Monday, June 16, 2025
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ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने ज्वालापुर मंण्छल के कार्यकर्ताओ को किया सम्बोधित

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हरिद्वार ( कुलभूषण)   भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चे का मंडल ज्वाला पुर पूर्वी में प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी का प्रवास कार्यक्रम हुआ प्रदेश अध्यक्ष हरिद्वार जिले के सभी मंडलों के प्रवास पर हैं और सभी मंडलों में जाकर भारतीय जनता पार्टी की रीती नीतियों से सभी को जोड़कर एक साथ मतदान भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में करने के लिए सभी को जानकारी दें रहे हैं प्रदेश अध्यक्ष प्रवास कार्यक्रम  बैठक के द्वारा सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं उनको सभी समाज को जोड़कर रखने के लिए प्रेरित कर रहे हैं प्रदेश अध्यक्ष का सभी  कार्यकार्यकर्ता भाइयों बहनों और मातृशक्ति का मार्गदर्शन मिला इसमें काफी संख्या में मातृशक्ति की भी भागीदारी रही मंडल अध्यक्ष दीपांकर सैनी के मंडल में मंडल  प्रवास कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष ओ बी सी मोर्चा डॉ प्रदीप सोशल मीडिया प्रभारी आशीष चौधरी राकेश चौधरी आदित्य गिरी आजाद वीर वीरेंद्र नरेंद्र चंदेल अमित राज सुनीता यादव मोहित चौहान और सभी मोर्चा की टीम की भागीदारी रही ।

ब्राह्मण  का इतिहास पौरुष पराक्रम और त्याग से भरा पड़ा है  : प्रमोद कृष्णम

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हरिद्वार ( कुलभूषण )  पंतदीप मैदान हरिद्वार में रविवार को देश के सभी ब्राह्मण संगठनों एवं उत्तराखण्ड ब्राह्मण फेडरेशन द्वारा ब्राह्मण महाकुंभ का आयोजन किया गया। इस महा कुंभ में देश के सभी राज्यों के प्रतिनिधयों सहित हजारों ब्राह्मणों ने शिरकत की। मुख्य अतिथि कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि लड़ाई हमेशा शस्त्र के साथ की जाती और हौसला उसमें काम करता है। आज हमारे समाज को टारगेट किया जा रहा है ब्राह्मणों को कोसने को मनुस्मृति का प्रयोग करते हैं जबकि वह क्षत्रिय द्वारा लिखी गई है।
उन्होने कहा कि ब्राह्मण को वहकाया समझाया जा सकता है लेकिन धमकाया नहीं जा सकता है। ब्राह्मण  का इतिहास पौरूष  पराक्रम और त्याग से भरा पडा है। अगर ब्राह्मण  जातिवादी होता तो राम की नहीं रावण की पूजा करता। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनैतिक दल का कोई नेता सनातन पर हमला करेगा तो उसका मुंह हमको काला करना पड़ेगा। अगर आज ब्राह्मण अपना सम्मान चाहते हैं तो राजनीति में अपना स्थान बनाना पड़ेगा। नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि ब्राह्मणों का योगदान भारत के विकास में हो रहा है। भारतीय संस्कृति को भी ब्राह्मण आगे बढ़ाने में योगदान कर रहा है। सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि आज सोशल मीडिया में भी ब्राह्मणों का अपमान किया जा रहा है जो कि निन्दनीय है।
महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि महाराज ने कहा कि  आज जिसको देखो वह ब्राह्मणों को गाली दे रहा है और ब्राह्मणों के खिलाफ की गई शिकायतों की जांच में ब्राह्मणों को दोषी नहीं पाया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्रनाथ त्रिपाठी ने कहा कि विना संगठित हुए सत्ता की प्राप्ति असम्भव है। इस मौके पर महामण्डलेश्वर रामेश्वर ब्रह्मचारीए गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम पूनम पण्डित मेयर नगर निगम अनीता शर्मा संजय महंत बलराम दास हठयोगी सोमदत्त शर्मा अशोक शर्मा केण्सीण् कौशिक एडवोकेट मनोज गौतम बालकृष्ण शास्त्री पं पद्म प्रकाश शर्मा पं अधीर कौशिकडॉ राजेन्द्र पाराशर   ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए मुख्य संयोजक पं विशाल शर्मा ने कहा कि देव भूमि हरिद्वार में मां गंगा के तट पर ब्राह्मणों का इतना बड़ा संगम पहली बार हुआ है। अब जो भी हमारी मांगांे के समर्थन में संसद एवं विधान सभाओं में आवाज बुलन्द करेगा हमारा समाज उसका समर्थन करेगा। इस महाकुंभ में देश के विभिन्न प्रदेशों के ब्राह्मण संगठनों के हजारों प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया है। ब्राह्मण महाकुंभ सभी प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित 11 सूत्रीय मांग पत्र भी तहसीलदार के माध्यम से सौंपा । जिसमें समस्त भारतवर्ष के राज्यों में ब्राह्मण कल्याण आयोग का संवैधानिक गठन किया जाए। यह घोषणा तक सीमित ना रहे तुरंत इसका गठन हो तथा किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को अध्यक्ष न बनाकर ब्राह्मण समाज से ही अध्यक्ष चुना जाए।
भारत वर्ष की समस्त जातियों को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाय एवं ब्राह्मण वर्ग को प्रत्येक राज्य में जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का लाभ दिया जाये एंव राजनैतिक हिस्सेदारी में प्राथमिकता दी जाये।
वर्ष 1990 में जम्मू कश्मीर में ब्राह्मणों के हुए नरसंहार की अविलम्ब न्यायिक जांच हेतु आयोग का गठन किया जाय एंव कश्मीरी ब्राह्मणों के पुर्नस्थापन के लिये पूर्व पैतृक सम्पत्ति ;कश्मीरद्ध पर स्थापन किया जाये।
भारत वर्ष के कई राज्यों के मन्दिरों में गैर ब्राह्मणों को पुजारी नियुक्त किया जा रहा है इस पर तत्काल रोक लगाकर केवल ब्राह्मण पुजारी को ही नियुक्त किया जाय एंव देश के प्रत्येक राज्य में भूमिहीन एवं आर्थिक रूप से कमजोर ब्राह्मणों को भूमि का आवंटन एवं रोजगार दिया जाय।
ब्राह्मण वर्ग के छात्रध्छात्राओं के लिए शासन द्वारा जिला एवं तहसील स्तर पर छात्रावास की व्यवस्था की जाए जिसका नाम भगवान परशुराम छात्रावास रखा जाए और सरकारी आवेदनों में निःशुल्क की पात्रता दी जाए।
देश के प्रत्येक राज्य में मन्दिरों के पुजारियोंध्पुरोहितों को मासिक सम्मान निधि दी जाये एवं समाज में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रध्छात्राओं की शिक्षा हेतु सरकार द्वारा आर्थिक मदद की जाय।
आठ लाख से नीचे आय वाले निर्धन ब्राह्मणों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाए।
भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाय। यदि ऐसा नहीं होता है तो राष्ट्रीय अवकाशांे को छोडकर सभी अवकाश निरस्त किये जायें।
मंदिरों से हुई धर्मस्व की आमदनी की संपूर्ण राशि मंदिरों के जीर्णोद्धारए गुरुकुलए गौशाला तथा हिंदू धर्म की लोक कल्याणकारी योजनाओं के संचालन हेतु शासकीय अनुदान के रूप में प्रदान की जाए।
1 एसण्सीण्एसण्टीण् कानून को समाप्त किया जाये अथवा गिरफ्तारी से पहले जॉच का प्रावधान लागू किया जाये। जिसका जॉच अधिकारी सवर्ण जाति से हो।
आयोध्या में बन रहे श्रीराम मन्दिरए ब्रज घाट ;गढमुक्तेश्वरद्ध उण्प्रण्ए हरिद्वार एवं भारत के समस्त तीर्थ स्थलांे में भगवान परशुराम की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाये।

मुख्यमंत्री धामी ने किया डी.ए.वी.पी.जी कॉलेज के स्मार्ट लाइब्रेरी स्थापना के कार्यों का शुभारंभ

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देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को करनपुर, देहरादून स्थित डी.ए.वी.पी.जी कॉलेज में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 105वाँ संस्करण सुना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डी.ए.वी.पी.जी कॉलेज के स्मार्ट लाइब्रेरी स्थापना के कार्यों का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का मन की बात एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों द्वारा सामान्य परिस्थितियों में किए जा रहे सराहनीय कार्यों को आगे लाया जाता है। इससे अन्य लोगों को भी विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री जी ने नैनीताल के युवाओं द्वारा बच्चों के लिए शुरू की गई अनोखी घोड़ा लाइब्रेरी का जिक्र किया। जिसके माध्यम से नैनीताल जनपद के दुर्गम 12 गांवों में रहने वाले बच्चों को स्कूल की किताबों के अलावा ‘कविताएँ’, ‘कहानियाँ’ और ‘नैतिक शिक्षा’ की किताबें भी पढ़ने को मिल रही है। यह पहल बच्चों को खूब भा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में मातृशक्ति के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक लोकसभा और राज्यसभा में पारित हो चुका है। राज्य में भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की गई। राज्य में सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पूर्ण पारदर्शिता के साथ हों, इसके लिए सख्त नकल विरोधी कानून लाया गया है। समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर विधायक खजानदास, प्रधानाचार्य डी.ए.वी पी.जी कॉलेज डॉ. के.आर. जैन, अध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

महिलाओं ने अतिक्रमण हटाने का विरोध किया

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चमोली। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग नागनाथ रेंज की ओर से बसुकेदार में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने का महिलाओं और ग्रामीणों ने विरोध किया। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग नागनाथ रेंज के कर्मचारी वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी के नेतृत्व में बसुकेदार शिवालय के आसपास वन भूमि किये गये अवैध अतिक्रमण हटाने पहुंचे तथा वन कर्मियों द्बारा प्रतिक्षालय, शौचालय, संत निवास तथा भोजनालय सहित अन्य अवैध अतिक्रमण को तोड़ने की कार्यवाही प्रारंभ की। टीम ने जब तक आधा अतिक्रमण तोड़ा तब तक बड़ी संख्या में गडोना सरमोला, खाल, कुजासू ,विनगढ के गांवों की महिलाएं और पुरुषों ने बड़ी संख्या में पहुंच कर विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । हर्षवर्धन चौहान, मनवर चौहान, प्रेम बल्लभ बेजवाल, विनोद खाली, जयंती देवी, आशा देवी, कमला देवी, भुवनेश्वरी देवी, आनंदी देवी सहित तमाम ग्रामीणों का कहना है कि बसुकेदार शिवालय का मंदिर इतने क्षेत्रीय ग्रामीणों की आस्था का केंद्र है। लोग यहां बड़ी आस्था के साथ पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। सावन में जलाभिषेक , बेलपत्र चढ़ाने और पूजा अर्चना करने के लिए बड़ी संख्या में क्षेत्र के और बाहर से भक्त यहां पहुंचते हैं। उनके रहने ,ठहरने ,खाना पकाने के लिए ग्रामीणों और भक्तों ने यहां बसुकेदार शिवालय मंदिर के आसपास प्रतीक्षालय, शौचालय, भोजनालय ,संत निवास बना रखे हैं। अब वन विभाग देवालयों के आस पास बने इन निर्माणों को अतिक्रमण के नाम पर तोड़ने का कार्य कर रहा है जो उचित नहीं है। ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही रोक दी। अतिक्रमण हटाने गयी टीम में वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी, उप वन क्षेत्राधिकारी केशव लाल, वन दरोगा आनन्द सिंह रावत, वन दरोगा बीरेंद्र सिंह नेगी, वन दरोगा मदन मोहन सेमवाल,मकर सिंह राणा,सचिन सिरोली, अमित मैठाणी,कु पूजा रावत सहित तमाम वन कर्मी मौजूद थे ।

युवक ने पंखे से लटककर की आत्महत्या

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पौड़ी। कल्जीखाल ब्लाक के पीपलपानी में एक युवक ने कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
घटना शनिवार देर शाम की है। सूचना मिलने पर राजस्व पुलिस ने शव को कब्जे लेकर जांच पड़ताल की। मृतक की पहचान मनीष 22 पुत्र राजेंद्र के रूप में हुई है। राजस्व उपनिरीक्षक दीपचंद ने बताया कि युवक जखेटी पोस्ट ऑफिस में डाकिया के पद पर संविदा कार्यरत था। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। बताया कि शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल पौड़ी भेज दिया गया है।

राज्य आंदोलनकारियों को एक जैसी सुविधाएं दे सरकार 

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ऋषिकेश। राज्य आंदोलनकारियों ने बैठक आयोजित कर विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने सरकार से राज्य आंदोलनकारियों का वर्गीकरण न करने और सभी को एक समान सुविधा देने की मांग की। रविवार को नगर निगम परिसर स्थित इंद्रमणि बडोनी हॉल में आयोजित बैठक में राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि बहुत से राज्य आंदोलनकारी अभी भी चिन्हीकरण से वंचित हैं। इसकी वजह से उन्हें उचित सम्मान और अधिकार नहीं मिल पा रहा है। प्रवर समिति को इस मामले में ठोस निर्णय लेते हुए अपनी रिपोर्ट सरकार को पेश करनी चाहिए। राज्य आंदोलनकारियों का वर्गीकरण न किया जाए। सभी राज्य आंदोलनकारियों को एक समान आरक्षण मिलना चाहिए। राज्य आंदोलन में हिस्सा लेने वाले सभी आंदोलनकारियों के लिए एक समान व्यवस्था होनी चाहिए। मौके पर डीएस गुसाईं, वेद प्रकाश शर्मा, गंभीर सिंह मेवाड़, बलवीर सिंह नेगी, गुलाब सिंह रावत, जगदंबा प्रसाद भट्ट, राजेश शर्मा, विशंभर दत्त डोभाल, संजय शास्त्री, चंदन पंवार, जुगल किशोर बहुगुणा, प्रवीण डोभाल, सत्य प्रकाश, जखमोला, महावीर नेगी, मुन्नी ध्यान, प्रेम नेगी, अंजू गैरोला, उर्मिला डबराल, विमल बहुगुणा, मुन्नी रावत, सुनीता धस्माना, रेखा उनियाल, सीमा पाल, उषा बिजल्वाण आदि रहे।

1000 करोड़ का उत्तराखंड सरकार से करार कर चुके महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा ‘होम इज वेयर द हार्ट इज’

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एक्स पर कहा, दुनिया में हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में सर्वाधिक अवसर भारत में

-उत्तराखंड में इन्वेस्टर समिट को लेकर उद्योग जगत में उत्साह का माहौल

देहरादून। उत्तराखंड में दिसंबर में होने जा रहे इन्वेस्टर्स समिट को लेकर उद्योग जगत में उत्साह का माहौल है। पहले ही पहाड़ी राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में 1000 करोड़ के निवेश का उत्तराखंड सरकार के साथ एमओयू साइन कर चुके महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन श्री आनंद महिंद्रा ने अब इसे लेकर एक्स पर अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि ‘होम इज वेयर द हार्ट इज। दुनिया में हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में भारत में सर्वाधिक अवसर हैं क्यूंकि इस समय घरेलू टूरिज्म बूम पर है’।
उत्तराखंड सरकार की ओर से आगामी दिसंबर माह में इन्वेस्टर समिट का आयोजन प्रस्तावित है। इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने ढाई लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। बीते दिनों दिल्ली में हुए समिट के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में देश के कई नामी उद्योग घरानों ने राज्य में निवेश की दिशा में कदम बढ़ाते हुए एमओयू पर हस्ताक्षर किये। हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में अग्रणी महिंद्रा ग्रुप के द्वारा भी उत्तराखंड में 1000 करोड़ के निवेश के एमओयू किये गए। अब, महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन श्री आनंद महिंद्रा ने इसे लेकर एक्स पर अपनी राय साझा की है। उन्होंने लिखा दुनिया में भारत मे पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड सरकार (यूके) के साथ महिंद्रा ग्रुप ने 1000 करोड़ के निवेश के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। पहले से उत्तराखंड में अपने ग्रुप के रिसोर्ट संचालित कर रही अग्रणी कंपनी की योजना है कि आने वाले दिनों में 4-5 बड़े रिसॉर्ट्स का निर्माण उत्तराखंड के अलग अलग क्षेत्रों में किया जाए। कंपनी का कहना है कि यह देश के किसी भी राज्य में ग्रुप द्वारा किया गया सबसे बड़ा निवेश होगा।

दशज्यूला को कार्तिक स्वामी सर्किट से जोड़ा जाएगा- शैला रानी

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“जागतोली दशज्यूला महोत्सव के लिए दो लाख रुपए की घोषणा ,महिला मंगल दालों को मिलेगी 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि, दशज्यूला में जिम निर्माण की घोषणा,
राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान को स्टेडियम बनाने के होंगे प्रयास”।

रुद्रप्रयाग(देवेंद्र चमोली)-क्रोच पर्वत श्रेणी पर स्थित पौराणिक भगवान कार्तिक स्वामी का मंदिर आज पूरे देश में ख्याति प्राप्त कर रहा है। साल भर लोग यहां कार्तिक स्वामी के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। आने वाले समय में यहां पर्यटन एवं तीर्थाटन की व्यापक संभावनाएं हैं। वहीं हाल ही में दशज्यूला द्वारा आयोजित माँ चण्डिका के दिवारा यात्रा को भी प्रदेश भर में प्रसिद्धि मिली है। ऐसे में दशज्यूला ग्राम सभाओं को कार्तिक स्वामी सर्किट से जोड़ कर पूरे क्षेत्र के समुचित विकास के लिए प्रयास किए जाएंगे यह बात केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव में कही।May be an image of 10 people and temple
आज तीन दिवसीय जागतोली दशज्यूला महोत्सव के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने कहा कि दशज्यूला क्षेत्र में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार सम्भावनाये है इसलिए भविष्य में दशज्यूला क्षेत्र को भी कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से जोड़ने की सामूहिक पहल की जायेगी। उन्होंने कहा कि दशज्यूला क्षेत्र को प्रकृति ने अपने वैभवो का भरपूर दुलार दिया है इसलिए इस क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने की सख्त जरूरत तथा क्षेत्र पर्यटन के रूप में विकसित होने से सभी युवाओं को होम स्टे योजना के अन्तर्गत आत्मनिर्भर किया जा सकता है। कहा कि चोपड़ा – गढी़धार, कोटखाल – जागतोली तथा रूद्रप्रयाग – पोखरी मोटर मार्गो के डामरीकरण व विस्तारीकरण के लिए बजट जारी होने के साथ ही टेंडर प्रक्रिया शुरू हो रही है, जिससे वर्षों से चल रही सड़कों की समस्याओं का समाधान मिलेगा। केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने जागतोली दशज्यूला महोत्सव के लिए विधायक निधि से दो लाख तथा मांगल व झूमेलू प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले महिला मंगल दलों को पचास हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में देने की घोषणा की। वहीं 10 लाख की राशि दशज्यूला में जिम निर्माण को देने की घोषणा भी की साथ ही राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान को स्टेडियम बनाने के प्रयास करने का आश्वासन भी दिया।May be an image of 8 people, people dancing, temple and text
मेला संरक्षक / जिला पंचायत सदस्य सविता भण्डारी ने कहा कि क्षेत्र में फैली हर समस्या के निराकरण के लिए सामूहिक पहल की जायेगी तथा भविष्य में जागतोली दशज्यूला महोत्सव को जनभावनाओं के अनुरूप भव्य रुप दिया जायेगा। महोत्सव महासचिव कालिका काण्डपाल ने दशज्यूला क्षेत्र के पौराणिक, आध्यात्मिक, धार्मिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियों व परम्पराओं से अतिथियों को रूबरू करवाया जबकि महोत्सव अध्यक्ष जयवर्धन काण्डपाल ने आगन्तुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जागतोली दशज्यूला महोत्सव के सफल आयोजन में हर प्राणी जगत का भरपूर सहयोग रहता है। जागतोली दशज्यूला महोत्सव के दूसरे दिन लोक गायिका सीमा गुसाईं व धर्मू सूरदास के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जिसका दर्शकों देर सांय तक भरपूर आनन्द उठाया तथा भरत मैखुरी, अनूप नेगी, मोन्टी मनवाल, शुभम डगवाल ने संगीत पर साथ दिया। महोत्सव के दूसरे दिन मांगल गीत व झुमेलू गीतों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें महिला मंगल दल बौरा, बैजी काण्डई, थपलगांव, जग्गी काण्डई व कोखण्डी महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया। कबड्डी बालिका सीनियर वर्ग में प्रथम जी आई सी काण्डई, द्वितीय द्वारीधार ,बालक सीनियर वर्ग में प्रथम जी आई सी घिमतोली व द्वितीय पब्लिक इन्टर कालेज द्वारीधार रहे। सभी प्रतियोगिताओं में राजेन्द्र करासी, राजेन्द्र पाठक, सतेन्द्र प्रसाद नौटियाल, किशन नेगी, विपिन विन्दोला, दीपक चमोली, प्रवेन्द्र नेगी, सुनील कुमार, विमल बिष्ट, भरत सिंह, प्रभात बिष्ट, आशीष पुरोहित, ने निर्णायक की भूमिका अदा की। बीरेन्द्र बर्त्वाल, आशुतोष पुरोहित, राजेन्द्र काण्डपाल, नमिता देवी काण्डपाल ताजवर फरस्वाण ने महोत्सव का संचालन सयुंक्त रूप से किया।
इस अवसर पर पर संरक्षक लखपत सिंह भण्डारी, संयोजक निधे किशोर काण्डपाल, भाजपा जिला महामंत्री गम्भीर बिष्ट,भाजपा चोपता मण्डल अध्यक्ष त्रिलोचन भटट्, महामंत्री अर्जुन नेगी, चोपड़ा मण्डल अध्यक्ष घनश्याम पुरोहित, तल्ला नागपुर महोत्सव अध्यक्ष प्रताप मेवाल, सचिव महेन्द्र नेगी, मीडिया प्रभारी लक्ष्मण बर्त्वाल, कोषाध्यक्ष पंचम नेगी, शेलेन्द्र भण्डारी, भूपेंद्र नेगी, आशा काण्डपाल, सतवीर जग्गी, चन्दन नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य कुलदीप सिंह, सरताज सिंह, प्रधान देश राणा, कमल लाल,अमित कुमार, हेमा देवी, देवेन्द्र सिंह,कान्ति देवी , गजेंद्र सिंह मीना देवी सुरेन्द्र लाल जीत सिंह मेवाल सहित महोत्सव पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि, विभिन्न महिला मंगल दलों के पदाधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे।

पीएम मोदी ने किया अधिवक्‍ता सम्‍मेलन का उद्घाटन, कहा- कानूनी भाषा को आसान बनाने का प्रयास कर रही सरकार

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कानूनी भाषा को आसान बनाने की पुरजोर वकालत करते हुए कहा कि ‘कानून लिखने और न्यायिक प्रक्रिया में जिस भाषा का इस्तेमाल किया जाता है, वह न्याय सुनिश्चित करने में एक बड़ी व महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जितना संभव हो सके, आम लोगों को समझ में आने वाली आसान और भारतीय भाषाओं में कानून बनाने की दिशा में ईमानदारी से प्रयास कर रही है।
विज्ञान भवन में आयोजित दो दिवसीय ‘अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘भारत सरकार में हम लोग सोच रहे हैं कि कानून दो तरीकों से पेश किया जाना चाहिए। एक मसौदा उस भाषा में होगा जिसका आप ( न्यायपालिका) इस्तेमाल करते हैं और दूसरा मसौदा उस भाषा में होगा जिसे देश का आम आदमी समझ सके। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी भाषा में कानून समझ आना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमेशा से कानून को जटिल भाषा में बनाने का चलन रहा है और न्याय प्रणाली में जिस पहलू पर सबसे कम चर्चा की गई है वह भाषा और कानून को आसान बनाए जाना का। सम्मेलन में मौजूद देश विदेश के विधि समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार कानूनों को आसान तथा आम लोगों के समझ में आने लायक बनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन व्यवस्था उसी ढांचे में बनी है तथा वह उसे इस ढांचे से बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए काफी कुछ करना है और काफी वक्त है ‘इसलिए मैं यह करता रहूंगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गलत उद्देश्यों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल के अलावा साइबर आतंकवाद और धन शोधन जैसे अपराध पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि साइबर और धनशोधन जैसे अपराध किसी सीमाओं और अधिकार क्षेत्र को नहीं पहचानते हैं, इसलिए इनसे निपटने के लिए विभिन्न देशों के बीच कानूनी रूपरेखा और सहयोगात्मक प्रयासों का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘जब खतरा वैश्विक है तो उससे निपटने का तरीका भी वैश्विक होना चाहिए। हवाई यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी देशों की हवाई यातायात नियंत्रण प्रणालियों के बीच सहयोग का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन खतरों (साइबर अपराध, धन शोधन) से निपटने के लिए वैश्विक ढांचा तैयार करना किसी एक सरकार या देश का काम नहीं है। भारतीय विधिज्ञ परिषद (बीसीआई) द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, ब्रिटेन के न्याय संबंधी अधिकारी एलेक्स चॉक केसी, भारत के अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, बीसीआई के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा और उच्चतम न्यायालय के कई न्यायाधीश सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।
कानूनी पेशा ने आजाद भारत की नींव को मजबूत किया- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विधि समुदाय के लोगों की सराहना करते हुए कहा कि न्यायपालिका और वकील भारत की न्याय प्रणाली के लंबे समय से संरक्षक रहे हैं। उन्होंने महात्मा गांधी, डॉ, बीआर आंबेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल ( सभी वकील थे) जैसे नामों का जिक्र करते हुए कहा कि कानूनी पेशा से जुड़े लोग भारत की आजादी में अहम भूमिका निभाते हैं।
एतिहासिक क्षणों का गवाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत कई ऐतिहासिक क्षणों का गवाह बना है। उन्होंने कहा कि संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने का जिक्र करते हुए कहा कि ‘यह महिलाओं की अगुवाई में विकास को एक नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने जी20 शिखर सम्मेलन और सफल चंद्रयान मिशन की भी जिक्र किया।
2047 तक विकसित देश बनने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2047 तक विकसित देश बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है और इसके लिए मजबूत और निष्पक्ष न्यायिक प्रणाली की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत पर दुनिया के बढ़ते विश्वास में निष्पक्ष न्याय की एक बड़ी भूमिका है।

सीएम धामी ने किया भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण 2023 में शामिल छात्रों के दल को फ्लैग ऑफ कर रवाना

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में विधानसभा देवप्रयाग के कक्षा 10 की परिषदीय परीक्षा 2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं हेतु आयोजित भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण 2023 में शामिल छात्रों के दल को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने भारत भ्रमण पर जाने वाले छात्रों को शुभकामना देते हुए विधायक देवप्रयाग श्री विनोद कंडारी की इस शानदार पहल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मध्यम एवं निम्न वर्ग के छात्रों को भारत भ्रमण का अवसर प्रदान करने की परम्परा शुरू की है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भविष्य में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के हर ब्लॉक के टॉपर छात्रों का शैक्षिक भ्रमण आयोजित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भारत-दर्शन कार्यक्रम से छात्रों में एक विशेष अनुभूति जागृत होगी, जिससे वे सब भारत की विभिन्नताओं इतिहास, विज्ञान, शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकेंगे और समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाईचारे की भावना उनमें प्रबल होगी।
उन्होंने कहा कि यह भ्रमण कार्यक्रम शिक्षा का एक अंग है, जो छात्रों के किताबी ज्ञान में वृद्धि करेगा। यह भ्रमण छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। क्योंकि व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से ज्ञान प्रदान करना सीखने को और अधिक रोचक बना देता है। व्यावहारिक ज्ञान किताबी ज्ञान से बेहतर है, एक शोध लेख के अनुसार, लगभग 65 प्रतिशत छात्र दृश्य शिक्षण सहायता पसंद करते हैं। ये शिक्षार्थी केवल उनके बारे में बात करने के बजाय यह देखना पसंद करते हैं कि चीजों को कैसे किया जाए। वे व्याख्यान देने के बजाय प्रदर्शन देखना पसंद करते हैं, क्योंकि देखना ही विश्वास करना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब आप किसी चीज़ को व्यक्तिगत रूप से देखते हैं तो आपका दृष्टिकोण बदल जाता है। मानवता का सही अध्ययन मनुष्यों के अध्ययन से ही हो सकता है, भ्रमण के दौरान संभ्रान्त व्यक्तियों, तरह-तरह के व्यक्तियों से आपका संपर्क होगा, ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों का आप भ्रमण करेंगे, यदि आप चौकन्नी निगाह रखकर दिल और दिमाग के खिड़की और दरवाजे सभी खुले रखकर भ्रमण करेंगे तो आपको, व्यक्तियों और घटनाओं का इतना व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हो जायेगा जो किसी भी पुस्तक में आपको नहीं मिल सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मस्तिष्क के स्वस्थ विकास के लिए भी भ्रमण अति आवश्यक है। कवीन्द्र टैगोर का कहना है कि-मन का स्वास्थ्य चुनी हुई पुस्तकों, चारदीवारी से घिरे निश्चल स्कूल की गतिहीन कक्षाओं में पढ़ाई से नहीं सुधर सकता। भ्रमण से आपका दृष्टिकोण विस्तृत होगा, इससे आपके विचारों और दृष्टिकोण में उदारता आएगी। यह भारत दर्शन छात्रों के लिए एक चमत्कारिक तनाव निवारक के रूप में काम करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भ्रमण से छात्रों के सर्वश्रेष्ठ व्यवहार का असर उनकेे स्कूल पर भी पड़ेगा। जो उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से अनुशासन और नियंत्रण सिखाएगा। किसी साइट पर जाने से अक्सर नई जानकारी का हस्तांतरण होता है। कभी-कभी, कुछ डेटा जो पाठ्यपुस्तक में शामिल नहीं है, ऐसे छोड़े गए डेटा को आप सीधे भ्रमण स्थल से प्राप्त कर सकते हैं, जो आपको अधिक मूल्यवान बनाएगा। किसी शैक्षणिक अवधारणा को देखने, छूने और उसका जीवंत अनुभव करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नई शिक्षा नीति में छात्रों को व्यावहारिक सीखने का अनुभव प्रदान कर शिक्षा के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान किया जा रहा है। शैक्षिक भ्रमण एवं परिभ्रमण को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। आधुनिक उद्योग आज शैक्षणिक संस्थानों को पाठ्यक्रम में भ्रमण को अनिवार्य रूप से शामिल करने की आवश्यकता पर बल देते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह व्यावहारिक प्रदर्शन छात्रों का सर्वांगीण विकास करेगा जो आज की शिक्षा का मुख्य उद्देश्य भी है। और इस भ्रमण का एक लाभ यह भी होगा कि यह आपको विषय पर अधिक ज्ञान के लिए जिज्ञासु और पिपासु बनाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि छात्रों को भविष्य में अपने क्षेत्र में नेतृत्व करने की भावना विकसित करनी होगी। इसके लिये आपको विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढना है। अच्छे और सच्चे मन से यदि कोई कार्य किया जाय तो उसमें सफलता निश्चित है। साधारण से असाधारण की यात्रा करने वाले हमारे महान लोग साधारण परिवेश से ही आगे बढ़े है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम इसका उदाहरण है। उनका जीवन हमारे लिये प्रेरणा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसके उदाहरण है, जिन्होंने  विभिन्न क्षेत्रों में देश का नेतृत्व कर दुनिया में भारत का सम्मान बढाया। जी-20 के सफल आयोजन ने विश्व को वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से परिचित कराया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों के जीवन का यह स्वर्णिम काल है। इसका सदुपयोग कर वे निश्चित रूप से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे।
इस अवसर पर विधायक श्री विनोद कंडारी ने कहा कि अपनी विधान सभा के मेधावी छात्रों को भारत भ्रमण कराने का उनका प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह भ्रमण कार्यक्रम 23 से 29 सितम्बर, 2023 तक आयोजित किया गया है। उन्होंने छात्रों के हित में किये जा रहे इस कार्यक्रम को अपना सौभाग्य भी बताया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी श्रीमती सोना सजवाण सहित छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।