– मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री के हर्षिल-मुखवा क्षेत्र में आगमन से उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को पंख लगेंगे।
– प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए हर्षिल-मुखवा क्षेत्र के साथ ही समूचा उत्तराखंड पूरी तरह से तैयार
– मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे।
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर्षिल-मुखवा क्षेत्र में आगमन से उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को काफी बढावा मिलेगा और यह दौरा राज्य की समृद्धि में बहुत बड़ा योगदान देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए हर्षिल-मुखवा क्षेत्र के साथ ही समूचा उत्तराखंड पूरी तरह से तैयार है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे, अपर पुलिस महानिदेशक वी मुरूगेशन सहित अन्य उच्चाधिकारियों के साथ हर्षिल-मुखवा क्षेत्र का भ्रमण कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित दौरे को लेकर की जा रही तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के हर्षिल-मुखवा के मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण क्षेत्र में आगमन से शीतकालीन यात्रा को पंख लगेंगे। पूरे विश्व में इस यात्रा का प्रचार-प्रसार होगा। जिससे हमारे राज्य में बड़ी संख्या में श्रद्धालु व पर्यटकों का आगमन होना तय है। यह अवसर हमारे राज्य की समृद्धि में बहुत बड़ा योगदान साबित होने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आगमन उत्तराखंड के लिए सदैव बहुत शुभ होता है। केदारानाथ धाम, माणा, आदिकैलाश की प्रधानमंत्री की यात्रा एवं प्रवास के बाद इन जगहों पर आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की संख्या में काफी अधिक वृद्धि हुई है। इसी तरह इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री के आगमन के फलस्वरूप राज्य में साढे तीन लाख करोड़ रूपये की लागत के पूंजी निवेश के एमओयू हुए और अभी तक राज्य में लगभग अस्सी हजार करोड़ रूपये से ज्यादा के निवेश की ग्राउंडिंग शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री के हाथों राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ होना भी उत्तराखंड के लिए सौभाग्यशाली साबित हुआ है। देवभूमि ने खेलभूमि की प्रतिष्ठा भी अर्जित की है। इस बार राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड ने लंबी छलांग लगाकर सातवां स्थान हासिल किया है, जबकि राष्ट्रीय खेलों मे पिछली बार हम पच्चीसवें स्थान पर थे।
मुख्यमंत्री ने आज अपने स्थलीय निरीक्षण के दौरान प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर हर्षिल से मुखवा तक की गई तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने मौके पर की जा रही तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को प्रधानमंत्री जी की यात्रा को स्मरणीय व सुव्यवस्थित बनाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने हर्षिल में प्रस्तावित जनसभा के लिए बनाए जा रहे पंडाल, मंच तथा प्रदर्शनी स्थल का निरीक्षण कर कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान स्थानीय संस्कृति और पारंपरिक धरोहर को प्रदर्शित करने के विशेष प्रबंध किए जांय, जिससे राज्य का समृद्ध पर्यटन और अधिक सशक्त हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि की दिव्यता और आध्यात्मिकता को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में यह यात्रा महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। लिहाजा इस अवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जांय।
मुख्यमंत्री धामी ने गंगा जी के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा गांव जाकर भी तैयारियों को परखा तथा गंगा मंदिर में पूजा-अर्चना कर क्षेत्र व राज्य की खुशहाली तथा समृद्धि की कामना की।
इस दौरान जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने प्रधानमंत्री के प्रस्तावित भ्रमण को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के भ्रमण के मौके पर राज्य के शीतकालीन पर्यटन स्थलों एवं स्थानीय उत्पादों व हस्त शिल्प पर आधारित प्रदर्शनी आयोजित करने की तैयारी की गई है। इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले के सीमांत क्षेत्र के अनछुए व अद्भृत पर्यटन स्थलों में साहसिक पर्यटन की गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए जादुंग , पीडीए तक मोटरबाइक व एटीवी-आरटीवी रैली तथा जनकताल एवं मुलिंगला तक के लिए ट्रैकिंग अभियानों को भी फ्लैग ऑफ कराए जाने की तैयारी की गई है।
इस अवसर पर विधायक सुरेश चौहान, पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल, मुख्य विकास अधिकारी एसएल सेमवाल, अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि हरीश पांगती सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने हर्षिल-मुखवा क्षेत्र का भ्रमण कर प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर की जा रही तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया
तीन दिवसीय संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
हरिद्वार(कुलभूषण)- उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार द्वारा संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के माध्यम से चलाये जा रहे तीन दिवसीय संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आज समापन समारोह आयोजित किया गया।
कार्यशाला के समापन अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थी संस्कृत शिक्षकों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर अकादमी के सचिव डॉ० वाजश्रवा आर्य ने कहा कि इस कार्यशाला से प्रशिक्षित संस्कृत शिक्षक अपने विद्यालयों में संस्कृतमय वातावरण स्थापित करने में सहयोगी सिद्ध होंगे।
कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक संस्कृत संबर्द्धन प्रतिष्ठान नई दिल्ली के निदेशक डॉ० चान्दकिरण सलूजा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति स्वयं में एक चलता फिरता ग्रन्थ है। इसलिए अध्ययन निरन्तर चलना चाहिए। जिन्दगी में जिज्ञाषा को मत मरने दीजिए। संस्कृत भाषा शिक्षण में आधुनिक तकनीकी का बहुत महत्त्व है हमें संस्कृत शिक्षण को आधुनिक ढंग से पढ़ाने की आवश्यता है।
नैनीताल जनपद के सहायक निदेशक यशोदा प्रसाद सेमल्टी ने कहा कि अकादमी द्वारा संस्कृत शिक्षकों को आधुनिक तकनीकी से दिया गया प्रशिक्षण सराहनीय कार्य है।
कार्यशाला के समन्वयक किशोरी लाल रतूडी ने बताया कि संस्कृत शिक्षकों को दिये जा रहे ऐसे प्रशिक्षण निरन्तर चलाये जाते रहेंगे आगामी समय में अन्य विद्यालय महाविद्यालय के संस्कृत शिक्षकों को भी भविष्य में प्रशिक्षण दिये जाने की योजना बनाई जायेगी।
प्रशिक्षण के उपरान्त अपने अनुभवों को कहते हुए प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बताया गया कि ऐसे प्रशिक्षण संस्कृत शिक्षण में अन्त्यन्त लाभकारी सिद्ध होगा।
कार्यशाल के समापन समारोह का मंच संचालन अकादमी के शोध अधिकारी डॉ० हरिश्चन्द्र गुरुरानी ने किया। इस अवसर पर संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के पालक लक्ष्मीनरसिंह, प्रशिक्षक डॉ० मनमोहनशर्मा अकादमी के प्रशासनिक अधिकारी लीला रावत, रमा कठैत, दिव्या पालीवाल, आकांक्षा, विवेक पंचभैय्या, मोहित, प्रितम, पंकज नेगी, बेबी, कविता, अवधेश, ओमप्रकाश, सन्तोष, हरीश, लक्ष्मीचंद, अश्विनी, सुन्दर आदि उपस्थित रहे।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दिए डीएम को निर्देश क्षेत्र की समस्या का करे, प्राथमिकता से निदान
डीएम ने त्यूणी में लोगों के साथ विजिट कर जाना समस्या और सुझाव।
जल्द होने जा रही है, क्षतिग्रस्त त्यूणी हेलीपैड/ खेल मैदान का जीर्णोद्धार।
डीएम ने त्यूणी हेलीपैड/खेल मैदान की सुरक्षात्मक कार्य के लिए जिला योजना में किया बजट सुरक्षित।
खेल मैदान, हेलीपैड को भव्य स्वरूप देने हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने के दिशा निर्देश दिए।
खिलाड़ियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, उप जिलाधिकारी एवं सिंचाई विभाग के आला अधिकारी को संयुक्त रूप से दस्तावेज के साथ उपस्थित होने दे दिया निर्देश.
बहुउद्देशीय शिविर से पहले होगा हेलीपैड,स्टेडियम का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर
माननीय मुख्यमंत्री त्यूणी भ्रमण कार्यक्रम के दौरान प्राप्त शिकायतों का निस्तारण निस्तारण शिविर में किया जाएगा।
देहरादून। माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के त्यूणी हनोल भ्रमण कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र की समस्याओं को त्वरित निस्तारण करने हेतु दिए गए दिशा निर्देशन के अनुपालन में जिलाधिकारी सविन बंसल, ने आज त्यूणी में स्थानीय लोगों के साथ भ्रमण निरीक्षण कर समस्याओं के निदान हेतु विशेष चर्चा कर, त्यूणी हेलीपैड एवं क्षतिग्रस्त स्टेडियम को शीघ्र सुरक्षात्मक निर्माण कार्य हेतु युद्धस्तर पर कार्य कराने की बात कही, उन्होंने कहा कि अगले माह में त्यूणी में आयोजित बहुउद्देशिय शिविर का आयोजन किया जाएगा.इससे पहले यहां निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा। उन्होंने उप जिलाधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण जानकारी के साथ प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे। कहां कि हेलीपैड स्टेडियम को भव्य स्वरूप देने हेतु शीघ्र ही यहां सुरक्षात्मक निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसके लिए जिला योजना से धनराशि बजट का प्रावधान किया गया हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के त्यूणी भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जनमानस से प्राप्त समस्या/शिकायत का निस्तारण त्यूणी में आयोजित बहुद्देशीय शिविर के दौरान किया जाएगा। जिस हेतु उन्होंने उप जिलाधिकारी को प्राप्त आवेदनों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जिलाधिकारी ने कहा कि शीघ्र ही त्यूणी में रात्रि विश्राम पर पहुंचेंगे और बहुददेशिय शिविर का आयोजन किया जाएगा जहां जनमानस की समस्या को मौके पर निस्तारण किया जाएगा।
नर्सिंग अधिकारियों को मिलेगी दो सप्ताह के भीतर नियुक्तिः डॉ. धन सिंह रावत
पांच मेडिकल कॉलेजों व कैंसर संस्थान में रिक्त पदों के सापेक्ष होंगे तैनात
विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने अधिकारियों को दिये शीघ्र नियुक्ति के निर्देश
देहरादून, उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड से चयनित 1314 नर्सिंग अधिकारियों को दो सप्ताह के भीतर नियुक्ति दे दी जायेगी। इन सभी नर्सिंग अधिकारियों को प्रदेश के पांच राजकीय मेडिकल कॉलेजों व राजकीय कैंसर संस्थान हल्द्वानी में रिक्त पदों के सापेक्ष तैनात किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को सभी औचारिकताएं पूर्ण करने के निर्देश दे दिये गये हैं।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य के पांच राजकीय मेडिकल कॉलेजों को दो सप्ताह के भीतर नर्सिंग अधिकारी मिल जायेंगे। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को नियुक्ति प्रक्रिया की सभी औचारिकताएं पूर्ण करने के निर्देश दे दिये गये है। उन्होंने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग अधिकारियों के स्वीकृत पद लम्बे समय से रिक्त पड़े हैं, जिनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में 323, हल्द्वानी 320, रूद्रपुर 310, अल्मोड़ा 207 और श्रीनगर में 300 पद शामिल है। इस प्रकार राजकीय कैंसर संस्थान हल्द्वानी में भी 64 पद स्वीकृत हैं। इन सभी स्वीकृत पदों के सापेक्ष सेवा चयन बोर्ड से चयनित नर्सिंग अधिकारियों को तैनात किया जायेगा। विभागीय मंत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध चिकित्सालयों में मरीजों की देखभाल और स्वास्थ्य सुविधाओं के सुधारीकरण के दृष्टिगत चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा राज्य चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती का अधियाचन भेजा था। जिसके क्रम में सेवा चयन बोर्ड द्वारा भर्ती प्रक्रिया को पूरा कर 1314 नर्सिंग अधिकारियों का अंतिम चयन परिणाम विभाग को सौप दिया गया है। इन चयनित नर्सिंग अधिकारियों का वर्तमान में दो स्तरों पर सत्यापन चल रहा है, जिसमें अधिक समय लगने के चलते चयनित अभ्यर्थियों को शीघ्र तैनाती देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि सत्यापन प्रक्रिया पृथक से चलती रहेगी यदि नौकरी पाने के उपरांत किसी अभ्यर्थी के सत्यापन में गड़बड़ी पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
डॉ. रावत ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता मेडिकल कॉलेजों में जल्द से जल्द नर्सिंग अधिकारियों को नियुक्ति देना है ताकि मेडिकल कॉलेजों में मरीजों की देखभाल व स्वास्थ्य सुविधाओं में और अधिक सुधार को सुनिश्चित किया जा सके।
वरिष्ठ आईपीएस केवल खुराना का निधन, दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस
देहरादून, उत्तराखंड़ कैडर के 2005 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी केवल खुराना का निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल, साकेत में उन्होंने अंतिम सांस ली।
केवल खुराना उत्तराखंड के काबिल और होनहार पुलिस अधिकारी माने जाते थे। उन्होंने एसएसपी उधमसिंह नगर , देहरादून और निदेशक ट्रैफिक व होमगार्ड जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए कई बड़े फैसले लिए और जनहित में अहम कार्य किए। उनके प्रयासों की सराहना आज भी आम जनता के बीच की जाती है। उत्तराखंड कैडर के 2005 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी केवल खुराना का निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल, साकेत में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से उत्तराखंड पुलिस विभाग और उनके चाहने वालों में शोक की लहर है।
केवल खुराना अपने कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के लिए जाने जाते थे। वर्ष 2016 में उन्होंने एसएसपी उधमसिंह नगर की कमान संभाली थी। उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने पुलिसिंग को नई दिशा दी और कई बड़े फैसले लिए, जिनका असर जमीनी स्तर तक देखा गया। उनके कार्यों ने न सिर्फ पुलिस विभाग बल्कि आम जनता को भी प्रभावित किया। अपने अनुशासन और कड़े नियमों का पालन करने के लिए वे प्रसिद्ध थे।
यूसर्क, उत्तराखंड प्रदूषण विभाग , ईकोग्रुप सोसाइटी एवं ग्राफिक इरा यूनिवर्सिटी ने संयुक्त रूप से किया ई वेस्ट पर जागरूकता सेमिनार
देहरादून, ईकोग्रुप सोसाइटी द्वारा ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में 22 फरवरी को उत्तराखंड में निरंतर बढ़ते ई-वेस्ट के खतरों और समाधान पर एक जागरूकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र की निदेशक डॉ. अनीता रावत ने संबोधित करते हुए कहा कि ई- वेस्ट की समस्या से निपटने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का मिलकर कार्य करना आवश्यक है। पारंपरिक, नई शिक्षा व विकास के बीच का तालमेल ऐसी तकनीकें बनाने में मददगार साबित होगा जो न केवल ई- वेस्ट पर काम करेंगी बल्कि सस्टेनेबल भी होगी। इसमें अनुसंधान, शिक्षा व नवाचार महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। डॉ. अनीता रावत ने छात्र-छात्राओं को लोगों को ई- वेस्ट प्रति जागरूक करने का आह्वान किया।
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण विभाग के पर्यावरण इंजीनियर डॉ. अंकुर कंसल ने उत्तराखंड में ई वेस्ट को समस्या को हल करने के लिए जारी की गई नीतियों, प्रयासों और आगे लिए जाने वाले समाधानों के बारे में विस्तार से बताया।
सम्मेलन में अन्य वक्ताओं में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो- वाइस चांसलर डॉ. संतोष एस. सर्राफ , अटैरो रीसाइकलिंग के वाइस प्रेसिडेंट- सोर्सिंग पवनदीप सिंह बावा, ओएनजीसी के चीफ इंजीनियर भारतेंदु विमल व ईको ग्रुप सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष आशीष गर्ग ने ई-वेस्ट समस्या से जुड़ी चुनौतियों व समाधानों पर विचार साझा किए।
विशेषज्ञों के पैनल विचार विमर्श में ई- वेस्ट की समस्या से निपटने के लिए गैजेट्स की अर्बन माइनिंग, रीसाइकलिंग, केवल आवश्यक उपकरण खरीदने, उनका रखरखाव व पुराने उपकरण रीसाइकलिंग सेंटर को बेचने जैसे सुझाव दिए। श्री पवनदीप ने सेल्समार्ट ऐप द्वारा ईवेस्ट के निस्तारण कर उसका उपभोक्ता द्वारा जायज मूल्य प्राप्त करने के बारे में जानकारी दी।
उत्तराखंड में अटैरो रीसाइकलिंग के वाइस प्रेसिडेंट (सोर्सिंग) श्री पवनदीप सिंह बावा ने सेल्समार्ट ऐप के माध्यम से ई-वेस्ट के प्रभावी निस्तारण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि सेल्समार्ट उपभोक्ताओं से सीधे ई-वेस्ट एकत्रित कर यह सुनिश्चित करता है कि समाप्त हो चुके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को उचित रूप से रीसायकल किया जाए और उनके भीतर मौजूद कीमती संसाधनों को पुनः प्राप्त किया जाए। यह प्रक्रिया अपशिष्ट को टिकाऊ संसाधनों में बदलने और कच्चे संसाधनों (वर्जिन मटेरियल) पर निर्भरता कम करने के व्यापक मिशन के अनुरूप है।
वेस्ट की ज्वलंत समस्या पर एक विशेषज्ञ सम्मेलन में ओएनजीसी अकादमी के चीफ इंजीनियर श्री भारतेंदु विमल, अटैरो रीसाइक्लिंग से श्री पवनदीप, परम पर्यावरण संस्था से श्री विनय कुमार सिंह , ईकोग्रुप सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष श्री आशीष गर्ग ने ई-वेस्ट प्रबंधन की चुनौतियों और उनके समाधान पर अपने विचार साझा किए।
सम्मेलन के आयोजन में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के डिपार्मेंट आफ मैनेजमेंट स्टडीज व ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी भी शामिल रहे ।
इस आयोजन को निम्नलिखित सहयोगी संगठनों का समर्थन प्राप्त हुआ:
* उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (USERC)
* उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UKPCB)
* राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP)
* अटैरो रीसाइकलिंग प्राइवेट लिमिटेड
* रिलायंस डिजिटल स्टोर
* साइनोटेक टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस
* साइनेज
* लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट (LIFE)
* पर्यावरण सूचना, जागरूकता, क्षमता निर्माण और आजीविका कार्यक्रम (EIACP)म्मेलन में डॉ नवनीत रावत, डा नीरज शर्मा, श्री नगेंद्र शर्मा, ईकोग्रुप से श्री अनिल कुमार मेहता, श्री संजय भार्गव , श्री नवनीत गैरोला, डा आर डी अग्रवाल एवं उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से श्री पीके जोशी, निहारिका डिमरी, रचना नौटियाल , करीना मलिक, तरँगिनी रावत एवं शिक्षक शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
आगामी ई-वेस्ट इनोवेशन गतिविधियाँ:
इस सम्मेलन के साथ, Eco-Innovate 2025 के तहत ई-वेस्ट आइडियाथॉन और ई-वेस्ट कलेक्शन ड्राइव जैसी महत्वपूर्ण पहलें भी निर्धारित की गई हैं:
* ई-वेस्ट आइडियाथॉन (28 फरवरी 2025) – छात्र नवाचारों के लिए एक मंच, जहां प्रतिभागी ई-वेस्ट प्रबंधन के लिए स्मार्ट समाधान प्रस्तुत करेंगे।
* ई-वेस्ट कलेक्शन ड्राइव – जहां सभी छात्र, संकाय सदस्य और कर्मचारी अपने पुराने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को पर्यावरणीय रूप से सुरक्षित तरीके से निस्तारित कर सकते हैं।
यह सम्मेलन ई-वेस्ट जागरूकता और सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।
धामी सरकार लाई उत्तराखंड में टेलीमेडिसिन क्रांति, डॉ. आर. राजेश कुमार को प्रतिष्ठित सम्मान
– उत्तराखंड की डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं की देश भर में धूम
– हैदराबाद में आयोजित टेक्नोलॉजी सभा में बजा उत्तराखंड का डंका
देहरादून। प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से सुदूर गांव के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। यह प्रयास टेलीमेडिसिन से ही संभव हो पाएं हैं। हैदराबाद में आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित कार्यक्रम में सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की धूम रही। इस कार्यक्रम में प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार को डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि यह सम्मान स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को समर्पित है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से सुधार किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में डिजिटल सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
हैदराबाद में इंडियन एक्सप्रेस समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान एक्सप्रेस कंप्यूटर ने हाल में तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यशाला ‘टेक्नोलॉजी सभा‘ का आयोजन किया था। इस कार्यशाला में देश भर के स्वास्थ्य सचिव, नगर निकायों के अधिकारी तथा कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में विभिन्न सामाजिक एवं राजकीय क्षेत्र में डिजिटाइजेशन, टेक्नोलॉजी के प्रयोग, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के प्रयोग पर मंथन किया गया ताकि इस तकनीक का लाभ आम जनता को मिल सके।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार को उनके नेतृत्व में उत्तराखंड में टेलीमेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए सम्मानित किया गया। डॉ कुमार की पहल ने उत्तराखंड के भौगोलिक एवं पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा विस्तार के लिए डिजिटलीकरण, प्रौद्योगिकी और कृत्रिम मेधा (एआई) का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
गौरतलब है कि टेलीमेडिसिन सेवा राज्य के गरीब और दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों के लिए लिए वरदान साबित हुई है। स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार के नेतृत्व में, उत्तराखंड ने टेलीमेडिसिन में महत्वपूर्ण प्रगति की है। टेलीमेडिसिन के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा राज्य के सबसे दूरस्थ और वंचित क्षेत्रों तक पहुंची है।
कार्यक्रम के दौरान सरकार के दृष्टिकोण को साझा करते हुए स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार कहा कि उत्तराखंड डिजिटल सेवाओं और एआई का लाभ स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही सामाजिक और सरकारी क्षेत्रों में भी सतत विकास और गुणवत्तापूर्ण कार्यों के लिए कर रहा है। उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसिन के माध्यम से राज्य के अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के सरकार के मिशन को सफलता मिली है।
नया संशोधित भू कानून जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला : धस्माना
-दो जिले व एक सौ बारह नगर निकाय क्षेत्र भू कानून से बाहर
देहरादून (केएस बिष्ट), उत्तराखंड की धामी सरकार द्वारा बजट सत्र में नए संशोधित भू कानून को पास करवाए जाने को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इसे केवल जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला कानून बताते हुए एन डी तिवारी सरकार वाले भू कानून को जस का तस लागू करवाने की मांग की है आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि नए संशोधित भू कानून में धामी सरकार ने दो महत्वपूर्ण जिले हरिद्वार और उधम सिंह नगर व राज्य के एक सौ बारह नगर निकाय क्षेत्रों में को बाहर रक्खा जिससे साफ हो गया कि भाजपा सरकार राज्य के मूल निवासियों की भावनाओं और उनकी सांस्कृतिक धरोहर उनके जल जंगल व जमीन के संरक्षण के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। श्री धस्माना ने कहा कि राज्य गठन के बाद पहली निर्वाचित कांग्रेस सरकार जो कि एन डी तिवारी जी के नेतृत्व में बनी थी उसने राज्य के पर्वतीय स्वरूप व राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और जल जंगल जमीन को धन पशुओं से बचाने के लिए राज्य को बेहतरीन भू कानून दिया था किंतु उस कानून को २०१७ के बाद भाजपा सरकार गठन के बाद त्रिवेंद्र तीरथ व धामी सरकारो ने संशोधनों के माध्यम से निष्प्रभावी कर दिया और २०१८ से आज तक राज्य की बहुमूल्य जमीनें राज्य से बाहर के लोगों ने धनबल के बल पर खरीद लीं जिसके कारण आज राज्य भर में जनता में भरी आक्रोश व्याप्त है और राज्य का युवा वर्ग महिलाएं और अब तो आम जन राज्य के लिए एक सख्त भू कानून की मांग को लेकर आंदोलनरत है।
धस्माना ने कहा कि धामी सरकार ने जनता के आक्रोश को शांत करने के लिए सख्त भू कानून का शिगूफा छोड़ा और अब बजट सत्र में एक संशोधित भू कानून विधानसभा में ला कर पारित करवा लिया जो एक लंगड़े लूले कानून के रूप में बेमतलब पास करवा दिया गया जो कि राज्य के दो अति महत्वपूर्ण जिलों हरिद्वार और उधम सिंह नगर व राज्य के नगर निकाय क्षेत्रों में प्रभावी ही नहीं होगा। धस्माना ने कहा कि धामी सरकार की मंशा अगर राज्य को एक सशक्त भू कानून देने की होती तो वे वर्ष २०१७ से लेकर २०२५ तक तिवारी सरकार के भू कानून में किए गए सभी संशोधनों को रद्द कर पूरे राज्य के लिए एक भू कानून बनाती और २०१८ से २०२५ तक पुराने कानून का उल्लंघन कर बाहरी लोगों द्वारा खरीदी हुई सारी भूमियों की जांच करवा कर उस भूमि को राज्य सरकार में निहित करवाती।
धस्माना ने बजट सत्र में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा की गई अभद्रता प्रकरण में श्री धस्माना ने कहा कि जानबूझकर प्रदेश में पहाड़ी बनाम मैदानी का विभाजन किया जा रहा है और इसके लिए पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी व उनकी सरकार जिम्मेदार है। श्री धस्माना ने कहा कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विधानसभा में गाली प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी अब तक खामोश है और उसने ना ही मंत्री से इस प्रकरण पर कोई सफाई मांगी है और ना ही उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही की है। श्री धस्माना ने कहा कि इससे ज्यादा अफसोसनाक विधानसभा अध्यक्ष का व्यवहार है जिन्होंने ना तो गाली दे रहे मंत्री को रोका और ना ही उनसे माफी मांगने को कहा बल्कि उल्टा कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला को इस मुद्दे पर बोलने नहीं दिया और उनको बुरे तरीके से डांटने का कार्य किया।
धस्माना ने कहा कि मंत्री के इस ऊंट पतंग बयान से व विधानसभा अध्यक्ष के रवैया व सत्ताधारी दल की खामोशी से यह साबित हो रहा है कि भाजपा ने जानबूझ कर राज्य की जनता को पहाड़ी बनाम मैदानी में विभाजित करने का षडयंत्र रचा है। श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस इस पूरे प्रकरण में मांग करती है कि भाजपा अपने मंत्री को अपने इस कुकृत्य के लिए माफी मांगने के निर्देश दे अन्यथा मुख्यमंत्री से मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के आदेश दें।
अपमानजनक टिप्पणी करने पर प्रेमचंद अग्रवाल का फूंका पुतला
देहरादून, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान पहाड़ व पहाड़ के लोगों पर अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करते हुए देहरादून लैंसडौन चौक पर मूल निवास भू कानून समन्वय समिति व पहाड़ी स्वाभिमान सेना के सदस्यों द्वारा प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया गया! मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा गया कि ये पहाड़ की अस्मिता पर चोट है और हमारे इस स्वाभिमान पर चोट को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि क्या यही दिन देखने के लिए पहाड़ के लोगों ने उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए शहादत दी थी ? यही लोग अपने वोटबैंक के लिए पहाड़ और मैदान के लोगों को आपस में बांटते हैं।
उन विधायकों से भी पूछना चाहता हूँ जो विधानसभा के अंदर बैठे थे, जब पहाड़ के लोगों को गाली दी जा रही थी, तब उनका जमींर कहाँ मर गया था ?
इस मौके पर पहाड़ी स्वाभिमान सेना से राकेश नेगी, प्रमोद काला, पंकज उनियाल, अनिल डोभाल, मनिंदर बिष्ट, लक्ष्मी प्रसाद रतूड़ी, हिमांशु रावत, बॉबी रांगड,टीएस नेगी, विपिन नेगी, आशुतोष कोठारी, आशीष नौटियाल आदि मौजूद थे।
अपमानजनक टिप्पणी करने पर प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला फूंका
देहरादून। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान पहाड़ व पहाड़ के लोगों पर अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करते हुए देहरादून लैंसडौन चौक पर मूल निवास भू कानून समन्वय समिति व पहाड़ी स्वाभिमान सेना के सदस्यों द्वारा प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया गया! मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा गया कि ये पहाड़ की अस्मिता पर चोट है और हमारे इस स्वाभिमान पर चोट को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि क्या यही दिन देखने के लिए पहाड़ के लोगों ने उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए शहादत दी थी ? यही लोग अपने वोटबैंक के लिए पहाड़ और मैदान के लोगों को आपस में बांटते हैं।
उन विधायकों से भी पूछना चाहता हूँ जो विधानसभा के अंदर बैठे थे, जब पहाड़ के लोगों को गाली दी जा रही थी, तब उनका जमींर कहाँ मर गया था ?
इस मौके पर पहाड़ी स्वाभिमान सेना से राकेश नेगी, प्रमोद काला, पंकज उनियाल, अनिल डोभाल, मनिंदर बिष्ट, लक्ष्मी प्रसाद रतूड़ी, हिमांशु रावत, बॉबी रांगड,टीएस नेगी, विपिन नेगी, आशुतोष कोठारी, आशीष नौटियाल आदि मौजूद थे।
यूथ रेडक्रॉस ने जीआईसी, नालापानी में दिया छात्र छात्राओं आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण
“रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा का भी किया गया सम्मान”
देहरादून, राजकीय इण्टर कॉलेज नालापानी में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विगत दिनों आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर में यूथ रेडक्रास कमेटी के अनिल वर्मा मास्टर ट्रेनर द्वारा छात्र – छात्राओं को आपदा प्रबंधन, अग्निशमन तथा प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया गया । इसके साथ ही नशामुक्ति, एड्स कंट्रोल, एनीमिया, रक्तदान, थैलीसीमिया, डेंगू कंट्रोल एवं सड़क सुरक्षा आदि विभिन्न विषयों पर जागरूकता अभियान चलाया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे पी तिवारी, एनएसएस अधिकारी एल एस बुटोला तथा राज्य शिक्षा, अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् सदस्य एस एस नेगी ने यूथ रेडक्रास के रक्तदारा शिरोमणि अनिल वर्मा को छात्र – छात्राओं को उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्रदान करने एवं रिकॉर्ड 155 बार रक्तदान करके समाजसेवा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान हेतु पुष्प गुच्छ भेंटकर, शाल ओढकर तथा “शिक्षा विभाग उत्तराखंड सम्मान पत्र” प्रदान करके विभूषित किया l
यूथ रेडक्रास के मास्टर ट्रेनर आपदा प्रबंधन अनिल वर्मा ने बताया कि छात्र- छात्राओं को उनके द्वारा आपदा प्रशिक्षण के अंतर्गत भूकंप, भूस्खलन, बाढ़ आदि आपदा के उपरांत सर्च एंड रेस्क्यू में घायलों अथवा रोगियों को मलबे से सुरक्षित निकालकर उपचार हेतु ले जाने के इमरजेंसी मेथड्स ऑफ रेस्क्यू , फ्री हैंड एवं रोप रेस्क्यू , अग्निशमन के तहत् आग बुझाने के लिए रासायनिक अग्निशामक यांत्रिक उपकरणों का प्रयोग करने तथा प्राथमिक चिकित्सा के तहत् हार्ट अटैक के दौरान मृतप्राय मरीज को पुनर्जीवित करने के सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रीससिटेशन) आदि का विधिवत् सघन प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण के उपरांत एन०एस०एस० के मण्डलीय समन्वयक गढ़वाल मंडल पुष्कर सिंह नेगी, जिला नोडल अधिकारी सुशील सैनी, एससीईआरटी कम्प्यूटर शिक्षा प्रशिक्षक अशोक कठैत, वरिष्ठ प्रवक्ता विपुल मिश्र तथा राजेन्द्र सिंह परमार ने अपने सम्बोधन में रेडक्रास द्वारा प्रदान किये गये प्रशिक्षण को बहुत उपयोगी बताते हुए आपदाओं के प्रति अति संवेदनशील उत्तराखंड के प्रत्येक नागरिक के लिए बेहद जरूरी बताया।
निरंकारी भक्तों ने तमसा नदी टपकेश्वर मंदिर में चलाया सफाई अभियान
देहरादून, बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की प्रेरणादायक शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए निरंकारी भक्तों, प्रभु प्रेमियों ने उत्साह के साथ टपकेश्वर महादेव परिसर एवं तमसा नदी की सफाई करके कई कुंतल कचरा एकत्रित कर नगर निगम के हवाले किया। सभी सेवादारो मे अच्छा खासा उत्साह देखा गया, प्रातः 7:00 बजे से 11:00 बजे तक चले इस सफाई अभियान में अनेकों गणमान्य एवं समाजसेवियों एनजीओ के सदस्यों ने भी शिरकत दी ।
मुख्य रूप से टपकेश्वर महादेव मंदिर के दिगंबर भरत गिरी महाराज एवं गोरखाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम थापा व अनिल मोटे ने भी निरंकारी मिशन की भूरि भूरि प्रशंसा की।
मसूरी ज़ोन के ज़ोनल इंचार्ज हरभजन सिंह एवं स्थानीय संयोजक नरेश विरमानी ने सभी का आभार प्रकट कर निरंकारी मिशन की अन्य गतिविधियों से अवगत कराया।
परम श्रद्धेय सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं सत्कार योग्य निरंकारी राजापिता रमित जी के पावन आशीवादों से देशभर मे 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 900 से अधिक शहरों में 1600 से भी अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया ।
हरभजन सिंह ने यह भी जानकारी दी की मसूरी ज़ोन के पांच जिलें देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी एवं उत्तरकाशी के 28 स्थानों पर प्रोजेक्ट अमृत के तहत सफाई अभियान चलाया गया । सेवादल के संचालक मनजीत सिंह के नेतृत्व में सभी ने सेवाओं को सुंदर रूप दिया ।
हैंडीक्राफ्ट की दुकान में देररात लगी आग, लाखों की संपत्ति खाक
हरिद्वार, जनपद के कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक हैंडीक्राफ्ट की दुकान देर रात अचानक धधक उठी। सूचना पर पहुंची पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने जैसे तैसे आग पर काबू पाया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात अपर रोड पर एक हैंडीक्राफ्ट की दुकान में आग लगने की जानकारी मिली। कुछ ही देर में आग ने भीषण रूप ले लिया और दुकान के अंदर रखा सामान धूं धूं कर जलने लगा। आग इतनी भयंकर थी कि आसपास के दुकानदारों लपटों से अपनी दुकानों को बचाने के प्रयासमें जुट गए। जाकारी पुलिस व दमकल को दी गई। कोतवाल कुंदन सिंह राणा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू कर दिए। कुछ देर बाद दमकल विभाग का दस्ता भी वाहन के साथ मौके पर पहुंचा। आग पर काबू पाना शुरू किया। आधी रात के बाद ही आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका।
आग लगने से कितने का नुकसान हुआ अभी यह आंकलन पूरा नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि आग से लाखों रुपये की संपति खाक हो गई।
159 लाख का गबन करने पर तीन कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज
देहरादून, पर्यटन विभाग के निर्माण कार्याे में वित्तीय अनियमितताओं के 159 लाख का गबन करने पर तीन कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजकीय निर्माण निगम के अपर परियोजना प्रबन्धक सुनील कुमार मलिक ने नेहरू कालोनी थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि उनके कार्यालय उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम देहरादून इकाई—1, दून विश्वविघालय केम्पस, केदारपुरम्, पोस्ट ऑफिस डिफेन्स कॉलानी, देहरादून में स्थित है। पूर्व में देहरादून इकाई—1 पर तैनात रहे कार्मिकों द्वारा देहरादून इकाई के अधीन उत्तराखण्ड राज्य के पयर्टन विभाग के निर्माण कार्य बिना सेन्टेज के कराए जाने पर वित्तीय अनियमितताओं की गई। जिससे निगम को वित्तीय हानि हुई। कार्यरत रहे पूर्व कार्मिकों के द्वारा की गई वित्तीय अनियमितता की विभागीय जाँचोपरान्त निम्न अधिकारियों / कर्मचारियों को उसके सम्मुख अकिंत धनराशि के लिए उत्तरदायी पाया गया। शिव आसरे शर्मा पुत्र विश्वनाथ राय तत्कालीन (अतिरिक्त परियोजना प्रबन्धक महाप्रबन्धक के पद से सेवानिवृत्त) ग्राम व पोस्ट ठेकमा, जनपद आजमगढ़ सरस्वती एन्क्लेव, प्रदीप कुमार शर्मा, पुत्र सत्यदेव शर्मा तत्कालीन (अतिरिक्त पद से परियोजना प्रबन्धक महाप्रबन्धक के सेवानिवृत्त) पूर्वी पंजाबी बाग, नई दिल्ली, राम प्रकाश गुप्ता, पुत्र कन्हैया लाल, सहायक लेखाधिकारी स्तर—2 (सेवानिवृत्त) पता सी—51 नेहरू कालोनी, (उत्तराखण्ड) उपरोक्त अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा भारी वित्तीय अनियमितता करते हुए सरकारी धनराशि का गबन किया है। उपरोक्त अधिकारियों / कर्मचारियों द्वारा भारी वित्तीय अनियमितता करते हुए सरकारी धनराशि का गबन किया गया है। उक्त उत्तरदायी अधिकारियों / कर्मचारियो द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन न करते हुए देहरादून इकाई—1 पर अधीन उत्तराखण्ड राज्य के पयर्टन विभाग के निर्माण कार्य बिना सेन्टेज के कराए जाने पर रूपया 159.85 लाख की वित्तीय अनियमितताओं की गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी