Saturday, May 17, 2025
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आर्टिकल 370 का ट्रेलर फिल्म का ट्रेलर रिलीज, एनआईए अधिकारी के रोल में नजर आईं यामी गौतम

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मुंबई, बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम की आने वाली फ़िल्म आर्टिकल 370 का ट्रेलर रिलीज़ हो गया है। जियो स्टूडियोज ने बी62 स्टूडियोज के सहयोग से फ़िल्म आर्टिकल 370 ट्रेलर रिलीज़ किया। इस फ़िल्म में यामी गौतम मुख्य भूमिका में नज़र आयेंगी।
आर्टिकल 370 एक खुफिया अधिकारी (यामी द्वारा अभिनीत) की कहानी को दर्शाती है, जो पीएमओ ब्यूरोक्रेट (प्रियामणि) के साथ घटनाओं की जटिल सिरीज़ और आतंकवाद की सांठगांठ का पर्दाफ़ाश करने की कोशिश करती है, जिसके कारण कश्मीर से आर्टिकल 370 को समाप्त करने का ऐतिहासिक और अभूतपूर्व परिणाम सामने आता है। आर्टिकल 370 हाई ऑक्टेन एक्शन पॉलिटिकल ड्रामा है। इस फिल्म का निर्देशन आदित्य सुहास जांभले ने किया है। ज्योति देशपांडे, आदित्य धर और लोकेश धर द्वारा निर्मित यह फिल्म 23 फरवरी 2024 को रिलीज होगी।
अक्षय कुमार ने एक्स पर हिंदी में लिखा, ‘कश्मीर भारत का हिस्सा था और हमेशा रहेगा। ‘आर्टिकल 370′ का ट्रेलर जोश से भरा हुआ दिखता है। एक्टर ने यामी को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर लिखा, ‘ऑल द बेस्ट, जय हिंद।’ गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 5 अगस्त 2019 को संसद द्वारा ‘आर्टिकल 370’ को निरस्त करने के फैसले को बरकरार रखा था।

उत्तराखंड़ की संस्कृति को प्रतिबिंबित करती पहाड़ी लड़की की गाथा ‘आछरी’ का सशक्त मंचन

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‘कला दर्पण नाट्य संस्था और हिमालय लोक साहित्य एवं संस्कृति विकास ट्रस्ट की प्रस्तुति’

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), रंगमंच के लिये समर्पित दून में लम्बे समय के बाद दर्शकों को नाटक ‘आछरी’ देखने को मिला, नगर निगम प्रेक्षागृह में कला दर्पण नाट्य संस्था और हिमालय लोक साहित्य एवं संस्कृति विकास ट्रस्ट के सहयोग से मंचित ‘आछरी’ नाटक डा. हरिसुमन बिष्ट द्वारा लिखित और मदन मोहन डुकलान द्वारा गढ़वाली भाषा में अनुवादित एक पहाड़ी लड़की की गाथा है। जिसने अपने आपको संघर्ष में तपाया है। डूंगरपुर गांव का प्रधान ‘तुलसा’ भी उसे डगमगाने में असमर्थ रहा। वह सारी मुसीबतों व चुनौतियों का सामना करती है। डूंगरपुर गांव के लोग ‘आछरी’ को एक आदर्श के रुप में देखते हैं और आछरी उनकी मदद के लिए चट्टान की तरह खड़ी रहती है।
जहां नाटक की नाट्य प्रस्तुति भारत के हिमालय क्षेत्र के उत्तराखंड़ की संस्कृति को प्रतिबिंबित करती है। वहीं उत्तराखंड के स्थानीय कलाकारों के साथ कुमाऊंनी पृष्ठभूमि पर बुने गए कहानी के ताने-बाने को गढ़वाल के परिधान, लोक गीत-संगीत-नृत्य एवं गढ़वाली भाषा का प्रयोग किया गया |May be an image of 10 people, costume and head covering

डेढ़ घंटे के इस सशक्त नाटक का शुभारंभ सुप्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी और प्रो. सुरेखा डंगवाल वाइस चांसलर दून यूनिवर्सिटी और लेखक डा. हरिसुमन बिष्ट ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया | डा. सुवर्ण रावत द्वारा निर्देशित इस नाटक में जहां गांव के परिवेश और वहां की दिनचर्या को बखूबी से दिखाया गया, जबकि नाटक के मुख्य किरदार ‘तुलसा’ प्रधान के रुप में मदन मोहन डुकलान और आछरी के रुप में सुषमा बर्थवाल का दमदार अभिनय ने अंत तक दर्शकों को बांधे रखा |
नाटक में गीतसंगीत मनीष कुमार, गायन सतेन्द्र परिदयाल एवं दीपापंत, मंच सज्जा श्रेया मखलोगा, वीरेन्द्र गुप्ता, वेषभूषा भारती आनन्द, धीरज सिंह रावत, साहब के अभिनय में विजय गौड़, दिनेश बौड़ाई, वीरेन्द्र असवाल, सुमित वेदवाल, भारती आनन्द, अनामिका अंशिका, गायित्री रावत आदि ने सशक्त अभिनय से दर्शकों की वाहि वाहि लूटी, नाटक में प्रकाश परिकल्पना टी के अग्रवाल, कोरियोग्राफी श्रीवर्णा रावत, मंच संचालन पंड़ित उदय शंकर भट्ट, प्रस्तुति नियंत्रक दिनेश बौड़ाई, विशेष सहयोग जयदीप सकलानी, अखिल गढ़वाल सभा, वातायन एवं चिट्ठीपत्री का रहा |May be an image of 12 people, people dancing, accordion and violin

डॉ. सुवर्ण रावत :
उत्तराखंड़ के उत्तरकाशी में जन्मे डा. सुवर्ण रावत ने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से परफोरमिंग आर्ट्स में मास्टर डिग्री व फिल्म एवं टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया पुणे से फिल्म अपरिसिएशन कोर्स करने के साथ ही रा.ना.वि. थिएटर-इन-एजुकेशन के संस्थापक सदस्य रहे हैं। उन्होंने ने थिएटर में पीएचडी एवं शिक्षा के क्षेत्र में संस्कृति मंत्रालय से सीनियर रिसर्च फेलोशिप प्राप्त की है। उन्होंने सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत लंदन, यू.के. के अलावा वॉरसा, पोलैंड के अंतर्राष्ट्रीय नाट्य समारोह में बतौर अभिनेता भागीदारी की है। वे कला दर्पण संस्था के संस्थापक एवं निर्देशक के साथ ही प्रशिक्षण देने के अलावा अनेक नाटकों में लेखन, परिकल्पना, अभिनय, रंगमंच के अलावा दूरदर्शन एवं फिल्म में भी अभिनय किया । डा. सुवर्ण रावत को रंगमंच एवं शिक्षा की विधा में योगदान के लिए मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति सम्मान भी मिल चुका है ।May be an image of 12 people and people dancingMay be an image of 8 people

शासन ने किए कई अधिकारियों के तबादले, नगरायुक्त पंकज उपाध्याय का पखवाड़े में दूसरी बार हुआ तबादला

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देहरादून, शासन ने अफसरशाही में बड़ा फेरबदल किया है। चार आईएएस और सात पीसीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इनमें पीसीएस पंकज उपाध्याय भी शामिल हैं। पखवाड़े में उनका यह दूसरा तबादला है। इससे पूर्व उनका नगर आयुक्त एवं सचिव जिला विकास प्राधिकरण से तबादला करके कुमाऊँ मंडल विकास निगम का महाप्रबंधक बनाया था लेकिन उनके पास वर्तमान में महानगर आयुक्त कार्यभार जारी था लेकिन बनभूलपुरा दंगे के बाद उन्हें कुमाऊँ मंडल विकास निगम जिसे उन्होंने अभी चार्ज भी नहीं लिया था से भी हटाकर उन्हें पड़ोसी जिले उधम सिंह नगर में भेजा गया है

शासन से जारी तबादला सूची के अनुसार आनंद वर्धन क़ो अपर मुख्य सचिव कार्मिक और आरके सुधांशु को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि शैलेश बगौली को सचिव गृह व कारगर का जिम्मा सौंपा गया है। साथ ही सचिन कुर्वे से सचिव राजस्व की जिम्मेदारी वापस ली गई है।इसी तरह पीसीएस अधिकारी महावीर सिंह चौहान को अपर सचिव आपदा प्रबंधन,अभिषेक त्रिपाठी को मुख्य विकास अधिकारी टिहरी गढ़वाल बनाया गया है।

वहीं जय भारत सिंह को अपर जिलाधिकारी देहरादून, चंद्र सिंह इमलाल को अपर आयुक्त गन्ना काशीपुर का पदभार दिया गया है।
इसके साथ ही विवेक प्रकाश को अपर जिलाधिकारी चमोली बनाया गया है। वहीं पीसीएस पंकज उपाध्याय को अपर जिलाधिकारी उधम सिंह नगर की जिम्मेदारी दी गई है। यह पखवाड़े भर के अंदर उनका दूसरा तबादला है। वहीं रविंद्र कुमार को डिप्टी कलेक्टर उधम सिंह नगर बनाया गया है।

मातृ-शक्ति कार्यक्रम में अल्मोड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

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मुख्यमंत्री धामी का अल्मोड़ा में विशाल रोड शो…नगर में जुटा जन सैलाब

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को मातृ-शक्ति को समर्पित ‘दीदी-भुलि हाथ लगाल, उत्तराखण्ड हौल अमृत काल’ कार्यक्रम में अल्मोड़ा पहुंचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आर्मी हेलीपैड से शिखर होटल अल्मोड़ा तक विशाल रोड शो में प्रतिभाग किया। रोड शो में हज़ारों की संख्या में अल्मोड़ा कि जनता ने पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

इस अवसर पर सांसद श्री अजय टम्टा, विधायक श्री सुरेश गडियां, विधायक श्री मोहन सिंह मेहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा श्री कैलाश शर्मा, जिलाध्यक्ष भाजपा श्री रमेश बहुगुणा, जिलाध्यक्ष भाजपा रानीखेत श्रीमती लीला बिष्ट भी मौजूद रहे।

 

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीमांत क्षेत्र के ग्राम ठाटा, लोहाघाट(चंपावत) में रात्रि चौपाल लगाई

मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से किया सीधा जन संवाद।

गांव में बने होमस्टे में रात्रि विश्राम कर सीएम ने ग्रामीणों को दिया स्वरोजगार का संदेश।
“गांव चलो अभियान” अंतर्गत सीमांत क्षेत्र के *ग्राम ठाटा (वि0ख0 लोहाघाट) दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी का गुमदेश की क्षेत्रीय जनता द्वारा भव्य स्वागत किया गया। वही क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आई जनता अपने मुख्यमंत्री का स्वागत करने उमड़ी।

अपने कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी जनता के बीच नन्हे बच्चों से भी रूबरू हुए और उनसे बातचीत कर उनका हाल जाना।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने ठाटा गांव के मां भगवती मंदिर में पूजा अर्चना कर जनपद व प्रदेश की सुख, शांति व समृद्धि की कामना की।

रात्रि चौपाल के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी लोगों के बीच प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओ से रूबरू हुए। उन्होंने कहा सरकार की योजनाओं एवं प्रशासन द्वारा किए जा रहे काम को आमजन के बीच बैठकर ही समझा जा सकता है।
मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान व सभी पात्र लोगों को सरकारी योजना का लाभ हर गांव, हर परिवार तक पहुंचाए जाने पर चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में घर घर तक आज रसोई गैस पंहुच गई है। साथ ही अब घर- घर शुद्ध पानी पंहुच रहा है।
ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि हमें पहले फोला (गगरी) लेकर सुबह 3 बजे पानी लेने जाना पड़ता था पर अब घर पर ही पानी आ गया है
श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आयुष्मान योजना लाए जिसमे 5 लाख तक का निशुल्क इलाज मिल रहा है। जहा पहले पैदल चलकर जाना पड़ता था वहा आज गांव गांव में सड़क सुविधा हो रही है। महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं की आर्थिकी को सुदृढ़ कर और अधिक सशक्त बनाए जाने के लिए लखपति योजना पर कार्य किया जा रहा है। राज्य के अंतर्गत रोजगार के साथ ही युवा स्वरोजगार की ओर बढ़े। इसके लिए भी कई कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा जनपद चंपावत को आदर्श जनपद बनाए जाने हेतु कई विकास कार्य किए जा रहे हैं, ताकि यह जनपद राज्य के साथ- साथ पूरे देश में एक आदर्श जिले की मिसाल बने।

श्री धामी ने गांव में बने होमस्टे में रात्रि विश्राम कर ग्रामीणों को स्वरोजगार का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि *राज्य के अंतर्गत होमस्टे को बढ़ावा मिले इसके लिए सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जा रही है।

श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने धारा 370 को खत्म कर कश्मीर के लोगों को देश की मुख्यधारा से जोड़ा है। तीन तलाक को खत्म कराया।
भगवान श्री राम को टैंट से उनके असली घर में विराजमान कराया।
सीएम ने कहा कि हमने संकल्प लिया कि उत्तराखंड में रहने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए एक समान कानून लाएंगे, समान नागरिक संहिता विधेयक पास कर प्रदेश में ऐतिहासिक कार्य किया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता के सहयोग से ही यह इतिहास बनाने का मौका मिला। हमने जो कहा वह किया।

सीएम श्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड शांतिप्रिय प्रदेश है। यहां की भूमि देवभूमि है। यहां बिलकुल भी गलत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज उत्तराखंड को आदर्श बनाने हेतु चंपावत जिले से शुरुआत हुई है। इस जिले को आदर्श जिला बनाया जा रहा है। जो आदर्श उत्तराखंड की ओर बढेगा।
सीएम ने कहा कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का है, ये प्रधानमंत्री जी का दृष्टिकोण है, इस दिशा में अनेक कार्य किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चौमुखी हो रहा हैं। केंद्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम छोर पर खड़े प्रत्येक व्यक्ति को मिले, इसके लिए अनेक योजनाएं बनाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा राज्य से भ्रष्टाचार खत्म हो इसके लिए 1064 सेवा शुरू की गई है, यह सरकार भ्रष्टाचार मुक्त सरकार के “विकल्प रहित संकल्प” को पूर्ण कर रही है।
उन्होंने कहा सरकार एवं जनता आपसी समन्वय से हर संभव कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की कल्पना अनुसार हम उत्तराखंड राज्य के विकास को आगे बढ़ने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को आपसी समन्वय, इच्छा शक्ति, संकल्प शक्ति और सामूहिक शक्ति से हर कार्य को सरलीकरण कर उसका समाधान करेंगे।

सांसद अजय टम्टा ने समान नागरिक संहिता को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी ने इसे विधेयक को पास कराकर इतिहास रचने के साथ ही देश दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन किया है।

सीमांत क्षेत्र के ठाटा गांव की पल्लवी पंत जो आरबीआई में अधिकारी पद पर निकली है, उनके दादा आनंद देव जी को शाल ओढ़ाकर मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।

श्री धामी, मां भगवती मंदिर प्रांगण में ग्रामीणों के साथ खड़ी होली गायन व देव स्तुति में शामिल हुए।

ग्राम प्रधान ग्राम ठाटा मोहित पाठक ने कहा कि आज क्षेत्र में पेयजल व सड़क जैसी महत्त्वपूर्ण समस्या दूर हुई है। इसके अलावा महिलाओं के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं संचालित हैं।

सावधान! गुलदार की दहशत से यहां लगाया गया नाइट कर्फ्यू,

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श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)।  गुलदार की दहशत से तीसरे दिन भी नाइट कर्फ्यू से लोगों में दहशत का माहौ है। चिंता की बात है कि गुलदार के पंजों के निशान तो मिल गए पर वह कैद नहीं हुआ। पौड़ी जिले के  खिर्सू ब्लॉक के विभिन्न गांवों सहित श्रीनगर में आंतक का पर्याय बना गुलदार का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। दो बच्चों को अपना निवाला बनाने वाले गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया गया है। जबकि गुलदर को मारने के आदेश जारी किये गये है। बीते गुरुवार को गुलदार की चहलकदमी पौड़ी चुंगी के समीप सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। वन विभाग की गश्त टीम लगातार गुलदार की खोजबीन में जुटी हुई है। साथ ही वन विभाग की टीम ने विभिन्न स्थानों पर गुलदारों के पंजों के निशान भी ट्रेस किये गये हैं। कई बार गुलदार बुघाणी रोड पर अपने शिकार को ढूढने घटना स्थल पर पहुंच रहा है, लेकिन अभी तक भी गुलदार पिंजरे में कैद नहीं हो पाया है।  श्रीनगर वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी ललित मोहन सिंह नेगी ने बताया कि श्रीनगर में अलग-अलग स्थानों पर लगातार गुलदार की चहलकदमी देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि घटना के समीप लगे पिंजरे के पास गुलदार तो अपने शिकार के लिए पहुंच रहा है, लेकिन लोगों द्वारा टार्च कर इशारा दिखाकर वह वहां से भाग जा रहा है। उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा पिंजरों को अलग-अलग स्थानों पर लगा दिया गया है। बुघाणी रोड पर घटना स्थल पर लगे पिंजरे को वहां से कुछ ही दूर घसियामहादेव के ऊपरी क्षेत्र में     लगाया गया है। जबकि एक पिंजरे को ऐठाणा वाली रोड पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि दो नये ट्रेप कैमरे भी लगा दिये गये हैं। गुलदार की चहलकदमी को देखने के लिए वन विभाग ने पांच नये ट्रेप कैमरे लगाये हैं। जबकि वन विभाग की टीम में एक शूटर भी तैनात है।
तीसरे दिन भी दिखा नाइट कर्फ्यू का असर :     विकासखंड खिर्सू व श्रीनगर में गुलदार की बढ़ती गतिविधियों व नाइट कफ्र्यू का असर तीसरे दिन भी श्रीनगर में दिखा।व्यापारियों ने 6 बजे तक अपने प्रतिष्ठान पूर्ण रुप से बंद करना शुरू किया। बाजार बंद होने के चलते लोगों मे हडबड़ी भी देखने को मिली। इस मौके पर पुलिस प्रशासन ने 6 बजे तक खुली दुकानों को बंद करवाया। साथ ही लोगों से कफ्र्यू की गाइड लाइन का पालन करने की अपील की।
श्रीनगर में चार दिन बाद खुले स्कूल :  श्रीनगर में गुलदार की दहशत के बाद विद्यालय पूर्ण रूप से खुल गये है। बीते शनिवार को हुई ग्वाड़ और उसके बाद श्रीनगर में हुए गुलदार के हमले के बाद खिर्सू ब्लॉक के समस्त विद्यालय पूर्ण रूप से बंद थे। चार दिनों के बाद स्कूल पूर्ण रूप से खुल गये है। गुलदार की लगातार चहलकदमी को देखते हुए लोगों में भय अभी भी बरकरार है।
गुलदार के आतंक से निजात को वन अधिकारियों से की चर्चा:     पौड़ी के खिर्सू ब्लाक के ग्वाड़ और श्रीनगर में गुलदार अभी भी पकड़ में नहीं आ पाया है। वन विभाग की टीम ने दोनों ही जगहों पर डेरा डाला हुआ है।
इस बीच शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने भी वन विभाग के अफसरों के साथ इस बाबत विस्तृत चर्चा की और गुलदार के आंतक से निजात दिलाए जाने को लेकर पर्याप्त कदम उठाए जाने को कहा। गुलदार ने पहले ग्वाड़ और उसके दूसरे दिन ही श्रीनगर में हमला किया था।
गुलदार के दो हमलों में दो बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद समूचे क्षेत्र में गुलदार की दहशत बन गई।
पौड़ी के डीएम डॉ आशीष चौहान ने गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में शाम 6 से सुबह 6 बजे का कफ्र्यू भी लगाया हुआ है।
इन क्षेत्रों में इस बीच कोई आवाजाही नहीं हो रही है। मुख्य वन्य जीप प्रतिपालक ने गुलदार को नरभक्षी भी घोषित किया हुआ है। लेकिन इसके बावजूद गुलदार की दहशत से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही है।  न तो गुलदार के अभी तक यहां लगाएं पिंजरों में कैद हो पाया और नहीं यहां लगे किसी कैमरे में ही दिखाई दिया।इसके के कारण विभाग की चुनौती कम नहीं हो रही है और साथ ही लोगों में गुलदार का खौफ भी बना हुआ है।
गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्वनिल अनिरुद्ध ने बताया कि गुलदार पर विभागीय टीम ने नजर बना रखी है। दोनों जगहों पर प्रभावी एवं सघन गश्ते हो रही है। गुलदार के पंग चिह्नों को लिया गया है। गुलदार एक दिन ही कैमरे पर ट्रैप हुआ था इसके बाद कैमरों में भी गुलदार नहीं दिखाई दिया।

नमो नमो मोर्चा की जिलाध्यक्ष बनी संगीता व महामंत्री प्रीति गुप्ता

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हरिद्वार ( कुलभूषण) नमो नमो मोर्चा भारत के उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील पांडे एवं प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा श्रीमती संगीता सिंह के द्वारा श्रीमती रेनू शर्मा को जिला अध्यक्ष हरिद्वार नियुक्त किया गया।

कार्यकारिणी के विस्तार हेतु आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील पांडे द्वारा की गई। प्रदेश अध्यक्ष की सहमति से जिला अध्यक्ष श्रीमती रेणू शर्मा द्वारा कार्यकारिणी के विस्तार की घोषणा की गई। जिसमें जिला महामंत्री पद पर श्रीमती प्रीति गुप्ता एवं श्रीमती विमला ढोंडियाल,जिला उपाध्यक्ष मालती भारद्वाज, शर्मिला बगवाड़ी, सुषमा चौहान, सोनिया अरोड़ा,सुनीता पंवार , जिला मंत्री ममता अग्रवाल, नीतू वर्मा, रिंकी, आमरीन राव ,जिला मीडिया प्रभारी सुचिता ध्यानी , जिला सोशल मीडिया प्रभारी शालिनी यादव को नियुक्त किया गया।

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील पांडे ने बताया कि नमो नमो मोर्चा भारत संगठन का नामकरण भारत के सबसे विश्वसनीय एवं वृहद हमारे देश के लोकप्रिय प्रधानमन्त्री आदरणीय नरेंद्र भाई मोदी जी के राष्ट्र प्रथम विचारधारा पर आधारित है। हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी के अनुसार किसी भी देश की प्रगति में सबसे बड़ा योगदान युवा और महिला शक्ति का होता है। नमो नमो मोर्चा भारत का विस्तार तेजी से सभी प्रदेश में हो रहा है। वर्ष २०२० में १५ लाख से ज्यादा सदस्य संख्यावाले इस संगठन ने वर्ष २०२४ तक २ करोड सदस्य संख्या का लक्ष सामने रखा है।

जिला अध्यक्ष श्रीमती रेनू शर्मा ने कहा कि इन्हीं विचारों से ओतप्रोत हमारे राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अनुसार नमो नमो मोर्चा का उद्घघोष हमारे देश की समुचित असंगठित युवा, महिला, किसान, श्रमिक, व्यापार, नौकरदार, व, छात्रशक्ति को राष्ट्रहित के लिए संगठित करना ताकि भारत वर्ष अपने प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त होकर बलशाली बनें।

जिला महामंत्री प्रीति गुप्ता एवं बिमला ढोंडियाल ने कहा कि संगठन के उद्देशो को देखकर युवा और महिलाएं काफी संख्या में जूड रहे हैं। उन्होंने कहा कि संगठन का मिशन राष्ट्र की असंगठीत युवा, महिला और पुरुष शक्ति को संगठित करते हुए हमारी सनातन संस्कृति, सिद्धांत, और संविधान, के द्वारा दिए गए अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना, भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली जनकल्याणकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचाना और योजना का लाभ देना है। नव नियुक्त पदाधिकारी का फूल मालाओं के साथ स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री राजिनी वर्मा, सरिता मिश्रा, उपस्थित रहे।

चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी तीन दिनों से धरने पर

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हरिद्वार ( कुलभूषण) अधिकारी कर्मचारियों ने तीसरे दिन भी नवीन अरोड़ा के द्वारा कर्मचारियों एवं अधिकारियों का मानसिक उत्पीड़न एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करना कर्मचारियों को डराना, धमकाना को लेकर सभी तनावग्रस्त है जिससे अब सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी करने डर लगने लगा है ।
डा अक्षय चौहान, डा नमिता पूरी,डा सार्थक तोमर डा अंशु,डा सोनाली अग्रवाल ने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है जो कि बर्दाश्त नही किया जायेगा जब तक डा अमित चौहान का आदेश जब तक निरस्त नही किया जाता तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र जिला मंत्री राकेश भंवर जिला कोषाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि कर्मचारियों और अधिकारी अपने कर्तव्य पालन में बंधे हुए हैं और हमें शांतिपूर्ण तरीके से अपने धरने को चलाना है जिससे कि बाहरी व्यक्ति द्वारा किये गए मानसिक उत्पीड़न से निजात मिल सके संघ ने मांग की इस प्रकरण की जांच होने के उपरांत ही किसी पर कार्यवाही की जाए तब तक डा अमित चौहान चिकित्सा अधीक्षक ज्वालापुर का स्थानांतरण निरस्त कर यथावत रखा जाए।
धरना प्रदर्शन करने वालों में डा अक्षय सिंह, डा नमिता पूरी,डा सोनाली अग्रवाल,डा सार्थक तोमर,दिनेश कुमार, दीपक कुमार,हर्ष सैनी,हिमांशु शर्मा,सौम्या उपाध्याय,आयुषी रावत,शिवम, योषिता,अमन सैनी,आनन्द पांडेय,सतेंद्र शर्मा,महावीर सिंह अमन दीप,अमित सैनी,कमल शर्मा, संजय अरोड़ा,एम एन उनियाल,तनवीर अहमद,शबनूर, बलबीर सिंह, राजकुमार, अमित चमोली, वसीम, सानिया अनम, मीनाक्षी,लक्ष्मी,मंजू, पारुल चौहान,साहिल,ऋषभ खेरवल, स्मृति सती, लीला त्रिपाठी, सुरेंद्र, मोहन विजय, बबिता मनीषा, नीलम, डा अक्षय चौहान, बृजमोहन सिंह इत्यादि उपस्थित थे।

हल्द्वानी बनभूलपुरा में हुए दंगों की होगी मजिस्ट्रेट जांच,15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश

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देहरादून, नैनीताल जनपद के बनभूलपुरा में गत आठ फरवरी को हुई उपद्रव की घटना की मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी। इस संबंध में शनिवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आदेश निर्गत कर दिए।

गृह विभाग के अनुभाग पांच द्वारा जारी आदेश के अनुसार, आठ फरवरी को जनपद नैनीताल के हल्द्वानी शहर के थाना बनभूलपुरा एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत आयुक्त, कुमायूं मण्डल द्वारा मजिस्ट्रेट जाँच सम्पादित किये जाने का शासन स्तर पर सम्यक् विचारोपरान्त निर्णय लिया गया है।हल्द्वानी : बनभूलपुरा में हुई घटना पर मुख्य सचिव ने दिए मजिस्ट्रेट जाँच के  आदेश, पढ़िए - Garh Gaurav Darshan

आदेश में, उक्त घटना की निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जांच 15 दिन के भीतर सम्पादित करते हुए तत्संबंधी जाँच आख्या शासन को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
मजिस्ट्रेट जांच जिसके लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं, जिसके लिए आदेश जारी करते हुए लिखा गया है कि जनपद नैनीताल के हल्द्वानी शहर के थाना बनभूलपुरा में दिनांक 08.02.2024 को हुई घटना की मजिस्ट्रेट जाँच के संबंध में।

महोदय,उपरोक्त विषयक कृपया अवगत कराना है कि दिनांक 08.02.2024 को जनपद नैनीताल के हल्द्वानी शहर के थाना बनभूलपुरा एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत आयुक्त, कुमायूं मण्डल द्वारा मजिस्ट्रेट जाँच सम्पादित किये जाने का शासन स्तर पर सम्यक् विचारोपरान्त निर्णय लिया गया है।
-अतः इस संबंध में मुझे यह कहने का निदेश हुआ कि उक्त घटना की निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जाँच 15 दिवस के भीतर सम्पादित करते हुए तत्संबंधी जाँच आख्या शासन को उपलब्ध कराने का कष्ट करें।

-प्रकरण में घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत आपका व्यक्तिगत ध्यान अपेक्षित है।

हिंसाग्रस्त हल्द्वानी के बाहरी इलाकों से कर्फ्यू हटाया गया, बनभूलपुरा में जारी, तीन एफआईआर दर्ज, 16 लोग नामजद

हल्द्वानी (उत्तराखंड)। उत्तराखंड के हिंसाग्रस्त हल्द्वानी शहर के बाहरी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र में यह लागू रहेगा जहां बृहस्पतिवार को एक अवैध मदरसे को तोड़े जाने को लेकर भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ की थी। शहर के बाहरी इलाके में दुकानें शनिवार को खुलीं लेकिन स्कूल बंद हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी), कानून-व्यवस्था ए.पी. अंशुमन ने हल्द्वानी में डेरा डाला हुआ है।

उन्होंने बताया, प्रभावित इलाके में लगातार गश्त की जा रही है और स्थिति नियंत्रण में है।’ उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार की हिंसा में शामिल पांच लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है और तीन प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं। सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।
हल्‍द्वानी घटना पर एडीजी कानून एवं व्‍यवस्‍था अंशुमान ने कहा, “हल्द्वानी में हालात बिल्कुल सामान्य हैं। बाहरी क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा दिया गया है। केवल बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू जारी है। पूरे प्रकरण में 3 एफआईआर दर्ज़ की गई है जिसमें 16 लोगों को नामजद किया गया है बाकी अज्ञात हैं। 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस लगातार दबिश दे रही है। शीघ्र ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। CCTV की जांच की जा रही है। घटना में अभी तक 5 की मृत्यु हो गई है। 3 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। कई पुलिसकर्मी घायल हैं वहीं केंद्रीय सुरक्षा बल भी यहां तैनात हैं, पीएसीP भी लगाई गई है।

एडीजी ने कहा कि बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू अभी लागू है। हालांकि, निवासियों को समय-समय पर आवश्यक सामान खरीदने की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि काठगोदाम तक रेल सेवाएं भी बहाल कर दी गयी हैं। उन्होंने बताया कि अभी कहीं से भी किसी और अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार, बृहस्पतिवार को हुई हिंसा में छह दंगाइयों की मौत हो गयी। 60 से अधिक लोग घायल हुए। स्थानीय लोगों ने नगर निगम कर्मियों और पुलिस पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके थे जिससे कई पुलिसकर्मियों को एक थाने में शरण लेनी पड़ी, जिसे भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। एक पत्रकार समेत सात लोगों का शुक्रवार को तीन अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया गया। उनमें से तीन की हालत गंभीर बतायी गयी थी।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में बृहस्पतिवार को अवैध मदरसा तोड़े जाने की कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा में छह दंगाइयों की मौत हो गयी जबकि हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू दूसरे दिन भी लागू रहा । अधिकारियों ने यहां बताया कि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी दिए गए हैं। घटना के लिए जिम्मेदार चार लोगों को गिरफतार किया गया है जबकि अन्य की पहचान के लिए फुटेज खंगाले जा रहे हैं ।

मोबाईल से करें गैस बुकिंग

हल्द्वानी, शहर में बीते गुरुवार को हुई हिंसा के बाद अब भी पूरे शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है। इसके चलते एहतियात के दौरान पर शनिवार को भी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, लोगों को परेशानियों का सामना पड़ रहा है। इस बीच गैस एजेंसियों ने उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत दी है। कहा कि इंटरनेट बंद है, ऐसे में उपभोक्ता गैस बुकिंग नहीं कर पा रहे हैं। सीधे एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं। या फिर मोबाइल नंबर के द्वारा एजेंसी से संपर्क कर गैस बुकिंग कर सकते हैं।

 

हल्द्वानी के मृतकों के लिए शोक सभा : जन संगठनों और विपक्षी दलों ने गांधी प्रतिमा के सामने की सर्वधर्म प्रार्थनासभाविपक्षी दलों ने हल्द्वानी हिंसा में मृतकों के लिए की शोक सभा

देहरादून, विभिन्न जन संगठनों और विपक्षी दलों की ओर से शनिवार शाम गांधी पार्क में गांधी प्रतिमा के सामने हल्द्वानी के हिंसा में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर सर्वधर्म प्रार्थना भी गई। हल्द्वानी के विधायक ने इस सभा में वहां के मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी।

जन संगठनों की ओर से आयोजित शोक सभा में हिंसा में मारे गये लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई। उत्तराखंड इंसानियत मंच के डॉ. रवि चोपड़ा और सर्वाेदय मंडल के हरबीर सिंह कुशवाहा ने सभी धर्मों की प्रार्थनाएं करवाई। इसके बाद रघुपति राघव राजा राम भजन गया।
हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश में वहां की मौजूदा हालत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हल्द्वानी में कभी ऐसी घटना नहीं हुई है। उन्होंने इस घटना को प्रशासन की लापरवाही बताया और कहा कि बिना किसी तैयारी के तोड़फोड़ करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि हिंसा और पथराव करने वालों के साथ उनकी कोई सहानुभूति नहीं है, ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। लेकिन, इस बात की भी जांच की जानी चाहिए कि आखिर इस घटना की असली वजह क्या है।
सुमित हृदयेश ने कहा कि मुख्य सचिव की ओर से घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये गये हैं, लेकिन वे इस तरह की जांच से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने किसी सीटिंग जज द्वारा जांच करवाने की मांग की।
शोक सभा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, पार्टी प्रवक्ता गरिमा दसौनी, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, शीशपाल सिंह बिष्ट, लाल चंद शर्मा, याकूब सिद्धिकी, सीपीआई के समर भंडारी, सीपीएम के अनंत आकाश, सीपीआई माले के इंद्रेश मैखुरी, अखिल भारतीय किसान सभा के सीटू के लेखराज, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट व इंद्रेश नौटियाल, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के सतीश धौलाखंडी, साहित्यकार जितेन्द्र भारती, स्वतंत्र पत्रकार त्रिलोचन भट्ट सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।

 

हल्द्वानी में हुई घटना सरकार और प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा : इंडिया गठबंधन

देहरादून, इंडिया एलाइंस और सिविल सोसाइटी के उच्च स्तरीय शिष्टमंडल ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महारा के नेतृत्व में हल्द्वानी की बनभूलपुरा में हुई हिंसक घटना के संबंध में उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल से राजभवन में मुलाकात की।
मुलाकात के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महारा जोकि बीते रोज हल्द्वानी घटनास्थल पर स्वयं होकर वस्तुस्थिति का जायजा लेकर आएं हैं, ग्राउंड जीरो की स्थितियों और परिस्थितियों से उन्होंने राज्यपाल महोदय को अवगत कराया। इंडिया गठबंधन और सिविल सोसाइटी के साथियों की ओर से महारा ने राज्यपाल महोदय से प्रदेश में शांति और सद्भावना स्थापित करने हेतु हस्तक्षेप करने की मांग की।

मुलाकात करने वालों में
उपाध्यक्ष संगठन प्रशासन मथुरादत्त जोशी, मुख्य प्रवक्ता गरीमा माहरा दसौनी,महामंत्री याकूब सिद्दीकी,महानगर अध्यक्ष डा०जसविंदर गोगी,पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, राजनेतिक सलाहकार अमरजीत सिंह,प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट,सपा के राष्ट्रीय सचिव एस एन सचान,सीपीआई के समर भण्डारी, सीपीएम के राजेन्द्र सिंह नेगी, और सुरेन्द्र सिंह सजवाण, इंसानियत मंच के रवि चौपडा, वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोचन भटट, सीपीएम माले के इन्द्रेश मेखुरी, आम आदमी पार्टी से रविन्द्र सिंह आनन्द, महिला मंच से कमला पंत और सर्वोदय नेता हरबीर सिंह कुश्वाह आदि मौजूद रहे |

मूल निवास और सशक्त भू कानून को लेकर तेज होगा आंदोलन

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नई टिहरी।(आरएनएस)।  मूल निवास व सशक्त भूकानून को लेकर आगामी 11 फरवरी को नई टिहरी में आयोजित स्वाभिमान रैली में भारी संख्या में जुटने की अपील जनता से करते हुए मूल निवास समन्वय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि इस आंदोलन को उत्तराखंड आंदोलन की तर्ज पर चलाया जाएगा। मूल निवास समन्वय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर आगे कहा कि यह आम लोगों के से जुड़ा स्वस्फुर्त कार्यक्रम हैं। जिसे लेकर अब पीछे नहीं हटाया जायेगा। उत्तराखंड आंदोलन की तर्ज पर इस आंदोलन को चलाने की तैयारी है। शुक्रवार को आयोजित इस पत्रकार वार्ता में वक्ताओं ने कहा कि आज प्रदेश की स्थिति व आबोहवा लगातार खराब हो रही है। स्थायी निवास की व्यवस्था ने मूल निवासियों की पहचान को संकट में डाल दिया है। स्थायी निवास व अस्थाई राजधानी की व्यवस्था ने पूरे प्रदेश की स्थिति को बदहाल कर दिया है। आम जनता को इसके के चलते बुरी तरह से पीसना पड़ रहा है। स्थानी निवास की आड़ में लगातार प्रदेश में घुसपैठ जारी है, तो सशक्त भूकानून न होने से भूमाफिया प्रदेश में राज कर रहे हैं। जिससे शांत प्रदेश का माहौल खराब होने से लगातार अपराधों की संख्या में वृद्धि हो रही है। प्रदेश के पहाड़ी पर्यटन स्थल भी अब भूमाफियाओं की जद में हैं। प्रदेश सरकार को चेताते हुए कहा कि आम लोगों में लगातार आग सुलग रही है। जल्दी ही स्थायी निवास व्यवस्था खत्म कर यदि मूल निवास व्यवस्था कर सशक्त भूकानून नहीं लाया जाता है। तो इस आंदोलन को उत्तराखंड आंदोलन के समान खड़ा कर जायज मांगों के लिए सड़कों पर उतरा जायेगा। इस मौके पर मूल निवास समन्वय संघर्ष समिति के टिहरी के मुख्य समन्वयक राकेश भूषण गोदियाल, प्रदेश सह संयोजक लुसन टोडरिया, देवेंद्र नौडियाल, गंगा भगत सिंह, अमित पंत, विपिन पंवार, मुशर्रफ अली, पर्वत कुमारी, विक्रम विष्ट आदि मौजूद रहे।

राज्य में संचालित बाह्य सहायतित परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाई जाए: सीएम

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देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में बाह्य सहायतित परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में संचालित बाह्य सहायतित परियोजनाओं के क्रियान्वयन में  तेजी लाई जाए। जो परियोजनाए केन्द्र स्तर पर गतिमान हैं, उनमें तेजी लाने के लिए केन्द्र स्तर पर अच्छी तरह पैरवी हो सके, संबंधित विभागों द्वारा ऐसे प्रस्ताव रेजिडेंट कमिश्नर को भेजे जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रांश एवं राज्यांश की 90 और 10 के अनुपात वाली योजनाओं पर शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर कार्य किये जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि केन्द्र सरकार के लिए जो भी प्रस्ताव बनाये जा रहे हैं, उनका गहनता से अध्ययन एवं परीक्षण के साथ परियोजना के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए भेजा जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि विभागों को अपनी परियोजनाओं को केन्द्र सरकार में जिस विभाग को भेजा जा रहा है, संबंधित विभाग से नियमित समन्वय बना कर रखें, इसके लिए सभी विभागीय सचिव स्वयं जिम्मेदारी लें।
बाह्य सहायतित परियोजनाओं के अन्तर्गत ऊर्जा, आपदा प्रबंधन, ग्राम्य विकास एवं वित्त विभाग में संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बैठक के दौरान जो भी निर्णय लिये जा रहे हैं, कार्यों में तेजी लाने के लिए विभागीय सचिव यथा शीघ्र निर्णयों के अनुपालन में विभागीय आदेश जारी करें और कार्य प्रगति की भी नियमित समीक्षा करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग द्वारा राज्य में मौजूद बांध एवं बैराजों की मजबूती के लिये विश्व बैंक की सहायता से 274 करोड़ की संचालित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से बांधों एवं बैराजों के संचालन एवं प्रबंधन में सुधार के साथ नियन्त्रण एवं निगरानी प्रणाली के आधुनिकीकरण एवं विद्युत उत्पादन में वृद्धि होगी। उन्होंने इस परियोजना को शीघ्रता के साथ धरातल पर उतारने के लिये सभी संबंधित विभागों से आपसी समन्वय एवं समयबद्धता के साथ कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड लोक वित्तीय प्रबंधन सुदृढ़ीकरण परियोजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि राज्य की वित्तीय रिपोर्ट समय पर तैयार करने, राज्य के आंतरिक लेखापरीक्षण प्रणाली को और बेहतर बनाने, बजट एवं क्रय संबंधी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाये जाने के साथ शहरी क्षेत्रों के वार्षिक वित्तीय विवरण तैयार करने तथा शहरी स्थानीय निकायों के संपति कर संग्रह की वृद्धि के लिये भी समेकित प्रयासों की जरूरत बतायी। उत्तराखंड सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सुदृढ़ीकरण परियोजना की कुल लागत 274.6 करोड़ रुपये है। जिसके अन्तर्गत सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन के सुदृढ़ीकरण के अतिरिक्त राजस्व प्रबंधन प्रणाली के सुदृढ़ीकरण, शहरी स्थानीय निकायों और राज्य के स्वामित्व वाले उद्यम में सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन को मजबूत बनाने व परियोजना प्रबंधन और निगरानी एवं मूल्यांकन के कार्य किये जाने हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रोक्योरमेंट प्रोसेस तथा फंडिंग एजेंसी के स्तर पर प्राप्त होने वाली वित्तीय सहायता प्रक्रिया के सरलीकरण पर भी ध्यान देने को कहा, ताकि योजनाओं के क्रियान्वयन में सुगमता हो सके।
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रीप) की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना ग्रामीण परिवारों की आय को दोगुना करने के साथ पलायन रोकने में मददगार होगी। आजीविका से संबंधित गतिविधियों को बढावा देने फार्म मशीनरी बैंकों में महिलाओं की भागीदारी के साथ किसानों को आधुनिक कृषिकरण से जोड़ने में इससे मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जनहित से जुड़ी सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में सभी संबंधित विभागों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने राज्य में संचालित उत्तराखण्ड आपदा तैयारी से संबंधित परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि 1640 करोड़ की 06 साल की इस योजना से राज्य में जलवायु परिवर्तन एवं आपदा के प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी। वनाग्नि को रोकने, आपदा प्रबंधन केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण  एवं इससे संबंधित अवस्थापना सुविधाओं के विकास में इससे मदद मिलेगी। इसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रभावी कार्य योजना समयबद्धता के साथ तैयार कर उसके क्रियान्वयन पर ध्यान देने को कहा।
इस अवसर पर सचिव आर. मीनाक्षी सुदंरम,   राधिका झा, दिलीप जावलकर, डॉ. रंजीत सिन्हा, नीरज खेरवाल, अपर सचिव मनुज गोयल, ऊर्जा के तीनों निगमों के प्रबंध निदेशक एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।