Saturday, April 26, 2025
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सरकार का एक्शन- चारधाम यात्रा के बारे में फेक न्यूज या विडियो बनाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

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देहरादून  (आरएनएस)। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का दुष्प्रचार करने वाले तथा यात्रा के सम्बन्ध में फेक न्यूज या विडियो बनाने वालों के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। बिना रजिस्ट्रेशन एवं ट्रिप कार्ड या पोस्ट डेटेड रजिस्ट्रेशन की बसों एवं गाडिय़ों को यात्रामार्ग पर तत्काल रोक, वापस भेजा जाए।
बुधवार को यह निर्देश देते हुए देहरादून सचिवालय में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की समीक्षा के दौरान, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने स्पष्ट किया कि फेक न्यूज या वीडियों के माध्यम से यात्रा को बदनाम करने वाले तत्वों के विरूद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने परिवहन विभाग को टूर ऑपरेटर्स के साथ बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ट्रिप कार्ड या पोस्ट डेटेड रजिस्ट्रेशन के वाहनों के मुद्दे पर बैठक करने के निर्देश दिए हैं। बिना रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों को जगह-जगह पर स्थापित चेक पॉइन्टस पर चिन्हित कर उचित कार्यवाही की जाएगी। इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव द्वारा अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों एवं पुलिस महानिदेशकों को भी पत्र भेजा जाएगा। रतूड़ी ने श्रद्धालुओं की समस्याओं के मौके पर ही त्वरित निवारण के दृष्टिगत, अधिकारियों को अपने मोबाइल पर प्राप्त किसी भी श्रद्धालु की शिकायत पर तत्काल उचित कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को अपने मोबाइल 24 घण्टे खुले रखने तथा यात्रा से सम्बन्धित शिकायतों को अनिवार्यत सुनने के कड़े निर्देश जारी किए हैं।
चारधाम यात्रा के कुशल प्रबन्धन हेतु जिलों में तैनात प्रभारी सचिवों की स्थिति को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा है कि प्रभारी सचिव द्वारा सचिवालय से ही जिला प्रशासन एवं जिलाधिकारी आदि के माध्यम से नियमित रूप से यात्रा की मॉनिटरिंग की जाएगी तथा सचिवालय एवं जिला प्रशासन के मध्य प्रभावी समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा। धामों में बेहतरीन क्राउड मेनेजमेंट एवं यात्रामार्ग पर टै्रफिक मेनेजमेंट के दृष्टिगत मुख्य सचिव ने यात्रामार्ग पर श्रद्धालुओं के सुविधा हेतु जगह-जगह स्थापित हॉल्डिंग प्लेस पर पेयजल, शौचालय तथा भोजन आदि सभी आवश्यक सुविधाएं एवं धामों के लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विशेषकर ऋषिकेश नगर निगम को अपने हॉल्डिंग प्लेस में यात्रियों हेतु बेहतरीन सुविधाओं की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
चारधाम यात्रा पर आने वाले कुछ श्रद्धालुओं द्वारा रजिस्ट्रेशन के दौरान, अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ना देने या गलत जानकारी देने के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव श्रीमती रतूड़ी ठ्ठद्गष्स्वास्थ्य विभाग को नियमों का कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने 50 वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस करने के सख्त निर्देश दिए हैं। बैठक में सचिव, स्वास्थ्य ने जानकारी दी कि इस बार यात्रा रूट पर 184 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। इनमें 44 स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स हैं। इस बार श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लेब शुरू की गई हैं। कुल 11 भाषाओं में यात्रा सम्बन्धित एसओपी जारी की गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच से लेकर तमाम सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, कमिश्नर, गढ़वाल, विनय शंकर पाण्डेय, सचिव अरविन्द सिंह हयांकी, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

कार्तिक स्वामी मंदिर में भव्य 108 बालमपुरी शंख पूजा एवं हवन कार्यक्रम का आयोजन

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”  क्रोंच पर्वत पर  3048 मीटर की ऊंचाई पर अवस्थित  भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर में पर्यटन विकास परिषद उत्तराखंड  जिला प्रशासन एवं मंदिर समिति के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे तमिलनाडू से आए  पुजारियों एंव तमिलनाडू के प्रसिद्ध 6 मंदिरों के शिवाचार्य द्वारा दिव्य पूजा-अर्चना की गई”

रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड पर्यटन विकास द्वारा जनपद के क्रौंच पर्वत में स्थित कार्तिकेय स्वामी मंदिर में भव्य 108 बालमपुरी शंख पूजा व हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पर्यटन विभाग उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) भाष्कर खुल्बे, अपर सचिव यूकाडा सी रविशंकर, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एवं दक्षिण भारत से आए शिवाचार्य व गुरुजनों ने पूजा अर्चना की।

इस अवसर पर विशेष कार्याधिकारी भाष्कर खुल्बे ने कहा कि कार्तिक स्वामी मंदिर में 108 बालमपुरी शंख से पूजा व हवन एवं दक्षिणा वर्त से स्वामी कार्तिकेय का भव्य जलाभिषेक किया गया। उन्होंने कहा कि भगवान का आशीर्वाद का प्रतीक है कि हम सब यहां पर आज उपस्थित हैं तथा भगवान का आशीर्वाद हमें अभी तक मिला है आगे भी मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि विकास की सीमा जो हमने कभी तय नहीं की हैं उनको पाकर चारधाम एवं कार्तिकेय स्वामी मंदिर में ऐसा परिवेश बनाएंगे जिससे सभी को आस्था, भक्ति और प्रेम का संगम सबको मिले। तमिलनाडू के 6 मठों से मुर्गन की पूजा करने वाले लोग आज कार्तिकेय को प्रणाम करने आए हैं तथा पारस्परिक संबंध इतना सुंदर बना है कि भारत को जोड़ने का एक तरीका है आस्था सबको साथ मिला ले इससे बड़ा कोई प्रमाण नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान से यही कामना है हम सब पर आशीर्वाद बना रहे।

इस अवसर पर अपर सचिव यूकाडा सी रविशंकर ने कहा कि पृथ्वी की परिक्रमा करने के बाद कार्तिकेय स्वामी यहां पर पहुंचे तो गणेश को श्रेष्ठ पद दिया गया है जिसके बाद कार्तिकेय ने अपनी माँ पार्वती से नाराज होकर यहाँ पर तपस्या की। इसके बाद कार्तिकेय दक्षिण भारत को चले गए। जहां उनकी मुरगन स्वामी के नाम से विशेष रूप से आराधना की जाती है। कार्तिक स्वामी मंदिर व कार्तिकेय स्वामी के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि उत्तर भारत का यह कार्तिकेय स्वामी का एकमात्र मंदिर है। दक्षिण भारत में तमिलनाडू में भगवान कार्तिकेय के बहुत अनुयायी हैं तथा आज दक्षिण के शिवाचार्य आए हैं तथा सभी अनुयायी देश के आगे बढने की कामना कर रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने पर सभी शिवाचार्य, गुरुजनों एवं भक्तजनों का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कार्तिक स्वामी मंदिर आगमन पर मुख्य पुजारियों, शिवाचार्यों एवं मुख्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कार्तिकेय स्वामी मंदिर में इस तरह से कार्यक्रम कराने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि कार्तिकेय मंदिर को पर्यटन के मानचित्र पर उभरकर आए इसके लिए पर्यटन की दृष्टि से इसे विकसित किया जा रहा है।

इस अवसर पर ड्रोन कैमरे के माध्यम से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई। पदम श्री शिवमणि व उनके साथियों द्वारा अपनी प्रस्तुति भी दी गई। साथ ही शिवाचायों व गुरुजनों व अतिथियों को सम्मानित भी किया गया।

इस अवसर पर कूनमपट्टी एथेनम, माईलम एथेनम, कौमारा, मुत्त एथेनम, श्रृंगेरी मुत्त, निदेशक प्रचार सुमित पंत, मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार डोभाल, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश, एम वी अरोर सुब्रमण्यम, शिवाचार्य, राजेश वैद्य (वीणा) यू राजेश (मंगोलिन) प्रवीन नारायण, सांई हरिराम, जेएस के गोपी, जी मुरली कृष्णा, शत्रुघ्न नेगी अध्यक्ष मंदिर समिति, बलराम सिंह, सचिव, मंदिर समिति, विक्रम नेगी, उपाध्यक्ष मंदिर समिति, सहित विभिन्न क्षेत्रों से आए अतिथि एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।

दिल्ली के कनॉट प्लेस तक पहुंचेगा ‘हाउस ऑफ ‌हिमालयाज’, मुख्य सचिव ने लगाई मुहर

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ के स्थानीय उत्पादों की प्रोसेसिंग/पैकेजिंग/ ब्रान्डिग हेतु सबसे बड़े अम्ब्रेला ब्रान्ड के रूप में उभर रहे हाउस ऑफ हिमालय के स्टोर जल्द ही नई दिल्ली के कनॉट प्लेस व अन्य मुख्य स्थानों में खोले जाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। एनडीएमसी ने इस सम्बन्ध में सहमति दे दी है।
हाउस ऑफ हिमालया के कार्याे को गति देने हेतु मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हाउस ऑफ हिमालया से सम्बन्धित विभागों के साथ नियमित रूप से प्रत्येक माह समीक्षा बैठक का निर्णय लिया है। हाउस ऑफ हिमालया के तहत मांग के अनुरूप पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु सीएस ने महिला स्वयं सहायता समूहों एवं स्थानीय लोगों से अधिकाधिक स्थानीय उत्पादों की खरीद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में हाउस ऑफ हिमालया की प्रथम बोर्ड मीटिंग सम्पन्न हुई। सीएस ने बैठक के एजेण्डा पर विस्तृत चर्चा के बाद इस पर सहमति प्रदान की।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखण्ड के विभिन्न विभागों की परियोजनाओं/ पहल के माध्यम से प्रचलित उनके सभी ब्राण्ड्स को अम्ब्रेला ब्राण्ड के तहत लाए जाने, स्थानीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने, गुणवत्ता, माननीकृत पैकंजिंग, ब्राण्डिंग एवं विपणन करने में हाउस ऑफ हिमालया ग्लोबल प्लेटफॉर्म साबित होगा। महिला स्वयं सहायता समूहों माध्यम से स्थानीय उत्पादों की खरीद से राज्य में महिला सशक्तीकरण का एक नया अध्याय आरम्भ होगा।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि राज्य स्तर पर हाउस ऑफ हिमालया के रूप में कम्पनी के गठन से स्थानीय हितधारकों, स्वयं सहायता समूहों, किसानों व स्थानीय उत्पादकों की आजीविका संवर्द्धन कर उन्हें उनकी फसलों व उत्पादों का बेहतर मूल्य प्राप्त होगा।
बैठक में सचिव राधिका झा, अपर सचिव मनुज गोयल, निकिता खण्डेलवाल एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

बिना पंजीकरण यमुनोत्री-गंगोत्री धाम न आएं तीर्थयात्री : सुंदरम

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-सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा

-ऋषिकेश और डामटा बैरियर पर पुलिस सख्ती से कराएं पंजीकरण का पालन

-यात्रा कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबरों का ज्यादा करें प्रचार प्रसार

-संकरे मार्गों पर 42 सीटर बसों को सुरक्षित स्थान पर रोकने से कम रहेगा दबाव

-यात्रा रूट पर वैकल्पिक पार्किंग स्थलों को विकसित करने पर दिया जाए ध्यान

उत्तरकाशी, सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने बुधवार को उत्तरकाशी में यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने पुलिस-प्रशासन को निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण धामों की यात्रा करने वालों को सख्ती से निपटें और सीधा चेकिंग बैरियर से वापस भेजें। इसके लिए बैरियरों तथा अन्य स्थानों पर सख्ती से चेकिंग की जाए। उन्होंने यमुनोत्री धाम में बिना पंजीकरण के डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों के संचालन पर भी प्रभावी रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों के पहुंचने से उत्पन्न स्थिति पर सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी बुधवार को उत्तरकाशी पहुंचे। यहां आईटीबीपी मातली के सभाकक्ष में जिले के अधिकारियों की बैठक लेते हुए सचिव ने कहा कि रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने से यात्रा मार्गों पर जाम और दबाव बढ़ रहा है।
उन्होंने साफ कहा कि बगैर पंजीकरण के किसी को भी धाम में न जाने दिया जाए। इसके लिए बैरियर पर सख्ती से जांच-पड़ताल कर ऐसे यात्रियों और वाहनों को सीधे वापस भेजें। इसके अलावा पंजीकरण तिथि से पहले और बाद में भी पंजीकरण को कतई स्वीकार न करें। उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा कंट्रोल रूम, आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नम्बरों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करें।
उन्होंने यात्रा रूट पर सुरक्षित और अतिरिक्त पार्किंग स्थल विकसित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिन स्थानों पर सड़क संकरी है, वहां 42 सीटर और बड़ी बसों को पहले रोक दें। ताकि जाम की स्थिति पैदा न हो। बैठक में जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि यमुनोत्री धाम में हर दिन 10 हजार से ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं। इसी तरह गंगोत्री धाम में 12 हजार से अधिक यात्री आ रहे हैं। दोनों धामों में क्षमता से अधिक यात्री आ रहे हैं।
जिलाधिकारी ने सुझाव दिया कि यमुनोत्री और गंगोत्री की धारण क्षमता और सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रियों की संख्या निर्धारित की जाए तो स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे न तो जाम लगेगा और न ही अन्य व्यवस्थाओं में समस्या होगी। जिलाधिकारी ने यात्रियों की सुविधा के लिए प्रशासन के द्वारा भोजन, पानी की व्यवस्था और मेडिकल शिविरों की जानकारी दी।

बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एडीएम रज़ा अब्बास, एसडीएम डुंडा नवाजिश खालिक, सीएमओ डॉ. बी०एस०रावत, जनपद आपदा प्रबंधक अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।

बैठक के बाद सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट तथा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी और मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन के साथ हर्षिल, धराली, भैरवघाटी और गंगोत्री धाम में यात्रा व्यवस्था देखने गए। यहां तीर्थयात्रियों से भी प्रमुख सचिव ने बातचीत कर यात्रा का फीडबैक लिया। साथ ही श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों से मुलाकात कर बैठक की।

सचिव ने मंदिर समिति को तीर्थयात्रियों की व्यवस्था एवं अन्य समस्याओं पर बातचीत की। इस दौरान मंदिर समिति से भी रिकॉर्ड यात्रियों के आने पर सहयोग की अपेक्षा की गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने प्रमुख सचिव को भरोसा दिया कि वह यात्रा व्यवस्था में पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धाम में सभी व्यवस्थाएं ठीक हैं। लेकिन संकरे मार्ग को चौडीकरण, प्रमुख पड़ावों पर पार्किंग स्थल बनाकिने का सुझाव दिया। ताकि वाहनों का दवाव बढ़ने पर सुरक्षित पार्किंग कराई जाए।

 

अश्विन ने जीती शिमला माउंटेन बाइक रेस

– अंडर -16 में रहा प्रथम, मिली राइजिंग स्टार की जर्सी
– सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल का छात्र है अश्विन रौथाण

देहरादून, सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल के छात्र अश्विन रौथाण ने शिमला में आयोजित 11वीं शिमला माउंटेन बाइक रेस प्रतियोगिता जीत ली। उन्होंने अंडर-16 आयु वर्ग में पहला स्थान हासिल किया। अश्विन को राइजिंग स्टार की जर्सी से भी नवाजा गया। बलूनी ग्रुप के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने अश्विन की इस उपलब्धि पर उसे सम्मानित किया । उन्होंने कहा कि स्कूल के छात्र विभिन्न खेलों में अपना, स्कूल और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने अश्विन की इस उपलब्धि पर खुशी जतायी और उसे शुभकामनाएं दीं।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 10 से 12 मई में 11वीं शिमला माउंटेन बाइक रेस का आयोजन किया गया था। 130 किलोमीटर लंबी इस प्रतियोगिता में देश के 45 शहरों और चार विदेशी राइडर्स समेत 140 खिलाड़ियों ने भाग लिया। गौरतलब है कि यह रेस प्रतिष्ठित क्रास कंट्री मैराथन और ओलंपिक की तर्ज पर आयोजित की जाती है। रेस सिंगल ट्रैक और जंगल के रास्ते से होकर भी गुजरी।

संयुक्त नागरिक संगठन की पहल : जलशोधन संयंत्र को लेकर अधिकारियों से पर्यावरण संरक्षकों ने किया संवाद

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“वक्ताओं ने कहा भूजल स्तर बढ़ाने के लिए विशाल स्तर पर वृक्षारोपण किया जाना ही एकमात्र उपाय है जिससे वर्षा के पानी को संरक्षित किया जा सकेगा”

 

देहरादून, दून के रायपुर ब्लाक के खलांगा क्षेत्र में पर्यावरण के विनाश का सबब बनने वाले जलशोधन संयंत्र को निकटवर्ती क्षेत्र में लगाने की मांग पर बुधवार को दून की सामाजिक संस्थाओं ने एकजुट होकर विरोध कर अधिकारियों से संवाद स्थापित किया।
संयुक्त नागरिक संगठन की पहल पर संयंत्र निर्माण के लिए जिम्मेवार उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास और निर्माण निगम के कार्यालय में अधीक्षण अभियंता मोहम्मद वसीम अहमद सहित अन्य अधिकारियों के साथ आयोजित संवाद में विभाग द्वारा परियोजना का प्रस्तुतीकरण करते हुए बताया गया कि दून में पेयजल आपूर्ति की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु बांध प्रस्तावित है। संवाद में पर्यावरण संरक्षकों ने सुझाव दिया कि सरकार की विकास योजनाओं में पर्यावरण संरक्षण विषय प्राथमिकता में नही है जबकि यह विषय जनहित में सर्वोपरि बनाया जाना जरूरी है।अन्यथा भावी पीढियों के साथ वन्य जन जीवन, पशु पक्षियों की भी जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी।
वक्ताओं ने कहा भूजल स्तर बढ़ाने के लिए विशाल स्तर पर वृक्षारोपण किया जाना ही एकमात्र उपाय है जिससे वर्षा के पानी को संरक्षित किया जा सकेगा। सौंग नदी जो अधिकतर सूखी ही रहती है यहां बारिश का पानी रोक कर जलाशय उपयोगी हो सकता है, संवाद के दौरान ग्लोबल वार्मिंग से हो रहे पर्यावरणीय नुकसान से जलाशय कब तक लबालब भरे रहेंगे यह सुनिश्चित नहीं है। वक्ताओं ने कहा ग्रेविटी पर आधारित प्रस्तावित योजना पर पुनर्विचार करते हुए इसमें समाजिक संस्थाओ के सुझावों को शामिल कर ही अंतिम निर्णय लिया जाना आवश्यक होगा। वक्ताओं ने भूजल स्तर में गिरावट के लिए राजधानी में दिनोदिन उगते कंक्रीट के जंगलों को जिम्मेदार बताया और अब यह स्थिति कंट्रोल से बाहर हो चुकी है | सरकार को बेतहाशा बढ़ते भवन निर्माण की तरफ भी ध्यान न देना चाहिए | इस दौरान
अधीक्षण अभियंता मोहम्मद वसीम अहमद को एक ज्ञापन पत्र भी दिया गया |

संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी के नेतृतव आयोजित इस संवाद में मैती अभियान के पद्यश्री कल्याण सिंह रावत, गर्वमैंट पैशनर्स वेलफेयर संगठन के चौ.ओमवीरसिंह, आरटीआई क्लब के आर. एस. धुन्ता, सिटिजन फॉर ग्रीन दून के हिमांशु अरोडा, मैड के आर्यन कोहली, नेचर बड़ी के अभिषेक रावत, इको के आशीष गर्ग, दून सिख वेलफेयर सोसाइटी के जीएस जस्सल, रूलक के पूर्व संगठक अवधेश शर्मा, पर्यावरणविद् मनोज ध्यानी, उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के प्रदीप कुकरेती, बैंक एम्पलाइज यूनियन के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन मेहंदीरता, समानता मंच के विनोद नौटियाल आदि शामिल थे।

श्रद्धालुओं से भरा टेम्पो ट्रेवलर दुर्घटनाग्रस्त, एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, सभी यात्री सुरक्षित

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उत्तरकाशी, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज ढ़बरानी से आगे सौनगाड़ के पास गंगोत्री धाम दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं का टेम्पो ट्रेवलर अनियंत्रित होने से सड़क पर ही पलट गया।
उक्त घटना की जानकारी पर एसडीआरएफ उत्तराखंड के जवानों द्वारा बिना समय गंवाए त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त दुर्घटनाग्रस्त वाहन में सवार 18 लोगो को 02 एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया गया। साथ ही SDRF टीम द्वारा दुर्घटनाग्रस्त वाहन में सर्चिंग करते हुए प्राप्त कीमती व आवश्यक समान को जिला पुलिस के सुपर्द किया गया।

उक्त वाहन (HR 55 AR 7404) अहमदाबाद, गुजरात के यात्रियों को लेकर गंगोत्री धाम हेतु जा रहा था व अचानक ब्रेक फैल होने से यह हादसा हो गया।

नाबालिग सगी बहनों से होटल में दुष्कर्म, पुलिस ने आरोपी युवकों को किया गिरफ्तार

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देहरादून, चमोली की रहने वाली दो नाबालिग बहनों को सहस्रधारा के होटल में ले जाकर दो आरोपियों ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने सोमवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक मोटर मैकेनिक का काम करते हैं। आरोपियों के खिलाफ राजपुर थाना पुलिस ने पॉक्सो और दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पूछताछ के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
एसओ राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि चमोली जिला निवासी दो सगी बहनें देहरादून में रहती हैं। उनके माता-पिता की कुछ साल पूर्व मौत हो चुकी है। इनमें छोटी बहन की उम्र करीब 14 वर्ष और बड़ी बहन की उम्र 16 वर्ष है।
आरोप है कि 14 वर्षीय किशोरी से कुछ दिन पहले 21 वर्षीय अहतसाम निवासी आजादनगर कॉलोनी, निकट सहस्रधारा क्रॉसिंग ने बातचीत शुरू की। इसके बाद आरोपी ने 14 वर्षीय किशोरी की बड़ी बहन से अपने परिचित 26 वर्षीय साहिल हाल निवासी चूना भट्ठा, मूल निवासी कांधला, जिला सहारनपुर का परिचय कराया। आरोप है कि उसने 16 वर्षीय किशोरी को भी प्रेमजाल में फंसा लिया।
दोनों आरोपी मिले और दोनों पीड़िताओं को रविवार शाम सहस्रधारा घुमाने ले गए। आरोप है कि सहस्रधारा में हेरिटेज होटल में कमरा लिया और रात को वहां ठहरे। इस दौरान दोनों आरोपियों ने दोनों बहनों से दुष्कर्म किया। दोनों बहनें घर नहीं पहुंची तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिस पर राजपुर थाना पुलिस ने सहस्रधारा स्थित हेरिटेज होटल से दोनों बहनों को बरामद किया। एसओ राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि दोनों बहनों के साथ मिले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके बयान के आधार पर दोनों पर दुष्कर्म और पॉक्सो ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों नाबालिग बहनों को मेडिकल कराया जाएगा।

ऐतिहासिक सांस्कृतिक उपलब्धि : भरतनाट्यम और कैलीग्राफी प्रदर्शन का हुआ नया रिकॉर्ड स्थापित

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“तुंगनाथ मंदिर में एक असाधारण सांस्कृतिक में श्र‌द्धा बच्छेती और अभिषेक यादव ने विश्व के सबसे ऊंचे शिव मंदिर में भरतनाट्यम और कैलीग्राफी का प्रदर्शन करते हुए सबसे लंबे समय तक नृत्य करने का नया रिकॉर्ड स्थापित किया”

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखण्ड़ की होनहार बच्चों ने उत्तराखण्ड़ के तुंगनाथ में एक ऐसा रिकार्ड बनाया जिस पर हम गर्व कर सकते है, अंतर्राष्ट्रीय भरतनाट्यम नृत्यांगना परिन्दा आर्ट स्टूडियो की संचालिका गुरु श्रद्धा बछेती, अन्तर्राष्ट्रीय कैलीग्राफी आर्टिस्ट अभिषेक यादव सदस्य टीम इवोल्यूशन ने मिलकर एक बार फिर प्रदेश का मान बढ़ाया है। स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से से रूबरू होते हुये नृत्यांगना श्रद्धा बछेती ने कहा कि विश्व के सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर, तुंगनाथ में असाधारण सांस्कृतिक आयोजन में शानदार प्रदर्शन करते हुए सबसे लंबे समय 1 घंटा 30 मिनट तक न टूटने वाला भरतनाट्यम नृत्य का रिकार्ड बनाया, इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय कैलीग्राफी आर्टिस्ट अभिषेक यादव ने श्रद्धा के गणवेश में ओर केनवास में नृत्य समाप्त होने तक के समय तक कैलीग्राफी करने का असम्भव सफल रिकॉर्ड बनाकर अपना नाम इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवा लिया है।May be an image of 6 people, people studying, people smiling and text

पत्रकारों से बातचीत करते हुये श्रद्धा और अभिषेक ने कहा कि उन्होंने भगवान शिव के प्रति श्रद्धा दिखाते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना ये कारनामा कर दिखाया। इस दौरान श्रद्धा कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियों से जूझ रही थीं। उत्तराखंड़ के तुंगनाथ मंदिर में एक असाधारण सांस्कृतिक आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसमें श्र‌द्धा बच्छेती और अभिषेक यादव ने विश्व के सबसे ऊंचे शिव मंदिर में भरतनाट्यम और कैलीग्राफी का प्रदर्शन करते हुए सबसे लंबे समय तक नृत्य करने का नया रिकॉर्ड स्थापित किया।

गौरतलब हो कि श्रद्धा मूल रूप से पौड़ी निवासी हैं। वह देहरादून में अपनी माँ और भाई के साथ रहती है। उनकी शिक्षा देहरादून में हुई है। उन्होंने जहाँ बीसीए किया वहीं भरतनाट्यम में एम.ए. किया है। अभिषेक देहरादून में अपने माता-पिता व भाई के रहते हैं और उन्होंने फाइन आटर्स में ग्रेजुएशन किया है।
इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए श्रद्धा और अभिषेक ने आर्थिकी से लेकर स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी को अपने हौसलों के आगे नहीं आने दिया है। श्रद्धा की बीते 2 सालों में कई सर्जरी हुई है। मेडिकल ग्राउंड के चलते इस रिकॉर्ड के लिए श्रद्धा और अभिषेक ने जान के खतरे तक की परवाह किए बिना कदम पीछे नहीं किए। श्रद्धा और अभिषेक ने लगातार अपनी लगन और कला से प्रदेश का नाम रोशन कर रखा है। उन्हें कई सम्मान और अवॉर्ड भी मिले है। इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए लाखों रुपए का खर्च आना था। जिसके लिए शासन-प्रशासन, सांस्कृति विभाग से भी मदद मांगी व सीएम धामी से भी मिलने के प्रयास किए। लेकिन आचार संहिता के चलते किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल सकी।
श्रद्धा ने कहा कि इस दौरान श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति व तुंगनाथ के मंदिर अध्यक्ष और लोकल नागरिकों द्वारा इस रिकॉर्ड को बनाने में बहुत सहयोग मिला।
पत्रकार वार्ता में दीपा बछेती, राज्य उप प्रमुख शिवसेना (शिंदे गुट) राजेश सकलानी, राधवानंद ग्वाड़ी, पार्षद मीरा कठैत, अनुष्का घिल्डियाल, सरला यादव, अनिकेत यादव उज्जवल नेगी आदि उपस्थित थे |

अवलोकनः
13 मई 2024 की एक शांत सुबह को तुंगनाथ मंदिर में इतिहास रचा गया, जब श्रद्धा बच्छेती और अभिषेक यादव ने भरतनाट्यम और कैलीग्राफी का प्रदर्शन किया। उनकी असाधारण सहनशीलता और रचनात्मकता को 1 घंटे और 27 मिनट तक प्रदर्शित किया गया, जिससे इस उल्लेखनीय ऊंचाई पर सांस्कृतिक और कलात्मक क्षेत्रों में एक नया मानक स्थापित हुआ।

आयोजन की सफलता :

प्रतिभागियों के इस रिकॉर्ड स्थापित करने की बारीकी से निगरानी और प्रमाणन डॉ. प्रदीप भारद्वाज के द्वारा की गयी, डा. भारद्वाज भारतीय रिकॉर्ड पुस्तक से हैं, प्रतिभागियों ने हर मानदंड अत्यंत ईमानदारी से पूरा किया गया और सख्त दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए रिकॉर्ड की पुष्टि की। इससे प्रामाणिकता और उच्चतम मानकों का पालन सुनिश्चित हुआ।

इनका मिला सहयोग :

बन्ना स्प्रे पेंट, परिंदा आर्ट स्टूडियो, अनडिसप्यूटेड आर्ट्स एंड फैशन, लिबरल आर्ट्स प्रोडक्शंस और टीम इवोल्यूशन जिनके अमूल्य सहयोग से यह आयोजन संभव हो पाया।

निर्देशक विपुल शाह उत्तराखंड़ में जल्द लाँच करेंगे अपनी नयी फिल्म, लोकेशन की कर रहे हैं रेकी

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देहरादून। उत्तराखंड की नई फिल्म नीति 2024 को लेकर फ़िल्म जगत में उत्साह है। बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता निर्देशक उत्तराखंड में अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए आ रहे है। इसी कड़ी में बुधवार को सूचना निदेशालय में उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय से सुप्रसिद्व फ़िल्म निर्माता श्री विपुल अमृतलाल शाह और उनके सह निर्माता श्री आशीन शाह ने अपनी आगामी फ़िल्म को लेकर मुलाक़ात की।

उल्लेखनीय है कि श्री विपुल अमृतलाल शाह फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं, जिनकी मुख्य फ़िल्मों में आँखे, सिंह इज द किंग, नमस्ते लन्दन, नमस्ते इंग्लैंड, द केरल स्टोरी आदि शुमार है। अभी हाल ही में विपुल शाह की zee 5 पर बस्तर फ़िल्म रिलीज़ हुई है।

श्री शाह ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा नई फिल्म नीति 2024 लागू की गई है, जोकि फ़िल्म फ्रेंडली है। नई फिल्म नीति से बॉलीवुड में उत्साह का माहौल है। श्री शाह ने बताया कि वह भी अपनी नई फिल्म की शूटिंग उत्तराखण्ड में करने के इच्छुक है।उनकी टीम अगले 5 दिन तक उत्तराखंड रहकर शूटिंग लोकेशन की रेकी करेगीं। श्री शाह ने नई फिल्म नीति के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्क़र सिंह धामी जी का भी आभार व्यक्त किया है। श्री शाह ने बताया कि उनकी नई फिल्म में मुख्य कलाकारों के रूप में सुश्री शैफ़ाली शाह और श्री जयदीप अहलावत से बात की जा रही है। यह फ़िल्म एक कॉमेडी सस्पेंस फ़िल्म है और इसका संपूर्ण फ़िल्मांकन उत्तराखण्ड के देहरादून और मसूरी में किया जाएगा। फ़िल्म को लेकर विधिवत घोषणा कुछ दिनों में की जाएगी।

उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ नितिन उपाध्याय द्वारा नई फिल्म नीति 2024 से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। डॉ. उपाध्याय ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर फ़िल्म फ्रेंडली नई फिल्म नीति बनाई गई है। इस फ़िल्म नीति से देश दुनिया के फ़िल्म निर्माता और निर्देशक उत्तराखंड की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

डॉ. उपाध्याय ने बताया कि राज्य सरकार फ़िल्म निर्माताओं के लिए उत्तराखंड को एक शूटिंग डेस्टिनेशन बनाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। अभी हाल ही में अनुपम खेर के बैनर “अनुपम खेर स्टूडियो” की फ़िल्म “तन्वी द ग्रेट” का शूट भी लैंसडौन में कैम्पलीट हुआ है। जिसकी शूटिंग यहाँ 36 दिनों तक कि गई है। एक और प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक राज शांडिल्य निर्देशित फ़िल्म “विकी विद्या का वो वाला वीडियो” की शूटिंग भी मार्च के महीने में कम्पलीट हुई है जिसमें मुख्य भूमिकाओं में राजकुमार राव और तृप्ति डिमरी हैं, यह एक कॉमेडी फ़िल्म है। इसके पहले काजोल और कृति सेनन अभिनीत “दो पत्ती” का भी शूटिंग दिसम्बर माह में समाप्त हुआ था, जिसका टीज़र भी नेटफ़्लिक्स पर आ चुका है।

डॉ उपाध्याय ने बताया कि जनवरी 2024 से अभी तक उत्तराखण्ड फ़िल्म विकास परिषद के ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम के द्वारा मात्र 4 महीनों में 100 से भी अधिक शूटिंग अनुमतियां प्रदान की गई है, जो कि काफ़ी उत्साहजनक हैं। फ़िल्म अनुमतियों को लेकर सभी ज़िलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र भी लिखा जा रहा है। संरक्षित वन क्षेत्र को छोड़कर उत्तराखण्ड सरकार के अधीन आने वाले विभाग फ़िल्म शूटिंग के लिए कोई शुल्क नहीं लेंगे ऐसा फ़िल्म पालिसी में प्रावधान है।फ़िल्म पालिसी में उत्तराखंड के अनछुए शूटिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने का भी प्रावधान किया गया है।

उत्तराखण्ड फ़िल्म नीति 2024 में प्रादेशिक भाषा की फ़िल्मों के लिए फ़िल्म प्रोडक्शन पर प्रदेश में हुए व्यय का 50% तक सब्सिडी या अधिकतम 2 करोड़ तक, और हिन्दी और भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में आने वाली भाषाओं के लिये फ़िल्म प्रोडक्शन पर प्रदेश में हुए व्यय का 30% या अधिकतम 3 करोड़ रुपये तक के अनुदान की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सब्सिडी के लिए लघु फ़िल्म डाक्यूमेंट्री और वेब सीरीज को भी इस नयी नीति में शामिल किया गया है।
इस अवसर पर डॉ. उपाध्याय द्वारा फ़िल्म निर्माता व निर्देशक श्री विपुल शाह को स्मृति चिन्ह के रूप में ब्रह्माकमल की अनुकृति भेंट की गई।

“फुलवारी” में हुई गीतकार शिव मोहन सिंह की पुस्तक “ज्यों कुहरे में धूप” पर चर्चा

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“समाज की दशा और दिशा बदलने में साहित्यकार की भूमिका अहम्”

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), समाज की दशा और दिशा बदलने में साहित्यकार की अहम भूमिका है। विभिन्न वक्ताओं ने शहर के सुपरिचित गीतकार शिवमोहन सिंह की पुस्तक ‘ज्यों कुहरे में धूप’ पर हुई चर्चा के दौरान यह बात कही। वक्ताओं ने कहा कि शिव मोहन के गीतों में जहां समाज में प्रेम, भाईचारा और सद्भाव की बात कही गई है, वहीं समाज में बढ़ते वैमनस्य पर भी चिंता जताई गई है।
उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी के आवास पर फुलवारी कार्यक्रम के अंतर्गत हुई इस चर्चा में गीतकार शिव मोहन सिंह से सवाल-जवाब का दौर भी हुआ। शिव मोहन ने सवालों का जवाब देते हुए अपनी साहित्यिक यात्रा पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में सबसे पहले आईपीएस अनिल रतूड़ी ने शिव मोहन की पुस्तक की समीक्षा करते हुए तमाम पहलू पर अपने विचार व्यक्त किए। मुख्य वार्ताकार की सहयोगी के रूप में हिंदी शिक्षक भारती मिश्रा ने सवालों के क्रम को आगे बढ़ाया।
विद्वान साहित्यकारों में पूर्व कुलपति डा. सुधा रानी पांडेय, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गीतकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र, असीम शुक्ल जी , प्रो. राम विनय सिंह, आईएएस ललित मोहन रयाल, डाॅली डबराल, डॉ. विद्या सिंह, आकाशवाणी केंद्र देहरादून के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर अनिल भारती, डॉ. इंदु अग्रवाल जी, डॉ. उषा झा रेणु, शायर शादाब अली, अनुराधा जुगरान ने पुस्तक विषयक अपने सारगर्भित प्रश्नों के साथ प्रमुख रूप से लेखक के साथ संवाद कायम किया तथा विस्तृत चर्चा हुई।
इस अवसर पर आईएएस रूचिका रयाल, डॉ. मुनीराम सकलानी, रजनीश त्रिवेदी, बीना बेंजवाल, अनिल अग्रवाल, डॉ. शम्भू कुमार झा, कविता बिष्ट सहित शहर के वरिष्ठ साहित्यकार उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य वार्ताकार अनिल रतूड़ी की पत्नी उत्तराखंड के मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने शिव मोहन के लेखन की प्रशंसा की और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

 

श्रीमद् भागवत कथा आचार्य पवन नंदन ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का किया वर्णन

देहरादून, श्रीमद् भागवत सेवा जनकल्याण समिति द्वारा पांचवें दिन मंगलवार कथा में आचार्य पवन नंदन जी महाराज के मुखारविंद द्वारा कथा का गुणगान किया आयोजित आचार्य ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने पूतना वध, कालिया मर्दन, गोचरण, माखन चोरी, गोवर्धन लीला आदि प्रसंग सुनाए।

आचार्य ने कहा कि प्रभु इसके जरिए हमें प्रकृति प्रेम, गोपालन, पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं। इसके बाद भजन का सिलसिला चला। छटा तेरी तीन लोक से न्यारी है गोवर्धन महाराज…, अरे री मेरी मटकी फोड़ी मोहन मतवारे ने…,हाथ में माखन धूल भरा तन…। भजनों पर श्रद्धालु भाक्तिभाव में नाचने लगे। मुख्य यजमान पारस भंडारी प्रथम जोशी रहे इस दौरान सभी जन भक्ति में सराबोर हो गए |
आज के कार्यक्रम में उपस्थित महानगर अध्यक्ष देहरादून सिद्धार्थ उमेशअग्रवाल नरेंद्र सिह नेगी, पार्षद राजेश परमार , विनोद राई,अध्यक्ष प्रेम सिंह भंडारी, सचिव नवीन जोशी, गणेश,अभिषेक परमार, प्रदीप राई, कैलाश चंद भट्ट, केवलानंद लोहानी, प्रमिला नेगी, मालती राई, कैलाश भट्ट, गीता, विमला, सावित्री प्रधान ,रीता राई , धन सिंह फर्त्याल,दीपक सिंह गोसाई , आदि मौजूद रहे |

 

तीन दिवसीय 17वां रोहिताश सिंह मेमोरियल अंतर सदनीय जूनियर ब्वॉयज क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू

 

“शिवालिक सदन को हराकर मोनाल सदन ने जीता उद्घाटन मैच”

देहरादून, द हैरिटेज स्कूल के तत्वावधान में तीन दिवसीय 17वां रोहिताश सिंह मेमोरियल अंतर सदनीय जूनियर ब्वॉयज क्रिकेट टूर्नामेंट स्कूल परिसर में आरंभ किया गया और उदघाटन मैच में मोनाल सदन ने शिवालिक सदन को छह विकेट से पराजित कर अगले दौर में प्रवेश किया।
यहां न्यू रोड स्थित द हैरिटेज स्कूल के परिसर में 17वां रोहिताश सिंह मेमोरियल अंतर सदनीय जूनियर ब्वॉयज क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरूआत की गई और उदघाटन मैच मोनाल सदन एवं शिवालिक सदन के बीच खेला गया। मैच में मोनाल सदन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया और शिवालिक सदन को बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया।
मैच में शिवालिक सदन ने निर्धारित ओवर में पहली बारी में बिना कोई विकेट गंवायें 45 रन बनाये जबकि मोनाल सदन ने दो विकेट के नुकसान पर 49 रन बनाये।
मैच की दूसरी पारी में शिवालिक सदन ने 28 रन बनाये और मोनाल सदन को जीतने के लिए 25 रनों का लक्ष्य दिया और मोनाल सदन ने दो विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल करते हुए मैच को छह विकेट से जीतकर अगले दौर में प्रवेश किया।
इससे पूर्व स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार व प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर टूर्नामेंट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार, निदेशक विक्रांत चौधरी, काउंसलर चारू चौधरी, प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी सहित शिक्षक शिक्षिकायें, छात्र छात्रायें व खिलाड़ी मौजूद रहे।

 

 

समर्पण दिवस : हर पल में निरंकार के प्रति समर्पित होकर जीवन जीयें : सतगुरु सुदीक्षा महाराज

देहरादून, जब हम हर पल में इस निरंकार प्रभु के प्रति पूर्ण समर्पित भाव से अपना जीवन जीते चले जाते हैं तब वास्तविक रूप में मानवता के कल्याणार्थ हमारा जीवन समर्पित हो जाता है। ऐसा ही प्रेमा-भक्ति से युक्त जीवन बाबा हरदेव सिंह ने हमें स्वयं जीकर दिखाया’ यह आशीष वचन सतगुरु सुदीक्षा महाराज द्वारा ‘समर्पण दिवस’ के पावन अवसर पर व्यक्त किये गये।
युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह की पावन स्मृति में ‘समर्पण दिवस’ समागम का आयोजन सतगुरु सुदीक्षा महाराज एवं निरंकारी राजपिता के सान्निध्य में संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल समालखा (हरियाणा) में हुआ। जिसमें दिल्ली, एनसीआर सहित पड़ोस के राज्यों से हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने सम्मिलित होकर उनके परोपकारों को न केवल स्मरण किया अपितु हृदयपूर्वक श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इसके अतिरिक्त यह दिवस विश्वभर में भी आयोजित किया गया जहां सभी भक्तों ने बाबा की सिखलाईयों का स्मरण करते हुए उनको नमन किया।
मानवता के मसीहा बाबा हरदेव सिंह की सिखलाईयों का जिक्र करते हुए सतगुरु ने फरमाया कि बाबा ने स्वयं प्यार की सजीव मूरत बनकर निस्वार्थ भाव से हमें जीवन जीने की कला सिखाई। जब परमात्मा से हमें सच्चा प्रेम हो जाता है तब इस मायावी संसार के लाभ और हानि हम पर प्रभाव नहीं डाल पाते क्योंकि तब ईश्वर का प्रेम और रज़ा ही सर्वोपरि बन जाते हैं।
इसके विपरीत जब हम स्वयं को परमात्मा से न जोड़कर केवल इन भौतिक वस्तुओं से जोड़ लेते हैं तब क्षणभंगुर सुख-सुविधाओ के प्रति ही हमारा ध्यान केन्द्रित रहता है। जिस कारण हम इसके मोह में फंसकर वास्तविक आनंद की अनुभूति से प्रायः वंचित रह जाते है। वास्तविकता तो यही है कि सच्चा आनंद केवल इस प्रभु परमात्मा से जुड़कर उसकी निरंतर स्तुति करने में है जो संतों के जीवन से निरंतर प्रेरणा लेकर प्राप्त किया जा सकता है। यही भक्त के जीवन का मूल सार भी है। परिवार, समाज एवं संसार में स्वयं प्यार बनकर प्रेम रूपी पुलों का निर्माण करें क्योंकि समर्पण एवं प्रेम यह दो अनमोल शब्द ही संपूर्ण प्रेमा भक्ति का आधार है जिसमें सर्वत्र के कल्याण की सुंदर भावना निहित है।
समर्पण दिवस के अवसर पर दिवगंत संत अवनीत की निस्वार्थ सेवा का जिक्र करते हुए सतगुरु ने कहा कि उन्होंने सदैव गुरु का सेवक बनकर अपनी सच्ची भक्ति एवं निष्ठा निभाई न कि किसी रिश्ते से जुड़कर रहे। इस समागम में मिशन के अनेक वक्तागणों ने बाबा जी के प्रेम, करूणा, दया एवं समर्पण जैसे दिव्य गुणों को अपने शुभ भावों द्वारा विचार, गीत, भजन एवम् कविताओं के माध्यम से व्यक्त किये।
इसी श्रृंखला में ब्रांच देहरादून हरिद्वार रोड बायपास निरंकारी सत्संग भवन के तत्वावधान में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने की। उन्होंने कहा कि बाबा हरदेव सिंह महाराज 60 के दशक से प्रत्येक वर्ष हर ग्रीष्मकाल में मसूरी प्रवास पर संगतो को दर्शन दिया करते थे। 1980 से लेकर 13 मई 2016 तक बाबा हरदेव सिंह महराज ने निरंकारी मिशन को हिंदुस्तान ही नहीं विश्व के 40 देशों तक पहुँचाया।
निसंदेह प्रेम के पुंज बाबा हरदेव सिंह की करूणामयी अनुपम छवि, प्रत्येक श्रद्धालु भक्त के हृदय में अमिट छाप के रूप में अंकित है और उनके इन उपकारो के लिए निरंकारी जगत का प्रत्येक भक्त सदैव ही ऋणी रहेगा।

 

इंटर कॉलेज मुनस्यारी के टॉपर हुए सम्मानित, सामुदायिक पुस्तकालय की अवधारणा पर हुई वर्कशॉप

“विद्यार्थियों को मिला जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2023”

मुनस्यारी, सामुदायिक पुस्तकालय की टीम द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज मुनस्यारी के कक्षा 6 से 11 तक के विभिन्न कक्षाओं के टॉपर विद्यार्थियों को आज सम्मानित किया गया। इन विद्यार्थियों को जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2023 के रूप में प्रशस्ति पत्र तथा डिक्शनरी देकर इनका मनोबल बढ़ाया गया।
सामुदायिक पुस्तकालय के तत्वाधान में आयोजित प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में राजकीय इंटर कॉलेज मुनस्यारी के कक्षा 6 के टॉपर संगीता रावत, कक्षा 7 के टॉपर भावेश चंद्र पाठक, कक्षा 8 की टॉपर कृतिका गुंजन, कक्षा 9 की टॉपर निशा धामी, कक्षा 10 की आर्यन मेहरा, कक्षा 11 के टॉपर राकेश रोशन नित्वाल , गुंजन दशौनी, पूनम आर्या को शिक्षा सत्र 2023-24 में अपनी कक्षा को टॉपर करने पर जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2023 से नवाजा गया। इस अवसर पर सामुदायिक पुस्तकालय को लेकर एक दिनी वर्कशॉप आयोजित की गई।
विद्यालय के प्रधानाचार्य हरीश नाथ ने स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन से विद्यार्थियों में कंपटीशन की भावना पैदा होगी।
वर्कशॉप में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने सामुदायिक पुस्तकालय तथा संडे क्लास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को रट्टू बनाने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें शिक्षा के प्रति समझदार बनने के लिए शिक्षकों को भी विशेष प्रयास की जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने शिक्षकों के पद रिक्त होने के बाद भी वर्तमान शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों के हित में की जा रहे उल्लेखनीय प्रयासो की सराहना की।