Friday, June 20, 2025
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ग्राम पंचायत टांगा की व्यथा : डीएम साहिबा हमें एक मोटर पुल दिला दो..!

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-आपदाकाल के चार महिने रहते घरों में कैद
-15 साल से दो किलोमीटर मोटर मार्ग का नहीं हुआ डामरीकरण
-मोबाइल नेटवर्क के अभाव में अवकाश में विद्यार्थी नहीं आते घर

पिथौरागढ़, डीएम साहिबा हमारे ग्राम पंचायत में आपदाकाल के 4 महीने एक तोक वाले दूसरे तोक वालों से नहीं मिल पाते है। एक स्कूल दो जगहों पर चलता है। उत्तराखंड में यह पहला ग्राम पंचायत होगा जिसकी आपदाकाल काल में ऐसी स्थिति रहती है। मंगलवार को 115 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय आकर जिलाधिकारी रीना जोशी के सम्मुख ग्रामीणों ने अपने दुखांत को सुनाया। विकास खंड मुनस्यारी के ग्राम पंचायत टांगा की व्यथा कुछ इस तरह की है।
इस गांव के लिए 80 मीटर स्पान का मोटर पुल बनना था। वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल होने के बाद भी आज तक पुल को बजट नहीं मिल पाया। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने डीपीआर बनाकर शासन को भेज दिया है।
पुल के नहीं होने से एक ही ग्राम पंचायत के टांगा, लोदी, दानीबगड़, लोधियाबगड आदि तोको के लोग आपदाकाल के चार माह आपस में नहीं मिल पाते है। गांव के बीच से बहने वाले टांगा नदी में पुल नहीं होने के कारण प्राथमिक विद्यालय के बच्चे एक तरफ शिक्षक तथा दूसरी तरफ आंगनबाड़ी की बहन जी विद्यार्थियों को पढ़ाती है। इस ग्राम पंचायत में एक नहीं दो नदियां गांव को चीर रही है।जिससे भूस्खलन की घटना भी लगातार बढ़ रही है।
विद्यार्थी भी आपदाकाल में एक साथ बैठकर एक जगह पर स्कूलिंग नहीं कर पाते है। गरारी की हालत इतनी खराब है कि एक आदमी को पार करने के लिए दो लोगों की आवश्यकता होती है।
15 वर्षों से लोदी मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं नहीं हो पाया है।
इस मोटर मार्ग में कोई भी वहां आने जाने से कतराता है। इसलिए लोदी वालों को मोटर मार्ग की सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इस ग्राम पंचायत में मोबाइल का नेटवर्क नहीं है। इस कारण स्कूल की छुट्टी में भी विद्यार्थी अपने गांव नहीं आते है। नेटवर्क नहीं होने के कारण ऑनलाइन क्लासेस तथा उनकी पढ़ाई का कार्य इस गांव में नहीं चल पाता है।
इस गांव के अधिकांश पूर्व सैनिक तथा सेवानिवृत्त लोग वापस गांव को आ रहे है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में गांव वासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पलायन के बाद भी इस ग्राम पंचायत में 1065 की जनसंख्या वर्तमान में रह रही है। जिलाधिकारी के सम्मुख अपनी व्यथा को बताने के बाद ग्रामीणों के प्रति जिलाधिकारी को भी दया आ गई।
उन्होंने बीएसएनएल के सहायक अभियंता को तलब किया। उन्होंने सहायक अभियंता से कहा कि वह तत्काल टांगा जाकर सर्वे कर मोबाइल टावर को प्रस्तावित करे। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता से डीएम ने कहा कि वह शासन स्तर पर दोनों मांगों के लिए बजट जारी करने हेतु प्रयास करे। उन्होंने कहा कि वह स्वयं लोनिवि के सचिव से इस मामले में बातचीत करेंगे।
इस अवसर पर पूर्व सूबेदार धर्म सिंह परिहार, भगवान सिंह परिहार, ललित सिंह परिहार,गोविंद सिंह परिहार, धर्मेंद्र सुयाल, प्रेम सिंह सेनरी, विक्रम बथियाल के साथ ही जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तलिया की उपस्थित रहे।

राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्री और एएनएम के माध्यम से गर्भवती माताओं का ट्रेकिंग सिस्टम अपडेट रखा जाए

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि बच्चों में कुपोषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जच्चा और बच्चा दोनों का स्वस्थ रहना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्री और एएनएम के माध्यम से गर्भवती माताओं का ट्रेकिंग सिस्टम अपडेट रखा जाए। एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को मिलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चत की जाए। आंगनबाड़ी के माध्यम से बच्चों और माताओं को दिये जाने वाले पुष्टाहार की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। पुष्टाहार की आकस्मिक रूप से गुणवत्ता जांच भी की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कुपोषण से मुक्ति, मातृ-शिशु मृत्यु दर को और कम करने के लिए राज्य के कुछ गांवों को आकांक्षी गांवों के रूप में लिया जाए। कुपोषण से मुक्ति के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को आपसी समन्वय के साथ संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत राज्य में बालिकाओं को बेहतर शिक्षा और आत्मनिर्भर बनाने के लिए बनाई गई योजनाओं को और अधिक व्यवहारिक बनाया जाय। महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के कौशल विकास पर भी विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव  आर मीनाक्षी सुंदरम,  चन्द्रेश यादव, निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास प्रशांत आर्य उपस्थित थे।

भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं सीए : प्रो. बत्रा

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हरिद्वार(कुलभूषण):आईसीएआई की हरिद्वार शाखा द्वारा आयोजित किये गये सीए सप्ताह के सातवें दिन ब्रांच द्वारा सीए दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें प्रातःकाल में ध्वजारोहण ब्रांच परिसर में रखा गया व सांयकाल को सांस्कृतिक कार्यक्रम होटल गार्डेनिया में आयोजित किया गया जिसमें सैकड़ों सीए तथा उनके परिवारों ने भाग लिया।
आईसीएआई की हरिद्वार शाखा के अध्यक्ष सीए गिरीश मोहन ने बताया कि इस वर्ष हमने अपने संस्थान की स्थापना की 75 वर्ष पूर्ण होने पर यह विशेष उत्सव का आयोजन किया है। यह महत्वपूर्ण अवसर केवल एक उत्सव ही नहीं अपितु हमारे पेशे को परिभाषित करने वाला समर्पण, अखण्डता और उत्कृष्टता का प्रतीक है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में हरिद्वार ब्रांच द्वारा एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा का स्वागत कर उनको सम्मनित किया गया। इस अवसर पर प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि सीए देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं एवं भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि सीए को कानून की विशेषज्ञता प्राप्त होती है और वह इन सभी मामलों में व्यवसाय का मार्गदर्शन करते हैं। मुख्य अतिथि प्रो. बत्रा ने उपस्थित सभी सदस्यों को सीए दिवस की शुभकामनायें प्रेषित की।
इस अवसर पर सीए हरेन्द्र गर्ग ने सभी वरिष्ठ सदस्यों, साथियों और छात्रों को हार्दिक शुभकमानायें देते हुए कहा कि समस्त सदस्यों की कड़ी मेहनत, प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता के लिए सभी सराहना के पात्र हैं। यह हमारे पेशे के प्रति हमारा समर्पण और निष्ठा ही है जो हमें गर्व और सम्मान की अनुभूति करवाता है।
कार्यक्रम का सफल संचालन सीए हिमानी और अदिति सिंघल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में आशीष झा व उनकी ‘ई-मैक’ संस्था द्वारा बहुत सुन्दर प्रस्तुतियां दी गयी, जिसकी सभी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम के सफल आयोजन में सीए प्रबोध जैन, अर्पित वर्मा, वासु अग्रवाल, अनमोल गर्ग का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर सीए हरि रतूड़ी, सी ए हरेन्द्र गर्ग, अनिल वर्मा, अंकित वर्मा, सुमित शर्मा, विवेक पंवार, विकास बंसल, मुकेश जैन, शिवेष गोयल, राकेश तनेजा, अंकुर अग्रवाल, सारिका अग्रवाल, अनिल गर्ग, आशीष गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

हरेला को ‘वृक्ष दिवस’ मनाने के लिए सीएम धामी से मिले ग्रीनमैन

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हरिद्वार(कुलभूषण): 16 जुलाई को कर्क संक्रांति के दिन सूर्यदेव के दक्षिणायन में प्रवेश करने वाली खगोलीय घटना दुनिया में एक विशेष प्रकृति पर्व के रुप में जानी जाती है जिसे देवभूमि उत्तराखंड के कुमायूं क्षेत्र में हरेला लोकपर्व के रुप में मनाए जाने की परंपरा प्राचीन काल से ही प्रचलन में है। विश्व समुदाय हर दिन कोई न कोई विशेष दिन मनाता जाता है लेकिन जीने के लिए सबसे जरूरी प्राणवायु को उत्पादित करने वाले वृक्ष के नाम पर अभी तक कोई ‘विशेष दिवस’ की न तो मान्यता मिली है और ना ही घोषणा हो पाई है। इतने महत्वपूर्ण मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए भारतीय वृक्ष न्यास ( ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) ने हरेला को ‘वृक्ष दिवस’ के रुप में मान्यता दिलाने वाली पहल की है। वृक्ष दिवस अभियान के तहत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ग्रीनमैन विजयपाल बघेल के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने भेंट कर समर्थन मांगा। उत्तराखंड के मूल लोकपर्व हरेला को ‘वृक्ष दिवस’ के रूप में वैश्विक स्वीकार्यता हासिल हो उसके लिए जनाभियान संचालित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री द्वारा हरेला के विषय की मौलिकता पर चिंतन करते हुए इसे उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने वाला कदम बताया, उन्होंने भारतीय वृक्ष न्यास के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हरेला विचार ही वैश्विक हरितक्रांति का आव्हान करने वाला आधार बनेगा। जैसे वृक्ष संरक्षण के लिए उत्तराखंड के चिपको आन्दोलन ने विश्वस्तरीय पहिचान हासिल करते हुए आगे योग के क्षेत्र में योगदिवस तक की वैश्विक यात्रा पूरी करने का कीर्तिमान स्थापित किया उसी तरह हरेला को भी ‘वृक्ष दिवस’ के रूप में स्वीकार्यता मिले, ऐसी शुभकामनाएं वृक्ष दिवस अभियान को दीं। उत्तराखंड सरकार इस प्रकृतिपर्व को पूर्व की भांति प्रमुखता से मनाए जाने के लिए संकल्पित है। सीएम ने वृक्ष दिवस अभियान को यथायोग्य सहयोग देने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री आवास पर भेंट करने वाले शिष्टमंडल में ग्रीनमैन विजयपाल बघेल के साथ हरेला लोकपर्व-24 आयोजन समिति के संयोजक सुरेश सुयाल और संरक्षक जगदीश लाल पाहवा उपस्थित रहे।

हाथरस में भीषण हादसा: हाथरस में भोले बाबा की सत्संग के दौरान भगदड़ में 100 से ज्यादा की मौत

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हाथरस. हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में करीब 100 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक भक्त घायल बताए जा रहे हैं. घायलों में कई की हालत गंभीर है. ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं. घटना सिकंदराराऊ थाने के फुलवरिया की है.

इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. ​लखनऊ से यूपी सरकार के दो मंत्री लक्ष्मी नारायण और मंत्री संदीप सिंह हाथरस मौके पर जा रहे हैं. ​यूपी के मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार हाथरस रवाना हो गए हैं.

सुरक्षा के नहीं थे पुख्ता इंतजाम
हादसे में प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे. क्षमता से ज्यादा भक्त एकत्र हुए थे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद बाहर निकलने की जल्दबाजी में भगदड़ मच गई. देखते ही देखते हालात बिगड़ गए और लोग एक दूसरे के नीचे दब गए. भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई.
काफी देर तक घटनास्थल पर कोई राहत बचाव कार्य शुरू नहीं हुआ था. मृतकों के परिजनों ने कहा, ‘पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते ये भयावह हादसा हुआ है. रात से जाम लगा हुआ था. जैसे ही जाम पुलिस ने खुलवाया, भगदड़ मच गई.’

गढ़वाली शिक्षक संदर्शिका बिज्वाड़ के प्रथम अंक का हुआ विमोचन

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“बच्चों मे अपनी मातृ भाषा के प्रति रुचि पैदा करने के उद्देश्य से डायट रतूडा द्वारा शिक्षक संदर्शिका विज्वाड पुस्तिका के प्रथम अंक का विमोचन छैत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी द्वारा किया गया। यह शिक्षक संदर्शिका राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों पर आधारित पूर्व प्राथमिक कक्षाओं (आंगनवाड़ी) की शिक्षिकाओं के लिए जनपद की क्षेत्रीय लोक भाषा गढ़वाली में लिखी गई है”।

रुद्रप्रयाग- पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को अब अपनी मातृभाषा सिखाने एँव मातृ भाषा में बच्चों की रुचि पैदा करने के उद्देश्य से डायट रतूड़ा द्वारा विकसित बिज्वाड़ पुस्तिका के प्रथम अंक का विमोचन कर दिया गया। गढ़वाली शिक्षक संदर्शिका बिज्वाड़ का उद्देश्य बच्चों में अपनी मातृभाषा को सीखने के प्रति रूचि पैदा करना है।
डाइट रतूड़ा सभागार में विमोचन कार्यक्रम के मौके पर मुख्य अतिथि रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। डायट रतूड़ा के प्रभारी प्राचार्य हरिबल्लभ डिमरी द्वारा मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक भरत सिंह चौधरी, अति विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह एवं विशिष्ट अतिथि मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र कुमार बिष्ट, नगर मंडल अध्यक्ष भाजपा पार्वती गोस्वामी व प्राचार्य डाइट रतूड़ा हरि बल्लभ डिमरी के हाथों हुआ।
बाल शिक्षक संदर्शिका आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों पर आधारित पूर्व प्राथमिक कक्षाओं (आंगनवाड़ी) की शिक्षिकाओं के लिए अपनी क्षेत्रीय लोक भाषा गढ़वाली में लिखी गई है।पचस्तिका में गीत, भावगीत, खेल गीत, कविता, कहानी, चुटकुले, पहेलियों, छोटी-छोटी गतिविधियों के साथ-साथ बच्चों में साफ सफाई व अन्य अच्छी आदतों, सदाचार ,नैतिक मूल्यों की शिक्षा, गुड टच-बैड टच, स्थानीय खेल कूद, स्थानीय फल, तीज त्यौहार, खान -पान,भांडा- कुंडा, गौंणा -पाता, नाज-खाज, जंगली जानवर, पालतू पशु व उनके आवास, विभिन्न जानवरों की आवाज आदि को बच्चों की अपनी मातृभाषा गढ़वाली के माध्यम से उनको अपने समाज, संस्कृति व परम्पराओं से जोड़ने का प्रयास किया गया है। पुस्तक को आकर्षक व रंगीन बनाया गया है। यह पुस्तक बिज्वाड़ अपने नाम को चरितार्थ करती है। रुद्रप्रयाग की गढ़वाली लोक सभ्यता और संस्कृति की बिज्वाड़ देश के भावी कर्णधारों को पल्लवित, पुष्पित कर एक सर्वश्रेष्ठ (बटवृक्ष) नागरिक बनाने का कार्य करेगी।
इस मौके पर मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों ने बिज्वाड़ पुस्तिका को बच्चों की फाऊंडेशनल एजुकेशन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण व‌ उपयोगी बताया। इस मौके पर आनंद जगवाण प्रवक्ता डायट, कुलदीप बडोनी प्रशासनिक अधिकारी डायट रतूड़ा रुद्रप्रयाग, ममता देवी प्रवक्ता, रुचिना पुरी प्रवक्ता, इंदुकांता भंडारी प्रवक्ता, सूरज नेगी प्रवक्ता, डॉ0 गुरु प्रसाद सती, प्रदीप रंजन चमोली, दीपक बुटोला, ओम प्रकाश सेमवाल, कृष्णानंद नौटियाल, नरेंद्र रौथाण, शिक्षक विनोद भट्ट, विमला राणा, कुसुम भट्ट, जसवीर सिंह, भूपेंद्र सिंह, उर्मिला शाह, बीरपाल फरस्वाण,अजय कुमार, श्रीचंद भिलंगवाल, कई आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री एवं समस्त कार्यालय कर्मचारी डायट एवं डी.एल.एड प्रशिक्षु मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन बिज्वाड़ पुस्तिका की संपादक व कार्यक्रम समन्वयक भुवनेश्वरी चंदानी प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रुद्रप्रयाग द्वारा किया गया।

जन संवाद कार्यक्रम में विभिन्न विभागों से संबंधित 15 शिकायतें दर्ज 08 का मौके पर ही निराकरण

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रुद्रप्रयाग- मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जन संवाद/जनता मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 15 शिकायतें दर्ज की गई। जिसमें पेयजल, सड़क विद्युत, शिक्षा आदि समस्या दर्ज की गई, जिसमें 08 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया जबकि शेष शिकायतों का निस्तारण करने के लिए संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
आयोजित जन संवाद/जनता मिलन कार्यक्रम में ग्राम प्रधान पिल्लू लता देवी ने शिकायत दर्ज करते हुए कहा कि गांव में विद्युत खंबों एवं झूलते विद्युत तारों से हमेशा अप्रिय घटना का अंदेशा बना रहता है जिन्हें अविलंब सही किया जाना आवश्यक है। चमेली के ग्रामीणों ने बेडूबगड से रूमसी भौंसाल मोटर मार्ग पर पुश्ता निर्माण कार्य में हुई लापरवाही की शिकायत दर्ज की। रतूड़ा निवासी देवी लाल ने उनके आवास के समीप सोलर लाईट न लगाने तथा वार्ड नं. 3 निवासी मोहन सिंह नेगी ने कोटेश्वर शंकराचार्य चिकित्सालय मोटर पर लोनिवि द्वारा बनाई गई नाली के क्षतिग्रस्त होने की समस्या से अवगत कराया। बांसी गांव धर्मेंद्र सिंह ने उनके बीमार पुत्र के ईलाज हेतु रेड क्राॅस सोसायटी से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने तथा डांगी गांव की आईशा एवं डडोली गांव के राजेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने की मांग की। रविग्राम निवासी निर्मला देवी व रामेश्वर प्रसाद ने शिकायत दर्ज करते हुए अवगत कराया कि राष्ट्रीय राजमार्ग की लापरवाही के कारण उनके आवास में पानी जा रहा है जिससे बरसात के समय बड़ी अनहोनी का अंदेशा बना हुआ है। जैली गांव के रामचंद्र राणा ने विगत 7 माह से उनके पेयजल कनेक्शन पर पेयजल आपूर्ति न होने की समस्या के निराकरण को लेकर प्रार्थना-पत्र दिया। ग्राम डोबलिया निवासियों द्वारा प्राइमरी स्कूल में शिक्षक की तैनाती की मांग की गई।
मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि जन संवाद/जनता मिलन कार्यक्रम में जो भी शिकायतें व समस्याएं दर्ज की गई हैं उनका निराकरण 10 दिन के भीतर करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी दशा में कोई विलंब न किया जाए। उन्होंने कई समस्याओं पर स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए समस्याओं का जल्द से जल्द कार्यवाही करते हुए की गई कार्यवाही से जानकारी जिला कार्यालय एवं संबंधित शिकायतकर्ता को अनिवार्य रूप से अवगत कराना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार से कोई ढिलाई न बरती जाए।
जन संवाद कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एल-1 एवं एल-2 के स्तर पर जो भी शिकायतें लंबित हैं उनका 15 दिन के भीतर अनिवार्य रूप से निस्तारण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सभी अधिकारियों को सीएम पोर्टल को अनिवार्य रूप से प्रतिदिन पोर्टल अवलोकन करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी दशा में कोई लापरवाही न बरती जाए। इसके साथ ही उन्होंने सीएम पोर्टल को अपने मोबाइल पर अपलोड करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में एल-1 पर 128 तथा एल-2 पर 25 शिकायतें निस्तारण हेतु लंबित हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी शीघ्रता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसमें किसी भी प्रकार की कोई ढिलाई न बरती जाए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, परियोजना निदेशक विमल कुमार, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, जखोली भगत सिंह फोनिया, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र कुमार बिष्ट, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम नवल कुमार, जल संस्थान अनीश पिल्लई, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह, आबकारी अधिकारी लक्ष्मण सिंह बिष्ट, महाप्रबंधक जिला उद्योग महेश प्रकाश, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रेम सिंह रावत, परियोजना अधिकारी उरेड़ा राहुल पंत, शिकायत प्रकोष्ट प्रभारी विनोद कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मचारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए ग्रामीण मौजूद थे।

 

नये कानूनों को लेकर पुलिस ने चलाया जनजागरुकता अभियान।

रुद्रप्रयाग-आज से समूचे देशभर में ब्रिटिश काल से चले आ रहे कानूनों की जगह आधुनिक न्याय प्रणाली को स्थापित करते हुए तीन नये कानून प्रभावशील हो गये हैं। तीन नये आपराधिक कानूनों में पहला भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और तीसरा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023

आज से लागू हुए इन नये आपराधिक कानूनों को लेकर जन जागरुकता बढ़ाने के लिए पुलिस मुख्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देशों के क्रम में पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग के निर्देशन में रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा जन जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से जनपद के समस्त थानों में थाना प्रभारियों के नेतृत्व में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें थाना क्षेत्रान्तर्गत निवासरत सीएलजी सदस्य, गणमान्य व्यक्तियों, व्यापार संघ के सदस्यों सहित स्थानीय नागरिकों द्वारा भाग लिया गया। जागरुकता कार्यक्रम में नये कानून में आमजन के लिये बनाये गये विशेष प्राविधानों, विशेषताओं, अधिकारों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान कर जागरुक किया गया। सभी को अवगत कराया गया कि नये कानून में आमजन के हितों तथा अपराधियों के लिए कड़े प्राविधान किये गये हैं, नागरिकों के अधिकारों को सर्वोपरि रखते हुए महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गयी है। नये कानूनों में नागरिक सुरक्षा व उनके अधिकारों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गयी।
इसके साथ ही थाना अगस्त्यमुनि पुलिस ने राजकीय बालिका इन्टर कॉलेज में छात्राओं के मध्य पहुंचकर विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं को आज दिनांक 01.07.2024 से लागू हुए कानून के सम्बन्ध में विस्तृत एवं बारीकी से जानकारी देते हुए बताया कि आज 01 जुलाई से तीन नये आपराधिक कानून- भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम प्रभावी हो गये हैं। लागू हो रही नई संहिताएं आधुनिक समय की आवश्कताओं को ध्यान में रखकर तैयार की गयी हैं, पुराने कानूनों में कुछ व्यवहारिक परिवर्तन किये गये हैं तथा कुछ नियम बदले गये हैं, जिससे न्यायिक प्रक्रियाओं में स्पष्ट एंव निष्पक्षता आये। इन संहिताओं के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता, त्वरितता एवं निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सकती है। यह समाज में न्याय, सुरक्षा एंव विकास को प्रोत्साहित करेगी तथा महिलाओं एवं बच्चों से सम्बन्धित प्रमुख प्रावधानों के सम्बन्ध में जानकारी देकर सभी छात्राओं को जागरुक किया गया।

 

बहुउद्देशीय शिविर आयोजित कर दी जायेगी विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी।

रुद्रप्रयाग- जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में जनपद के अंतर्गत विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ एवं उनकी जानकारी आम जन मानस तक उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान विभागों द्वारा उनसे संबंधित संचालित योजनाओं, प्रमाण-पत्र, कार्ड आदि की जानकारी एवं लाभ देते हुए जनता की समस्याओं का निदान किया जाएगा।
अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि निर्धारित रोस्टर के अनुसार तहसील ऊखीमठ के सारी में जुलाई माह के प्रथम शनिवार (06 जुलाई) को बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किया जाएगा। इसी तरह तहसील जखोली के चिरबटिया में माह अगस्त के पहले शनिवार (03 अगस्त) को बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान समस्त विभागों द्वारा अपने विभाग की योजना से आम जन मानस को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि निर्धारित तिथियों में उनसे संबंधित योजनाओं की जानकारी एवं लाभ आम जन मानस तक पहुंचाने हेतु अपने-अपने विभाग से संबंधित स्टाॅल लगाकर अपनी सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित उप जिलाधिकारियों को आयोजित होने वाले बहुउद्देशीय शिविरों हेतु सभी आवश्यकत व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री  ने ली सचिवालय में सूचना प्रौद्योगिकी एवं गुड गवर्नेंस की बैठक

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देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में सूचना प्रौद्योगिकी एवं गुड गवर्नेंस की बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करें की उनकी विभागीय वेबसाइट अपडेट हो। बैठक में जानकारी दी गई कि अपुणि सरकार पोर्टल के माध्यम से 886 सेवाएं ऑनलाईन माध्यम से दी जा रही हैं। ऑनलाइन माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं में प्राप्त आवेदनों पर समयबद्धता के साथ 93 प्रतिशत निस्तारण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इसे शत प्रतिशत करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता के द्वार की भावना को साकार करने के लिए अधिकांश जन सुविधाएं लोगों को उनके घर तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि देहरादून में विभिन्न प्रमाण पत्र लोगों के घरों तक उपलब्ध कराये जाने के लिए चलाये गये पायलट प्रोजेक्ट के तहत डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम के सफल प्रयोग के बाद इसे प्रदेश के शहरी स्थानीय निकायों तक ले जाने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर में ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही डाटा सिक्योरिटी का भी विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रदान की जाने वाली धनराशि का वितरण डीबीटी के माध्यम से हो। उन्होंने निर्देश दिये कि पी.एम गतिशक्ति उत्तराखण्ड के तहत योजनाओं का त्वरित क्रियान्वयन हो इसके लिए संबंधित प्रस्तावों पर निर्धारित बिन्दुओं के अनुसार कार्यवाही की जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि ई-ऑफिस प्रणाली के तहत 89 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सीएम डैशबोर्ड प्रक्रिया के तहत सभी विभाग एक माह के अन्दर की-परर्फामेंस इंडिकेटर (के.पी.आई) बनाना सुनिश्चत करें।
बैठक में जानकारी दी गई कि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कौशल विकास के अंतर्गत विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में 2026 तक 10 हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके तहत 09 कोर्स शामिल किये गये हैं। ये सभी कोर्स राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईवीटी) से संबद्ध हैं। जबकि आईटीडीए- सीएससी के तहत 60 हजार से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें 25 प्रकार के कोर्स शामिल रहे हैं।                                                           बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव  शैलेश बगोली, अपर सचिव  विजय जोगदंडे, निदेशक आईटीडीए नीतिका खंडेलवाल और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

 

बड़कोट में भीषण पेयजल संकट से निजात पाने के लिए धरना जारी, पीएम को भेजे 300 से अधिक पोस्ट कार्ड

बड़कोट में भीषण पेयजल संकट से निजात पाने के लिए धरना जारी – Rajkaj Live News
उत्तरकाशी (बड़कोट), बड़कोट इस समय भीषण पेयजल संकट से जूझ रहा है, नगरवासियों का भीषण पेयजल संकट से निजात पाने के लिए क्रमिक धरना जारी है। नगरवासियों ने बड़कोट को पानी दो की नारेबाजी करते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री के नाम 300 से अधिक पोस्ट कार्ड पत्र पोस्ट किए, साथ ही वार्ड 7 के दर्जनों महिलाओं व वार्डवासियों ने धरना स्थल पहुँचकर समर्थन दिया और नगरवासियों ने नगरीय पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति की सरकार से मांग की है।
उल्लेखनीय हो कि यमुनोत्री धाम का मुख्य पड़ाव नगर पालिका बड़कोट विगत 4 माह से भीषण जल संकट से त्रस्त है। सोमवार को आंदोलकारियों व नगर वासियों ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हुए 300 से अधिक पोस्टकार्ड पत्र लिखते हुए बड़कोट पेयजल पम्पिंग योजना की जल्द वित्तीय स्वीकृति किये जाने की मांग की है।

आन्दोलनकारियों का कहना है कि 6 जून से क्रमिक धरना चल रहा है और अगर जल्द पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति नही मिली तो 6 जुलाई शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा । आज पोस्टकार्ड पत्र भेजे गए है।उन्होंने कहा कि सरकार जनता की परेशानी को समझते हुए जल्द चार सूत्रीय मांग के निस्तारण करे ताकि जनता को राहत मिल पाए।

इस मौके पर जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल, सरपंच अजय रावत, विजय सिंह रावत भक्त, पूर्ण सिंह रावत, नरोत्तम रतूडी, चैन सिंह असवाल, चन्द्रमणि जोशी, अब्बलचन्द कुमाई, प्रताप रावत, भगत दास, रोहन चौहान, कपिल, अजय रावत बाडिया, जय सिंह , केदार सिंह, सुमन रावत, डॉ सोबेन्द्र चौहान, विजय पाल रावत, दीपेंद्र मिश्रवान, राजेन्द्र सिंह, तेग सिंह, कमला देवी, सुंदरदेवी, जगदीश, उषा थपलियाल, नितिका, दीपिका, नीलम, जे पी गैरोला, रश्मि नौटियाल, प्यारी देवी, मंजू चौहान, कुसुम धनाई, सुंदरा रावत,बचन देई, अनिता डोभाल, प्रेम सिंह, आशीष, अक्षांस रावत, विजय प्रकाश, नीरज रावत, देवेंद्र सिंह, गोविंद राणा, रविन्द्र सिंह सहित दर्जनों लोग शामिल थे।

 

केदारनाथ यात्रा में हेलीयात्रियों की सुविधा में कटौती

“आईआरसीटीसी टिकट बुक करने तक सीमित और यूकाडा को नज़र अंदाज करती हेलीकंपनियां”

देहरादून(भूपत सिंह बिष्ट), केदारनाथ धाम के लिए बरसात के कारण हेली सेवायें 20 जून के बाद फिलहाल स्थगित हैं।
इस बार पहले दौर में एक जानकारी के अनुसार 54 हजार 778 यात्री हेलीकोप्टर से केदारनाथ धाम पहुँचे। हजारों रूपये का टिकट बेचने के बाद हेली कंपनियों ने तीर्थयात्रियों की सुविधा का कोई खास ख्याल नहीं रखा। यूकाडा और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के अधिकारी केदारनाथ यात्रा में कहीं सहयोग जुटाते नज़र नहीं आये।
17 जून को केदारनाथ धाम में हेलीपैड पर अव्यवस्था का आलम इस कदर रहा कि प्रतीक्षारत महिला, पुरूष बुजुर्ग यात्री यहाँ वहाँ ज़मीन पर बैठने को विवश हुए। यही नज़ारा रोजाना केदारनाथ हैलीपैड पर रहता है – ऐसी चर्चा आम है।
यूकाडा द्वारा तैनात सुरक्षाकर्मियों का व्यवहार हैलीयात्रियों के प्रति घोर उपेक्षाभरा और निंदनीय था। देश के हर प्रांत से पहुंचे तीर्थयात्रियों के साथ वार्ता और जानकारी देने में इस कदर कटुता बरती गई मानों सरकार मुफ्त में सवारी करा रही हो। हैलीपैड पर ही आठ कंपनियां के आफिस टैंट में चल रहे थे सो अनावश्यक भीड़ वहां मौजूद थी और बैठने के लिए कुर्सियों का अभाव था। हैली कपनियों ने अपने कर्मचारियों को यात्रियों के साथ सलीके से पेश आने की ट्रेनिंग भी नहीं दी है।
भले ही केदारनाथ धाम में यात्रियों की सुविधा के नाम पर थार वाहन पहुंचा दिये गए हैं लेकिन हैलीयात्रियों को बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सी और बैंच पहुंचने अभी बाकि हैं।
हैली टिकटों की बुकिंग भारतीय रेल की आईआरसीटीसी कंपनी को आंशिक रूप से दी गई है लेकिन हैली टिकटों का दैनिक कोटा सार्वजनिक नहीं है।
हैलीकंपनियां का डायनिमिक किराये पर टिकट बेचना टिकट नीति का दोष जाहिर करता है। आखिर तीर्थयात्रा के लिए तत्काल बुकिंग के नाम पर ज्यादा वसूली का क्या औचित्य है।
जिलाधिकारी आफिस से भी टिकट आरक्षित किए जाते हैं।
80 किलोग्राम से ज्यादा वजनी तीर्थ यात्री से 150- रूपये प्रति किलो प्रभार लिया जाता है। भले ही उनके ग्रुप के अन्य सदस्यों का वजन 80 किलो से कम हो।
कांउटर पर तत्काल टिकट – डायनिमिक फेयर पालिसी भी तीर्थयात्रियों की जेब पर भारी हैं और हैलीकंपनियों को अतिरिक्त लाभ देने के लिए यूकाडा ने बनायी है।
चारधाम यात्रा से जुड़े टूर आपरेटर इस व्यवस्था से नाराज हैं क्योंकि हैली टिकट न मिलने से देश भर के तीर्थयात्री अपनी बुकिंग रद्द कराते जा रहे हैं।

 

2 वर्ष कार्यकाल पर अब गेंद सरकार के पाले में : प्रदेश के 11 जनपदों में हुआ विशाल धरना-प्रदर्शनMay be an image of 11 people

-सरकार को दिया एक सप्ताह का समय
-वार्ता के लिए नहीं बुलाया तो होगा देहरादून कूच
-70 हजार जनप्रतिनिधियों की मांग पर सरकार लगाए मुहर

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखंड़ त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के बैनर तले सोमवार को राज्य के 11 जनपदों में पंचायतों का कार्यकाल 2 वर्ष बढ़ाए जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। वहीं संगठन द्वारा कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग की गेंद सरकार के पाले में डाल दी गई है। एक सप्ताह के भीतर सरकार द्वारा संगठन को बातचीत के लिए नहीं बुलाया जाने पर देहरादून कूच का फैसला लिया जाएगा।
उत्तराखंड में “एक राज्य एक पंचायत चुनाव” की मांग को लेकर सोमवार को राज्य के 11 जनपदों में वार्ड मेंबर्स, ग्राम प्रधान, क्षेत्र तथा जिला पंचायत के सदस्यों के अलावा क्षेत्र प्रमुख तथा जिला पंचायत अध्यक्षों द्वारा अपनी मांग के समर्थन में धरना देकर प्रदर्शन किया और मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी भी की गई।
संगठन के कार्यक्रम संयोजक जगत मर्तोलिया ने बताया कि 11 जनपदों में आज का धरना-प्रदर्शन सफल रहा है।
जनपद चमोली में आचार संहिता होने के कारण जिलाधिकारी के माध्यम से बिना प्रदर्शन की ज्ञापन प्रेषित किया गया। उन्होंने बताया कि 2 वर्ष का कार्यकाल बढ़ाए जाने को लेकर पर्याप्त संवैधानिक व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि संगठन ने अब राज्य सरकार की पाले में गेंद डाल दी है कि वह इस मामले को लेकर तत्काल निर्णय लें। उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर एक सप्ताह के भीतर संगठन के प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए नहीं बुलाया तो संगठन देहरादून कूच का निर्णय लेते हुए सरकार दबाव बनाने के लिए आंदोलन को तेज कर देगा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पहली बार पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग नहीं हो रही है वहीं 1996 में गठित पंचायतों को 1 वर्ष 4 माह अतिरिक्त कार्य करने का अवसर दिया गया। इस अवसर में निर्वाचित प्रतिनिधियों को ही कार्य करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि सामान्य अधिसूचना से भी सरकार कार्यकाल बढ़ा सकती है।
उन्होंने कहा कि संगठन से राज्य के 70 हजार त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधि जुड़े हुए है। सरकार को संगठन अपनी ताकत दिखाते हुए अपनी मांग मनवाने के लिए भरसक कोशिश करेगा।
उन्होंने कहा कि कार्यकाल बढ़ाने के लिए महाधिवक्ता की राय लिए जाने की भी आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कार्यकाल बढ़ाने के लिए केवल सरकार को इच्छा शक्ति दिखानी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अभी हम सरकार से निवेदन कर रहे हैं कल सरकार पर दबाव बनाने के लिए प्रत्येक हथकंडे को अपनाएंगे। आज के आंदोलन की सफलता के लिए उत्तराखंड के समस्त त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों का आभार जताया।

नगर निगम सख्त : सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा फेंकने पर हुआ 10 हजार का चालानMay be an image of text

देहरादून, जिलाधिकारी सोनिका द्वारा आगामी मानसून काल के दृष्टिगत नगर निगम, नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को नालों, नालियों की सफाई के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में नगर निगम देहरादून द्वारा नालों एवं नालियों की सफाई निरंतर गतिमान है।
सोमवार को चंद्रमणि शमशानघाट का नाला, रक्षा विहार से चुना भटटा, अहीर मंडी (डोभालवाला), चुक्खुमोहल्ले से कालिका मंदिर, देहरा खास 52 ब्लॉक नाला (पटेल नगर),बकरालवाला, संजय कॉलोनी द्रोणपुरी वाल्मिकी बस्ती, आई०एस०बी०टी० से ट्रांसपोर्ट नगर आदि स्थानों पर उपकरण एवं पर्यावरण मित्रों के माध्यम से नालों एवं परिसरों की सफाई कार्य गतिमान है।
सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा फेंकने पर नगर निगम द्वारा संबंधित पर धनराशि 10 हजार का चालान किया गया, हरिद्वार रोड ग्रीन बिल्डिंग के समीप सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा फेंकते हुए पाए जाने पर संबंधित वाहन स्वामी का चालान किया गया।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा डालने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

कंट्रोल रूम में चाक-चौबंद रहें व्यवस्थाएं-रूहेला

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उपाध्यक्ष राज्य सलाहकार समिति ने मानसून को लेकर जिलों की तैयारियों की समीक्षा की
जरूरी संसाधनों को एलर्ट मोड पर रखने के निर्देश

देहरादून। आगामी मानसून सीजन को लेकर सोमवार को उपाध्यक्ष राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग श्री विनय रूहेला ने उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ ही विभिन्न जिलों की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सभी जिलों को मानसून सीजन के दौरान संभावित आपदाओं को लेकर सभी तैयारियों को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए। इस दौरान बैठक में उपस्थित नहीं रहने पर उन्होंने ऊधमसिंह नगर जिले एडीएम से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिलों को डाक्टरों, दवाइयों, फार्मासिस्टों, एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है, इसलिए सभी जनपद आम जनमानस को जागरूक करें। आपदा संबंधी एलर्ट और सूचनाओं का समय पर प्रचार-प्रसार जरूरी है, इसलिए सूचना प्रसारण तंत्र को सशक्त किया जाए। एलर्ट मिलते ही तुरंत वह लोगों तक पहुंचना चाहिए ताकि लोग सतर्क हो जाएं।
उन्होंने जिलों के कंट्रोल रूम में सभी जरूरी विभागों के नोडल अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में जेसीबी, एंबुलेंस के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण नंबर होने चाहिए। उन्होंने सड़क कनेक्टिविटी बाधित होने पर पैदल मार्गों का निरीक्षण कर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ऊधमसिंह नगर के जसपुर और रुद्रपुर में जलभराव की समस्या के समाधान को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की व स्थायी समाधान तलाशने के निर्देश दिए। साथ ही आपदा प्रभावित पशुवंश को समय पर उचित उपचार मिले, इस दिशा में भी डाक्टरों तथा दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने सभी जिलों को नालों की सफाई के लिए एक बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी संसाधनों को डाटाबेस उपलब्ध होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आपदा मित्रों का आपदा से निपटने में उपयोग बेहतर ढंग से किया जा सकता है। उन्होंन इस पर गंभीरता से कार्य करने को कहा।
यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप ने सभी जिलों को निर्देश दिए कि सेटेलाइट फोन की नियमित तौर पर टेस्टिंग की जाए ताकि आपदा के समय कोई दिक्कत न आए। उन्होंने संभावित आपदाओं को दृष्टिगत रखते हुए सभी जिलों से फूड पैकेट की व्यवस्था अभी से करने को कहा, ताकि यदि कोई क्षेत्र कटऑफ हो जाए तो प्रभावित लोगों को भोजन आदि की दिक्कत न हो।
इससे पहले अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन राजकुमार नेगी ने यूएसडीएमए की तैयारियों को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने प्रदेश भर में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ही अन्य जरूरी संसाधनों की तैनाती के बारे में जानकारी दी। बैठक में यूएसडीएमए के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी ने बैठक में दिए गए निर्देशों पर तत्काल अमल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिए सभी विभागों के बीच सामंजस्य होना जरूरी है।
यूएलएमएमसी की डॉ. रुचिका टंडन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से भूस्खलन न्यूनीकरण को लेकर उनके केंद्र द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में 132 भूस्खलन के हॉटस्पाट चिन्हित किए गए हैं, जो बहुत अधिक संवेदनशील हैं। बैठक में वर्ल्ड बैंक के प्रोजेक्ट यूप्रीपेयर के अतिरिक्त परियोजना निदेशक एसके बिरला ने अपने प्रोजेक्ट के तहत संचालित कार्यों पर प्रस्तुतीकरण दिया।
बैठक में यूएसडीएमए के विशेषज्ञ डीडी डालाकोटी, तंद्रीला सरकार, डॉ. पूजा राणा, वेदिका पंत, हेमंत बिष्ट, जेसिका टेरोन, मनीष भगत आदि मौजूद थे।

सालाना 555 रुपये प्रीमियम पर मिल रहा 10 लाख का बीमा

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नई दिल्ली, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने किफायती प्रीमियम पर दो पर्सनल एक्सीडेंट कवर लान्च किए हैं। हेल्थ प्लस और एक्सप्रेस हेल्थ प्लस नामक पालिसी की अवधि एक साल है। ये पालिसी दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मृत्यु, विकलांगता और चिकित्सा व्यय जैसे वित्तीय जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
हेल्थ प्लस की बीमा राशि 5 लाख रुपये है। दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु या स्थायी और व्यक्तिगत विकलांगता पर बीमित व्यक्ति के परिवार को बीमा राशि का 100 पफीसदी मिलेगा। बच्चे की शादी के लिए 50,000 रुपये तक दिए जाएंगे। हेल्थ प्लस बीमा पालिसी में पालिसी होल्डर की हादसे में हड्ढी टूटने पर 25,000 रुपये की बीमा राशि मिलेगी। हेल्थ प्लस का सालाना प्रीमियम टैक्स सहित 355 रुपये है।
एक्सप्रेस हेल्थ प्लस बीमा पालिसी लेने वाले व्यक्तियों को 10 लाख रुपये की बीमा राशि मिलेगी। दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु या स्थायी और व्यक्तिगत विकलांगता की स्थिति में बीमाधारक के परिवार को बीमा राशि का 100 पफीसदी मिलेगा। अगर पालिसी होल्डर दुर्घटना में घायल हो जाता है तो उसे 25,000 रुपये की बीमा राशि इलाज के लिए मिलेगी। बेहोशी की स्थिति में तीन महीने से लेकर 10 सप्ताह तक प्रति सप्ताह 1 फीसदी की दर से बीमा राशि मिलेगी।
इसके अलावा एक्सप्रेस हेल्थ प्लस पालिसी में बीमाधारक को दुर्घटना होने पर 1 लाख रुपये तक की आकस्मिक चिकित्सा प्रतिपूर्ति ओपीडी खर्च जोड़े बिना भी मिलेगी। एक्सप्रेस हेल्थ प्लस पालिसी होल्डर की मृत्यु होने पर परिवार को अंतिम संस्कार के खर्च के लिए लगभग 5,000 रुपये का क्लेम मिल सकता है। बच्चों की शिक्षा के लिए 50,000 रुपये तक का भुगतान किया जाएगा। एक्सप्रेस हेल्थ प्लस पालिसी का सालाना प्रीमियम टैक्स सहित 555 रुपये है। मतलब आपको केवल 46.25 रुपये महीना प्रीमियम पर ये सारे लाभ मिल सकते हैं।