Saturday, April 26, 2025
Home Blog Page 4

डीएम का जनता दर्शन, जन में जगाता सशक्त प्रशासन का एहसास

0

-कैंसर पीड़ित माता, लापता पिता की व्यथित इंजीनियर बिटिया, विदुषी को प्रतिष्ठित संस्थान में तत्समय नौकरी दिलाकर ही दम लिया डीएम ने

-आधे घंटे तक फोन अधिकारी, कागज हो गए थे जाम, विदुषी के लिए भावुक प्रशासन ने बजा दिया डंका

-सालों से अधर में पड़े नाले के निर्दिष्ट प्रश्न पर बगले झांकते नजर सिंचाई अभियंता, अधीशासी अभिंयता सिंचाई तलब, रूका वेतन

-1940 मालिकाना हक वाली निजी सम्पति का मामला, नगर निगम ने 03 दिन के भीतर निस्तारण की दी मौक पर अंडरटेकिंग

-परिवार की आर्थिक तंगी, नंदा सुनंदा प्रोजेक्ट ने सुलझाई निर्धन बालिका की शिक्षा की गुत्थी

-भूमि विवाद समस्या को लेकर जन सुनवाई में पहुंचे बुजुर्ग दंपत्ति को ‘सारथी’ से पहुंचाया

-घर जन समस्याओं का त्वरित समाधान, प्रशासन की प्राथमिकता : डीएम

देहरादून, मुख्यमंत्री के जन सेवा को समर्पित संकल्प के तहत जिलाधिकारी सविन बंसल हर सोमवार को जन सुनवाई कर जनता की समस्याओं का निराकरण करने में जुटे है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवार को ऋषिपर्णा सभागार में आयोजित जन सुनवाई में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे 137 फरियादियों ने अपनी समस्याएं रखी। जिलाधिकारी ने जन सुनवाई में एक-एक कर सभी लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकांश समस्याओं का मौके पर समाधान किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता पर निस्तारण किया जाए। जन गम, पुलिस, सुनवाई में पहुंचे फरियादियों ने भूमि पर अवैध कब्जा, सड़क, शिक्षा, पेयजल, एमडीडीए, नगर निगम, परिवहन, विद्युत, आर्थिक सहायता, स्कूल फीस माफी, रोजगार आदि से जुड़ी समस्याएं प्रमुखता से रखी।
सीएम की प्ररेणा, जिला प्रशासन की कार्यशैली से सरकार पर जनविश्वास बढा है। जनता दर्शन में कैंसर पीड़ित माता, लापता पिता की व्यथित इंजीनियर बिटिया, विदुषी को डीएम ने तत्समय प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी दिलाकर ही दम लिया। जिसके लिए जनता दर्शन कार्यक्रम में आधे घंटे तक फोन अधिकारी, कागज सभी अपनी जगह जाम होकर मंथन में जुटे रहे जिसके फलस्वरूप विदुषी के लिए भावुक प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए जनमानस के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता का ढकां भी बजा दिया। इसी प्रकार दिव्यांग काजल को एनजीओ में रोजगार बबीता व केशर को प्रोफेशनल रोजगारपरक प्रशिक्षण तथा विधवा पूनम ठाकुर को रायफल फंड से शिशु शिक्षा व सिलाई मशीन क्रय की आर्थिक सहायता प्रदत्त की। डीएम के जनता दर्शन से जनमानस में सशक्त प्रशासन का एहसास जाग रहा हैं। वहीं सालों से अधर में पड़े नाले के निर्दिष्ट प्रश्न पर सिंचाई अभियंताः अधीशासी अभिंयता बगले झांकते नजर आए जिस पर जिलाधिकारी ने उन्हे तलब, करते हुए वेतन रोकने के भी निर्देश दिए।
इंजीनियर की पढ़ाई कर चुकी विदुषी पांडेय ने कैंसर पीडित अपनी मां का उपचार और अपने परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए जिलाधिकारी से रोजगार की गुहार लगाई। जिस पर जिलाधिकारी ने डीपीओ को त्वरित कार्रवाई करते हुए किसी इंस्टीटयूट में महिला को रोजगार दिलाने के निर्देश दिए। नालापानी निवासी महिला कौशर ने स्वरोजगार हेतु आर्थिक मदद चाहने पर जिलाधिकारी ने महाप्रबंधक उद्योग को सिलाई बुनाई हेतु महिला को प्रशिक्षण प्रदान कराते हुए स्वरोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए।
ऋषिकेश निवासी दिव्यांग महिला काजल कश्यप और छबील बाग निवासी दिव्यांग महिला बबिता द्वारा रोजगार मांगे जाने पर जिलाधिकारी ने डीपीओ को आसरा ट्रस्ट के माध्यम से प्रशिक्षण और रोजगार हेतु कार्रवाई के निर्देश दिए। वही नेहरू कॉलोनी निवासी जाहिदा बानो ने बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता की गुहार पर डीपीओ को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। डालनवाला निवासी सोनिया गुप्ता ने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए नंदा सुनंदा प्रोजेक्ट से आर्थिक सहायता की गुहार पर जिला कार्यक्रम अधिकारी को प्रकरण की जांच कर नंदा सुनंदा में प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विधवा महिला पुनम ठाकुर को रायफल फंड से आर्थिक सहायता। कारबारी निवासी कमलेश पुरोहित ने कक्षा 11 वीं पर पढ़ रही
अपनी बिटिया की फीस माई की गुहार लगाई। डांडीपुर मौहल्ला मन्नूगंज निवासियों द्वारा नाला निर्माण कार्य लम्बे समय से धीमी प्रगति से चल रहा है तथा मौके पर 2 लेबर है, धीमे कार्य से जनमानस को आए दिन समस्या हो रही है की शिकायत की जिस पर डीएम ने कार्य पूर्ण होने का समय पूछा, तो कार्यदायी संस्था सिंचाई के अधिकारियों ने बताया कि 03 माह और लगेगें सम्बन्धित अधिकारी जनता दर्शन में अनुपस्थित रहे जिससे सुनवाई बाधित, अधीक्षण अभियंता इन्वेस्टिगेशन प्लानिंग डिवीजन सिंचाई तलब करते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए। साथ ही फटकार लगाई कि 350 मीटर निर्माण कितना समय लगेगा।
चन्दर रोड निवासी बिना शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी लगभग 05 बीघा भूमि है, जिसपर उनका 1940 मालिकाना हक है। किन्तु नगर निगम ने उनकी सम्पति अतिक्रमण दिखाकर भवन तोड़ा गया तथा भूमि पर नगर निगम ने तारबाड़ कर दी है, जिस पर डीएम ने नगर निगम के अधिकारियों निस्तारण का समय पूछा जिसपर नगर निगम के अधिकारियों ने 03 दिन के भीतर निस्तारण करने की अंडरटेकिंग दी।
जोहडी गांव की भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति ने भूमाफियों के कब्जे से मुक्त सरकारी जमीन पर सरकारी हकदारी का तार बाड़ एवं चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग पर जिलाधिकारी ने एसडीएम को जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने और सीडीओ को इस भूमि पर पर्यटन स्थल हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। आर्दश कॉलोनी, नेहरूग्राम में कच्ची सड़क पर डामरीकरण न होने से आवजाही में हो रही समस्या पर नगर निगम को त्वरित समस्या का समाधान के निर्देश दिए गए। शास्त्री नगर में भू-माफियाओं द्वारा निजी भूमि पर तारबाड कर कब्जा करने व जमीन को खुर्द बुर्द करने की शिकायत पर एडीएम, एसडीएम व तहसीलदार की संयुक्त समिति गठित करते हुए जांच के निर्देश दिए गए। डालनवाला में अतिक्रमण हटाने के नाम पर मालिकाना हक वाली निजी भूमि पर एकतरफा कार्रवाई किए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एएमएनए को तीन दिनों के भीतर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। रिस्पना नदी पर स्थित राजीव नगर पुल, आर्य नगर में तट पर तार जाल लगाने की मांग पर अधिशासी अभियंता को प्रस्ताव में शामिल करने के निर्देश दिए। नकरौंदा निवासी प्रमोद कुमार ने उनकी निजी भूमि पर कब्जा करने की शिकायत पर एसडीएम को सीमांकन कराने के निर्देश दिए।
किसानों द्वारा कुलावा में भारी वाहनों के कारण गूल क्षतिग्रस्त होने और तुनवाला नहर का कुलावा कस्तूरी चौक से बहुगुणा पुलिया तक करीब 400 मीटर दायरे में नहर से सटकर बनाई गई दीवारे हटाने और आम रास्ते पर अतिक्रमण किए जाने की शिकायत पर सिंचाई विभाग को तत्काल गूल मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए। निरंजनपुर मंडी चौराहे पर नाला बंद होने की शिकायत पर एएमएनए को प्राथमिकता पर नाला सफाई कराने के निर्देश दिए। ग्राम विलासपुर काण्डली, घंघौड़ा में बच्चों के खेलने के लिए लंबे चौडे सूखे नाले की जमीन पर पार्क बनाने की मांग पर जिलाधिकारी ने एडीएम को अग्रिम कार्रवाई हेतु भूमि संबंधी विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जनता दरबार में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवादा में आयोजित हुआ प्रवेशोत्सव

0

देहरादून, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवादा में प्रवेशोत्सव के अवसर पर डोईवाला विधान सभा के विधायक बृजभूषण गैरोला ने छात्रों को शिक्षा के साथ साथ सामाजिक सरोकार और आपसी भाईचारे का पाठ भी पढ़ाया, उन्होंने कहा कि आज की युवापीढ़ी आधुनिकता को समाहित करते हुये राष्ट्रहित में भी शिक्षा का सकारात्मक उपयोग करना चाहिये, इस मौके पर नवादा वार्ड के पार्षद वीरेंद्र वालिया द्वारा बच्चों को शिक्षा के बहुआयामी दृष्टिकोण के बारे में विस्तार से बताया गया एवं सभी को बधाई देते हुए आगामी जीवन की शुभकामनाएं देते हुए सभी नव प्रवेशित छात्रों/छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य कुंवर सिंह पुंडीर ने माला पहना कर विधायक और पार्षद का स्वागत किया और इस शुभ अवसर को भव्य बनाने हेतु विद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य नागरिक तथा अभिभावक एवं अनेक शिक्षाविद भी उपस्थित रहे।

 

“क्षत्रिय संदेश” स्मारिका के 17वें अंक का विमोचन

“सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने हेतु देश के युवा वर्ग को सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए : बहुगुणा”

देहरादून, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के प्रो. वाइस चांसलर तथा लॉ कॉलेज उत्तरांचल के डीन डॉ राजेश बहुगुणा द्वारा महाराणा प्रताप भवन ननूर खेड़ा में क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा प्रकाशित स्मारिका क्षत्रिय संदेश के सत्रहवें अंक का विमोचन किया गया।
मुख्य अतिथि राजेश बहुगुणा तथा सभा अध्यक्ष ठाकुर देवेंद्र पुंडीर व स्मारिका के मुख्य संपादक ठाकुर रवि सिंह नेगी एडवोकेट द्वारा दीपक प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि क्षत्रिय चेतना मंच समाज सेवा के कार्य में लगातार प्रशंसनीय कार्य कर रहा है तथा मंच की स्मारिका समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने हेतु देश के युवा वर्ग को सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। इस अवसर पर डॉ. अर्जुन सेंगर, डॉ. सुशील राणा, राजनीतिन रावत, सत्येंद्र पवार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।
मंच के केंद्रीय महामंत्री तथा पत्रिका के मुख्य संपादक ठाकुर रवि सिंह नेगी एडवोकेट ने बताया कि पत्रिका का मुख्य उद्देश्य समाज में संवादहीनता को समाप्त करने तथा अपने विचार व्यक्त करने हेतु एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका सामाजिक सौहार्द्रता बढ़ाने के साथ-साथ इतिहास को संजोने का कार्य भी कर रही है। कार्यक्रम का संचालन पत्रिका के वरिष्ठ संपादक व मंच के प्रवक्ता ठाकुर शशिकांत शाही एडवोकेट ने किया।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अशोक वर्धन सिंह, महेश रौथान, सुरेंद्र सिंह तोमर, बुध सिंह रावत, बलवीर सिंह रावत, राजीव पंवार, राजनितिन सिंह रावत, चंद्रपाल सिंह जामवाल, अनूप चौहान, आर वी एस चौहान, सतेंद्र सिंह पवार, वीर पाल सिंह पुंडीर, डॉक्टर सुशील राणा, अतुल नेगी, श्रीमती अनीता नेगी, अनीता राणावत, मीना मल, कुमारी मिनिषा तोमर श्रीमती सरोज चौहान, श्रीमती कुसुम पंवार, संयुक्त नागरिक संगठन के सचिव आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, ठाकुर शेरसिंह आदि उपस्थित थे।

फिल्म निर्माण की बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा उत्तराखंड : तिवारी

0

देहरादून, फिल्म नीति 2024 के प्रावधानों के चलते बड़ी संख्या में फिल्म निर्माता उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। इससे जहां उन्हें कई तरह की सहूलियतें मिल रही है, वहीं अलग-अलग स्तरों पर सब्सिडी का लाभ भी मिल रहा है। आंचलिक फिल्मों के निर्माण और स्थानीय कलाकारों को शामिल करने पर अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है। यही कारण है कि उत्तराखंड आज फिल्म निर्माण के बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है।
सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस से मिलिये कार्यक्रम में फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) व सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हिन्दी और आठवीं अनुसूची की भाषाओं में बनने वाली फिल्मों के प्रोडक्शन पर राज्य में खर्च की गई धनराशि का अधिकतम 30 फीसदी या तीन करोड़ तक की सब्सिडी देने का प्रावधान है। गढ़वाली, कुमाऊंनी व जौनसारी फिल्मों में मिलने वाली सब्सिडी को 25 लाख से बढ़ाकर दो करोड़ तक किया गया है।
प्रदेश में शूट होने वाली बाल फिल्मों को 10 फीसदी तक अतिरिक्त अनुदान की व्यवस्था है। विदेशी और 50 करोड़ से अधिक बजट की फिल्मों पर राज्य में व्यय राशि का अधिकतम 30 फीसदी या तीन करोड़ तक की सब्सिडी दी जा रही है। इसके साथ ही राज्य शूट होने वाली वेब सीरीज, टीवी धारावाहिक को भी सब्सिडी का लाभ मिलेगा। डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म, ट्रैवलॉग, ब्लॉग व म्यूजिक वीडियो में भी सब्सिडी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में नई व कम प्रसिद्ध लोकेशन पर शूटिंग करने पर पांच फीसदी तक अतिरिक्त अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा स्थानीय कलाकारों व तकनीशियनों को शामिल करने पर फिल्म को 10 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि फिल्म नीति में देश के प्रतिष्ठित फिल्म संस्थानों से पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी छात्रवृत्ति दी जा रही है। साथ ही फिल्म सिटी के निर्माण की भी योजना है।
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता हेमंत पांडेय ने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से कई फिल्मों का निर्माण उत्तराखंड में हो रहा है। इससे यहां के स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को भी फायदा मिलेगा। स्थानीय फिल्मों को बढ़ावा मिलेगा। अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी ने दोनों अतिथियों का आभार व्यक्त किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र सिंह डसीला ने किया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के पदाधिकारी और सदस्यगण मौजूद रहे।

उत्तराखंड में नवचयनित औषधि निरीक्षकों का प्रशिक्षण प्रारंभ, गुणवत्तायुक्त औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर — डॉ. आर. राजेश कुमार

0

देहरादून, उत्तराखंड राज्य में नवचयनित औषधि निरीक्षकों के लिए FDA भवन, देहरादून में 21 अप्रैल 2025 से एक सुदृढ़ एवं व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, डॉ. आर. राजेश कुमार ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह नियुक्ति केवल एक पद नहीं बल्कि प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली को सशक्त करने की एक अहम जिम्मेदारी है।

डॉ. राजेश कुमार ने निर्देश दिए कि राज्य में हर नागरिक को गुणवत्तायुक्त, मानक स्तर की औषधियाँ समय पर उपलब्ध हों, यह सुनिश्चित करना औषधि निरीक्षकों की मुख्य प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि औचक निरीक्षण, नियमित नमूना संग्रहण, भंडारण स्थलों की निगरानी और यात्रा मार्गों पर दवा उपलब्धता जैसे बिंदुओं पर विशेष फोकस किया जाए। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य सेवा का एक मजबूत आधार यह है कि जनता को भरोसेमंद और प्रभावी औषधियाँ मिलें। निरीक्षकों को अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी, निष्पक्षता और सजगता के साथ कार्य करना होगा।”

अपर आयुक्त, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन, ताजबर सिंह जग्गी ने भी प्रशिक्षण की आवश्यकता और महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सशक्त बुनियाद है, जिस पर भविष्य की औषधि निगरानी प्रणाली का निर्माण होगा। उन्होंने कहा “प्रशिक्षण का उद्देश्य निरीक्षकों को कानूनी, नैतिक, तकनीकी और व्यावहारिक हर पहलू में दक्ष बनाना है। इससे वे नकली, घटिया और अनुचित दवाओं के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही कर सकें।” उन्होंने कहा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी सप्ताहों में विभिन्न चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें कक्षा शिक्षण, प्रायोगिक अभ्यास, केस स्टडी और फील्ड विज़िट शामिल हैं। यह पहल उत्तराखंड राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली को न केवल आधुनिक बनाएगी, बल्कि राज्य को स्वस्थ और सुरक्षित समाज की दिशा में अग्रसर भी करेगी।

प्रशिक्षण में इन विषयों पर किया गया फोकस :-

Drugs & Cosmetics Act, 1940

Narcotic Drugs & Psychotropic Substances Act, 1985

Drugs Price Control Order (DPCO)

Drugs & Magic Remedies (Objectionable Advertisements) Act

Sampling, Judicial Process, Police Coordination

प्रशिक्षण में देश के विभिन्न राज्यों से आमंत्रित अनुभवी विशेषज्ञ भी प्रतिभाग कर रहे हैं जो अपने वर्षों के अनुभव से प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं।

नरेंद्र आहुजा, भूतपूर्व औषधि नियंत्रक, हरियाणा ने कहा, “औषधि निरीक्षकों की भूमिका केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं, वे जनता के स्वास्थ्य के रक्षक हैं। उन्हें तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय क्षमता भी विकसित करनी होगी।”

उड़ीसा के भूतपूर्व औषधि नियंत्रक, महापात्रा ने कहा, “अंतरराज्यीय औषधि निगरानी तंत्र को समझना और उसमें सक्रिय सहभागिता आज की आवश्यकता है। औषधि निरीक्षकों को राज्यों के समन्वय में भी दक्ष होना चाहिए।”

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सुशांत महापात्रा ने अपने सत्र में औषधि से संबंधित मामलों की न्यायिक प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “विधिक ज्ञान एक निरीक्षक के लिए उतना ही आवश्यक है जितना तकनीकी ज्ञान। सही कानूनी प्रक्रिया का पालन ही कार्रवाई को टिकाऊ बनाता है।”

USFDA एवं WHO से जुड़ी विशेषज्ञ अर्चना बहुगुणा ने वैश्विक मानकों की जानकारी साझा करते हुए कहा, “यदि हम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप निरीक्षण प्रणाली विकसित करें तो न केवल जनता को लाभ मिलेगा बल्कि भारतीय दवा उद्योग की वैश्विक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।”

एआई के दौर में भी मनुष्यता को बनाए रखना जरूरी: डीजी सूचना

0
राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर “रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस : रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ पर परिचर्चा* *पीआरएसआई देहरादून चैप्टर द्वारा कार्यक्रम का आयोजन*

देहरादून, महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी ने कहा कि एआई के दौर में भी मनुष्यता को बनाए रखना जरूरी है। आज के तकनीकी दौर में हम सभी अपनी जिम्मेदारी समझे। राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर सोमवार को देहरादून में पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यकाशाला का विषय ‘‘रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस : रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ रखा गया।

कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि महानिदेशक सूचना एवं उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए.  बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, बद्रीकेदार मंदिर समिति के सी.ई.ओ. श्री विजय थपलियाल, अध्यक्ष पी.आर.एस.आई. देहरादून चैप्टर रवि विजारनिया द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।

 

मुख्य अतिथि  बंशीधर तिवारी, महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के तकनीकी दौर में हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझे। उन्होंने कहा कि ए.आई. तकनीक का वर्तमान समय में जिस प्रकार से तेजी से विकास हो रहा है, उसमें हम सभी की जिम्मेदारी बन जाती है कि हम मनुष्यता की भावना को सर्वोपरि रखे। ए.आई. तकनीक के उपयोग से समय की बचत होती है, उस समय का उपयोग हम किस प्रकार से करते है, यह भी हम सभी को समझना होगा। सोशल मीडिया के साथ-साथ परिवार एवं समाज से भी जुड़े रहे। किसी भी प्रकार की सूचना को आगे बढ़ाने या भेजने से पहले एक बार विचार अवश्य करना होगा कि सूचना सही है या गलत। कोई भी गलत सूचना एक बार प्रसारित हो जाती है, तो उसका प्रभाव व्यक्ति एवं समाज दोनो पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि ए.आई. से कंटेट बनाया जा सकता है, लेकिन उसमें स्वयं के विचारों और अनुभवों का समावेश भी जरूरी है। ए.आई. का जिम्मेदारी के साथ उपयोग, हम सभी का कर्तव्य है और इस बारे में अधिक से अधिक जागरूकता की आवश्यकता है।

 

कार्यक्रम में विशेष अतिथि संयुक्त निदेशक, सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय ने कहा कि जब भी नई तकनीक आती है, तो उसकी अपनी चुनौतियां होती है, साथ ही नये अवसर और नई संभावनाएं भी बनती हैं। आज जब सभी जगह ए.आई. की होड सी लगी है, तब हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ए.आई. का किस सीमा तक उपयोग किया जाय। हमें यह भी सोचना होगा कि हम पूरी तरह से ए.आई. पर ही निर्भर न हो जाय, हमें अपनी क्षमता को बनाये रखना है। जनसंपर्क के क्षेत्र में ए.आई. केवल सहयोगी की भूमिका तक ही सीमित रहे। ए.आई. से होने वाले लाभ एवं दुष्परिणाम के संबंध में जनजागरूकता करने की आवश्यकता है।

 

कार्यक्रम में न्यूज-18 चैनल के संपादक श्री अनुपम त्रिवेदी ने कहा कि हम सभी को समझना होगा कि विज्ञान सुविधा देता है, तो समस्याएं भी देता है। उन्होंने कहा कि आज ए.आई. का तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि ए.आई. के गलत उपयोग के कारण आज फेक न्यूज हम सभी के सामने बड़ी चुनौती है। इसके लिए जागरूकता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क क्षेत्र में व्यक्तिगत संबंध ही महत्वूपर्ण है, इसमें ए.आई. उतना उपयोगी सिद्ध नही हो सकता है।

 

बदरी केदार मंदिर समिति के सी.ई.ओ. श्री विजय थपलियाल ने कहा कि ए.आई. के दौर में हम ए.आई. से सभी कुछ प्राप्त कर सकते है, लेकिन इमोशन नही। इमोशन केवल मनुष्य के पास ही है। उन्होंने कहा कि हमे ए.आई. तकनीक को वरदान या चुनौती के रूप में स्वीकार करना होगा।

 

कार्यशाला में तकनीकी विषय विशेषज्ञ के रूप में श्री आकाश शर्मा ने ‘‘जनसंपर्क में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार उपयोग” विषय पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने कहा कि ए.आई. हमारा स्थान नहीं ले रहा है, बल्कि हमारे कार्य को अधिक प्रभावशाली बना रहा है। जनसंपर्क लोगों का काम है, और ए.आई. सिर्फ उसे तेज और सटीक बनाने में हमारी मदद करता है। एआई के विभिन्न टूल्स की जानकारी दी।

ChatGPT : प्रेस रिलीज, सोशल मीडिया पोस्ट और नारे आदि जल्दी और रचनात्मक तरीके से तैयार करने वाला AI लेखन सहायक।

2. Canva AI –

पोस्टर, बैनर, सोशल मीडिया ग्राफिक्स आदि को डिज़ाइन करने का आसान और तेज़ टूल जिसमें ऑटोमैटिक लेआउट और डिजाइन सजेशन होता है।

3. Google Forms –

रियल टाइम में ऑडियंस से फीडबैक या वोट लेने के लिए उपयोग किया जाने वाला डिजिटल फॉर्म टूल।

4. Mentimeter –

लाइव इवेंट्स के दौरान ऑडियंस से इंटरेक्टिव पोल और सवाल-जवाब के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मंच।

5. SlidesAI.io –

टेक्स्ट कंटेंट को स्वतः आकर्षक प्रेजेंटेशन स्लाइड्स में बदलने वाला AI टूल।

6. Buffer / Hootsuite –

सोशल मीडिया पोस्ट को शेड्यूल करने और कई प्लेटफॉर्म पर एकसाथ पब्लिश करने के लिए प्रयुक्त टूल्स।

7. Meltwater / Brand24 –

ऑनलाइन मीडिया और सोशल मीडिया पर ब्रांड या अभियान की निगरानी और विश्लेषण के लिए प्रयुक्त निगरानी टूल्स।

8. Talkwalker –

सोशल मीडिया और न्यूज़ पर ब्रांड की मौजूदगी और भावनात्मक विश्लेषण (sentiment analysis) करने वाला टूल।

Google Alerts –

किसी भी कीवर्ड या विषय पर नई खबर आते ही ईमेल सूचना देने वाला मुफ्त टूल।

सामाजिक मीडिया प्रबंधन (Social Media Management)

9. Later

Instagram, Facebook आदि के लिए पोस्ट शेड्यूलिंग और कंटेंट प्लानिंग टूल।

10. SocialBee –

कई सोशल मीडिया चैनलों पर नियमित रूप से सामग्री प्रकाशित करने और रीपोस्ट करने का टूल।

11. Mailchimp –

ईमेल न्यूज़लेटर और अभियान भेजने के लिए सबसे लोकप्रिय और सहज टूल।

12. Hunter.io –

प्रभावशाली व्यक्तियों या पत्रकारों के ईमेल ढूंढने और cold outreach के लिए उपयोगी टूल।

पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष श्री रवि बिजारनिया ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन अनिल वर्मा द्वारा किया गया।

इस अवसर पर पी.आर.एस.आई. देहरादून चैप्टर के सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश चन्द्र भट्ट, सदस्य सुधाकर भट्ट, वैभव गोयल, राकेश डोभाल, अजय डबराल, दीपक शर्मा, प्रशांत रावत, ज्योति नेगी, शिवांगी, मनमोहन भट्ट, संजय सिंह, प्रताप सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।

तीन दिवसीय “सूर्या देवभूमि चैलेंज” का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सोनप्रयाग में हुआ समापन।

0

रुद्रप्रयाग- भारतीय सेना द्वारा स्थानीय अधिकारियों और पर्यटन निकायों के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय सूर्या देवभूमि चैलेंज साहसिक कार्यक्रम का आज सोनप्रयाग में रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रमो व पुरुष्कार वितरण के साथ समापन हो गया। मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल अनिन्द्य सेनगुप्ता द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया और सभी प्रतिभागियों को उनके दृढ़ विश्वास के लिए सराहना् की। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने माउंटेन बाइकिंग,ट्रेल रनिंग और ट्रैक रनिंग के द्वारा अपने अदम्य साहस सहनशक्ति का प्रदर्शन किया।
इस चुनौतीपूर्ण आयोजन में विभिन्न आयु वर्ग में कुल 134 पुरुषों एवं 07 महिलाओं ने भाग लिया l
जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) लेफ्टीनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुये बताया कि यह दौड़ मानव धैर्य सहनशक्ति और उत्तराखंड के लुभावने लेकिन चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों का एक शक्तिशाली प्रमाण है। राज्य के कुछ सबसे कठिन और दुर्गम इलाकों में आयोजित इस असाधारण साहसिक कार्य ने देश भर के प्रतिभागियों को अपनी शारीरिक दृढ़ता और मानसिक शक्ति का परीक्षण करने के लिए एक साथ मौक़ा दिया lखड़ी ढलानों और घने जंगलों वाले इलाक़ों से गुजरते हुए, यह चुनौती न केवल समय के खिलाफ दौड़ थी, बल्कि देवभूमि की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्सव भी थी। इस कार्यक्रम ने साहसिक खेलों और इको-टूरिज्म के लिए एक गंतव्य के रूप में उत्तराखंड की अद्वितीय क्षमता को प्रदर्शित किया।
सोनप्रयाग में आयोजित समापन समारोह मे सास्कृतिक कार्यक्रमो की धूम रही, उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी सहित स्थानीय रंग कर्मियों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे :-
पुरुष वर्ग
35 से कम
पहला स्थान – कमलेश रावत
दूसरा स्थान – नरेंद्र सिंह
तीसरा स्थान – ऋषभ मिंगवाल
चौथा स्थान – रोहित सिंह
पांचवां स्थान – नवनीत सिंह

35 से 45
पहला स्थान – सतपाल
दूसरा स्थान – कृष्णवेन्द्र सिंह
तीसरा स्थान – अरविन्द सिंह

45 के ऊपर
पहला स्थान – कलम सिंह बिष्ट
दूसरा स्थान – राजेंद्र प्रसाद जोशी
तीसरा स्थान – शिवानंद
इस परियोगिता में महिला प्रतिभागियों का प्रदर्शन इस प्रकार रहा :-
35 से कम
पहला स्थान – प्रीति
अंजलि भंडारी और कीर्ति यादव, इन दोनों ने भी इसे पूरा किया।
45 के ऊपर
पहला स्थान – वंदना सिंह
सूर्या देवभूमि चैलेंज 2025 ने भारत में साहसिक खेल आयोजनों में एक नया मानदंड स्थापित किया है और रोमांच चाहने वालों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उत्तराखंड की स्थिति की पुष्टि की है।

नारायण के छात्रों ने जेईई मेन्स में लहराया सफलता का परचम, कार्तिक रेड्डी और रोहन ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन

0

देहरादून: नारायण समूह के छात्रों ने जेईई मेन्स की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। संस्थान के छात्रों ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता साबित करते हुए बेहतरीन रैंक हासिल की हैं।
टोंस ब्रिज स्कूल के छात्र कार्तिक रेड्डी ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए शीर्ष रैंक हासिल की है। वहीं, देहरादून के रोहन ने 79वीं रैंक प्राप्त कर संस्थान का गौरव बढ़ाया है। इसके अतिरिक्त, मसूरी के रिद्धम गुप्ता ने भी मेन्स परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
नारायण संस्थान के कुल छात्रों में से 5 छात्रों ने 99 पर्सेंटाइल से अधिक, 14 छात्रों ने 95 पर्सेंटाइल से अधिक और 22 छात्रों ने 93.50 पर्सेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। यह प्रदर्शन 2021 के बाद से संस्थान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
संस्थान के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में नारायणा ने 4000 से अधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की है। पिछले वर्ष के शानदार परिणामों के बाद, इस वर्ष भी संस्थान के छात्रों ने विभिन्न संस्थानों में शीर्ष स्थान प्राप्त कर देहरादून के छात्रों और उनके अभिभावकों का विश्वास जीता है।
संस्थान के अकादमिक डायरेक्टर डॉ संजय रावल ,ब्रांच मैनेजर देहरादून निशांत कुमार राव और निदेशक कवित कुमार ने बताया कि इस वर्ष भी कई छात्रों ने 95.5 पर्सेंटाइल से ऊपर अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने छात्रों की कड़ी मेहनत और शिक्षकों के समर्पण को इस सफलता का श्रेय देते हुए छात्रों के सफल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं ।

 

 

‘शब्दों का संसार : भाव संग्रह’ का लोकार्पण व युवा कवियों का काव्य पाठ

0

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से आज युवा कवियों की संस्था ‘मंच’ के माध्यम से एक साहित्यिक आयोजन किया गया, कार्यक्रम के तहत कविता संग्रह ‘शब्दों का संसार : भाव संग्रह’ का लोकार्पण किया गया, इसमें देहरादून के उभरते कवियों की कविताओं को संकलित किया गया है l
शब्दों का संसार एक विशिष्ट साहित्यिक संकलन है, जिसे उत्तराखंड की साहित्यिक संस्था ‘मंच’ ने प्रकाशित किया है। पुस्तक में संस्था से जुड़े कई नवोदित और प्रतिष्ठित रचनाकारों की भाव अभिव्यक्तियां इसमें प्रकाशित की गयीं हैं, लोकार्पण के अवसर पर दिल्ली से मुख्य अतिथि क़े रूप में शायर अनुज कपूर एवं अतिथि शायर अनिमेष राजपूत शामिल रहे, लोकार्पण के बाद कविता पाठ में उभरते युवा कवियों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी l
मंच संस्था के कुलदीप धरवाल ने कहा कि मंच संस्था न केवल युवाओं को लेखन के प्रति प्रोत्साहित करता है, बल्कि उन्हें साहित्यिक जगत में एक सशक्त पहचान दिलाने के उद्देश्य से भी कार्य करता है। इनकी स्वरचित साहित्यिक रचनाओं के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने क़े लिये कविता पाठ के आयोजन किये जाते हैं l
कार्यक्रम में अजय श्रीशवाल, पार्षद मोथरोवाला सोबत चंद रमोला, शायर अनुज कपूर एवं अतिथि शायर अनिमेष राजपूत ने भी अपने विचार व्यक्त किये l
काव्य पाठ क़े दौरान संस्थापक कुलदीप सिंह ने ‘ चोट हो प्रहार हो केसरी दहाड़ हो, बाण ऐसे छोड़ो जिनसे चीख हो पुकार हो…’ ,आकांक्षा वर्मा ने ‘मुझको वहशत है रौनक से, मुझको सुनसान ही रहने दो,जहाँ दहशत हो मुझे अपनों से, मुझको गुमनाम ही रहने दो… ने महफ़िल मैं रौनक बिखेर दी l
कार्यक्रम में सबसे कम उम्र के बालक अधीराज पुंडीर के जोशीले शब्दों ने पूरे साभागर को ऊर्जा से संचारित कर दिया l
कार्यक्रम में वृंदा वाणी, आकांक्षा वर्मा, भूपेंदर नेगी, बिन्नी गहलोत, बलजीत, शाह, मानसी, शिवानी साहू, विजयपाल कलुडा, राहुल नौटियाल, प्रखर पंत, अंशुल सिंह, नैन्सी आहूजा, वैरागी, अविरल माझी, धर्मेंद्र तनुज, नीलेश, अंकुर ने भी सुंदर काव्य पाठ किया. मंच क़े सह संस्थापक मीर ने कहा की हमारा शुरू किया गया प्रयास शायद अब सफल होता दिख रहा है, जब ऐसे कलाकार सामने आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं तो वास्तव में कार्य सार्थक होता दीखता है l
कविता पाठ के इस कार्यक्रम के दौरान दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की प्रोग्राम एसोसिएट, चंद्रशेखर तिवारी, जनकवि डॉ. अतुल शर्मा, आलोक सरीन, मेघा विलसन, विनय डबराल, राकेश कुमार, अवतार सिंह सहित अनेक साहित्य प्रेमी, लेखक और प्रबुद्ध जन व अनेक युवा कवि उपस्थित रहे l

ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट में गूंजे रेट्रो बॉलीवुड के सदाबहार नगमे

0

देहरादून, स्वरांजली ग्रुप द्वारा आज सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में लोकप्रिय संगीतमय शाम ‘ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक संदीप गुप्ता के नेतृत्व में यह कार्यक्रम पिछले 13 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य है बॉलीवुड के स्वर्णिम संगीत युग को जीवित रखना और सम्मान देना।
संदीप गुप्ता, जो पेशे से व्यवसायी और शौक से गायक हैं, ने कार्यक्रम को खास अंदाज़ में प्रस्तुत किया। उन्होंने किरदार के अनुरूप पोशाक पहनकर “ये जवानी है दीवानी”, “चाहिए थोड़ा प्यार”, “यारी है ईमान मेरा”, “महबूबा महबूबा”, और “खाईके पान बनारस” जैसे गीत प्रस्तुत किए, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए संदीप गुप्ता ने कहा, “ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट हमारे लिए पुराने बॉलीवुड संगीत के जादू को जीवित रखने का एक माध्यम है। जब लोग इन गीतों के साथ जुड़ते हैं और आनंद लेते हैं, तो हमारा प्रयास सफल होता है।”
राजेश गोयल, जो वकील, व्यवसायी, नेता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने “नज़र न लग जाए” और “आके तेरी बाहों में” जैसे गीतों को अपनी मधुर आवाज़ में प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम के निर्देशक मेहबूब आलम ने मोहम्मद रफ़ी के गीत “आ जा तेरी याद आई” और “इतना तो याद है मुझे” गाए, जबकि संजना ने डुएट गीत प्रस्तुति दी।
संदीप गुप्ता के बेटे रजत गुप्ता, जो एक उभरते हुए कलाकार हैं, ने गिटार के साथ लाइव प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। वहीं, उनकी बेटी शिवानी गुप्ता ने भी मंच पर शानदार प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया।
कार्यक्रम में कमल जॉली, हैदर अली, डॉ. विनोद गुप्ता, बलदेव सिंह और कल्पना सैनी सहित अन्य कलाकारों ने भी अपनी गायकी से शाम को यादगार बनाया। कार्यक्रम का संचालन प्रियंका डोभाल ने किया।

जोशी चिल्ड्रन्स अकादमी के कंचन पंवार ने 94.4 अदिति ने 90.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर बढ़ाया विद्यालय का मान

0

देहरादून, शिक्षा के क्षेत्र में एकबार फिर जोशी चिल्ड्रन्स अकादमी के 10वीं कक्षा के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस वर्ष के परिणामों में अकादमी के सभी छात्रों ने सफलता प्राप्त की है, जो कि एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। कंचन पंवार ने 94.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि अदिति ने 90.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अभिषेक कुमार ने कहा कि समस्त शिक्षक मंडल के मार्गदर्शन और समर्थन के कारण ही हमारे छात्र इस मुकाम तक पहुँच पाए हैं। उन्होंने कंचन पंवार, अदिति और समस्त सफल छात्रों तथा उनके परिवारों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी साथ ही, समस्त शिक्षक मंडल के अथक प्रयासों की सराहना की जिन्होंने छात्रों को इस उपलब्धि के लिए तैयार किया।