देहरादून। ई-कॉमर्स साइट पर कोरियर अटकने का झांसा देकर साइबर ठगों ने महिला को 1.96 लाख रुपये ठग लिए। साइबर धोखाधड़ी को लेकर अंजलि चंद निवासी नींबूवाला ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में तहरीर दी। उन्होंने बताया कि ई कॉमर्स साइट अमेजन पर उन्होंने बच्चे के लिए दो प्रोडेक्ट ऑर्डर किए थे। एक डिलीवर हुआ और दूसरा डिलीवर नहीं हुआ। आर्डर चेक किया तो दूसरा सामान वापस सेलर पर जाने की अपडेट दिखी। उन्होंने दोबारा आर्डर किया। तब बीते 10 अगस्त को एक कॉल आई। कहा गया कि उनका कोरियर अटक गया है। एक्टिवेट करने के लिए पांच रुपये का भुगतान करना होगा। महिला को तब एक लिंक भेजा गया। उस पर महिला ने पेमेंट के लिए खाते की जानकारी डाली। इसके बाद दो अलग-अलग ट्रांजेक्शन में रकम कटी। इंस्पेक्टर कैंट सम्पूर्णानंद गैरोला ने बताया कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
हेमकुंड साहिब के कपाट इस साल 11 अक्टूबर को होंगे बंद, अबतक सवा दो लाख दर्शनार्थी कर चुके दर्शन
देहरादून, पवित्र धाम हेमकुंड साहिब धाम के कपाट इस साल करीब सवा माह बाद बंद कर दिए जायेंगे। गुरुद्वारा ट्रस्ट के पदाधिकारियों की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है। इस साल धाम के कपाट बीस मई को खुले थे। जिसके बाद अब तक करीब सवा दो लाख दर्शनार्थी हेमकुंड साहिब धाम के दरबार साहिब की यात्रा पर पहुंच चुके हैं। अभी भी श्रद्धालुओं के हेमकुंड साहिब पहुंचने का सिलसिला जारी है। श्री हेमकुंड साहिब धाम के कपाट बंद करने के लिए गुरुद्वारा ट्रस्ट के सभी ट्रस्टों के बीच एक दिवसीय बैठक में प्रशासन से विचार विमर्श के बाद निर्णय लिया गया कि हेमकुंड साहिब धाम के कपाट इस वर्ष 11 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे बंद कर दिए जाएंगे।
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि इस साल श्री हेमकुण्ट साहिब जी की यात्रा 20 मई 2023 से आरंभ की गई थी। कपाट खुलने के समय भारी बर्फबारी, बदलते मौसम और बारिश के बावजूद अब तक लगभग 2,27,500 श्रृद्धालुओं ने गुरु दरबार में हाजिरी भरी व मत्था टेकने का सौभाग्य प्राप्त किया। यात्रा समापन के संबंध में गुरूद्वारा ट्रस्ट के माननीय ट्रस्टीयों द्वारा विगत दिवस एक बैठक की गई तथा प्रशासन से विचार-विमर्श करके यह निर्णय लिया है कि श्री हेमकुण्ड साहिब जी के कपाट इस वर्ष 11 अक्टूबर 2023 को दोपहर 01:00 बजे बंद करने के साथ ही यात्रा का समापन कर दिया जाएगा |
जुलाई व अगस्त माह में राज्य में यात्रा में गिरावट देखी गई जबकि अब मौसम खुलने से तीर्थयात्रियों का आवागमन बढ़ गया है। ब्रह्मकमल फूलों की एक प्रजाति है जो कि बहुत पवित्र मानी जाती है और केवल हिमालय के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाई जाती है। इस समय कई प्रजातियों के फूल खिले हुए हैं जो हेमकुंड घाटी की शोभा बढ़ा रहे हैं। फूलों की घाटी में पाए जाने वाले फूल इस समय हेमकुण्ट घाटी में भी अपनी मनमोहन छटा बिखेर रहे हैं।
गुरुद्वारा ट्रस्ट ने सभी तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया है कि जो भी श्रद्धालु श्री हेमकुण्ड साहिब जी की यात्रा करना चाहते हैं। वह अपना कार्यक्रम शीघ्र बना लें क्योंकि कपाट बंद होने में कम समय रह गया है। आने वाले यात्रियों की सुविधा हेतु गोविंद घाट से घांघरिया तक हेलीकॉप्टर सेवाएं भी पुन: शुरू कर दी गई हैं |
जैसा कि अवगत ही है कि ट्रस्ट द्वारा यात्रा का प्रबंध किया जाता है। हरिद्वार से आगे के मार्ग में ट्रस्ट के सभी गुरुद्वारों व धर्मशालाओं में लंगर व रात्रि विश्राम की सुविधाएं हैं। तीर्थयात्रियों की बढ़ती आमद को ध्यान में रखते हुए तथा गोविंद घाट से रोपवे चालू होने के बाद कई गुना यात्रा वृद्धि की उम्मीद करते हुए गुरुद्वारा ट्रस्ट अब रतूड़ा गांव (जिला रूद्रप्रयाग) में एक गुरूद्वारा व धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है, जो कि ऋषिकेश से गोविंद घाट के बीच में होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का मार्गदर्शन सुखद, नडढा ने थपथपाई सीएम की पीठ : भट्ट
प्रदेश में जीतेंगे पांचो लोस सीट
देहरादून, भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नडढा का एक दिवसीय उतराखंड दौरा सुखद रहा कई विषयों पर चर्चा के दौरान उनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस दौरान कई निर्णयों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीएम पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मे निकाय चुनाव तथा लोक सभा चुनाव भी होने है। कुछ विंदुओ पर महत्वपूर्ण सुझाव भी प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि निकाय चुनावों की तैयारियों को लेकर नगर निगम, नगर पालिका क्षेत्रों मे जाकर पार्टी प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन करेगी वहीं आम जनता के बीच विधायक और सांसदो के प्रवास कार्यक्रमों को लेकर रिपोर्ट तैयार कर केंद्र को भेजी जायेगी।
भट्ट ने कहा कि प्रदेश मे जनहित के निर्णयों पर भी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुक्त कंठ से सीएम पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई। इनमें लव जिहाद, लैंड जिहाद, अवैध धर्मांनतरण तथा यूसीसी के मुद्दे पर उन्होंने सीएम की नीतियों की तारीफ की। सभी सांसदों ने सीएम के कार्यों को सराहनीय बताया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मे आयी आपदा की तैयारी और आम लोगों को राहत पहुंचाने के लिए किये जा रहे कार्यों से भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराया। भट्ट ने कहा कि प्रदेश मे फिर पांचो सीट भाजपा के खाते मे आ रही है और केंद्र मे भाजपा की सरकार बनेगी।
उन्होंने बताया, श्री नड्डा जी ने मुख्यमंत्री से प्रदेश में आपदा की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली और संगठन से भी राहत कार्यों में सेवा भाव से जुटे रहने का आग्रह किया । उन्होंने कहा, बैठक में सांसदों समेत कोर टीम के सदस्यों ने धामी सरकार के ऐतिहासिक निर्णयों और आपदा की स्थिति से निपटने के लिए भूरि भूरि प्रशंसा की ।
कोर ग्रुप बैठक में पार्टी प्रदेश प्रभारी श्री दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी श्रीमती रेखा वर्मा, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी, प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट प्रदेश महामंत्री संगठन श्री अजेय कुमार पूर्व सीएम व हरिद्वार सांसद डाक्टर रमेश पोखरियाल निशंक, श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत , श्री विजय बहुगुणा राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष राज्य सभा सांसद श्री नरेश बंसल कुलदीप कुमार आदित्य कोठारी , खिलेंद्र चौधरी समेत अन्य कोर ग्रुप के सदस्य उपस्थित रहे ।
डीआईटी यूनिवर्सिटी में यूथ रेडक्रास द्वारा मोटिवेशनल स्पीच एवं आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण : चीफ प्राक्टर ने अनिल वर्मा तथा मेजर प्रेमलता वर्मा को शील्ड भेंटकर किया सम्मानित
देहरादून, मसूरी रोड स्थित डीआईटी यूनिवर्सिटी के प्रो-वाईस चांसलर प्रोफेसर प्रियांशु पात्रा के निमंत्रण पर यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा तथा स्टेट डिजास्टर रिस्पांस टीम की सदस्या मेजर प्रेमलता वर्मा को यूनिवर्सिटी के दीक्षारम्भ कार्यक्रम-2023 के तहत नवागंतुक छात्र-छात्राओं को देश के जिम्मेदार नागरिक के रूप ढालने हेतु प्रेरणादायक वक्तव्य तथा आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यूनिवर्सिटी के चीफ प्राक्टर डा0 नवीन सिंघल द्वारा अनिल वर्मा तथा मेजर प्रेमलता वर्मा को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु शील्ड भेंटकर सम्मानित किया गया।
अनिल वर्मा ने विश्वविद्यालय के नवागंतुक युवा छात्र-छात्राओं को जीवन में नैतिक मूल्यों, मानवीय मूल्यों तथा श्रेष्ठ नागरिक के कर्तव्यों को अपनाने हेतु प्रेरित किया। इनमें वृद्वाश्रमों की बढ़ती संख्या पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए माता-पिता के प्रति प्रत्येक व्यक्ति के दायित्वों का बोध कराया, साथ ही दूसरों के दुःख दर्द महसूस करने व उन्हें दूर करने का प्रयास करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने युवाओं में बढ़ती जा रही सिविक सेंस की कमी के प्रति जागरूक करते हुए इधर-उधर न थूकने, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, ट्रैफिक रूल्स अपनाने, महिला सम्मान तथा क्रोध पर नियंत्रण करने आदि की विस्तृत जानकारी दी। नशामुक्ति अभियान के तहत् स्वस्थ जीवन-सुखी जीवन का आधार पर प्रकाश डालते हुए फास्ट फूड तथा कार्बाेनेटेड ड्रिंक्स के अति उपयोग से दूर रहने व घरेलू पौष्टिक भोजन करने तथा व्यसन मुक्त जीवन अपनाने के सूत्र बताये। रक्तदान-जीवन दान, नेत्रदान-महादान तथा अंगदान-देहदान की आवश्यकता के प्रति प्रेरित करते हुए इनके महत्व तथा प्रक्रिया की जानकारी प्रदान की।
उन्होंने आनुवांशिक रक्तरोग थैलीसीमिया को गंभीर बताते हुए युवाओं को विवाह से पूर्व अपने जीवनसाथी की थैलीसीमिया माईनर की रिपोर्ट आपस में मिलाने का संकल्प दिलवाया। साथ ही एड्स, टी0बी0, डेंगू आदि से बचाव की महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। समाज एवं राष्ट्र सेवा को सर्वाेपरि स्थान देने हेतु स्वार्थ को त्यागकर सदैव परमार्थ हेतु तत्पर रहने का आह्वान किया।
इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को शत्रु देश से युद्व के दौरान अथवा शांतिकाल में प्राकृतिक अथवा मानवकृत आपदाओं की विभीषिका में घायलों व रोगी व्यक्तियों को दुर्घटनास्थल से सुरक्षित रूप से निकाल कर ले जाने की इमरजेंसी मेथड्स आफ रेस्क्यू की विभिन्न तकनीकों व रोप रेस्क्यू सहित प्राथमिक चिकित्सा की सीपीआर आदि का विधिवत सैद्धांतिक तथा व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया।
डीआईटी यूनिवर्सिटी के चीफ प्रोक्टर डा0 नवीन सिंघल ने मोटिवेशनल स्पीच कार्यक्रम तथा डिजास्टर मैनेजमेंट ट्रेनिंग को बहुत ही सफल एवं उपयोगी बताते हुए अनिल वर्मा तथा मेजर प्रेमलता वर्मा को विश्वविद्यालय की तरफ से प्रतीक चिह्न प्रदान करके सम्मानित किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन स्टूडेंट वेलफेयर डा0 राकेश मोहन, एन0सी0सी0 अधिकारी लेफ्रिटनेंट डा0 जबरिंदर सिंह, लेफ्रिटनेंट डा0 ब्रजलता तथा सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
सीएम आवास पहुंची महिला प्रतिनिधिमंडल, सीएम धामी को बांधी राखी
देहरादून, सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर सीएम पुष्कर सिंह धामी को महिला प्रतिनिधिमंडल ने राखी बांधी। बता दें रक्षा बंधन से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिला समूहों को ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ के रूप में तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने इस योजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
योजना का संचालन महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जाएगा। प्रदेश में वर्तमान में तमाम महिला समूह कार्यरत हैं। जिनके द्वारा विभिन्न उत्पादों का निर्माण किया जाता है। हालांकि, कई बार इनको सही बाजार न उपलब्ध होने के कारण परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है।
इस योजना के माध्यम से प्रदेश में कार्यरत तमाम महिला समूहों की ओर से निर्मित उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक विकास खंड में महिला समूहों द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पादों की किसी सार्वजनिक स्थान पर प्रदर्शनी लगवाकर महिला समूहों को विपणन के लिए समुचित अवसर उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे। महिला समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री को ब्लॉक स्तर पर बाजार मिलने से जहां उनको अपने उत्पादों की बिक्री के लिए एक मंच मिल सकेगा, वहीं दूसरी ओर उत्पादों को एक नई पहचान भी मिलेगी।
स्कूली बच्चों को लेकर जा रहा यूटिलिटी वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरी, कई बच्चे हुए चोटिल
देहरादून, उत्तरकाशी जिले के तहसील बड़कोट क्षेत्र में राजगढ़ी के पास स्कूली बच्चों को लेकर जा रहा यूटिलिटी वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। इससे बच्चों में चीख-पुकार मच गई। सूचना पर 108 आपातकालीन सेवा तथा पुलिस टीम मौके पर पहुंची। लेकिन तब तक ग्रामीण बच्चों को सुरक्षित निकाल चुके थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी के तहसील बडकोट क्षेत्र में राजगढी के पास एक यूटीलिटी कैम्पर वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो गयी है। उसमें लगभग 15-16 बच्चे सवार थे। जिसमें 4 बच्चों को हल्की फुल्की चोटे आई हैं। बाकी सभी बच्चे सुरक्षित बताए गए है। यूटिलिटी वाहन में चालक भी फंसा हुआ था। जिसे स्थानीय ग्रामीण द्वारा सुरक्षित निकाल दिया गया। उक्त स्थान पर 108 आपातकालीन सेवा के माध्यम से 4 बच्चे व ड्राईवर को बड़कोट लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गम्भीर रूप से घायल चालक को देहरादून रैफर कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते पर यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने अस्पताल पहुंच कर घायलों का हाल जाना।
गुलदार ने 2 पशुपालकों की 25 बकरियां मार डाली
विकासनगर। कालसी विकासखंड के अंतर्गत धनपऊ गांव की स्वाणी छानी में दो पशुपालकों की बकरवाड़े पर गुलदार ने हमला बोल दिया। गुलदार ने पशुपालकों की पच्चीस बकरियों को मौत के घाट उतार दिया। जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। पशुपालकों ने वन विभाग से मुआवजा देने की मांग की है। ग्राम धनपऊ निवासी बबलू व दिगपाल सिंह खेती किसानी के साथ-साथ बकरी पालन का काम करते हैं। गांव की स्वाणी छानी में बकरियां बकरवाडे में बंद कर दोनों अपने घर आ गये थे। रात में गुलदार ने बकरवाड़े में हमला बोल दिया और उनकी पच्चीस बकरियों को एक एक कर मार डाला। दोनों पशुपालकों ने कहा कि बकरी पालन उनका रोजगार का मुख्य जरिया था। जिससे वे अपनी रोजी रोटी कमाते हैं। लेकिन बकरियों के मारे जाने से उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। दोनों पशु पालकों ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है।
सेवा विस्तार की मांग को लेकर धरना जारी, अनुभी बोरा का अचानक बिगड़ा स्वास्थ्य, अस्पताल में किया भर्ती
देहरादून, कोरोनाकाल में रखे गए कर्मचारियों का सेवा विस्तार की मांग को धरना लगातार जारी है, वह सरकार से अपने समायोजन और सेवाविस्तार की मांग कर रहे है | इस क्रम में पिछले 24 दिनों से भूख हड़ताल पर लगातार कर्मचारियों के बैठने का सिलसिला अभी तक जारी है, बीते सात दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे चमोली जिलाध्यक्ष संतोष राणा के स्वास्थ्य में गिरावट आने पर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें कोरोनेशन हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ा | जहां उनके स्वास्थ्य (बुखार) में गिरावट जारी है। इसी बीच दो और कर्मचारी प्रदीप उनियाल (टिहरी) और अल्मोड़ा जिलाध्यक्ष (मुकेश शर्मा) रविवार से भूख हड़ताल पर बैठ गए।
कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से कोई ठोस आश्वासन उन्हें नहीं मिला और ना ही कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने धरना स्थल आया। कर्मचारियों ने कहां की अगर ऐसा ही चलता रहा तो उन्हें उग्र आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा। वहीं धरना स्थल पर आज अचानक अनुभी बोरा का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे कोरोनेशन हॉस्पिटल लाया गया, उसे भी 104° बुखार है |
इस मौके पर धरना स्थल पर जिलाध्यक्ष शर्मीला चौहान, मितलेश बलूनी, अनुभी बोरा, मंजू देवी आदि विभिन्न जिलों से आये कर्मचारी मौजूद रहे।
खास खबर : छात्रों की प्रवेश संबंधी परेशानी बढ़ी, बिना सीयूईटी के प्रवेश का विकल्प समाप्त : अब यूजीसी और प्रदेश सरकार पर निगाहें : डॉ. सुनील अग्रवाल
छात्रों की प्रवेश संबंधी परेशानी को देखते हुए ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रवेश की तिथि 15 सितंबर तक विस्तारित की जाए’
देहरादून, उत्तराखंड़ में विश्वविद्यालय में बिना सीयूईटी के प्रवेश का विकल्प समाप्त होने से छात्रों की प्रवेश सम्बन्धी परेशानी और बढ़ गयी, यह कहना है एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंसड इंस्टीट्यूटस उत्तराखंड के अध्यक्ष एवं ऑल इंडिया अनऐडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल का | एक मुलाकात में डा. अग्रवाल ने कहा कि अब छात्रों की निगाहें यूजीसी और प्रदेश सरकार पर टिकी हैं |
उन्होंने प्रदेश के छात्रों को हो रही प्रवेश संबंधी समस्या पर चिंता जताई है | डा. अग्रवाल ने कहा की गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में बिना सीयूईटी के छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है और जैसा की छात्र आंदोलन से दिखाई दे रहा है कि अधिकांश छात्र प्रचार के अभाव में सीयूईटी की प्रवेश परीक्षा से वंचित रहे हैं, ऐसे में छात्रों के पास श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश का विकल्प था लेकिन श्री देव सुमन विश्वविद्यालय और कुमाऊं विश्वविद्यालय दोनों में ही समर्थ पोर्टल से प्रवेश 26 अगस्त को बंद हो चुके हैं | ऐसे में छात्रों के सामने दोहरी परेशानी है गढ़वाल विश्वविद्यालय ने बिना सीयूईटी के प्रवेश की अनुमति कॉलेजों को नहीं दी है और इस संबंध में गढ़वाल विश्वविद्यालय के अधिकारियों की निर्णय विहीनता की स्थिति को देखते हुए उनसे कोई उम्मीद भी नहीं है बिना सीयूईटी के छात्रों के पास श्री देव सुमन विश्वविद्यालय और कुमाऊं विश्वविद्यालय में प्रवेश का विकल्प था, लेकिन कल से इनमें प्रवेश हेतु समर्थ पोर्टल भी बंद हो चुका है |
उन्होंने कहा कि इस संबंध में विभिन्न स्तरों पर वार्ता के बाद प्रदेश सरकार का रुख सकारात्मक रहा और सरकार द्वारा कई बार प्रवेश की तिथि विस्तारित भी की गई लेकिन प्रदेश में पिछले दो महीने से प्राकृतिक आपदाओं के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है और जगह-जगह आवागमन अवरुद्ध है, जिसके कारण अभी अधिकांश छात्र प्रवेश नहीं ले पाए हैं | इस संबंध में राज्य सरकार को पुनः अवगत कराया गया है और प्रवेश हेतु 15 सितंबर तक तिथि विस्तारित करने की मांग की गई है, यूजीसी से भी यह मांग की गई है की गढ़वाल विश्वविद्यालय को निर्देशित किया जाए के प्रदेश के भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए सी यू ईटी की बाध्यता से प्रवेश को मुक्त किया जाए अब वर्तमान परिस्थितियों में विश्वविद्यालयों से तो कोई उम्मीद नहीं है लेकिन यूजीसी और राज्य सरकार से यह उम्मीद है कि वह छात्र हित में उपयुक्त निर्णय लेकर छात्रों के भविष्य को सुनिश्चित करेगी |
डा. अग्रवाल ने कहा कि इस सत्र में श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से संबंध कुछ कॉलेजों ने नए कोर्सों हेतु विश्वविद्यालय का निरीक्षण करवाया था और विश्वविद्यालय ने उन कोर्सों का अनुमोदन कर फाइलें राजभवन भेज दी थी इसी प्रकार से कुछ कॉलेजों ने अपने कुछ कोर्स गढ़वाल विश्वविद्यालय से श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में ट्रांसफर किए थे उसमें भी विश्वविद्यालय द्वारा निरीक्षण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई थी, लेकिन समर्थ पोर्टल में उन कॉलेजों के समक्ष उक्त कोर्स प्रदर्शित नहीं हो रहे थे | जिससे उन कोर्सों के छात्रों को कॉलेज द्वारा समर्थ पोर्टल में अपलोड नहीं किया जा सका है | एक तरफ राज्य सरकार की इच्छा है कि सभी कॉलेज गढ़वाल विश्वविद्यालय से श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में ट्रांसफर लें दूसरी तरफ विश्वविद्यालय द्वारा ट्रांसफर लिए गए कॉलेज के कोर्स में भी लापरवाही बरती जा रही है | अब राज्य सरकार से यह उम्मीद है कि छात्रों की प्रवेश संबंधी परेशानी को देखते हुए ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रवेश की तिथि 15 सितंबर तक विस्तारित की जाएगी |
देश की बात फाउंडेशन ने किया रोजगार संसद का आयोजन
देहरादून, सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था “देश की बात फाउंडेशन” द्वारा राष्ट्रीय रोजगार नीति गारंटी कानून बनाने के लिए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में “रोजगार संसद” का आयोजन किया गया | जिसमें “देश की बात फाउंडेशन” के केंद्रीय कोऑर्डिनेटर आशा सिंह एवं प्रोफेसर ललित चौहान एवं स्टेट कोऑर्डिनेटर जगदीश कोहली, मंजू शर्मा, चौधरी रविंदर, सुशील सैनी, डी.के.पाल, प्रशांत राय,इकबाल राव, आयशा खान, बबीता, ममता जी आदि शामिल थे।
देश की बात फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय रोजगार नीति कानून बनाने के लिए देशभर में सभी जिलों में रोजगार संसद का आयोजन किया जा रहा है। इसी परिपेक्ष में उत्तराखंड के देहरादून में क्षेत्रिय जनता की मौजूदगी में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन 1 से 3 सितंबर को यूनिसन वर्ल्ड स्कूल में होगा आयोजित
देहरादून: द सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ़ इंडियन क्लासिकल म्यूसिक अमंग यूथ (स्पिक मैके) और यूनिसन वर्ल्ड स्कूल ने आज आयोजित प्रेस वार्ता में आगामी स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन 2023 की घोषणा करी। यह सम्मेलन भारतीय संस्कृति और कला का एक जीवंत उत्सव होगा, और इसका आयोजन 1 से 3 सितंबर देहरादून के यूनिसन वर्ल्ड स्कूल में होने जा रहा है।
डॉ किरण सेठ द्वारा स्थापित, स्पिक मैके युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और संस्कृति की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने का एक प्रतीक रहा है। डॉ किरण सेठ के अनुसार, “स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन युवाओं के लिए हमारी विविध सांस्कृतिक सुंदरता का आनंद प्रदान करने वाला एक मंच है। यह कार्यक्रम युवाओं को कला की प्रशंसा करने का मौक़ा देता है और एकता और समझ की भावना को प्रोत्साहित करता है।”
मीडिया को संबोधित करते हुए, स्पिक मैके उत्तराखंड चैप्टर की अध्यक्ष, विद्या वासन ने कहा, “यह सम्मेलन प्रसिद्ध कलाकारों की एक श्रृंखला की मेजबानी करते हुए सभी उपस्थित दर्शकों को एक समृद्ध अनुभव प्रदान करेगा। पद्म श्री डॉ. माधुरी बर्थवाल, डॉ. अन्वेसा महंता, पद्म भूषण डॉ. एन राजम और डॉ. संगीता शंकर, पद्म श्री पं. उल्हास कशालकर, डॉ. वंदना शिवा, पद्म श्री विद. जयराम राव, पं. राकेश चौरासिया, श्री पार्थो रॉय चौधरी, श्री विशाल मिश्रा, पं. तेजेंद्र मजूमदार, विद संदीप नारायण, नक्षत्र गुरुकुल, श्री विशाल कृष्णा और संजोर त्सोकपा अपने प्रदर्शन और अंतर्दृष्टि से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए इस कन्वेंशन में प्रतिभाग करेंगे।”
आगे बोलते हुए उन्होंने बताया, “देहरादून और उसके आसपास के कई अन्य स्कूल भी इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन में भाग लेने में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति प्रताप म्यूजिक हाउस, इंग्लिश बुक डिपो, डब्ल्यूआईसी क्लब और दून क्लब से निमंत्रण कार्ड प्राप्त कर सकता है।”
यूनिसन वर्ल्ड स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. मोना खन्ना ने अपनी प्रत्याशा साझा करते हुए कहा, “स्पिक मैके राज्य सम्मेलन 2023 की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है। यूनिसन ने हमेशा से समग्र शिक्षा को बढ़ावा देने में विश्वास रखा है, और यह सम्मेलन हमारे छात्रों में सांस्कृतिक समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देने के हमारे विचारों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।”
उन्होंने आगे कहा, “तीन दिवसीय इस कार्यशाला में, छात्रों और उपस्थित लोगों को भारत के उत्कृष्ट कलाकारों द्वारा शास्त्रीय प्रदर्शनों की एक विविध श्रृंखला देखने, प्रख्यात गुरुओं के साथ गहन अभ्यास करने, योग तकनीक और विभिन्न कला रूपों को सीखने, ज्ञानवर्धक वार्ता सत्रों में शामिल होने, और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा आयोजित व्यावहारिक कार्यशालाओं में भाग लेने का अनूठा अवसर मिलेगा।”
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के आईईसी अधिकारी अनिल सती को जनसंपर्क के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रेस क्लब ने किया सम्मानित
देहरादून उत्तरांचल प्रेस क्लब ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग के सूचना, शिक्षा एवं संचार (आईईसी) अधिकारी अनिल सती को सम्मानित किया। उनको यह सम्मान स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकारी योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने तथा जनसंपर्क के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिए किये गये उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया गया। प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय राणा ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया। पहली बार प्रेस क्लब ने जनसम्पर्क के क्षेत्र में किसी ब्यक्ति को सम्मानित किया है।
प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में क्लब के अध्यक्ष अजय राणा ने कहा कि आईईसी अधिकारी अनिल सती ने समय-समय पर मीडिया के साथ संवाद कर स्वास्थ्य विभाग की अनेक योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने का काम किया है। वह पिछले 16 वर्षों से विभाग में विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अनिल सती ने सरकार, स्वास्थ्य विभाग और जनता के बीच पुल का काम किया है। इन योजनाओं का लाभ सुदूर गांव के लोगों को भी मिल रहा है। उन्होंने अनिल सती के प्रयासों की सराहना की।
प्रेस क्लब महामंत्री विकास गुसाईं ने कहा सभी पत्रकार साथियों को अनिल सती का सहयोग हमेशा मिलता रहा है। उन्होंने कहा सरकार को चाहिए कि सभी सरकारी विभागों में जनसम्पर्क विभाग को मजबूत किये जाने की आवश्यकता है ताकि स्वास्थ्य विभाग की तरह सरकार के सभी विभागों की विभन्न योजनाओं की जानकारी समय पर आम जनमानस तक पहुँच सके।
उन्होंने प्रेस क्लब को स्वास्थय विभाग दुआरा समय-समय पर मिलने वाले सहयोग के लिए आभार ब्यक्त किया।इस मौके पर आईईसी अधिकारी अनिल सती ने कहा कि जनसंपर्क का कार्य चुनौतीपूर्ण होता है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं यदि आम जनता तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने इसके लिए मीडियाकर्मियों का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि वह केवल मीडिया के साथ समन्वय करते हैं, योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में मीडिया की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान इस सम्मान से उनका मनोबल बढ़ा है।गौरतलब है कि पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती को जनसंपर्क के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहले भी दो पुरस्कार मिल चुके हैं। वह अपने कार्य का निर्वहन पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कर रहे हैं। अनिल सती स्वास्थ्य विभाग में आईईसी के अलावा राज्य तपेदिक सेल और उत्तराखंड एडस नियंत्रण कार्यक्रम में अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इसके साथ ही अनिल सती जनसम्पर्क के क्षेत्र में कार्यशालाएं व जन जागरूकता कार्यक्रम कराते रहते हैं।