत में रसोई के बाहर पड़ा मिला

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देहरादून, पटेल नगर क्षेत्र के भंडारी बाग में अकेली रह रही 75 वर्षीय वृद्ध महिला की बदमाशों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लूटपाट की आशंका जतायी है, पुलिस को शव रसोई के बाहर पड़ा मिला। एक कमरे में अलमारी का लॉक टूटा था और सामान भी बिखरा हुआ था। इससे लग रहा है कि हत्या के बाद बदमाशों ने लूटपाट भी की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू करने के साथ लूट, प्रॉपर्टी विवाद और अन्य बातों को ध्यान में रखकर घटना की जांच कर रही है।
यह वारदात भंडारी बाग फेज टू में ट्रांसपोर्टर इंदर राज धवन के मकान में हुई। इंदर राज की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। इस दो मंजिला मकान में उनकी 75 वर्षीय पत्नी कमलेश धवन रहती थीं। उनकी तीन बेटियां हैं। दो देहरादून और एक चंडीगढ़ में रहती है। चंडीगढ़ में रहने वाली बेटी गीता ने जब शनिवार सुबह मां को फोन किया तो नहीं उठा। बार-बार कॉल करने पर भी जवाब नहीं मिला तो उन्होंने सुबह करीब साढ़े 10 बजे घर के सामने दुकान चलाने वाले टेलर शरीफ को फोन किया। शरीफ ने देखा कि मकान का जाली वाला दरवाजा आधा खुला था। अंदर के दरवाजे में भी लॉक नहीं लगा था। अंदर कोई भी लाइट नहीं जली थी। एक कमरे में टीवी चल रहा था। कमलेश बेडरूम और ड्राइंग रूम में नहीं मिलीं तो शरीफ डाइनिंग हॉल की तरफ बढ़े। वहां का नजारा देख उनके होश उड़ गए। कमलेश रसोई के बाहर लहूलुहान पड़ी थीं। इसकी सूचना शरीफ ने गीता को दी। गीता ने वसंत विहार में रहने वाली अपनी बहन विनीता को।

मौके पर विनीता का बेटा संस्कार पहुंचा और पुलिस को सूचना दी। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर फिंगर प्रिंट्स और रक्त के नमूने इकट्ठा किए। देखा कि एक कमरे का सामान बिखरा था। अलमारी और उसका लॉकर खुला था। शुरुआती पड़ताल में माना जा रहा है कि बदमाशों ने पहले कमलेश की हत्या की और फिर लूटपाट की। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि हत्यारों को पकड़ने के लिए एसओजी और पुलिस की चार टीमें बनाई गई हैं। बेटी विनीता की शिकायत पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

वृद्ध महिला कमलेश धवन की तीन बेटियों के अलावा एक बेटा भी था। वह पिता के साथ ट्रांसपोर्ट का ही काम करता था। 30 साल पहले सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई थी। उसकी एक बेटी भी है। वह अक्सर अपनी दादी के पास आती रहती थी। दीपावली के आसपास भी वह काफी दिनों तक कमलेश के साथ रही थी। कुछ दिन पहले शादी के बाद पति के साथ विदेश चली गई। बताया जा रहा है कि हर रोज दादी और पोती की फोन पर बातचीत होती थी। कमलेश और उनकी पोती के बीच आखिरी बात शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे हुई थी। इसकी कॉल डिटेल उनके मोबाइल में मिली है। मौके से पुलिस ने दो मोबाइल कब्जे में लिए हैं। इनमें एक स्मार्टफोन और दूसरा फीचर फोन है।
वहीं यह भी जानकारी मिली कि तीन बेटियों में से दो अक्सर अपनी मां से बात करती रहती थीं। वसंत विहार में रहने वाली उनकी बेटी घर भी आती थी। जबकि, चंडीगढ़ वाली बेटी रोज फोन पर बात करती थी। लेकिन, आईएमए ब्लड बैंक के पास रहने वाली बेटी से उनकी बोलचाल बंद थी। हालांकि, दोनों के बीच क्या विवाद था, यह जानकारी पुलिस को भी नहीं लग पाई है। पुलिस के अनुसार हत्याकांड के बाद घर के जो हालात देखने को मिले हैं उससे इस बात की संभावना लगती है कि हत्या के समय बुजुर्ग महिला के अलावा अन्य कई लोग घर पर थे | पुलिस का अंदाजा लगा रही कि हत्यारे को पूरे घर की जानकारी थी, फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है |

 

उत्तरकाशी में तीन भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत, किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं

उत्तरकाशी, देर रात एक के बाद एक भूकंप के तीन झटके महसूस किए गए। झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल इस दौरान किसी तरह के जान-माल की कोई सूचना नहीं है। पहला झटका रात 12:40, दूसरा झटका 12:45 व तीसरा झटका 01:01 पर महसूस किया गया। स्थानीय निवासी हेमलता ने बताया कि अचानक खिड़की दरवाजे जोर से बजने की आवाज सुनाई दी, साथ ही किचन में रखें कुछ बर्तन भी गिर गए।

एक के बाद एक लगातार तीन भूकंप के झटकों के आने से लोगों में काफी दहशत है। लोग काफी देर तक घरों के बाहर ही रहे। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 12ः45 बजे आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.5 थी। जिसका केंद्र तहसील भटवाड़ी के अंतर्गत सिरोर के जंगल में बताया जा रहा है। भूकंप से कहीं से भी किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। वहीं श्रीनगर जम्मू कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।

 

एक दिवसीय जैव प्रौद्योगिकी कार्यशाला का हुआ आयोजन

मसूरी, महात्मा योगेश्वर सरस्वती विद्या मन्दिर एवं इण्टर काॅलेज मसूरी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक्शन एण्ड रिसर्च सोसाइटी द्वारा उत्तराखण्ड जैव प्रौद्योगिकी परिषद, पतंनगर के सहयोग से एक दिवसीय जैव प्रौद्योगिकी कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के विद्यार्थियों को जैव प्रौद्योगिकी के विषय से अवगत कराया गया तथा कार्यशाला के अन्त में एक प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यशाला से सम्बन्धित सवाल-जबाव किये गये एवं सवाल-जवाब में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
संस्था की और से उत्तराखण्ड जैव प्रौद्योगिकी परिषद, पतंनगर का धन्यवाद ज्ञापित किया गया |
कार्यशाला में सम्मलित एवं पुरस्कृत करने वाले अतिथि :
श्री तरुण झा (यूक्लिड लैबस), डा. अनिल सिंह (डीआरडीओ), रमेश जोशी (सचिव पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक्शन एण्ड रिसर्च सोसाइटी)

पूर्णाहुति हवन के साथ ग्यारह दिवसीय महा शिवपुराण महायज्ञ का समापन

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“श्री तुंगेस्वर महादेव मन्दिर फलाशी में, 11 दिवसीय शिवमहापुराण महायज्ञ में श्रद्धालुओं का तॉता लगा रहा आज पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन हो गया। इस बीच हजारों की संख्या में भक्तों ने पहुंचकर कथा श्रवण कर पूण्य अर्जित किया। महायज्ञ के दसवें दिन हजारों भक्तों के जयकारे के बीच 51जल कलशो के साथ भब्य जल कलश यात्रा का आयोजन किया गया”।

(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- तल्ला नागपुर क्षेत्र में स्थित भगवान तुंगेश्वर महादेव के प्राचीन मंदिर फलासी में आयोजित ग्यारह दिवसीय शिव महापुराण यज्ञ का आज पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया। 11 दिवसीय इस महायज्ञ में हजारों की सख्या में भक्तो ने पहुंचकर कथा श्रवण कर भगवान तुंगनाथ का आशीर्वाद लिया।
तल्लानागपुर के फलासी गॉव में स्थित भगवान तुंगनाथ के प्रसिद्ध मंदिर में पंचकोटी गांवों द्वारा 11 दिवसीय महाशिवपुराण महायज्ञ का आयोजन किया गया 12 वर्षों के बाद हुये इस महायज्ञ मे कथा श्रवण के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओ ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । विगत 22 फरवरी से शुरू हुये इस धार्मिक अनुष्ठान में हजारों की संख्या में भक्तों ने पंहुचकर कथा श्रवण कर भगवान तुंगनाथ का आशीर्वाद लिया। पंचकोटी गांव व क्षेत्र की खुशहाली सुख समृद्धि के लिए शिव महापुराण के दसवें दिन भव्य जल कलश यात्रा में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। इस अवसर पर कथा वाचक हरीश चंद्र बेंजवाल के द्वारा मां गंगा का अवतरण व जल यात्रा का महत्व बताया।
आज पूर्णाहुति व प्रसाद वितरण के साथ महायज्ञ का समापन हुआ। इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु, छैत्रीय जनता व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

 

गढ़वाली फिल्म ‘मेरू गौं’ की पूरी टीम का अमृत सेवा समिति ने किया सम्मान

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देहरादून, पहाड़ की पीढ़ा को लेकर बनी सुपर हिट गढ़वाली फिल्म ‘मेरू गौं’ के कलाकारों के सम्मान में स्थानीय प्रेस क्लब में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया | अमृत सेवा समिति द्वारा आयोजित इस समारोह में उपस्थित वक्ताओं ने कहा राज्य के ज्वलंत मुद्दों को लेकर बनी फिल्म मेरू गौं को पहाड़ी जनमानस के संघर्ष भरे जीवन की एक सशक्त अभिव्यक्ति है |

मुख्य अतिथि जेपी बलूनी संरक्षक सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल एवं विशिष्ट अतिथि नितिन गौतम और आर. पी. जोशी ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में जेपी बलूनी ने कहा कि ‘मेरू गौं’ अपनी बोली भाषा में बनी एक ऐसी फिल्म है जिसमें पहाड़ी की विकटता भरी दास्तां के साथ ज्वलंत मुद्दों को उठाया गया जो आज भी राज्य बनने के बाद मुंहबाये खड़े हैं, श्री बलूनी ने फिल्म के निर्माता राकेश गौड़, कुसुम गौड़ निर्देशक अनुज जोशी, के साथ गीतकार मदन डुकलान, गोकुल सिंह पंवार, गंभीर ज्याड़ा सहित सभी कलाकारों को फिल्म में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिये बधाई दी |
कार्यक्रम में मंगल गान, गढ़वाली भजन की प्रस्तुति के साथ ही परंपारिक ढोल दमाऊ, मसक बाज से अथितियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर खचाखच भरे प्रेस क्लब के प्रेक्षागृह फिल्म मेरू गौं की 40 कलाकारों की टीम को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर अमृत सेवा समिति के अध्यक्ष के पी भट्ट उपाध्यक्ष बंसी लाल कटूलियाल, शिवानी थपलियाल, संरक्षक मुकेश पोखरियाल, महासचिव देवचंद उत्तराखंडी, कोषाध्यक्ष एल आर आर्य इसके अलावा बलवंत सिंह बिष्ट, बलदेव सिंह नेगी विनोद बमोला, अमित रावत, रमेश नौड़ियाल, श्वेता ममगाईं, मीनाक्षी भट्ट, आस्था बहुगुणा रितु ढ़ौड़ियाल, भूपेंद्र गुसांई, शिखा शर्मा आदि मौजूद थे | कार्यक्रम का संचालन गंभीर ज्याड़ा और देवचंद उत्तराखंडी ने किया |May be an image of 11 people and people standing