देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजकीय कीर्ति इंटर कॉलेज, उत्तरकाशी में आयोजित “मुख्य सेवक आपके द्वार“ कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए रू. 34710.19 लाख की 110 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें रू. 13699.01 लाख की 54 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं रू. 21011.18 लाख की 56 विकास योजनाओं का शिलान्यास शामिल रहा। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 6 प्रतिभाशाली छात्रों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सम्मान राशि का चेक वितरित किया, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को अनुदान राशि एवं आवास की चाबी भेंट की। साथ ही डेयरी विकास, मत्स्य पालन, सहकारिता, उद्यान आदि विभागों की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के कुल 63 लाभार्थियों को चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनो को व्हीलचेयर के साथ ही 16 लाभार्थियों को आपदा राहत किट, कृषि एवं बागवानी से संबंधित उपकरण वितरित किए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं की। जिसमें विकास खण्ड मोरी के मोरी मौताड़ मोटर मार्ग के बागी पुल से आराकोट तक जिला मार्ग का नवनिर्माण कार्य कराया जाने। विकास खण्ड मोरी के जखोल से धारा गाँव के लिए मोटर मार्ग का नव निर्माण किए जाने। विकासखण्ड नौगांव के कुवा अनु० जाति बाहुल्य गाँव को जोड़ने हेतु मोटर मार्ग का विस्तार एवं सुदृढीकरण कार्य किए जाने। यमुनोत्री धाम के समीप खरसाली से मालाथाच ट्रैक मार्ग हनुमान चट्टी से गुलाबीकांठा ट्रैक मार्ग, राना चट्टी 1 से घिनाडा ट्रैक मार्ग एवं बनास तप्त ऋषि कुण्ड व प्राकृतिक झरने व स्थलों को पर्यटकों हेतु विकसित करने हेतु स्वीकृति प्रदान किए जाने। बड़कोट एवं चिन्यालीसौड़ में ईको पार्क की स्वीकृति प्रदान की जाने। तिलोथ पुल से लक्षेश्वर तक तथा तामाखाणी से तिलोथ पुल तक आस्था पथ का निर्माण किए जाने। पटूड़ी धनारी को सेम मुखेम मोटर मार्ग से जोड़ना तथा ज्ञानसु उपरी कोट मोटर मार्ग से स्थानाचट्टी तक मोटर मार्ग एवं मल्ला, बेलक त्रिजुगीनारायण मोटर मार्ग का निर्माण कार्य किए जाने। चारधाम यात्रा को दृष्टिगत रखकर जनपद उत्तरकाशी में मुख्य बाजार से लीसा डिपो तक वाहन पार्किंग निर्माण एवं उत्तरकाशी शहर में अन्य पॉकेट पार्किंग के निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान किए जाने।सरनौल से सोत्तरी बुग्याल सरुताल को पर्यटक सर्किट के रूप में आगे प्रस्तिवित किए जाने। चिन्यालीसौड़ में राजीव नवोदय विद्यालय के लिए भवन स्वीकृत किए जाने एवं रा.इ.का मनेरी का नाम गत वर्ष दिवंगत पर्वतारोही सविता कन्सवाल के नाम पर रखे जाने की घोषणा शामिल रही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी संख्या में आए लोगों का अभिनंदन स्वीकार करते हुए कहा कि उत्तरकाशी क्षेत्र के लिए हो रही 110 विकास योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास से जिले में विकास का नया अध्याय शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा इन लोकार्पण एवं शिलान्यास से जिले में सड़क मार्ग, स्वास्थ्य सुविधाएं, विकास खंड कार्यालयों व स्कूलों को अनावासीय भवन, स्कूलों में पुस्तकालय, शौचालय एवं प्रयोगशाला की सुविधाएं तथा खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल एवं पर्यटकों व स्थानीय जनता हेतु पार्किंग की सुविधा प्राप्त होगी एवं मूलभूत सुविधाओं का विस्तार एवं विकास होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 9 साल का कार्यकाल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि से 11 करोड़ से अधिक किसानों को रू. 6000 सालाना दिये जा रहे हैं। आज सभी को सस्ती एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत लोगों का मुफ्त में इलाज किया जा रहा है। सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटी का देश में तेजी से विस्तार हुआ है। 09 सालों में प्रधानमंत्री जी ने उत्तराखंड को दिए विकास के नवरत्न के साथ ही आज हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हुए हैं। केदारनाथ – बद्रीनाथ धाम में रू. 1300 करोड़ से पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा है। मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का काम तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत जनपद उत्तरकाशी में 21 हजार से अधिक लोगों को लाभान्वित किया गया है। अन्त्योदय अन्न योजना के तहत 13 हजार से अधिक एवं खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 34 हजार से अधिक परिवारों को लाभान्वित किया गया है। उत्तरकाशी जनपद में जल जीवन मिशन के तहत 7488 लक्ष्य के सापेक्ष 6278 परिवारों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार, राज्य में विकास की नई नींव रखने का कार्य कर रही है। होम स्टे को बढ़ावा देने के साथ ही आज राज्य में 4000 से अधिक होम स्टे रजिस्टर्ड हैं। 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास किया जा रहा है। रू. 2,000 करोड़ की टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना पर कार्य गतिमान है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश में 03 करोड़ से अधिक आवास दिये गए है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थी परिवारों को महिलाओं के नाम पर आवंटित मकानों को पंजीकृत करने का कार्य किया है। उत्तरकाशी जनपद में प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) योजना के तहत लक्ष्य 1544 के सापेक्ष 1457 लोगों को लाभान्वित किया गया है। तथा प्रधानमंत्री आवास (शहरी) योजना के तहत लक्ष्य 652 के सापेक्ष 306 लोगों को लाभान्वित किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत प्रदेश के लगभग 9 लाख किसानों के खातों में लगभग 1390 करोड़ की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। किसानों को 03 लाख रूपए और महिला स्वयं सहायता समूहों को बिना ब्याज के 05 लाख रूपए तक का ऋण, “फार्म मशीनरी बैंक“ योजना के तहत किसानों को 80 फीसदी तक सब्सिडी पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराईं जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में लगभग 18 हजार पॉलीहाउस के स्थापना हेतु रू० 304 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी के विशेष प्रयासों से वर्ष 2023 को इंटरनेशनल एयर ऑफ मिलेट्स के रूप में मनाया जा रहा है। राज्य में स्टेट मिलेट मिशन को मंजूरी दी गई है। जिसके तहत अंत्योदय परिवारों को एक किलो मडुवा दिया जाएगा। राज्य सरकार की 6 एरोमा वैली विकसित करने की भी योजना है। मिशन एप्पल और मिशन कीवी के साथ ही मिशन दालचीनी एवं मिशन तिमरु भी प्रारंभ की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं के हित में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून उत्तराखंड में लागू किया है। हमारी सरकार वायदानुसार प्रदेश में जल्द ही समान नागरिक संहिता लागू करेगी। उन्होंने कहा जबरन या प्रलोभन से धर्म परिवर्तन पर रोक हेतु सरकार ने उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक पारित किया है। हमारी सरकार अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास पर कार्य कर रही है। अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने एवं उसका विकास सरकार की प्रथमिकता है। राज्य सरकार उत्तराखंड राज्य को वर्ष 2025 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। इस हेतु हम विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।
यमुनोत्री के विधायक संजय डोभाल, पुरोल के विधायक दुर्गेश्वर लाल और गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान ने मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि धामी के कुशल और सफल नेतृत्व में प्रदेश में विकास के संकल्पों को पूरा करने का काम कर रहा है।
इस दौरान कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणा, पूर्व विधायक राजकुमार, केदार सिंह रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता सूरतराम नौटियाल, स्वराज विद्वान, मनवीर चौहान, राम सुन्दर नौटियाल, केशर सिंह रावत एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में रू. 34710.19 लाख की 110 योजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
युवती की हत्या कर शव कट्टे में डालकर नदी में फेंका
हरिद्वार। युवती की गला दबाकर हत्या कर उसका शव प्लास्टिक के कट्टे में ठूंसकर हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर बरसाती नदी पर बने पुल के नीचे फेंक दिया गया। शव को ठिकाने लगाने के लिए युवती के हाथ-पैर भी बांधे गए थे। प्रारंभिक जांच में युवती की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। शनिवार सुबह बरसाती नदी में खनन कर रहे भैंसा-बुग्गी चालक इरशाद निवासी गांव शांतरशाह की नजर नदी में पड़े सफेद रंग के प्लास्टिक के कट्टे पड़ी। कट्टे में कुछ भरा होने पर जब भैंसा-बुग्गी चालक नजदीक गया तब उसे इंसान के हाथ पैर नजर आए। चालक ने तुरंत अपने परिचित के माध्यम से शांतरशाह चौकी पुलिस को सूचना दी। बरसाती नदी में शव मिलने की सूचना पर सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल, एसओ अनिल चौहान घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस की जांच में कट्टे के अंदर करीब 23 वर्षीय युवती का शव मिला। युवती के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे और उसके गले पर गहरे निशान दिखाई दे रहे थे। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस का मानना है कि युवती की हत्या कर शव यहां लाकर फेंका गया है।
थानाध्यक्ष अनिल चौहान ने बताया कि युवती की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके बाद ही असल कहानी सामने आ सकेगी। प्रतीत हो रहा है कि गला दबाकर युवती की हत्या की गई है। उसके गले में एक लॉकेट मिला है। युवती ने नीले रंग की सलवार और हल्के रंग का सूट पहना हुआ है।
यूपीसीएल के सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण : उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन ने की बैठक
देहरादून, यूपीसीएल के सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण में यूपीसीएल द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में दायर याचिका संख्या 579 / 2017 में हुई सुनवाई में यूपीसीएल पर एक लाख रुपये जुर्माना लगाया गया है।
उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन की बैठक आज संगठन भवन माजरा में सम्पन्न हुई। बैठक में मा०उच्च न्यायालय द्वारा 9 जून को दिए निर्णय पर चर्चा की गयी।
यूपीजेईए के संस्थापक अध्यक्ष एवं आजीवन संरक्षक जी एन कोठियाल ने कहा कि सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण में वरिष्ठता सूची मा०उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार कोर्ट में जमा किये जाने सम्बन्धी निर्देशों की अवहेलना करने पर यूपीसीएल पर 01 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है यह बेहद खेद एवं चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कुछ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अवर अभियन्ता संवर्ग से पूर्व से ही पक्षपातपूर्ण रवैये के चलते निगम प्रबन्धन को गुमराह किया जाता रहा और अब मा० उच्च न्यायालय द्वारा यूपीसीएल को कड़ी फटकार लगाई गई है। जिससे निगम की छवि धूमिल हुई है। उन्होंने कहा कि यूपीसीएल प्रबन्धन को शीघ्र ही मा० उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार वरिष्ठता सूची से सम्बंधित आपत्तियां आमंत्रित कर समय से उनका निस्तारण करते हुए उसे अंतिम रूप देना चाहिए एवं दिए गए समय के अन्तर्गत वरिष्ठता सूची से अधिशासी अभियंता के पदों पर प्रोन्नतियाँ की जानी चाहिए।
आजीवन संरक्षक ने यह भी कहा कि यूपीसीएल को इस निर्णय से सबक लेना चाहिए एवं मा०उच्च न्यायालय के याचिका संख्या 132/2022 में दिनाँक 28.03.2022 को दिए निर्णय के विपरीत बेहद कनिष्ठ सहायक अभियन्ताओं को दिया गया अधिशासी अभियंता का कार्यवाहक प्रभार वापस लेते हुए वरिष्ठता सूची के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करनी चाहिए।
विशेष आमंत्रित सदस्य रविन्द्र सैनी ने कहा कि मा०उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन किये जाने के सम्बंध में एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल द्वारा यूपीसीएल प्रबन्धन से कई बार अपना पक्ष रखा गया परन्तु उनके द्वारा प्रकरण में गम्भीरता नहीं दिखाई गयी एवं लगातार टालमटोल किया जाता रहा,
इसका खामियाजा अब निगम को जुर्माने के रूप में भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने माँग करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों की वजह से निगम पर जुर्माना पड़ा है उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए।
प्रान्तीय अध्यक्ष सुनील उनियाल ने समस्त सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि निर्धारित समय में अपना प्रत्यावेदन इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से निगम को प्रस्तुत कर दें जिससे निगम द्वारा समय से वरिष्ठता सूची पर अग्रिम कार्यवाही की जा सके।
केन्द्रीय महासचिव पवन रावत ने कहा कि दिनाँक 17/06/2023 को यूपीजेईए की केन्द्रीय कार्यकारणी की बैठक संगठन भवन माजरा में आहूत की जाएगी जिसमें संगठन की अग्रिम रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक में प्रान्तीय महासचिव विकास कुमार भी मौजूद रहे।
रिखणीखाल ब्लाॅक के सेरोगाड गांव में घात लगाकर बैठे दो बाघों ने एक वृद्ध पर किया हमला
कोटद्वार, उत्तराखंड में कोटद्वार के रिखणीखाल ब्लाॅक के सेरोगाड गांव में खेतों में जा रहे एक वृद्ध पर दो बाघों ने हमला कर दिया। वृद्ध ने हिम्मत नहीं हारी और उनका डटकर मुकाबला किया। वृद्ध ने शोर मचाते हुए कुदाल से बाघों पर कई प्रहार किए और उन्हें भागने पर मजबूर कर दिया। संघर्ष में वृद्ध बुरी तरह जख्मी हो गया। लेकिन जान बच गई। सूचना मिलते ही डॉक्टर को लेकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल का उपचार किया।
बृहस्पतिवार को रिखणीखाल ब्लाॅक के ग्राम पंचायत तोल्यूडांडा के सेरोगाड गांव के मरगांव तोक निवासी मनवर सिंह रावत (70) सुबह 7:30 बजे हाथ में कुदाल लेकर खेतों में धान की पौध में पानी लगाने जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में घात लगाए बैठे दो बाघों ने उन पर हमला कर दिया। खतरे को भांपते हुए उन्होंने हिम्मत जुटाई और शोर मचाते हुए बाघों पर कुदाल से हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान बाघ ने उन पर कई बार हमले का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने बार-बार कुदाल से वार कर बाघ के सभी हमले विफल कर दिए
इसके बाद एक बाघ नीचे झाड़ियों में भाग गया तो मनवर सिंह भी जान बचाने के लिए भागे। मगर एक बाघ ने उनका करीब 100 मीटर तक पीछा किया। इस बीच शोर सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। इसके बाद दूसरा बाघ भी झाड़ियों की ओर भाग गया। बाघ के हमले में वृद्ध का पांव जख्मी हो गया।
शिक्षा एवं शोध की गुणवत्ता विश्वविद्यालयों का मूल सिद्धान्त होना चाहिए : राज्यपाल
नैनीताल, राज्यपाल/कुलाधिपति कुमाऊं विश्वविद्यालय, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने शुक्रवार को डीएसबी परिसर में कुमाऊं विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों की बैठक ली। पहली बार हुई इस तरह की बैठक में राज्यपाल ने प्रत्येक संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों से अलग-अलग वार्ता कर उनके विभाग की उपलब्धियों, समाज में दिये गये योगदान और उनके मिशन और विजन के साथ-साथ इनकी चुनौतियों की जानकारी प्राप्त की। कुलाधिपति ने प्रत्येक से संबंधित विभागों की उपलब्धियों, विभागों के प्रकाशित शोध पत्र, अवार्ड, एम.ओ.यू व प्रकाशन सहित भविष्य की योजनाओं के संबंध में जानकारी ली।
राज्यपाल ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय शोध एवं शिक्षण के क्षेत्र में प्रसिद्ध रहा है। यहां पढ़े छात्र-छात्राओं ने देश एवं विदेश में उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं शोध की गुणवत्ता विश्वविद्यालयों का मूल सिद्धान्त होना चाहिए। विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा मिले यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। राज्यपाल ने निर्देशित किया कि फेकेल्टी अधिक से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राट्रीय स्तर के उत्कृष्ट शोध पत्र प्रकाशित करें। उन्होंने कहा कि शोध एवं तकनीक सही मायनों में तभी उपयोगी है जब उसका लाभ लागों को मिले। उन्होंने कहा कि सभी संकायाध्यक्ष अपने आर्थिक संसाधनों के स्त्रोत स्वंय खोजें और उन्हें विश्वविद्यालय पर निर्भर न रहना पड़े। केंद्रीय संस्थानों और सीएसआर की मदद से आर्थिक संसाधनों की पूर्ति के भी प्रयास किए जाएं।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय से अनेक छात्रों ने उपलब्धियां हासिल की हैं और वे उच्च पदों पर हैं। पूर्व छात्रों के लिए एलुमनी मीट को आयोजन किया जाय और उन्हें विश्वविद्यालय हेतु आर्थिक संसाधनो की पूर्ति के लिए प्रेरित किया जाय। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय की प्रत्येक समस्याओं और चुनौतियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक प्रकाशनों पर जोर देने की बात कही। उन्होंने प्रत्येक संकायाध्यक्षों व निदेशकों से विश्वविद्यालय की बेहतरी के संबंध में अपने सुझाव भी प्रेषित करने को कहा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनमोहन चौहान भी उपस्थित रहे।
‘हिमालय और उसके लोग’ विषय पर सुपरिचित छायाकार भूमेश भारती का स्लाइड शो
देहरादून, दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर की ओर से शुक्रवार की शाम को ‘हिमालय और उसके लोग’ विषय पर सुपरिचित छायाकार भूमेश भारती का स्लाइड शो आयोजित किया गया। स्लाइड शो का यह कार्यक्रम संस्थान के सभागार में सम्पन्न हुआ ।
तकरीबन एक घण्टे से अधिक अवधि के इस स्लाइड प्रदर्शन के समय छायाकार भूमेश भारती ने प्रस्तुत विषयवस्तु पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। ‘हिमालय और उसके लोग ‘ थीम के तहत भूमेश भारती ने एक से बढ़कर एक अनूठी तस्वीरें साझा की । भूमेश भारती द्वारा उनके अनुपम छाया चित्रों के संग्रह से चयनित किये गए यह फोटोग्राफ्स अद्वितीय हिमालयी पहाड़ों के दृश्यों को चित्रित करते हैं। एक तरह से इन चित्रों में प्रकृति के दृश्य और प्रकृति के मध्य मनुष्य के पदचिह्न दोनों ही समान रूप में पाए जाते हैं। इन चित्रों में यहां के रहवासियों हिमालयी जन जीवन और उनकी विषम परिस्थितियों का जीवन्त दर्शन मिलता है।
भूमेश भारती ने 1995 से एक पेशेवर फोटोग्राफर के रूप में काम किया है। शुरुआत में उन्होंने देहरादून प्रेस के साथ एक पत्रकार के रूप में काम किया, जहाँ से उन्हें अपने सभी लेखों के लिए फोटोग्राफी करने में रुचि जागृत हुई। यहीं से इस शौक ने उन्हें में एक पूर्णकालिक प्रोफेशनल फोटोग्राफर के रूप में पहचान दिलाई। उन्होंने भारत ज्ञान विज्ञान समिति के दिल्ली मुख्यालय में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के साथ काम किया। इस कार्य अनुबन्ध के माध्यम से उन्होंने भारत भर के कई गाँवों की यात्रा का आनंद लिया। इसकी वजह से ही उनकी सामाजिक जीवन फोटोग्राफी में उनकी विशेष रुचि पैदा हुई। द टाइम्स ऑफ इंडिया का प्रकाशन “द टाइम्स ऑफ दून ने अपने पहले अंक से ही (जब इसका नाम दून प्लस था) इनके छायाचित्रों काम को नई पहचान दिलाई है। इस प्रकाशन में भारती की हजारों तस्वीरें 20 से अधिक वर्षों से प्रकाशित हुई हैं। उन्होंने हाल ही में भूमेश भारती केंद्र की स्थापना की है। जिसमे वे फ़ोटोग्राफ़ी के लिए – छात्रों और काम करने वाले शौकीनों और पेशेवरों के लिए फोटोग्राफ़ी का एक स्कूल संचालित करते हैं इस स्कूल के माध्यम से वे हाथों-हाथ फ़ोटोग्राफ़ी कौशल सिखाते हैं। वह कलर्ड लीफ़ के प्रमुख भी हैं। वे एक कुशल वीडियो निर्माता, वीडियो और फोटो संपादक, वेब डिजाइनर और ग्राफिक डिजाइनर हैं।
इस अवसर पर कर्नल वी के दुग्गल, पूर्व मुख्य सचिव सुरजीत किशोर दास, कल्याण सिंह रावत, ममता चौहान, एम एस रावत, अतुल शर्मा,विभूतिभूषण भट्ट,वाई भट्टाचार्य,सुंदर एस. बिष्ट, सुशीला भंडारी, सलिल दास, विजय शुक्ल व एम हुसैन सहित सामाजिक अध्येता, फ़िल्म व रंगमंच से जुड़े व्यक्ति, पुस्तकालय के युवा पाठक सदस्य व अन्य लोग मौजूद रहे। स्लाइड शो के बाद सभागार में मौजूद दर्शकों ने उनसे सवाल-जवाब भी किये।
घमंड के आखंड में डूब चुके है भाजपा नेता : भूपेन्द्र सिंह भोज
अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताना बेहद निंदनीय ऒर मानसिक दिवालियापन का संदेश हैं, काँग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज गुडडू ने कहा कि भाजपा के नेता अपने मातृसंगठन आर एस एस से ऎसी शिक्षा लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे को देशभक्त बताकर देश की जनता को गुमराह करके देश को पतन की राह में डालने का कृत्य कर रहे हैं । केन्द्र की मोदी सरकार से लेकर प्रदेश की धामी सरकार झूठ की बुनियाद पर खड़े होकर आम जनता के हितों के साथ-साथ देश की परम्परा ऒर धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र को कमजोर करके देश के संविधान को कमजोर कर रहे हैं , झूठ की पाठशाला से निकले ऎसे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत शर्मनाक बयानबाजी करके अपने आकाओ को खुश करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता उन महान ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को भी अपमानित करके घमंड के आखंड में डूब चुके है। भाजपा के भ्रमजाल की चपेट में आयी देश एंव प्रदेश की जनता इनके कुशासन को नॊ साल से झेल रही हैं। ऒर अब इनको आने वाले लोकसभा चुनावों में सबक सिखाने के लिए आतुर हैं। श्री भोज ने कहा कि अगर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत में कुछ शर्म बची है। तो उन्हें अपने बेहद शर्मनाक ऒर निंदनीय बयान पर देश एंव उत्तराखण्ड की जनता से माफी माँगकर पश्चाताप करना चाहिए ।
जाति मुक्त भारत और नफरत के खिलाफ मोहब्बत यात्रा पहुंची अल्मोड़ा
अल्मोड़ा, जाति मुक्त भारत और नफरत के खिलाफ मोहब्बत यात्रा अल्मोड़ा पहुंची। इस दौरान यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं ने यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया।
बीते दिवस यह यात्रा कौसानी पहुंची थी,कौसानी में यात्रा दल के सदस्यों ने लक्ष्मी आश्रम कौसानी पहुंचकर राधा बहन से मुलाकात की और उनसे देश में हो रहे राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा की। राधा बहन ने यात्रा दल के सदस्यों से इस तरह की यात्रा पूरे भारत में करने की जरूरत पर बल दिया।
कौसानी के बाद यह यात्रा आज अल्मोड़ा पहुंची। अल्मोड़ा के नगरपालिका सभागार में यात्रा दल के सदस्यों का उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। यात्रा में शामिल रोहित कुमार ने कहा कि पिछले 9 साल से देश में नफरत का माहौल बन गया है। और मोहब्बत का पैगाम लेकर यह यात्रा निकली है। रमेश भंगी ने कहा कि समाज में भेदभाव खत्म हो,जाति,धर्म के आधार पर नहीं बल्कि इंसानियत के नाते प्रेम और मोहब्बत से रहे,यही इस यात्रा का उद्देश्य है। उत्तराखंड सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष इस्लाम हुसैन ने कहा
अल्मोड़ा से उनका पुराना नाता रहा हैं,उन्होने अल्मोड़ा से जुड़ी अपनी यादों को सबके साथ साझा किया। इस्लाम हुसैन ने कहा कि महात्मा गांधी ने जिस समाज की कल्पना की थी उसे आने वाली पीढ़ी को बताने की जरूरत हैं ,कहा की गांधी जी ने जो किया और जो अपेक्षा की कि रचनात्मक कार्य करने चाहिए, जिसमें पहला कौमी एकता है। कहा कि कौमी एकता तभी होगी जब समझ के अभी लोग समान स्तर पर सोचे,जब देश जाति मुक्त हो,सभी धर्मो का सम्मान हो,कोई ऊंच नीच ना हो। कहा कि देश के बेरोजगारों को रोजगार चाहिए और रोजगार का माहौल हो,देश में शांति और सद्भाव का माहौल हो, यही इस यात्रा का मूल उद्देश्य है। इस्लाम हुसैन ने कहा कि हमारे पड़ोस में बांग्लादेश का उदाहरण सबके सामने है,वह भारत से आगे निकल गया है। पहले 30 टका के एक रुपया होता था,आज वह भारतीय रुपए के बराबर पहुंच गया है।
इस्लाम हुसैन ने कहा कि देश में आज लोग लव जेहाद की बात करते है,जातीय दुराग्रह के कारण जगदीश राम की हत्या हो गई,चंपावत में दलित भोजन माता के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं हुईं है। जबकि उत्तराखण्ड का इतिहास ऐसा नही है। उन्होने कहा कि आज देश में जो भय का माहौल बना हुआ है वह देश की उन्नति के लिए घातक है,और इन सबको छोड़कर ही देश उन्नति के रास्ते में आगे बढ़ सकता हैं।इस्लाम हुसैन ने कही कि उत्तराखंड में बाहर के लोग आकर यहां के संसाधनों पर कब्जा कर रहे है,जबकि पहाड़ी लोग अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे है,कहा कि ऐसी नीतिया बननी चाहिए जिससे कि यहां के लोग खूब तरक्की कर सके। कहा कि ऐसे माहौल जिसमे नफरत सिखाई जा रही हो इसे बदलने की जरूरत हैं। यात्रा के बारे में बताते हुए इस्लाम हुसैन ने कहा कि उनका एजेंडा खुला हुआ है, कहा किव लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात रखते है। उन्होंने कहा कि विकास का मतलब यह नही होना चाहिए कि कितने पुल बने,कितनी बिल्डिंगे बनी, उनकी नजर में विकास का मतलब हैं की हमारे जीवन मूल्य क्या है,शिक्षा व्यवस्था कैसी है, रोजगार की क्या स्थिति है,स्वास्थ्य की क्या स्थिति है।
जाने माने गांधीवादी कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने कहा कि उनके दादा पंडित बिहारी लाल शर्मा आर्य समाज के महर्षि दयानंद को आर्य समाज को फैलाने के लिए यूपी लेकर आए थे। कहा कि आज हम संकीर्ण हो गए हैं। हिमांशु कुमार ने कहा कि जिस धर्म में आलोचना,विश्लेषण और सुधार नहीं होता तो वह सड़ जाता है। हिमांशु कुमार ने कहा कि उन्होने अपनी जिंदगी के 20 वर्ष छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के बीच में गुजारे है।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों पर बहुत ज्यादतिया हुई है और वहां के प्राकृतिक संसाधनो को कोरपोरेट हथियाना चाहते है। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने उनकी एक याचिका को खारिज करते हुए उन पर 5 लाख का जुर्माना लगाया दिया।
उन्होंने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा के मुख्यमंत्री काल में जब सरकार ने सीलिंग एक्ट लागू कर जमीने जब्त की तो इसके बाद बहुगुणा ने बिनोबा भावे से कहा कि इसे भूमिहीनों में किस तरह से बांटना है तो विनोबा भावे ने उनके ताऊजी ब्रह्म प्रकाश का नाम सुझाया। उनके सुझाव के बाद सीएम बहुगुणा ने ब्रहम प्रकाश को कैबिनेट मिनिस्टर बनाया और ब्रहृम प्रकाश ने 20लाख एकड़ जमीन भूमिहीनों में बांट दी,लेकिन खुद भूमिहीन रहे।
भारतीय सामाजिक व्यवस्था की बात करते हुए हिमांशु कुमार ने कहा कि करोड़ो भारतीय लोगो को सदियों तक भारत की अर्थव्यवस्था,सामाजिक व्यवस्था में भागीदारी नहीं दी,और नतीजा यह हुआ कि भारत पिछड़ता चला गया। कहा अमेरिका में जब तक कालो लोगो को रोका गया तो उसका कोई नाम नहीं था, लेकिन जैसे ही उनको भागीदारी दी गई अमेरिका हर क्षेत्र में छा गया ओर आज खेल,विज्ञान,संगीत हर क्षेत्र में काले लोग आगे है।
हिमांशु कुमार ने कहा कि देश में दहशत का माहौल बना दिया गया है। कहा कि नूह मेवात क्षेत्र में मुसलमान सदियों से गौपालन का कार्य करते थे,लेकिन उनके बीच के 4 लोगो को मार दिया गया,नतीजतन आज कोई मुसलमान गाय नहीं पाल रहे हैं। इसी नफरत के कारण छोटे उद्योग,छोटे व्यापारी खत्म किए जा रहे है। कहा कि छोटा व्यापार खत्म होगा तो बड़ा व्यापारी पनपेगा ही। कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों को जंगलों से बाहर कर पूंजीपतियो को लाया जा रहा है। वही जनता को हिंदू मुसलमान में फसाया जा रहा है,और देश को बेचा जा रहा है।हिमांशु कुमार ने कहा कि आजादी की लड़ाई हिंदी मुसलमान ने मिलकर लड़ी। कहा कि इंसानो में केवल ईश्वर अल्लाह का ही तो फर्क है। इस दौरान उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय महासचिव एड नारायण राम,कमला,भावना पाण्डे,राजेंद्र कुमार,कृष्णा आर्या,दीपांशु पाण्डे,हीरा देवी,मोहम्मद वसीम,अनीता बजाज,कुंती देवी,हेमा पाण्डे आदि मौजूद रहे।
लालढांग में बाल साहित्य और सामाजिक सरोकार ‘ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी, 11 पुस्तकों का लोकार्पण
-बाल कवि सम्मेलन में 22 बच्चों ने पढ़ी स्वरचित कविता
-11 राज्यों के 100 साहित्यकारों
की सहभागिता।
लालढांग (हरिद्वार ), नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास लालढ़ांग तथा अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी व बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा लालढांग में आयोजित राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों के साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया ।
‘बाल साहित्य और सामाजिक सरोकार’ विषय पर आयोजित सत्र की अध्यक्षता करते हुए एम बी पी जी कालेज हल्द्वानी की हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रभा पंत ने कहा कि इलैक्ट्रानिक मीडिया के आज के दौर में संयुक्त परिवारों के विघटन,शहरीकरण तथा रोजगार के लिए माता-पिता दोनों का घर से बाहर रहने व मोबाइल के प्रचलन से बच्चों को दादा -दादी व माता पिता से प्राकृतिक प्यार नही मिल रहा है । बच्चे मिट्टी पानी व प्रकृति से खेलने के बजाय वीडियो गेम से मार धाड़ व हिंसक प्रवृति के हो रहे हैं ।
प्रतापगढ़ से आए दयानंद मौर्य ने कहा कि अब बच्चों को दादा दादी की कहानी सुनने को नही मिलती है । सिक्किम से आई मीना सुब्बा ने कहा कि आज का अभिभावक बच्चों को पैसा कमाने की मशीन बतौर इंजीनियर व डाक्टर बनाना चाहता है । जबकि जरूरत है कि बच्चा एक अच्छा इंसान बने इसके लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है । इस सत्र में मीना सुब्बा,स्नेहलता ने भी अपने विचार रखे
संगोष्ठी की शुरुआत ‘ज्ञान का दीया जलाने’ समूह गीत से हुई । उत्तराखंड का बालसाहित्य विषय पर आयोजित सत्र में मुख्य अतिथि राजकिशोर सक्सेना, के. पी. एस. अधिकारी, हरिमोहन, आनंदसिंह बिष्ट, प्रमोद तिवारी आदि ने संबोधित किया । अध्यक्षता के पी एस अधिकारी व संचालन डॉ महेंद्र प्रताप पांडे ‘नंद’ ने किया।
‘बालसाहित्य और सामाजिक सरोकार ‘ विषय पर आयोजित संगोष्ठी से पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के बच्चों ने दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया । इस अवसर पर आयोजित बाल कवि सम्मेलन में 22 बच्चों ने स्वरचित कविताओं का पाठ किया। बाल कवि सम्मेलन का संचालन करनपाल व उत्तम ने किया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के अधीक्षक योगेश्वर सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए छात्रावास के बारे में जानकारी दी ।
इस अवसर पर बालप्रहरी पत्रिका के नए अंक, प्रो प्रभा पंत, राज सक्सेना , रामलखन प्रजापति , डॉ रमेश आनंद, डॉ आर पी सारस्वत , स्नेहलता, रत्ना लक्सम , डॉ चंद्रावती जोशी आदि सहित 11 पुस्तकों का लोकार्पण हुआ । बालप्रहरी व बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा देश की 85 दुर्लभ बाल पत्रिकाओं की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास लालढ़ांग के बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों व अन्य रचनात्मक गतिविधियों की प्रदर्शनी को सभी ने सराहा।
सायंकालीन सत्र में हरदेव सिंह की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी हुई।
इस अवसर पर शशि ओझा(भीलवाड़ा ),महेंद्र भट्ट (ग्वालियर ), किसान दीवान (छत्तीसगढ़ ), डॉ मेजर शक्तिराज(सिरसा),सुरेखा शर्मा (गुरुग्राम), लखन प्रतापगढ़) प्रकाश जोशी ( अल ),महेंद्र सिंह राणा ( पौड़ी ),डॉ इंदु गुप्ता (फरीदाबाद ),सुशील सरित(आगरा ), रावेंद्र रवि(खटीमा ) रत्ना लक्सम (सिक्किम ), गोविंद शर्मा (संगरिया), राकेश चक्र (मुरादाबाद )कविता मुकेश (बीकानेर ) हीरा लाल साहनी(दरभंगा),वेद मित्र शुक्ल (दिल्ली )आदि उपस्थित थे ।आज अलग-अलग सत्रों का संचालन डॉ. महेंद्र प्रताप पांडे ‘नंद’, नीरज पंत व इंदु तिवारी ‘इंदु’ ने किया।
महानगर कांग्रेस कमेटी हल्द्वानी ने किया पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला फूंका
हल्द्वानी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताएं जाने के विरोध में महानगर कांग्रेस कमेटी हल्द्वानी द्वारा विधायक हल्द्वानी सुमित हृदयेश के नेतृत्व में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं भाजपा का प्रदर्शन कर पुतला फूंका।
विधायक सुमित हृदयेश, जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल एवं महानगर अध्यक्ष गोविंद सिंह बिष्ट ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान को भाजपा का विचार बताया और कहा की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को राष्ट्रभक्त बताकर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी की विचारधारा को स्पष्ट कर दिया है। उनके इस बयान से आज भारत माता की आत्मा बहुत दुखी होंगी क्योंकि उन्होंने भारत माता के मातृ भक्त, राष्ट्रभक्त लाल के हत्यारे को राष्ट्रभक्त कहा है। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रभक्त कहा है जिसे देश की सर्वोच्च अदालत ने सजा दी थी। उनके इस बयान ने देश की सर्वोच्च अदालत के साथ-साथ देश का भी अपमान किया है, जिनके लिए उन्हें संपूर्ण देश से अविलंब माफी मांगनी चाहिए।
पुतला दहन में ब्लॉक अध्यक्ष मोहन बिष्ट, प्रदेश महामंत्री महेश शर्मा, सचिव सोहेल सिद्धकी, भीमताल नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र चुनौतियां, एनबी गुणवंत युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हर्षित भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष मोकिंन सैफी, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विशाल भोजक, कमला तिवाड़ी, पार्षद राधा आर्य, मुकुल बलुटिया, राजेंद्र जीना, तौफीक अहमद, राजेंद्र बिष्ट, ग्रुप्रीत प्रिंस संजय बिष्ट, शैलेन्द्र दानु, गोविंद बगडवाल, हेमंत साहू,राजू सुयाल कौशलेंद्र भट्ट, नितिन भट्ट, मनोज बिष्ट, गिरीश पांडे, प्रदीप कुमार, नदीम अहमद, विनय भट्ट, शुभम, अक्षत, रक्षित जोशी आदि उपस्थित थे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े हर कर्मचारी का हित है सर्वोपरि: स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार
– राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ कर्मचारियों के हित में लिए गये महत्वपूर्ण निर्णय।
– स्वास्थ्य सचिव ने मानव संसाधन को बताया विभाग की महत्वपूर्ण इकाई।
देहरादून, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुडे हर कर्मचारी का हित है सर्वोपरि यह बात डॉ आर राजेश कुमार स्वास्थ्य सचिव एवं एन.एच.एम. मिशन निदेशक ने शुक्रवार को सचिवालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन उत्तराखंड के पदाधिकारियों की विभिन्न मांगो के संबंध में हुई वार्ता के दौरान कही।
स्वास्थ्य सचिव द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मेहनत का नतीजा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में आमजन को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ प्रदान कर रहा है। उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति के कारण स्वास्थ्य कर्मचारियों के सामने कई प्रकार की चुनौतियां हैं, इसके बावजूद भी एनएचएम उत्तराखंड अच्छा कार्य कर रहा है।
डॉ आर राजेश कुमार ने कर्मचारी संगठन के विभिन्न मांगों के संबंध में अधिकारियों को तुरंत निस्तारण का निर्देश दिया। जिसमें मुख्यत एनएचएम में कार्यरत कर्मचारियों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष, कार्यक्रम की निरंतरता या परफॉर्मेंस अप्रेज़ल के आधार पर किए जाने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त किसी भी दुर्घटना की स्थिति में कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर सामूहिक बीमा की सुविधा प्रदान की जाएगी।
सचिव द्वारा कर्मचारी संगठन को आश्वासन दिया गया कि सभी कर्मचारियों के मासिक वेतन को ससमय दिया जाएगा साथ ही बोनस एवं अन्य लाभों को समयान्तर्गत दिए जाने हेतु तथा संगठन द्वारा अन्य मागों के शीघ्र निस्तारण करने का अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में डॉ सरोज नैथानी निदेशक एन.एच.एम., दीपाली भरणे वित अधिकारी स्वास्थ्य निदेशालय, डॉ अजय कुमार नगरकर प्रभारी अधिकारी मानव संसाधन, कविता कौशल सलाहकार मानव संसाधन तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष सुनील भंडारी, उपाध्यक्ष रमिंदर कालरा, जिला अध्यक्ष अनूप चौहान, सदस्य विनोद पैन्यूली व अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
विकासखण्ड कनालीछीना में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में कुल 31 शिकायतें हुई दर्ज
पिथौरागढ़, जनपद के विकासखण्ड कनालीछीना के अंतर्गत गर्खा स्थित राजकीय इंटर कॉलेज सभागार में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर कुल 31 शिकायतें दर्ज हुई! जिनके त्वरित निस्तारण के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए गये। दर्ज शिकायतों में से अधिकांश शिकायतें पेयजल, विभिन्न निर्मार्णों के अंतर्गत जद में आई संपत्ति के मुआवजे के भुगतान, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के आवास चाहने एवं राशन कार्ड से संबंधित थी।
पेयजल से संबंधित समस्या ग्राम बाराकोट से माधो सिंह, खड़क सिंह व टीकाराम जोशी, समस्त ग्रामवासी सालीधार, सांवलीसेरा से नीलम धामी, समस्त ग्रामवासी नरेत, ग्राम डांगरी से गिरीश चंद्र एवं ग्राम डूंगरा से भावना देवी द्वारा दर्ज करवायी गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने जल निगम एवं जल संस्थान के अधिकारियों को तत्काल ही संबंधित स्थलों का मौका मुआयना कर पेयजल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिये।
सड़क मार्ग एवं अन्य निर्माण कार्यों की जद में आयी परिसंपत्तियों के मुआवजे के भुगतान संबंधी शिकायतें ग्राम डूंगरा से राजेंद्र सिंह व महिमन सिंह, ओज्ञातल्ला से विद्याधर पन्त व ग्राम बस्तड़ी से भुवन चंद के द्वारा दर्ज करायी गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को संबंधितों क़े मुआवजे का भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिये।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के आवास की मांग ग्राम बाराकोट से गंगा देवी, ग्राम बस्तड़ी से नारायण सिंह व मोहनी देवी द्वारा दर्ज करवाई गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधितों को आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के दूसरे चरण के सर्वेक्षण में उनको प्राथमिकता से पक्के आवास उपलब्ध करवाये जायेगें।
राशन कार्ड से संबंधित समस्या ग्राम बस्तड़ी से गंगोती देवी व नारायण सिंह, ग्राम बाराकोट से देवकी देवी व ग्राम डांगरी से मोतीमा देवी द्वारा दर्ज कराई गयी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने पूर्ति विभाग के अधिकारियों को राशन कार्ड बनाये जाने से संबंधित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा भी अन्य शिकायतें लोगों द्वारा दर्ज करायी गयी।
इस अवसर पर आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग द्वारा 46 लोगों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच एवं नि:शुल्क दवा वितरण किया गया। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा 9 लोगों को बीपीएल क्रमांक वितरित किए गये। उद्यान विभाग द्वारा 61 लोगों को 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज एवं कीटनाशक वितरित किया गया। कृषि विभाग द्वारा 6 लोगों को 50 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्र वितरित किए गये। डेयरी विभाग द्वारा 10 लोगों को लैक्टोमीटर एवं जार वितरित किए गये। बाल विकास उद्योग, व अन्य विभागों द्वारा सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर प्रमुख क्षेत्र पंचायत कनालीछीना सुनीता कन्याल, खंड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद, लीड बैंक अधिकारी अमर सिंह ग्वाल, जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी राय आदि उपस्थित थे।
त्रिवेन्द्र का गोडसे पर बयान राष्ट्रविरोधी कृत्य : कांग्रेस ने किया
विरोध प्रदर्शन, फूंका पुतला
देहरादून, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा गाँधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने के विरोध में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी की अध्यक्षता में विरोध प्रदर्शन किया और त्रिवेन्द्र सिंह रावत का पुतला फूंका। गोगी ने कहा कि राष्ट्रपिता का अपमान गाहे बगाहे भाजपा नेता करते रहें हैं लेकिन एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री का ऐसा बयान हतप्रभ करने वाला है। मुख्यमंत्री धामी और भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व इस वक्तव्य पर त्रिवेन्द्र के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए स्पष्टीकरण दे। एक तरफ भाजपा नेता राष्ट्रपिता के हत्यारों का महिमामंडन करते हैं दूसरी तरफ इनके शीर्ष नेता गांधी जी का नाम देश विदेश में लेकर गांधीवादी होने का ढोंग रचते हैं ताकि देश दुनिया को यह लगे कि भाजपा लोकतांत्रिक, उदारवादी तथा अहिंसा में विश्वास रखने वाली पार्टी है |
अंकिता भंडारी प्रकरण में भाजपा नेताओं का शामिल होना और मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पिटाई के मामले से यह तो स्पष्ट था कि भाजपा हिंसा में विश्वास रखती है, लेकिन अब सारी हदें त्रिवेन्द्र रावत ने पार कर दी हैं। राष्ट्रपिता के हत्यारे का महिमामंडन भारत राष्ट्र के विचार और संविधान पर कुठाराघात है। यह निश्चित रूप से देशद्रोही कृत्य है। मुख्यमंत्री धामी कार्रवाई करें। इस देश मे जिन लोगों ने लोकतंत्र और राष्ट्रीय एकता की नींव रखी, और सबसे बड़ी बात अपने प्राणों का बलिदान देकर उस नींव और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ किया, उन राष्ट्रनिर्माताओं के हत्यारों की प्रशंसा करना इस देश की नींव को खोदने जैसा काम है। गांधी, नेहरू और पटेल जैसी विभूतियों ने तिनका तिनका जोड़कर, जाति, धर्म, क्षेत्र, विचारधारा पर आधारित वैमनस्य का खात्मा कर भारत राष्ट्र को वर्तमान स्वरूप में स्थापित किया है। इन नेताओं मेहनत और दूरदर्शिता के कारण भारत का मान दुनिया भर में है। भाजपा नेता विदेशों में तो गाँधी और लोकतंत्र की बात करते हैं और यहां गांधी जी के हत्यारों की प्रशंसा तथा तमाम तानाशाही के कार्य। ये पाखंड अब नहीं चलेगा। प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमारी एक ही मांग है, मुख्यमंत्री धामी अपने वरिष्ठ नेता त्रिवेन्द्र के बयान पर स्पष्टीकरण दें तथा त्रिवेन्द्र पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें |
यमकेश्वर विधान सभा के अमोला गांव से लालढांग तक जिलाधिकारी ने की 22 किमी पैदल ट्रैकिंग
पौड़ी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने विधानसभा क्षेत्र यमकेश्वर के ग्राम अमोला से लालढांग तक रवासन नदी से होते हुए 22 किमी0 की पैदल ट्रैकिंग की। क्षेत्र के पांच दर्जन से अधिक गांवों के लोग लालढांग, कोटद्वार व नजीबाबाद आने-जाने के लिए इस पैदल मार्ग का उपयोग करते आये हैं। हालांकि लालढांग, धारकोट-एडवासिला मोटर मार्ग व धारकोट-यमकेश्वर मोटर मार्ग की सुविधा होने के बाद इस पैदल मार्ग का उपयोग थोड़ा कम हो गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि रवासन नदी से होकर जाने वाले 22 किलोमीटर के इस पैदल रास्ते पर वन्य जीवों से खुद को बचते-बचाते लालढाग पंहुचना चुनौतीपूर्ण है यथा किसी उपब्लिध से कम नहीं है।
जिलाधिकारी सहित 26 सदस्य ट्रैकिंग दल द्वारा अमोला से लालढांग 22 किमी0 का पैदल सफर 05 घण्टे में पूरा किया गया। दल 03 बजे ट्रैकिंग प्रारम्भ करते हुए दल सायं 8 बजे लालढांग पंहुचा। लालढांग पंहुचने पर जिलाधिकारी ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस पैदल मार्ग को मुख्यताया साल्ट रुट के नाम से जाना जाता है, स्थानीय लोगो का कहा था कि वे इस रास्ते से नमक के लिए लालढांग जाते थे। जिलाधिकारी ने कहा कि बिना वन्य जीव संर्घष के रवासन नदी होते हुए लालढांग पंहुचना वन्य जीवों व मनुष्य के बीच तालमेल व क्षेत्रीय लोगो की जागरुता को दर्शाता है। उन्होने कहा कि वन्य जीव और मानुष एक ही परिवेश में रह सकते है बशर्ते एक-दूसरे से नियमित दूरी हो। उन्होने कहा कि क्षेत्र के पांच दर्जन से अधिक गांवों के उपयोग में आने वाले इस पैदल मार्ग का इतिहास बहुत पुराना है जिसका उपयोग क्षेत्र के लोग दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली चीजों को गांवों तक पंहुचाने के लिए किया करते हैं। उन्होने कहा कि राजाजी नेशनल पार्क के किनारें बहने वाली रवासन नदी का यह मार्ग क्षेत्र के लोगों द्वारा शर्टकट के रुप में उपयोग में लाया जाता है लेकिन मार्ग पर चलते समय स्वयं को जंगली जीवों से बचाने के लिए सतर्कता अति आवश्यक है। उन्होने कहा कि लोगो की मुश्किलों को जानने का सबसे कारगर तरीका स्वयं को उनके स्थान पर रखते हुए मुल्यांकन करने से होता है। इससे पता चलता है कि क्षेत्र के लोगों का कितना मेहनती व संर्घशील व्यक्तित्व है। इस दौरान जिलाधिकारी ने राजाजी नेशनल पार्क में वन गुज्जरों से मुलाकात करते हुए उनकी समस्याओं को सुना तथा उनकी समस्याओं के हर सम्भाव्य समाधान का भरोसा दिया।
ग्राम प्रधान अमोला आशीष अमोली का कहना था कि यह मार्ग मुख्य रुप से साल्ट रुट के नाम से जाना जाता है। कहा कि दैनिक रुप से उपयोग में आने वाली चीजो को क्षेत्र के गांवों तक पंहुचाने के लिए इस मार्ग का व्यापक रुप से उपयोग होता आया है। रवासन नदी राजाजी नेशनल पार्क के एक छोर से होकर बहती है, इस पैदल मार्ग पर जंगली जीवों हाथी, बाघ, तेंदुआ, बार्किंगडियर, स्पॉटेड डियर, बारहसिंघा, जंगली सुअर आदि का दिखना आम बात है। इस दौरान एसडीएम यमकेश्वर आकाश जोशी, एसडीएम श्रीनगर आजयवीर सिंह, बीडीओ यमकेश्वर दृष्ठि आनन्द, एडीआईओ सूचना सुनील तोमर सहित राजाजी नेशनल पार्क के क्षेत्रीय विशेषज्ञ व वन विभाग के कार्मिक मौजूद थे।
कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग की पहली समीक्षा बैठक : भ्रष्टाचार से सम्बंधित विजिलेंस शिकायत पर तत्काल एक्शन हो : सीएम धामी
देहरादून, आमजन को केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिले इसके लिए सभी जनपदों में नियमित बहुद्देशीय शिविर लगायें जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिकांश जन समस्याओं का निस्तारण मौके पर ही हो। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए टोल फ्री नम्बर 1064 का बोर्ड सभी कार्यालयों में लगे, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। भ्रष्टाचार से संबंधित विजिलेंस को जितनी शिकायतें प्राप्त हुई हैं, उन पर की गई कार्यवाही की विजिलेंस से नियमित रिपोर्ट ली जाए। मुख्यमंत्री ने सभी एस.एस.पी को निर्देश दिये कि जनपद स्तर पर विवेचना से संबंधित जो मामले एक साल से अधिक समय से लम्बित हैं, अभियान चलाकर तीन माह के अन्दर उनकों निस्तारित किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि विवेचना सबंधित मामलों के त्वरित निस्तारण हो। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग की पहली समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारियों एवं एस.एस.पी को दिये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में निर्देश दिये कि ग्राम सभाओं की चौपालों में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा माह में कितनी बार भ्रमण किया जा रहा है। इसका भी कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग पूरा अपडेट रखे। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जिलाधिकारी नियमित ग्रामसभा चौपालों में जाएं और अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों को भी भेंजे। ग्राम भ्रमणों की मासिक रिपोर्ट, बीडीसी एवं तहसील दिवस की मासिक रिपोर्ट एवं उनमें प्राप्त शिकायतें और उनके निस्तारण के लिए की गई कार्यवाही की नियमित रिपोर्ट कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग को भेजें। मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिये कि जन समस्याओं के निस्तारण के लिए जन प्रतिनिधियों एवं आम जन के फोन रिसीव न करने वाले अधिकारियों पर भी कारवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी कारणवश अधिकारी फोन रिसीव न कर पा रहे हैं, तो बाद में अवश्य कॉल बैक करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़वाल एवं कुमांऊ कमिश्नर अपने मण्डलों में जन समस्याओं के त्वरित निदान एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए नियमित समीक्षा करें।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि बरसात का समय शुरू होने वाला है। सभी जिलाधिकारी जिन क्षेत्रों में जल भराव होता है, मलवा आने की संभावनाएं होती हैं, इनके समाधान के लिए अभी से पूरी कार्ययोजना बना लें। वर्षाकाल के दृष्टिगत सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखें। जिला अधिकारी जनपदों में प्रतिमाह आय-व्ययक की भी समीक्षा बैठक करें। मुख्यमंत्री घोषणाओं पर जनपदों में प्रगति की नियमित समीक्षा कर रिपोर्ट भेजी जाए। जनपदों में जिन दीर्घकालिक योजनाओं पर कार्य किये जा रहे हैं, उनमें तेजी लाई जाए। तात्कालिक रूप वाले कार्यों को समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। सड़कों की स्थित हर जगह सही हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। जनपदों में जिन महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, यदि उनमें किसी स्तर पर विलंब हो रहा है, तो जिलाधिकारी इसकी सूचना शीघ्र शासन को दें। सभी जनपदों में जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि डेंगू एवं मलेरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए अभी से पूरी तैयारियां की जाएं।
बैठक में सचिव विनय शंकर पाण्डेय, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग दीपक कुमार गैरोला, वर्चुअल माध्यम से कमिश्नर कुमांऊ दीपक रावत, सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
व्यापारी देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय शक्तियों की रीढ़: सीएम धामी
हरिद्वार ( कुलभूषण) : मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियम में आयोजित ’’व्यापारी सम्मेलन’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिये अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जायेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने 9 वर्ष उत्कर्ष के’’ उपलक्ष्य में आयोजित व्यापारी सम्मेलन की सभी व्यापारी भाइयों को हार्दिक बधाई व शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि व्यापारी देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय शक्तियों की रीढ़ हैं तथा वे ब्रांड इंडिया के सच्चे राजदूत हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुय अपील की कि वे प्रधानमंत्री के वोकल फार लोकल के आह्वान पर जोर दें और ब्रांड इंडिया के सच्चे राजदूत बनने के लिए हरसंभव प्रयास करें।
श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि व्यापार केवल माल या सेवाओं का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि इसके जरिए समाज में परस्पर विश्वास का भी आदान-प्रदान होता है। समान की गुणवत्ता के महत्व का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापार की एक ही कुंजी है, गुणवत्ता, और गुणवत्ता रूपी कुंजी ही उत्पादकता और लाभ रूपी ताले को खोल सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर कारोबार का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है तथा आज अमृतकाल में सबके प्रयास की यही भावना देश की ताकत बन रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति विकसित हुई, जिसको आगे बढ़ाने में व्यापारियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा व्यापारी हितों में नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं। आज पूरे देश में हर स्तर पर व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा आज देश-विदेश के उद्यमी देवभूमि उत्तराखंड में निवेश करने के लिए बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नौ वर्षों के कार्यकाल में देश ने प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से विकास किया है तथा विदेशों में देश का गौरव बढ़ा है। आज उन्हीं के दिशा निर्देशन में उत्तराखंड में हर क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं, चाहे केदारनाथ धाम का सौंदर्यीकरण हो या बाबा बद्रीविशाल में चल रहे निर्माण कार्य हों, ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक बन रही रेल लाइन हो या फिर दिल्ली से देहरादून के बीच बन रहा एलिवेटेड हाइवे हो, हरिद्वार में बन रहा मेडिकल कालेज हो या फिर उधमसिंहनगर में एम्स का सेटेलाइट सेंटर हो, हर क्षेत्र में विकास हो रहा है, जो डबल इंजन की सरकार में ही सम्भव है तथा प्रधामंत्री के नेतृत्व में उत्तराखण्ड का चहुमुखी विकास हो रहा है।
श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि व्यापारी वर्ग एक तरह से सच्चे मौसम विज्ञानी होते हैं, क्योंकि उन्हें पहले से ही सब मालूम होता है। हरिद्वार के व्यापारियों का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि हरिद्वार के व्यापारियों को पता होता है कि कब चारधाम यात्रा शुरू होगी और कब कांवड़ यात्रा के साथ ही अन्य स्नान पर्व प्रारंभ होंगे। उसी अनुसार वे हमेशा भविष्य का अंदाजा लगाकर अपनी तैयारी पूरी रखते हैं, ताकि धर्मनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो।
श्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार तथा भयमुक्त समाज का जिक्र करते हुये कहा कि आज व्यापारी वर्ग स्वंय को सुरक्षित महसूस कर रहा है तथा व्यवसायी बिना किसी डर के व्यापार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसी भी कीमत पर व्यापारी समाज का अहित नहीं होने देगी।
लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने कहा था कि भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है, बस हमें अपने दिमाग और संसाधनों का सही उपयोग करना है तथा श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वर्ष 2047 के विजन के अनुरूप आने वाले 25 सालों के लिए जब हम एक संकल्प के साथ निकले हैं तो हमें लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की इस बात को भूलना नहीं है तथा प्रधानमंत्री के कथन कि 21वीं सदी का तीसरा दशक, उत्तराखंड का दशक होगा, को चरितार्थ करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल, हरिद्वार सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, हरिद्वार विधायक श्री मदन कौशिक, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री संदीप गोयल आदि ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये व्यापारियों के योगदान पर विस्तृत प्रकाश डाला।
ऋषिकुल परिसर पहुंचने पर मुख्यमंत्री का पुष्पगुच्छ, प्रतीक चिह्न, अंगवस्त्रम्, विशाल पुष्पमाला आदि भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। इस मौके पर व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा।
इस अवसर पर रूड़की विधायक श्री प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान, डोईवाला विधायक श्री ब्रजभूषण गैरोला, पूर्व विधायक श्री संजय गुप्ता, अध्यक्ष नगरपालिक शिवालिक नगर श्री राजीव शर्मा, श्री अमरीष गर्ग, श्री मानवेन्द्र चौधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष रूड़की श्री शोभाराम प्रजापति, श्री रविन्द्र राणा, श्री अनिल गोयल, श्री सुभाष चन्द्र, श्री सौरभ सिंघल, श्री आशुतोष शर्मा, श्री आशु चौधरी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्री लव शर्मा, सुश्री रश्मि चौहान, श्री सरदार निर्मल सिंह, श्री मोहित वर्मा, श्री मनोज शर्मा, श्री अरूण आर्य, श्री अरविन्द गौतम, श्री प्रवीण सन्धु, श्री राजेन्द्र परिहार श्री दीपक धमीजा, जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री बीर सिंह बुदियाल, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणाा, एसपी सिटी श्री स्वतंत्र कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, सहित सम्बन्घित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
G20 जनभागीदारी कार्यक्रम के तहत केवी बीरपुर में रंगोली बनाने की गतिविधि
केन्द्रीय विद्यालय बीरपुर में आज जी20 जन भागीदारी कार्यक्रम के अंतर्गत रंगोली बनाने की गतिविधि का आयोजन किया गया।
रंगोली बनाने की गतिविधि के विषय थे जी20, एफएलएन, राष्ट्रीय योग दिवस और स्वस्थ बच्चे स्वस्थ भारत। यह गतिविधि तीसरी से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए आयोजित की गई थी। छात्रों ने उत्साहपूर्वक गतिविधि में भाग लिया और अपने वीडियो और तस्वीरें साझा कीं। यहां तक कि माता-पिता ने भी सुंदर रंगोली डिजाइन बनाने में अपने बच्चों की मदद की
इस गतिविधि ने उन्हें अपने रचनात्मक कौशल को बढ़ाने का मौका दिया और उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन, एफएलएन और राष्ट्रीय योग दिवस के बारे में भी खेल के माध्यम से सीखा। विद्यालय की प्राचार्या बसंती खम्पा मैडम ने इस प्रतियोगिता के लिए सभी शिक्षकों, छात्रों व उनके माता पिता को प्रतिभाग के लिए उत्साहित किया प्रतियोगिता सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई
पूर्णानंद घाट में मंत्रमुग्ध कर देने वाली गंगा आरती, चिंताओं से होंगे मुक्त : अंजलि अरोड़ा
ऋषिकेश, पूर्णानंद घाट, जानकीपुल में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में पंहुची एक्ट्रेस और मॉडल अंजलि अरोड़ा गंगा तट पर हवन कर गंगा आरती की। अंजलि अरोड़ा कई हिंदी और पंजाबी म्यूजिक वीडियो में काम करके शोहरत हासिल कर चुकी हैं। एक्ट्रेस और मॉडल अंजली अरोड़ा आजकल सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में हैं। दरअसल एक्टिंग और मॉडलिंग के साथ-साथ अंजली अरोड़ा सोशल मीडिया इंफ्लुएंशर भी हैं। कभी टिकटॉक से अपने चाहने वालों को अपनी अदाओं से दिवाना बनाने वाली अंजली अरोड़ा आजकल इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। यही कारण है कि आज अंजली अरोड़ा के इंस्टाग्राम पर 11 मिलियन से भी ज्यादा फालोवर्स हैं।अंजली अरोड़ा ने कई पंजाबी गानों में एक्टिंग की। तेरी बरगी-दिलेर खारकिया’ और ‘पौने 12’ ओ हमनशीं, ‘ओ हमनशीं
नामक गानों में भी अभिनय किया।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी जी से मुलाकात कर महिला गंगा आरती शुरुआत कराने के लिए धन्यवाद दिया। महिला सशक्तीकरण, भारत में लैंगिक समानता व महिलाओं के लिए समान अवसर पर चर्चा की।
अंजलि अरोड़ा ने कहा कि जब मुझे पता लगा की पहली बार उत्तराखंड की महिलाएं पूर्णानंद घाट पर मां गंगा की आरती करती हैं तो मैं उनके साथ आरती करने का मन बनाया।
डा. ज्योति शर्मा ने कहा कि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होती हैं उन्हें घर-परिवार में अधिक सम्मान मिलता है। हालांकि, यह सच है कि एक गृहिणी का कार्य अधिक कठिन होता है लेकिन फिर भी हमारे समाज में उनके काम को अहमियत नहीं दी जाती. लेकिन अगर आप आत्मनिर्भर हैं रिश्तेदार और पड़ोसी भी आपको एक सम्मान की दृष्टि से देखते हैं।
प्रस्थान करते हुये अंजलि अरोड़ा ने कहा कि माँं गंगा के तट पर मुझे अप्रतिम आनन्द की प्राप्ति हुई है। यहां की दिव्यता और सकारात्मक ऊर्जा से हृदय में शान्ति एवं आत्मबल का संचार हो रहा है।
अंजलि अरोड़ा ने कहा कि पूर्णानंद घाट पर गंगा आरती का बहुत ही मनोरम दृश्य होता है। आरती के दौरान, आप निश्चित रूप से अपने आप को एक और नई दुनिया में पाएंगे, जो सभी चिंताओं से मुक्त मिलती है।
अतिथियों का 1 तुलसी का पौधा और अंग वस्त्र देकर सम्मान किया।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से डॉ. ज्योति शर्मा, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विशाल भट्ट, संजय पुंडीर, दिल्ली से आनन्द गुप्ता, आचार्य सोनिया राज, कटारिया विद्यालंकारक्षेत्रीय रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति उत्तर रेलवे, प्रमिला, वंदना, रीता, मंजू, आशा और गायत्री आदि महिलाओं ने गंगा आरती की।