Sunday, May 18, 2025
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ऑल इण्डिया इन्टर जोनल इन्टर यूनिवर्सिटी हॉकी चैम्पियनशिप मे गुरुकुल कांगडी नेे अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर 5-1 से जीत दर्ज की

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हरिद्वार (कुलभूषण) –  ऑल इण्डिया इन्टर जोनल इन्टर यूनिवर्सिटी हॉकी चैम्पियनशिप मे गुरुकुल कांगडी नेे अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर 5-1 से जीत दर्ज की। आज दिनांक 28.02.2025 को दोपहर 12ः00 बजे ए0एम0यू0 अलीगढ तथा गुरूकुल कांगडी विश्ववि़द्यालय के बीच वंदना कटारियॉ हॉकी स्टेडियम परिसर मे खेले गये फाईनल मैच मे पहला फिल्ड गोल 12 वे तथा 17 वे मिनट मे गुरूकुल टीम के फाहद ने गोल को स्कोर मे बदलकर 2-0 की बढत बनाई। मैच के 18 वे मिनट अलीगढ को मिले पेनल्टी कॉर्नर को गोल मे बदल कर धनन्जय प्रजापति ने स्कोर 2-1 किया। इसके गुरूकुल को 40 वे, 56वे तथा 59 मे मिनट मे मिले मौको को टीम गोल मे बदल कर अलीगढ से अन्त मे 5-1 से जीत गई। तीसरे स्थान के लिए महात्मा गांधी काशी यूनिवर्सिटी, वाराणसी तथा बैंगलोर सिटी के बीच प्रातः 11ः00 बजे मैच आरम्भ हुआ। जिसमे संघर्षपूर्ण मुकाबले मे बैंगलोर सिटी ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल मे बदलकर 1-0 से जीत दर्ज की। चैम्पियनशिप मे काशी को चौथा स्थान प्राप्त हुआ।
गुरूकुल कांगडी विश्ववि़द्यालय, हरिद्वार द्वारा आयोजित ऑल इण्डिया इन्टर जोनल इन्टर यूनिवर्सिटी हॉकी चैम्पियनशिप के फाईनल अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो0 हेमलता कृष्णमूर्ति ने कहॉ कि खिलाडी के धैर्य की सबसे बडी परीक्षा खेल मे देखी जाती है। विषम स्थिति मे अन्य सहयोगी खिलाडियों को साथ मे लेकर टीम कैप्टन जिस मनोयोग से खेलता है, वह काबिले तारीफ है। डीन योग एवं शारीरिक शिक्षा संकाय प्रो0 ब्रहमदेव विद्यालंकार ने टीम के ऑल इण्डिया चैम्पियन बनने पर परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से सहयोग देने पर सभी का आभार ज्ञापित किया। उन्होने खिलाडियों के पूरे मैच को देखकर खिलाडियों के पराक्रम की सराहना की।
कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने खिलाडियों को चैम्पियनशिप विजेता बनने तथा उनके परिश्रम की सराहना करते हुये बंधाई एवं शुभकामनाएं दी। अतिथियों का स्वागत आयोजन अध्यक्ष डॉ0 अजय मलिक ने किया, कहॉ कि जीत-हार खिलाडी का सबसे बडा उपहार है। जो जीतता है, उसे अगले परिश्रम के साथ तैयार होना पडता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 कपिल मिश्रा तथा डॉ0 धर्मंेन्द्र बालियान द्वारा किया गया। इस अवसर प्रो0 प्रभात कुमार, डॉ0 अजेन्द्र कुमार, यशपाल सिंह राणा, शेखर राणा, आयोजन सचिव दुष्यन्त सिंह राणा, सहसचिव डॉ0 शिवकुमार चौहान, डॉ0 कपिल मिश्रा, डॉ0 अनुज कुमार, डॉ0 प्रणवीर सिंह, गुरूकुल टीम मैनेजर अश्वनी कुमार, मंत्री, आर्य समाज गुरूकुल रमेश चन्द, डॉ0 बिन्दु मलिक, डॉ0 हिमानी शर्मा, अभिमन्यु राणा, सुनील कुमार, सुरेन्द्र सिंह, कुलदीप, राजेन्द्र, शिवा आदि उपस्थित रहे। पारितोषिक वितरण मे बेस्ट गोलकिपर का अवार्ड गुरूकुल के रमनदीप को तथा बेस्ट फारवर्ड का पुरस्कार गुरूकुल के नितिश भारद्वाज को मिला। बेस्ट फुलबैक का पुरस्कार बैंगलोर सिटी के अनन्त को मिला। अलीगढ टीम के आफिशिल अरशद महमूद तथा चिकित्सक प्रो0 गुलाम सरबर हासमी ने आयोजन की प्रशंसा करते हुये इसे यादगार आयोजन बताया। बैंगलोर सिटी के आफिशियलस रामाचन्द्रन ने आयोजन को लाईफ ऑफ प्लेजर तथा यहां खेलने से प्राप्त प्रमाण पत्र जीवन के लिए विशेष महत्व रखेगा।

विजेता टीम के खिलाडियों को व्यक्तिगत गोल्ड तथा चैम्पियन ट्राफी, उपविजेता टीम अलीगढ को ट्राफी तथा सिल्वर मेडल तथा बैंगलोर सिटी के खिलाडियो को कास्ंय पदक प्रदान किये गये। चैम्पियनशिप मे इन्टरनेशलन अम्पायर पंकज त्यागी तथा दीपक चन्द्र जोशी सहित नेशनल अम्पायर एवं टेक्निकल टीम के सदस्य मौ0 जावेद, रूपिन यादव, इमरान, तिबियन खान, खालिद, सौरभ पटवाल, शशिकान्त को भी सम्मानित किया। लाईव स्ट्रिमिंग के लिए ई0यू0एस0आई0 टीम के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। जिला चिकित्सा सुविधा के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं उत्तराखंड प्रशासन के सहयोग के लिए सभी धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

विकसित उत्तराखंड का आधार विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार: धामी

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देहरादून।  विकसित उत्तराखंड का आधार विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार है। भारतीय सनातन संस्कृति में ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म का अद्वितीय संगम देखने को मिलता है। हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व जिन सिद्धांतों की खोज की थी, वे आज वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हो रहे हैं। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान धाम झाझरा में आयोजित कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार विजेता भारत रत्न स्व डॉ सीवी रमन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून देश की पांचवी साइंस सिटी बन रही है। जो उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य के लिए उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि साइंस सिटी हमारे राज्य को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में भी एक ग्लोबल डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राज्य सरकार द्वारा तकनीक और नवाचार के उपयोग से सरकारी सेवाओं को पारदर्शी और प्रभावी बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां हम आज प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक ओर साइंस और इनोवेशन सेंटर, लैब्स ऑन व्हील्स, जीएसआई डैशबोर्ड, डिजिटल लाइब्रेरी, पेटेंट इनफार्मेशन सेंटर और स्टेम लैब्स के माध्यम से विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे हैं, वहीं, रोबोटिक, ड्रोन, सेमी कंडक्टर और प्री-इनक्यूबेशन लैब की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण नवाचारों को भी बढ़ावा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले एक दशक से भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निरंतर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।विकसित उत्तराखंड का आधार- विज्ञान,प्रौद्योगिकी एवं नवाचार- मुख्यमंत्री -  Avikal Uttarakhand देश के महान वैज्ञानिकों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी सेवाओं को ई-गवर्नेंस के अंतर्गत ऑनलाइन पोर्टल द्वारा सरल और सुलभ बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यूकॉस्ट में राज्य का पहला कम्यूनिटी साइंस रेडियो भी प्रारम्भ होने रहा है जो विज्ञान की महत्वपूर्ण जानकारियां हर घर तक पहुंचाने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन साइंस सिटी परियोजना के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और साइंस म्यूजियम का अवलोकन भी किया। सभी जिलों से जुड़े विभिन्न संस्थानों के छात्र छात्राओं व वैज्ञानिकों से भी ऑनलाइन माध्यम से संवाद किया। विधायक सहसपुर सहदेव सिंह पुंडीर ने साइंस सिटी के लिए अतिरिक्त जमीन मुहैय्या कराने की भी बात कही। यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो दुर्गेश पंत ने यूकॉस्ट के कार्यों की जानकारी दी। इस दौरान सचिव विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग नितेश झा, साइंस सिटी के सलाहकार जीएस रौतेला आदि मौजूद थे।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी : 32 मजदूरों को सुरक्षित बचाया, 25 मजदूर अभी भी फंसे हुए

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जोशीमठ (चमोली), उत्तराखंड के बद्रीनाथ क्षेत्र में शुक्रवार को हुए हिमस्खलन के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। 57 में से 32 मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया है, लेकिन अभी भी 25 मजदूर फंसे हुए हैं। हिमस्खलन ने भारत-तिब्बत बॉर्डर के पास माणा गांव स्थित बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन कैंप को अपनी चपेट में ले लिया था। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि निर्माण कार्य में लगे बीआरओ के मजदूरों की सड़क किनारे बनी झोपड़ियां हिमस्खलन की चपेट में आ गईं। बदरीनाथ से करीब तीन किलोमीटर दूर माणा भारत-तिब्बत सीमा पर बसा आखिरी गांव है जो 3200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। देश के प्रथम गांव माणा के पास भारी बर्फबारी के बीच आज सुबह कुबेर पर्वत से भारी हिमस्खलन हो गया। जिससे बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) के 57 मजदूर इसकी चपेट में आ गए। बताया जा रहा है कि मजदूर वहां कंटेनर में सो रहे थे। इसी दौरान कंटेनर के ऊपर हिमस्खलन हो गया।

जानकारी के अनुसार, शाम पांच बजे तक 32 मजदूरों को सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा सुरक्षित बचा लिया गया है। जबकि अन्य मजदूरों की ढूंढखोज की जा रही है। हालांकि अभी भारी बर्फबारी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया है। बर्फबारी रुकने के बाद फिर से रेस्क्यू शुरू किया जाएगा।

गौरतलब हो कि पिछले दो साल से माणा गांव-माणा पास (50.987 किमी) हाईवे का सुधारीकरण और चौड़ीकरण कार्य चल रहा है। जिसके लिए क्षेत्र में मजदूर रह रहे थे। ये मजदूर दिनभर हाईवे चौड़ीकरण कार्य करने के बाद रात्रि विश्राम के लिए माणा पास एंट्री गेट के पास स्थापित कंटेनर में पहुंच जाते हैं।

पिछले दो दिनों से बर्फबारी होने के कारण मजदूर इन्हीं कंटेनर में रह रहे थे। इनमें पौकलेंड, जेसीबी व अन्य मशीनों के ऑपरेटर भी रह रहे थे। शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े छह बजे कुबेर पर्वत से मजदूरों के कंटेनर के ऊपर भारी मात्रा में हिमस्खलन हो गया। जिससे मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ मजदूर बदरीनाथ की ओर भाग गए, जबकि कुछ कंटेनर के अंदर ही फंस गए। हिमस्खलन की सूचना मिलने पर माणा गांव में कैंप में रह रहे आईटीबीपी और सेना के जवान मौके पर पहुंचे। उन्होंने बर्फबारी के बीच ही मजदूरों को बचाने का रेस्क्यू शुरू किया।

चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि बदरीनाथ हाईवे पर जमी बर्फ को हटाने के लिए बीआरओ की जेसीबी लगाई गई है। क्षेत्र में लगातार बर्फबारी होने और कोहरा लगने से रेस्क्यू कार्य बाधित हो रहा है। बदरीनाथ हाईवे से पैदल ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आपदा और पुलिस की टीमें माणा गांव के लिए रवाना हो गई हैं।

उत्तराखंड के चमोली में बर्फबारी जारी है। इस कारण राहत और बचाव में काफी परेशानी हो रही है। बचावकर्मियों का कहना है कि घुटनों तक बर्फ जमा हो जा रहा है, जिसके कारण रेस्क्यू में काफी परेशानी हो रही है। खराब मौसम के कारण खासी परेशानी हो रही है। 10 घायल लोगों का आईटीबीपी और सेना के एमआई कमरों में इलाज किया जा रहा है। खराब मौसम की चुनौतियों के बावजूद फंसे हुए बाकी श्रमिकों का पता लगाने और उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं।

 

*रेस्क्यू में जुटी है एनडीआरएफ की टीम :*

 

राहत और बचाव के काम में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की चार टीम लगी है। एनडीआरएफ के महानिदेशक पीयूष आनंद ने कहा है कि इन टीम के अलावा, चार अन्य इकाइयों को तैयार रखा गया है। उन्होंने बताया “बचाव अभियान शुरू किया गया है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। ”

 

*रक्षा मंत्री ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन :*

 

इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा है “सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके बर्फ के तले में दबे हुए मजदूरों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने सोशन मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आज उत्तराखंड के जोशीमठ के माणा क्षेत्र में एक दुर्भाग्यपूर्ण हिमस्खलन हुआ, जिससे बीआरओ का जीआरईएफ शिविर प्रभावित हुआ है। मौजूदा स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है। प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।

 

हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द सभी को सुरक्षित बचा लिया जाए : सीएम

 

प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बचाव अभियान में आईटीबीपी और अन्य विभागों की मदद ली जा रही है। हमारा आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द सभी को सुरक्षित बचा लिया जाए। शुक्रवार को घटना की जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री खुद राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की।

पॉलिसी टाइम्स और आरएलजी सिस्टम्स इंडिया ने किया इंडिया सर्कुलैरिटी कॉन्क्लेव 2025 का आयोजन

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नई दिल्ली,  पॉलिसी टाइम्स ने आरएलजी सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और असम, केरल तथा पंजाब के प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों के सहयोग से द्वितीय इंडिया सर्कुलैरिटी कॉन्क्लेव 2025 का आयोजन 28 फरवरी को किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व [एक्सटेंडेड प्रोडूसर रिस्पांसिबिलिटी (ईपीआर)] के माध्यम से भारत की मटीरियल सर्क्युलैरिटी यात्रा पर चर्चा को आगे बढ़ाना था। यह सम्मेलन नई दिल्ली स्थित आईआईसी एनेक्से मे आयोजित हुआ, जिसमें उद्योग जगत के प्रमुख नेता, नीति निर्माता और सतत विकास विशेषज्ञ शामिल हुए।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘ सर्कुलैरिटी एक्सीलेंस अवार्ड 2025’ रहा, जिसमें अपशिष्ट प्रबंधन, पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग), और पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद नवाचार में बेहतरीन कार्य कर रहे लीडर्स को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें डॉ. अरूप कुमार मिश्रा (अध्यक्ष, असम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), इंजी. श्रीकला एस. (अध्यक्ष, केरल राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), डॉ. जयंती मुरली (अध्यक्ष, तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड), और प्रो. आदर्श पाल विग (अध्यक्ष, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) सहित अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल थे।
इंडिया सर्कुलैरिटी कॉन्क्लेव 2025 के प्रमुख उद्देश्य:
राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत ईपीआर नीति ढांचे की स्थापना, भारत की पुनर्चक्रण क्षमता को बढ़ाना, नवाचार और तकनीक को अपनाना, क्षमता निर्माण और कौशल विकास को प्रोत्साहित करना
भारत हर वर्ष लगभग 1.50 करोड़ टन ई-कचरा और प्लास्टिक कचरा उत्पन्न करता है, जिससे प्रभावी पुनर्चक्रण और सतत अपशिष्ट प्रबंधन की आवश्यकता अत्यधिक बढ़ गई है। 2050 तक, भारत की सर्क्युलर अर्थव्यवस्था का बाजार मूल्य 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है, जिससे 1 करोड़ नए रोजगार सृजित होंगे। हालांकि, वर्तमान में ईपीआर नीतियां कुल अपशिष्ट का केवल 10-15% कवर करती हैं, जिससे नवाचार और नियामक सुधारों की बड़ी संभावना बनती है।
अधिकांश वक्ताओं द्वारा जिन रणनीतियों पर जोर दिया गया, उनमें सर्क्युलैरिटी के लिए उत्पादों को फिर से डिजाइन करना, उन्नत रीसाइक्लिंग तकनीकों में निवेश, आपूर्ति श्रृंखला सहयोग को मजबूत करना और व्यवहार परिवर्तन लाने के लिए उपभोक्ता जागरूकता बढ़ाना शामिल था। चर्चा किए गए अन्य प्रमुख विषयों में सर्क्युलर अर्थव्यवस्था की तात्कालिकता, रीसाइक्लिंग उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सहयोग की आवश्यकता, नीति नवाचार को बढ़ावा देना, एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक को बदलने के लिए पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों को बढ़ावा देना, समुद्री प्रदूषण से निपटने के प्रयासों को बढ़ाना और अनौपचारिक क्षेत्र के लोगों, जैसे कि कूड़ा बीनने वालों को सशक्त बनाने के लिए अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार करना, और समुदाय-आधारित सर्क्युलर प्रथाओं को बढ़ाना शामिल था।
सर्क्युलर अर्थव्यवस्था पहलों के महत्व पर बोलते हुए, आरएलजी सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की प्रबंध निदेशक, सुश्री राधिका कालिया ने कहा:
“एक मजबूत ईपीआर नीति ढांचा भारत के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। ‘इंडिया सर्क्युलैरिटी कॉन्क्लेव 2025’ जैसे आयोजन इस चर्चा को आगे बढ़ाने और मटीरियल सर्क्युलैरिटी को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत सिफारिशें, कार्य योजनाएं और औद्योगिक साझेदारियों का निर्माण करने में मदद करते हैं। मैं इस महत्वपूर्ण चर्चा का हिस्सा बनने के लिए सभी उद्योग हितधारकों, मीडिया प्रतिनिधियों, और नीति निर्माताओं को धन्यवाद देती हूं। मुझे विश्वास है कि ईमानदारी से किए गए प्रयासों और उद्देश्य की एकनिष्ठता के माध्यम से, हम सस्टेनेबल व्यावसायिक और सामाजिक प्रथाओं के युग की शुरुआत करने में सक्षम होंगे।

चमोली के सीमांत क्षेत्र में ग्लेशियर टूटा : 57 मजदूरों के दबने की सूचना

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आईटीबीपी ने 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाला, राहत और बचाव कार्य जारी

देहरादून, गुरुवार दिन से उत्तराखंड़ में लगातार चल रही बारिश से जहां पहाड़ों पर अच्छी खासी बर्फबारी हुई, वहीं चमोली जिले के सीमांत क्षेत्र के माना गांव के पास ग्लेशियर टूटने का समाचार मिला है। जिसमें 57 मजदूरों के दबने की खबर हैं। यह मजदूर सीमा सड़क संगठन के ठेकेदार तहत काम कर रहे थे। जिनमें से 10 मजदूरों को आईटीबीपी द्वारा सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। जबकि शेष 47 मजदूरों की तलाश जारी है, मौसम खराब होने की वजह से राहत और बचाव कार्य में कुछ दिक्कतें भी आ रही हैं। पिछले दो दिनों से उच्च हिमालयी क्षेत्र में लगातार बर्फबारी भी जारी है।

आईजी राजीव स्वरूप ने बताया कि सभी को सुरक्षित निकालने और मार्ग खोलने के प्रयास लगातार जारी हैं। मौके पर एसडीआरएफ एनडीआरएफ समेत तमाम बचाव दल रवाना हो चुके हैं लगातार राहत और बचाव कार्य भी जारी है। चमोली जिले में वर्ष 2021 में भी ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची थी और कई लोगों की जान गई थी।

वर्तमान में, राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें स्थानीय प्रशासन, पुलिस, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें शामिल हैं। क्षेत्र में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, बचाव दल मलबे में फंसे मजदूरों तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

सीएम ने घटना पर जताया दु:ख :*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताते हुए मलबे में फंसे लोगों की सुरक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि अब तक 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। तीन लोगों को आईटीबीपी व सेना की मदद से सेना अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। अन्य की तलाश जारी है।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि माणा और माणा पास के बीच हिमस्खलन होने से मजदूरों के दबने की सूचना है। एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है। सेना, आईटीबीपी रेस्क्यू में लगी है।
एनडीआरएफ की टीम को भी मूव कर दिया गया है। इस क्षेत्र में संचार सुविधा ठप हो गई है। दूसरी ओर, हनुमान चट्टी से आगे बदरीनाथ हाई वे बर्फबारी ने एनडीआरएफ की टीम का रास्ता रोक दिया। टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई है। इस इलाके में तीन दिनों से बर्फवारी हो रही है।
बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, औली, गोरसों के साथ ही नीती और माणा घाटियों में तीन दिन से बर्फबारी हो रही है। जिससे ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फ जमा हो गई है।

पंचायत में मुस्तादी से कार्य करें नवनियुक्त अधिकारी :  महाराज  

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 –  कहा,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हो रहा पंचायतों का सशक्तिकरण
देहरादून(आरएनएस)।  उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के 126 पदों पर चयन के उपरांत गुरुवार को मुख्य सेवक सदन, मुख्यमंत्री आवास में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक समारोह के दौरान उन्हें नियुक्ति सौंपे।
इस अवसर पर उपस्थित प्रदेश के पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, सिंचाई, लोक निर्माण, पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति एवं  जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने नव नियुक्त ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि
पंचायतों को सशक्त करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व तेजी से कार्य किया जा रहा है। इसलिए दायित्व संभालने के बाद आप सभी अपनी-अपनी पंचायतों में अपने कर्तव्यों और दायित्वों का पूर्ण निष्ठा और लगन से निर्वहन करते हुए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी एवं विकास योजनाओं को धरातल पर अमली जामा पहनाने का कार्य मुस्तैदी से करें।
पंचायतीराज मंत्री  महाराज ने कहा कि पंचायतीराज विभाग द्वारा पंचायतों में विभिन्न विकासपरक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। पंचायतों में अवस्थापना सुविधाओं के तहत् पंचायत भवनों का निर्माण, अतिरिक्त कक्षों का निर्माण आदि कार्य कराये जा रहे हैं।
इसके अलावा विभाग द्वारा परिवार रजिस्टर, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, शौचालय प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनापत्ति प्रमाण पत्र ऑनलाईन निर्गत किये जा रहे हैं, जो प्रदेश के ई-गवर्नेस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि पंचायतों में कम्प्यूटरीकरण का कार्य भी कराया जा रहा है। आगामी 02 वर्षों में सभी पंचायतों में कम्प्यूटर स्थापित कर दिये जायेंगे। पंचायतों में थीमैटिक ग्राम पंचायत विकास योजना, क्षेत्र पंचायत विकास योजना एवं जिला पंचायत विकास योजना का निर्माण भी किया जा रहा है। इन सभी योजनाओं में संविधान की 11वीं अनुसूची में वर्णित 29 विषयों को कवर किया जा रहा है, ताकि पंचायतों का समावेशी विकास सुनिश्चित हो सके।
महाराज ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नकल विरोधी कानून लागू किया गया है, जिसके फलस्वरूप सभी परीक्षाएं पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराई जा रही है। डबल इंजन की सरकार द्वारा प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही है। वर्तमान सत्र में सरकार द्वारा भू-कानून पारित किया गया है, जिससे राज्य में भूमि की अवैध खरीद फरोख्त पर रोक लगेगी। राज्य सरकार द्वारा इस माह जनवरी में समान नागरिक संहिता भी लागू कर दी गई है। उत्तराखण्ड यह संहिता लागू करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।

अंकित हत्याकांड का मास्टर माइंड रोहित मुठभेड के बाद गिरफ्तार

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हरिद्वार (रुड़की), अंकित हत्याकांड में फरार चल रहे मास्टरमाइंड अपराधी की बुधवार रात को पुलिस से मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने उसे पैर में गोली मारकर काबू किया। पुलिस ने आरोपी को रुड़की के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। मुठभेड़ उस वक्त हुई जब आरोपी गंगनहर की पटरी से होता हुआ कहीं जा रहा था। उसके पास से तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद की है। उस पर पुलिस ने दस हजार का ईनाम घोषित किया था।
विदित रहे कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के गांव कुरड़ी में पिछले साल कपिल नामक युवक की हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने गांव झबीरण निवासी अंकित के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। कुछ महीने पहले ही अंकित जमानत पर जेल से बाहर आया था। लेकिन 22 फरवरी को अंकित का शव गांव के पास ही शमशान घाट में मिला था। अंकित के शरीर पर चाकू के कई निशान मिले थे।
पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दो दिन बाद खुलासा करते हुए बताया था कि मामले में कपिल के पिता ने चार लाख रुपये में अंकित की हत्या की सुपारी दी थी। पुलिस ने कपिल के पिता समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि हत्या का मास्टरमाइंड कुरड़ी निवासी रोहित फरार चल रहा था। पुलिस उसकी लगातार संभावित ठिकानों पर तलाश कर रही थी, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ पा रहा था।
पुलिस के अनुसार बुधवार की रात करीब आठ बजे पुलिस को सूचना मिली कि रोहित तांशीपुर गांव के पास गंगनहर की पटरी से होते हुए कहीं जा रहा है। सूचना मिलते ही मंगलौर कोतवाली पुलिस और सीयू की टीम गंगनहर पटरी किनारे पहुंची और उसकी तलाश शुरू कर दी। इस बीच पुलिस ने रोहित को रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने फायरिंग की तो एक गोली रोहित के पैर में लगी और वह मौके पर ही गिर गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उसके पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद किया है।
साथ घायल को रुड़की के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल सीओ, मंगलौर विवेक कुमार और भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। वहीं, मुठभेड़ की सूचना मिलने के बाद एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल रुड़की सिविल अस्पताल पहुंचे और अधीनस्थों से घटना की जानकारी ली। एसएसपी ने बताया कि रोहित अंकित हत्याकांड में मास्टरमाइंड था। रोहित ने ही अंकित की हत्या की सुपारी ली थी। उन्होंने बताया कि रोहित के ऊपर पुलिस की ओर से 10 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था।

यूकॉस्ट के नवाचार महोत्सव का शुभारंभ “गणित का इतिहास और वर्तमान रुझान” विषय पर संवादात्मक सत्र के माध्यम से प्रस्तुति दी

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देहरादून,  उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) में नवाचार महोत्सव का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर दिनाँक 27 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया गया और विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किए गए। इस अवसर पर आईआईटी रूड़की से गणित और साइंटिफिक कंप्यूटिंग विभाग की संयुक्त संकाय की प्रमुख, डॉ मिल्ली पंत मुख्य वक्ता रही। कार्यक्रम के दूसरे वक्ता थे, डॉ संकल्प जैन, मनोचिकित्सक और एसोसिएट प्रोफेसर, सर गंगाराम हॉस्पिटल, नयी दिल्ली ।
डॉ दुर्गेश पन्त ने सभी का स्वागत करते हुए इस नवाचार महोत्सव के महत्व, और आयोजित व्याख्यानों के महत्व पर अपने विचार साझा किए। डॉ. डी.पी. उनियाल, संयुक्त निदेशक यूकॉस्ट ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम के महत्त्व पर चर्चा की। उन्होंने गणित के महत्व और भारतीय पारंपरिक ज्ञान प्रणाली और विभिन्न क्षेत्रों मे गणित की भूमिका पर अपने विचार साझा किए।
डॉ. मिल्ली पंत, आईआईटी रूड़की ने “गणित का इतिहास और वर्तमान रुझान” विषय पर संवादात्मक सत्र के माध्यम से प्रस्तुति दी। पहले भाग में उन्होंने भारत की समृद्ध गणितीय विरासत से सबको अवगत कराया, जिसमें वैदिक ग्रंथ और गणित, सुलभ सूत्र और ज्यामिति, पिंगला के चंद्र शास्त्र, आर्यभट्ट के योगदान और ब्रह्मगुप्त के बीजगणित के सिद्धांत जैसे विषय शामिल थे। दूसरे भाग में उन्होंने गणित के साथ जीवन, कैरियर के अवसर और चुनौतियो पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों मे गणित की उपयोगिता और भविष्य की सम्भावनाओं से सबको अवगत कराया।
उन्होंने कौशल विकास के महत्व पर भी बात की और कहा कि गणित के क्षेत्र में छात्रों की रुचि बढ़ाने के लिए वैदिक गणित में कौशल विकास पाठ्यक्रम और शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल किये जाने चाहिए । उन्होंने स्टॉक मार्केट, ट्रेडिंग, गणित स्टार्टअप, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डेटा साइंस में गणित का समावेश और विभिन्न उद्योगों में प्रयुक्त होने वाले गणितीय उपकरणों की जानकारी भी दी। उन्होंने प्राचीन भारत के विभिन्न गणितज्ञ और उनके कार्यों से सबको अवगत कराया।

इसके बाद डॉ संकल्प जैन ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने समुद्र मंथन और मानसिक स्वास्थ्य के समकक्ष बताया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारणों पर बात की। उन्होेंने कहा स्वयं के प्रति जागरूकता ही एक निवारण है । उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के उपचार, प्रभावित करने वाले कारण, संतुलित भोजन, अनुशासित जीवन शैली का महत्व आदि विभिन्न विषयों पर बात की। उन्होंने कहा मानसिक स्वास्थ्य के लिए आचार, विचार, आहार औऱ व्यवहार आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए है। जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ अचेतन रहन-सहन और खान-पान के कारण होती हैं । आपको अपने शरीर का सम्मान करना चाहिए । कृतज्ञता आपके जीवन का हिस्सा होना चाहिए । सत्र के दौरान बच्चों ने अपनी समस्याएं डॉ जैन से साझा की उन्होंने सभी के सम्भावित कारण और निवारण बताये।
कार्यक्रम का संचालन जागृति उनियाल, वैज्ञानिक अधिकारी ने किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, देवभूमि विश्वविद्यालय, जूनियर हाई स्कूल, धूलकोट, गवर्नमेंट कॉलेज खाराखेत,
देहरादून सहित विभिन्न स्कूल और कॉलेज के 300 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का समापन वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. पीयूष जोशी के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, उन्होंने वक्ताओं, प्रतिभागियों और आयोजक टीम को उनके प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर परिषद् के अधिकारी और कर्मचारी सम्मिलित हुए।
नवाचार महोत्सव के अवसर पर एक कला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसका मुख्य विषय था विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार । इस अवसर पर नवाचार संबंधित विचारों पर एक पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र- छात्राओं के लिए प्रेरक नवाचार विषय के अंतर्गत एक व्याख्यान का भी आयोजन किया गया।
नवाचार महोत्सव के उपलक्ष्य में आंचलिक विज्ञान केन्द्र के प्रांगण में एक नवाचार प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न संस्थानों ने अपने कार्य और प्रोडक्ट प्रदर्शित किए। इस महोत्सव में विभिन्न स्कूल कॉलेज के विद्यार्थियों, शिक्षकों, संस्थानों के प्रतिनिधि, वैज्ञानिक आदि ने प्रतिभाग किया।

भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किए गए बच्चे सीख रहे कंप्यूटर, संगीत ज्ञान

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देहरादून, जिलाधिकारी सविन बंसल हर क्षेत्र पर तेजी से कार्य कर हैं, वहीं माइक्रोप्लान के तहत तैयार किए गए राज्य का पहला आधुनिक इन्टेंसिव केयर शेल्टर से जंहा भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर आखर ज्ञान के साथ ही तकनीकि ज्ञान तथा संगीत एवं अन्य गतिविधि के माध्यम से मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। साधुराम इंटर कॉलेज में भिक्षावृत्ति से मुक्त किए गए बच्चों को अन्य बच्चों की भांति मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मॉडल इन्टेसिव केयर शैल्टर को युद्धस्तर विकसित किया जा रहा है, जिसमें बच्चों के शैक्षणिक एवं कौशल विकास को विकसित करने हेतु स्वंयसेवी, विशेषज्ञों द्वारा बच्चों के सर्वागीण विकास में योगदान दिया जा रहा है। इन्टेसिंव केयर शैल्टर में जहां बच्चों के लिए पठन-पाठन हेतु कक्षा कक्ष को विकसित किया गया। अब उक्त परिसर में कम्प्यूटर उपकरण स्थापित कर दिए गए हैं। साथ ही संगीत कक्ष स्थापित करते हुए उपकरण को संजोया गया है। उक्त आधुनिक इन्टेंसिव केयर शैल्टर का उद्देश्य इन बच्चों को शैक्षिक विकास हेतु रूचि उत्पन्न करने हेतु आदर्श वातावरण तैयार कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने कार्य किया जा रहा है।
साधुराम इन्टर कालेज में बनाए गए राज्य के पहले आधुनिक इन्टेसिंव केयर शैल्टर में बच्चों की शिक्षा के साथ ही कम्प्यूटर ज्ञान एवं संगीत के माध्यम से बच्चों को मुख्यधारा से जाड़ने के लिए कम्प्यूटर रूम, म्यूजिक रूम तैयार कर लिया गया है। अब भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किए गए बच्चे तकनीकि ज्ञान के साथ संगीत शिक्षा भी प्राप्त करेंगे।
आधुनिक इन्टेंसिव केयर शेल्टर में प्रतिदिन 25-30 बच्चे कक्षाओं में पढाई कर हैं, अपने भावी भविष्य को संवारने का कार्य कर रहे हैं। शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों में रेस्क्यू किये बच्चों सहित संस्थानों एवं घरों से भी बच्चे आ रहे हैं। इस मुहिम से जहां बच्चों में शिक्षा के प्रतिरूचि बढ रही है वहीं संगीत, चित्रकला, कम्प्यूटर ज्ञान, खेल के माध्मय से बच्चों को मुख्यधारा में जोड़ा जा रहा है। आधुनिक केयर शेल्टर में निजी स्कूल/संस्थान की भांति सुविधाएं विकसित की गई हैं।

राज्य सरकार बालिका एवं महिला सशक्तिकरण के लिए कर रही कार्य : मुख्यमंत्री

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देहरादून/खटीमा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में गौरी शंकर महादेव मंदिर, भ्रह्म कालोनी एंव आरपी पब्लिक स्कूल, मेलघाट रोड में महाशिवरात्रि के अवसर पर सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल होकर नव दम्पतियों को आशीर्वाद व बधाई देते हुए उनके नव दाम्पत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। इस दौरान दोनों स्थानों पर कुल 50 जोड़ो का विवाह सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने नव दम्पतियों को उनके सुखमय वैवाहिक जीवन के शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कन्यादान को हमारे समाज व संस्कृति में महादान की संज्ञा दी गई है। उन्हें भी एक अभिभावक के रूप में विवाह में शामिल होने का अवसर मिला यह सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा खटीमा एक बगीचा है जिसमे सभी समुदाय के लोग प्रेम भाव से रहते हैं। यह एक लघु भारत का स्वरूप लगता है, इसी भावना का उदाहरण यह सामूहिक विवाह भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा बेटियां दो-दो घरों को रोशन करती हैं। बेटियों के सशक्त होने से राष्ट्र सशक्त होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बालिका एवं महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने सभी नौकरियों में महिलाओं को 30% क्षैतिज आरक्षण दिया है। जिससे राज्य में महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में 38 वें राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन हुआ। इन खेलों के आयोजन की चारों ओर प्रसंशा मिल रही है। जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में मेडल तालिका में हम 25वें स्थान से 7 वें स्थान पर आएं है। जिसमें बेटियों ने अधिक मैडल जीतकर हमे गौरवान्वित किया है।
इस दौरान श्रीमती गीता धामी, नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, गणेश जोशी, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।