Friday, June 20, 2025
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सांसद अनिल बलूनी बोले, गढ़वाल को सबसे अग्रणी लोकसभा बनाएंगे

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रामनगर, गढ़वाल से नवनिर्वाचित सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने रविवार को गढ़वाल लोक सभा जीत दर्ज करने के बाद रामनगर विधानसभा पहुंचने पर हज़ारों की संख्या में स्थानीय जनता एवं कार्यकर्ताओं के साथ उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने गर्मजोशी के साथ स्वागत एवं अभिनंदन किया। सांसद अनिल बलूनी ने भी जनता एवं कार्यकर्ताओं का आभार एवं धन्यवाद किया।
सांसद अनिल बलूनी ने बड़ी संख्या में पहुंची जनता एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चुनाव पूर्व किए गए वादों को याद दिलाते हुए विश्वास दिलाया कि हर वादा को आने वाले समय में पूरा किया जाएगा। पूरे लोक सभा में एक दूरदर्शी विजन के साथ सर्वांगीण विकास का काम किया जाएगा। सांसद बलूनी ने फिर अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि गढ़वाल को सबसे अग्रणी लोकसभा बनाएंगे। जिससे इस लोकसभा के हर निवासी को अपनी लोकसभा पर गर्व होगा।
गढ़वाल भौगौलिक दृष्टि से भारत के सबसे बड़ी लोकसभाओं से एक है, यहां चुनाव के दौरान कर्मठ कार्यकर्ताओं ने अथक परिश्रम किया और उसी परिश्रम से भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई है और गढ़वाल सहित उत्तराखंड से देवतुल्य जनता ने पांच कमल यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट किया। सभी कार्यकर्ता निश्चिंत होकर जनता से कहें कि जनता ने भारी मतदान कर इस क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित सांसद को चुना है और इस सांसद के रहते हुए कभी यहां की जनता को सिर नहीं झुकाना पड़ेगा। कुछ शरारती तत्वों ने वनग्रामों के संदर्भ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया लेकिन सत्य ये है कि वनग्रामों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा और बिजली, पानी जैसी हर अवश्यक सुविधा यहां के लोगों को मुहैया दी जाएंगी।
अनिल बलूनी ने कहा कि गढ़वाल लोकसभा के विकास के लिए उन्होंने जो संकल्प लिए हैं, उन संकल्पों की सिद्धी के लिए वे पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और इन संकल्पों को हर हाल में पूर्ण करेंगे। बलूनी ने आगे कहा कि रामनगर को वन्यजीव पर्यटन का राजधानी बनाएंगे। कोटद्वार में राजा भरत का भव्य स्मारक बनाया जाएगा। अध्यात्म की धरती ऋषिकेश एवं स्वर्गआश्रम को होलिस्टिक टूरिज्म का केंद्र बनाया जाएगा और इसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित किया जाएगा। लैंसडौन को दिल्ली-एनसीआर के सबसे नजदीक हिल स्टेशन के तौर पर विकसित और चर्चित किया जाएगा और यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कार्य किए जाएंगे। देवप्रयाग में वाराणसी और हरिद्वार की तरह भव्य गंगा आरती के आयोजन की व्यवस्था बनाई जाएगी। देवप्रयाग में रघुनाथ मंदिर तक लिफ्ट बनाने का कार्य भी पूरा किया जाएगा। चारधाम तीर्थयात्रा को और भव्य एवं सुगम बनाते हुए वहाँ के रोजगार को और बढ़ाया जाएगा। पौड़ी में बन रहे माउंटेन म्यूजियम और तारामंडल बनाने के साथ उसे पर्यटन के मानचित्र में लाया जाएगा।
सांसद अनिल बलूनी ने चुनाव के दौरान अथक परिश्रम करने, इस बड़ी लोकसभा में जनता के घर-घर तक पहुंचने, भारी मतदान करवाने एवं भारी मतांतर उन्हें विजयी बनाने के लिए पुनः देवतुल्य जनता एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।

 

भाव राग ताल नाट्य अकादमी की 10 दिवसीय बाल रंगमंच कार्यशाला हुआ समापन

देहरादून, भाव राग ताल नाट्य अकादमी द्वारा आयोजित 10 दिवसीय बाल रंगमंच कार्यशाला का समापन हो गया, जिसमें 4 साल से 15 साल तक के लगभग 50 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। इस रंगमंच कार्यशाला में बच्चों को ब्रेन एक्सरसाइज, ड्रामा, मेडिटेशन, डांस, एक्टिंग,बिल्ड,कॉन्फिडेंस, एकाग्रता, थिएटर गेम्स आदि सिखाया गया। कार्यशाला के बीच में विप्लव भट्ट द्वारा बच्चों को पपेट शो दिखाया गया, कार्यशाला के तीसरे दिन धीरज कुमार द्वारा बच्चों को संगीत की शिक्षा दी गयी जबकि चौथे दिन मिस रक्षा वर्मा जी द्वारा बच्चों को पेंटिंग की शिक्षा दी गई और पेंटिंग कराई गई।
वहीं कार्यशाला के पांचवें दिन राजीव पांडे द्वारा बच्चों को अभिनय के बारे में शिक्षा दी गई और उनके साथ रंगमंच से संबंधित विषय के बारे में चर्चा के कार्यशाला के आखिरी दिन बच्चों द्वारा एक नाटक प्रस्तुति दी गई |
“प्रकृति और हम” नाम से आयोजित इस नाटक को देखने अभिभावकों को आमंत्रित किया गया। भाल राग ताल अकादमी द्वारा आयोजित कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभा को उनसे रूबरू करवाना है | ताकि भविष्य में वो अपनी प्रतिभा से समाज मे कुछ नया बदलाव ला सकें, दस दिवसीय कार्यशाला का समापन सोर गढ़ किले में 30 जून को बच्चों की नाट्य प्रस्तुति के साथ हुआ |

कार्यकाल बढ़ाने को लेकर धरना-प्रदर्शन, बातचीत को नहीं बुलाया तो होगा देहरादून कूच

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“मांगों के समर्थन में की नारेबाजी सरकार को दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम”

पिथौरागढ़, उत्तराखंड़ के त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने सोमवार को जिला मुख्यालय में पंचायत सदस्यों ने गरजते हुए कहा कि सरकार तत्काल 2 वर्ष का कार्यकाल बढ़ाने घोषणा कर बड़ा दिल दिखाए। सरकार को इसके लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया गया है। सप्ताह के भीतर सरकार ने संगठन को वार्ता के लिए नहीं बुलाया तो संगठन देहरादून कूच की घोषणा करेगा। उन्होंने कहा कि हम टकराव नहीं चाहते है अगर सरकार ही सरकार ही टकराव चाहती है, तो फिर उसके लिए भी तैयार है। अपनी मांगों के समर्थन में पंचायत प्रतिनिधियों ने नारेबाजी करते हुए धरना स्थल पर प्रदर्शन भी किया।
जिले के आठ विकास खंडों से सैकड़ो की संख्या पहुंचे वार्ड मेंबर्स, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा जिला पंचायत सदस्यों के अलावा मुनस्यारी के एकमात्र क्षेत्र प्रमुख ने आंदोलन में भाग लिया।
राज्यव्यापी आव्हान पर जिले के कोने-कोने से पहुंचे सदस्यों ने राज्य सरकार से अपनी एक सूत्रीय मांग पर तत्काल निर्णय लेने को कहा।
उन्होंने कहा कि इस मांग को पूर्ण करने में कोई भी कानूनी अड़चने सामने नहीं आ रही है।
उत्तराखंड में 1996 में गठित पंचायत का कार्यकाल 1 वर्ष 4 माह बढ़ाया गया। निर्वाचित प्रतिनिधियों को ही बड़े हुए कार्यकाल में कार्य करने का अवसर भी दिया गया है।
देश के विभिन्न राज्यों ने भी अध्यादेश लाकर पंचायत का कार्यकाल को बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि यह मांग कोई नहीं मांग नहीं है। धरना प्रदर्शन स्थल पर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा गया कि अभी तक तो मांग के समर्थन में आंदोलन हो रहा है। अगर एक सप्ताह के भीतर राज्य सरकार ने संगठन को बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं किया तो उसके बाद सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री आसानी से प्रदेश का भ्रमण नहीं कर पाएंगे।
संगठन के कार्यक्रम संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि 70 हजार प्रतिनिधियों का यह एकमात्र संगठन है। यह संगठन राजनीतिक और सामाजिक ध्रुवीकरण करने की क्षमता रखता है।
इसलिए सरकार को इस संगठन की एक सूत्रीय मांग को मानकर बड़ा दिल रखकर आगे आना चाहिए।
ग्राम प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह सौन कहा कि उनका संगठन इस मांग का जन्मदाता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो उत्तराखंड के हर गांव में सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरु हो जाएगा।धरना प्रदर्शन का संचालन हरीश जोशी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुनस्यारी की क्षेत्र प्रमुख भावना देवी, जिला पंचायत सदस्य चंदन वाणी, बंशीधर भट्ट, गंगोत्री दत्ताल, हरीश कन्याल, गोपाल सिंह मेहता, महिपाल बल्दिया, मनोज बिष्ट, राजेश रोशन, आनंद राम लोहिया, पुष्पा देवी, भूपेंद्र प्रसाद आदि ने संबोधित किया।
अपर जिलाधिकारी के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री को एक सूत्रीय मांग का ज्ञापन सौपा गया।

डीएम की अनुपस्थिति पर नाराजगी

पिथौरागढ़, सूचना के बाद भी जिलाधिकारी रीना जोशी के अनुपस्थित रहने पर पंचायत प्रतिनिधियों ने गहरी नाराजगी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिले के कोने-कोने से पहुंचे पंचायत प्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से भी जिलाधिकारी को अवगत करना था।
जिलाधिकारी ने पंचायत प्रतिनिधियों को महत्व ने देकर पंचायतों का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी को समय भी दिया गया था। उन्होंने समय पर उपस्थित होकर आंदोलन की मांग के साथ-साथ पंचायत प्रतिनिधियों की समस्याओं को भी सुनना था।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के इस व्यवहार की शिकायत मुख्यमंत्री तथा मुख्य सचिव से की जायेगी।

मानसून को देखते हुये जिला प्रशासन सतर्क, सडकों के रखरखाव के लिये 34 जेसीबी तैनात

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“राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई ने जनपद के डेंजर जोन चिन्हित कर तैनात किए जेसीबी।

रुद्रप्रयाग- मानसून अवधि शुरू होने के साथ ही जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन सहित संबंधित विभागों में ने कमर कस ली है। आपदा प्रबंधन सहित राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई एवं संबंधित विभाग श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग सहित जनपद के सभी डेंजर जोन चिन्हित कर चुके हैं। मानसून अवधि में बारिश के चलते सड़क बंद होने की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करते हुए सड़क खोलने के लिए 34 जेसीबी विभिन्न स्थानों पर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा अन्य अनिवार्य मशीनें भी विभिन्न स्थानों पर रिजर्व रखी गई हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि मानसून अवधि शुरू होने से पहले ही श्री केदारनाथ यात्रा एवं स्थानीय लोगों आवागमन के लिहाज से सभी संवेदनशील एवं डेंजर जोन चिन्हित कर लिए गए थे। सभी चिन्हित स्थानों पर सड़क बंद होने की स्थिति एवं अन्य आपातकाल स्थिति में बिना देरी के कार्रवाई के लिए रेस्क्यू टीमों का गठन भी कर लिया गया है। इसके अलावा चिन्हित स्थानों के समीप जेसीबी रखे गए हैं ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। सभी विभागों द्वारा 36 स्थान चिह्नित किए गए हैं जिनके लिए 34 जेसीबी, 02 एक्सकेवेटर एवं एक लोडर तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी विभागों द्वारा जेसीबी ऑपरेटर से लेकर जेई और सहायक अभियंता के नंबर भी जारी किए गए हैं। ताकि स्थानीय लोग या श्री केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु भी सड़क ठीक करवाने के लिए संबंधित विभागों से संपर्क कर सकें।

ड्यूटी जा रही युवती के हाथ से दिनदहाड़े मोबाइल फोन छीन कर भाग गए दो बदमाश

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– पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटे में दबोच लिया एक आरोपी
– कब्जे से लूटा मोबाइल तथा घटना में प्रयुक्त स्कूटी बरामद
– दूसरा बदमाश पुलिस के सामने ही स्कूटी से कूद कर फरार

देहरादून, वादिनी संजना शर्मा पुत्री बलवीर शर्मा निवासी ग्राम खराया पो.ओ. घराना कालसी हाल पता ले.नं.-08 चमन विहार जनपद देहरादून द्वारा रविवार 30 जून को एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि सुबह ड्यूटी पर जाते समय स्कूटी सवार 02 लडके आईटीआई से पहले चमन विहार के मेन गेट के पास उनके हाथ से उनका मोबाइल फोन रियल मी-सी2 (रंग नीला) छीन कर भाग गये। प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली पटेलनगर पर तत्काल मु0अ0सं0-412/24 धारा- 392 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल का मुआयना कर आस-पास व आने जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का गहनता से अवलोकन किया गया, साथ ही पीड़िता से पूछताछ एंव सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों से प्राप्त संदिग्धों के हुलिये के आधार पर पुलिस टीम द्वारा सुरागरसी पतारसी करते हुए स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।
पुलिस के मुताबिक पुलिस टीम द्वारा किये जा रहे प्रयासों के परिणाम स्वरूप आज दिनांक 30-06-2024 को मुखबिर खास की सूचना पर घटना को अंजाम देने वाले 01 अभियुक्त शिबू राम पुत्र संजय राम निवासी 146 ब्रहमपुरी, थाना पटेलनगर, जनपद देहरादून, उम्र- 20 वर्ष को चक्की टोला के पास से महिला से छीने गये मोबाइल फोन रीयल मी सी-2 रंग नीला व घटना मे प्रयुक्त स्कूटी सं0- यू0के0-07-9425 सहित गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार अभियुक्त के साथ पीछे बैठा दूसरा व्यक्ति, जो घटना के समय अभियुक्त के साथ शामिल था, मौके का फायदा उठाकर पुलिस टीम को देख कर स्कूटी से कूदकर भागने मे कामयाब हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।

गिरफ्तार अभियुक्त:
शिबू राम पुत्र संजय राम निवासी 146 ब्रहमपुरी, थाना पटेलनगर जनपद देहरादून, उम्र- 20 वर्ष ।

बरामदगी का विवरण :
01 अदद मोबाइल फोन Real me C-2 रंग नीला
-घटना मे प्रयुक्त स्कूटी यू0के0-07-9425

पुलिस टीम :
उ0नि0 कैलाश चन्द्र
कानि0 आशीष नैनवाल
कानि0 संजीव कुमार

 

वरिष्ठ नागरिक से एक करोड़ 13 लाख की साइबर ठगी, एसटीएफ ने आरोपी को दबोचा

 

– एसटीएफ ने कस्टम डिपार्टमैन्ट व क्राइम ब्रांच मुम्बई के नाम से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के अन्य एक सदस्य को बहराइच से किया गिरफ्तार

–कस्टम डिपार्टमैन्ट व क्राइम ब्रांच मुम्बई के नाम से करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के चार सदस्य अब तक इस अभियोग में गिरफ्तार

देहरादून, जनपद के एक वरिष्ठ नागरिक को साइबर अपराधियों ने अपने जाल में फंसा कर उनसे एक करोड़ 13 लाख रुपये ठग लिए। राजधानी में इतनी बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आते ही उत्तराखंड की एसटीएफ की टीम, साइबर अपराधियों के पीछे लग गई। इस मामले में कार्रवाई करते हुए एसटीएफ को सफलता मिली और एक अभियुक्त को बहराइच से गिरफ्तार कर लिया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया एक प्रकरण कुछ दिवस पूर्व साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून निवासी का प्राप्त हुआ। एक वरिष्ठ नागरिक द्वारा सूचना दर्ज कराई कि अज्ञात साइबर अपराधियों द्वारा वादी के मोबाईल पर सम्पर्क कर स्वंय को FEDEX कोरियर कम्पनी तथा CRIME BRANCH MUMBAI अन्धेरी से बताकर मुम्बई कस्टम द्वारा वादी के नाम से अवैध पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड आदि सीज करने की जानकारी देकर मुम्बई क्राईम ब्रॉच अंधेरी से सम्पर्क करवाकर व आवेदक को स्काईप ऐप पर जोडकर वीडियो कॉल पर पुलिस थाना दर्शाकर पार्सल के सम्बन्ध में पूछताछ कर आवेदक को मनी लान्ड्रिंग, ड्रग्स तस्करी, व पहचान छुपाने का संदिग्ध बताकर व फर्जी नोटिस भेजकर शिकायकर्ता के नाम से चल रहे खातो में 38 मिलीयन का अवैध ट्रांजैक्शन होना बताकर पासपोर्ट कार्यालय व मुम्बई क्राइम ब्रॉच से किल्यरेन्स प्रदान करने का झांसा देकर व जांच के नाम पर आवेदक से धोखाधडी से 1,13,00,000/- (1 करोड़ 13 लाख रू0) भिन्न भिन्न बैंक खातो में स्थानान्तिरित करवाये गये।
इस शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 23/2024 धारा 420,120 बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल के अनुसार घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर व सम्बन्धित खातों आदि की जानकारी व तकनीकी विश्लेषण किया गया तो उक्त अपराध में संलिप्त अपराधियों का राजस्थान से सम्बन्ध होना पाया गया। जिसमें तकनीकी विश्लेषण व साक्ष्य संकलन कर पूर्व में अपराध में संलिप्त 03 अभियुक्तगण को कोटा राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया इस मामले में अभियुक्तों द्वारा वादी को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये गये थे व धोखाधड़ी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैक खातों में प्राप्त की गयी थी। उनका तकनीकी विश्लेषण व साक्ष्य संकलन कर 01 अन्य अभियुक्त को बहराइच उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से 01 मोबाईल फोन, 02 सिम कार्ड, 06 एटीएम कार्ड, 01 चैक बुक, पैन कार्ड एवं आधार कार्ड बरामद हुये।

अपराध का तरीका :
पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा कुरियर कम्पनी, कस्टम डिपार्टमेन्ट तथा मुम्बई क्राईम ब्रांच का अधिकारी बनकर भोली भाली जनता से मुम्बई कस्टम द्वारा अवैध पासपोर्ट, अवैध ड्रग्स, क्रेडिट कार्ड सीज करने की जानकारी देकर जनता के लोगों को मनीलांड्रिंग, ड्रग्स तस्करी का संदिग्ध बताकर व लोगों को फर्जी नोटिस भेजकर केस का निपटारा करने के नाम पर धोखाधड़ी की जाती है, जिसके लिये उनके द्वारा स्वयं को मुम्बई क्राईम ब्रांच का अधिकारी बनकर लोगों को झांसा देकर भिन्न भिन्न एकाउन्ट में धनराशि जमा कराकर ठगी की गई है। उक्त अपराधियों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों को मनीलांड्रिंग, ड्रग्स तस्करी का संदिग्ध बताकर व लोगों को फर्जी नोटिस भेजकर धोखाधड़ी की जाती है।

एक अपील आपके लिये :

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन कम्पनी की फ्रैन्चाईजी लेने, यात्रा टिकट आदि को बुक कराने से पूर्व उक्त साईट का स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से पूर्ण वैरीफिकेशन व भली-भाँति जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर का नम्बर सर्च न करें तथा शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन से सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें।
इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगों द्वारा देख कर शेयर किया गया है।

वाणी और अभिनय से कलाकार कथानक को जीवंत करते हैं : डॉ. सविता मोहन

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“एस.पी. ममगांई लिखित ऐतिहासिक नाटक “ज्योतिर्मयी पदमिनी” का हुआ लोकार्पण”

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), दून पुस्तकालय और शोध केंद्र के सभागार में रविवार को प्रसिद्ध रंगकर्मी और मेघदूत नाट्य संस्था के संस्थापक एस.पी. ममगांई द्वारा ऐतिहासिक कथानक पर लिखित नाटक ‘ज्योतिर्मय पदमिनी’ पुस्तक का लोकार्पण किया गया, उत्तराखंड़ की पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक और प्रख्यात शिक्षाविद डॉ. सविता मोहन इस गरिमामय कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थी, वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता टिहरी राजपरिवार के संस्कृति ध्वजवाहक ठाकुर भवानी प्रताप सिंह ने की। डॉ. योगेश धस्माना तथा मो. इकबाल अजर इस मौके पर विशिष्ट अतिथि थे।
अपने संबोधन में डॉ. सविता मोहन ने कहा कि किसी भी कथानक को कलाकार अपनी वाणी और अभिनय से जीवंत बनाते हैं और जब दर्शक किसी नाटक के साथ आत्मसात होकर उसमें खुद को तलाशता है तो यही नाटक की सफलता होती है। उन्होंने कहा कि लेखक के भाव अभिनेता के माध्यम से जब दर्शक तक पहुंचते हैं और दर्शक मंत्रमुग्ध होकर उसमें खो जाता है तो नाटक का लेखन सफल माना जाता है। उनका कहना था कि नाटक भारतवर्ष की प्राचीन विधा है। भरत मुनि के नाट्य शास्त्र का भी उन्होंने उल्लेख किया।
डॉ. सविता मोहन ने पदमावती के चरित्र चित्रण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इतिहासकारों में इस चरित्र को लेकर मत भिन्नता है किंतु मलिक मोहम्मद जायसी ने जिस कथावस्तु के साथ पदमावत की रचना की वह अपने आप में अद्भुत है और उसे महज किसी कवि की कल्पना मात्र नहीं कहा जा सकता। उन्होंने इतिहासकारों द्वारा पदमिनी के सापेक्ष और निरपेक्ष दोनों पक्षों के प्रति तर्क देते हुए कहा कि सूफी परम्परा के कवि जायसी ने एक कालखंड का वर्णन तो किया ही है जो अपने आप में अद्भुत है।
उन्होंने कलाकारों का आह्वान किया कि वे अपने अंदर अभिनय की भूख बनाए रखें। उनका कहना था कि नाटक के पात्र को जीना ब्रह्म को प्राप्त करने के समान साधना है।
डॉ. योगेश धस्माना ने अपने संबोधन में कहा कि नाटकों की रचना और उनका प्रस्तुतिकरण आज के दौर में चुनौती भरा काम है और इस काम को जिस शिद्दत के साथ ममगाई जी कर रहे हैं, वह निश्चित ही स्तुत्य कर्म है। उन्होंने उत्तराखंड की नाट्य परम्परा और इस क्षेत्र में काम कर चुके लोगों के कृतित्व पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। मो. इकबाल अजर ने कहा कि ममगाई जी का कार्य नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है और नाटकों के क्षेत्र में उनका योगदान विशिष्ट रहा है।
कार्यक्रम में ठाकुर भवानी प्रसाद सिंह ने श्री ममगांई को बधाई देते हुए उनसे आग्रह किया कि गढ़वाल की गौरव गाथाओं को भी अपने नाटक की विषयवस्तु बनाएं। उन्होंने महारानी कर्णावती, फतेहप्रकाश तथा कतिपय अन्य विषयों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड के इन ऐतिहासिक विषयों पर अभी तक काम नहीं हुआ है, इन पर नाट्य विधा के माध्यम से काम होना चाहिए। इसके लिए उन्होंने यथोचित सहयोग की पेशकश भी की।
इससे पूर्व सभी अतिथियों का शॉल ओढ़ा कर अभिनंदन किया गया। रंगकर्मी एस.पी. ममगाई ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। गौरतलब है कि श्री ममगाई नाट्य कर्म को मिशन की तरह जीते हैं और अब तक अनेक नई प्रतिभाओं को तराश चुके हैं।
श्री ममगाई ने कहा कि उन्होंने गहन शोध और अध्ययन के बाद इस नाट्य पुस्तक को तैयार किया है और रंगकर्मियों के लिए यह एक कथावस्तु के रूप में उपलब्ध है।
कार्यक्रम के मध्य में नाटक ज्योतिर्मयी पदमिनी नाटक के कतिपय अंशों का कलाकारों द्वारा वाचिक अभिनय भी किया गया। इस अवसर पर संगीतकार रामचरण जुयाल ने हुड़का और मोछंग के साथ कलाकारों को संगत दी। नाटक में मेघदूत नाट्य संस्था की सिद्धहस्त कलाकार मिताली पुनेठा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शास्त्री ने किया।
इस अवसर पर देहरादून के वरिष्ठ रंगकर्मी अभि नंदा, वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत, दून पुस्तकालय के चंद्रशेखर तिवारी, वरिष्ठ साहित्यकार नीरज नैथानी, मेघदूत के उत्तम बन्दूनी, सपना गुलाटी, सिद्धार्थ डंगवाल, सुनील तंवर, विजय डबराल, अशोक मिश्र, नंद किशोर त्रिपाठी, सावित्री उनियाल, गिरिविजय ढौंढियाल, अंशुमन सजवान, वीरेंद्र ममगाई, अंजलि बुढाकोटी, गोकुल पंवार, मेघदूत के सचिव दिनेश बौड़ाई, सुरेंद्र सिंह सजवान तथा समय साक्ष्य प्रकाशन के प्रवीण भट्ट सहित अनेक छात्र छात्राएं और गणमान्य लोग उपस्थित थे।

धाद लोकभाषा एकांश ने किया गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन

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देहरादून, धाद लोकभाषा एकांश देहरादून द्वारा गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें कवियों द्वारा समसामायिक विषयो पर, स्त्री चेतना, पर्यावरण आदि विषयों पर काव्य पाठ किया।
कार्यकर्म शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, कार्यक्रम कि अध्यक्षता धाद के केंद्रीय अध्यक्ष लोकेश नवानी द्वारा कि गई, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्त्ता नीरज पंत ने कहा कि आज गढ़वाली साहित्य का नव सृजन हो रहा हैँ औऱ यह गढ़वाली साहित्य के लिए नव युग का निर्माण हैँ, आज के लेखक नूतन विषयो पर गंभीर कविताएं लिख रहें हैँ। वंही विशिष्ट अतिथि एवं वरिष्ठ साहित्यकार सुमित्रा जुगलान ने कहा कि इस तरह गढ़वाली काव्य गोष्ठीयों के आयोजन किया जाना आवश्यक हैँ, ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से हमारी गढ़वाली भाषा के प्रति साहित्यिक रुझान बढ़ेगा औऱ नए लेखकों को एक नई ऊर्जा मिलेगी।

वहीँ धाद के केंद्रीय अध्यक्ष लोकेश नवानी ने कहा कि समय आ गया हैँ कि गढ़वाली काव्य या कहानी को साहित्यिक मानको के अनुरूप स्तरीय लेखन कि आवश्यकता हैं, अब नव सृजन नूतन औऱ आधुनिक विषयों पर लिखी कविताओं का युग हैँ, औऱ अब गढ़वाली में भी इस तरह का साहित्य सृजन हो रहा हैँ यह अच्छा संकेत हैँ। कार्यक्रम का संचालन शांति प्रकाश जिज्ञासु ने किया।

काव्य गोष्टि का संचालन प्रेमलता सजवाण ने किया। काव्य पाठ करने वाले वरिष्ठ कवि दिनेश डबराल, शांति प्रकाश जिज्ञाशु बीना कंडारी, रक्षा बौड़ाई, शांति अमोली बिंजोला अंजना कंडवाल नैना, विनीता मैठाणी , मधुरवादिनी तिवारी,अर्चना गौड़, मनोज भट्ट गढ़वाळी, सिद्धि डोभाल, प्रिया देवली, ने किया।

धूमधाम से मनाया गया जौनपुर का मौण मेला 

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नैनबाग (शिवांश कुंवर), उत्तराखंड़ की सांस्कृतिक विरासत में जौनपुर जौनसार और रंवाई का विशेष महत्व है। जौनपुर, जौनसार और रंवाई अपनी अनोखी सांस्कृतिक विरासत के लिए भी जाना जाता है, जिसमें मछली मारने का मौण मेला प्रमुख है जो पूरे देश में अन्यत्र कहीं नहीं होता है। नैनबाग के अगलाड़ नदी में इस मेले का आयोजन किया जाता है। यह यमुना की सहायक नदी भी है। कहा जाता है कि जब यहां राजशाही थी। तब टिहरी के महाराजा इस में खुद शिरकत करने आते थे। मेले में मछलियां पकड़ने वालों के हाथों में पारंपरिक उपकरण होते हैं, जिसमें कंडियाला, फटियाड़ा, जाल, खाडी, मछोनी आदि कहते हैं।
मछलियों को मारने के लिए प्राकृतिक जड़ी बूटी का प्रयोग किया जाता है, जिसे स्थानीय भाषा में टिमरू कहते हैं। इस पौधे की छाल का पाउडर बनाया जाता है, जिसे नदी में डाला जाता है जिससे मछलियां बेहोश हो जाती है। लोग मछलियों को नदी में जाकर पकड़ते हैं। लोग पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ नाचते गाते उस स्थान पर जाते हैं, जहां से मौण डाला जाता है। उस स्थान को मौण कोट कहते हैं। पांतिदार पारंपरिक तरीके से पहले टिमरू के पाउडर को डालते हैं। जिसके बाद हजारों की संख्या में लोग मछलियों को पकड़ने नदी में कूद पड़ते हैं। करीब पांच किलोमीटर क्षेत्र में मछली पकड़ी जाती है।

ऐतिहासिक मौण मेले में हजारों की संख्या में पहुँचे लोग :

नैनबाग तहसील के अतर्गत जौनपुर का ऐतिहासिक राजमौण मेला अगलाड़ नदी में मछलियों को पकड़ने के साथ-साथ ढोल नगाड़ों की थाप पर जौनपुरी रासो तांदी नृत्य किया गया, जौनपुर क्षेत्र के साथ-साथ जौनसार, रवाई उत्तरकाशी के क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ विकास नगर पछवादून के लोग इस मौण मेले में पहुंचकर मछली पकड़ने के साथ-साथ रवाई जौनपुर की संस्कृति को कायम रखते हुए खूब आनंद लिया, क्षेत्र के लोगो साथ-साथ देश-विदेश के पर्यटक भी मौण मेले में आकर खूब आनंद लेते हैं।
मछलियों को पकड़ने हेतु ग्रामीणों द्वारा टिमरू का पाउडर मौण को एक साथ नदी में डालकर इससे मछलियां बेहोश हो जाती है । उसके बाद सभी लोगों में नदी में मछलियों को पकड़ने की होड़ मच जाती है। विभिन्न क्षेत्रों से लोग हजारों की संख्या में मौड़ मेले में पहुंचे जौनपुर के अगलाड़ नदी में मनाए जाने वाला यह मौण मेला राजशाही के जमाने से चला आ रहा है।
टिमरू के पौधों की छाल निकल कर उसे धूप में सूखाने के बाद आग की हल्की आंच में भुना जाता है। जिसके बाद घराट में पीसकर टिमरू का पाउडर मौण मेले हेतु तैयार किया जाता है।
इस बार टिमरू का पाउडर तैयार करने हेतु लालूर पट्टी के खैराड़, मरोड़, नैनगांव, भुटगांव, मुनोग, मातली, कैथ गांव को जिम्मेदारी दी गई थी, हजारों की संख्या में मोण मेले में लोगो ने जमकर अगलाड़ नदी में मछलियां पकड़ी साथ ही थाना केम्पटी प्रभारी अमित शर्मा ने यातायात का विशेष ध्यान रखा गया |

गर्लफ्रेंड के कदमों में बिछा दीं नोटों की गड्डियां

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Viral News:, सोशल मीडिया प्लेटफॉम पर रोज तरह-तरह के वीडियोज़ वायरल होते रहते हैं। कई बार ऐसा होता है कि सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हमारी उंगलियां और नजरें अचानक से किसी पोस्ट को देख ठहर जाती हैं। हाल में कुछ ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स अपनी रईसी काप्रदर्शन करते हुए दिख रहा है।
एक शख्स ने अपनी गर्लफ्रेंड को इम्प्रेस करने के लिए उसके पैरों के नीचे नोटों की गड्डियां बिछा दी। ऐसा उसने तब किया जब उसकी गर्लफ्रेंड हेलीकॉप्टर से नीचे उतर रही थी। वीडियो में देख सकते हैं कि शख्स अपनी गर्लफ्रेंड को रीसिव करने के लिए हेलीपैड ग्राउंड पहुंचा हुआ है। हलीकॉप्टर के आने के बाद वह अपनी गर्लफ्रेंड का हाथ पकड़ उसे हेलीकॉप्टर से नीचे उतारता है। अपनी गर्लफ्रेंड को हेलीकॉप्टर से नीचे उतारने के लिए वह नोटों की सीढ़ियां बनाए हुए है। गर्लफ्रेंड के उतरते ही उसके पैर सीधे उन नोटों की गड्डियों पर पड़ते हैं। ऐसे ही शख्स ने पूरे रास्ते अपनी गर्लफ्रेंड के लिए नोट बिछाए हुए है।

इंस्टाग्राम पोस्ट के अनुसार वीडियो में दिख रहा शख्स रशियन बिजनेसमैन और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर सर्गेई कोसेंको हैं। वीडियो को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम हैंडल/उतण्जींदाण्लवन से पोस्ट किया है। सर्गेई अपने इंस्टाग्राम पर आए दिन इसी तरह के वीडियो पोस्ट करते रहते हैं। वीडियो को खबर लिखे जाने तक 1 लाख 21 हजार लोगों ने लाइक किया है और करोड़ों लोगों ने इसे देखा है।
वीडियो को देखने के बाद लोग शख्स की रईसी का अपने अनुसार अंदाजा लगा रहे हैं। कई लोगों ने वीडियो पर कमेंट कर कहा- ये तो रईसी की हद है। वहीं कुछ अन्य लोगों ने कहा कि शख्स को पैसों की इज्जत करनी चाहिए।

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संदीप चौधरी बने उच्च शिक्षा शिक्षण संस्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष

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हरिद्वार ( कुलभूषण) उच्च शिक्षा शिक्षण संस्थान समिति उत्तराखंड की एक आवश्यक बैठक मोहिनी देवी डिग्री कॉलेज में संपन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार शर्मा चमन लाल डिग्री कॉलेज ने की एवं बैठक का संचालन प्रदेश महासचिव सौरव भूषण शर्मा विशंभर सहाय इंस्टीट्यूट रुड़की ने किया।
बैठक में हरिद्वार ,रुड़की, देहरादून जिले के निजी शिक्षण संस्थानों के अध्यक्षों ने प्रतिभा किया।
इस अवसर पर समिति के तीन वर्षीय चुनाव भी संपन्न कराए गए जिसमें प्रदेश अध्यक्ष संदीप चौधरी एच ई सी कॉलेज हरिद्वार निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुने गए।
समिति के प्रदेश महासचिव पद पर दोबारा से सौरभ भूषण शर्मा बी एस आई शिक्षण संस्थान रुड़की को एवं दीपक वर्मा सिटी डिग्री कॉलेज रुड़की व निशांत थप्रियल आईएमटी कॉलेज देहरादून को समिति में कोषाध्यक्ष अध्यक्ष पद पर योगेश सिंघल मोहिनी देवी डिग्री कॉलेज निर्विरोध चुना गया।
इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर भी विचार विमर्श किया गया जिसमें यूजीसी द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024- 25 में 1 वर्ष में दो प्रवेश के नियम को उत्तराखंड में लागू करने पर समिति के पदाधिकारी की सहमति बनी समिति इस प्रस्ताव को अपने प्रदेश के शिक्षा मंत्री जी एवं विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय के पास भेजेगा साथ ही एक प्रतिनिधिमंडल भी शिक्षा मंत्री जी से समय लेकर प्रस्ताव को मंत्री जी को सौंपेगा।
समिति के आगे दूसरा प्रस्ताव महाविद्यालय के शिक्षकों को चयन समिति द्वारा अनुमोदन करने पर समिति के पदाधिकारी ने कहा कि सभी महाविद्यालय जहां पर शिक्षकों का चयन समिति द्वारा अनुमोदन नहीं लिया गया वह समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कर कार्रवाई आरंभ कर दें।
शिक्षा मंत्री जी द्वारा निजी शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के सत्यापन के लिए एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री जी से मिलेगा और उनसे आग्रह करेगा की शैक्षणिक सत्र 2025 -26 में जो अस्थाई संबद्धता का निरीक्षण विश्वविद्यालय द्वारा कराया जाएगा उसी समय उनसे शिक्षकों का अनुमोदन कर लिया जाए जिससे समय की बचत होगी एवं पारदर्शिता से शिक्षण संस्थान चल पाएंगे।
समिति के प्रदेश महा मंत्री सचिन सौरव भूषण शर्मा ने समिति के समझ 3 वर्षों की कार्यकाल का पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया जो सह हर्ष स्वीकार किया गया समिति के कोषाध्यक्ष दीपक कुमार वर्मा जी ने 3 वर्षों का खर्च का ब्यौरा समिति के सम्मुख प्रस्तुत किया।
समिति के चुनाव में समिति के संरक्षण पद पर राम कुमार शर्मा, चमन लाल डिग्री कॉलेज, डॉक्टर विजय सैनी ,अरोमा कॉलेज एवं सतीश सलाह विद्या विकासित कॉलेज नारसन को समिति में उपाध्यक्ष पद पर छबील सिंह रुड़की बिजनेस स्कूल, अनिल सिंह तोमर सरदार महिपाल राजेंद्र जनजातीय पीजी कॉलेज देहरादून, जयंत चौहान समिति में उपसचिव पद पर विक्रांत कौशिक हिमगिरि कॉलेज लंढौरा,धनंजय,राघवेंद्र चौहान राजकमल कॉलेज बहादराबाद, प्रवीण कुमार वर्मन वर्मन कॉलेज ,अनुराग गोयल आरोपी कॉलेज भगवानपुर, अजय जसोल हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी देहरादून जितेंद्र सिंह डीडी कॉलेज देहरादून निर्विरोध समिति में चुने गए।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष संदीप चौधरी एवं महासचिव सौरव भूषण शर्मा ने कहा कि हमारा यह प्रयास होगा कि हम ज्यादा से ज्यादा सदस्य अपनी समिति में बना सके और जो कठिनाइयां विश्वविद्यालय द्वारा एवं सरकार द्वारा महाविद्यालय को हो रही है उन कठिनाइयों को हम दूर कर सकें यही हमारा कार्य होगा।
इस अवसर पर समिति उपाध्यक्ष छबील सिंह व जयंत चौहान जी ने कहा कि उत्तराखंड में शिक्षा अपना एक अलग मुकाम बना सके उसके लिए समिति कार्य करेगी।
इस अवसर पर दीपक कुमार वर्मा महासचिव एवं मीडिया प्रभारी प्रवेश आलम, शहरोज अली ने कहा कि अब इस समय आ गया है जब विश्वविद्यालय को एवं महाविद्यालय को एक साथ मिलकर कार्य करना होगा क्योंकि विश्वविद्यालय के पास संसाधनों की कमी है जिससे काफी कठिनाई या महाविद्यालय हो रही है।
इस अवसर पर समिति के संरक्षक विजय सैनी एवं सतीश सालार ने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों को अंक तालिकाएं बहुत देर से प्राप्त हो रही है और प्रयोगात्मक परीक्षाओं के परीक्षक भी बहुत दूर-दूर से नियुक्त किया जा रहे हैं इसके लिए भी एक प्रतिनिधिमंडल विश्वविद्यालय की कुलपति महोदय से वार्ता करेगा।